पितृ दोष के 8 लक्षण पितृ दोष दूर करने के उपाय

पितृ दोष के लक्षण pitra dosh ke lakshan , पितृ दोष दूर करने के उपाय पितृ दोष के बारे मे आप जानते ही हैं और आपने कई बार नाम भी सुना होगा कि पितृ दोष  हो गया है। पितृ  कौन होते हैं ? यह सवाल आपके दिमाग मे आता ही होगा । असल मे आपके पुर्वज जो मर चुके हैं वे पितृ  कहलाते हैं। जो लोग मर चुके हैं उनमे से 3 पीढ़ी तक के पूर्वजों को शामिल किया जाता है। और पुत्र की यह ‌‌‌ अनिवार्यता होती है कि वह पितरों को त्रप्त करने के लिए उचित कर्म करें । आमतौर पर आजकल हम काफी अधिक ज्ञानी हो चुके हैं तो हर चीज को बस अंधविश्वास समझने लग जाते हैं। बडबोले पत्रकार जिनको क से अधिक पता नहीं होता है और दो अक्षर सीखने के बाद परमज्ञानी हो जाते हैं वासना मे लिप्त लोग खुद को ‌‌‌ महाज्ञानी समझने लग जाते हैं । इन सभी बडबोलेपन के चलते हम चीजों को सही तरह से नहीं समझ पाते हैं। आत्मा अजर अमर है इसके अंदर कोई शक नहीं है। इसको साबित करने की जरूरत भी नहीं है। आपके मानने या ना मानने से भी कुछ नहीं होता है। इसी प्रकार से जब किसी इंसान की मौत हो जाती है तो वह एक तरह से पितृ  हो ‌‌‌ जाता है। असल मे एक परिवार के अंदर पीढ़ीदर पीढी लोग तो मरते ही रहते हैं। इसके अंदर कोई भी शक नहीं है। और हमारा कर्म यह होना चाहिए कि हम उनकी आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध आदि करते हैं। जिससे कि वे भटकना बंद हो जाएं । और अपने लोक के अंदर चले जाएं ।

‌‌‌लेकिन कुछ लोगों को यह लगता है कि यह अंधविश्वास है । मरे हुए लोग कैंसे भोजन करेंगे ? उनके दिमाग मे न जाने क्या क्या होता है। पर यह महाज्ञानियों के द्धारा बनाई गई परम्पराएं हैं। जो सोच समझकर बनाई गई हैं। आपको यह पता होना चाहिए कि एक परिवार के अंदर कई तरह के लोग होते हैं जो अच्छे कर्म ‌‌‌ वाले लोग होते हैं वे देवता के रूप मे होते हैं उनका तर्पण करने की आपको जरूरत नहीं होती है क्योंकि उनको प्रेत और दूसरी नीच योनी प्राप्त नहीं होती है। इस वजह से वे आपसे कभी भी दुखी नहीं होते हैं। लेकिन कुछ लोग जो अपने जीवन के अंदर बुरे कर्म करते हैं तो मरने के बाद वे अपने कर्मों के अनुसार प्रेत ‌‌‌आदि बन जाते हैं। और उस नीच योनी के अंदर वे काफी अधिक दुखी होते हैं। उस समय वे खुद को इस नीच योनी से नहीं निकाल पाते हैं। और उनको अपेक्षा होती है कि उनके पुत्रआदि उनको त्रप्त करेंगे और इस नीच योनी से निकालेंगे । यदि पुत्र आदि इसके उपर ध्यान नहीं देते हैं तो उसके बाद ‌‌‌वे प्रेत योनी के अंदर बने रहकर ही अपने पुत्र आदि को दोष देते हैं और उनके कल्याण के अंदर बाधा बन जाते हैं। इसलिए ही तो पिंडदान वैगरह सही तरीके से करना चाहिए । नहीं सही तरीके से करने से पितृ दोष लगता है।

‌‌‌और यदि आप सही तरह से पिंडदान और श्राद्ध आदि को नहीं करते हैं तो उसके बाद आपके पितरों का तर्पण नहीं हो पाता है और वे आपके मार्ग मे कई तरह की बाधाएं पैदा कर देते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । भाद्रपद पूर्णिमा से आश्विन कृष्णपक्ष अमावस्या तक के सोलह दिनों को पितृपक्ष कहते हैं जिसमे हम अपने पूर्वजों की सेवा करते हैं।

दिव्य पितृ तर्पण, देव तर्पण, ऋषि तर्पण माने गए हैं और इसके अंदर पितृ  तर्पण को सबसे बड़ा बना गया है। यदि घर के अंदर किसी सदस्य की अकाल मौत हो जाती है या फिर कम उम्र मे किसी वजह से वह मर जाता है तो उसका पूर्ण रूप से तर्पण किया जाना जरूरी होता है। यदि ऐसा नहीं होता है तो दोष लगता है और घर के ‌‌‌ अंदर कई तरह की परेशानी आती हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।परिवार में अशांति, वंश-वृद्धि में रूकावट, आकस्मिक बीमारी, संकट, धन में बरकत न होना, सारी सुख सुविधाएँ होते भी मन असन्तुष्ट रहना आदि

‌‌‌और जैसा कि हमने आपको यह बताया कि हर पुत्र का यह कर्त्तव्य बनता है कि वह अपने पितरों को नीच योनी से निकाले । और यदि पितृ  सभी कर्म के बाद भी संतुष्ट नहीं होते हैं तो आपको किसी विद्धान इंसान को बुलाकर भागवत महापुराण का पाठ करवाया जाना चाहिए । जिससे कि आपको शांति मिलेगी । इसके बारे मे ‌‌‌ आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।

पितृ दोष के लक्षणों के बारे मे आप जान ही चुके हैं। असल मे यदि आपके घर का सदस्य मरने के बाद देव हो गया है तो उसका आपको किसी तरह का पितृ  दोष नहीं लगता है। लेकिन आपने देखा होगा कि घर का सदस्य मरने के बाद प्रेत बन गया और और घरवालों को ही परेशान करना शूरू कर दिया है तो ‌‌‌ यह प्रेत दोष कहलाता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।प्रेत बने उस पितृ  को कुछ  क्रियाएं करके वहां से निकाला जाता है क्योंकि उसकी जो अधूरी इच्छाएं होती हैं वे उसको काफी अधिक परेशान करती हैं। कुछ क्रियाओं से उसको शांत किया जा सकता है।

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पितृ दोष के लक्षण pitra dosh ke lakshan

‌‌‌दोस्तों अब हम बात करने वाले हैं पितृ  दोष के लक्षणों की तो इसके कई सारे लक्षण हो सकते हैं। यह जरूरी नहीं है कि आपका पितृ  आपके समने मे आए और आपको दिखाई दे । असल मे कई बार वह आपको दिखाई नहीं देता है लेकिन उसका प्रभाव काफी अधिक अच्छे तरीके से मौजूद होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌पितृ  दोष के लक्षणों के आधार पर आप यह जान सकते हैं कि आपके घर मे पितृ  दोष की समस्या है और उसके बाद आप किसी जानकार के पास भी जा सकते हैं और यह पता लगा सकते हैं कि आपके घर मे पितृ  दोष है या फिर नहीं है ? वे आपको बहुत ही आसानी से बतादें गे ।

‌‌‌तो आइए जानते हैं अब पितृ दोष के लक्षण pitra dosh ke lakshan के बारे मे विस्तार से जिससे कि आपको इसके बारे मे अच्छे से पता चल सके ।

1.पितृ दोष के लक्षण pitra dosh ke lakshan ‌‌‌संतान सुख का नहीं मिल पाना

‌‌‌दोस्तों यदि पितृ  दोष है तो यदि बड़ा दोष है तो संतान सुख नहीं मिल पाता है। काफी प्रयास करने के बाद भी पति और पत्नी को संतान नहीं होती है। यदि आपके साथ भी ऐसा ही हो रहा है तो एक बार किसी जानकार को दिखा लें कि आपको पितृ  दोष तो नहीं है। इसके अलावा यह भी हो सकता है कि ‌‌‌ आपको बार बार संतान पैदा तो हो रही हैं लेकिन उसके बाद भी वे अधिक समय तक जीवित नहीं रह पाती हैं कुछ समय बाद उनकी मौत हो जाती है। यदि लंबे समय तक इसी तरह से आपकी कई संतानों की मौत हो जाती है तो यह पितृ  दोष का संकेत हो सकता है। जैसे कि कुछ लोगों के साथ ऐसा होता है उनकी सारी संताने मर चुकी हैं।

पितृ दोष के लक्षण

‌‌‌या फिर संतान तो पैदा होती हैं लेकिन वे मर रही हैं तो यह पितृ  दोष का संकेत हो सकता है। एक बार अच्छे से किसी को दिखा लें और यदि पितृ  दोष है तो उसे दूर करने का प्रयास करें। बस कुछ ठीक हो जाएगा।

‌‌‌इसके अलावा आपको यदि विगलांग संतान होती है तो वह भी पितृ  दोष का संकेत हो सकता है। हालांकि यह हर बार जरूरी नहीं है कि संतान के विकलांग होने पर पितृ  दोष ही हो लेकिन ऐसा हो सकता है। इसके बारे मे कुछ कह नहीं सकते हैं।

‌‌‌संतान के मंदबुद्धि होना भी एक तरह से पितृ  दोष हो सकता है। जैसे कि आपकी दो संताने हैं और दोनो ही संताने मंदबुद्धि हैं तो यह पितृ  दोष का संकेत हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और जिन लोगों को पितृ  दोष होता है उनको संतान का सुख नहीं मिल पाता है। यदि संतान होती भी है तो वह किसी ‌‌‌ काम की नहीं होती है। बार बार ऐसी संतान आपको दुख देने का काम करती है। इसके बारे मे भी आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। यही आपके लिए एकदम से सही होगा ।

2.pitra dosh ke lakshan hindi नौकरी और व्यवसाय मे हानि का होना

‌‌‌दोस्तों यदि हम पितृ  दोष की बात करें तो इसका एक बड़ा लक्षण यह भी है कि जिन लोगों के घरों मे पितृ  दोष होता है उनके नौकरी और व्यवसाय के अंदर बार बार हानि होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । जैसे कि आप कोई एक काम करते हैं और उस काम के अंदर आपको घाटा लगता है तो आप उस काम को छोड़ देते

‌‌‌और उसके बाद दूसरा कोई व्यवसाय शूरू करते हैं लेकिन उसके बाद भी आपको उसके अंदर भी हानि होती है तो उसके बाद आप तीसरा शूरू करते हैं तो उसके अंदर भी हानि होती है। हानि का मतलब यही है कि कुछ भी हो सकता है जैसे कि दुकान मे चोरी हो जाती है या दुकान मे आग लग जाती है या फिर सामान नहीं बिकता है

‌‌‌यदि इस तरह की समस्या आपको बार बार हो रही है तो आपको यह समझ लेना चाहिए कि यह सब नोर्मल नहीं है और आपके साथ कोई ना कोई समस्या ही है जिसकी वजह से ही ऐसा हो रहा है। तो आपको एक बार अपने घर के बारे मे किसी को दिखा लेना चाहिए । उसके बाद ही आपको कुछ फायदा हो सकता है।

‌‌‌इसके अलावा यदि आप नौकरी करते हैं तो आपको नौकरी के अंदर हानि हो सकती है। जैसे कि आपका डिमोशन हो सकता है। पैसा समय पर नहीं मिल पाता है। और घर के अंदर पैसे की बचत नहीं होती है। इस तरह से आपके साथ सब कुछ नगेटिव ही होता है ऐसी स्थिति के अंदर आपको यह समझ लेना चाहिए कि ‌‌‌ आपको पितृ  दोष हो सकता है। एक बार आप अपने किसी जानकार के पास जाएं और पूछें कि आपका किस्मत इतना खराब क्यों चल रहा है ? यदि आपका किस्मत काफी खराब चल रहा है तो इसके कारण के बारे मे भी आपको वह बतादेगा । जिससे कि आपकी समस्या का समाधान भी हो सकता है।

‌‌‌कुल मिलाकर आप इन चीजों के बारे मे पता करेंगे तभी तो आपको पता चलेगा । नहीं तो आपको नुकसान होता रहेगा और आप बस देखते ही रह जाएंगे तो आप समझ सकते हैं कि पितृ  दोष का यह भी एक लक्षण होता है यदि आप गहराई से सोचते हैं तो आपको सब कुछ आसानी से समझ आ जाएगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌ 3.परिवार मे कलह होना

दोस्तों यदि हम पितृ  दोष के लक्षणों की बात करें तो एक लक्षण यह भी है कि पितृ  दोष परिवार के अंदर कलह करवाने का काम करता है। जिस घर के अंदर पितृ  दोष होता है वहां पर छोटी छोटी बातों पर कलह होती रहती है। आप अपने घर मे ध्यान से देखें कि घर के ‌‌‌अंदर क्या छोटी छोटी बातों पर कलह हो रही है। या फिर किसी के मरने के बाद ऐसा हो रहा है तो इसका मतलब पितृ  दोष हो सकता है। आपको इसके बारे मे किसी से पूछना चाहिए । इसके अंदर होता यह है कि घर के सदस्यों का दिमाग सेंटर मे नहीं रहता है जिसकी वजह से ऐसी समस्या का सामना करना पड़ता है। असल मे जो ‌‌‌ पितृ  प्रेत योनी के अंदर होता है वह अपनी शक्तियों का उपयोग करते हुए घर के सदस्यों के दिमाग को प्रभावित करता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और उसके बाद घर के सदस्यों का दिमाग शांत नहीं रह पाता है और वे छोटी छोटी बातों पर झगड़ा करने लग जाते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌यदि आपके घर मे भी ऐसा हो रहा है। घर के सदस्य छोटी छोटी बातों पर एक दूसरे को मारने पीटने लग जाते हैं तो इसका मतलब यही है कि घर के अंदर कुछ सही नहीं चल रहा है और आपको ईलाज करवाने की आवश्यकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌हालांकि पितृ  और प्रेत अलग अलग होते हैं। प्रेत का पितृ  भी हो सकता है। लेकिन कई बार घर के अंदर किसी दूसरे का प्रेत आ जाता है वह पितृ  नहीं होता है। उसकी वजह से भी घर के अंदर झगड़े होने लग जाते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं।

‌‌‌लेकिन यदि एक ज्ञानी सदस्य है तो उसको इस बात का एहसास हो जाता है कि घर के अंदर पितृ दोष है। प्रेत वैगरह होने पर वह दिखाई भी देता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए तो आप समझ सकते हैं कि प्रेत है और इसका ईलाज करवा सकते हैं।

‌‌‌4.बीमारी परिवार का पीछा नहीं छोड़ पाती है

पितृ दोष के लक्षण

दोस्तों यदि घर के अंदर पितृ  दोष होता है तो उस घर का कोई ना कोई सदस्य बीमार ही रहता है। और फालतू के अंदर बीमारियों पर पैसा लगता है। यदि आपके घर मे पितृ  दोष है तो घर के सदस्य यदि एक के बाद एक बीमार रहते हैं और यह बीमारी सालों साल चल रही है तो इसका ‌‌‌ मतलब यही है कि आपके घर के अंदर पितृ  दोष है इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । घर मे पितृ  दोष का यह एक अच्छा संकेत है। आमतौर पर पितृ  जब दुखी होते हैं तो वे आपको भी कष्ट पहुंचाते हैं और आपका कर्तव्य बनता है कि आप उनको इस समस्या से निकालें । यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा।

‌‌‌कुछ लोगों के घरों मे यह देखा गया है कि जब पितृ  दोष होता है तो एक घर का मैन सदस्य अधिक बीमार रहने लग जाता है। सब कुछ जतन करने के बाद भी घर के उस सदस्य की बीमारी ठीक नहीं हो पाती है। और यदि वह किसी तरह से ठीक भी हो जाता है तो उसके बाद घर का दूसरा सदस्य बीमार रहने लग जाता है।

‌‌‌इस तरह से घर के लोगों को काफी अधिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । ऐसा कभी नहीं हो सकता है कि घर के सदस्य बार बार बीमार पडें ।यदि ऐसा होता है तो कुछ ना कुछ नगेटिव उर्जा हो सकती है जोकि आपके पितृ  के रूप मे भी हो सकती है।

‌‌‌5.विवाह मे समस्याएं होना

दोस्तों यदि पितृ  दोष होता है तो इसका एक कारण यह भी होता है कि यह विवाह के अंदर भी समस्या पैदा करता है। यदि आपके घर के सदस्यों की आयु विवाह योग्य हो चुकी है लेकिन उसके बाद भी इनका विवाह नहीं हो रहा है तो यह एक समस्या का भी संकेत दे सकता है।

‌‌‌यदि आप काफी कुछ कोशिश कर चुके हैं और उसके बाद भी विवाह नहीं हो पा रहा है तो आपको चाहिए कि आप एक बार यह चैक करवाएं कि आपके घर मे पितृ  दोष की समस्या तो नहीं है। यदि पितृ  दोष की समस्या है तो हो सकता है कि उसकी वजह से विवाह नहीं हो रहा है। वरना तो आप देखते हैं कि शराबी और बेकार लड़कों का ‌‌‌ विवाह भी बहुत ही आसानी से हो जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

‌‌‌इसके अलावा यदि शादी हो भी जाती है तो वह काफी अधिक मुश्किल से होती और शादी के बाद तलाक हो जाता है। मतलब यही है कि पितृ  दोष होने पर शादी के अंदर किसी ना किसी तरह की अड़चने आनी शूरू हो जाती हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌और क्योंकि पितृ  यह सब समस्या का कारण होते हैं। उनको जब तक शांति नहीं मिलती है जब तक कि वे खुद को कल्याण की तरफ नहीं लेकर जाते हैं। इसलिए पितृ  दोष होने पर पुत्र का कर्तव्य यह बनता है कि वह अपने पितरों के कल्याण की दिशा मे काम करें ।

‌‌‌इसके अलावा पितृ  दोष होने पर यदि शादी होती है तो उसके अंदर भी अलगाव का सामना करना पड़ता है और पति और पत्नी को काफी अधिक तकलीफ होती है रिश्ते के अंदर प्यार नाम की कोई चीज नहीं होती है। काफी अधिक झगड़ा होता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। कुल मिलाकर यह सब अच्छा है।

6.दुर्घटना बार बार हो सकती है

दोस्तों यदि घर के अंदर पितृ  दोष है तो आप दुर्घटना का शिकार भी हो सकते हैं और इसके अंदर मौत भी हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । मतलब यही है कि पितृ  आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं। जैसे कि आप गाड़ी चलाते हैं तो गाड़ी का एक्सीडेंट हो सकता है। बाइक का ‌‌‌ एक्सीडेंट हो सकता है। यदि ऐसा है तो आपको समझ जाना चाहिए कि पितृ  दोष की समस्या है। इसके अलावा आपको यह भी बतादें कि पितृ  दोष होने की दशा मे सिर्फ एक बार ही दुर्घटना नहीं होती है। वरन बार बार ऐसा होता है। और आप तो जानते ही हैं कि बार बार ऐसा होना किसी तरह की समस्या का संकेत होता है आप ‌‌‌ इसको अच्छी तरह से समझ सकते हैं। इस तरह से पितृ  दोष आपके लिए घातक हो सकता है। और कई बार क्या होता है कि दुर्घटना कुछ इस प्रकार की होती है कि इंसान की मौत तक हो जाती है। इसलिए यदि आपके साथ इस तरह की अजीब घटनाएं हो रही हैं तो फिर आपको संभल जाना चाहिए ।

‌‌‌और यह इस बात का संकेत देता है कि आपके घर मे पितृ  दोष हो सकता है। इसलिए समय पर इसका इलाज करवाना बहुत ही जरूरी होता है आप समझ ही गए होंगे कि हम आपसे क्या कहना चाहते हैं ?

‌‌‌7.परिवार के सदस्यों मे प्रेत बाधा होना

दोस्तों यदि घर के सदस्यों के उपर पितृ  दोष होता है तो इसकी वजह से प्रेब बाधा हो सकती है। इस तरह की कई घटनाएं प्रकाश के अंदर आती रहती हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

‌‌‌आमतौर पर जब पितृ  जब प्रेत योनी के अंदर होते हैं तो उसकी वजह से दूसरे प्रेत भी उनके साथ हो  जाते हैं तो यह घर के अंदर दाखिल होते हैं जिसकी वजह से घर मे काफी अधिक समस्याएं होती हैं। आमतौर पर घर मे प्रेत होने के लक्षण का एहसास होने लग जाता है। यदि आपके घर मे इस तरह के किसी भी लक्षणों ‌‌‌ का एहसास होता है तो इसका मतलब यह है कि आपके घर मे पितृ  दोष हो सकता है।

‌‌‌कुछ दिन पहले की बात है हमारे यहां पर किसी जानकार लड़के की मौत हो गई थी वह लड़का ट्रेन के आगे कटकर मरा था। उसकी मौत के बाद वह सीधा प्रेत योनी के अंदर चला गया । इसका शायद कारण यह रहा होगा कि वह इसी तरह के कर्म संस्कार को धारण करने वाला था। उसके बाद उसके साथ अन्य प्रेत भी हो गए और वे सारे मिलकर ‌‌‌ अपने घर के सदस्यों को ही परेशान करने लग गए ।

 अब उसका यदि सही से ईलाज नहीं किया जाता है तो वह घर के लोगों को ही नुकसान पहुंचाएंगे । यदि घर का कोई पितृ  नीच योनी के अंदर होती है तो फिर वह अपने साथ अन्य बुरी आत्माओं को कर लेता है और यही कारण है कि घर मे भूत प्रेत होने का एहसास होने लग जाता ‌‌‌ है। यदि आपको भी इसी तरह से घर मे भूत प्रेत होने का एहसास हो रहा है तो फिर आपको समझना चाहिए कि आपके घर मे पितृ  दोष हो सकता है। और यह दोष आपके लिए काफी अधिक घातक साबित हो सकता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।

‌‌‌6.संतान का बुरी संगत के अंदर पड़ना

दोस्तों यदि आपके घर के अंदर पितृ  दोष की समस्या है तो आपकी संतान को इसका बुरा असर देखने को मिल सकता है। इसकी वजह से आपकी संतान बुरी संगत मे पड़ सकती है। यहां पर बुरी संगत का मतलब यह है कि वह व्यभीचारी हो सकती है। शराब और जुए की लत उसे हो सकती है। इसके अलावा ‌‌‌ वह तमाम तरह के बुरे काम कर सकती है। जिसकी वजह से उस संतान को तो कष्ट होता ही है। इसके अलावा आपको भी इसकी वजह से कष्टों का सामना करना पड़ता है। क्योंकि संतान यदि गलत रस्ते पर चलने लग जाती है तो फिर माता पिता कैसे शांत बैठ सकते हैं?

‌‌‌यह सब पितृ  दोष की वजह से हो सकता है। आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा । दोस्तों पितृ  दोष होने पर संतान की बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है और वह गलत दिशा के अंदर जाने लग जाती है।

‌‌‌इसलिए आपको समय रहते सचेत होना होगा यदि आप इसके अंदर समय रहते सचेत नहीं होते हैं तो फिर आपको काफी अधिक समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

‌‌‌कुछ लोगों को इसका पता ही नहीं चल पाता है पितृ  दोष को वे नजर अंदाज कर देते हैं। लेकिन इससे उनके कष्टों के अंदर कमी नहीं आती है वरन उनके कष्ट काफी अधिक बढ़ते चले जाते हैं। इसलिए इनको नजर अंदाज करना या फिर अंधविश्वास समझना भारी भूल होगी ।और इससे किसी दूसरे का नुकसान नहीं होगा । वरन आपका ही ‌‌‌ नुकसान होगा इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌ पितृ  दोष को दूर करने के उपाय

दोस्तों आपने पितृ  दोष का नाम तो सुना ही होगा । और यदि नहीं सुना है तो हम आपको उपर बता ही चुके हैं। आमतौर पर जब किसी घर के अंदर पितृ  दोष होता है तो उपर दिये गए लक्षण प्रकट होते हैं। और आप उन लक्षणों की मदद से आसानी से पितृ  दोष को पहचान सकते हैं। इसके बारे मे ‌‌‌ आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । इसके अलावा पितृ  दोष  यदि घर के अंदर है तो उसे दूर करने के बारे मे आपको प्रयास करना चाहिए । इसके लिए आप कई तरह के उपाय कर सकते हैं। जिससे कि पितृ  दोष को शांत किया जा सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

‌‌‌यदि घर के अंदर किसी भी प्रकार का पितृ  दोष है तो आपको चाहिए कि आप बिना देरी किये इसके उपाय के बारे मे बात करें ।आप किसी से अपनी कुंडली को दिखवा सकते हैं। जिससे कि आपको यह पता चल जाएगा कि आपके घर मे पितृ  दोष है और उसके बाद वह आपको इसको दूर करने के उपाय भी बतादेगा । यदि आप समय रहते ही ‌‌‌ इसके उपर ध्यान नहीं देते हैं तो उसके बाद आपके लिए समस्या हो सकती है। कारण यह है कि यह पितृ  दोष आपके लिए परेशानी खड़ी कर सकता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

‌‌‌यदि हम पितृ  दोष को दूर करने के उपायों की बात करें तो इसके कई सारे उपाय हो सकते हैं। जिनकी मदद से आप पितृ  दोष को दूर कर सकते हैं तो आइए जानते हैं उन उपायों के बारे मे विस्तार से जिससे कि आपको कुछ मदद मिल सके ।

‌‌‌धार्मिक रूप से यह मान्यता है कि यदि घर मे पितृ  दोष होना का कारण यह होता है कि हमारे जो पुर्वज होते हैं वे अनैतिक कर्म करते हैं जिसकी वजह से उनको दोष लग जाता है और इसकी सजा वे खुद को भोगते ही हैं इसके अलावा हमको भी इसकी सजा भोगनी पड़ती है। इसलिए पुर्वजों का जो क्रिया कर्म ठीक तरह से नहीं ‌‌‌ करते हैं उनको भी पितृ  दोष लगता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इसके अलावा जो लोग अपने पूर्वजों का क्रिया कर्म ठीक तरह से करते हैं उनको किसी तरह का दोष नहीं लगता है और यह पूर्वज उनको आशीर्वाद देते हैं और अपने लोकों को चले जाते हैं।

शिव लिंग पर तांबे का सर्प अनुष्ठानपूर्वक चढ़ाने से पितृ  दोष से मुक्ति मिलती है

दोस्तों शिवलिंग के बारे मे तो आप जानते ही हैं। यह किसी भी शिव मंदिर के अंदर आपको बहुत ही आसानी से मिल जाएगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । आप एक तांबे का सर्प बना लें और किसी पंडित को बुलाएं । उसको इसके ‌‌‌ बारे मे विस्तार से बताएं । और उसके बाद अनुष्ठान करवाते हुए इस सर्प को तांबे के शविलिंग पर अर्पित करें । ऐसा करने का फायदा यह होगा कि आपको पितृ  दोष से आराम मिलेगा । अनुष्ठान करने के लिए आप किसी जानकार को चुन सकते हैं।जिसने की पहले भी कई सारे अनुष्ठान किये हों ।

‌‌‌आपको इस तरह के कई इंसान अपने आस पास ही मिल जाएंगे तो आप उनसे संपर्क कर सकते हैं और इसके बारे मे यह भी पूछ सकते हैं कि आपको कितना पैसा देना होगा । अलग अलग इंसान से भी संपर्क कर सकते हैं लेकिन एक सही इंसान से संपर्क करना जरूरी होता है। ‌‌‌वरना वह आपसे पैसा तो ले जाएगा लेकिन आपका कोई भी काम नहीं करेगा जिससे आपको ही नुकसान हो जाएगा।

‌‌‌पारद शिवलिंग को घर मे लगाएं

दोस्तों पारद शिवलिंग का नाम तो आपने भी सुना ही होगा पारद शिवलिंग को घर मे प्राण प्रतिष्ठित करवाना भी काफी फायदेमंद होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए।  पारद शिलिंग को आप मंगवा सकते हैं और उसके बाद किसी जानकार इंसान से इसको प्राण प्रतिष्ठित करवा सकते ‌‌‌ हैं। ऐसा करने का फायदा यह होगा कि आपके घर के अंदर जो पितृ  दोष मौजूद है वह शांत हो जाएगा । इसके अलावा पारद शिव लिंग का वर्णन वेदों और पुराणों के अंदर मिलता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।यह चांदी और पारे से मिलकर बना होता है। और इसकी पूजा करने से भगवान शिव का आशीर्वाद मिलता है और ‌‌‌ लक्ष्मी की भी कृपा बनी रहती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।पारद शिवलिंग की पूजा समस्त दैहिक, दैविक एवं भौतिक महादुखों से मुक्ति दिलाने वाला है। और यदि आप पारद शिव लिंग की पूजा करते हैं तो अकाल मृत्यु का भय समाप्त हो जाता है। इसके अलावा जो बुरी शक्तियां होती हैं वह ‌‌‌ आपके आस पास ही नहीं आती हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।और पारद शिवलिंग पर पुष्प चढ़ाने से महादेव प्रसन्न होते हैं और इसको स्पर्श करने मात्र से ही सभी पाप कर्म हैं वह नष्ट हो जाते हैं ।इस तरह से जिस घर मे पारद शिव लिंग होता है वहां पर सभी तरह के देवताओं का वास ‌‌‌होता है। और इस तरह के घर के अंदर यह धन की कमी नहीं होने देता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

सूर्य अथवा चन्द्र ग्रहण के दिन सात अनाज से तुला दान करें

दोस्तों सूर्य और चंद्र ग्रहण के दिन साबुत अनाज से तुला दान करने से भी पितृ  दोष शांत होता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। ‌‌‌आपको बतादें कि तुला दान को महादान के नाम से जाना जाता है तुला दान के अंदर दान करने वाला सोने का आभूषण-कंगन, अंगूठी, सोने की सिकड़ी वगैरह ब्राह्मण को दान देता है। और इसके अंदर वेद मंत्रों का उच्चारण भी किया जाता है। दान करने वाला सफेद कपड़े पहनता है।और उसके बाद वह एक सफेद फुल रखता है उसके बाद एक ‌‌‌ तरफ एक पलड़े पर वह चढ़ जाता है। अब उसके भार के बराबर अनाज को तोला जाता है। यह साबुत अनाज होता है इसको किसी ब्रहा्रमण को दान कर दिया जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।वैसे आपको बतादें कि पहले इस दान के अंदर सोना चांदी का दान दिया जाता था लेकिन अब ऐसा नहीं है। अब ‌‌‌ तुला दान के अंदर सिर्फ साबुत अनाज का ही दान किया जाता है। इस दान के बारे मे यह कहा गया है कि यह दान करने वाले को विष्णु लोक के अंदर स्थान मिलता है।

कालसर्प योग यंत्र की प्राण प्रतिष्ठा करवाकर पूजा करें

 कालसर्प योग यंत्र आपको मार्केट के अंदर मिल जाएगा । लेकिन हम आपको यही कहना चाहते हैं कि इस यंत्र को यदि आप खरीद रहे हैं तो फिर किसी जानकार इंसान से ही खरीदवाएं या फिर मंगवाएं । ऐसा करने का फायदा यह होगा कि आपके घर के अंदर सुख और शांति बनी रहेगी । और कालसर्प यंत्र को यदि आप प्राण प्रतिष्ठित ‌‌‌ करवाते हैं और उसके बाद अपने घर के अंदर स्थापित कर देते हैं तो यह काफी फायदेमंद होता है।क्योंकि यह आपके घर के अंदर पितृ  दोष को शांत करने का काम करता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

‌‌‌वैसे आपने कालसर्प योग का नाम तो सुना ही होगा । इसका मतलब होता है जब कुंडली में राहु और केतु के मध्य में सारे ग्रह आ जाते हैं तब कुंडली में कालसर्प योग बनता है।यदि किसी को कालसर्प का योग बनता है तो उसके जीवन के अंदर कई तरह की उथल पुथल मच जाती है। जैसे कि उसके जीवन के अंदर काफी अधिक परेशानियां ‌‌‌ आती हैं। और यहां तक कि उसकी मौत तक हो सकती है। इसलिए उसको अकाल मौत का भी भय बना रहता है इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा ।

‌‌‌वैसे यदि किसी को कालसर्प का योग है तो इसके लिए कई सारे उपाय हैं जोकि अलग से होते हैं उनको आप कर सकते हैं जिससे कि आपको कालसर्प योग से संतोष मिलेगा । इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए कालसर्प योग से बचने के तरीकों के बारे मे जानने के लिए आप किसी जानकार से भी संपर्क कर सकते हैं।

‌‌‌पितृ  दोष से बचने के लिए मोर पंख लगाएं

दोस्तों यदि आपके घर के अंदर पितृ  दोष है तो उसके अंदर मोर पंख भी काफी फायदेमंद हो सकता है। आप अपने घर और दुकान पर छत पर मोर पंख टांग सकते हैं। ऐसा करने से आपका पितृ  दोष से बचाव होता है। और यदि आप कोई दुकान वैगरह चलाते हैं तो उसके उपर भी मोर पंख लगा सकते ‌‌‌ हैं जिससे कि आप पितृ  दोष से बहुत ही आसानी से बच सकते हैं। यह एक अच्छा तरीका है पितृ  दोष से बचने का लेकिन आजकल मोर पंख भी मिलना काफी कठिन हो चुका है। हमारे यहां पर तो मोर की आबादी काफी अधिक घट चुकी है। इसका शायद कारण यह रहा है कि खेतों के अंदर जो जहर का उपयोग करते हैं मोर उसको खाते हैं ‌‌‌ और उसके बाद मोर वैगरह की मौत बहुत ही आसानी से हो जाती है। वैसे आपको बतादें कि मोर पंख नकारात्मक उर्जा को भगाने के लिए भी प्रयोग किया जाता है। मोर पंख के कई सारे फायदे होते हैं। यदि आपके यहां पर मोर पंख है तो आप घर मे मोर पंख को लगा सकते हैं।

‌‌‌लेकिन यदि आपके यहां पर मोर पंख नहीं है तो कोई बात नहीं आप कोई दूसरा तरीका उपयोग मे ले सकते हैं । आपके लिए जो सूट करता है वह तरीका आप उपयोग मे ले सकते हैं आपको इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌आपको यह भी ध्यान देना चाहिए कि मोर पंख अपने आप ही गिरे हुए होने चाहिए । यदि मोर को मारकर उसके पंखों को निकाला जाता है तो यह काम नहीं करेगा । और वैसे भी मोर को मारना अपराध होता है और आपको पुलिस पकड़ कर ले जा सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌पितृ  दोष से बचने के लिए ताजी मूली का दान दें

दोस्तों पितृ  दोष के बारे मे यह भी कहा जाता है कि आपको एक ताजी मूली का दान करना चाहिए ।

हालांकि आपके पास बहुत सारी मूली हैं तो आप उनको भी दान कर सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इसके अलावा यदि आपके पास नहीं है तो आप बाजार से खरीद ‌‌‌ कर लेकर आ सकते हैं और उसके बाद जो मांगने खाने वाले लोग होते हैं आप उनको वह ताजी मूली दान कर सकते हैं। ऐसा करने का फायदा होगा कि आपका पितृ  दोष शांत हो जाएगा । यदि आप एक किसान हैं तो आपको कुछ  अधिक करने की आवश्यकता नहीं है। बस आपको करना यह है कि आप अपने खेत के अंदर मूली डालदें और उसके बाद ‌‌‌ मूली हो जाएं तो आप उनको दान देना शूरू कर सकते हैं। यह एक अच्छा तरीका है। इसके अंदर आपका एक पैसा भी नहीं लगेगा और आपको काफी फायदा भी होगा ।

पितृदोष दूर करने के लिए पानी मे नारियल बहाएं

दोस्तों यदि घर के अंदर पितृ  दोष है और आपको इसका पता चल चुका है तो इसके लिए आपको करना यह है कि एक नारियल लेकर आएं और यदि आपके आस पास नदी वैगरह है तो आप नारियल को उस नदी के अंदर बहा दें। हालांकि इसको बहाने की प्रोसेस के बारे मे जानने के लिए ‌‌‌ किसी जानकार से संपर्क करें। क्योंकि इस तरह के तरीकों के बारे मे उनको पता होता है। हालांकि कॉमन यही होता है कि अपने घर के अंदर इस नारियल को अच्छी तरह से घूमाएं और उसके बाद इसको पानी मे बहा देना चाहिए आप समझ सकते हैं। और यही आपके लिए अच्छा होगा ।

‌‌‌जिस भी नारियल का आप प्रयोग कर रहे हैं वह किसी भी तरह से कटा फटा नहीं होना चाहिए । यदि कटा फटा नारियल है तो आपको उसका उपयोग नहीं करना चाहिए । इसके लिए अच्छा और सही नारियल को चुनना बहुत ही जरूरी होता है आप इस बा त को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

मकान की दक्षिण दिशा में पूर्वजों की तस्वीर लगाएं

दोस्तों पितरों की तस्वीर को घर के हर जगहों पर नहीं लगाना चाहिए।  क्योंकि यह सही नहीं होता है। कुछ मान्यताओं के अनुसार घर के दक्षिण दिशा मे पितरों की तस्वीर को लगाया जाना चाहिए आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए । वैसे तो घर का कोई सदस्य मर ‌‌‌ जाता है तो वह उस रूप मे नहीं होता है जिस रूप मे आप उसको समझते थे ।अब उसका आपसे कोई नाता नहीं होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इसलिए घर के अंदर उसकी तस्वीर को रखना सही नहीं होता है।लेकिन कुछ लोग यह करते हैं कि देवी देवता के साथ अपने पूर्वजों की तस्वीर को लगाते हैं ।

‌‌‌ऐसा करने से दोष लगता है आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए क्योंकि यह आपके लिए सही नहीं होगा । इसलिए कभी भी पितरों की तस्वीर के साथ देवी देवताओं की तस्वीर नहीं लगानी चाहिए आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए । इससे देवता नाराज हो सकते हैं।

‌‌‌पितरों की फोटो को बेडरूम मे नहीं लगाना चाहिए और उनकी फोटों को किचन मे भी नहीं लगाना चाहिए । ऐसा करने से घर के अंदर अशांति फैलती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

घर के अंदर उन स्थानों पर पितरों की फोटो नहीं लगानी चाहिए जिन स्थानों पर आते जाते नजर पड़ती है। इससे आपको काफी अधिक ‌‌‌ परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा ।‌‌‌इसके अलावा आप इसके बारे मे किसी जानकार से बात कर सकते हैं और आपको जो निर्देश मिलता है उसका पालन करना चाहिए । यही आपके लिए सबसे सही होगा आप समझ सकते हैं।

‌‌‌भगवान शिव की पूजा करें

दोस्तों ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव की पूजा करने से हर तरह के पितृ  दोष शांत हो जाता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए।  और आप समझ सकते हैं। यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा । ॐ हर-हर महादेव नाम का आपको जाप करना चाहिए और हर मंगलवार को भगवान शिव ‌‌‌ का दही से अभिशेषक करना चाहिए।  आप इसके लिए यह कर सकते हैं कि अपने आस पास शिव मंदिर के अंदर जाएं । और वहां पर जाकर भगवान शिव की पूजा करें और उसके बाद उनका अभिशेषक करें । यही आपके लिए सही होगा आप इस बात को समझ सकते हैं।

ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें

दोस्तों ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करने से भी पितृ  दोष दूर होता है।इसके लिए आपको करना यह है कि सुबह नहाने के बाद एक माला ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करना चाहिए और यह रोजाना यदि आप करते हैं तो इससे आपको तरक्की देखने को मिलेगी और यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा आप ‌‌‌इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । कुल मिलाकर आप यह प्रयोग कर सकते हैं। आपके लिए सबसे अधिक बेस्ट होगा ।‌‌‌इसके बाद जब नागपंचमी आती है तो आप उस समय व्रत रखें और चांदी की प्रतीमा वाली अंगूठी पहने यही आपके लिए काफी फायदेमंद होगा ।

पवित्र पीपल तथा बरगद के पेड़ लगाएं

दोस्तों ऐसा माना जाता है कि पीपल का पेड़ लगाने पर बहुत अधिक पुण्य मिलता है। आप कहीं पर भी पीपल या बरगद का पेड़ लगा सकते हैं। ऐसा करने से पितरों को शांति मिलती है और उनका कष्ट कम होता है। इसके अलावा यह पेड़ काफी फायदेमंद होते हैं। बरगद का पेड़ तो हजारों ‌‌‌ सालों तक जिंदा रहता है और लोगों को ऑक्सीजन देता है। कुल मिलाकर यह आपके पितरों के कल्याण के लिए जरूरी होता है।

‌‌‌पितरों के नाम से दान धर्म करें

दोस्तों यदि आप चाहते हैं कि पितरों का कल्याण हो तो उनके नाम से आप कुछ पैसा दान कर सकते हैं या फिर आप उनके नाम से किसी तरह का अस्पताल खुलवा सकते हैं । धर्मशाला बनवा सकते हैं जोकि उनको सकून देने का काम करती है। बहुत से  लोगों को यह लगता है कि इनसे कुछ भी

‌‌नहीं होता है। इससे मरे हुए इंसान को कैसे फायदा होगा ? तो आपकी जानकारी के लिए बतादें कि वे इंसान जो कल तक आपके परिवार के सदस्य थे उनका शरीर भले ही नष्ट हो गया हो लेकिन वे अभी भी विचार और भावनाओं के रूप मे मौजूद हैं उनके पास बुद्धि नहीं है। लेकिन जब आप उनके नाम का कुछ खोलते हैं या फिर  ‌‌‌देते हैं तो उनको पता चल जाता है और उनको संतोष मिलता है। वे शांत होते हैं। इस तरह से आप पितृ  दोष को शांत कर सकते हैं। हालांकि जरूरी नहीं है कि यह उपाय हर हालत मे काम करें लेकिन असल मे यह काम करता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

‌‌‌गर्मी मे पानी का मटका लगवाएं

दोस्तों इसके बारे मे आपने सुना ही होगा । असल मे जब हमारे घर के सदस्य की मौत हो जाती है तो पहली साल तो हम कम से कम एक मटका रखा ही था। इसके अलावा दूसरी साल भी आप रख सकते हैं। यदि गर्मी का मौसम है तो आप अपने परिजन जिनकी मौत हो चुकी है के नाम से मटके खरीदें । इसके ‌‌‌ बाद या तो आप खुद एक प्याउ लगा सकते हैं या फिर किसी दुकान पर भी रख सकते हैं जहां पर आते जाते लोग पानी पीते हैं। ऐसा करने का फायदा यह होगा कि आपको पितृ  दोष से मुक्ति मिलेगी इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा ।

‌‌‌वैसे तो यह एक धर्म कर्म का ही काम है लेकिन आजकल लोग बस पैसों के अंदर विश्वास करते हैं और अधिक से अधिक दौलत एकत्रित करने मे लगे रहते हैं उसके बाद प्रेत बनकर भटकते हैं। आपको बतादें कि कोर्ट भले ही आपको अपने कर्मों का दंड ना दे पाया हो लेकिन आपके कर्म आपको माफ नहीं करेंगे आपको दंड तो भुगतना ‌‌‌ ही होगा वहां पर आपका पैसा आपका पॉवर और आप दम काम नहीं आने वाला है। कोई आपकी मदद तभी करेगा जब आप खुद को इस लायक बनाकर रखेंगे ।

‌‌‌और यदि आपने देखा होगा कि कुछ लोग आते जाते राहगिरों को जल पिलाने का काम भी करते हैं आप फ्री के अंदर सबको ठंडा पानी पिला सकते हैं। जिससे कि पितृ  दोष शांत होता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌किसी गरीब कन्या की शादी मे सहायता करें

दोस्तों यदि आपके घर के अंदर पितृ  दोष है तो आप यह कर सकते हैं। यदि किसी गरीब कन्या की शादी हो रही है तो आप उसके अंदर कुछ दान दे सकते हैं या फिर आपके पास पैसा है तो आप उसकी शादी भी करवा सकते हैं। कई लोग ऐसे भी आपने देखें होंगे कि वे गरीब लड़की ‌‌‌ की शादी करवाते हैं। और यदि आपके पास पैसा है तो आप उस गरीब लड़की की शादी की जिम्मेदारी ले सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

‌‌‌और आप यह भी कर सकते हैं कि आप उसके विवाह के अंदर संभव मदद कर सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा ।

‌‌‌या फिर आप यह कर सकते हैं कि गरीब लड़की की बीमारी के अंदर आप सहायता कर सकते हैं और इससे उनको काफी मदद मिलेगी और आपके पितृ  दोष भी दूर हो जाएगा । आपको ऐसा करना चाहिए ।

‌‌‌प्रतिदिन ईष्ट देव या कुल देवता की पूजा करें

दोस्तों यदि आपके घर के अंदर पितृ  दोष है तो आपको चाहिए कि आप रोजाना कुल देवता की पूजा करें। ऐसा करने से पितृ  दोष का प्रभाव कम हो जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और यदि कुल देवता नहीं है तो आप अपने ईष्ट देवता की पूजा कर सकते हैं। ‌‌‌अपने ईष्ट देव की पूजा करने से भी आपको काफी फायदा होगा और आपके यहां पर पितृ  दोष शांत हो जाएगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । क्योंकि देवता पितृ  दोष के प्रभाव को दूर कर देते हैं। और यदि पितृ  दोष नहीं भी है तो देवताओं की पूजा करना बहुत ही जरूरी है।

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arif khan

‌‌‌हैलो फ्रेंड मेरा नाम arif khan है और मुझे लिखना सबसे अधिक पसंद है। इस ब्लॉग पर मैं अपने विचार शैयर करता हूं । यदि आपको यह ब्लॉग अच्छा लगता है तो कमेंट करें और अपने फ्रेंड के साथ शैयर करें ।‌‌‌मैंने आज से लगभग 10 साल पहले लिखना शूरू किया था। अब रोजाना लिखता रहता हूं । ‌‌‌असल मे मैं अधिकतर जनरल विषयों पर लिखना पसंद करता हूं। और अधिकतर न्यूज और सामान्य विषयों के बारे मे लिखता हूं ।