सुबह कितने बजे पूजा करनी चाहिए पूजा के नियम

subah kitne baje puja karna chahiye , भगवान की पूजा सुबह कितने बजे करनी चाहिए, सुबह की पूजा कितने बजे करनी चाहिए , सुबह कितने बजे उठकर पूजा करनी चाहिए

दोस्तों भगवान की पूजा बेहद ही महत्वपूर्ण होती है। हालांकि अधिकतर लोग शाम को ही पूजा करते हैं। लेकिन मंदिरों के अंदर तो सुबह और शाम दोनों समय ही पूजा की जाती है। पूजा करने के अपने फायदे होते हैं जिनके बारे मे हम बाद मे बात करेंगे । वैसे घरों के अंदर भी आजकल सुबह और शाम दोनों समय पूजा होती है।

‌‌‌हमलोग शाम को पूजा करते हैं। और सुबह घर मे पूजा नहीं करते हैं। इसके पीछे का कारण हमे पता नहीं है। लेकिन सभी लोग शाम को ही पूजा करते हैं। लेकिन जो लोग पूजारी होते हैं खास कर मंदिर के अंदर पूजा करते हैं तो वे सुबह और शाम को पूजा करते हैं।

‌‌‌हमारे यहां पर कुछ दुरी पर गोगामेड़ी है। जिसके अंदर सुबह 5 बजे पूजा होती है और शाम को भी पूजा होती है। आप अपने घर के आस पास के छोटे मंदिर को देख सकते हैं। और समय पता कर सकते हैं कि पूजा कब करते हैं? ‌‌‌लेकिन यदि वैसे आप पूजा के समय को देखेंगे तो यह कोई फिक्स समय नहीं होता है।सुबह और शाम को पूजा का समय अलग अलग होता है। लेकिन कुछ खास घंटे होते हैं जिनके अंदर पूजा को अच्छा माना गया है।

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 subah kitne baje puja karna chahiye भगवान की पूजा सुबह कितने बजे करनी चाहिए

subah kitne baje puja karna chahiye

‌‌‌दोस्तों पूजा का वैसे तो कोई भी फिक्स समय नहीं है। लेकिन जहां तक पता चला है। देवताओं की पूजा सुबह 5 बजे से शूरू हो जाती है और उसके बाद 8 बजे तक चलती है। सुबह 5 बजे से आप 8 बजे तक पूजा कर सकते हैं।

 आमतौर पर कुछ लोग ऐसे होते हैं जोकि मंदिर मे जाने के लिए ‌‌‌4 बजे उठ जाते हैं और उसके बाद नहाते धोते हैं और नए कपड़े पहनते हैं। इसके बाद पूजा करते हैं। इसके अलावा कुछ लोग 5 बजे उठते हैं और फिर पूजा करने के लिए जाते हैं। तो आपके पास सुबह पूजा करने के लिए कुछ घंटों का समय होता है। जिसके अंदर आप पूजा कर सकते हैं।

‌‌‌सुबह की पूजा काफी फायदेमंद होती है तो यदि आप सुबह की पूजा कर सकते हैं तो रोजाना करें । इसके कई सारे फायदे भी होते हैं।

सुखी और समृद्धिशाली जीवन के लिए प्राचीन काल से ही पूजा करने की पम्परा चली आ रही है। हमारे जीवन को सुंदर बनाने के लिए हम देवताओं को अर्पित करते हैं और बदले मे देवता हमे प्रसन्न होगा अनेग भोग प्रदान करते हैं। ‌‌‌जैसा कि सदगुरू का कथन है कि देवता एक यंत्र की तरह होते हैं जोकि हम यंत्रिक मशीनों को कुछ फायदेमंद चीजें बनाने मे काफी मदद करते हैं।

‌‌‌यदि आप देवताओं की सही तरीके से पूजा करते हैं तो वे आपके जीवन को खुशियों से भर देंगे और आपके कष्टों को दूर करने मे देवता काफी मदद कर सकते हैं। ‌‌‌इसलिए यदि आपकी पूजा करने मे काफी रूचि है तो पूजा जरूर करें ।

‌‌‌सुबह की पूजा करने के नियम सुबह की पूजा कितने बजे करनी चाहिए

दोस्तों सुबह की पूजा करने मे या फिर किसी भी तरह की पूजा हो आपको कुछ खास नियमों को ध्यान मे रखकर पूजा करनी होगी । वरना आपके पूजा करने का कोई भी फायदा नहीं होगा । ‌‌‌पूजा करने के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा और तभी आपकी पूजा सफल हो सकती है।

‌‌‌सुबह नहाने के बाद ही पूजा करें

दोस्तों असल मे बहुत से लोगों का यह सवाल होता है कि पूजा करनें से पहले नहाना जरूरी क्यों है तो दोस्तों नहाने को तन की मलिता को दूर करने से जोड़ कर देखा जाता है कहीं ना कहीं तन की मलिता आपके मन को मलिन बनाती है।

इसलिए नहाना जरूरी है। हां यदि आप एक उच्च कोटी ‌‌‌के संत हैं और आपका मन मलिन नहीं है तो फिर तन की मलिता का कोई महत्व नहीं रह जाता है।इसलिए जब भी सुबह की पूजा करने के लिए जाएं । सबसे पहले खुद जल्दी उठकर स्नान करें और अच्छे वस्त्र पहनने के बाद ही पूजा करने के लिए जाएं । ‌‌‌ऐसा करने से आपकी पूजा फलित हो जाएगी ।

‌‌‌सही पूजा विधि से ही पूजा करें

भगवान की पूजा सुबह कितने बजे करनी चाहिए

दोस्तों हर देवता की पूजा विधि अलग अलग होती है।हर देवता को अलग अलग चीजें प्रिय होती हैं। उसी हिसाब से पूजा के अंदर चीजों का इस्तेमाल करते हैं। आप जिस भी देवता की पूजा करने जा रहे हैं। आपको यह पता होना चाहिए कि उस देवता की पूजा किस प्रकार से होगी । ‌‌‌और कौनसी वस्तुए उस देवता को प्रिय हैं ?और यदि सही विधि बिना यदि आप सिर्फ भगवान का नाम लेने के लिए पूजा कर रहे हैं तो वह पूजा नहीं है।आप बस भगवान को याद करते हैं। और भगवान को याद करने का कोई तरीका नहीं है। आप दिन रात कभी भी याद कर सकते हैं।

‌‌‌खंडित दीपक का प्रयोग ना करें

यदि आप पूजा करने के लिए दीपक जलाते हैं तो आपको खंडित दीपक का प्रयोग नहीं करना चाहिए ।यदि आप खंडित दीपक का प्रयोग करते हैं तो इससे आपकी पूजा भी खंडित हो जाएगी और आपको पूजा का शुभ फल मिलने की बजाय अशुभ फल मिलेगा जो कि अच्छा नहीं है।

‌‌‌सूखे फूल या बासी फूल ना चढ़ाएं

दोस्तों  कुछ लोग पूजा के अंदर फूलों का प्रयोग करते हैं। आप सुंदर फूलों को भगवान को चढ़ा सकते हैं लेकिन कभी भी सूखे और बासी फूलों को भगवान को नहीं चढ़ाना चाहिए यह अशुभ होता है। इसके अलावा यदि आप किसी मूर्ति के गले मे फूलों की माला डालते हैं और ‌‌‌वे फूल वहीं रखें रखें सूख जाते हैं तो यह भी अशुभ होता है।एक बार फूलों की माला भगवान के गले मे डालने के बाद आप उसको वापस निकाल कर उनके चरणों मे रख सकते हैं।

‌‌‌यदि आप स्थाई रूप से भगवान के गले मे माला डाले रखना चाहते हैं तो नकली फूलों वाली माला का प्रयोग कर सकते हैं वह किसी भी तरह से बेकार नहीं लगेगी ।

‌‌‌खंडति मूर्तियों को दूर रखें

दोस्तों मंदिर मे कभी भी टूटी हुई मूर्ति की पूजा नहीं करनी चाहिए यह अशुभ होता है। यदि मूर्ति टूट गई है तो उसे मंदिर मे नहीं रखना चाहिए । वरन उसको या तो आप किसी जल के अंदर डाल सकते हैं या फिर आप उसको किसी भी पीपल के पेड़ के नीचे डाल सकते हैं। आप देखें कि ‌‌‌आप जिस मूर्ति की पूजा कर रहे हैं वह मूर्ति खंडित तो नहीं है ?

‌‌‌पूरे मन के साथ भगवान की पूजा करें

दोस्तों भगवान की पूजा पूरे मन के साथ करना जरूरी होता है। यदि आप बेमन से पूजा करते हैं तो उस पूजा को करने का कोई भी फायदा नहीं होता है। इसलिए जब भी आप पूजा करें पूरे मन के साथ करें। और जितनी देर करें मन लगाकर करें तभी कुछ फायदा हो सकता है।

‌‌‌जब आप मन लगाकर पूजा करते हैं तो आपके अंदर भगवान के अच्छे गुणों का प्रवेश होता है और धीरे धीरे आपके अंदर बदलाव आने शूरू हो जाते हैं।

‌‌‌तुलसी की पतियां

दोस्तो विष्णु और कृष्ण भगवान को तुलसी की पतियां भी चढ़ाई जाती हैं।लेकिन कई बार क्या होता है कि तुलसी की पतियां चढ़ाने के बाद हम उनको उठाना भूल जाते हैं और वे सूख जाती हैं। ऐसी स्थिति से आपको बचना चाहिए । क्योंकि सूखी हुई पतियां भगवान के चरणों मे रखना अच्छा नहीं ‌‌‌ माना जाता है। ‌‌‌जब आप एक बार तुलसी की पतियों को चढ़ा देते हैं तो उसके 2 घंटे बाद इन पतियों को वहां से उठाकर अलग स्थान पर आपको डाल देना चाहिए ।

‌‌‌पंचदेव की पूजा करें

गणेश, विष्णु, दुर्गा, शिव और सूर्य ये आदिपंचदेव कहलाते हैं।आप जब भी पूजा करें इनकी पूजा जरूर करें यह पंच देव कहलाते हैं। और इनकी पहली पूजा के बिना सारी पूजा अधूरी होती है। रोजाना आपको इनका ध्यान करना चाहिए । जिससे कि लक्ष्मी प्राप्त होती है।

‌‌‌दीपक को सही तरीके से जलाएं

दोस्तों कभी भी दीपक से दीपक नहीं जलाना चाहिए । क्योंकि शास्त्रों के अनुसार दीपक से दीपक जलाना उचित उचित नहीं माना जाता है। यदि कोई ऐसा करता है तो वह रोगी हो जाता है।

‌‌‌मंदिर के सामने पीठ की ओर नहीं बैठना चाहिए

दोस्तों यह बात तो आपको भी पता होगी कि कभी भी मंदिर के सामने पीठ करके नहीं बैठना चाहिए । यह शास्त्रों के अनुसार अशुभ माना जाता है। आप मंदिर के सामने मुख करके बैठ सकते हैं। यह शुभ माना जाता है।

‌‌‌स्त्री को अपवित्र अवस्था मे शंख नहीं बजाना चाहिए

दोस्तों जब महिलाएं पिरियड मे होती हैं तो उनको शंख नहीं बजाना चाहिए क्योंकि यह अशुभ माना जाता है। यदि कोई महिला ऐसा करती है तो देवी लक्ष्मी वहां से रूष्ट होकर चली जाती है।‌‌‌वैसे भी महिलाओं के द्धारा शंख बजाना उचित नहीं माना जाता है।

‌‌‌प्लास्टिक की बोतल मे गंगाजल नहीं रखना चाहिए

दोस्तों प्लास्टिक की बोतल मे अक्सर हम गंगाजल रखते हैं लेकिन ऐसा माना जाता है कि प्लास्टिक की बोतल मे गंगाजल नहीं रखना चाहिए । आप किसी भी ताबें के बर्तन मे गंगाजल को रख सकते हैं।‌‌‌गंगाजल की खास बात यह होती है कि यह लंबे समय तक खराब नहीं होता है।हालांकि अब गंगाजल के अंदर भी बहुत अधिक गदंगी करदी गई है। वह बात अब नहीं रही है।

‌‌‌तुलसी के पत्ते को नहाकर तोड़ें

दोस्तों तुलसी के पत्ते को नहाकर तोड़ना चाहिए । यदि कोई तुलसी के पत्ते को बिना नहाए हुए तोड़ता है तो यह भगवान के द्धारा स्वीकार नहीं किया जाता है।इसलिए जब ही तुलसी के पत्ते को तोड़ें तो नहाकर ही तोड़ें ।

‌‌‌भगवान की परिक्रमा सही तरीके से करें

दोस्तों अक्सर जब हम किसी मंदिर मे जाते हैं तो हम मंदिर के अंदर परिक्रमा करते हैं लेकिन आपको पता होना चाहिए कि हर देवता की परिक्रमा की संख्या अलग अलग होती है। जैसे कि ‌‌‌गणेश  3 होनी चाहिए ।और शिव की एक और सूर्य की 7 बार परिक्रमा करनी चाहिए । यदि आपको परिक्रमा के बारे मे कुछ खास पता नहीं है तो आपको वहां पूजा करने वाले पंडित से पता करना चाहिए ।

‌‌‌मंदिर मे प्रसाद अवश्य ही चढ़ाएं

‌‌‌मंदिर मे प्रसाद अवश्य ही चढ़ाएं

यदि आप मंदिर के अंदर पूजा करते हैं ।और यदि आपका कोई भी कार्य सफल होता है तो आपको प्रसाद अवश्य ही चढ़ाना चाहिए । मंदिर के अंदर प्रसाद नहीं चढ़ाना अच्छा नहीं माना जाता है। समय समय पर विशेष उत्सव पर मंदिर मे प्रसाद चढ़ाना ना भूलें ।

‌‌‌माता लक्ष्मी को कमल के फूल चढ़ाएं

दोस्तों माता लक्ष्मी को कमल के फूल बहुत अधिक प्रिय होते हैं।माता लक्ष्मी को कमल के फूल को चढ़ाने के बाद आप उनके उपर जल चढ़कार 5 दिन तक दोबारा चढ़ा सकते हैं।

‌‌‌फूलों को सही तरीके से अर्पित करें

दोस्तों आमतौर पर यह देखा गया है कि देवताओं को फूल हाथों से अर्पित किया जाता है लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए । देवताओं को फूल किसी पात्र के अंदर डालकर अर्पित करना चाहिए । यदि आप हाथों से फूल अर्पित करते हैं तो यह अच्छा नहीं माना जाता है।

‌‌‌पूजा करते समय मुख सही दिशा मे रखें

दोस्तों यदि आपने मंदिर किसी पंड़ित से पूछ कर बनाया है तो आपको सही तरीके से बताया होगा । आपको पूजा पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ मुख करके करनी चाहिए ।

‌‌‌पूजा मे बैठने के लिए सही आसन चुने

दोस्तों किस पूजा मे आसन किस प्रकार का होना चाहिए । यह निर्भर करता है कि आप कौनसे देवता की पूजा कर रहे हों। आप जिस भी देवता की पूजा करते हैं उनके अनुसार ही सही आसन का प्रयोग करें तो अच्छा होगा ।‌‌‌यदि आपको आसन के बारे मे सही से पहले पता है तो ठीक है नहीं तो आप किसी अन्य पूजारी से पूछ कर बता सकते हैं।

‌‌‌घर के मंदिर मे सुबह शाम दीपक जलाएं

दोस्तों हमारे भारत मे घर मे मंदिर तो होता ही है।यदि आपके घर मे मंदिर है तो मंदिर के अंदर आपको सुबह शाम को एक दीपक जलाना चाहिए । यह आपके घर मे पॉजिटिविटी को बढ़ाने का कार्य करता है।

‌‌‌घर मे गूगल धूप का प्रयोग रोजाना शाम को करें

दोस्तों आजकल सभी लोग अगरबत्ती का प्रयोग करने लगें हैं। लेकिन धूप का मुकाबलना अगरबत्ती नहीं कर सकती है। यदि आप धूप का प्रयोग करते हैं तो यह आपके घर के वातावरण को शुद्ध करती है।‌‌‌आप गूगल धूप किसी उपले पर डालें और उसके बाद उसे पूरे घर मे घूमाएं । ऐसा करने का फायदा यह होगा कि सारी नगेटिव उर्जा आपके घर के बाहर निकल जाएगी और घर के अंदर अच्छी को सकारात्मक उर्जा का प्रवेश होगा ।

‌‌‌मंदिर मे प्रसाद अवश्य ही चढ़ाएं

‌‌‌सुबह पूजा करने के फायदे

दोस्तों बहुत से लोग सुबह पूजा करते हैं। पूजा करने के अनेक फायदे होते हैं लेकिन यदि आप सुबह पूजा करते हैं तो इसके भी अनेक फायदे होते हैं। यदि आप सुबह भगवान की पूजा करने जाते हैं तो निश्चिय ही आपने इसके चमत्कार देखेंगे ।

‌‌‌सुबह पूजा करने के फायदे मन शांत रहता है

दोस्तों सुबह पूजा करने का फायदा यह है कि मन बहुत ही शांत रहता है। यदि आप अपने मन को शांत रखना चाहते हैं तो सुबह की पूजा आवश्य ही करें ।जब आप सुबह सुबह पूजा करते हैं तो फिर आपका मन पूरे दिन शांत बना रहता है।‌‌‌आमतौर पर कुछ ऐसे लोग होते हैं जिनके मन मे पूरे दिन उथल पुथल मची रहती है। यदि आप चाहते हैं कि यह पागल मन फालतू के विचारों को छोड़ दे और शांत बना रहे तो आप यही कर सकते हैं कि सुबह भगवान के मंदिर मे जाएं और उसके बाद पूजा करें ।

‌‌‌पूजा करने से मन के अंदर जो खराब चीजें फंसी हुई हैं वे धीरे धीरे अपने आप ही दूर होना शूरू हो जाएगी और उसके बाद आपका मन धीरे धीरे शांत होगा । यदि आप सोच रहे हैं कि एक दिन की पूजा से ही आपका मन शांत रहने लग जाएगा तो ऐसा नहीं है। आपको एक लंबे ‌‌‌ समय तक पूजा अर्चना करनी होगी  । तभी आपका मन शांत हो पाएगा ।

‌‌‌सुबह पूजा करने के फायदे मिलता है देवताओं का आशीर्वाद

दोस्तों सुबह पूजा करने का फायदा यह है कि आपको विशेष रूप से देवताओं का आशीर्वाद मिलता है। या देवता आपको आशीर्वाद देते हैं। जिससे कि आपको काम सफल हो जाते हैं।‌‌‌अक्सर क्या होता है कि देवताओं की कृपा से ही हम अनेक तरह की सफलता को प्राप्त कर पाते हैं। और हम हमारे जीवन को सुखमय बना पाते हैं तो देवताओं का आशीर्वाद बहुत ही जरूरी होता है सुखी जीवन के लिए ।

‌‌‌आलस्य दूर होता है

दोस्तों यह बात वैज्ञानिक रिसर्च मे भी सामने आई है कि जो लोग देर से उठते हैं वे अधिक आलस्य वाले होते हैं। या वे काम मे आलस्य करते हैं। यदि आप सुबह जल्दी उठकर पूजा करते हैं तो आप नहा धो लेते हैं। जिससे कि आपका आलस्य भी दूर हो जाता है।

‌‌‌लंबे समय तक बिस्तर पर पड़े रहना एक तरह से आपको कमजोर ही बनाता है। वह आपको कामचोर भी बना देता है। और धीरे धीरे आप आलस्य मे चले जाते हैं चीजों मे आपको अरूचि होने लग जाती है।

‌‌‌भगवान का भजन कर पाते हैं

दोस्तों यदि आप सुबह जल्दी उठते हैं तो आप भगवान की पूजा के बहाने भजन कर पाते हैं। भगवान का भजन करने का यह एक सुनहरा मौका होता है। क्योंकि यह नश्वर जीवन आपको अधिक समय तक थामे नहीं रख पाएगा । एक ना एक दिन आपको यह शरीर छोड़ना ही होगा । और जब आप शरीर छोड़ेंगे तो भगवान ‌‌‌के भजन ही काम आएंगे ।भगवान के नाम की नाव मे बैठ कर इस मायावी संसार से आप पार हो सकते हैं। इसलिए भजन सबसे पहली चीज है। अन्यथा इस दुनिया के अंदर अनन्त काल तक दुखों का भोग करते रहें कोई भी फायदा नहीं होगा और कुछ भी हाशिल आप नहीं कर पाएंगे ।

‌‌‌बुरे विचार समाप्त होते हैं

दोस्तो सुबह पूजा करने का एक फायदा यह है भी है कि आपके मन के अंदर मौजूद बुरे विचार धीरे धीरे समाप्त हो जाते हैं। और उनके स्थान पर अच्छे विचार आने लग जाते हैं।‌‌‌हालांकि बुरे विचार एक दिन के अंदर समाप्त नहीं होते हैं। बुरे विचारों को समाप्त करने के लिए भी समय लगता है।लेकिन जब आप भगवान की पूजा करते हैं तो आप उनका अनुकरण करने लग जाते हैं और धीरे धीरे आप अपनी अंदर की बुराइयों को देखना सीख जाते हैं और उसके बाद ‌‌‌आप उनको छोड़ने का प्रयास करने लग जाते हैं।और इस प्रकार से धीरे धीरे बुरी आदते अच्छी आदतों मे बदलने लग जाती हैं।

‌‌‌पूरा दिन अच्छा जाता है

दोस्तों यदि आप सुबह उठकर जल्दी पूजा करने के लिए जाते हैं तो इसका फायदा यह है कि पूरा दिन अच्छा गुजरता है। इसका मतलब यह है कि भगवान की शक्ति आपके साथ रहती है। जिससे कि आप पूरे दिन चहचहाते रहते हैं और इसी प्रकार से हंसी खुशी के अंदर आपका पूरा दिन निकल जाता है।‌‌‌यदि आपको यकीन नहीं आता है तो आप उन लोगों से यह पूछ सकते हैं जोकि पूछा करते हैं। असल मे उनका पूरा दिन कुछ अलग ही एहसास लिए हुए बीत जाता है।

‌‌‌रात मे अच्छी नींद आती है

यदि आप सुबह जल्दी उठकर पूजा करते हैं तो इसका एक फायदा यह भी है कि आपको रात मे अच्छी नींद आएगी ।क्योंकि अक्सर आपने देखा होगा कि जो लोग सुबह जल्दी उठते हैं वे रात को चैन की नींद सोते हैं और सुबह देर से उठने वालों का दिन ऐेसे ही आलस्य मे बीत जाता है।

‌‌‌जल्दी उठने वाले लोग जीवन मे अधिक खुश होते हैं

दोस्तों एक वैज्ञानिक रिसर्च मे यह बात सामने आई है कि जो लोग जल्दी उठते हैं वे जीवन के अंदर अधिक खुश रहते हैं। इसका कारण शायद यह होगा कि जल्दी उठने वाले सकारात्मक होते हैं। वे नगेटिवली रूप से चीजों को कम देखते हैं। वे अधिकतर पोजिटिवली रूप ‌‌‌से चीजों को देखते हैं।

‌‌‌आप रहते हैं तनाव मुक्त सुबह पूजा करने के फायदे

दोस्तों सुबह पूजा करने का एक फायदा यह भी होता है कि आप तनाव मुक्त रहते हैं और कुछ लोग जो चिंता के अंदर काफी परेशान हो जाते हैं वैसी स्थिति आपके साथ नहीं होती है। आप तनाव मुक्त रहते हैं और खुद के अंदर आनन्द को महसूस करते हैं।‌‌‌वैसे भी आजकल की मशीनी जिदंगी के अंदर तनाव बहुत ही भयंकर समस्या ले चुका है। और कई बार तो लोग इस तनाव के चलते सुसाइड तक कर लेते हैं।

‌‌‌आप पूजा के माध्यम से भगवान के जितने करीब होते हैं आप उतने ही खुश नजर आएंगे । क्योंकि आप जीवन की सच्चाई को अच्छी तरह से जान जाएंगे । आप जाएंगे कि आप बस खेल सकते हैं उससे ज्यादा कुछ नहीं कर सकतें हैं इसी मे फायदा होगा ।

‌‌‌एक आपकी मुक्ति की दिशा मे एक कदम है

दोस्तों सुबह की पूजा आपकी मुक्ति की दिशा मे एक कदम है। वैज्ञानिक रूप मे यह साफ हो चुका है। इंसान मरता नहीं है। भारत के ऋषियों ने करोड़ों साल पहले ही बता दिया था कि आत्मा अजर अमर है उसका विनाश नहीं होता है।‌‌‌इंसान की मुक्ति ही एकमात्र लक्ष्य होना चाहिए । और आपके पूजा करने से आपकी मुक्ति की दिशा मे एक कदम होता है।‌‌‌यदि आप जीवन की सच्चाई मे भरोशा करते हैं तो फिर आपको सुबह की पूजा और शाम की पूजा अवश्य ही करनी चाहिए ।

‌‌‌आप अपना एक रूटीन बना लेते हैं

मानव जीवन के अंदर रूटीन होना बहुत ही जरूरी होता है।समय की पाबंधी बेहद ही जरूरी होती है। यदि आप सुबह की पूजा करते हैं तो धीरे धीरे आप समय के पाबंध हो जाते हैं।‌‌‌और उसके बाद आप एक रूटीन के अंदर ढल जाते हैं।

‌‌‌मन की एकाग्रता बढ़ती पूजा करने के फायदे

दोस्तों पूजा करने का एक फायदा यह होता है कि आपके मन की एकाग्रता शक्ति के अंदर बढ़ोतरी होती जाती है। जब आप पूजा करने के लिए जब शांत बैठते हैं तो आप सिर्फ भगवान का ही ध्यान करते हैं। और धीरे धीरे आपका मन एकाग्र होने लग जाता है।

‌‌‌अक्सर आपने देखा होगा कि जब आप किसी मंदिर के अंदर प्रवेश करते हैं तो वहां पर एक खास किस्म की उर्जा होती है जो आपके मन को एकाग्र करने मे मदद करती है। और वहां पर बैठकर आप कुछ समय आप ध्यान करते हैं तो धीरे धीरे आपका मन एकाग्र होने लग जाता है।

‌‌‌मन की एकाग्रता से आप कई सारे काम कर सकते हैं।मन जब एकाग्र होता है तो आप प़ढ़ाई और दूसरी जटिल चीजों को बहुत ही जल्दी सीख सकते हैं जोकि बिना मन के एकाग्रता के कठिन होता है।

‌‌‌शुद्ध वातावरण का पूरा लाभ उठाते हैं

दोस्तों जब हम सुबह पूजा करने के लिए उठते हैं तो वातावरण शुद्ध होता है और शुद्ध वातावरण होने की वजह से हमे ताजी और सुंदर हवा मिलती है। और जब यही हवा हमारे शरीर के अंदर जाती है तो यह शरीर को कई तरीके से फायदा देती है।

शुद्ध वातावरण मे घूमने के लिए कुछ लोग तो ऐसे ही उठते हैं और उसके बाद सुबह सुबह घूमने के लिए जाते हैं आप किसी शहरी इलाके के अंदर रहते हैं तो आपने देखा ही होगा ।‌‌‌सुबह की ताजी हवा हमारे फेफड़ों के लिए काफी फायदेमंद होती है। और पूजा जब सुबह जल्दी करते हैं तो यह डबल फायदा आपको देती है।‌‌‌यदि आप किसी दूर मंदिर के अंदर पूजा करने के लिए जाते हैं तो फिर आपके लिए और अधिक फायदेमंद सौदा हो सकता है।

‌‌‌नगेटिव शक्तियां आप से दूर रहती हैं

दोस्तों पूजा करने का यह फायदा है कि नगेटिव शक्तियां आपसे दूर रहती हैं। यह कुछ न्यूज चैनलों के द्धारा फैलाया गया झूठ है कि भूत प्रेत नहीं होते हैं। वरना अमेरिका के परोमनोवैज्ञानिक तक मानते हैं की भूत प्रेत होते हैं। भारत के न्यूज चैनल तो इन ‌‌‌वैज्ञानिकों से भी आगे जा चुके हैं।‌‌‌खैर दोस्तों भूत प्रेत हमेशा से बुरी सोच वाले व्यक्ति होते हैं जो अपनी वासना को पूरा करने के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं।‌‌‌यदि आप भगवान की पूजा करते हैं तो तमाम बुरी ताकतें आपके पास आने से डरेंगी । तो दोस्तों पूजा करने का अपना फायदा है।

‌‌‌एक गरीब पूजारी की कहानी

दोस्तों एक गांव के अंदर रामलाल पूजारी रहता था। रामलाल की माली हालत अच्छी नहीं थी। उसके दो बेटे थे एक की मौत हो चुकी थी तो दूसरा भी कोई काम धंधा नहीं लगा हुआ था । रामलाल गोरख नाथी जी की पूजा अर्चना करता था।‌‌‌रामलाल यह यकीन था की एक दिन महाराज उसकी हालत को सही करेंगे। इसी प्रकार से पूजा अर्चना वह करता रहा । पैसा अधिक उधार होने की वजह से वह चुका नहीं पाया तो खेत के अंदर  ‌‌‌खेजड़ी के पेड़ थे तो उनको काट कर बेच दिया । कुछ दिन तो घर की स्थिति डामाडोल रही और उसके बाद भगवान की कृपा ऐसी हुई कि उनका एक बेटा पुलिस के अंदर नौकरी लग गया । और उसके बाद घर के अंदर पैसों की कोई भी कमी नहीं रही ।

‌‌‌और एक बार जब बेटा नौकरी लग गया तो उसके बाद उसकी सगाई के रिश्ते आने लगे उसकी सगाई की और शादी करदी । घर के अंदर बहु आ गई। इस प्रकार से उसके घर मे किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं रही ।

‌‌‌यह कोई काल्पनिक कहानी नहीं है।यह रियल घटना पर आधारित कहानी है। इस कहानी को बताने का मकसद यही है कि यदि आप मन से भगवान का भजन करते हैं तो फिर भगवान आपकी मदद जरूर करते हैं जो सुख मे भी भगवान का भजन करता है तो उसे दुख किसी बात का हो ही नहीं सकता है।‌‌‌लेकिन बहुत से लोगों की यही समस्या है कि वे सिर्फ दुख के अंदर भगवान को याद करते हैं और सुख के अंदर भगवान को भूल जाते हैं। क्योंकि जब दर्द होता है तभी तो भगवान हम सभी को याद आते हैं।

‌‌‌ऐसा नहीं है कि भगवान की पूजा का फल नहीं मिलता है।यदि आप भगवान की पूजा करते हैं तो आपको इसका फल जरूर मिलता है। देवता भले ही हमे दिखाई नहीं देते हैं लेकिन इसका मतलब यह कतई नहीं है कि वे हैं नहीं । वे सूक्ष्म शरीर के अंदर मौजूद हैं। देवता भी कई ऐसे चमत्कार कर देते हैं कि ‌‌‌ डॉक्टर की समझ से परे होता है। इस प्रकार का चमत्कार करना ।देवताओं की दुनिया अपने आप मे अजीब होती है। और हर कोई इंसान इनके रहस्य को नहीं समझ सकता है । अधिकतर इंसानों को बस अंधविश्वास लगता है क्योंकि उनको यह सब समझ नहीं आता है।

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arif khan

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