पितरों को खुश करने के 17  उपाय pitro ko khush karne ke saral upay

‌‌‌पितरों को खुश करने का उपाय , pitro ko khush karne ke liye kya karen दोस्तों पितर शब्द का प्रयोग हिंदु धर्म के अंदर काफी अधिक किया जाता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । असल मे पितर का मतलब होता है आपके मरे हुए पूर्वज । मतलब आपकी 3 पीढ़ी तक के पूर्वज को पितर के नाम से जाना जाता है। असल मे पितर भी दो तरह के होते हैं। एक वह पितर होते हैं जोकि अपने अच्छे ‌‌‌कर्मों की वजह से उच्च योनी को प्राप्त करते हैं और दूसरे वह होते हैं जोकि अपने नीच कर्मों की वजह से नीच योनी को प्राप्त करते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। और असल मे जो पूर्वज उच्च योनी को प्राप्त कर जाते हैं वे हमे कोई भी परेशान नहीं करते हैं।

‌‌‌क्योंकि वे तो अपने लोक के अंदर सूखपूर्वक रहते हैं लेकिन जो पूर्वज अपने कर्मों की वजह से नीच योनी के अंदर चले जाते हैं वे हमारे लिए काफी सही नहीं होते हैं और वे हमें भी काफी अधिक परेशान करते हैं। और उनके लिए ही श्राद्ध वैगरह करना पड़ता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

 और आपको पता है ‌‌‌ जैसे आपके दादाजी हैं और उन्होंने आपके लिए बहुत कुछ किया आपने भले ही नहीं कहां कि बुरे कर्मों को करें लेकिन उसके बाद भी उन्होंने बुरे कर्म किये ।और अब उनकों प्रेत योनी मिल गई है तो आपका यह कर्त्तव्य बनता है कि आप उनको उस योनी से निकालें । इसके लिए जो भी दान धर्म आप कर सकते हैं आपको ‌‌‌ करना चाहिए । यह उन पितरों के लिए काफी फायदेमंद होता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप अच्छी तरह से समझ सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌असल मे बहुत से पितरों की बुरी दशा होती है वे अपने पुत्र पौत्रों के लिए कुकर्म करते हैं और उसके बाद मरने पर प्रेत बन जाते हैं और उनके ही पुत्र उनकी सुध तक नहीं लेते हैं तो हम आपको यही सजेशन देना चाहेंगे कि इस संसार के अंदर रिश्ते और नाते सभी काम के होते हैं। सब ऐसे ही होते हैं। अपनों को फायदा  ‌‌‌पहुंचाने के लिए आपको ऐसा कोई भी कर्म नहीं करना चाहिए जोकि आगे चलकर आपके लिए ही परेशानी का सबब बन जाए । दोस्तों आजकल कुछ लोग तो महाज्ञानी हो चुके हैं। उनको यह लगने लगा है कि पितर वितर कुछ नहीं होता है। मरने के बाद क्या होता है कुछ नहीं होता है। सब बकवास है तो इस तरह के लोगों से तर्क विर्तक

‌‌‌ आदि करना भी व्यर्थ ही होता है क्योंकि यह लोग पहले से ही धारणा बनाकर बैठे हैं ऐसी स्थिति के अंदर आप उनको समझा बुझा नहीं सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । उनको तभी समझ मे आता है जब वे खुद मरते हैं। और उसके बाद उनका भी वही ह़श्र होता है जोकि होना है।

‌‌‌कई इस तरह के लक्षण होते हैं जिसकी मदद से आप यह पता लगा सकते हैं कि आपके पितर खुश नहीं है। या आपको उनकी मुक्ति के लिए उपाय करना होगा । तभी आपको काफी कुछ फायदा हो सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌पितर को खुश करने के लिए आप कई सारे उपाय कर सकते हैं। और इसकी मदद से आप पितरों को खुश रख सकते हैं। आपके लिए पितरों को खुश रखना भी काफी उपयोगी होता है । यह कई तरह से आपके लिए फायदेमंद होता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । पितर खुश होकर आपको आशीर्वाद देते हैं।

‌‌‌और पितर दोष के बारे मे तो आप जानते ही हैं पितर दोष तब लगता है जब आप अपने मरे हुए पूर्वज के क्रियआों कर्म को सही तरह से नहीं करते हैं। ऐसी स्थिति के अंदर पितर दोष लग जाता है और काफी अधिक समस्याएं होती हैं। इसके लक्षण हम आपको पहले से ही बता चुके हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

पितरों को खुश करने के उपाय के बारे मे हम आपको बताने वाले हैं। यदि आपको भी अपने पितरों को खुश करना है तो इनके उपायों के बारे मे विस्तार से बताना होगा उम्मीद करते हैं कि आपको यह पसंद आएगा ।

Table of Contents

‌‌‌1.शिवलिंग पर तांबे का सर्प अनुष्ठान पूर्वक चढ़ाना pitro ko khush karne ke liye kya karen

दोस्तों यदि आप पितरों को खुश करना चाहते हैं तो यह एक उपाय भी कर सकते हैं। इसके लिए आपको सबसे पहले एक तांबे का सर्प बनवा लेना है। और ऐसे भी मार्केट के अंदर तांबे के सर्प आसानी से मिल जाते हैं उस सर्प को आपको अनुष्ठान की मदद से शिवलिंग पर ‌‌‌चढ़ाना होगा । इसके लिए आपको ऐसे किसी पंडित का सहारा लेना होगा जिसने पहले भी इस तरह के काम किये हों और इन सब चीजों के बारे मे उसे जानकारी होनी चाहिए ।इस तरह के पंडित ‌‌‌ आपको अपने आस पास कई तरह के मिल जाएंगे आप उनके पास जा सकते हैं। और उसके बाद आप उनसे इसके बारे मे सारी बातें पूछ सकते हैं। आपको यह पैसा भी बताएंगे कि इस अनुष्ठान का कितना पैसा मिलेगा ? इस तरह से आप काम कर सकते हैं।

2. pitro ko khush karne ke saral upay पारद शिवलिंग को अपने घर मे लगाएं

‌‌‌पितरों को खुश करने का उपाय

दोस्तों पारद शिवलिंग का नाम तो आपने सुना ही होगा ।आप किसी जानकार से पारद शिवलिंग को मंगवा सकते हैं और उसके बाद अपने घर के अंदर प्राण प्रतिष्ठित करवा सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।और इस पराद शिवलिंग को प्राण प्रतिष्ठित करना जरूरी होता है। ‌‌‌तभी यह बेहतर तरीके से काम करता है। यदि आप इसको प्राण प्रतिष्ठित नहीं करते हैं तो उसके बाद समस्या हो सकती है।

‌‌‌और यदि आप ऐसा करते हैं तो आपके घर के अंदर जो पितर दोष है वह शांत हो जाएगा । और आपको इसके अंदर काफी अधिक फायदा मिल सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌आपको बतादें कि पारद शिवलिंग जो है उसके बाद मे वर्णन पुराणों के अंदर भी मिलता है। इसके बारे मे यह बताया गया है कि यह पारे और चांदी से मिलकर बना रहता है। और यदि इसकी पूजा की जाती है तो भगवान शिव की कृपा बना रहती है और माता पार्वती का आशीर्वाद मिलता है।इसके अलावा आपको बतादें कि पारद ‌‌‌शिवलिंग की खास बात यह होती है कि इसकी कृपा से समस्त दुख जिसके अंदर देही और भौतिक आते हैं समाप्त हो जाते हैं।इसके अलावा जो लोग पारद शिवलिंग पर पुष्प चढ़ाते हैं उनके सभी पाप कट जाते हैं और इसकी वजह से सभी देवताओं का घर मे निवास होता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌इस तरह से जिस घर के अंदर पारद शिवलिंग को रखा जाता है वहां पर धन कि किसी तरह की हानि नहीं होती है। इस तरह से पितर को प्रसन्न करने के लिए पारद शिवलिंग का प्रयोग करना भी बहुत जरूरी होता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌3.सूर्य और चंद्र ग्रहण के दिन तुला दान करें

‌‌‌दोस्तों आपको बतादें कि यदि पितर दोष की समस्या है तो आपको तुला दान करना चाहिए । आप इस बात को समझ सकते हैं। जब चंद्र ग्रहण हो या फिर सूर्य ग्रहण हो तो तुलादान करना चाहिए  । यह एक तरह से महानदान होता है।इसके अंदर आभूषण  सोने की अंगूठी ,इसके अंदर दान करने वाला सबसे पहले सफेद कपड़े पहनता है और

‌‌‌फिर एक फूल रखता है। उसके बाद एक पलड़े पर चढ़ जाता है फिर उसके बराबर साबुत अनाज को तोला जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । उसके बाद किसी ब्राह्रमण को वह अनाज दान कर दिया जाता है।और पहले सोने चांदी का दान दिया जाता था लेकिन आज के युग के अंदर सोने चांदी ‌‌‌का दान करना हर किसी के बस की बात नहीं होती है। ऐसी स्थिति के अंदर आपको समझ लेना चाहिए । और आप बस अनाज का दान कर सकते हैं।

‌‌‌4.कालसर्पयोग यंत्र की पूजा करना

दोस्तों कालसर्पयोग जो यंत्र होता है वह काफी फायदेमंद होता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यह आपको मार्केट के अंदर बहुत ही आसानी से मिल जाएगा । आप इस बात को समझ सकते हैं। लेकिन हम आपको यही सजेशन देगें कि आपको इसको किसी जानकार इंसान से ही मंगवाना चाहिए ।

‌‌‌वरना यह भी हो सकता है कि आपको यह असली ना मिले और आपको नकली मिल जाए । इसके लिए आपको चाहिए कि आप अपने घर के अंदर इसको प्राण प्रतिष्ठित करवाले और उसके बाद घर के अंदर इसकी पूजा करें । जिससे कि घर मे सुख शांति बनी रहती है और पितर दोष को दूर करने मे भी काफी मदद मिलती है।

‌‌‌वैसे आपने कालसर्प योग का नाम तो सुना ही होगा । इसके अंदर कुंडली मे राहु और केतु के बीच अन्य ग्रह आते हैं।यदि किसी कुंडली के अंदर कालसर्प योग दिखाई देता है तो उसके जीवन के अंदर काफी अधिक परेशानी आने वाली होती हैं।  और उसके सिर पर बड़े बड़े संकट मंडरा रहे होते हैं।

‌‌‌और कालसर्प योग की वजह से इंसान की मौत भी हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।वैसे आपको यदि लगता है कि आपकी कुंडली के अंदर यह दोष है तो आपको चाहिए कि आप इसको दूर करने के बारे मे आपको उपाय करना होगा । तभी आपके लिए काफी फायदेमंद होगा ।

‌‌‌कालसर्प दोष के कई सारे उपाय हैं जिनको आप कर सकते हैं और उसकी मदद से आपका सारा सिस्टम सही हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और यही आपके लिए सही होगा ।

‌‌‌5.पितर दोष को दूर करने के लिए मोर पंख लगाएं

दोस्तों मोर पंख के बारे मे आप जानते ही होंगे भगवान कृष्ण भी मोर पंख लगाकर रखते थे । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। आप भी मोर पंख अपने घर के अंदर अलग अलग जगहों पर लगा सकते हैं। जिससे कि पितर दोष से बचाव होता है।

‌‌‌हालांकि आजकल मोर पंख मिलना भी काफी कठिन हो चुका है। इसका कारण यह है कि मोर अब काफी कम ही बचे हैं। और आने वाले दिनों मे शायद बचे ही ना क्योंकि फलो और सब्जी के अंदर डाली जाने वाली दवाओं की वजह से मोर पर रहे हैं और सरकारी कुर्सी के नसे मे मस्त है।

‌‌‌इसके अलावा आपको बतादें कि मोर पंख अपने घर के अंदर लगाने का एक फायदा यह भी होताहै कि यह आपके घर के अंदर की नकारात्मक उर्जा को दूर करने का काम करता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि आपके घर मे बुरी उर्जा है तो यह काफी काम आएगा ।

‌‌‌लेकिन आपको बतादें कि मोर पंख का प्रयोग तभी करना चाहिए जब यह अपने आप ही गिरा हुआ हो यदि यह अपने आप ही गिरा हुआ नहीं है तो फिर आपको मोर पंख का प्रयोग नहीं करना चाहिए  । आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌6.पितरों को खुश करने के लिए ताजी मूली का दान करें

दोस्तों ताजी मूली के बारे मे आप जानते ही हैं। सर्दियों के अंदर मूली खासतौर पर पसंद की जाती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि आप अपने घर के अंदर मूली को उगाते हैं तो ठीक है आप उनमे से कुछ मूली गरीबों को दान कर सकते हैं। या फिर जो ‌‌‌मांगने के लिए आते हैं उनको भी दान कर सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।यदि आप एक किसान हैं तो आपके पास मूली आसानी से मिल जाएगी । आपको बाहर से खरीद कर लेकर आने की कोई भी आवश्यकता नहीं है।

‌‌‌दोस्तों मूली का दान करना काफी अच्छा माना जाता है तो आप एक बार मूली दान कर सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए।  और इस इसके अंदर आपका कोई खास खर्चा भी नहीं लगता है। तो यह प्रयोग भी आप कर सकते हैं। आपके लिए काफी उपयोगी होगा । ‌‌‌लेकिन यदि आपको यह तरीका सूट नहीं करता है तो आप दूसरे तरीके भी यूज कर सकते हैं जोकि आपके लिए काफी उपयोगी होते हैं आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌7. pitro ko khush karne ke upay  पितरों को खुश करने के उपाय पानी मे नारियल को बहाएं

दोस्तों ऐसा माना जाता है कि बहते पानी के अंदर यदि आप नारियल को बहा देते हैं तो इससे पितरों को शांति मिलती है और इससे पितर काफी अधिक खुश हो जाते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । हालांकि इस प्रयोग को किस तरह से करना है? इसके ‌‌‌ बारे मे जानकारी पता करने के लिए आपको किसी जानकार से संपर्क करना होगा तभी आपके लिए काफी फायदे मंद हो सकता है। मतलब कई बार हम नारियल को अपने घर के अंदर चारों ओर घुमाते हैं और उसके बाद पानी मे बहा देते है। इसके अलावा और भी तरीके हो सकते हैं।

‌‌‌लेकिन आपको चाहिए कि इस विधि से आप जो भी नारियल को बहा रहे हैं वह कहीं से भी कटा फटा नहीं होना चाहिए । इसके अलावा उसके अंदर गट पूरी तरह से बजना चाहिए । एक साफ सुथरे नारियल का चुनाव आपको करना होगा नहीं तो आपके प्रयास का कोई फायदा नहीं होगा ।

‌‌‌8.मकान के दक्षिण दिशा के अंदर पितरों की तस्वीर लगाएं

असल मे दोस्तों कुछ लोग कहते हैं कि भूत प्रेत होते हैं तो यही भू प्रेत पितर होते हैं। जब इनकी ठीक तरह से गति नहीं होती है तो यह पितर बन जाते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि हर इंसान अपने पितरों का उद्धार कर देता है तो भूत ‌‌‌ प्रेत नहीं रहेंगे । आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

‌‌‌असल मे माना जाता है कि दक्षिण दिशा पितरों के लिए होती है। तो आपको अपने मकान के दक्षिण दिशा के अंदर पितरों की तस्वीर लगानी चाहिए । इससे पितर खुश होते हैं। अक्सर आप जब किसी घरों के अंदर जाते हैं तो दक्षिण दिशा के अंदर पितरों की तस्वीर लगाते हैं ।‌‌‌आपको यह कई जगहों पर लगी हुई दिख जाएगी । आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

‌‌‌जब कोई घर का सदस्य मर जाता है तो उसके बाद वह उस रूप मे नहीं होता है जिस रूप मे आप उसे जानते थे । अब उसका आपसे कोई भी नाता नहीं होता है। आप इससे समझ सकते हैं। और कुछ लोग देवताओं की फोटो के साथ पूर्वजों की तस्वीर को लगाने का काम करते हैं।

‌‌‌लेकिन आपको ऐसा नहीं करना चाहिए मरे ही पूर्वाजों की तस्वीर देवताओं के साथ लगाना ठीक नहीं होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं यही आपके लिए सही होगा ।

‌‌‌इसके अलावा आपको बतादें कि पितरों की जो तस्वीर होती है वह आपको बैडरूम मे भी नहीं लगाना चाहिए । क्योंकि इससे अशांति फैलती है। और रसोई घर के अंदर तो पितरों की तस्वीर को नहीं लगाना चाहिए आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

‌‌‌इसके अलावा घर के अंदर उन स्थानों पर भी आपको पितरों की तस्वीर को नहीं लगाना चाहिए जिस स्थान पर आने जाने वालों की नजर पड़ती है। पितरों की तस्वीर को उन स्थानों पर लगाया जाना चाहिए जहां पर आने जाने वालों की नजर नहीं पड़ती है।

‌‌‌10. pitro ko khush karne ka aasan tarika पितरों को खुश करने के उपाय भगवान शिव की पूजा करना

दोस्तों आपको बतादें कि भगवान शिव की पूजा करने से भी पितर खुश होते हैं। इसके लिए ओम हर हर महादेव मंत्र का रोजाना जाप करना चाहिए ।इसके अलावा मंगलवार को किसी भी अपने आस पास के शिव मंदिर के अंदर जाएं और शिवलिंग का दही से अभिषेक करें ।

‌‌‌ऐसा करने से पितर काफी प्रसन्न होते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप अच्छी तरह से समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा । शिव की पूजा करने से आपको और भी बहुत सारे फायदे मिलते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए।  जैसे कि कई तरह के संकट होते हैं जोकि आसानी से टल जाते हैं।

‌‌‌11.ओम नम शिवाय मंत्र का जाप करना

‌‌‌दोस्तों आपको बतादें कि ओम नम शिवाय मंत्र का जाप करने से पितर दोष दूर होता है और पितरों को शांति मिलती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।यदि आप इस मंत्र का रोजाना जाप करते हैं तो इससे आपके पितर तो खुश होंगे ही वरन आपको अपने जीवन के अंदर काफी अधिक तरक्की ‌‌‌ देखने को मिलेगी जोकि आपके लिए एक अच्छा संकेत हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इसके अलावा यदि नागपंचमी हो तो इस दिन आपको व्रत रखना चाहिए औ चांदी की अंगूठी को रखना चाहिए । नागों की पूजा करनी चाहिए । यह सब करने से भी पितर खुश होते हैं।

‌‌‌12.12 दिन पूरा करना जरूरी

दोस्तों आजकल लोग खुद अधिक ज्ञानी हो चुके हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए।  दो पैसे आने पर महाज्ञानी बन गए हैं। बहुत से लोगों को यह लगता है कि मरने के बाद 12 दिन पूरा करने की कोई जरूरत नहीं है। यह सब बकवास है।

 लेकिन असल मे ‌‌‌यह निर्णय लेने वाले असल मे महामूर्ख हैं। यह पक्रिया मरे हुए इंसान की शांति के लिए बनी होती है। ताकि उसे कम से कम कष्ट हो और उसकी आगे गति हो जाए । हालांकि सभी लोगों को इसकी जरूरत नहीं है। लेकिन अधिकतर लोगों ने अपने जीवन के अंदर बहुत सारे पाप कर्म किये होते हैं तो मरने के बाद अधिकतर लोग ‌‌‌ प्रेत योनी को ही प्राप्त होते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । ऐसी स्थिति के अंदर पूरे कर्मकांड का करना बहुत ही जरूरी होता है। यदि आप पूरे कर्मकांड नहीं करते हैं तो इससे कोई फायदा नहीं होगा । आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

‌‌‌यदि आप चाहते हैं कि आपको किसी तरह का पितर दोष ना लें तो हम आपको यही सुझाव देंगे कि आपको पूरे कर्मकांड करने चाहिए । तभी आप अपने पितरों को खुश कर सकते  हैं । 7 दिन के चक्कर मे आपको नहीं पड़ना है। वरना आपको ही नुकसान होगा । आप इस बात को अच्छी तरह से समझ लें ।

‌‌‌इसके अंदर पिंडदान वैगरह जितनी भी प्रक्रियाएं हैं आपको उन सभी को करना चाहिए । यह आपके लिए काफी फायदेमंद होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए।  यदि आप इनको आधा अधूरा करते हैं तो इससे आपको काफी अधिक समस्याएं हो सकती हैं।

‌‌‌13.पवित्र बरगद और पीपल का पेड़ लगाएं

दोस्तों आपको पता ही होगा कि बरगद और पीपल के पेड़ की उम्र काफी अधिक होती है। यदि आप अपने पितरों को खुश करना चाहते हैं तो आप अपने खेत के अंदर या फिर श्मसान भूमी के अंदर बरगद और पीपल का पेड़ लगाना चाहिए । आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

‌‌‌यह माना जाता है कि पीपण का पेड़ लगाना बहुत अधिक पुण्य का काम माना जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। पीपल के पेड़ के महत्व का उल्लेख अनेक धार्मिक ग्रंथों के अंदर मिलता है।

‌‌‌14.पितरों के नाम से दान करें

दोस्तों बहुत से लोगों का यह सवाल होता है कि जो इंसान मर गया है उसके नाम से दान देने से क्या उसके पास पहुंच जाएगा ? क्योंकि यह सब फालतू की बातें हैं या अंधविश्वास है तो इस तरह के महामूर्खों के लिए हम बता देना चाहते हैं कि अमेरिका के अंदर भूत विधा का पढ़ाया ‌‌‌ जाना एक तरह का अंधविश्वास है लेकिन इसके उपर यह लोग जिक्र नहीं करेंगे । अमेरिकी लेखकों की अनेक किताबों के अंदर पूर्वजन्म वैगरह सिद्ध किया जा चुका है।खैर अब हम बात करते हैं कि जो इंसान आपका पितर है और वह मर गया और तो दान उसके पास कैसे पहुंचता है ?

‌‌‌असल मे भले ही वह इंसान मर गया है तो उसका भौतिक शरीर चला गया लेकिन उसके दूसरे शरीर भी हैं और ऐसे 7 शरीर माने गए हैं। उसके अंदर विचार और भावनाएं अभी भी मौजूद हैं। आप इस बात को समझ लें ।अब यदि आप उसके नाम पर किसी को दान करते हैं तो उसे यह पता चल जाता है कि ‌‌‌कि उसको दान कर दिया गया । क्योंकि उसे बस अपने विचारों की संतुष्टि चाहिए होती है। एक प्रेत मात्र अपने विचारों से ही प्रेत होता है। यदि उसके विचारों की तीव्रता भावनाओं की तीव्रता काम हो जाएगी तो वह प्रेत नहीं रहेगा ।

‌‌‌मतलब यही है कि हम पितर को बस एक विचार देते हैं। असली मे वह हम इंसानों की तरह खा नहीं सकते हैं। लेकिन विचारों को ग्रहण कर सकते हैं जिससे कि उनको पता चल जाता है कि उनको कुछ दिया है। क्योंकि उनके मन मे यह सब वासनाएं होते हैं। वहीं यदि ज्ञानी इंसान मर जाता है तो वह प्रेत नहीं बनता है।

‌‌‌उसे पहले से ही रियल फेक्ट के बारे मे पता होता है। ऐसी स्थिति के अंदर वह उच्च लोक के अंदर चला जाता है आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

‌‌‌जैसे आप पितरों के नाम का गाय को केला भी खिलाते हैं तो वह उनको मिलता है। मतलब उनके मन को संतुष्टि हो जाती है। इसी तरह से कुछ पितर इस तरह के भी होते हैं कि उनको संतुष्टि की जरूरत नहीं होती है। आप इस बारे मे समझ सकते हैं।

‌‌‌15.गर्मी मे पानी का मटका रखवाएं

इस तरीके की मदद से भी आप अपने पितरों को खुश कर सकते हो । असल मे यह प्रक्रिया आने भी देखी होगी । यदि आपके परिवार का कोई सदस्य ताजा ही मरा होगा तो आपको चाहिए कि आप गर्मी के मौसम मे उसके नाम का एक पानी का मटका किसी प्याउ के अंदर रखवाएं । ऐसा करने से भी पितर की ‌‌‌ आत्मा को शांति मिलती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए। कुछ साल पहले हमारी एक सिस्टर की मौत हो गई थी उसकी उम्र 36 साल की थी । उनके लिए हमने भी पानी का मटका रखवाया था । और जो अर्थी होती है उसके उपर भी 12 दिन बाद पानी का मटका रखा जाता है। एक कोरा घड़ा रखा जाता है जिससे कि पितर को‌‌‌शांति मिलती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा ।

‌‌‌जैसे आपके घर के अंदर आपकी पीढ़ी मे 2 लोगों की मौत हो चुकी है तो आपको चाहिए कि आप हर साल पानी का मटका गर्मी के अंदर रखवा सकते हैं। इसके अलावा पक्षियों को पानी रखवा सकते हैं। ऐसा करने से पितरों को काफी शांति मिलती है।

‌‌‌16.किसी गरीब कन्या की शादी मे सहायता करें

दोस्तों यदि आपके घर के अंदर पितर दोष है तो आप किसी गरीब कन्या की शादी के अंदर सहायता कर सकते हैं। ऐसे कई लोग आपने देखें होंगे जोकि गरीब कन्या की शादी मे सहायता करते हैं। यदि आपके पास पैसा है तो आप किसी गरीब कन्या की जिम्मेदारी ले सकते हैं और ‌‌‌ शादी के अंदर सहायता कर सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।बहुत से लोग होते हैं जोकि गरीब कन्या की शादी मे मदद करते हैं। आप यदि कर सकते हैं तो करें । यह एक तरह से पुण्य का ही काम होता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

‌‌‌और वैसे भी यदि आप कोई पुण्य का काम करते हैं तो आपको इसका फायदा जरूरी ही मिलता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और यह एक अच्छा तरीका है पुण्य करने का आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌17.रोजाना ईष्टदेवता या कुल देवता की पूजा करें

दोस्तों कुल देवता वह देवता होता है जिसकी रचना की जाती है। मतलब वह एक खास कुल के लिए ही होता है और उसके कार्यों को करने के लिए बनाया जाता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।कुल देवता की पूजा करने से भी पितर दोष दूर हो जाता है इसके बारे मे आपको ‌‌‌ पता होना चाहिए । यदि आपको नहीं पता है तो हम बता ही चुके हैं। इसके अलावा ईष्ट देवता मतलब जिसकी आप पूजा करते  हैं जैस हनुमान काली माता आदि ईष्ट देवता हो सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌इस तरह से आप समझ सकते हैं कि देवताओं की पूजा करने से भी पितर दोष को दूर किया जा सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

18 ‌‌‌हनुमान चालिसा का पाठ करें

‌‌‌दोस्तों आपको पता होना चाहिए हनुमान चालिसा काफी फायदेमंद होती है। यदि आप अपने घर के अंदर रोजाना हनुमान चालिसा का पाठ करते हैं तो इससे भी पितर दोष शांत होता है और पितरों को खुश किया जा सकता है। आपको बतादें कि हनुमान चालिसा की रचना तुलसीदास ने की थी।

‌‌‌हनुमान चालिसा के अंदर कुल 40 श्लोक हैं। और कहा जाता है कि जब औरंगजेब ने तुलसीदास को बंदी बना लिया था तो उसने कहा कि उसके भगवान को दिखाओ तब तुलसी दास ने कहा था कि भगवान सिर्फ उनको ही दिखाई देते हैं जोकि सच्ची श्रद्धा से हनुमान चालिसा का पाठ करता है। उसके बाद यह कहा जाता है कि बंदरों ‌‌‌ एक भारी सेना ने औरंगजेब को डरा दिया था। खैर हनुमान चालिसा पाठ करने का कोई एक फायदा नहीं है। इसके बारे सारे फायदे हैं। यदि आप हनुमान चालिसा का पाठ करते हैं तो इसकी वजह से आपके सारे रोग और कष्ट नष्ट हो जाते हैं।

  • ‌‌‌सबसे पहली बात यदि आप हनुमान चालिसा का पाठ करते हैं तो इससे आपके मन को शांति मिलती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि आपके मन के अंदर अक्सर उथल पुथल मची रहती है तो फिर आपको हनुमान चालिसा का पाठ करना चाहिए । यह आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है।
  • ‌‌‌इसके अलावा हनुमान चालिसा का फायदा यह है कि यह नकारात्मक शक्तियों को दूर करने मे काफी मदद करता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । कहते हैं कि हनुमान चालिसा का पाठ करने से भूत प्रेत सब दूर भाग जाते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा आपको कम के अंदर भी काफी सफलता मिलती है। इसके बारे मे भी आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। यदि आपको काम के अंदर सफलता नहीं मिल रही है तो फिर आपको हनुमान चालिसा का पाठ करना चाहिए । जिससे कि आपको काम के अंदर काफी अधिक सफलता मिल जाएगी ।

19.श्राद्ध पक्ष में अच्छे से करें श्राद्ध कर्म।

दोस्तों यदि आप अपने पितरों को खुश देखना चाहते हैं तो आपको श्राद्ध कर्म को अच्छे से करना चाहिए । बहुत से लोगों को यह सवाल होता है कि त्राद्ध करने से क्या फायदा मरा हुआ इंसान क्या खा सकता है ? असल मे हम इस तरह के लोगों से हम सिर्फ इतना ही कहना चाहते ‌‌‌ हैं कि मरे हुए इंसान की भी आपसे कुछ उम्मीदें होती हैं। और मरा हुआ इंसन सच मे नहीं मरता है वह विचारों और भावनाओं के रूप मे अभी भी मौजूद होता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । जब आप श्राद्ध करते हैं तो आप उसे एक विचार देते हैं।

‌‌‌जिससे कि वह काफी खुश होता है और उसे शांति मिलती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

श्राद्ध को सही तरह से करना जरूरी होता है आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। यदि आप श्राद्ध  को ठीक से नहीं करते हैं तो इससे पितरों को शांति नहीं मिलती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌वैसे भी जिस इंसान ने जीवन भर आपके लिए इतना कुछ किया आप उसके लिए मामूली सा करने मे क्यों हिचक रहे हैं। श्राद्ध करने के कोई पैसा नहीं लगता है। आप अपने घर मे कर सकते हैं। यदि आप श्राद्ध नहीं कर सकते हैं तो फिर आपको चाहिए कि आप उसके नाम से किसी गाय को रोटी भी खिला सकते हैं। ‌‌‌यह भी काफी फायदेमंद होता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा ।

20.गरीब, अपंग व विधवा महिला को दान देना चाहिए

दोस्तों यदि आप अपने पितरों को खुश देखना चाहते हैं तो गरीब और विधवा व अपंग महिला को दान देना चाहिए । वैसे भी हिंदु धर्म के अंदर दान को काफी अच्छा कर्म माना गया है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌दोस्तों इस शरीर के अंदर आने के बाद आप जो कुछ भी कर्म करते हैं वे कर्म कभी भी समाप्त नहीं होते हैं। यदि आप अच्छे कर्म करते हैं तो आपको उनका अच्छा ही फल मिलता है और यदि आप बुरे कर्म करते हैं तो उनका आपको बुरा ही फल मिलता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌इसलिए यदि आप दान देते हैं तो वह आपके पितरों के लिए ही फायदेमंद नहीं होता है वह आपके लिए भी काफी फायदेमंद होता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

‌‌‌21.मांस और मंदिरा से दूर रहें

दोस्तों मांस और मंदिरा का सेवन करना पितरों के लिए अच्छा नहीं होता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। इसलिए मांस और मंदिरा का यदि आप सेवन करते भी हैं तो आपको इसका सेवन करना बंद कर देना चाहिए । मांस की वजह से किसी जानवर की हत्या ‌‌‌ होती है। और हत्या पाप माना गया है। यदि आप किसी जानवर की हत्या करते हैं तो आप पाप के भागी बनते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा ।

‌‌‌इसके अलावा आपको बतादें कि मंदिरा तो वैसे भी बेकार होती है। यह आपकी सेहत के लिए काफी हानिकारक होती है। इसलिए इसका सेवन तो आपको वैसे भी नहीं करना चाहिए आप इस बात को समझ सकते हैं और यही आपके लिए सही होगा।

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arif khan

‌‌‌हैलो फ्रेंड मेरा नाम arif khan है और मुझे लिखना सबसे अधिक पसंद है। इस ब्लॉग पर मैं अपने विचार शैयर करता हूं । यदि आपको यह ब्लॉग अच्छा लगता है तो कमेंट करें और अपने फ्रेंड के साथ शैयर करें ।‌‌‌मैंने आज से लगभग 10 साल पहले लिखना शूरू किया था। अब रोजाना लिखता रहता हूं । ‌‌‌असल मे मैं अधिकतर जनरल विषयों पर लिखना पसंद करता हूं। और अधिकतर न्यूज और सामान्य विषयों के बारे मे लिखता हूं ।