स्लेट पेंसिल खाने के नुकसान और फायदे Advantages and disadvantages of eating slate pencil

slate pencil khane ke nuksan स्लेट पेंसिल खाने के नुकसान इस लेख के अंदर हम स्लेट पेंसिल खाने के फायदे Advantages and disadvantages of eating slate pencil और नुकसान और हिंदी में स्लेट पेंसिल खाने समस्याओं के बारे मे चर्चा करेंगे । दोस्तों आपको पता होगा जब आप और हम छोटे थे तो यह गलती करते थे । हम जब छोटे थे तो घर वाले स्कूल जाने के लिए एक पटटी और स्लेट पेंसिल लाकर देते थे । पहले कुछ ज्यादा तो पता था ‌‌‌और स्लेट  पेंसिल से लिखते कम थे और उसे खाते ज्यादा थे ।

 ऐसी हरकत करने की वजह से कई बार मां पिता जी की डांट भी पड़ती थी और धुलाई होना भी आम बात होती थी। दोस्तों स्लेट  पेंसिल खाने के नुकसान के बारे मे उस वक्त तो पता नहीं था माता पिता बहुत समझाते थे कि यह खाने की चीज नहीं है।

स्लेट पेंसिल खाने के फायदे और नुकसान

लेकिन उसके ‌‌‌उसके बाद भी उसको खाने का मन करता था। क्योंकि वह उस समय काफी स्वाद लगती थी। खैर दोस्तों वो समय अब जा चुका है। लेकिन यदि आपके घर के अंदर जो बच्चे हैं उनको समय समय पर देखते रहें । क्योंकि वे भी इस प्रकार की आदतों के शिकार हो सकते हैं। जो कि गलत हैं।

स्लेट पेंसिल का एक लंबा और विविध इतिहास है। वे पहली बार 16 वीं शताब्दी में उत्तरी इटली में विकसित हुए थे, जहाँ उनका उपयोग स्लेट बोर्ड पर लिखने के लिए किया जाता था। 17वीं शताब्दी में, वे फ्रांस और इंग्लैंड में फैल गए, जहां उनका मुख्य रूप से ड्राइंग और स्केचिंग के लिए उपयोग किया जाता था। समय के साथ, वे लेखन उपकरण के रूप में और अधिक लोकप्रिय हो गए और स्कूल पाठ्यक्रम का एक अनिवार्य हिस्सा बन गए। आज, स्लेट पेंसिल अभी भी ड्राइंग और स्केचिंग के लिए व्यापक रूप से उपयोग की जाती हैं, लेकिन वे अपने बहुमुखी स्वभाव के कारण कलाकारों और लेखकों के बीच भी लोकप्रिय हैं। उनका उपयोग मोटे ड्राफ्ट या तैयार काम के लिए किया जा सकता है, जिससे वे किसी भी रचनात्मक परियोजना के लिए एक आदर्श उपकरण बन जाते हैं।

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स्लेट पेंसिल खाने के फायदे Benefits of eating slate pencil

‌‌‌दोस्तों इस लेख को लिखने से पहले हमने कई इंटरनेट पर रिसर्च पेपर को पढ़ा लेकिन कहीं पर भी हमे यह नहीं मिला की स्लेट पेंसिल खाने के फायदे होते हैं। वरन यही लिखा मिला कि स्लेट पेंसिल खाने से फायदे तो कुछ होते नहीं है। वरन नुकसान हो सकते हैं।

‌‌‌दोस्तों कुछ जगहों पर गलत मान्यताएं प्रचलित हैं। स्लेट  पेंसिल को अधिकतर ग्रामिण ईलाकों के अंदर गर्भवति महिलाएं और बच्चे खाते हैं क्योंकि उन पर सही से ध्यान नहीं दिया जाता है। यही वजह है कि काफी ज्यादा स्लेट  पेंसिल की मांग ग्रामिण इलाकों के अंदर होती है।

‌‌‌आमतौर पर यह मान्यता प्रचलित है कि यदि कोई गर्भवति महिला स्लेट  पेंसिल खाती है तो यह उसके शरीर के अंदर पल रहे बच्चे के लिए कैल्शियम की आपूर्ति कर सकता है। लेकिन यह सच नहीं है । डॉक्टरों के अनुसार यह एक बीमारी से ज्यादा कुछ भी नहीं है। ‌‌‌डॉक्टरों के अनुसार पेंसिल खाना गर्भवति महिलाओं के लिए ठीक नहीं है। यदि कोई महिला पेंसिल खाती है तो उसे खून की कमी हो सकती है। और ऐसी स्थिति के अंदर डॉक्टर की सलाह बहुत अधिक आवश्यक होती है।

स्लेट पेंसिल खाने ‌‌‌की लत कैसे विकसित होती है स्लेट पेंसिल खाने के नुकसान

‌‌‌स्लेट पेंसिल खाने की लत के विकसित होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। आमतौर पर इन कारणों पर यदि ध्यान दिया जाए तो इस आदत से छूटकारा पाया जा सकता है या फिर समय से पहले इसको विकसित करने से रोका जा सकता है। तो आइए जानते हैं। इसके कारणों के बारे मे ।

‌‌‌बच्चों पर ध्यान नहीं देना

होली पर हास्य कविता

दोस्तों अक्सर कुछ माता पिता अपने छोटे बच्चों के प्रति काफी लापरवाह होते हैं। वे बच्चे पर कुछ खास ध्यान नहीं देते हैं। जैसे कि कुछ बच्चों को रेत के अंदर छोड़ा जाता है और वे खेलते खेलते रेत खा लेते हैं। माता पिता बस थोड़ा फटकारते हैं और दूसरे दिन भी उसे रेत के ‌‌‌अंदर ही छोड़ देते हैं तो ऐसी स्थिति के अंदर वह रेत खाना सीख जाता है। और जब उसे लिखने के लिए स्लेट  पेंसिल दी जाती है तो वह उसे भी खाने लग जाता है। इस तरह से बच्चे के अंदर स्लेट  पेंसिल खाने की आदत पड़ जाती है।

‌‌‌गर्भवति महिलाओं पर ध्यान देना

कुछ गर्भवति महिलाओं  पर भी उसके घर वाले कुछ भी ध्यान नहीं दते हैं और  वे पेंसिल खाना शूरू कर देती है। आमतौर पर यदि किसी महिला की पेंसिल खाने की रूचि पैदा हो गई है तो स्लेट  पेंसिल को घर के अंदर नहीं रखना चाहिए । हालांकि हर गर्भवति महिला ऐसा नहीं करती है।

‌‌‌गर्भवती महिलाओं मे खून की कमी

दोस्तों आमतौर पर डॉक्टर यह कहते हैं कि जिन गर्भवती महिलाओं के अंदर खून की कमी होती है उनकी स्लेट  पेंसिल खाने की इच्छा अधिक होती है। ऐसी स्थिति के अंदर ध्यान देने की आवश्यकता है।

‌‌‌स्वाद लगने के कारण

दोस्तों कुछ बच्चे अनजाने के अंदर चॉक या स्लेट  पेंसिल खा लेते हैं। और उसके बाद उनको इसका स्वाद इतना अधिक पसंद आ जाता है कि बाद मे वे उसे हमेशा ही खाने की कोशिश करते हैं। यह शारीरिक रूप से समर्थित हो सकता है। क्योंकि कुछ ऐसी घटनाएं भी सामने आई हैं। ‌‌‌जिससे पता चलता है कि कुछ लोग आश्चर्यजनक रूप से इन चीजों को बहुत अधिक पसंद करने लगते हैं।

‌‌‌दिमाग के कैमिकल्स का अनियंत्रित होना

दोस्तों हमारे दिमाग के अंदर कई प्रकार के कैमिकल्स होते हैं। और उनका स्त्राव संतुलित होता है लेकिन यदि उसका स्त्राव असंतुलित हो जाता है तो हमारे शरीर के अंदर अलग अलग प्रकार की रूचियां पैदा हो जाती हैं। जैसे किसी को प्रेट्रोल पीना अच्छा लग सकता ‌‌‌तो किसी को स्लेट  पेंसिल खाना भी अच्छा लग सकता है।

‌‌‌जिंक और आयरन की कमी से चॉक खाना

दोस्तों कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि यदि किसी व्यक्ति के शरीर के अंदर जिंक और आयरन की काफी कमी होती है तो वह स्लेट  पेसिंल या फिर चॉक खाना पसंद कर सकता है। इसके लिए व्यक्ति चेकअप करवाना चाहिए।

‌‌‌ओसिडी विकार की वजह से स्लेट  पेंसिल खाना

कई बार बच्चो के अंदर ओसिडी विकार हो जाता है। ओसिडी हो जाने की स्थिति के अंदर बार बार आपके दिमाग के अंदर अनुचित विचार आने लगते हैं और आप उसे रोकने की कोशिश भी करते हैं। लेकिन आप ऐसा करने मे कामयाब नहीं होते हैं। ‌‌‌और ओसिडी की वजह सें भी कुछ बच्चे स्लेट  पेंसिल खाने लगते हैं।

स्लेट पेंसिल खाने के नुकसान Disadvantages of eating slate pencils

‌‌‌दोस्तों स्लेट  पेंसिल का सेवन यदि आप के घर का कोई बच्चा करता है तो इसके कई नुकसान हो सकते हैं। यदि आप इन नुकसानों के बारे मे नहीं जानते हैं तो नीचे दी गई लिस्ट को पढ़कर जान सकते हैं। ‌‌‌इन सबके अलावा कई बीमारियां भी हो सकती हैं।

‌‌‌स्लेट पेंसिल खाने के नुकसान दांतो मे समस्या

यदि बच्चा स्लेट पेंसिल खाता है तो उसके दांतों को गम्भीर नुकसान हो सकते हैं। दांत टूट सकते हैं और दांत कमजोर होते हैं। क्योंकि इससे जबड़े पर भी बुरा असर पड़ता है।

‌‌‌ स्लेट पेंसिल खाने के नुकसान पोषण की कमी होना

दोस्तों अक्सर जो बच्चे स्लेट  पेंसिल खाते हैं। वे आम भोजन को खाना कम कर देते हैं। और ऐसा करने से उनके शरीर के अंदर पोषक तत्वों की कमी हो सकती है। और यह पोषक तत्वों की कमी दूसरी बीमारियों को न्यौता देता है। आपका बच्चा कमजोर हो सकता है और उसका वजन कम हो सकता है।

‌‌‌संक्रमण का जोखिम

स्लेट  पेंसिल खाने का एक नुकसान यह भी है कि इससे  संक्रमण हो सकता है। स्लेट  पेंसिल को बच्चे यहां वहां रेत के अंदर गिराते हैं और रेत मे मौजूद परजीवी उसके साथ चिपक सकते हैं। जब बच्चा इसको मुंह के अंदर लेता है तो यह उसके शरीर के अंदर जा सकते हैं ।

‌‌‌दिमाग पर बुरा प्रभाव

दोस्तों डॉक्टर बताते हैं कि स्लेट  पेंसिल और दूसरी चीजें खाने से दिमाग पर बुरा असर पड़ सकता है और बालक के सोचने और समझने की क्षमता कम हो सकती है।इन सब चीजों से शरीर के अंदर विषाक्तता जा सकती है। और ऐसा होने से दिमाग भी क्षतिग्रस्त हो सकता है।

‌‌‌कब्ज की समस्या

आमतौर पर स्लेट  पेंसिल खाने का नुकसान यह है कि यह कब्ज पैदा करती है। जब बच्चे इसको खाते हैं तो यह शरीर के अंदर चली जाती है और हमारा शरीर इसको पचा नहीं पाता है।बच्चे की आंतों के अंदर ऐसा करने से रूकावट आ सकती है जो आपके लिए एक गम्भीर परेशानी बन सकती है।

‌‌‌किडनी पर बुरा असर

स्लेट  पेंसिल और दूसरे पदार्थों के अंदर खतरनाख बैक्टिरिया पाये जाते हैं जो इनके खाने के साथ ही आपके शरीर के अंदर चले जाते हैं और उसके बाद कडनी के अंदर संक्रमण कर सकते हैं। एक तरह से यह बहुत ही बुरी स्थिति होती है।

‌‌‌स्लेट  पेंसिल खाना एक पिका रोग हो सकता है?

‌‌‌स्लेट  पेंसिल खाना एक पिका रोग हो सकता है?

दोस्तों आपने सुना और देखा होगा कि कुछ लोगों को अजीब चीजों के खाने की आदत होती है। जैसे रेत ,मिटटी ,कंकड आदि । यह सब पिका विकार के लक्षण हो सकते हैं। पिका विकार से ग्रस्ति लोग इस प्रकार के पदार्थों का सेवन करना पसंद करते हैं और लगातार लंबे समय ‌‌‌तक इनका सेवन करते रहते हैं।

‌‌‌यह एक एक रासायनिक असंतुलन, एक पोषण संबंधी कमी जैसे कि लोहे की कमी या जुनूनी बाध्यकारी विकार हो सकता है।ऐसे व्यक्ति को कई प्रकार की समस्याएं पैदा हो सकती हैं जैसे परजीवी संक्रमण, अल्सर, आंतों के अवरोधों आदि ।‌‌‌इन सबके अलाव यदि कोई धातु का सेवन करता है तो उसकी आंत के अंदर छेद भी हो सकता है।

‌‌‌यदि बच्चों के अंदर आयरन, ज़िंक  आदि की कमी होने पर वे असामान्य चीजों को खाने की इच्छा कर सकते हैं। इन सबके अलावा किसी को माता पिता का प्यार ना मिला हो या बुरा हादसा , उत्पीडन आदि स्थिति के अंदर भी बच्चे ऐसा कर सकते हैं।

‌‌‌पहले तो पिका विकार को केवल एक मेडिकल रोग ही माना जाता था। लेकिन अब पिका विकार को एक मेडिकल रेाग के साथ साथ एक मनोवैज्ञानिक रोग के नाम से भी जाना जाता है। और इस रोग को दूर करने के लिए रोगी के परिवारिक प्रष्ठ भूमी का अध्ययन करना भी जरूरी हो जाता है।

‌‌‌मनोवैज्ञानिक बताते हैं कि अभी तक पिका का पता लगाने के लिए कोई भी टेस्ट मौजूद नहीं है। यदि कोई बच्चा एक महिने तक चॉक , स्लेट  पेंसिल वैगरह खाता है तो वह पिका का मरीज हो सकता है।पिका के रोगी के अंदर जिंक और आयरन के स्तर का पता लगाया जाता है। और यदि इसका स्तर जरूरी स्तर से कम होता है।

‌‌‌तो फिर उसे पिका का मरीज माना जाता है। मनप्रीत कौर नामक एक 10 साल के लड़के को स्लेट  पेंसिल खाने की बुरी लत थी और उसके माता पिता ने उसको बहुत अधिक समझाया लेकिन वह चाह कर भी अपनी इस आदत को छोड़ नहीं पा रहा था। तो उसे डॉक्टर के पास लेकर जाया गया ।‌‌‌डॉक्टर ने उसका पूरा विष्लेषण किया तो पता चला कि उसके बचपन मे  सौतेले पिता ने उत्पीडन किया था। बाद मे कई दिन तक उसका उपचार चलता रहा ।

‌‌‌25 वर्षिय स्टेकी काउले को चॉक खाने की बुरी लत लग चुकी है। उसको यह लत 12 साल की उम्र के अंदर ही लग चुकी थी। उसने इसके बारे मे किसी को भी नहीं बताया था। एक न्यूज वेबसाइट के अनुसार महिला को चॉक खाना एक तरह से अंतरग संबंध से भी मजेदार लगता है।

‌‌‌अब तो उसने अपनी मैरीज लाइफ को भी अलविदा कह दिया है।महिला का कहना है कि वह हर सप्ताह चॉक के उपर 800 रूपये खर्च कर देती है और उसे चॉक का स्टेक्चर बहुत अधिक पसंद है। महिला को पिका नामक बीमारी है। जिसकी वजह से उसे चॉक खाना अच्छा लगता है।‌‌‌वह फूड जिसके अंदर कोई भी पोषक तत्व नहीं है।

‌‌‌एक अन्य जानकारी के अनुसार एक 13 साल की बच्ची को स्लेट  पैंसिल के अलावा कंकड पत्थर खाने की लत थी। और उसको इसके लिए कई बार अस्पताल के अंदर भी भर्ती करवाया जा चुका है । उसकी मां उसे अकेला छोड़ने से कतराती है क्योंकि ऐसा करना खतरे से खाली नहीं है। अब उसकी मां उसके लिए एक विशेष ‌‌‌की व्यवस्था करने की सोच रही है जो उसको इन सब चीजों से दूर रख सके ।

25 वर्षीय रिबैका अदिमोरा को चॉक खाने की लत लग गई जबकि वह गर्भवति थी । महिला ने हाल ही के अंदर एक बच्चे को जन्म दिया है। महिला ने बताया कि पता नहीं गर्भावस्था के अंदर चोक खाना इतना पसंद कैसे आता है? यह उसका दूसरा बच्चा था। पहले बच्चे के जन्म के समय उसे टॉयलेट पेपर खाने की लत थी।

‌‌‌हालांकि डॉक्टर के अनुसार महिला को यह लत खून की कमी की वजह से लगी थी और जब उसे खून बढ़ाने वाली गोली दी गई तो उसके अंदर चॉक खाने की आदत मे कमी आ गई थी।

‌‌‌स्लेटी खाने के नुकसान पेट दर्द और उल्टी का होना

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दोस्तों यदि आप स्लेटी का सेवन करते हैं तो इसकी वजह से आपको पेट दर्द भी हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । क्योंकि यह स्लेटी के साइड इफेक्ट होते हैं। यदि आपको स्लेटी खाने के बाद पेट दर्द की समस्या हो रही है। तो उसके बाद आपको ‌‌‌ एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देती है आपको उसका पालन करना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा । आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌मुंह की परत को नुकसान पहुंचा सकती है स्लेटी का सेवन करना

दोस्तों यदि आप स्लेटी का सेवन करते हैं तो इसका एक नुकसान यह होता है कि यह आपकी जीभ को नुकसान पहुंचाने का काम करती है। इसलिए आपको स्लेटी नहीं खाना चाहिए । आप इस बात को समझ सकते हैं।इसका प्रभाव स्वाद कलियों, जीभ और पूरे मुंह पर भी पड़ता है। नतीजतन, आप किसी भी मसालेदार, गर्म या खट्टे भोजन या गर्म पेय पदार्थों का सेवन नहीं कर सकते।

‌‌‌आंतों के अंदर रूकावट का कारण बन सकती है स्लेटी

दोस्तों यदि आप स्लेटी का सेवन करते हैं तो आपको बतादें कि यह आपके शरीर को काफी अधिक नुकसान पहुंचा सकती है। इसका सबसे बड़ा नुकसान यह है कि यह आपकी आंतों के अंदर रूकावट का कारण बन सकती है। जिससे कि आपको काफी अधिक परेशानी हो सकती है।

‌‌‌स्लेटी खाने के नुकसान मन को केंद्रित करने मे समस्या

दोस्तों यदि आप स्लेटी का सेवन करते हैं तो इसकी वजह से यह भी एक प्रकार का काफी बड़ा नुकसान हो सकता है। इसकी वजह से आपका मन विचलित हो सकता है और आपको मन को केंद्रित करने मे काफी अधिक कठिनाई हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए। ‌‌‌ आप इस बात को समझ सकते हैं। इसलिए यदि कोई स्टूडेंट स्लेटी का सेवन करता है तो उसके मन की एकाग्रता पर भी इसका बुरा असर पड़ता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌बच्चा कूपोषित पैदा हो सकता है

दोस्तों आपको यह पता होना चाहिए  कि यदि आप एक गर्भवति महिला हैं और स्लेटी का सेवन करती हैं तो इसके अपने नुकसान हो सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और इसकी वजह से बच्चा कूपोषित पैदा हो सकता है। क्योंकि स्लेटी के अंदर लेड होता है जोकि नुकसान ‌‌‌ का कारण बन सकता है। इसलिए आपको स्लेटी का सेवन नहीं करना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकती हैं और यही आपके लिए सही होगा ।

पेट परजीवी का होना

दोस्तों जैसा कि आपको पता होगा कि चाक की वजह से आपके पेट के अंदर परजीवी आसानी से पनप सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। इसलिए आपके लिए यही बेहतर होगा कि आपको स्लेटी का सेवन नहीं करना चाहिए ।

ऐसा कोई नहीं है जो आंतों के परजीवी के बारे में नहीं जानता हो। वे वास्तव में एक आम समस्या हैं, और वे बहुत सारी समस्याएं पैदा कर सकते हैं। कुछ सबसे आम राउंडवॉर्म, हुकवर्म और टैपवार्म हैं। ये सभी कीड़े हैं जो आंतों में रहते हैं। कभी-कभी लोग उन्हें गंदा खाना या पानी खाने से प्राप्त करते हैं, लेकिन वे उन्हें किसी और से भी प्राप्त कर सकते हैं जिसके पास ये हैं।

आंतों परजीवी के साथ सबसे बड़ी समस्या यह है कि वे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, राउंडवॉर्म आंतों में बिलहर्ज़िया नामक संक्रमण पैदा कर सकते हैं। इससे लीवर खराब हो सकता है और मौत भी हो सकती है। हुकवर्म भारी दस्त और यहां तक कि पेट के कैंसर का कारण बन सकते हैं। और यदि अनुपचारित छोड़ दिया जाए तो टैपवार्म पेट में गंभीर दर्द और मृत्यु भी पैदा कर सकते हैं।

‌‌‌पथरी का होना

दोस्तों यदि आप चॉक या स्लेटी का सेवन करते हैं तो इसका एक नुकसान यह भी हो सकता है कि इसका जो कचरा होता है वे आपके पेट के अंदर जमा होता जाएगा । और उसके बाद यह पथरी का रूप ले सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। ‌‌‌यदि आप नहीं चाहते हैं कि आपके पेट के अंदर पत्थरी हो तो उसके बाद आपको स्लेटी का सेवन नहीं करना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।

‌‌‌पेट के अंदर जलन

दोस्तों आपको बतादें कि यदि आप स्लेटी का सेवन करते हैं तो इसकी वजह से आपके पेट के अंदर जलन भी हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि आपको स्लेटी खाने के बाद पेट मे जलन हो  रही है तो उसके बाद आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए । ‌‌‌और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌कैंसर का विकास होना

दोस्तों आपको पता होगा कि स्लेटी खाने के लिए नहीं वरन लिखने के लिए बनी है। यदि आप काफी लंबे समय से इसको खाते हैं तो इसके अंदर लेड होता है जोकि आपके शरीर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है और इसकी वजह से आपके अंदर कैंसर का विकास हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना ‌‌‌ चाहिए ।

‌‌‌कैसे पता करें की बच्चा स्लेट  पेंसिल खाता हैया नहीं ?

‌‌‌दोस्तों स्लेट  पेंसिल जब कोई खाता है तो वह पहले पहले छुप छुप कर ही खाता है । यदि माता पिता अपने बच्चे का सही से इन्वेस्टीगेशन नहीं करते हैं तो उनका पता नहीं चल पाता है कि उनका बच्चा स्लेट  पेंसिल खा रहा है या नहीं ? ‌‌‌यदि आपके घर के अंदर भी कोई बच्चा है तो आप चैक कर सकते हैं कि वह ऐसा कर रहा है या नहीं ?

‌‌‌बच्चे को लिमिट की ही स्लेट  पेंसिल देवे

कुछ माता पिता अपने बच्चों को पूरा स्लेट  पेंसिल का पुड़ा ही थमा देते हैं। जिसके परिणाम स्वरूप यदि बच्चा स्लेट  पेंसिल खाता भी है तो माता पिता को यह पता नहीं चल पाता है।‌‌‌और जब उसे कम मात्रा के अंदर स्लेट  पैंसल देंगे तो वह बार बार आपके पास आएगा और मांगे तो आप उसे आसानी से सवाल पूछ सकते हैं । और यह आपको जागरूक करने का तरीका भी होगा ।

‌‌‌बच्चे के सहपाठियों से पूछें

यदि आपको इस बात का शक है कि आपका बच्चा चुपके से स्लेट  पेंसिल खाता है तो आप कन्फोर्म करने के लिए बच्चे के सहपाठियों से पूछ सकते हैं। और आपको पता ही होगा  कि अधिकतर बच्चे सहपाठियों के साथ मिलकर स्लेट  पैंसिल खाते हैं।

‌‌‌बार बार पैंसिल की मांग

यदि आपका बच्चा बार बार स्लेट  पैंसिल की मांग करता है तो कहीं ना कहीं यह इस बात का इशारा हो सकता है कि आपका बच्चा स्लेट  पैंसिल खाता हो आप एक बार सही से चैक कर सकते हैं।

‌‌‌स्लेट  पैंसिल की लत से छूटकारा पाने के उपाय Remedy to get rid of gray pencil addiction

स्लेट  पैंसिल की लत से छूटकारा पाने के उपाय

दोस्तों अब तक तो हमने स्लेट  पैंसिल खाने के फायदे और नुकसान के बारे मे जाना लेकिन अब जानते हैं कि बच्चों को सलेटी पैंसिल की लत से छूटकारा कैसे दिलाया जा सकता है? और इसके लिए आपको क्या क्या करना होगा । किन सावधानियों को रखना होगा ।

‌‌‌बच्चे की देखभाल सही से करें

बहुत से माता पिता ऐसे होते हैं जोकि अपने बच्चे के बारे मे कुछ भी ध्यान नहीं रखते हैं। जैसे कि वो स्कूल जा रहा है तो वहां पर क्या करता है? और क्या उसका रहन सहन वैगरह । यदि आप अपने बच्चे का अच्छे से ध्यान रखेंगे तो आपका बच्चा यदि स्लेट  पेंसिल खाएगा तो आप उसे पहले से ही रोक सकते हैं। और यह एक आदत विकसित होने से बच जाएगा । एक माता पिता का पहला कदम यही होना चाहिए।

‌‌‌बच्चे को उचित पोषण दें

जैसा कि डॉक्टर बताते हैं। बच्चे तब अधिक स्लैटी पैंसिल खाते हैं जब उनके अंदर पोषक तत्वों की कमी है। इनके अंदर आयरन और जिंक आते हैं। आप अपने बच्चे को आयरन और जिंक से भरपूर फूड खाने को दे सकते हैं।इन फूड के अंदर मूंगफली तिल और लहसुन आते हैं।‌‌‌जब आप अपने बच्चे को पोषक तत्वों से भरपूर खाना देंगे तो उसके दिमाग के अंदर इस प्रकार का विचार भी नहीं आएगा । क्योंकि उसे ऐसा करना अच्छा नहीं लगेगा ।

‌‌‌बच्चे का उत्पीडन वैगरह का ध्यान रखना

मनौवेज्ञानिकों का मानना है कि कुछ बच्चे जब चिंता का शिकार होते हैं या उनका उत्पीडन किया जाता है तो वे स्लेट  पेंसिल और दूसरे जो नॉन फूड आइटम हैं उनको खाने लग जाते हैं।‌‌‌आप अपने बच्चे के दिमाग को चैक करें ।जैसे उसका किस तरह का उत्पीडन तो नहीं हो रहा है या फिर उसके दिमाग के उपर किसी बात को लेकर गहरा असर हो सकता है। यह सब जरूरी नहीं है आप के देने से ही होता है। कई बार बाहरी व्यक्ति भी ऐसा कर सकते हैं।

‌‌‌बच्चे को समझाएं और डांटे

यदि आपका बच्चा कभी भी कहीं भी स्लेट  पेंसिल खाता हुआ दिख जाए तो उससे इस बारे मे बात करें और उसे समझाएं । यदि वह समझाने से नहीं मानता है तो उसे डांट भी सकते हैं। यह तरीका आमतौर पर उन बच्चों के लिए काम करता है जो गलती से जाने अनजाने के अंदर स्लेट  पेंसिल को मुंह ‌‌‌मे लेलेते हैं।

‌‌‌अपने बच्चे का समय समय पर चेकअप करवाएं

अमतौर पर हम इंडियन लोगों की एक कमी है और वो यह है कि हम कभी भी पूरी बोड़ी का  चेकअप नहीं करवाते हैं। यदि पूरी बोड़ी का चेकआप करवाते रहें तो हमे बहुत से अज्ञात बिमारियों का पता चल सकता है जो हमारे अंदर गुप्त रूप से विकसित हो रही हैं।‌‌‌हम लोग क्या करते हैं कि जब हमारी बोड़ी के अंदर कोई रोग हो जाता है और उसका हमे एहसास होता है तब डॉक्टर के पास जाते हैं लेकिन तब तक बहुत ही देर हो चुकी होती है।

‌‌‌स्लेट  पेंसिल खाने के इलाज के लिए डॉक्टर से संपर्क करें

यदि आपको अचानक से पता चला है कि आपका बच्चा कुछ ज्यादा ही स्लेट  पेंसिल खाता है तो आपको डॉक्टर के पास लेजाने के लिए देर नहीं करनी चाहिए । क्योंकि यदि उसे जल्दी ही नहीं रोका गया तो गम्भीर बीमारियां पैदा हो सकती हैं।

स्लेट पेंसिल खाने के फायदे और नुकसान अंतिम वर्ड Advantages and disadvantages of eating slate pencils Last Word

‌‌‌आपको यह भी जानना जरूरी है कि मनुष्य दुवारा गंदगी खाने के समर्थन के अंदर भी कई रिसर्च हुए हैं। और यह कहा गया गया कि यदि कोई इंसान गंदगी खाता है तो इसका फायदा हो सकता है। इसके अलावा आपको कुछ अंग्रेजी वेबसाइट भी मिल जाएगी जिसके अंदर गंदगी खाने का समर्थन किया  गया हो ।

2011 में 482 लोगों में जियोफैगी की समीक्षा की गई और 297 जानवरों को सबूत मिले हैं।दस्त, पेट में तकलीफ होने पर या जहरीले फल खाने पर जानवर अक्सर गंदगी या मिट्टी खाते हैं।हो सकता है कि ऐसा करने से दस्त से राहत मिल सकती है। लेकिन 2003 के रिसर्च ट्रस्टेड सोर्स के अनुसार दुनिया भर की महिलाएं गर्भावस्था ‌‌‌के अंदर चॉक और स्लेट  पेंसिल खाती हैं। जिसके खतरनाक परिणाम हो सकते हैं।

‌‌‌एक स्लेट  पेंसिल खाने वाले व्यक्ति ने इसके अनुभव के बारे मे लिखते हुए बताया कि उसने बहुत सारी स्लेट पेंसिल खा ली है। एक बॉक्स को एक दिन में 25 टुकड़े करके खा लिए थे ।पहले तो उसका कोई असर नहीं हुआ लेकिन कुछ समय बाद बहुत बुरा हाल हुआ ।

‌‌‌जब मैं बाथरूम करने जा रहा था तो मुझे काफी तकलीफ का सामना करना पड़ा ।और उसके बाद मुझे यह लगने लगा कि मेरी रोज की स्लेट  पेंसिल खाने की आदत बहुत बेकार है।उसके बाद मैंने धीरे धीरे स्लेट  पेंसिल को खाना बंद कर दिया था।‌‌‌मैं लगातार 5 दिन तक स्लेट  पेंसिल नहीं खाया ।

 लेकिन 6 वे दिन मैंने उसे फिर से खाना शूरू कर दिया । और कुछ स्लेट  पेंसिल खाने के बाद मेरे पेट के अंदर दर्द स्टार्ट हो गया था। इन सबके बाद मैंने फिर से खुद को रोकने की कोशिश की लेकिन मैं रोक नहीं पा रहा हूं। और जब मुझे यह लगा कि अब सब मेरे ‌‌‌वश मे नहीं है तो फिर मैं डॉक्टर के पास गया । आज कुछ हालत ठीक है।

‌‌‌एक डॉक्टर स्लेट  पेंसिल खाने के बारे मे लिखते हैं कि ………..

slate pencil khane ke nuksan

सबसे पहले तो आपको खुद को अजीब समझना बंद कर देना चाहिए । कुछ लोगों के लिए स्लेट  पेंसिल , चॉक आदि सब खाना आम हो सकता है।यह मिनरल की कमी जैसे कैल्शियम, आयरन, जिंक और हीमोग्लोबिन की कमी या एनीमिया और गुंबद की वजह से आंतों में कीड़ा लगने की वजह से हो सकता है।

‌‌‌इससे यदि आप बचना चाहते हैं तो आपको किसी डॉक्टर के पास जाना चाहिए और उसके बताए निर्देशों का पालन करना चाहिए । यदि आप जल्दी ही कुछ नहीं करते हैं तो आपकी किडनी फैल हो सकती है जिसकी वजह से अनियमित मल त्याग की समस्या हो सकती है।

‌‌‌गर्भवती महिलाएं स्लेटी पेंसिल खाती हैं

दोस्तों बच्चों के बारे मे तो कहना ही क्या आपको बतादें कि जो गर्भवति महिलाएं होती हैं वे भी स्लेटी पेंसिल खाने लग जाती हैं। इसके बारे मे आपको पता ही होगा । और आपने भी कई सारी गर्भवति महिलाओं को स्लेटी पेंसिल खाते हुए देखा ही होगा ।वैसे यह ‌‌‌महिलाएं किसी के सामने स्लेटी पेंसिल नहीं खाती हैं। यह आमतौर पर अकेले के अंदर स्लेटी पैंसिल खाती हैं।वैसे तो यह सब खून की कमी की वजह से होता है। लेकिन उनको स्लेटी पेंसिल खाना अच्छा लगता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। यदि कोई गर्भवति महिला स्लेटी ‌‌‌पेंसिल खा रही है तो आपको उसको एक बार डॉक्टर को दिखाना जरूरी होता है। डॉक्टर कुछ टेस्ट कर सकता है। और यदि उसके अंदर किसी तरह की खून की कमी है तो वह उस कमी को सही करने का प्रयास करेगा । इसके लिए कुछ दवाएं वैगरह उसको दे सकता है। ‌‌‌जिससे कि उसके अंदर जो खून की कमी है वह दूर हो जाए । और उसकी समस्याएं सही हो जाए ।

स्लेट पेंसिल खाने के फायदे और नुकसान लेख आपको कैसा लगा नीचे कमेंट करके बताएं ।

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arif khan

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