मनुष्य जन्म का उद्देश्य क्या है शर्त लगालों आप नहीं जानते

मनुष्य जन्म का उद्देश्य क्या है manushya janam ka uddeshya kya hai इसके बारे मे जानेंगे विस्तार से । मनुष्य जन्म के बारे मे आप और हम अच्छी तरह से जानते ही हैं। क्योंकि हम मनुष्य हैं , तो मनुष्य जन्म के बारे मे जानेंगे ही । कुछ सालों पहले जब मुझे मेरे घर वाले पढ़ाई करने या फिर सरकारी नौकरी करने के लिए कहा करते थे , तो मुझे यह सब पसंद नहीं आता था । मुझे यही लगता था कि इंसानी जीवन का उदेश्य सिर्फ नौकरी करना ही है। लेकिन बाद मे मैंने पाया है कि यह सब बकवास है। आप जितना गरीब रहोगे आप उतना ही भगवान के करीब जाओगे । क्योंकि दुख ही है ,जोकि आपको भगवान के करीब लेकरजाता है।

मनुष्य जन्म का उद्देश्य क्या है ? यह एक तरह से देखा जाए तो एक बहुत ही बड़ा सवाल है ? और इसका कोई एक उत्तर नहीं हो सकता है। एक मनुष्य जन्म लेता है , तो उसका उदेश्य अलग हो सकता है। और दूसरे का उदेश्य अलग हो सकता है। मतलब कुछ भी एक नहीं होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

मनुष्य जन्म के उदेश्य को दो प्रकारों के अंदर हम बांट सकते हैं। एक होता है रियल उदेश्य और दूसरा यूजलेस होता है , जिसका कोई मतलब नहीं होता है। मैंने इस बारे मे काफी कुछ खोजा तो मुझे पता चला कि मेरा यहां पर जन्म क्यों हुआ हैै ? तो अपने अनुभव को ही मैं आपको यहां पर बताने वाला है।

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मनुष्य जन्म का रियल उद्देश्य मोक्ष प्राप्त करना manushya janam ka uddeshya kya hai

 manushya janam ka uddeshya kya hai

दोस्तों मनुष्य जन्म का रियल उदेश्य ही परमशांति को प्राप्त करना होता है। आपके मानने या ना मानने से कुछ नहीं होता है। यहां पर हम छोटी छोटी खुशियों के अंदर लगे पड़े हैं। और मोक्ष जैसी बड़ी खुशी को अनदेखा कर रहे हैं। एक बार यह सब मिल गई तो बार बार नौकरी करने बच्चे पैदा करने और यह सब बकवास करने की जरूरत नहीं होगी ।

हालांकि जो लोग इन सब चीजों के अंदर भरोशा नहीं करते हैं। वे अधिकतर वासनाओं के अंदर लिप्त रहते हैं। और हजारों औरतों के संग भोग विलास करते रहते हैं।

खैर हम उनके बारे मे बात नहीं करेंगे । आपका प्रथम प्रयास यही होना चाहिए कि आपको किसी भी तरह से शरीर के अंदर नहीं आना है। यदि आप खुद को इस झंझट से बचा सकते हैं। तो आप हो गए कामयाब याद रखें । शरीर की हजारों जरूरते हो सकती हैं। लेकिन आत्मा की कोई जरूरत नहीं होती है।

अब आप पूछ सकते हैं कि मोक्ष क्या होता है ? तो मोक्ष का मतलब होता है आप जन्म और मरण के चक्र से परे जा चुके हैं। इसकी को मोक्ष कहते हैं। याद रखें आप एक बार जन्म लेते हैं। फिर मर जाते हैं। फिर पैदा होते हैं फिर मर जाते हैं। बस यही क्रिया न जाने कितनी सालों से कर रहे हैं। इन क्रियाओं का वैसे कोई मतलब नहीं है। जो हो सकता है वह आप कर नहीं रहे हैं। फालतू की चीजों के अंदर लगे हुए हैं। तो महान दुख को भोग रहे हैं।

हालांकि लोग धीरे धीरे मोक्ष जैसी चीजों के अंदर जान रहे हैं। और वै इस दिशा के अंदर आगे बढ़ रहे हैं। आजकल बहुत सारे लेाग ऐसे हैं । जोकि मोक्ष पाने का प्रयास कर रहे हैं। मेरी नजर मे यह एक अच्छी बात हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

मनुष्य जन्म का उद्देश्य  आपको समझ मे आ चुका है। तो यदि आप भी अपने रियल उदेश्य के अंदर से भटक चुके हैं , तो फिर आपको लाइन पर आना चाहिए । आप नाम जाप से शूरू कर सकते हैं। और धीरे धीरे आगे की तरफ बढ़ सकते हैं। लेकिन इसके अंदर आपको फालतू चीजों को छोड़ना होगा ।

मनुष्य जन्म के उन  उद्देश्य के बारे मे हम आपको बताते हैं , जोकि आपको सीखाया जाता है। या अधिकतर अज्ञानी और मूर्ख लोग इन उदेश्यों को अपनाने का काम करते हैं। हालांकि उनका कोई मतलब नहीं होता है। तो आइए जानते हैं।

मनुष्य जन्म का उद्देश्य अधिक से अधिक धन कमाना

दोस्तों कुछ महान लोग धरती पर इस लिए जन्म लेते हैं , ताकि वे अधिक से अधिक पैसा प्राप्त कर सकें । इस तरह के लोग अपने छल बल और दूसरे किसी तरीके से अधिक से अधिक धन एकत्रित करते हैं। और पूरी उम्र पैसा पैसा करते रहते हैं। उनको पैसों के सिवाए कुछ दिखाई नहीं देता है। इस तरह के लोग गलत तरीकों से पैसा कमाते हैं। और अंत मे सब कुछ यहीं पर छोड़कर मर जाते हैं। इस तरह केे लोग बस अपनी पैसों की वासना को पूरा करने के लिए पैदा होते रहते हैं। और फिर मरते रहते हैं। इनके जीवन का उदेश्य बस यही होता है कि अधिक से अधिक पैसा कमा लिया जाए । आप अपने आस पास इस तरह के लोग देख सकते हैं। इस तरह के लोग कई जन्मों के बीत जाने के बाद जब किसी जन्म के अंदर महान दुखों को सहते हैं , तो धीरे धीरे इनको मनुष्य जन्म का असली मतलब समझ आता है। और कई सारे जन्म बकवास चीजें करने मे बिता देते हैं।

इस तरह के लोग अपनी मन की बनाई दुनिया मे वास करने वाले होते हैं। और सत्य को अस्वीकार करने वाले होते हैं।

यदि आप भी अधिक से अधिक धन को कमाना चाहते हैं , तो आपके अंदर यह प्रबल वासना बन जाएगी । और इसका नुकसान भी आपको होगा । इसलिए बेहतर यही होगा कि आप सही दिशा के अंदर जाएं । धन जरूरी है लेकिन उतना ही जितना की आपका पेट भर जाए । या जीवन चल जाए ।

बार बार पैदा होना और नौकरी की तैयारी करना और मर जाना manushya janam ka uddeshya kya hai

दोस्तों दूसरे लोग कुछ इस किस्म के होते हैं , कि उनको लगता है कि यदि एक बार वे किसी नौकरी मे बड़े पद पर लग गए तो उनका जीवन सदा सुखी हो जाएगा । और पैसा आने लग जाएगा । इस तरह के लोग बार बार पैदा होते हैं। और नौकरी लग जाते हैं। और 40 से 50 साल आराम से काट लेते हैं। फिर मर जाते हैं और समय आने पर फिर पैदा होते हैं। और फिर नौकरी करने के बारे मे सोचते रहते हैं। इसी तरह से यह लाखों साल वहीं के वहीं रहते हैं। अपनी आत्मा को उपर उठाने का प्रयास नहीं करते हैं। तो इस तरह के जीवन का कोई मतलब नहीं रह जाता है।

मनुष्य जन्म का उद्देश्य सुंदर स्त्री का भोग करना

दोस्तों कुछ इंसान इस तरह के होते हैं कि उनके मन मे हमेशा एक ही बात चलती रहती है। वे चाहते हैं कि उनको सदा ही सुंदर सुंदर स्त्री भोग करने के लिए मिले । और यह महान भोगी होते हैं। इस तरह के लोग प्रेत योनी से आये हुए होते हैं। और इनका उदेश्य बस इतना ही होता है , कि किसी भी तरह से यह कई सारी लड़कियों को फंसाते हैं। और उसका भोग करते हैं। इनका पूरा जीवन इन्हीं चीजों के अंदर बीत जाता है। मरने के बाद यह प्रेत बन जाते हैं। और प्रेत शरीर के अंदर भी यह सुंदर स्त्री का भोग करने का प्रयास करते रहते हैं।

इस तरह के लोगों की कोई मान मर्यादा नहीं होती है। अक्सर यह लोग जरूरत पड़ने पर रिश्ते को तार तार करने मे भी नहीं हिचकते हैं। यह अक्सर तामसी प्रवृति के लोग होते हैं। आपको इस तरह के लोग भी संसार मे काफी अधिक मिल जाएंगे ।

मनुष्य जन्म का उद्देश्य अपनी आत्मा को उपर उठाने के लिए

मनुष्य जन्म का उद्देश्य क्या है

दोस्तों यह उदेश्य कभी भी मूर्खों का नहीं होता है। यह उदेश्य महान योगियों का होता है। याद रखें यदि आपके पास एक शरीर है , तो आप उसकी मदद से अपने अंदर सुधार कर सकते हैं। और काफी जल्दी कर सकते हैं। योगी यह बात अच्छी तरह से जानते हैं। वे इसलिए शरीर मे नहीं आते हैं कि उनको धन चाहिए या फिर स्त्री चाहिए । उनको बस अपनी आत्मा को उपर उठाना होता है। और मोक्ष की राह के अंदर आगे बढ़ना होता है।

यह योगी लोग बस जन्म लेने के बाद साधना करते हैं और साधना करने के बाद फिर से चले जाते हैं। बस इनका यही उदेश्य होता है। इससे अधिक इनको कुछ भी चाहिए नहीं होता है। यह योगी महान सुखों को भोगते हैं। क्योंकि यह खुद को मुक्त कर लेते हैं। और जो मुक्त है वही सुखी है।

अच्छी चीजों को खाने पीने की वासनाएं

दोस्तों कुछ मनुष्य खाने पीने के लिए पैदा होते हैं। उनको खाना पीना कुछ ज्यादा ही पसंद होता है। यदि हम प्रेत की बात करें तो यह मनुष्य आमतौर पर प्रेत के शरीर से आये होते हैं। और मरने के बाद इनको फिर से प्रेत बन जाना ही होता है। याद रखें खाने पीने के दो तरीके होते हैं। एक आप बस खाते हैं। और नहीं खाया तो कुछ नहीं होता है। लेकिन दूसरा मे आपको बस सुंदर मिठाई या मांस मीट चाहिए ही होता है। यदि आपने कहीं पर मांस मीट देखा या मिठाई देखी तो आपका खाने का जबरदस्त मन करने लग जाता है। आप खुद को रोक नहीं सकते हैं।

यदि इस तरह की स्थिति किसी के साथ होती है , तो समझ लेना चाहिए कि उसके अंदर वासना पहले से थी और हमेशा होने का मतलब यही है कि वह इसी वासना की मदद से फिर से शरीर मे आया है। हालांकि खाने पीने की वासना वाले अधिकतर लोग सूअर के रूप मे पैदा हो सकते हैं। क्योंकि सूअर मे अधिक से अधिक खाने का गुण होता है। इसके अलावा हर प्राणी का स्वाभाव होता है। उसके अनुसार वे दूसरे जीवन मे प्रवेश कर जाते हैं।

हालांकि सभी लोगों के अंदर इस तरह की वासनाएं नहीं होती हैं। लेकिन कुछ लोगों के अंदर होती हैं। एक बार एक महिला के अंदर एक प्रेत घुस गया । वह पेत खाने का काफी शौकिन था । जब महिला एक गाड़ी के अंदर जा रही थी , तो दूर से ही प्रेत ने जान लिया कि पास मे समोसे बन रहे हैं , तो वह समोसे लाने के लिए बोलने लगा । तो इस तरह के प्रेत आमतौर पर खाने पीने के अधिक शौकिन वाले लोग बनते हैं। जिनके इरादे गलत होते हैं। याद रखें प्रेत का मतलब जिसका इरादा गलत हो । और देवता एक अलग विषय है । जिसका इरादा गलत नहीं हो ।

देव योनी से आए हुए इंसान भी खाने पीने के शौकिन हो सकते हैं। लेकिन वे गलत तरीके से कुछ भी खाने पीने के लिए नहीं करेंगे ।लेकिन प्रेत योनी से आए हुए इंसान गलत सही से मतलब नहीं रखेंगे । उनको बस चाहिए तो चाहिए ।

कपड़ों की वासना के लिए फिर से जन्म लेना manushya janam ka uddeshya kya hai

दोस्तों आपको यह बात अजीब लग सकती है। लेकिन यह पूरी तरह से हकीकत है। कपड़ों की वासनाओं के लिए लोग फिर से जन्म ले सकते हैं। हालांकि इस तरह की वासनाएं महिलाओं के अंदर होती हैं। जैसे कि कुछ महिलाएं ऐसी होती हैं , जिनकी रूचि कुछ ज्यादा ही कपड़ों के अंदर होती है। तो वे यह मानने लग जाती हैं , कि सुंदर कपड़े तो उनको सबसे पहले चाहिए । उनको यह पता नहीं होता है कि आत्मा का भौतिक चीजों से कोई लेना देना नहीं है।

इस तरह की महिलाएं जीवन के अंदर सुंदर से सुंदर कपड़े पहनने की शौकिन होती हैं। अब मरने के बाद वह शौक तो जाता नहीं है। तो भौतिक शरीर उनके पास रहता नहीं है। ऐसी स्थिति के अंदर वे प्रयास करती हैं , कि उनको भौतिक शरीर मिल जाए तो वे कपड़े अच्छे अच्छे पहने । हालांकि यह बस एक माया जाल होता है। और मन उसके अंदर फंसा रहता है। फिर वे पैदा होती हैं।

डांस करने के शौक को पूरा करने के लिए फिर से जन्म लेते हैं लोग

दोस्तों आपको यह बात अजीब लग सकती है। लेकिन यह एक हकीकत है। कुछ प्रेत जो अपने डांस को अधूरा छोड़कर मर गए थे । वे डांस करने की वासना के साथ फिर से जन्म ले सकते हैं। नाचने वाले प्रेत भी होते हैं। और यह आमतौर पर अपने नाचने के शौक को पूरा करने के लिए काफी कुछ प्रयास करते हैं।

एक बार एक व्यक्ति को नाचने वाले प्रेत ने जकड़ लिया था । यह इंसान रात को बस डांस करता रहता था । तो इस तरह के प्रेत जब शां​त होते हैं , तो अपनी डांस की वासना को पूरा करने के लिए फिर से जन्म लेलेते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

हालांकि कुछ लोगों को इस तरह की वासना काफी घटिया लग सकती है। लेकिन कोई एक वासना फिर से जन्म लेने का कारण नहीं होती है। इसके अलावा भी बहुत सारी वासनाएं होती हैं। जोकि फिर से जन्म लेने का कारण बन सकती हैं। आप इस बात को समझ सकते हैं।

इंसान जन्म का उदेश्य दुश्मनी या बदला लेने के लिए

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दोस्तों यह बात भी सच है  , कि कुछ लोग यहां पर बदला लेने के लिए पैदा होते हैं। जैसे कि आपको इस जन्म मे किसी ने मार दिया और आपने मरते वक्त यह सोच लिया था कि आप इसका बदला जरूर लेंगे । तो आपके मन मे बदले की आग हमेशा चलती रहेगी । और जब उचित समय आएगा तो आप बदला लेने के लिए फिर से जन्म लेंगे । आप इससे बच नहीं सकते हैं। एक वैज्ञानिक रिसर्च से यह साबित हुआ है कि जो इंसान जैसा करता है , वह वैसा भरता है। इसके अंदर कोई भी शक नहीं है। आप इस बात को समझ सकते हैं।

हालांकि इस चीज को हम सही नहीं मानते हैं । यह सच है कि आज भी ताकतवर इंसान की धरती पर चलती है। भले कितनी भी अदालते हैं।और सरकार हो लेकिन आप चिंता ना करें । ​जो इंसान आपके साथ बुरा कर रहा है। वह चाह कर भी बच नहीं सकता  है। उसे आप बचा नहीं सकते हैं।

प्रकृति की सजा हमेशा अटल है। उसे कोई नहीं बदल सकता है। वहां पर कोई कोई सिंघवी जैसा वकील नहीं होगा । वहां तो बड़े बड़े पेले जाते हैं। जिसने आपको सजा दी उसे यह प्रकृति ऐसी सजा देगी कि नीच योनियों मे करोड़ों साल भटकना पड़ सकता है।

मनुष्य जन्म का उद्देश्य आलिसान जिदंगी जीना

दोस्तों कुछ लोग इसलिए भी जन्म लेते हैं। वो आलिशान जिदंगी को जीना चाहते हैं। उनका मानना होता है कि वे राजा की तरह रहना चाहते है। जिसके पास कई सारी पत्नी हो और बहुत सारा धन दौलत भी हो तो इस तरह से यह लोग रहना चाहते हैं। इसलिए भी यह लोग फिर से जन्म लेते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।

मनुष्य जन्म होता है दुर्लभ

दोस्तों कुछ दिन पहले मैं एक दुकान पर गया था । वहां पर मैं अपनी दाड़ी बना रहा था , तो किसी ने मुझे कहा कि यार तुम तो चाइनीज लगते हो तो मैने कहा कि यार हो सकता है कि पीछले जन्म मे चाइनिज के तौर पर पैदा हुआ होगा । तो वह इंसान बोला पिछला जन्म वैगरह कुछ नहीं होता है। जिदंगी का मजा लो । तो अधिकतर सोच यही होती है। और लोग करते भी यही हैं। उनको जिदंगी का मजा चाहिए होता है। उनको यह पता नहीं होता है , कि यह जो तुम बकवास कर रहे हो वही तुम करोड़ों साल से करते आ रहे हो । कुछ हाशिल हुआ ? कुछ भी हाशिल नहीं हुआ । असल मे इन सब चीजों से कुछ भी हाशिल नहीं होता है। यह एक अलग बात है कि आपको अपने पीछले जन्म की याद नहीं है। मैं काफी समय से अपने पीछले जन्म जानने का तरीका फोलो कर रहा था । तो एक दिन मुझे यह पता चला कि मैं एक महिला हूं । और किसी कोठी के अंदर रहती हैं। वहीं पर मेरा पति रहता है। यह देखकर मैं पूरी तरह से हिल गया और उसके बाद आगे क्या कह सकता था ।

दोस्तों यदि आपसे मैं यह कहूं कि आपको घर जाना है। और फिर खेत मे आना है। बस यही आपको करोड़ों बार करना है। लेकिन आपको याद बस एक बार का ही रहेगा , तो आप करते रहोगे । आपको कोई समस्या नहीं होगी । लेकिन जब आपको यह पता चलेगा कि आप यह करोड़ों बार कर चुके हो यह याद आ जाएगा तो आपको कैसा लगेगा ? निश्चित ही आपको बुरा लग सकता है।

आप यह सोच सकते हैं कि आप यह क्या बकवास कर रहे हैं। इस बकवास का कोई भी मतलब तो नहीं है। तो दोस्तों हम आपको सिर्फ इतना कहना चाहते हैं। कि आपको यदि इंसानी जन्म मिला है , तो आपको उसको सही दिशा के अंदर लगाना चाहिए । फालतू की चीजों के अंदर यदि आप इंसानी जीवन को नष्ट करते हैं , तो मरने के बाद प्रेतयोनी ही मिलेगी । और कुछ आपका हो नहीं सकेगा ।

मोक्ष होता क्या है ? manushya janam ka uddeshya kya hai

दोस्तों मोक्ष का मतलब होता है बंधनों से आजादी । बंधन आपके मन के होते हैं। आपके शरीर पर कोई बंधन नहीं है। किंतु परंतु और भी बहुत सारे बंधन होते हैं। आप फलाना इंसान हैं। आपका यह है आपका वो है। यह सब भी बंधन हैं। और बंधन दो तरह के होते है। एक बुरा बंधन और एक अच्छा बंधन । दोनों ही मोक्ष के मार्ग मे बाधक होते हैं।बुरा बंधन तो वैसे ही बाधक होता ही है। आप किसी के बारे मे बुरा सोचते हैं। और बुरा करते हैं। तो यह सब बाधक होते ही हैं। इसी तरह से अच्छा बंधन वह होता है , जोकि आपको भला करने के लिए या अच्छाई करने के लिए कहता है। वह सब भी बाधक ही होता है।

इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। तो आपको बंधन किसी भी तरह के नहीं रखने चाहिए । आपको इसके लिए विज्ञान भौरव तंत्र जैसी चीजों को फोलो करना चाहिए । उसके अंदर आपको यह पता चल जाएगा कि किस तरह से आपको कोई भाव को विकसित करना है। उसके अंदर अलग अलग मार्ग दिये गए हैं। और उन मार्गों को फोलो करने के बाद आप सक्सेस हो सकते हैं।

और उसके बाद आपको फिर इस दुनिया के अंदर कभी भी आने की जरूरत नहीं पड़ेगी आप इस बात को  समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।

मनुष्य जन्म का उद्देश्य क्या है ? लेख के अंदर हमने आपको बताया कि मनुष्य जन्म का उदेश्य क्या होता है ? और उम्मीद करते हैं कि आपको यह लेख पसंद आएगा । यदि आपका कोई सवाल है , तो आप हमें बता सकते हैं। हम आपके सवाल का जवाब देने की कोशिश करेंगे।

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arif khan

‌‌‌हैलो फ्रेंड मेरा नाम arif khan है और मुझे लिखना सबसे अधिक पसंद है। इस ब्लॉग पर मैं अपने विचार शैयर करता हूं । यदि आपको यह ब्लॉग अच्छा लगता है तो कमेंट करें और अपने फ्रेंड के साथ शैयर करें ।‌‌‌मैंने आज से लगभग 10 साल पहले लिखना शूरू किया था। अब रोजाना लिखता रहता हूं । ‌‌‌असल मे मैं अधिकतर जनरल विषयों पर लिखना पसंद करता हूं। और अधिकतर न्यूज और सामान्य विषयों के बारे मे लिखता हूं ।