गेहूं का दलिया खाने के 31 जबरदस्त फायदे

‌‌‌ ‌‌‌इस लेख मे हम बात करेंगे गेहूं का दलिया खाने का फायदे या  गेहूं के दलिया के लाभ पर चर्चा करेंगे ,दोस्तों समय बदलता जा रहा है । आज से कुछ साल पहले लोग हर दूसरे दिन गेंहूं का और दूसरे प्रकार का दलिया बनाकर खाते थे । लेकिन अब हम सब लोग गेंहू के दलिया को अच्छा नहीं मानते हैं। इसका कारण है कि हम इसको थर्ड क्लास भोजन समझते हैं। लेकिन असल मे यह बहुत ही उपयोगी होता है। ‌‌‌इसका कारण यह है कि गेंहू के दलिया के अंदर भरपूर गेहूं में 68 से 70% तक कार्बोहाइड्रेट, 8 से 24% तक प्रोटीन तथा 1 से 2% वसा होती है।

‌‌‌आमतौर पर हम गेहूं को पीस कर खाते हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि गेहूं खेत से जब खाने की टेबल तक पहुंचता है तो इसके बहुत सारे पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं। जब हम चक्की के अंदर गेहूं को पिसते हैं तो इसके अंदर मौजूद उपयोगी तत्व जलकर नष्ट हो जाते हैं।

‌‌‌गेहूं का दलिया गेहूं की रोटी की तुलना मे बहुत अधिक फायदा करता है। क्योंकि हम इसके अंदर गेहूं के दाने को पिसते तो हैं लेकिन उसको महिन नहीं पिसते हैं। जिसका फायदा यह होता है कि इसके अंदर उच्च मात्रा मे पोषक तत्व बने रहते हैं।

गेहूँ के चोकर में लौह, कैल्सियम, फॉस्फोरस, पोटेशियम, मैग्नीशियम आदि खनिज पदार्थ  होते हैं। लेकिन हम इसके चोकर को छानकर जानवरों को खिला देते हैं। असल मे गेहूं के दलिया मे हमको पूरा फायदा मिलता है । क्योंकि इसके अंदर गेहूं के चोकर को अलग नहीं किया जाता है।

गेहूं का दलिया खाने का फायदे

‌‌‌दोस्तों गेहूं का दलिया कई प्रकार से बनाया जाता है। जैसे कुछ लोग गेहूं के दलिया को नमकिनी बनाते हैं तो कुछ इसको मीठा भी बनाते हैं। गेहूं के दलिया  के फायदे उसके अंदर प्रयोग की जाने वाली चीजों पर निर्भर करते हैं।‌‌‌गेहूं का दलिया बनाने के लिए कई चीजों का प्रयोग किया जाता है । जैसे हींग ,घी ,शक्कर , दूध , शक्कर , बादाम ,किसमिश और इलाईची आदि ।‌‌‌यदि आप इन सब चीजों को गेहूं के दलिया के अंदर डालकर खाते हैं तो यह बहुत अधिक फायदे मंद होता है।

Table of Contents

‌‌‌1. gehu ka daliya khane ke fayde गेहूं का दलिया खाने के फायदे गेहूं का दलिया कोलन कैंसर को कम करे

दोस्तों यदि आप गेहूं का दलिया खाते हैं तो यह कोलन कैंसर को कम करने का काम करता है। वैज्ञानिक रिसर्च के अंदर यह साफ हो चुका है कि पिसे हुए गेहूं खाने की बजाये दलिया खाना काफी बेहतर है। इसकी संभावना को 40 प्रतिशत तक कम कर देता है।‌‌‌

2.गेहूं का दलिया खाने के लाभ गेहूं का दलिया सीलिएक रोग मे फायदेमंद

दोस्तों सीलिएक रोग एक ऐसा रोग होता है ,जो छोटी आंत को नुकसान पहुंचाता है। इसकी वजह से शरीर के अंदर पोषण तत्वों की कमी हो जाती है। लेकिन यदि आप गेहूं का बना दलिया खाते हैं तो आपको इस रोग से आराम मिल सकता है।वजन कम होना, ब्लोटिंग, पेट फूलना, डायरिया, कब्ज, पेट दर्द इस रोग के लक्षण होते हैं। हालांकि सभी प्रकार के गेहूं कि किस्मे इसके अंदर उपयुक्त नहीं होती हैं। गेहूं लस मुक्त होना चाहिए ।

‌‌‌3. गेहूं का दलिया खाने से फायदा है दिल की बीमारी को रोके

ब्रोकन हर्ट सिंड्रोम क्या होता

दोस्तों चूंकि गेहूं का दलिया साबुत अनाज होता है और यदि आप इसका सेवन करते हैं तो आप दिल की बीमारी को कम कर सकते हैं। वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार यदि आप प्रतिदिन साबुत गेहूं 28 ग्राम खाते हैं तो आपको दिल की बीमारी का खतरा 22 प्रतिशत तक कम हो जाता है।

17,424 वयस्कों में 10 साल के अध्ययन मे यह परिणाम सामने आये हैं जो जिन लोगों को दिल की समस्या हो उनको साबुत गेंहू से बना दलिया जरूर खाना चाहिए ।

‌‌‌4.ब्रेस्ट कैंसर से बचाने मे उपयोगी

दोस्तों दलिया के अंदर उच्च मात्रा के अंदर फाइबर पाया जाता है और यह महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर से बचाने का काम करता  है। जिन महिलाओं को  ब्रेस्ट कैंसर की समस्या है । उनको दलिया खाना चाहिए । इसके अलावा यह इसकी संभावनाओं को कम करने का काम भी करता है।

‌‌‌5. मीठा दलिया खाने के फायदे गेहूं का दलिया स्ट्रोक को कम करता है

दोस्तों वैज्ञानिक रिसर्च के अंदर यह सामने आया है कि जो लोग साबुत गेहूं का सेवन करते हैं। उनके अंदर स्ट्रोक की संभावना 14 प्रतिशत तक कम हो गई थी।‌‌‌वैज्ञानिकों ने यह परिणाम लाखों लोगों के अध्ययन के बाद ही निकाला था।

‌‌‌6. दूध दलिया खाने के फायदे प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है गेहूं का दलिया

दोस्तो गेहूं से बना हुआ दलिया प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम भी करता है।इसके अंदर विटामिन और खनिजों की भरपूर मात्रा पाई जाती है ,जो हमारे शरीर को रोग ग्रस्त होने से बचाती है।

‌‌‌7.गेहूं का दलिया आपके मोटापे को कम करता है

फाइबर युक्त आहार खाने से पेट जल्दी भर जाता है। जिसकी वजह से पेट के अंदर कम खाना जाता है।वैज्ञानिकों के द्वारा लगभग 120,000 लोगों पर इस रिसर्च को किया गया तो पता चला की उच्च फाइबर युक्त आहार से वजन कम किया जा सकता है। ‌‌‌गेहूं के अंदर भी उच्च फाइबर ही होता है।

8.टाइप 2 मधुमेह के लिए उपयोगी है गेहूं का दलिया

दोस्तों टाइप 2 मधुमेह के अंदर गेहूं काफी उपयोगी होता है।वैज्ञानिकों के अनुसार गेहूं का दलिया खाने से टाइप 2 मधुमेह के जोखिम को कम किया जा सकता है।गेहूं के अंदर मैग्नीशियम होता है जोकि चयापचय करने के लिए मददगार होता है।

‌‌‌9.गेहूं का दलिया पाचन मे काफी मददगार होता है

आमतौर पर जब किसी का ऑपरेशन वैगरह करवाया जाता है तो गेहूं का दलिया ही सबसे पहले दिया जाता है। इसका कारण यह है कि यह पचने मे बहुत ही आसान होता है। और आपकी आंतों को इसके लिए कोई कठिन कार्य नहीं करना पड़ता है।‌‌‌जिन लोगों को भोजन ठीक से नहीं पचता है उनको गेहूं का बना दलिया का सेवन करना चाहिए ।

‌‌‌10.सूजन को कम करता है गेहूं का दलिया

दोस्तों गेहूं का दलिया पुराने सूजन को कम करने का काम भी करता है। यदि आपको कहीं पर पुराना सूजन है तो कुछ समय के लिए गेहूं के दलिया का सेवन करना चाहिए । यह सूजन को कम कर सकता है। 20 से अधिक वैज्ञानिक रिसर्च के अंदर यह बात साफ हो चुकी है।

‌‌‌11.गेहूं का दलिया कैंसर को कम करे

‌‌‌11.गेहूं का दलिया कैंसर को कम करे

दोस्तों गेहूं का दलिया खाने से कैंसर की संभावना को कम करने मे मदद मिलती है।सन 2019 के अंदर हुए एक रिसर्च के अंदर यह साबने आया कि साबुत गेहूं के अंदर कोलोरेक्टल नामक एक तत्व होता है ,जो कैंसर को कम करने मे मदद गार होता है।

12.हड्डिया मजबूत बनाता है गेहूं का दलिया

दोस्तों गेहूं का दलिया हड्डिया मजबूत बनाने का काम भी करता है। गेहूं के दलिया के अंदर केल्सियम और ग्नीशियम  की भरपूर मात्रा होती है। बूढ़ापे के अंदर गेहूं का दलिया खाना बहुत ही उपयोगी होता है। क्योंकि उस समय हड़िया बहुत अधिक कमजोर हो जाती हैं।‌‌‌इसके अलावा यदि आप चाहें तो बच्चों को भी दलिया खुला सकते हैं। उनके लिए भी यह बहुत अच्छा होता है।

‌‌‌13.गेहूं का दलिया कब्ज को दूर करता है

सही तरीके से खाना नहीं पचने की वजह से कब्ज हो जाती है। लेकिन यदि आप दलिया का सेवन करते हैं तो आपको किसी भी प्रकार की कब्ज की समस्या नहीं होगी । यह आसानी से पच जाएगा।

‌‌‌14.दूध से बना गेहूं का दलिया दांतों के लिए उपयोगी

दोस्तों यदि आप गेहूं से बने दलिया के अंदर दूध डालकर खाते हैं तो यह और अधिक फायदे मंद होता है। यह आपके दांतों के लिए अच्छा रहता है। ‌‌‌दूध के बने दलिया के अंदर कैल्शियम, फास्फोरस और आयोडीन भरपूर मात्रा के अंदर पाया जाता है।जिसकी वजह से यह दलिया बच्चों के लिए भी अधिक उपयोगी होता है।

‌‌‌15.एनिमिया के उपचार मे दलिया उपयोगी

दोस्तों एनिमिया के उपचार मे भी दलिया काम करता है। यदि आप दलिया का सेवन करते हैं तो यह आपके शरीर के अंदर लाल रक्त कोशिकाओं की कमी नहीं होने देगा ।‌‌‌क्योंकि गेहूं के अंदर लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने की क्षमता मौजूद होती है।

‌‌‌16.किड़नी स्टोन के लिए उपयोगी

आजकल किडनी के अंदर पथरी पड़ जाना बहुत ही आम बात हो चुकी है। और उसके बाद कई लोगों को तो ऑपरेशन तक करवाना पड़ता है। लेकिन यदि आप इस स्थिति से बचना चाहते हैं तो आपको गेहूं से बने दलिया का सेवन करना चाहिए ।

गेहूं का दलिया खाने के फायदे दूध डालकर

दोस्तों गेहूं के दलिया के अंदर दूध डालकर भी खाया जाता है। दोस्तों इसके लिए गेहूं का मीठा दलिया बनाया जाता है और उसके अंदर दूध को डालकर बड़े चाव से खाते हैं। आपने भी कभी दूध वाला दलिया खाया होगा ।‌‌‌यहां पर हम बात करने वाले हैं कि गेहूं के दलिया के अंदर दूध डालकर खाने से क्या क्या फायदे होते हैं ?

‌‌‌17.दूध का दलिया दांतो को मजबूत बनाता है

दोस्तों यदि आप गेहूं के बने दलिया के अंदर थोड़ा दूध डाल देते हैं तो यह स्वादिष्ट तो हो ही जाता है। इसके अलावा यह आपके दांतों के लिए अच्छा रहता है।इसके अंदर कैल्शियम, फास्फोरस और आयोडीन दूध के कारण आ जाते हैं।‌‌‌जिन लोगों को दांतों की समस्या हो उनको गेहूं के दलिया के अंदर दूध डालकर खाना चाहिए ।

18. ‌‌‌अपच और ऐसिडिटी को कम करता है गेंहू का दलिया

दोस्तों दलिया के अंदर दूध मिलाकर खाने का एक फायदा यह भी है कि यह अपच और ऐसिडिटी को कम करने का काम भी करता है।‌‌‌आजकल गैस की समस्या बहुत अधिक हो गई है। ऐसी स्थिति के अंदर गेहूं के दलिया के अंदर दूध मिलाकर खाने से पैट गैस से आराम मिल सकता है।

‌‌‌19.बेहतर नींद के लिए दूध वाला दलिया उपयोगी

दोस्तों आज कल बहुत से लोग ऐसे हैं ,जो रात को ठीक से  नींद नहीं ले पाते हैं। ऐसी स्थिति के अंदर उनके साथ कई प्रकार की मानसिक समस्यां होती हैं। इसका एक इलाज यह भी है कि ‌‌‌ आप एक समय दूध के अंदर दलिया मिलाकर खाएं और वो भी शाम के समय खाएंगे तो यह बहुत अधिक फायदे मंद रहेगा ।

‌‌‌20.मधुमेह का खतरा कम हो जाता है

दोस्तों एक रिसर्च के अंदर यह बात सामने आई है कि दूध का रोजाना सेवन करने से मधुमेह का खतरा कम हो जाता है। यदि आप दलिया के अंदर दूध डालकर ,खाते हैं तो आपको मधुमेह होने की संभावना कम हो जाती है।

‌‌‌दूध के दलिया के अंदर माजूद कैल्शियम, मैग्नीशियम शरीर में ग्लूकोज टोलरेंस और इंसुलिन सेंसटिविटी को बैलेंस करने का काम करते हैं।

‌‌‌21.रक्तचाप की समस्या को दूर करता है दूध वाला गेहूं का दलिया

blood donation process

दोस्तों गेहूं के दलिया के अंदर  विटामिन-डी और कैल्शियम होने की वजह से यह रक्तचाप को कम करने का काम भी करता है।‌‌‌यदि आपको उच्च रक्तचाप की समस्या है तो आप गेहूं से बना दलिया का सेवन कर सकते हैं। यह बहुत उपयोगी है। इसके अलावा आप अपने डॉक्टर से परामर्श कर सकते हैं।

‌‌‌22.दलिया के साथ कच्चे दूध के फायदे

दोस्तों दलिया के साथ कच्चे दूध को मिलाकर खाने के अनेक फायदे होते हैं। जो लोग कच्चे दूध के फायदे को जानते हैं वे इसे खाते भी हैं।‌‌‌इसके अंदर  कैल्शियम व प्रोटीन नामक तत्व होते हैं जो आपकी त्वचा को चमकदार बनाते हैं। यदि आप अपनी त्वचा को चमकदार बनाने के शौकिन हैं तो कच्चा दूध ले सकते हैं या दलिया के साथ इसको ले सकते हैं।

‌‌‌23.तनाव से राहत देता है दूध वाला गेहूं का दलिया

दोस्तों दूध वाला दलिया तनाव से राहत देता है। जब आप गेहूं से बने दलिया के अंदर दूध डालकर खाते हैं तो यह सीधा आपके दिमाग पर असर करता है और आपको रिलेक्स फील करवाता है।पोटैशियम और प्रोटीन लैक्टियम शरीर के अंदर मौजूद मांसपेशियों को आराम पहुंचाने का काम करता है। इसी वजह से हम काफी रिलेक्स महसूस करते हैं।

‌‌‌गेहूं के दलिया के अंदर बादाम मिलकार खाने के फायदे

‌‌‌बादाम के बारे मे तो आप जानते ही होगे । बादाम थोड़ी महंगी है लेकिन यदि आप इसको गेहूं के दलिया के अंदर मिलाकर खाते हैं तो सोने पर सुहागा वाली बात होगी । बादाम वाला गेहूं का दलिया बच्चों के लिए बहुत अधिक फायदे मंद होगा । ‌‌‌तो आइए जानते हैं कि बादाम वाला गेहूं का दलिया खाने से क्या क्या फायदे होते हैं ?

‌‌‌24.बादाम वाला गेहूं का दलिया दिमाग तेज करता है

बादाम वाला गेहूं का दलिया दिमाग तेज करता है

दोस्तों बादाम मिलाकर गेहूं का दलिया यदि आप खाते हैं तो यह आपके दिमाग को तेज करने का काम करता है। ‌‌‌आपने दिमाग की क्षमता को बेहतर बनाने के लिए आप गेहूं का दलिया खा सकते हैं और उसके अंदर बादाम मिला होना चाहिए ।बादाम के अंदर मौजूद विटामिन ई आपको सतर्क करता है और किसी भी प्रकार की संज्ञात्मक  गिरावट को रोकने का काम करता है। ‌‌‌

बादाम वाला दलिया दिमाग की कोशिकाओं की क्षति होने से बचाता है और दिमाग की लंबे समय से रक्षा करता है। इसमे पाया जाने वाला विटामिन बी 6 दिमाग की कोशिकाओं की मरम्मत करने का काम करता है।

‌‌‌इसके अलावा दिमाग के अंदर स्त्रावित होने वाले रसायनों जैसे डोपामाइन को नियंत्रित करता है और हमारे दिमाग को बेहतर काम करने योग्य बनाता है।

‌‌‌25.वजन घटा देता है बादाम वाला दलिया

दोस्तों केवल गेहूं का दलिया तो वजन घटाने का काम करता ही है। इसके अलावा बादाम यदि उसके अंदर मिलाकर खाते हैं तो यह वजन बहुत ही तेजी से घटाता है। ‌‌‌वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार बादाम यदि आप रोजाना खाते हैं तो 4 सप्ताह के अंदर ही आपके वजन के अंदर फर्क देखने को मिलेगा । ‌‌‌और इसकी वजह एक और भी है वह यह है कि बादाम आपके पेट को जल्दी भर देती है ,और आप अधिक खाने से बंच जाते हो ।

‌‌‌26.बादाम वाले दलिया से कब्ज से राहत मिलती है

‌‌‌26.बादाम वाले दलिया से कब्ज से राहत मिलती है

दोस्तों बादाम वाले दलिया का सेवन करने से आपको कब्ज से राहत मिल जाती है। ‌‌‌कब्ज को दूर करनें के लिए आप सप्ताह के अंदर 10 से 15 बादाम खाएं आप बादाम को गेहूं के दलिया के अंदर मिलाकर खा सकते हैं और दलिया खाने के बाद पानी पी सकते हैं। आपको कब्ज रहने की शिकायत नहीं रहेगी ।

‌‌‌27.बादाम वाले दलिया से जन्म दोष से राहत

एक एक गर्भवती महिला भी बादाम वाले दलिया का सेवन कर सकती है। इसके कई सारे फायदे हैं। इसके अंदर फोलिक ऐसिड़ होता है ,जो पैदा होने वाली संतान को हष्ट पुष्ट बनाता है और   ‌‌‌शिशु के जन्म के समय होने वाले दोषों को दूर करने का काम भी करता है।एक गर्भवती महिलाओं को गेहूं का दलिया बादाम के साथ अवश्य ही सेवन करना चाहिए ।

‌‌‌28.गेहूं का बना दलिया एनर्जी को बढ़ाता है

दोस्तों गेहूं से बना हुआ दलिया एनर्जी को बढ़ाने का काम भी करता है। यदि आप इसका सेवन सुबह सुबह करते हो तो यह आपके अंदर उर्जा का संचार करता है।‌‌‌यदि आपके बच्चे दूध नहीं पीते हैं तो आप उनको दूध से बना हुआ दलिया खिला सकते हैं यह उनके लिए बहुत अधिक फायदे मंद होता है।

‌‌‌29.शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है गेहूं का दलिया

दोस्तों गेहूं से बना हुआ दलिया शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने का काम भी करता है। इसके अंदर एंटिआक्सीडेंट तत्व होते हैं जो शरीर मे रक्त को साफ कर देते हैं।

‌‌‌30.लंबे समय तक भूख को रोके रखता है गेहूं का  दलिया

दोस्तों लंबे समय तक भूख को रोकने मे दलिया बहुत ही अधिक उपयोगी होता है। जो लोग अधिक शारीरिक मेहनत करते हैं उनको बार बार भूख लगने की समस्या होती है।‌‌‌उनको गेहूं से बना हुआ दलिया का सेवन अवश्य ही करना चाहिए ।यह उनको सुस्त होने से बचा सकता है।

31. गेहूं का दलिया खाने का फायदा पौष्टिक तत्वों से भरपूर होता है

दोस्तों गेहूं के दलिया को यदि आप अनेक प्रकार के पदार्थ से मिलाकर बनाते हो जैसे बादाम ,घी , इलाइची तो यह पौष्टिक  होता है और इसको खाने से अनेक प्रकार के फायदे होते हैं।‌‌‌यदि आप दलिया की तुलना मे गेहूं की बनी रोटी खाते हैं तो उसके इतने फायदे नहीं हैं।पहली बात तो आप गेहूं को पीस लेते हैं । जिसकी वजह से आधे से अधिक पोषक तत्व तो वैसें ही नष्ट हो जाते हैं दूसरे इसके अंदर दलिया जितना दम नहीं होता है।

गेहूं का दलिया खाने के नुकसान

‌‌‌दोस्तों हर चीज के अपने फायदे और नुकसान होते हैं।यदि आपको गेहूं का दलिया भी सोच समझ कर खाना चाहिए । इसके कई सारे नुकसान भी होते हैं तो आइए जानते हैं कि गेहूं का दलिया खाने से क्या क्या नुकसान होते हैं।

‌‌‌बादाम वाले दलिया से पेट मे सूजन

‌‌‌बादाम वाले दलिया से पेट मे सूजन

यदि आप अधिक मात्रा मे बादाम वाले दलिया का सेवन करते हैं तो यह आपके लिए समस्या का कारण बन सकता है। बादाम के अधिक सेवन से पेट के अंदर सूजन की समस्या भी कुछ लोगों के अंदर देखी गई है। ‌‌‌इससे बचने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप दलिया रोज खा रहे हैं तो बस एक दिन मे 5 बादाम से अधिक ना खाएं और यह केवल 15 दिन से अधिक ना करें ।

‌‌‌बादाम का बना दलिया आपका वजन बढ़ा सकता है

दोस्तों यदि आप पहले से ही एक काफी वजनदार इंसान हैं तो गेहूं के दलिया के अंदर बादाम गिराकर नहीं खाएं । इसकी वजह यह है कि यह आपको मोटा बना सकती है। बादाम के अंदर फैट अधिक होती है और आप इसे नहीं जला पाए तो यह हो सकता है।

‌‌‌बादाम का दलिया एलर्जी कर सकता है

दोस्तों कुछ लोग को बादाम एलर्जी कर सकती है। यदि आपको बादाम एलर्जी कर रही है तो आप केवल गेहूं का दलिया बनाकर खाएं और बादाम को दलिया के अंदर ना डालें तो अच्छा होगा ।

‌‌‌सिर दर्द और चक्कर आना

दोस्तों बादाम वाले दलिया के अंदर विटामिन ई होता है। और यह यदि शरीर के अंदर आवश्यकता से अधिक हो जाता है तो चक्कर आने की समस्या हो सकती है। और सिर दर्द हो सकता है। ‌‌‌और यदि ऐसा है तो बादाम वाला दलिया अधिक नहीं खाना चाहिए ।

‌‌‌सांस लेने मे समस्या

दोस्तों यदि किसी को पहले से ही सांस का रोग है तो उसे कभी भी कड़वी बादाम का सेवन नहीं करना चाहिए । यदि वह बादाम का सेवन दलिया के अंदर कर रहा है तो यह उसकी समस्या को और अधिक बढ़ा सकता है।

‌‌‌गेहूं के दलिया से एलर्जी

दोस्तों हम गेहूं के दलिया खाते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि इससे भी एलर्जी हो सकती है। जिन लोगों को गेहूं से एलर्जी हो उनको इसके बने दलिया का सेवन नहीं करना चाहिए । लंबे समय तक पेट गड़बड़ी से एडेनोकासिनोमा प्रभावित हो जाती है। ऐसी स्थिति के अंदर डॉक्टर को ‌‌‌चैक करवाना बहुत अधिक जरूरी हो जाता है।

‌‌‌गेहूं के अंदर ग्लूटन होता है जिसको लस भी कहा जाता है। यह खतरनाख होता है और गेहूं के दलिया के अंदर भी यह पाया जाता है।इसका सबसे बड़ा नुकसान यह है कि यह पेट के द्वारा पचाना उतना आसान नहीं होता है। ‌‌‌जब पेट इसको पचा नहीं पाता है तो यह पेट मे जमना शूरू कर देता है और फिर छोटी आंत को प्रभावित करता है। जिसकी वजह से पोषक तत्वों का अवशोषण सही से नहीं हो पाता है।

‌‌‌यदि आप पेट से संबंधित समस्या से लंबे समय से परेशान हैं और दलिया का सेवन करते हैं तो आपको एक बार अपने डॉक्टर के पास जाना चाहिए और गेहूं की एलर्जी को टेस्ट करवाना चाहिए । आमतौर पर अधिकतर डॉक्टर पेट संबंधित एलर्जी पर कोई खास ध्यान नहीं देते हैं ।

‌‌‌बाद मे यह सामान्य रूप से गेहूं की एलर्जी कैंसर का भी रूप ले सकती है। आपको सावधान रहने की आवश्यकता है।

सीलिएक रोग से ग्रस्ति लोगों को गेहूं का दलिया नहीं खाना चाहिए

दोस्तों सिलिएक रोग से ग्रस्ति लोगों को गेहूं का बना दलिया नहीं खाना चाहिए । क्योंकि उनकी छोटी आत गेहूं के अंदर मौजूद लस को पचा पाने मे सक्षम नहीं होती है।

‌‌‌खीनज अवशोषण को रेाकता है गेहूं

दोस्तो सन 1950 ई के अंदर गेहूं के उत्पादन को बढ़ाने के लिए इसके अंदर कुछ बेकार तत्वों का समावेश किया गया था। आपको कभी भी रोजाना गेहूं से बना हुआ दलिया नहीं खाना चाहिए क्योंकि यह खनीजो के अवशेषण मे बाधा पैदा कर सकता है।

‌‌‌गेहूं के दलिया मे शक्कर अधिक डालकर कर ना खाएं

यदि आप गेहूं के दलिया को खाते हैं और उसे मीठा बनाते हैं तो आपको इसमे कम मात्रा के अंदर शक्कर डालकर खाना चाहिए ।अधिक मात्रा के अंदर शक्कर का सेवन करना बहुत अधिक हानिकारक हो सकता है। युनिवर्सिटी ऑफ केलीफोर्निया के अंदर हुए एक रिसर्च के अनुसार शक्कर के अधिक सेवन से पूरी दुनिया के अंदर  35 मिलियन लोगों की मौत हो चुकी है। वैसे देखा जाए तो यह आंकड़ा शराब से और धुम्रपान से मरने वाले लोगों के आंकड़ों से कतई कम नहीं है। ‌‌‌शक्कर के अधिक सेवन की वजह से अधिक सेवन मोटापे,हृदय रोग, कैंसर एवं लीवर जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

‌‌‌गेंहू का दलिया बनाने की विधि

‌‌‌गेंहू का दलिया बनाने की विधि

दोस्तों दलिया बनाने के अनेक तरीके हैं। नीचे हम दलिया बनाने की कई सारी विधियों के बारे मे बता रहे हैं। वैसे दलिया खाने के फायदे इतने हैं कि इनके उपर एक पूरी की पूरी किताब लिखी जा सकती है।

‌‌‌इस विधि से दलिया बनाने के लिए आपको निम्न लिखित सामग्री की आवश्यकता होगी ।

  • ‌‌‌दलिया गेहूं का पिसा हुआ 1/3 kap
  • पानी 2 कप लेना है।
  • 2 दो कप
  • शक्कर 1/4 कप
  • बादाम
  • किसमिश
  • इलाइची
  • आवश्यकता अनुसार घी ।

‌‌‌दोस्तों सबसे पहले आपको एक कडाही लेनी होगी और उसके बाद आपको उसके अंदर घी डालना है। घी थोड़ा गर्म हो जाने के बाद उसके अंदर गेहूं डालने हैं जो मोटे दाने थोड़े पीसे हुए हैं । उनको घी के अंदर भून लेना है। आप घी की जगह पर तेल भी ले सकते हैं।

‌‌‌आप दलिया के अंदर पानी डालें और उबालें । दलिया को उबालने के लिए आप प्रेसर कुकर का इस्तेमाल कर सकते हैं और जब दलिया उबल जाएगा तो वह पूरी तरह से गल जाएगा ।

‌‌‌उसके बाद दलिया के अंदर दूध डाल देना है और 3 से 4 मिनट उबाल देना है।अब आप इसके अंदर शक्कर और इलाइची भी डाल सकते हैं। दूध के बने गेहूं के दलिया को ठंडा करके ही परोशा जाना चाहिए ।

‌‌‌आप दलिया के अंदर केसर भी डाल सकते हैं। जिससे की दलिया खाने मे बहुत ही अच्छा लगता है।

बादाम तो दलिया के अंदर अवश्य ही डाले यह स्वास्थ्य के लिए बहुत ही अच्छी होती है।

‌‌‌दोस्तों गेहूं का बना दलिया सेहत के लिए बहुत अधिक फायदे मंद होता है।और यदि आप रोज 50 ग्राम दलिया सुबह नास्ते के समय खाते हो तो यह आपके दिमाग को शांत रखता है और आपको अतिरिक्त उर्जा देने का काम भी करता है।‌‌‌कुछ लोग तो ऐसे भी हैं जो हमेशा सुबह सुबह दलिया का सेवन करते हैं। उन लोगों से बात करने पर पता चलता है कि वाकाई मे गेहूं का दलिया कामयाब है।

‌‌‌कब्ज की समस्या और पैट गैस की समस्या उन लोगों को नहीं होती है। आप भी एक बार गेहूं का दलिया बनाकर ट्राई कर सकते हैं। आप यदि गेहूं के दलिया के अंदर सारी चीजे डालते हैं तो आपको यह काफी स्वादिष्ट लगेगा और ‌‌‌निराश होना नहीं पड़ेगा ।

‌‌‌वैसे देखा जाए तो दलिया बूढे लोगों के लिए सबसे अधिक उपयोगी माना जाता है। बहुत से लोग जिनकी उम्र काफी अधिक हो चुकी है और उनको रोटी खाने मे समस्या होती है। क्योंकि उनके दांत नहीं हैं या उनके अंदर दर्द है तो दलिया इसका एक मात्र विकल्प होता है।

‌‌‌इसके अलावा दलिया को खाना आसान होने की वजह से जो रोगी अच्छे से चबा कर नहीं खा पाते हैं उनके लिए दलिया अच्छा होता है या जो चबाने की स्थिति मे नहीं होते हैं उनके लिए भी दलिया बेस्ट होता है।

क्या आपको पता है लक्स साबुन के फायदे ? नहीं जो जान लें

नीम की साबुन के फायदे benefits of neem soap

राबड़ी खाने के फायदे ‌‌‌ छाछ की राबड़ी ,घाट की राबड़ी और बाजरे की राबड़ी

‌‌‌इन 5 तरीकों से करें झोलाछाप डॉक्टर की शिकायत

साइकिल चलाने के 19 जबरदस्त फायदे

नीम की निंबोली के फायदे top benefits of eating neem nimboli

Leave a Reply

arif khan

‌‌‌हैलो फ्रेंड मेरा नाम arif khan है और मुझे लिखना सबसे अधिक पसंद है। इस ब्लॉग पर मैं अपने विचार शैयर करता हूं । यदि आपको यह ब्लॉग अच्छा लगता है तो कमेंट करें और अपने फ्रेंड के साथ शैयर करें ।‌‌‌मैंने आज से लगभग 10 साल पहले लिखना शूरू किया था। अब रोजाना लिखता रहता हूं । ‌‌‌असल मे मैं अधिकतर जनरल विषयों पर लिखना पसंद करता हूं। और अधिकतर न्यूज और सामान्य विषयों के बारे मे लिखता हूं ।