शिलाजीत खाने का तरीका और शिलाजीत से होने वाले लाभ

‌‌‌शिलाजीत खाने का तरीका ,शिलाजीत का सेवन करने की विधि । आप शिलाजीत कैसे सेवन करें ? जैसे सवाल आपके मन मे हो सकते हैं। इस लेख के अंद हम आपको बताने वाले हैं इन सभी के बारे मे इसके अलावा शिलाजीत के लाभ के बारे मे भी बताएंगे ।

शिलाजीत एक गाढ़ा और चिपचिपा पदार्थ होता है ,जो हिमालय की पहाड़ियों के अंदर पाया जाता है।शिलाजीत का प्रयोग मुख्य रूप से आयुर्वेद के अंदर बहुत अधिक किया जाता है। इसके गुणों का उल्लेख आयुर्वेद के अंदर इस प्रकार से मिलता है। बलपुष्टिकारक, ओजवर्द्धक, दौर्बल्यनाशक है।

 यह बहुत ही अधिक प्रभावी होता है और इसका प्रयोग अनेक प्रकार की बीमारियों के अंदर किया जाता है। भूलने की बीमारी (अल्जाइमर), क्रोनिक थकान सिंड्रोम, आयरन की कमी से होने वाला रक्ताल्पता, पुरुष प्रजनन क्षमता में कमी आदि मे यह उपयोगी होता है। शिलाजीत मई और जून के गर्म दिनों के अंदर पहाड़ों की गर्मी से निकलता है।यह हिमालय पहाड़ और इसके आस पास के पहाड़ों से निकाला जाता है।

शिलाजीत खाने का तरीका

‌‌‌दोस्तों शिलाजीत के अंदर गो मूत्र जैसी गंध होती है। और यदि आपने इसका सेवन किया है तो यह काफी उपयोगी होता है। पहली बार हम लोगों ने शिलाजीत को देखा था जब हम भिवाड़ी मे थे । वहां पर एक बेचने वाला इसको बेच रहा था। हमे अच्छी तरह से याद है मेरे एक दोस्त ने इसको खरीदा था और दूध के साथ पिया था।

गेहूं का दलिया खाने के 31 जबरदस्त फायदे

नीम की साबुन के फायदे benefits of neem soap

राबड़ी खाने के फायदे ‌‌‌ छाछ की राबड़ी ,घाट की राबड़ी और बाजरे की राबड़ी

‌‌‌जब मैंने इसके बारे मे उससे पूछा तो उसने बताया था कि यह काफी शानदार एहसास रहा है।शिलाजीत ने मेरे शरीर की उर्जा को बढ़ा दिया था। हालांकि उस समय उसकी शादी होने वाली थी।

Table of Contents

‌‌‌शिलाजीत खाने का तरीका  shilajit khane ka tarika

‌‌‌दोस्तों वैसे तो शिलाजीत का सेवन करने से पहले आपको एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क कर लेना चाहिए ।यदि आप आम शिलाजीत ले रहे हैं तो चने के दाने जैसा इसका आकार होता है आप दिन के अंदर 2 से 3 बार इन दानों को दूध के साथ पी सकते हैं। ‌‌‌यदि आप तरल शिलाजीत का सेवन कर रहे हैं तो दिन मे दूध के साथ बस दो चमच ले सकते हैं। ‌‌‌जिन लोगों की उम्र 50 साल से अधिक हो चुकी है वे इसको 3 महिने तक रोजाना दूध के अंदर मिलाकर ले सकते हैं।और जवान लोग सप्ताह के अंदर सिर्फ दो बार ही इसका सेवन करें ।

शिलाजीत कैप्सूल खाने का तरीका shilajit capsule khane ka tarika

शिलाजीत कैप्सूल खाने का तरीका

दोस्तों वैसे तो अलग अलग शीलाजीत कैप्सूल खाने का तरीका अलग अलग हो सकता है लेकिन आम शिलाजीत कैन्सूल को भोजन के बाद या चिकित्सक द्वारा अनुशंसित 1 कैप्सूल को दैनिक रूप से दो बार लें। बेहतर परिणाम के लिए इसे गर्म पानी के साथ लेना चाहिए।‌‌‌21 साल से कम उम्र की अवस्था मे शिलाजीत का सेवन नहीं करना चाहिए ।

dabur shilajit gold capsule khane ka tarika  डाबर शिलाजीत कैप्सूल खाने का तरीका

‌‌‌इस कैप्सूल को रात को सोने से पहले एक कैप्सूल को दूध के साथ लेना चाहिए । और यह कैप्सूल भूल कर भी बिना खाना खाए नहीं लेना चाहिए । इसको लेने के बाद तुरन्त ही सो जाना चाहिए । ‌‌‌इसमे 10 कैप्सूल का पैक आता है ,जो 164 रूपये के आस पास आता है। इसको लेने से पहले अपने डॉक्टर से अवश्य ही संपर्क कर लेना चाहिए ।

‌‌‌शिलाजीत का इस्तेमाल शर्दी के अंदर करें

दोस्तों शिलाजीत का इस्तेमाल आपको केवल सर्दी के अंदर ही करना है। गर्मी के अंदर आपको इसका इस्तेमाल भूलकर भी नहीं करना चाहिए । क्योंकि इसको लेने के बाद शरीर के अंदर गर्मी पैदा होती है। यह केवल  पुरूषों के लिए ही नहीं है। वरन महिलाएं भी इसको ले सकती हैं।

‌‌‌इन 5 तरीकों से करें झोलाछाप डॉक्टर की शिकायत

साइकिल चलाने के 19 जबरदस्त फायदे

नीम की निंबोली के फायदे top benefits of eating neem nimboli

‌‌‌शिलाजीत के फायदे shilajit ke fayde

‌‌‌दोस्तों शिलाजीत के बहुत सारे फायदे होते हैं। और मुख्य रूप से शिलाजीत को यौन रोगों से जोड़कर देखा जाता है। लेकिन इसके अलावा भी यह बहुत कामों के अंदर प्रयोग किया जाता है।

‌दिमाग को तेज करता है शिलाजीत

दोस्तो शिलाजीत दिमाग को तेज करने के लिए जाना जाता है। यदि आपकी स्मरण शक्ति कमजोर है तो आप शिलाजीत का सेवन कर सकते हैं। यह आपके दिमाग को दुरस्त करता है और एकाग्रता को बढ़ाने का काम भी करता है। ‌‌‌यह आपके दिमाग को उचित पोषण  प्रदान करता है और जिसकी वजह से दिमाग काफी बेहतर तरीके से काम करता है।शिलाजीत के अंदर फलविक एसिड और ताउ प्रोटीन होते हैं जो दिमाग के अंदर बेकार के निर्माण को रोकने का काम भी करते हैं।

‌‌‌सन 2013 ई के अंदर वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार वैज्ञानिकों ने कुछ ऐसे लोगों को चुना जिनके सिर मे चोटे लगी थी और उनको शिलाजीत का सेवन करने के लिए कहा गया । इसके परिणाम मे देखा गया कि शिलाजीत दिमाग की चोट मे भी काफी उपयोगी साबित होता है।

‌‌‌ shilajit ke fayde आपके दिमाग को शांत करती है

दोस्तों शिलाजीत का एक फायदा यह भी है कि यह आपके दिमाग को शांत करता है। और जो लोग तनाव के अंदर रहते हैं। जिनको चिंता अधिक होती है उनके दिमाग को शांत करने का काम शिलाजीत करता है।

‌‌‌शिलाजीत मूत्र समस्याओं को रोकता है

दोस्तों यदि किसी व्यक्ति को  मूत्र की समस्या जैसे मूत्र के अंदर जलन और पत्थरी होती है तो उसे शिलाजीत का सेवन बताया जाता है। शिलाजीत का सेवन करने से हमारा गुर्दा काफी बेहतर तरीके से काम करता है। इस प्रकार की समस्या के बारे मे एक यूजर ने लिखा कि ‌‌‌ उसे पत्थरी थी तो बाद मे एक आयुर्वेदाचार्य ने शिलाजीत का सेवन करने को बोला था। यदि आपको मूत्र के अंदर जलन है तो आप एक बार किसी डॉक्टर से संपर्क करलें । वह आपको उचित सलाह देगा ।

‌‌‌शिलाजीत खाने के लाभ उच्च ब्लड प्रेसर को कम करता है शिलाजीत

दोस्तों आजकल ब्लड प्रेसर अधिक होने की समस्या बहुत अधिक हो चुकी है। जो लोग काफी मोटे होते हैं उनके अंदर अधिक ब्लड प्रेसर की समस्या बहुत ही आम हो चुकी है। शिलाजीत ब्लड प्रेसर को कम करने का काम भी करता है।

‌‌‌शिलाजीत का सेवन करने के लिए डॉक्टर खुद बोलते हैं। ओम नामक एक व्यक्ति ने इसी बारे मे बताते हुए लिखा कि शिलाजीत खाने से पहले वह अपने बढ़े हुए रक्तचाप से परेशान था लेकिन जैसे ही इसको खाना शूरू किया  सब ठीक हो गया  हालांकि दिमाग को शांत रखना बहुत ही जरूरी होता है।

‌‌‌गठिया और सूजन का इलाज

दोस्तों गठिया दर्द आज कल बहुत ही बड़ी समस्या है। गठिया भाव का दर्द होने की वजह से जोड़ अकड़ जाते हैं और कई बार इनके अंदर सूजन भी आ जाती है। ‌‌‌शिलाजीत खाने से जोड़ों के अदर दर्द की समस्या से आराम मिलता है। यह जोड़ों के अंदर रक्त प्रवाह को बढ़ाकर दर्द का उपचार करने मे मदद करता है। इसके अलावा यह शरीर के अंदर पूराने सूजन को कम करने का काम भी करता है।

‌‌‌यौन रोगों को दूर करता है शिलाजीत

दोस्तों शिलाजीत को यौन रोगों को दूर करने वाला माना जाता है।शिलाजीत सेवन करने से शारीरिक कमजोर दूर हो जाती है। यह संबंध बनाने की इच्छा के अंदर बढ़ोतरी करता है। शिलाजीत के बारे मे उल्लेख कामाशूत्र के अंदर भी मिलता है।

 ‌‌‌जिन लोगों की शादी होने वाली होते है , वे  शिलाजीत का सेवन करते हैं ताकि उनकी शादीसुदा जिंदगी सही से चल सके । ‌‌‌शिलाजीत महिलाओं के चक्र को नियंत्रित करता है। और पुरूषों के अंदर शुक्राणुओं को हेल्दी बनाता है। कुल मिलाकर यह बांझपन को रोकने का काम करता है।

शिलाजीत के उपयोग अल्जाइमर रोग मे उपयोगी शिलाजीत

शिलाजीत के उपयोग अल्जाइमर रोग मे उपयोगी शिलाजीत

अल्जाइमर एक प्रकार का रोग है जो 30 की उम्र पार करने के बाद अधिक विकसित होता है। यह व्यवहार ,सोच और स्म्रति को प्रभावित करता है।वैज्ञानिकों का मानना है कि अल्जाइमर  रोग को धीमा करने मे इसका प्रयोग किया जा सकता है। ‌‌‌वैसे अल्जाइमर का उपचार करने के लिए दवाएं उपलब्ध हैं। शिलाजीत में फुल्विक एसिड ताऊ प्रोटीन होते हैं जो असामान्य विकार को रोक सकते हैं।और यह सूजन को कम कर सकता है। कुल मिलाकर इसके बारे मे अभी और रिसर्च किया जाने की आवश्यकता है।

टेस्टोस्टेरोन का स्तर सही करता है शिलाजीत

दोस्तों टेस्टोस्टेरोन एक पुरूष हार्मोन होता है। लेकिन कुछ पुरूषों के अंदर इसका स्तर कम होता है। जिसके परिणाम स्वरूप कई प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं। ‌‌‌इसके प्रमुख लक्षणों के अंदर आते हैं , कम काम ड्राइव , बाल झड़ना और थकान आदि ।

इसके परिणाम को जांचने के लिए पुरूषों को चुना गया जिनकी उम्र 55 साल के आस पास थी और इनके दो समूह बनाए गए । एक समूह को कम मात्रा मे या एक समय ही शिलाजीत दिया गया और दूसरे समूह को दोनो समय शिलाजीत दिया गया । ‌‌‌परिणाम मे यह देखा गया कि अधिक शिलाजीत खाने वाले समूह के अंदर टेस्टोस्टेरोन  का स्तर सही था।

‌‌‌शिलाजीत के आश्चर्यजनक फायदे पुरूष बांझपन को दूर करता है शिलाजीत

वैज्ञानिक रिसर्च के अंदर यह साफ हो चुका है कि शिलाजीत पुरूष बांझपन को दूर करने का काम करता है। इसके लिए 60 बांझ पुरूषों को वैज्ञानिकों ने लिया और शिलाजीत देने से  पहले सभी की शुक्राणु गतिशिलता को चैक किया गया ।उसके बाद ‌‌‌उनको 90 दिन तक शिलाजीत का सेवन करने के लिए दिया गया । उसके बाद फिर उनको चैक किया गया तो उनके अंदर आशाजनक सुधार पाया ।

‌‌‌बुढ़ापे को  रोकता है

old woman

 शिलाजीत फुल्विक एसिड, एक मजबूत एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं। जिसका परिणाम यह होता है कि यह कोशिकाओं की तेजी से होती क्षति को कम करता है। जिसके परिणाम स्वरूप  व्यक्ति के बुढ़ापे की गति धीमी हो जाती है।

क्रोनिक थकान सिंड्रोम मे

क्रोनिक थकान सिंड्रोम एक प्रकार की स्थिति है ,जो इंसान को बहुत अधिक थका हुआ महसूस करवाती है। जिसके परिणाम स्वरूप वह रोजमर्रा के काम करने मे काफी कठिनाई महसूस करता है। ‌‌‌ऐसी स्थिति के अंदर शिलाजीत काफी उपयोगी साबित हो सकता है। 2012 से एक अध्ययन में , शोधकर्ताओं ने 21 दिनों के लिए लैब चूहों को शिलाजीत दिया। और 21 दिनों तक चूहों को पानी के अंदर तैरने के लिए मजबूर किया गया   । प्रकाशित रिसर्च के अनुसार शिलाजीत शरीर के अंदर उर्जा को बढ़ा देता है।

किसी का जूठा खाया तो होंगे यह 12 नुकसान

हरे चने खाने से होते हैं यह शानदार फायदे hare chane khane ke fayde

dairy milk chocolate khane ke fayde or nuksan in hindi

स्लेट पेंसिल खाने के फायदे और नुकसान advantages and disadvantages of eating slate pencil

‌‌‌एनिमिया मे शिलाजीत के फायदे

‌‌‌लोहे की कमी की वजह से एनिमिया हो जाता है। आमतौर पर यह लोहे के अवशोषण की वजह से हो जाता है।इसके प्रमुख लक्षणों के अंदर थकान ,सिरदर्द , दुर्बलता आदि हैं। ‌‌‌वैज्ञानिकों के अनुसार शिलाजीत लौहे के स्तर को बढ़ा सकती है। इस संबंध मे चूहों पर किये गए प्रयोग से पता चला है कि जिन चूहों को अधिम मात्रा के अंदर शिलाजीत दिया गया था उनके अंदर  हीमोग्लोबिन, हेमटोक्रिट और लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या अधिक थी।

‌‌‌दिल की सेहत के लिए

ब्रोकन हर्ट सिंड्रोम क्या होता

दोस्तों चूहों पर किये गए एक प्रयोग मे यह सामने आया है कि दिल की सेहत के लिए शिलाजीत बहुत ही उपयोगी है। हालांकि इस प्रकार के प्रयोग अभी शुरूआती अवस्था के अंदर हैं।

‌‌‌मधुमेह के लिए उपयोगी

दोस्तों शिलाजीत मधुमेह के लिए भी उपयोगी होता है।यह शरीर के अंदर मौजूद रक्त शर्करा के स्तर को कम करता है और मधुमेह के अंदर सुधार लाता है। मधुमेह के रोगियों को एक बार इसका प्रयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य ही लेलेनी चाहिए । ‌‌‌शिलाजीत रक्त के अंदर ग्लूकोज के स्तर को कम करने का काम करता है। जिसके परिणाम स्वरूप मधुमेह से होने वाला नुकसान कम हो जाता है।

‌‌‌काम इच्छा को बढ़ाने मे

दोस्तों शिलाजीत का प्रयोग काम इच्छा को बढ़ाने मे भी किया जाता है। जैसे जैसे उम्र के अंदर बढ़ोतरी होती है काम इच्छा कम होती चली जाती है। जिसका परिणाम यह होता है कि विवाहित जिंदगी नर्क बन जाती है। ‌‌‌काम इच्छा को बढ़ाने के लिए शिलाजीत का प्रयेाग किया जाता है।

‌‌‌शीघ्रपतन की समस्या को दूर करता है

दोस्तो शीलाजीत शीघ्रपतन की समस्या को दूर करने का काम भी करता है। आजकल के युवाओं मे यह समस्या बहुत अधिक देखने को मिलती है। और यदि आपको भी यह समस्या है तो इसको ट्राई कर सकते हैं । लेकिन इसका उपयोग करने से पहले किसी डॉक्टर से सलाह अवश्य ही लें ।

‌‌‌कैंसर से बचाव मे मदद करता है शिलाजीत

दोस्तों शिलाजीत कैंसर से बचाव मे मदद करने का काम भी करता है। यदि कैंसर की संभावना को कम करना चाहते हैं तो इसका सेवन करना चाहिए । हालांकि इसका सेवन अधिक नहीं किया जाना चाहिए । वरना नुकसान हो सकता है।

‌‌‌शिलाजीत के नुकसान shilajit ke nuksan

‌‌‌शिलाजीत के नुकसान shilajit ke nuksan

दोस्तों वैसे तो शिलाजीत के कोई खास नुकसान नहीं हैं। लेकिन उसके बाद भी इसका प्रयोग सोच समझ कर ही करना चाहिए । यह कुछ लोगों के अंदर समस्या पैदा कर सकता है।

‌‌‌अधिक ब्लड प्रेसर वाले लोग सेवन ना करें

दोस्तों जिन लोगों का ब्लड प्रेसर अधिक रहता है उनको यह सेवन नहीं करना चाहिए । क्योंकि यह ब्लड प्रेसर को और अधिक बढ़ा सकता है। लेकिन जिन लोगों का ब्लड प्रेसर कम है वे इसका सेवन कर सकते हैं।

‌‌‌नकली शिलाजीत से सावधान रहें

बाजार के अंदर अनेक प्रकार के शिलाजीत मिलते हैं आपको चाहिए कि आप केवल अच्छे ब्रांड का शिलाजीत ही खरीदें । यदि वह नकली है तो आपको फायदा के बजाय नुकसान हो सकता है।

‌‌‌एलर्जी की समस्या

कुछ लोगों के अंदर शिलाजीत खाने के बाद एलर्जी की समस्या हो सकती है। यदि आपको शिलाजीत खाने के बाद हर जगह पर खुजली होने लगे तो आपको इसको तुरन्त ही लेना बंद कर देना चाहिए और किसी डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए ।

‌‌‌दूसरी दवा खाते समय शिलाजीत का सेवन ना करें

दोस्तों यदि आप कोई पहले से ही दवा खा रहे हैं तो शिलाजीत का सेवन नहीं करना चाहिए । क्योंकि यह बहुत अधिक नुकसान कर सकता है। यदि आप सेवन करना चाहते हैं तो एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करें ।

‌‌‌पैरों मे जल होना

शिलाजीत खाने से कुछ लोगों ने पैरों के अंदर जलन होने की शिकायत भी की है। यदि आपके साथ ऐसा हो रहा है तो एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क कर लेना चाहिए ।

‌‌‌गर्भवती महिलाओं को इसका सेवन नहीं करना चाहिए

दोस्तो शिलाजीत का सेवन गर्भवती महिलाओं को नहीं करना चाहिए । यदि वे ऐसा करती हैं तो उनको नुकसान हो सकता है। और इस बारे मे अधिक जानने के लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क करसकती हैं।

  शिलाजीत, जिसे शिलाजीत, मुमीजो और मोमिया के नाम से भी जाना जाता है, का उपयोग आयुर्वेद में पारंपरिक भारतीय चिकित्सा पद्धति  में किया जाता है।चरक संहिता में, शिलाजीत को सोना, चांदी, तांबा और लोहे के उत्पाद के रूप में वर्णित किया गया है, जबकि सुश्रुत संहिता में इसकी रचना में दो और खनिज, सीसा और जस्ता शामिल हैं ।

लोहे की कमी से मांसपेशियों में मायोग्लोबिन कम हो जाती है, जो खराब शारीरिक सहनशीलता का कारण बनती है। लोहे की कमी वाले एनीमिया के साथ होने वाले रक्त की कम ऑक्सीजन-वहन क्षमता आगे मायोग्लोबिन की कमी से संबंधित लक्षणों को बढ़ाती है लोहे की कमी से ट्रिपैनोसोमा क्रेज़ी संक्रमण हो जाता है, जिससे मनुष्यों में अनुभूति और सीखने की ‌‌‌जैसी समस्याएं कम हो जाती हैं। शिलाजीत खाने का तरीका  लेख के अंदर हमने शिलाजीत के लेने के तरीकों और फायदों के बारे मे विस्तार से जाना

‌‌‌असली और नकली शिलाजीत के बारे मे कैसे पहचाने

दोस्तों वैसे तो आपको मार्केट के अंदर हर जगह पर आसानी से शिलाजीत मिल जाएगा । लेकिन आपके दिमाग के अंदर यह भी आता है।कि असली और नकली शिलाजीत को किस तरह से पहचाने ? यदि आप नकली शिलाजीत का उपयोग करते हैं तो उसके बाद इसका कोई भी फायदा आपको नहीं ‌‌‌ मिलेगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और यही आपके लिए सही होगा ।

शिलाजीत की गंध कैसी होती है

दोस्तों सबसे पहले आप असली शिलाजीत को गंध से पहचान सकते हैं।आपको बतादें कि शुद्ध शिलाजीत के अंदर काफी गहरी गंध होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।

हर्बल, तीखा, स्मोकी और टार जैसी गंध होती है। यदि आपके शिलाजीत के अंदर इस तरह की गंध आती है तो उसके बाद आपको समझ जाना चाहिए कि आप जो शिलाजीत का उपयोग कर रहे हैं वह असली है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।

तापमान परीक्षण (Temperature Test)

‌‌‌दोस्तों आपको पता होना चाहिए कि यदि आप शिलाजीत के सही होने के बारे मे परीक्षण करना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले करना यह होगा कि आप शिलाजीत को गर्म करना होगा । यदि गर्म करने के बाद यदि यह नर्म हो जाता है तो इसका मतलब यह है कि आप जो शिलाजीत यूज कर रहे हैं वह असली है नकली नहीं है। इसके अलावा ‌‌‌यदि आप उसको फ्रीज के अंदर रखते हैं तो उसके बाद आपको पता होना चाहिए कि असली शिलाजीत जम जाता है। यदि शिलाजीत नकली है तो वह नहीं जमेगा । इस तरह से आप समझ सकते हैं कि आपके पास जो शिलाजीत है वह असली है या फिर नकली है।

घुलनशीलता परीक्षण (Solubility Test)

शिलाजीत की गंध कैसी होती है
.SnarkleBadger – अपना काम, CC BY-SA 4.0

दोस्तों यदि आपके पास असली शिलाजीत होता है तो आप उसको गर्म पानी और  दूध के अंदर डालते हैं तो वह कुछ ही समय के अंदर घुल जाता है। और असली शिलाजीत पूरी तरह से गर्म पानी या दूध के अंदर घुल जाता है। यदि शिलाजीत गर्म पानी और दूध के अंदर नहीं घुल रहा है तो इसका मतलब ‌‌‌यह है कि आपके पास जो शिलाजीत है वह नकली हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते है।

बर्न टेस्ट (Burn Test)

आप यदि शिलाजीत को पहचानना चाहते हैं तो आपको शिलाजीत को एक मोमबती से आपको जलाना होगा । यदि आपके पास शिलाजीत असली होगा तो यह जलेगा नहीं और बुदबुदाएगा और राख ही पैदा करेगा । आप इस बात को समझ सकते हैं। तो इसकी मदद से आप पहचान सकते हैं कि शिलाजीत असली है या फिर नकली ।

एल्कोहल परीक्षण (Alcohol Test)

दोस्तों इसके अलावा आप यह पता लगा सकते हैं कि यदि शिलाजीत असली है तो उसके बाद यह शराब के अंदर नहीं घुलेगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। यदि आपका शिलाजीत शराब के अंदर नहीं घुलता है तो इसका मतलब शिलाजीत असली नहीं है।

पति को शराब छूटाने के बेहतरीन उपाय के बारे मे जानकारी

‌‌‌अरबी खाने के 24 ‌‌‌जबरदस्त फायदे ‌‌‌और नुकसान ‌‌‌के बारे मे जाने  arbi khane ke fayde  

‌‌‌top नींद की गोली का नाम ‌‌‌और इनके फायदे और नुकसान के बारे मे जानकारी 

‌‌‌बैंगन खाने के 18 फायदे ‌‌‌और नुकसान bengan khane ke fayde

ब्रह्मचर्य पालन के 24 रियल फायदे के बारे मे जाने brahmacharya ke fayde

सिसोदिया वंश की कुलदेवी का नाम और इतिहास के बारे मे जानकारी

‌‌‌विज्ञापन के 14 फायदे और नुकसान के बारे मे जानकारी

‌‌‌विटामिन बी के बारे मे जानकारी  vitamin b kisme paya jata hai ?

‌‌‌संतरे खाने के 20 जबरदस्त फायदे ‌‌‌और नुकसान के बारे मे जानकारी

‌‌‌जल्दी शादी के 45 जबरदस्त उपाय jaldi shadi ke upay for girls and boy

Leave a Reply

arif khan

‌‌‌हैलो फ्रेंड मेरा नाम arif khan है और मुझे लिखना सबसे अधिक पसंद है। इस ब्लॉग पर मैं अपने विचार शैयर करता हूं । यदि आपको यह ब्लॉग अच्छा लगता है तो कमेंट करें और अपने फ्रेंड के साथ शैयर करें ।‌‌‌मैंने आज से लगभग 10 साल पहले लिखना शूरू किया था। अब रोजाना लिखता रहता हूं । ‌‌‌असल मे मैं अधिकतर जनरल विषयों पर लिखना पसंद करता हूं। और अधिकतर न्यूज और सामान्य विषयों के बारे मे लिखता हूं ।