खुद को सुधारने के लिए 24 मोस्ट डेंजर टिप्स khud ko kaise sudhare

Apne Aap ko Kaise Sudhare  खुद को कैसे सुधारें ? यह सवाल हर किसी के मन मे होता है। दोस्तों अपने आप को सुधारने के लिए भी काफी मेहनत करनी पड़ती है। और बहुत ही कम लोग ऐसे हमने देखें हैं , जोकि अपने आप को सुधार पाने मे सक्षम होते हैं। अधिकतर लोग तो इस तरह के होते हैं , जोकि गलतियों पर गलतियां करते जाते हैं। दूसरों पर कमियां थोपते जाते हैं। लेकिन खुद की कमी उनको दिखाई नहीं देती हैं। यदि आप खुद को नहीं सुधारते हैं , तो आप भी इस तरह के लोग बने रहेंगे । यदि आप एक अच्छे इंसान बनना चाहते हैं , तो आपको खुद के अंदर सुधार करना होगा । तभी आप एक अच्छें इंसान बनने मे सफल हो सकते हैं। यदि आप खुद मे सुधार नहीं करते हैं , तो हो सकता है , कि आप छोटे मोटे कामों के अंदर सफल हो जाएंगे । लेकिन आपको एक बड़ी सफलता कभी भी नहीं मिल सकती है। आप इस बात को समझ लें । इसलिए आपको खुद के अंदर सुधार करना होगा । खुद के अंदर सुधार करने के लिए हम आपको यहां पर कुछ टिप्स बता रहे हैं। उसकी मदद से आप खुद के अंदर सुधार कर सकते हैं। और यह​ टिप्स आपकी पूरी मदद करेंगे।

Table of Contents

कभी भी खुद का स्पोर्ट ना लें निष्पक्ष रहें khud ko kaise sudhare

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दोस्तों यदि आप वाकाई मे खुद के अंदर सुधार करना चाहते हैं। तो आपको यह सब करना ही होगा । अन्यथा आप खुद के अंदर सुधार नहीं कर सकते हैं। आप जो कुछ भी करते हैं। उसको आपको देखना आना चाहिए । आप उसका स्पोर्ट ना लें। वरन उसको निष्पक्ष रूप से देखने का प्रयास करें । यदि आप एक बार धीरे धीरे चीजों को निष्पक्ष रूप से देखने मे सक्षम हो जाते हैं , तो फिर आप खुद के अंदर सुधार करने के लिए काफी जल्दी ही आगे आ जाएंगे ।

लेकिन सबसे बड़ी समस्या तो यही है कि अधिकतर लोग खुद के कार्यों को निष्पक्ष रूप से देखने मे सफल नहीं होते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। यदि आप भी ऐसा नहीं कर पा रहे हैं , तो आप अपने अंदर सुधार नहीं कर पाएंगे ।

खुद को मन से अलग मानें

मैं कई लेखों के अंदर यह बात चुका हूं कि आप फलाना ढीकाना नहीं हैं ।आप एक उर्जा हैं जिसको आत्मा कहते हैं । आपकी शक्ति से मन और शरीर चलते हैं। आप मन और शरीर के राजा हैं। आप उनके गुलाम नहीं हैं। इसलिए आपको हमेशा राजा की तरह रहना चाहिए । लेकिन समस्या तब आती है , जब आपको लगता है कि आप मखनलाल है या आप कोई और लाल हैं। ऐसी स्थिति के अंदर आप खुद शरीर और मन बन जाते हैं। आपको अपने आप को अलग ही जानना होगा ।

जरूरी नहीं है कि आप खुद को आत्मा के रूप मे जानें आप किसी और तरीके से जान सकते हैं। यदि आप आत्मा को नहीं मानते हैं , तो फिर आप एक बुरा मन या एक अच्छा मन के तौर पर देख सकते हैं। यह आपको निष्पक्ष बनाने मे काफी हद तक मदद करेगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

अपनी गलतियों को देखना सीखें

दोस्तों खुद को सुधारने का तरीका यह है कि आपको सबसे पहले अपनी गलतियों को देखने की आदत होती हैं। आपके अंदर इतनी क्षमता होनी चाहिए कि आप अपनी गलतियों को आसानी से देख सकें। यदि आपके अंदर अपनी गलतियों को देखने की क्षमता ही नहीं है , तो फिर आप अपने आप को कभी भी सुधार नहीं सकते हैं। और अपनी गलतियों को देखने के लिए आपको उपर दी गई दो स्टेप्स को पूरी तरह से फोलो करना ही होगा । अन्यथा आप अपनी गलतियों को देख ही नहीं सकेंगे ।

और उनके अंदर सुधार करना तो बहुत ही दूर की बात होगी । आप इस बात को समझ सकते हैं। इसलिए उपर की दो स्टेप्स को अच्छी तरह से फोलो करना चाहिए । तभी आपके लिए कुछ फायदेमंद हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

अपनी गलतियों को सुधारने की कोशिश करें

दोस्तों खुद को सुधारने के लिए जो अगला स्टेप्स आता है। उसके अंदर आपको अपनी गलतियों को सुधारना होगा । जो गलतियां अपने पहचान की है। अब आपको उन गलतियों को सुधारना होगा । मतलब आपको उन गलतियों को फिर से नहीं दौहराना है। यदि आप फिर से ऐसी ही गलतियां करेंगे तो आप कभी भी सफल नहीं हो सकते हैं। आपको उन गलतियों को बस ब्लॉक कर देना होगा । आप इस बात को समझ सकते हैं।

यदि आप जीवन के अंदर सफल होना चाहते हैं ,तो आपको गलतियों को ब्लॉक करना ही होगा । जैसे कि आप किसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं , और इस दौरान आप  कुछ चीजों को पढ़ना छोड़ देते हैं , यह समझकर की यह कोई फायदा नहीं देगा । और उसके बाद उसी से परीक्षा मे प्रश्न आ जाते हैं , तो यह एक तरह से आपकी गलती है।

अब मान लो कि आप उसके अंदर सफल नहीं होते हैं , तो आप फिर से परीक्षा की तैयारी करेंगे । तो इस दशा के अंदर आपको कुछ भी छोड़ना नहीं है। सारा कुछ पढ़ लेना होगा । और अबकी बार जब आप पेपर देने के लिए जांएंगे तो आपको आसानी से सफलता मिल जाएगी ।

इस तरह से आप अपनी गलतियों को सुधार सकते हैं। और गलतियों को सुधारने के बाद आप धीरे धीरे अपने कदमों को आगे की तरफ लेकर जा सकते हैं। यदि आप बिना गलतियों को सुधारे आगे बढ़ाने के लिए जबरदस्ती करेंगे तो आप सफल नहीं हो पाएंगे ।

जो कह दिया सो कह दिया आदत विकसित करें

दोस्तों यह बात सच है कि हम जानवर से भी अधिक गये गुजरे होते जा रहे हैं। जिस तरह से जानवर का कोई भरोशा नहीं होता है। वह आपको कब दगा दे जाए । उसी तरह की दशा इंसान की हो चुकी है। वाणी से बोलता कुछ है। और करता कुछ है।

इस तरह की राक्षसों वाली आदत आपकी नहीं होनी चाहिए । यदि आपकी भी इस तरह की आदत है , तो आपको अपनी आदत के अंदर सुधार करने की कोशिश करनी चाहिए ।

आप एक इंसान हैं , तो आपके अंदर इंसानों वाली अच्छी आदतें होनी चाहिए ।

हमेशा अच्छे लोगों की संगति करें

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दोस्तों यदि आप वास्तव मे खुद को सुधारना चाहते हैं। तो आपको हमेशा अच्छे लोगों की संगति करनी चाहिए । यह सबसे अधिक जरूरी होता है।क्योंकि जब आप खराब लोगों की संगति करते हैं। तो इसका नुकसान भी उठाना पड़ता है। और धीरे धीरे आपकी आदतें भी बदल जाती हैं। इसलिए कभी भी खराब लोगों की संगंति नहीं करनी चाहिए । वरना आप अपने अंदर कभी भी सुधार नहीं ला सकते हैं।

इसलिए आपको सबसे पहले यह देखना होगा कि आप किन लोगों के पास बैठ रहे हैं। यदि आप चोरी करने वाले , लड़कियां छेड़ने वाले या फिर किसी और तरह के लोगों के पास बैठ रहें तो वह अपनी आदत को बंद करें ।

इसके विपरित आपको अच्छे संस्कारों वाले इंसानों को चुनना चाहिए । और उनके संग रहना चाहिए । ताकि आपके अंदर कुछ तो सुधार आ सके । आप इस बात को समझ सकते हैं।

हमेशा सच बोलने का प्रयास करें

दोस्तों आजकल तो झूंठ का अंबार लगा हुआ है। यदि आप वास्तव मे खुद के अंदर सुधार करना चाहते हैं , तो आपको सच बोलने का अभियास करना चाहिए । याद रखें झूठ बोलने वाले इंसान राक्षसी प्रवृति के होते हैं। देवता जो इंसान होते हैं वे कभी भी झूठ नहीं बोलते हैं। वचन देकर मुकर जाना यह सब राक्षसी गुण होते हैं। आपके शब्दों की एक कीमत होनी चाहिए ।यदि आप अपने शब्दों की कीमत रखते हैं , तो इसका मतलब यह होगा कि आप सचमुच काफी कुछ सुधार कर चुके हैं।

वैसे भी आपको पता है कि आजकल हर कोई सिर्फ झूठ ही बोलता  है। तो आप यदि अपने अंदर सुधार करना चाहते हैं , तो फिर आपको झूठ नहीं बोलना चाहिए ।

अपने समय को बरबाद ना करें

दोस्तों हम आपको एक बात यह भी कहना चाहते हैं कि आपको किसी भी तरह से अपने समय को बरबाद नहीं करना चाहिए ।आपको अपने समय का सही उपयोग करना आना चाहिए ।अब आपके दिमाग के अंदर यह आता होगा कि कैसे पता चलेगा कि हम समय को बरबाद कर रहे हैं। तो इसका पता लगाने का तरीका बहुत ही आसान है। यदि आप उन चीजों के अंदर समय लगा रहे हैं , जिसका आपके लक्ष्य से कोई लेना देना नहीं है। जैसे कि आप फालतू के अंदर कहीं पर घूम रहे हैं। या फालतू मे गप्पे लड़ा रहा हैं। तो इसका मतलब यही है कि आप समय को बरबाद कर रहे हैं।

जब तक आप अपने समय की बरबादी को नहीं पहचानेंगे आप जीवन के अंदर कभी भी आगे नहीं बढ़ सकते हैं।

परिस्थितियों के अनुसार खुद को बदलें

दोस्तों खुद के अंदर आप तभी सुधार कर सकते हैं , जब आप परिस्थितियों के अनुसार बदलने की क्षमता रखते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि आप परिस्थतियों के अनुसार खुद को बदलने मे सक्षम नहीं हैं , तो फिर आप खुद के अंदर सुधार नहीं कर सकते है। जैसे कि आप कहीं पर काम करने के लिए जा रहे हैं , तो वहां पर आपको चार बजे उठकर जाना होगा । जबकि अब आप 7 बजे उठ रहे हैं । तो आपको परिस्थितियों के अनुसार खुद को बदलना होगा । इसी तरह का बदलाव आप कर सकते हैं। यदि आपके अंदर इस तरह का बदलाव करने की क्षमता नहीं है। तो आप खुद को नहीं बदल पाएंगे । बदलाव ही सबसे बड़ी चीज होती है।

अपने आलस्य का त्याग करें

दोस्तों खुद को बदलना चाहते हैं , तो आपको आलस्यपन का त्याग करना होगा । बहुत सारे लोग ऐसे होते हैं , जोकि खुद को सुधारना तो चाहते हैं लेकिन सुधार नहीं पाते है। जैसे कि सुबह आठ बजे तक बिस्तर पर पड़े रहने की आदत आलस्यपन के बारे मे संकेत देती है। तो आपको अपने आलस्य की पहचान करनी चाहिए । और उसके बाद आपको उसके खिलाफ लड़ना चाहिए । तभी आपके लिए कुछ फायदेमंद चीजें हो सकती हैं। वरना तो कुछ भी नहीं हो सकता है।

कुछ लोग आलस्य के चक्र मे इतने अधिक आलसी हो जाते हैं , कि वे बाद मे किसी भी काम के लायक नहीं रह पाते हैं। तो अपने आलस्य को आपको अपने उपर हावी नहीं होने देना चाहिए । नहीं तो नुकसान होना तय होगा । आप इस बात को समझ सकते हैं।

खुद को सजा देना सीखें

दोस्तों नियम नियम होते हैं। इसके अंदर कोई शक नहीं है। यदि आप वास्तव मे गलतियां करते हैं। खास कर तब जब आप पहले ही उस गलती को पकड़ चुके हैं। तो फिर आपको खुद को सजा देना काफी अधिक जरूरी होता है। आप एक इंसान हैं। और आपको बार बार एक ही गलती नहीं करनी चाहिए । यदि आप बार बार एक ही गलती करते हैं , तो फिर आपके लिए बड़ी समस्या हो सकती है।

क्योंकि जो इंसान बार बार एक ही गलती करता है। वह जीवन मे कभी भी आगे नहीं बढ़ सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

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इसलिए आप यदि वही गलती बार बार कर रहे हैं। जिसके बारे मे आप जानते हैं , तो आपको खुद को सजा देना चाहिए । और उसके अंदर जितना जल्दी हो सके सुधार करना चाहिए । आप इस बात को समझ सकते हैं।

अपने लक्ष्य को जरूर निर्धारित करें

दोस्तों जो गलती हम कर चुके थे । हम चाहते हैं , कि वो गलती आपको नहीं करनी चाहिए ।यदि आप अपने लक्ष्य को निर्धारित नहीं करते हैं , तो फिर आपको परेशान होना पड़ सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । तो आप जीवन के अंदर जो कुछ करना है , या आपको जो कुछ बनना है। आपको पहले तय करना होगा । यदि आप सब कुछ पहले ही तय नहीं करते हैं , तो उसके बाद आपको नुकसान होगा । और समय निकल जाने के बाद आप किसी भी तरह के लक्ष्य को प्राप्त करने मे असफल हो जाएंगे ।

आमतौर पर जब हम पहले ही लक्ष्य को निर्धारित कर लेते हैं। तो उसके बाद हम उस लक्ष्य तक पहुंचने की तैयारी के अंदर लग जाते हैं। और तैयारी पूरी भी करते है। यह ठीक वैसे ही है , जैसे कि आपको कोई  अचानक से यह कहे कि अभी विदेश जाना है , तो आप चौंक जाएंगे। क्योंकि आपको पहले नहीं बताया गया था । आप इसके लिए कुछ तैयारियां भी करते ।

तो आपको लक्ष्य को पहले निर्धारित करना चाहिए । और उसके बाद ही आपको आगे बढ़ना चाहिए । नहीं तो फिर नुकसान ही नकसान है।

अभियास करना कभी ना छोड़ें

दोस्तों यदि आप खुद के अंदर सुधार करना चाहते हैं , तो आपको अभियास करना कभी भी नहीं छोड़ना चाहिए । आप इस बात को अच्छी तरह से समझ लें । यदि आप अभियास करना छोड़ देते हैं , तो आप किसी भी काम के अंदर सफल नहीं हो सकते हैं। इसलिए आपको कभी भी अभियास करना नहीं छोड़ना चाहिए । लगातार आपको बस प्रयास करते रहना है। जैसे कि एक एक चींटी किसी गढढे मे गिर जाती है , तो वह बार बार लगी रहती है। गिरती है फिर चढ़ती है। फिर गिरती है। और अंत मे चढ़ ही जाती है। तो आपको यही सब करना है।

हमारे कहने का मतलब सिर्फ इतना है , कि इंसान को सफलता तभी मिलती है , जब वह लगातार प्रयास करता रहता है। यदि वह प्रयास नहीं करता है , तो फिर उसे सफलता दूर दूर तक नजर नहीं आती है।

कुछ महान किताबों को पढ़ें Apne Aap ko Kaise Sudhare

दोस्तों अपने अंदर सुधार लाने के लिए कुछ महान किताबों को पढ़ना चाहिए ।इसके लिए हम आपको धार्मिक किताबों को पढ़ने की सलाह देंगे । कारण यह है कि यह किताबें यदि कोई इंसान पढ़ लेता है , तो उसको जीवन का मर्म अच्छी तरह से समझ आ जाता है। और एक बार जब अच्छी तरह से जीवन का मर्म समझ आ जाता है , तो फिर सब कुछ सही हो जाता है। हमें समझ यह भी आ जाता है , कि हमको क्यों सुधार करना चाहिए ? क्यों हमे सुधार नहीं करना चाहिए ? जैसे बहुत से सवाल जो होते हैं वे आसानी से हल हो जाते हैं।

इसके अलावा यदि हम अन्य पुस्तकों की बात करें तो इसके अंदर आप और भी संघर्ष की कहानी पढ़ सकते हैं ,जोकि आपको एक तरह से मोटिवेशन प्रदान करने का काम करती हैं। असल मे सफलता की कहानियों से आपको यह पता लगता है , कि आपको किस तरह से संघर्ष करना होगा ? और किस तरह से आपको सफलता मिलेगी ।

यदि आप किताबों को खरीदने मे कुछ पैसा खर्च नहीं करना चाहते हैं , तो आप इंटरनेट पर भी सफलता की कहानियों को पढ़ सकते हैं। यहां पर आपको एक से बढ़कर एक सफलता की कहानी मिल जाएगी । एक चैनल है जिसका नाम मुझे याद नहीं है। उस पर तो अक्सर सफलता की कहानियों के बारे मे ही बताया जाता है। तो आप  यह सब कर सकते हैं।

खुद को कैसे सुधारें  अपनी बुरी आदतों को छोड़ना ही सही है

दोस्तों  यदि आप खुद के अंदर सुधार करना चाहते हैं , तो आपको अपनी बुरी आदतों को छोड़ना ही होगा । आपकी कई सारी बुरी आदतें हो सकती हैं। जैसे कि कुछ लोग काफी अधिक शराब पीते हैं। कुछ लोग जुआ खेलते हैं , तो यह सब आदतें आपको बंद कर देनी चाहिए ।हो सकता है कि अपनी सारी बुरी आदतें आप एक दिन के अंदर बंद नहीं कर सकते हैं। इसके अंदर समय लग सकता है। लेकिन आपको धीरे धीरे प्रयास करना चाहिए ।

यदि आप धीरे धीरे प्रयास करते हैं , तो आप आसानी से अपनी सारी बुरी आदतों को हटा सकते हैं। या फिर हम कहें कि उनको दूर कर सकते हैं। आजकल देखा जाए तो अधिकतर युवा शराब बीड़ी नशा करने के आदि हो चुके हैं। और कुछ तो इस तरह के हैं , जो नशा करके घरवालों को ही परेशान करते रहते हैं।

नशे के अलावा जो भी आदत आपको अपने अंदर बुरी नजर आती है। उसको आपको हटाने का प्रयास करना चाहिए । तभी आपके लिए काफी हद तक सही हो सकता है।

जीवों के प्रति दया करना सीखें

दोस्तों याद रखें। महान इंसान और भगवान कभी भी किसी जीव को नहीं मारते हैं। वे हर जीव पर दया करने वाले होते हैं। यह बात सच है। तो आपको जंहा तक हो सके आपको जीवों पर दया करनी चाहिए ।और जीवों पर दया करने के बाद ही आप एक अच्छे इंसान बन सकते हैं। बेवजह जीव की हत्या नहीं करनी चाहिए । उनको भी जीने का हक है। यदि आपको कोई आपसे ताकतवर इंसान नुकसान पहुंचाता है , तो आप अन्याय की बात करने लग जाते हैं। वहीं जब आप कमजोर जीवों को नुकसान पहुंचाते हैं , ता फिर आप यह भूल जाते हैं कि जीवों को भी आपकी तरह जीने का हक है। और आप उनके हक को नहीं छीन सकते हैं।

याद रखें किसी जीव को गुस्से मे मारना या फिर उनके उपर किसी भी तरह से अत्याचार करना कभी भी अच्छे इंसानों का काम नहीं होता है।

खुद की तुलना हमेशा अच्छे लोगों से क​रो

दोस्तों याद रखें आपके कर्म आपको महान बना देते हैं। ​यदि आप इस 50 साल के जीवन को बेहतर कर्मों के साथ जीते हैं , तो आप हजारों सालों के सुख को पा सकते हैं। इसलिए आपको हमेशा अच्छे लोगों से तुलना करनी चाहिए । यदि आप अच्छे लोगों से खुद की तुलना करते हैं , तो धीरे धीरे आपके अंदर अच्छाई का प्रवेश होता चला जाता है।

याद रखें गुणों को निखारना काफी अधिक जरूरी होता है। यदि आपने कई सारी परलोकगमन किताबों को पढ़ा है , तो आपको यह पता चलेगा कि इंसान के कर्म कभी भी उसको माफ नहीं करते हैं। यदि कोई इंसान अच्छा है , तो उसको अच्छा फल मिलेगा ही उसे कोई नहीं रोक सकता है। इसलिए ही तो हम आपको कई लेखों के अंदर हमेशा अच्छे कर्म करने की सलाह देते हैं।

अच्छे लोगों को अपना आदर्श बनाएं

दोस्तों आजकल लड़कियों को फिल्मी दुनिया काफी अधिक पसंद आती है। उनको लगता है कि फिल्म मे प्यार के पिंगे पढ़ने वाला हीरो सचमुच वैसा ही है। लेकिन हकीकत मे हीरो साहब दिन मे कई महिलाओं के साथ प्यार करते हैं। अब आप ऐसे लोगों को आर्दश बनाएंगे तो क्या होगा । आपको हमेशा ऐसे लोगों को आर्दश बनाने की कोशिश करनी चाहिए जोकि रियल मे महान थे । पर्दे पर कोई भी महान हो सकता है। रियल मे महान होना एक अलग बात हो जाती है।

अपने अंदर के टैलेंट को पहचाने

दोस्तों आपने एक कहावत तो सुनी ही होगी कि इस धरती पर पैदा होने वाला हर इंसान काफी अधिक खास होता है। और आप भी उन खास इंसानों मे से हैं। आपको अपने टैलेंट को पहचानना होगा । आपके अंदर ऐसा क्या टैलेंट है । बस आपको उस टैलेंट की पहचान करके उसको और अधिक निखारना होगा । बस यही आपको करना है । असल मे लोगों की यही एक बड़ी समस्या होती है , जोकि अपने टैलेंट को तो देख पाते नहीं हैं। और दूसरों के पीछे भागते रहते हैं। तो आपको ऐसा नहीं करना है।

समाज की भलाई के लिए करें काम

दोस्तों आप सुधर रहे हैं। यह कैसे पता चलेगा ? तो आपको इसके लिए समाज की भलाई के लिए काम करना होगा । आप यह कर सकते हैं। समाज की भलाई के लिए यदि आप काम करते हैं। तो इससे काफी अधिक फायदा होगा । और समाज के अंदर आपकी इज्ज्त काफी अधिक बढ़ जाएगी । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

समाज की भलाई के लिए जब आप कोई काम करते हैं , तो आपके लिए सब कुछ अपने आप ही बेहतर हो जाता है। तो एक बार आप काम करके देखें । यह कितना अधिक महत्वपूर्ण है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता चल भी जाएगा ।

यदि आप समाज के अंदर उंचा नाम करना चाहते हैं , तो आपको यह सब करना होगा । अन्यथा आप यह सब ना करें ।

रिश्तों की मर्यादा मे रहना सीखें

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दोस्तों यदि आप एक सभ्य समाज के अंदर रहते हैं। तो आपको रिश्तों की मर्यादा का पता होना चाहिए । जैसे कि आप की भाभी है , तो आप उसको भाभी की नजर से ही देखें । गलत नजर से किसी को भी ना देखें।  अतरंग संबंध बस आप अपनी पत्नी के साथ रखें । उसके अंदर कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन यदि आप परिवार और समाज के अंदर रिश्तों की मर्यादा को नहीं समझते हैं। तो आप एक अच्छे इंसान नहीं हैं। और आपको अभी और अधिक सुधार करने की आवश्यकता हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । आप इस बात को समझ सकते हैं।

बहुत से लोग ऐसे होते हैं , ​जोकि रिश्तों की मर्यादा को तार तार कर देते हैं। आपको ऐसा नहीं करना चाहिए । बहन यदि किसी को कह दिया है , तो बस बहन ही मानें । उसे और कुछ बनाने की कोशिश ना करें । एक सच्चा और अच्छा इंसान वही होता है।

खुद को कैसे सुधारें  गलत तरीकों से धन को अर्जित करने का प्रयास ना करें

दोस्तों भ्रष्ट और रिश्वतखोर लोगों की आजकल कमी नहीं होती है। कई बाबू के पास 33 करोड़ रूपये तक मिलते हैं। तो इस तरह का आचरण कम से कम एक अच्छे इंसान को नहीं करना चाहिए । किसी काम के बदले पैसे लेना एक तरह से राक्षसी प्रवृति होती है। जिस भी काम को आप कर रहे हैं। उसे पूरी ईमानदारी से करें । भले ही आपको लगता है कि आपको कोई नहीं देख रहा है ? लेकिन आप पूरी तरह से गलत सोच रहे हैं।

उपर वाला आपको हर वक्त देख रहा है। और आप उसके दंड से बच नहीं सकते हैं। ऐसे कई कुकर्मी लोग हैं , जो मरने के बाद महान प्रेत योनी का दुख भोगते हैं। जिस परिवार के लिए वे गलत रस्तों पर चलते हैं , ​गरीबों को सताते हैं , मरने के बाद वही परिवार उनकी आत्मा की शांति के लिए कुछ नहीं करता है। और वे अपने कुकर्मों की वजह से हजारों सालों तक भटकते रहते हैं।

यह कोई अंधविश्वास नहीं है। अमेरिका लेखक भी इस बात को पास्ट लाईफ रिग्रेसन की मदद से साबित कर चुके हैं। यकीन नहीं आता है , तो आप इससे जुड़ी किताबों को पढ़ सकते हैं।

बाहर से अच्छा होने की जरूरत नहीं अपने अंदर से अच्छे बनें

दोस्तों खुद को सुधारने के लिए बाहर से अच्छा होने की जरूरत नहीं है। आपको अपने अंदर से अच्छा होना चाहिए । यदि आप अपने अंदर से अच्छे हैं , तो फिर बाहर से तो अपने आप ही अच्छे हो जाएंगे । आप इस बात को समझ सकते हैं। इसलिए अपने अंदर से आपको जो भी कूड़ा और करकट होता है , उसको साफ करना काफी अधिक जरूरी होता है। सारे कुड़े करकट को आपको साफ कर बाहर फेंक देना चाहिए । आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।

असल मे लोग जब अंदर से बहुत ही घटिया होते हैं , तो वे बाहर से अधिक दिखावा करने लग जाते हैं। लेकिन वही लोग जब अंदर से अच्छे होते हैं। तो उनको दिखावा करने की कोई भी जरूरत नहीं होती है। क्योंकि उनको पता होता है , कि दिखावा करने का कोई भी फायदा नहीं होगा । आप इस बात को समझ सकते हैं।

अपने लिए कुछ समय निकालें

दोस्तों असल मे आजकल की जिदंगी के अंदर काफी काफी अधिक बढ़ चुका है। हर इंसान को बस काम ही काम चाहिए । होता है। ऐसी स्थिति के अंदर खुद के लिए कोई भी समय बचता नहीं है , तो आपको अपने लिए भी  कुछ समय को निकालना चाहिए । जिसके अंदर आपको अपने बारे मे कुछ सोचना चाहिए । जैसे कि आपको क्या करना है ? और आपके जीवन मे क्या हो रहा है ? खुद को लेकर कई सारे ऐसे सवाल होते हैं , जिनका उत्तर कई बार हम खुद भी नहीं जानते हैं।

तो इस तरह के सवालों का जवाब जानने के लिए हमें खुद के लिए समय निकालना होगा । और चिंतन करना होगा ।

खुद को कैसे सुधारें khud ko kaise sudhare लेख के अंदर हमने आपको काफी कुछ बेहतरीन टिप्स दियें हैं। और यदि आप उनको सही तरह से फोलों करते हैं , तो फिर आपको किसी भी तरह की समस्या नहीं होगी । और आप अपनी कमियों को देख पाएंगे । इसके अलावा अपने आप के अंदर भी काफी हद तक सुधार करने मे सक्षम हो जाएंगे । कुल मिलाकर यदि आपका कोई सवाल है , तो आप हमें बता सकते हैं। हम आपके सवाल का जवाब देने की कोशिश करेंगे।

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arif khan

‌‌‌हैलो फ्रेंड मेरा नाम arif khan है और मुझे लिखना सबसे अधिक पसंद है। इस ब्लॉग पर मैं अपने विचार शैयर करता हूं । यदि आपको यह ब्लॉग अच्छा लगता है तो कमेंट करें और अपने फ्रेंड के साथ शैयर करें ।‌‌‌मैंने आज से लगभग 10 साल पहले लिखना शूरू किया था। अब रोजाना लिखता रहता हूं । ‌‌‌असल मे मैं अधिकतर जनरल विषयों पर लिखना पसंद करता हूं। और अधिकतर न्यूज और सामान्य विषयों के बारे मे लिखता हूं ।