साइकिल चलाने का तरीका cycle chalane ke tips

‌‌‌ साइकिल चलाने का तरीका cycle chalane ke tips cycle chalane ke tarike  दोस्तों हर किसी के लिए साइकिल सीखना काफी आसान होता है। और यदि आप एक बच्चे हैं तो फिर यह आपके लिए और भी अधिक आसान होता है। मैं जब 10 साल का था तब पहली बार साइकिल सीखी थी मेरा एक दोस्त था उसे साइकिल चलानी आती थी। मैं उसको साथ लेकर गया और उसके बाद सड़क पर साइकिल सीखने लगा । हलांकि 2 ‌‌‌ दिन तक मे कुछ खास नहीं कर पाया लेकिन तीसरे दिन थोड़ा थोड़ा चलाने लगा था।

‌‌‌दोस्तों वैसे तो साइकिल सीखने के अनेक फायदे होते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । उनके बारे मे हम आपको यहां पर नहीं बताने वाले  हैं इन फायदों को हम किसी और लेख के अंदर ही बता चुके हैं। यदि आप इन के बारे मे जानना चाहते हैं तो नीचे लिंक पर क्लिक कर सकते हैं।

‌‌‌दोस्तों जैसा कि आप सभी जानते हैं कि आजकल युग ही इस प्रकार का आ चुका है कि हर इंसान को टैक्नॉलाजी वैगरह आना जरूरी होता है । आजकल जमाना ही इसी तरह का हो चुका है तो यदि आप एक बच्चे हैं तो आपको कम से कम साइकिल चलानी तो आनी ही चाहिए । और यदि आपको यह नहीं आती है तो फिर आपको इसको सीखने के ‌‌‌ लिए प्रयास करना चाहिए आप इस बात को समझ सकते हैं।

 यदि आप बच्चों के माता पिता है तो आपको भी अपने बच्चे को साइकिल लाकर देने पर विचार करना चाहिए । यह आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। जैसे कि आप बच्चे से कोई सामान वैगरह मंगवाते हैं तो वह साइकिल पर चढकर आसानी से लेकर आ सकता है।

‌‌‌आप भले ही एक बच्चे हैं या आपकी उम्र अधिक है आप साइकिल सीख सकते हैं आमतौर पर अधिक उम्र के लोगों को साइकिल सीखने मे काफी अधिक परेशानी होती है। इसका कारण यह है कि उनको काफी डर रहता है कि कहीं गिर ना जाए। लेकिन इसके विपरित बच्चों के अंदर यह समस्या नहीं होती है।‌‌‌क्योंकि बच्चों की उम्र ही कुछ इसी तरह की होती है जिस उम्र के अंदर इंसान कुछ ना कुछ नया ट्राई करने का सोचता ही रहता है आप इस बात को समझ सकते हैं।तो अब आइए जानते हैं साइकिल चलाने के टिप्स के बारे मे ।

Table of Contents

‌‌‌ cycle chalane ke tarike अपनी हाईट के अनुसार साइकिल का चुनाव करें

दोस्तों आपको चाहिए कि आप अपनी हाइट के अनुसार ही साइकिल का चुनाव करें । मतलब आप यदि नई साइकिल लेकर आ रहे हैं तो वह इस प्रकार की होनी चाहिए कि उसके उपर बैठने के बाद आपके पैर आसानी से जमीन पर टच हो जाएं। इसका फायदा यह होगा कि यह आपको सीखने के दौरान ‌‌‌ गिरने से बचाने का काम करेगी । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए यदि आप काफी बड़ी हाइट की साइकिल का चुनाव करते हैं तो यह आपको गिरने से बचाने मे कोई भी मदद नहीं करेगी । क्योंकि आप जब इसकी सीट पर बैठ जाएंगे तो फिर आपके पैर जमीन पर नहीं टिकेंगे ।

साइकिल चलाने का तरीका

‌‌‌इसलिए यदि आप साइकिल सीखना चाहते हैं तो इस टिप्स को आपको खासतौर पर ध्यान रखना होगा । हालांकि आप चाहें तो बड़ी हाइट की साइकिल से भी सीख सकते हैं लेकिन यह आपके लिए काफी कठिन हो सकता है। एक बार जब आप साइकिल सीख जाते हैं तो आसानी से किसी भी हाइट की साइकिल को चला सकते हैं।

‌‌‌सीखने के मामले मे आप रेंजर साइकिल को चुन सकते हैं क्योंकि इसकी हाइट काफी छोटी होती है और आसानी से इसको हेंडल किया जा सकता है। आप चाहे तो अपने पास पड़ी पुरानी साइकिल से भी ट्राई कर सकते हैं।

‌‌‌ cycle chalane ke tips सही उम्र मे साइकिल सीखाना शूरू करें

दोस्तों आमतौर पर एक बच्चे की उम्र 5 साल या फिर 6 साल तक हो जाती है तब उसे साइकिल चलाना सीखाना चाहिए । क्योंकि इससे पहले बच्चा शारीरिक रूप से तैयार नहीं हो पाता है। हालांकि बच्चों की सीखने की क्षमता काफी अलग अलग होती है। ऐसी स्थिति के अंदर साइकिल ‌‌‌के लिए बच्चे को किसी भी तरह से जबरदस्ती नहीं करनी चाहिए । यदि उसे सीखने का मन है तो फिर आप उसको साइकिल चलाना सीखा सकते हैं। यदि वह तैयार है इसके लिए तो साइकिल सीखाने मे कोई बुराई नहीं है।

‌‌‌सबसे पहले किसी जानकार की मदद से

दोस्तों जब हम पहली बार साइकिल चलाना सीखते हैं तो यह अकेले नहीं सीख सकते हैं आपको किसी ना किसी जानकार की मदद लेनी ही होती है। यदि आपके किसी मित्र वैगरह को साइकिल चलानी आती है तो आप उसकी मदद ले सकते हैं। और उसे इसके बारे मे पूछ सकते हैं कि क्या वह आपको ‌‌‌साइकिल सीखाने मे मदद कर सकता है ? और यदि वह आपको साइकिल सीखाने के लिए तैयार हो जाता है तो उसके बाद आपको आगे की प्रक्रिया को करना चाहिए आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌आपके अकेले साइकिल नहीं सीखने का एक कारण यह है कि आपको सही जानकारी नहीं होने की वजह से चोट वैगरह लग सकती है और काफी अधिक नुकसान हो सकता है । इसलिए एक्सपर्ट की मदद लेना आपके लिए बहुत अधिक जरूरी हो जाता है आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌स्टेयरिंग पर सबसे पहले ध्यानदें

दोस्तों सबसे पहले आपको स्टेयरिंग पर ध्यान देना चाहिए । यही साइकिल सीखने का सबसे पहला नियम होता है। आपको जो भी साइकिल सीखा रहा है वह आपके पीछे बैठ जाता है और स्टेयरिंग को कंट्रोल करने के लिए काफी अधिक मदद करता है। बस आपको स्टेयरिंग को सीधा रखना होता ‌‌‌ है। और आपको इस समय कुछ भी पैडल वैगरह नहीं मारने हैं आगे की तरफ देखते रहना है और स्टैयरिंग को आराम से सीधे रखने की कोशिश करनी होगी अपने वजन को बैलेंस करना होगा तभी आप स्टैयरिंग को सीधा रखने मे सक्षम होंगे । हालांकि आपको कई बार यह करना होगा ।

‌‌‌जब आप बार बार ट्राई करेंगे तो स्टैयरिंग को सीधा रखने मे सक्षम हो जाएंगी । यही साइकिल चलाने की सबसे पहली स्टेप्स होती है। इसके बाद आप कम से कम रोड़ पर बिना पैडल मारे साइकिल आसानी से चला सकते हैं।

‌‌‌हालांकि इस काम मे आपको समय लग सकता है। इसलिए बेहतर यही होगा कि आप बार बार प्रयास करें । यदि आप बार बार प्रयास करते हैं तो उसके बाद आप आसानी से स्टेयरिंग को पकड़ना सीख जाएंगे और उसके बाद आप आगे की स्टेप्स को फोलो कर सकते हैं।

‌‌‌साइकिल चलाने का तरीका सुनसान रोड़ को चुने

दोस्तों यदि आप साइकिल सीखना चाहते हैं तो आपको इस तरह की रोड़ को चुनना चाहिए जोकि काफी सुनसान हो और उसके उपर किसी भी तरह का ट्रेफिक नहीं आता हो । यदि आप साइकिल को चलाने के लिए ट्रेफिक आने वाली जगह को चुनते हैं तो एक्सीडेंट का खतरा बढ़ जाता है।

‌‌‌इसलिए बेहर यही होगा कि आप इस तरह की रोड़ को चुने जहां पर किसी भी तरह का ट्रेफिक नहीं आता हो । हर गांव और शहर के अंदर इस तरह की रोड़ आपको मिल जाएगी । जिसके उपर साइकिल सीखाना काफी आसान हो जाएगा । आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। और आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।

‌‌‌इसके अलावा यदि आपके यहां पर किसी तरह का कच्चा रस्ता है जिसके उपर साइकिल को चलाया जा सकता है तो आप साइकिल सीखने के लिए उसे भी चुन सकते हैं। यह एक अच्छा तरीका है साइकिल सीखने का ।आप प्रयोग करके देख सकते हैं।

अपनी साइकिल से पेडल निकाल भी सकते हैं

यदि आपको लगता है कि आपका बच्चा ठीक तरह से बैलेंस नहीं बना पा रहा है तो फिर आप चाहें तो साइकिल के पैडल निकाल सकते हैं लेकिन मुझे लगता है कि इसकी कोई जरूरत नहीं है। इसका कारण यह है कि बच्चा कुछ ही दिनों के अंदर बैलेंस बनाने मे सक्षम हो जाएगा । और उसके ‌‌‌ बाद आपको फिर से पैडल लगाने की जरूरत पड़ सकती है जोकि काफी समस्या भरा काम हो सकता है। मैंने कई लोगों को साइकिल सीखाई है तो इसकी कोई जरूरत नहीं है। हालांकि यदि आपको यह लगता है कि साइकिल पैडल को निकाल देना चाहिए तो आप कर सकते हैं बाकि आपको जो साइकिल सीखा रहा है उससे बात करें ।

अगर ज़रुरत लगे तो थोड़ा सा ट्रेनिंग व्हील्स इस्तेमाल कर लें

cycle chalane ke tips

दोस्तों ट्रेनिंग व्हील्स एक अलग प्रकार का पहिया होता है। हालांकि हमारे यहां पर हम इसको कम ही देखने को मिलता है। लेकिन बच्चों की साइकिल मे यह अक्सर देखने को मिल जाता है। यह बच्चे को बैलेंस बनाने मे काफी अधिक मदद करता है। यदि ‌‌‌बच्चे को बैलेंस बनाने मे काफी अधिक परेशानी आ रही है तो उसके लिए ट्रेनिंग व्हील काफी फायदेमंद हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।इसकी मदद से बच्च आसानी से साइकिल चला सकते हैं लेकिन ट्रेनिंग व्हील का प्रयोग अधिक समय तक नहीं करना चाहिए ।

‌‌‌क्योंकि यदि आप इसका प्रयोग अधिक समय तक करते हैं तो फिर परेशानी हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए बच्चों को इसकी आदत लग सकती है। इसलिए कुछ समय बाद इसको निकाल देना ही ठीक है।

‌‌‌आप चाहें तो एक हेलिमेंट चुन सकते हैं

दोस्तों भारत के अंदर यदि किसी को साइकिल सीखाया जाता है तो किसी भी तरह का हेलिमेंट का प्रयोग नहीं किया जाता है। लेकिन यदि आपको खुद की सुरक्षा की चिंता है तो फिर आप एक हेलिमेंट का प्रयोग कर सकते हैं। इसकी मदद से बच्चों की सुरक्षा होती है।‌‌‌यदि वे कहीं पर गिर भी जाते हैं तो उनको किसी तरह की कोई गम्भीर चोट नहीं लग पाती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।‌‌‌यदि आपको यह जरूरत महसूस हो रही है कि बच्चे को हेलिमेंट दिया जाना चाहिए तो आप उसे दे सकते हैं। नहीं तो इसकी कोई जरूरत नहीं है।

‌‌‌साइकिल की सीट को एडजस्ट करें

दोस्तों यदि आप बच्चों को साइकिल सीखा रहे हैं तो आपको पता ही होगा कि साइकिल सीट की हाईट काफी कम अधिक होती है। इसलिए हम आपको यह सजेशन देंगे कि इस प्रकार से सीट की हाईट रखें की बच्चे के पैर आसानी से जमीन पर रखें जाएं । सीट को अधिक उंचा आपको नहीं करना चाहिए।‌‌‌यदि आप सीट को अधिक उंच्चा करते हैं तो फिर बच्चे को पैर ठीक तरह से जमीन पर पड़ेंगे नहीं ऐसी स्थिति के अंदर उसके गिरने और चोट लगने का काफी अधिक डर बना रहता है। इसलिए सीट की साइज को आप एडजस्ट कर सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए।

‌‌‌खुद को पीछली सीट पर बैठकर सहारा दें

दोस्तों यदि आप साइकिल सीखा रहे हैं तो आपको पीछली सीट पर बैठ जाना होगा और उसके बाद आपको उनको सहारा देना होगा । मतलब आप उनके कंधे वैगरह पकड़ सकते हैं और यदि आपको यह लगता है कि वे गिर सकते हैं तो आप उनको सहारा दें । बाकी यदि वे कोई गलती करते हैं तो उनको ‌‌‌इसके बारे मे बताते रहें । मतलब समय समय पर आप उनको निर्देश देते रहें । तभी आपके लिए सही होगा । और इसी तरह धीरे धीरे वे साइकिल चलाना सीखते चले जाएंगे ।

‌‌‌स्टैयरिंग कंट्रोल करने के बाद धक्का देना

दोस्तों यदि आप एक बार स्टैयरिंग को ठीक से कंट्रोल करना सीखा देते हैं तो फिर साइकिल चलाना कोई अधिक मुश्किल काम नहीं रह जाएगा । उसके बाद आपको करना यह है कि बच्चे के पीछे पीछे चलना है और उसे धीरे धीरे पैडल को मारने के लिए कहना है। पहले पहले यह ‌‌‌उनके लिए काफी अधिक मुश्किल हो सकता है लेकिन यदि वे निरंतर प्रयास करते हैं तो उसके बाद इसको भी सीख जाएंगे । ध्यान देना है कि ट्रेनर को इस दौरान सीखाने वाले के पीछे पीछे चलना होगा । क्योंकि यदि पीछे पीछे नहीं चलेंगे तो फिर समस्या होगी क्योंकि वह गिर भी सकता है।

‌‌‌उसका बैलेंस जैसे ही खराब होता है तो फिर आपको उनको सहारा देना होगा । हालांकि राइडर हर बार नहीं गिरेगा । कुछ समय जब आप बार बार उसे सीखाने का प्रयास करेंगे तो तो उसके जो अनबैलेंस की आदत होती है वह अपने आप ही समाप्त हो जाएगी ।

‌‌‌इस तरह से आप किसी को भी साइकिल सीखा सकते हैं। यदि आपने खुद सीखली हैं तो आप दूसरों को भी सीखा सकते हैं। खास कर अपने घर के छोटे बच्चों को यह जरूर ही सीखानी चाहिए ताकि वे चीजों को आसानी से कर सकें । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌अपने आत्मविश्वास को बढ़ाएं

दोस्तों बात चाहे साइकिल चलाने की हो या फिर कोई और काम करने की उसके अंदर आत्मविश्वास का होना बहुत ही जरूरी होता है। यदि आत्मविश्वास नहीं होगा तो फिर काम नहीं बनेगा । असल मे क्या होता है कि हमे साइकिल चलाना आता है और चला भी लेते हैं लेकिन खुद पर भरोशा ‌‌‌ नहीं होता है। ऐसी स्थिति के अंदर आपको अपने मन  मे यह धारणा बनानी होगी कि हां आप कर सकते हैं तभी आप कर पाएंगे । जब हम साइकिल सीख रहे थे तो सीखाने वाले ने हमे धक्का देकर छोड़ दिया और हमे लगा कि हमे पीछे से पकड़ रखा है और जब यह पता चला कि पीछे से किसी ने भी नहीं पकड़ रखा है तो उसके बाद ‌‌‌धड़ाम से गिर पड़े ।

तो यदि आपके अंदर भी आत्मविश्वास की कमी है तो फिर आपको अपनी कमी को दूर करने के लिए विचार करना चाहिए आपको अपने मन मे यह धारणा बनानी चाहिए कि आप कर सकते हैं आपको किसी तरह की कोई समस्या नहीं होगी । एक बार आपके अंदर यदि आत्मविश्वास आ जाता है तो उसके बाद आपको किसी ‌‌‌तरह की कोई भी समस्या नहीं होगी । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌लेकिन यदि आप उनको छोड़ रहे हैं तो भूलकर भी किसी ढलान के अंदर नहीं छोड़ना चाहिए । क्योंकि यदि आप उनको ढलान के अंदर छोड़ते हैं तो वहां पर साइकिल काफी अधिक स्पीड मे होती है ऐसी स्थिति मे उनको गिरने पर काफी गम्भीर चोट लग सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌पैडल मारना सीखाएं

दोस्तों यदि एक बार आप स्टैयरिंग सही से पकड़ना सीख लेते हैं और अब आती है पैडल मारने की बारी । पैडल मारना काफी आसान होता है। पैडल साइकिल के इस प्रकार से लगे होते हैं कि जब आप एक पैडल मारते हैं तो दूसरा अपने आप ही उपर आ जाता है हालांकि एक नए बंदे के लिए पैडल मारना काफी ‌‌‌कठिन हो सकता है। क्योंकि पैडल मारने के दौरान वह अपना बैलेंस को खो सकता है। जिससे कि काफी बड़ी समस्या हो सकती है। हालांकि यह पहली बार साइकिल सीखने के दौरान होता है। हमेशा ही नहीं होता  है तो इसके अंदर कोई चिंता की बात नहीं है। आप जब बार बार कोशिश करेंगे तो फिर आप आसानी से चीजों को ‌‌‌सीख जाएंगे । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। इसके अलावा एक बार यदि आप पैडल मारकर खुद को बैलेंस बनाना सीख जाते हैं तो उसके बाद आपको आगे की स्टेप्स की तैयारी करनी चाहिए ।

‌‌‌इसके लिए हमारे पास कोई ट्रिक नहीं है। बस आपको प्रयास करना होगा बार बार प्रयास करना होगा तभी आप चीजों को ठीक ढंग से सीख पाएंगे । आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌उनको सहारा देकर साइकिल पर चढ़ाएं

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जैसा कि आपको पता होगा कि जब कोई नई नई साइकिल चलाना सीखता है तो उसके बाद  वह साइकिल तो चलाना सीख लेता है लेकिन काफी समय तक साइकिल को खुद ही नहीं चला पाता है। मतलब खड़ी साइकिल पर अपना बैलेंस नहीं बना पाता है। ‌‌‌ऐसी स्थिति के अंदर आपको उनको सहारा देना होगा । और खड़ी साइकिल पर बैलेंस बनाने मे मदद करनी होगी । आप पीछे से साइकिल को पकड़ सकते हैं ताकि सवार साइकिल पर आसानी से चढ़ जाए । खड़ी साइकिल पर बैलैंस एक बार आप बना लेते हैं तो समझो आप अधिकतर साइकिल सीख चुके हैं।

‌‌‌हालांकि पहली दफा के अंदर आपके लिए यह एक तरह की समस्या हो सकती है। लेकिन यदि आप लगातार प्रयास करते  हैं तो फिर आपको किसी भी तरह की समस्या नहीं होगी आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌अब उनको पीछे से धीरे से पकड़े रखें

दोस्तों एक बार यदि साइकिल चलाना आ जाता है तो उसके बाद आप साइकिल के सरिये को पीछे से हल्का पकड़ें और जब वे गिरने लगे तो साइकिल को ठीक तरह से पकड़ लें । ऐसा करना आपके लिए सही होगा । इससे होगा यह है कि साइकिल सवार काफी जल्दी ही बैलेंस बनाना सीख जाएगा ।

‌‌‌आप उनके साथ धीरे धीरे दौड़ सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । जब आप धीरे धीरे जोड़ते हैं तो चीजें अपने आप ही सही हो जाती हैं। और उसके बाद साइकिल सवार साइकिल चलाना जब सीख लेते हैं तो उसके बाद आपको उसके साथ दौड़ने की कोई भी आवश्यकता नहीं होती है। आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌उनको साइकिल के हैंड ब्रेक मारने के बारे मे सीखाएं

दोस्तों यदि बच्चा साइकिल चलाना सीख रहा है तो उनको हैंड ब्रेक के बारे मे भी बताना जरूरी होता है उनको बताएं कि कौनसा हेंडब्रेक उनको मारना  चाहिए और किस तरह से मारना चाहिए । जब उनको लगे कि उनको साइकिल को रोकना है तो हेंडब्रेक मारें । नए ‌‌‌ यूजर को सिर्फ पीछले हेंडब्रेक का ही इस्तेमाल करना चाहिए । यदि आप तेज गति साइकिल का अगला हेंडब्रेक का इस्तेमाल करते हैं तो हो सकता है कि साइकिल गिर जाए इसलिए पीछले हेंडब्रेक का ही उपयोग करें हालांकि गलती से यदि अगला हेंडब्रेक लग जाता है तो सवार गिर सकता है तो उसको एकदम से टाइट आपको ‌‌‌नहीं रखना है ताकि यदि यह ब्रेक लग भी जाता है तो सवार किसी भी हालत के अंदर ना गिरे । इसके अलावा आपको सवार को हेंडब्रेक के बारे मे विस्तार से बताना होगा तभी आपके लिए काफी फायदेमंद होगा आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌आत्मविश्वास ना आने तक उनके साथ रहे

दोस्तों जैसा कि हम पहले ही आपको बता चुके हैं। आत्मविश्वास आना बहुत ही जरूरी है आपको यह विश्वास होना चाहिए कि आप साइकिल चला सकते हैं। एक बार जब आपके अंदर आत्मविश्वास आ जाता है तो उसके बाद आप खुद अकेले ही साइकिल चला सकते हैं आपको किसी तरह के ‌‌‌सहारे की कोई आवश्यकता नहीं होती है। आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। इसलिए बेहतर यही होगा कि आपको उनका साथ तब तक देना चाहिए जब तक उनके अंदर आत्मविश्वास ना आ जाए । एक बार यदि आत्मविश्वास आ जाता है तो उसके बाद उनको किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌यह मान कर चलें कि आप कई बार गिरेंगे

दोस्तों आप हो या हमें कोई भी हो जो पहली बार साइकिल को सीखता है वह गिरे बिना नहीं रह सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ लें । एक बार यदि आप गिर जाते हैं तो आपके लिए उठना जरूरी होगा । यदि एक बार गिरने के बाद ‌‌‌आप डर जाते हैं तो फिर कोई फायदा नहीं है क्योंकि ऐसी स्थिति के अंदर आप साइकिल नहीं सीख सकते हैं। आप बार बार गिरेंगे और फिर से उठेंगे तभी आप साइकिल को सीख पाएंगे आप इस बात को अच्छी तरह से समझ लें तभी आपके लिए कुछ फायदेमंद हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌यदि बच्चा एक बार गिर जाता है तो आपको उसके मनोबल को लगातार बढ़ाने की जरूरत होती है ताकि वह बार बार साइकिल पर चढ़े और उसे चलाना सीखे आप इस बात को समझ सकते हैं। एक बार जब उसे चलाने के अंदर मजा आने लगेगा तो फिर वह अपने आप ही चलाना सीख जाएगा ।

‌‌‌कुछ समय तक साइकिल सीखाने का विचार चुनें

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दोस्तों कुछ बच्चे इस तरह के होते हैं जोकि साइकिल को काफी जल्दी ही चलाना सीख जाते हैं

लेकिन कुछ इस तरह के होते हैं कि वे काफी लंबे समय तक साइकिल को चलाना नहीं सीख पाते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।यदि साइकिल सीखाने के समय के बारे मे

‌‌‌बात करें तो आप बच्चे की रूचि के अनुसार चुन सकते हैं। आप उसे रोजाना 2 घंटे तक सीखा सकते हैं। यदि बच्चा बीच मे रूचि खो देता है तो आप उसे सीखाना बंद कर सकते हैं। कुछ बच्चे सीखने मे समय लेते हैं तो इसके अंदर चिंता की कोई बात नहीं है। बस आप प्रयास करते जाएं ।

‌‌‌कुछ मामलों मे एक बच्चे की दूसरे बच्चे से तुलना करना भी काफी फायदेमंद होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए।  इसके अलावा यदि आपका बच्चा रूचि नहीं खो रहा है तो आप उसे बस कुछ ही समय के अंदर साइकिल सीखा सकते हैं। यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा ।

‌‌‌यदि बच्चे ने रूचि खो दी है तो उसे साइकिल सीखाने के मामले के बारे मे जबरदस्ती नहीं करनी चाहिए । क्योंकि ऐसा करने का कोई भी फायदा नहीं होगा । आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते तो आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।

‌‌‌बच्चे पर किसी तरह का दबाव ना डालें

दोस्तों यदि आप एक बच्चे को  साइकिल चलाना सीखा रहे हैं तो उसके उपर किसी भी तरह का दबाव आपको नहीं डालना है यदि आप बच्चे पर किसी तरह का दबाव डालते हैं तो इससे वह काफी परेशान हो सकता है। जैसे कि आपकी बहन ने साइकिल काफी जल्दी सीख ली थी ।

 या आपकी उम्र के ‌‌‌सभी बच्चे साइकिल चलाते हैं। इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करने से आपको बचना होगा । जिससे बच्चा काफी हताश भी हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। आप उसको उसकी रूचि के अनुसार साइकिल सीखा सकते हैं। यही उसके लिए सही होगा ।

‌‌‌बच्चे को प्रोत्साहन करें यही आपके लिए सही होगा

दोस्तों आपको बतादें कि बच्चे को साइकिल सीखाते समय प्रोत्साहन देना बहुत ही जरूरी है। आप उसे बता सकते हैं कुछ वर्ड मै जिससे कि बच्चे को अच्छा मोटिवेशन मिलेगा ।

एक बार और ट्राई करों हम उसके बाद आइसक्रिम खाते हैं।

हां तुम अच्छा कर रहे ‌‌‌ हो ट्राई करते रहो ।

‌‌‌तुमने कोशिश करके खुद को गिरने से बचा लिया हां तुम अच्छा कर रहे हो जारी रखों।

‌‌‌बच्चे के दोस्त से साइकिल सीखाएं

दोस्तों आपको पता होना चाहिए कि एक बच्चा अपने दूसरे साथी बच्चों के साथ साइकिल सीखना काफी अधिक पसंद करता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इसका कारण यह है कि वह उनके साथ अच्छी तरह से तालमेल बिठा सकता है। यदि बच्चे का कोई दोस्त है और उसे साइकिल ‌‌‌चलाना आता है तो फिर आप यह सब कर सकते हैं कि उसे बच्चे को साइकिल चलाना कह सकते हैं। इस तरह से दोस्तों आपके लिए चीजें काफी फायदेमंद हो सकती है। और आपका बच्चा काफी जल्दी ही साइकिल चलाना सीख भी जाएगा ।

‌‌‌भीड़ भाड़ मे साइकिल चलाना सीखाएं

दोस्तों यदि आपके बच्चे ने सुनसान स्थान पर साइकिल चलाना सीख लिया है तो ठीक है। अब आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। अब आपको करना यह है कि अपने बच्चे को भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर साइकिल चलाने को कहना है। आप उसके पीछे बैठ सकते हैं। इस तरह से उसे धीरे ‌‌‌ धीरे नए नियमों के बारे मे आपको बताना होगा । और एक बार जब वह साइकिल को भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर भी चलाने मे सक्षम हो जाएगा तो फिर आपको किसी तरह की चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। बस अब आपका बच्चा ट्रेंड हो चुका है। उसे सही तरह की साइड वैगरह के बारे मे भी आपको बता देना चाहिए ।

‌‌‌एक बार जब आप उसे अच्छी तरह से साइकिल चलाना सीखा देते हैं तो फिर वह खुद भी साइकिल चलाने लगेगा । आप परीक्षण कर सकते हैं कि वह सही ढंग से साइकिल चला रहा है या नहीं ? आमतौर पर बच्चे जब नई नई साइकिल चलाना सीखते हैं तो काफी अधिक समस्या होती है ?

‌‌‌और वे ऐसे वैसे साइकिल चलाते हैं जैसे कि अधिक स्पीड के अंदर साइकिल चलाना भी एक इसी तरह की समस्या होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । तो फिर आपको अपने बच्चों को निर्देश देना होगा कि अधिक स्पीड के अंदर साइकिल ना चलाएं ।वरना आपको नुकसान हो सकता है। और साइकिल को रोकने के बारे मे ‌‌‌ जो जरूरी निर्देश हैं उनको आपको अपने बच्चे को बता देना चाहिए।  इस तरह से उसके बाद आपका बच्चा साइकिल चलाने के लिए रेडी हो चुका है। अब साइकिल चलाने के फायदे तो बहुत सारे हैं जिसके बारे मे हमने आपको किसी दूसरे लेख के अंदर बता दिया है तो आप वह लेख पढ़ सकते हैं।

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