26 + personality develop tips in hindi पर्सनालिटी डेवलपमेंट सीखें

personality develop kaise kare in hindi ,पर्सनालिटी डेवलपमेंट कैसे करें पर्सनालिटी डेवलपमेंट टिप्स ,personality develop tips in hindi ,‌‌‌व्यक्तित्व विकास कैसे करें? personality को हिंदी मे व्यक्तित्व के नाम से जाना जाता है। यदि हम सिंपल शब्दों के अंदर कहें तो आपके रूप ,रंग हाव भाव और और बोलने का ढंग यह सभी पर्सनलटी के अंदर ही आते हैं।और आजकल तो यह चल हो चुका है कि जिसकी पर्सनलटी अच्छी होती है उसको ही अधिक वैल्यू दी जाती है।

‌‌‌एक बार मैं मजदूरी करके आया था तो आप जानते ही हैं कि मजदूरी करने वाले की पर्सनलटी कैसी होती है ? तो दुकानदार से मैंने चाय मांगी तो उसने कहा कि पहले पैसा दें। उसे यह लगा कि चाय पी लेगा और उसके बाद पैसा नहीं देगा । ‌‌‌और यदि आप यही सूट बूट लगाकर जाते तो दुकानदार आपसे पूछता ही नहीं कि आपके पास पैसा है या नहीं ? क्योंकि उसे यही लगता कि इतने चमकदार कपड़े पहनने वाले के पास पैसा तो होगा ही । ‌‌‌यदि आप आज एक कंपनी मे इंटरव्यू देने के लिए जाते हैं तो वहां पर पर्सनलटी बहुत अधिक मायेने रखती है। क्योंकि यदि आपकी पर्सनलटी अच्छी नहीं होगी तो आपके बॉस आपको नौकरी नहीं देगें ।

‌‌‌आपको बतादें कि हर इंसान के अंदर कुछ खास गुण और विशेषताएं होती हैं। और हर इंसान के अंदर यह अलग अलग होती हैं। इन्हीं के चलते हर इंसान का व्यक्तित्व भी अलग अलग हो जाता है। ‌‌‌इस प्रकार से व्यक्तित्व कोई स्थिर चीज नहीं है।यह बदलता रहने वाला पक्ष है। और यदि आप इसके अंदर सुधार चाहते हैं तो सुधार कर सकते हैं।

personality develop kaise kare in hindi

‌‌‌मनोवैज्ञानिकों ने पर्सनलटी की अलग अलग परिभाषाएं दी हैं। इनमे से कुछ का उल्लेख हम यहां पर करेंगे । जिससे कि आपको पर्सनलटी के बारे मे सही तरीके से पता चल सके ।

कैम्फ (1919) के अनुसार

व्यक्तित्व उन प्राभ्यास संस्थाओं का या उन अभ्यास के रूपों का समन्वय है जो वातावरण में व्यक्ति के विशेष सन्तुलन को प्रस्तुत करता है।

मार्टन प्रिंस (Morton Prince) के अनुसार,

व्यक्तित्व, व्यक्ति की समस्त जैविक, जन्मजात विन्यास, उद्वेग, रुझान, क्षुधाएं, मूल प्रवृत्तियां तथा अर्जित विन्यासों एवं प्रवृत्तियों का समूह है।’

वारेन तथा कारमाइकल (Warren and Carmichacl) के अनुसार,

व्यक्ति के विकास की किसी अवस्था पर उसके सम्पूर्ण संगठन को व्यक्तित्व कहते हैं।

मेकर्डी (J.T. Mac Curdy)

व्यक्तित्व रूचियों का वह समाकलन है जो जीवन के व्यवहार में एक विशेष प्रकार की प्रवृत्ति उत्पन्न करता है।

‌‌‌इन सभी परिभाषाओं को देखने पर हमे यह पता चलता है कि व्यक्तित्व असल मे कई प्रकार  का हो सकता है। जैसे की भौतिक व्यक्तित्व के अंदर आपके शरीर की संरचना आती है जिसको बदलना कठिन होता है। इसी प्रकार से सामाजिक व्यक्तित्व के अंदर ऐसी चीजें आती हैं जो सीधे तौर पर समाज को प्रभावित करती हैं जैसे कि आपकी सोच दूसरे लोगों के प्रति किस प्रकार की है। इसी प्रकार से आध्यात्मिक व्यक्तित्व  भी होता है जो आपके धर्म से संबंध रखता है।

‌‌‌ व्यक्तित्व हर इंसान का अलग होता है। लेकिन कुछ लोगों का व्यक्तित्व प्रभावी होता है तो कुछ का अप्रभावी होता है। जैसे कि देश के प्रधानमंत्री की छवी का आपके मन मे अलग स्थान है तो किसी दूसरे का अलग स्थान है।

‌‌‌ पर्सनलटी डवलप करने का मतलब यही है कि आप खुद कई तरीके से विकास करते हैं। असल मे यह शब्द किताबी अधिक है। रियल लाइफ कम्पनी मे तो मैनें देखा है कि बॉस का पर्सनलटी इतनी घटिया होती है कि पूछो मत । ‌‌‌खैर रियल मे व्यक्तित्व के बारे मे चिल्लाने वाले लोग अधिकतर केस मे खुद कभी सुधार करने की कोशिश नहीं करते हैं।मैंने कई कंपनी मे इंटरव्यू दिया और यह अच्छी तरह से देखा है।

‌‌‌खैर यदि आप अपनी पर्सनलटी मे सुधार करना चाहते हैं तो यह एक बहुत अच्छा विचार है।हम आपको personality develop kaise kare मे कुछ टिप्स देने वाले हैं जो आपकी काफी मदद करेंगे ।

Table of Contents

‌‌‌1. पर्सनालिटी डेवलपमेंट टिप्स अपने आत्मविश्वास को बढ़ाएं

दोस्तों पर्सनलटी बढ़ाने मे आत्मविश्वास का बहुत अधिक योगदान होता है। यदि आपके अंदर आत्मविश्वास है तो फिर आप सामने वाले को भी पीछे हटा सकते हैं। आत्मविश्वास आपको हर क्षेत्र के अंदर हाशिल नहीं हो सकता है लेकिन जिस क्षेत्र मे आप जानते हैं । उस क्षेत्र मे ‌‌‌तो कम से कम आपके अंदर आत्मविश्वास होना ही चाहिए ।आत्मविश्वास के क्षेत्र का मतलब है कि जैसे आपको लिखना बहुत अच्छे से आता है तो लिखने के फिल्ड मे आपके अंदर भरपूर आत्मविश्वास होना चाहिए । और जिस फिल्ड मे आपको कुछ भी नहीं आता है। उसके बाद भी आप आत्मविश्वास रखते हैं तो वह ‌‌‌आत्मविश्वास नहीं ओवर कोन्फिडेंस होता है।

आत्मविश्वास को बनाए रखने के लिए भी आपको मेहनत करनी होगी । क्योंकि इंसान के अंदर आत्मविश्वास तभी आता है जब वह मेहनत करता है और उसको कुछ आने लग जाता है। बिना ज्ञान के आत्मविश्वास वास्तव मे भ्रम ही होता है।

‌‌‌जैसे कि आप किसी जगह पर इंटरव्यू देने के लिए जाते हैं और आपकी अपने फिल्ड पर अच्छी पकड़ है तो आप अगले के सामने जो भी बोलेंगे पूरी तरह से ठोक कर बोलेंगे जो आपकी पर्सनलटी  को बढ़ाने मे बहुत ही फायदेमंद होगा । और इसके विपरित जिस इंसान मे आत्मविश्वास नहीं होगा वह इंसान क्या करेगा ? वह तो ‌‌‌ अटक अटक कर ही बोलेगा ।और उसके अटक अटक कर बोलने से अगले को यह पता चल जाएगा कि इसको कुछ भी नहीं आता है। यह बस दिखावा करता है।

‌‌‌एक गजब के आत्मविश्वास वाले इंसान के उपर ही तो पर्सनलटी सूट करती है। यदि ऐसे ही किसी को सूट बूट पहनाकर खड़ा कर दिया जाएगा तो वह एक गजब की पर्सनलटी नहीं वरन जोकर दिखेगा ।

‌‌‌अब बहुत से लोगों के सामने यह समस्या भी आती है कि उनको पता ही नहीं होता है कि उनके अंदर आत्मविश्वास है या नहीं ?तो आत्मविश्वास को पता करने का सबसे अच्छा तरीका यह है

 कि आप किसी ऐसे इंसान के सामने जाएं जो आपके ही फिल्ड का है और आप उसे अपने फिल्ड के बारे मे बात करें । यदि आप द्रढ़ता ‌‌‌ से अपनी बात को रख पाते हैं तो फिर इसका मतलब यह है कि आपके अंदर आत्मविश्वास मौजूद है। यदि आप ऐसा नहीं कर पाते हैं तो इसका अर्थ यह है कि आपके अंदर आत्मविश्वास मौजूद नहीं है। ‌‌‌और रही आत्मविश्वास को बढ़ाने की बात तो आप अपना ज्ञान बढ़ाकर ही अपने आत्मविश्वास को बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा और कोई चारा भी नहीं है।

2.पर्सनालिटी डेवलपमेंट टिप्स ‌‌‌पढ़ने की आदत डालें

‌‌‌जब हम स्टूडेंट होते हैं तो पढ़ते रहते हैं लेकिन जब कॉलेज वैगरह पूर्ण कर लेते हैं तो उसके बाद पढ़ना लिखना छोड़ देते हैं। और उसके बाद काम करने लग जाते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि पढ़ना इंसान को कभी भी छोड़ना नहीं चाहिए । ‌‌‌ जब आप पढ़ते रहते हैं तभी तो नई चीजें सीखते रहते हैं।एक बार जब आप पढ़ना छोड़ देते हैं तो धीरे धीरे सब कुछ ज्ञान विलुप्त होने लग जाता है। ‌‌‌लेकिन क्या आपको पता है कि पर्सनलटी के मामले मे पढ़ना कितना अच्छा हो सकता है ? पढ़ना सिर्फ आपके ज्ञान को बढ़ाने के लिए ही फायदेमंद नहीं होता है। वरन यह  ‌‌‌आपकी पर्सनलटी को भी बेहतर बनाने का कार्य करता है।

‌‌‌जब आप पढ़ते हैं तो बहुत सी चीजों के बारे मे जानकारी भी हाशिल करते हैं और अपनी बात को प्रभावी ढंग से रखने की क्षमता आपके अंदर विकसित होती है।और यदि आपको कुछ ज्ञान है तो आप आसानी से बेहतरीन तर्क वितर्क कर सकते हैं। एक पढ़े लिखे इंसान और अधिक पढ़ने वाले इंसान का आत्मविश्वास अधिक होता है।

‌‌‌जिस इंसान को पढ़ने का शौक होता है।वह अपने दिमाग मे कई तरह की जानकारियों को समाये रखता है। और हर किसी सवाल का जवाब देने की क्षमता भी रखता है।

यदि आप भी अपनी पर्सनलटी को अच्छा करना चाहते हैं तो आपको भी रोजाना पढ़ने की आदत डालनी होगी ।

‌‌‌वर्तमान मे सब कुछ बदल चुका है।आजकल पढ़ने के लिए आपको मोटी मोटी किताबों को साथ लेकर जाने की आवश्यकता नहीं होती है। बस आपके मोबाइल मे ही लाइब्रेरी होती है। जिसको खोलकर आप पढ़ सकते हैं।

‌‌‌इसके अलावा कुछ लोगों को पढ़ना पसंद नहीं होता है लेकिन उनको सुनना काफी पसंद होता है। ऐसी स्थिति के अंदर उनके लिए और भी आप्सन मौजूद हैं। आजकल ज्ञान से भरपूर विडियो भी उपलब्ध हैं जिनको आप देख सकते हैं। और अपने ज्ञान को बढ़ा सकते हैं।

‌‌‌और जब आप पढ़ते हैं तो चीजों को और अधिक प्रभावी ढंग से रख पाते हैं जोकि आपकी पर्सनलटी को बेहतर बनाने के लिए काफी फायदेमंद होता है।‌‌‌एक बेहतर पर्सनलटी वाले इंसान की बातें ही अलग किस्म की होती हैं।

‌‌‌अब आपके मन मे यह सवाल होगा कि एक पढ़ा लिखा इंसान किस प्रकार से अपनी बातों को बेहतर ढंग से रख सकता है। तो जैसे आप पढ़े लिखें हैं और आप कोई कथन बोलते हैं तो उस कथन को सिद्ध करने के लिए महान लोगों के विचारेां का प्रमाण दे सकते हैं। जो आपकी बात को और अधिक प्रभावी बनाता है। और आपके क्रेज को ‌‌‌ उंचा करने मे काफी मदद करता है।

‌‌‌3. पर्सनालिटी डेवलपमेंट कैसे करें पर्सनलटी डवलपमेंट के तरीके दूसरों की सुने

क्या आप जानते हैं कि हमेशा उस इंसान को सब लोग पसंद करते हैं जो सबकी सुनने वाले होते हैं। अक्सर जब मैं अपने किसी रिश्तेदारी के यहां पर जाता हूं तो कई लोग मुझे अपनी बात सुनाते हैं। एक बुढ़ा व्यक्ति है जो मुझे जाते ही बहुत सारी बातों को सुनाता है।‌‌‌और मैं उसकी पूरी बातें ध्यान से सुनता हूं और उनका समर्थन करता हूं । अपनी सारी बातें सुनाने के बाद वह काफी खुश दिखता है। इसी प्रकार से ही पास मे एक महिला है जो असल मे कई बार मुझे अपनी बातें सुनाती है। हालांकि मैं उसकी अनेक बातों से सहमत नहीं होता है। लेकिन उसके बाद बस सुन लेता हूं ।

‌‌‌जिससे कि उससे भी अच्छा लगता है। और उनकी विचार धारा के साथ मेरा टकराव संभव नहीं है। लेकिन बहुत से लोगों की यह आदत होती है कि वे दूसरों की बातें सुनना पसंद नहीं करते हैं । वे बस अपनी बातों को सुनाना चाहते हैं।‌‌‌जब भी उनको कोई मिलता है तो वह अपनी बातें सुनाने लग जाते हैं। इस प्रकार के इंसानों की पर्सनलटी अच्छी नहीं बनती है और लोग उनके नजदीग नहीं जाना चाहेंगे । यदि आप एक दुकानदार हैं तो आपको बेहतर पर्सनलटी के लिए अपनी कस्टमर की बात को ध्यान से सुनना होगा ।

‌‌‌आपको अपने कस्टमर की समस्या पर ध्यान देना होगा तभी आप एक सक्सेस दुकानदार बन पाएंगे । लेकिन कई दुकानदार ऐसे भी होती हैं जो कस्टमर की नहीं सुनते हैं अपनी अधिक गाते हैं।‌‌‌इस प्रकार के दुकानदारों के पास ग्राहक की अपने आप ही कमी हो जाती है।

‌‌‌यदि आप अपनी पर्सनलटी को अच्छा बनाना चाहते हैं तो दूसरों की बातें सुनने की आदत डालें । सिर्फ अपनी ही ना सुनाएं । दूसरों को बोलने का पूरा मौका दें ।

‌‌‌4.हमेशा मुस्कुराते रहें

दोस्तों मुस्कान के अंदर वाकाई मे जादू होता है इसमे कोई शक नहीं है। और पर्सनलटी को बेहतर बनाने मे मुस्कान का बहुत ही बड़ा रोल होता है। यदि आप ऐसी जगह पर काम कर रही हैं जहां पर आपकी मुस्कान बहुत अधिक मायेने रखती है तो फिर आपको मुस्कान बनाए रखना ही होगा ।

‌‌‌एक बार न्यूज के अंदर देखा कि एक एंकर बैठी हुई थी। उसका पति कार ऐक्सीडेंट के अंदर मर गया और अपने ही पति की मौत की खबर उसने बिना आंसू बहाए बताई की सुनने वाले भी दंग रह गए ।‌‌‌यह एक तरह से उनकी बेहतरीन पर्सनलटी भी हो सकता है और रिश्ते मे किसी तरह का अपनापन नहीं होना भी हो सकता है।

‌‌‌इसी प्रकार से यदि आप किसी शॉप पर काम कर रहे हैं और वहां पर आपकी हंसी बहुत अधिक मायेने रखती है। आपके घर मे कोई भी समस्या चल रही हो लेकिन आपको वहां पर मुस्कुराना ही होगा । क्योंकि यदि आप किसी के साथ गुस्से से बात करेंगे तो कस्टमर भाग जाएंगे । और मालिक आपसे नाराज हो जाएंगे ।‌‌‌और आजकल तो होता ही यही आ रहा है कि मालिक देखते हैं कि उनका नौकर कस्टमर के साथ किस प्रकार से बात कर रहा है ? यदि वह अच्छे से पेश नहीं आ रहा है तो उसको नौकरी से भी हटाया जा सकता है।

पर्सनालिटी डेवलपमेंट कैसे करें

‌‌‌वैसे हमेशा मुस्कुराते रहना बहुत ही कठिन कार्य है लेकिन यदि आप दुख मे भी मुस्कुराने की आदत डालें तो फिर कुछ दिन निरंतर अभियास करते रहें तो सब कुछ संभव हो सकता है।‌‌‌कुछ दिन आपको यह सब अजीब लग सकता है लेकिन बाद मे आपके लिए काफी फायदा करेगा । अक्सर आपने देखा होगा कि जो इंसान अधिक हंसमुख होते हैं उनकी तरफ कोई भी आसानी से आकर्षित हो ही जाता है।‌‌‌और जो इंसान काफी गम्भीर होते हैं उनसे कोई भी बात करना नहीं चाहेगा । अक्सर लोग मुस्कान पर फिदा हो जाते हैं।

‌‌‌और यदि आप किसी विशेष जगह पर काम कर रहे हैं तो आपको अपने चेहरे के भावों को नियंत्रित करना आना चाहिए ।अगला कस्टमर यदि आपको कुछ गुस्से वाली बात भी बोल देता है तो भी आपको उसे शांति से सहना होगा क्योंकि आप एक नौकरी कर रहे हैं।

‌‌‌5.बार बार नगेटिव बातें करने से बचें

अक्सर कुछ लोगों की आदत होती है कि वे हर बात का नगेटिव पहलू पहले ही लेकर आ जाते हैं। जैसे आप कोई बिजनेस प्लान कर रहे हैं तो वे लोग सबसे पहले उस बिजनेस के नुकसान के बारे मे बताने लग जाएंगे । फायदे की तो वे बात ही नहीं करेंगे ।

‌‌‌यदि आप भी इसी प्रकार के लोगों मे से एक हैं तो आपकी पर्सनलटी खराब हो जाएगी । क्योंकि अधिक नगेटिव बातें करने वाले लोगों को दूसरे लोग पसंद नहीं करते हैं।‌‌‌क्योंकि तब लोगों को यही लगता है कि यह उनके कार्य मे टांग अड़ा रहा है। तो अधिक नगेटिव बातें करने की जो विचारधारा है उसका त्याग आपको कर देना चाहिए ।‌‌‌जब भी कोई किसी प्लान पर काम कर रहा हो तो नगेटिव बातें करके उसे डिमोटीवेट नहीं करना चाहिए । इसके अलावा नगेटिव बातें करने वाले भी खुद जीवन मे सफल नहीं हो पाते हैं। क्योंकि इस प्रकार के लोग कोई काम करने से पहले ही उसकी असफलता से डर जाते हैं।‌‌‌इस प्रकार की नगेटिव बातें करने वाले लोगों की मानसिकता और पर्सनलटी दोनो बुरी तरह से बरबाद हो जाती है।

‌‌‌इस प्रकार के एक व्यक्ति से मेरा पाला पड़ गया । जब में 12 वीं मे सब्जेक्ट का चुनाव कर रहा था तो उसने मुझे डिमोटीवेट कर दिया और उसके बाद मैंने उसके कहने पर सब्जेक्ट को बदल लिया था।‌‌‌आपको खुद का अवलोकन करना चाहिए और यदि आपके अंदर भी इसप्रकार की आदत है तो इस आदत को आपको सुधारना चाहिए ।‌‌‌यदि आप नहीं सुधारते हैं तो आपकी पर्सनलटी बनना तो दूर आपकी छवि भी काफी खराब हो जाएगी ।

‌‌‌आप अपने अंदर की नगेटिवीटी को दूर कर सकते हैं। इसके लिए आप कुछ ऐसे लोगों की जीवनी पढ़ें जिन्होंने जीवन मे कई असफलता के बाद सफलता पाई । रेल इंजन बनाने वाले वैज्ञानिक थॉमसन ने कई बार असफलता के बाद रेल इंजन को बनाया था।‌‌‌इस प्रकार की स्टोरी पढ़ने से मोटिवेशन मिलता है।

‌‌‌6.अंग्रेजी सीखें

अब आप कहेंगे कि पर्सनलटी डवलप करने के लिए क्या अंग्रेजी सीखना जरूरी है ? हमारे हिसाब से यह जरूरी है। हां आप हमारे जैसे ऐरिया मे रहते हैं तो कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन अक्सर उन लोगों के प्रति लोग अधिक आकर्षित होते हैं जो विदेशी भाषा अंग्रेजी बोलते हैं।‌‌‌यदि आप चाहते हैं कि लोग आपके उपर अच्छे से ध्यानदें तो आपको अंग्रेजी सीखनी चाहिए । यदि आपको पहले से अंग्रेजी बोलनी आती है तो यह भी आपकी पर्सनलटी को बेहतर बनाने मे काफी मदद करती है।

‌‌‌जैसे कि यदि आप किसी कंपनी मे इंटरव्यू देने के लिए जाते हैं और वहां पर आप अंग्रेजी मे बात करते हैं तो उसका सामने वाले पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ेगा ।सामने वाले को लगेगा कि आपके अंदर दम है।‌‌‌और यदि आप अपनी किसी क्षेत्रिय भाषा मे बात करते हैं तो फिर आपकी छवि उतनी अच्छी नहीं रह पाएगी ।‌‌‌तो आपको वैसे भी अंग्रेजी तो सीखनी ही होगी । एक प्रोफेसनल इंसान के लिए अंग्रेजी बहुत अधिक मायेने रखती है। तो आप अंगेजी सीखने के लिए कई तरीके काम मे ले सकते हैं। सबसे पहला तरीका यह है कि आप टयुशन ले सकते हैं । और दूसरा तरीका यह है कि आप खुद प्रयास कर सकते हैं।

‌‌‌यदि आप गांव मे रहते हैं और आपको अच्छी अंग्रेजी आती है तो लोग आपको एक बहुत ही अच्छा इंसान मानने लग जाएंगे। क्योंकि यदि कोई इंसान यहां पर आपको अंग्रेजी बोलता हुआ दिख जाता है तो वह अपने आप ही दूसरों की नजर मे हीरो बन जाता है।‌‌‌इस प्रकार से अंग्रेजी आपकी पर्सनलटी को बेहतर बनाने का कार्य करती है।

‌‌‌7.दूसरों को अच्छी बातें बोलें

दोस्तों यदि आप चाहते हैं कि आपकी पर्सनलटी काफी बेहतर हो जाए तो यह एक अच्छा तरीका है कि आप दूसरों को हमेशा ही अच्छी बातें बोलें । आप जब भी किसी से बोलें तो उसके साथ अच्छी बात करें । दूसरे के सामने किसी की बुराई ना करें। क्योंकि बुराई करने से आपकी पर्सनलटी ‌‌‌ खराब होगी । जब भी दूसरों के सामने बोले तो अपने शब्दों का सोच समझ कर चुनाव करें ।ऐसा कुछ भी बोलने से बचे जोकि दूसरे के दिल पर लग सकता है। आमतौर हम जैसे लोगों की यह बहुत ही बेकार की आदत है। ऐसी स्थिति मे मैं तो बोलने से ही बचता हूं ।

‌‌‌कुछ दिन पहले जब वोट का मौसम था तो मैं एक शराबी इंसान के साथ बैठकर आ रहा था। तो मैंने उसे मजाक मजाक मे कह दिया कि वह तो रोड़ पर पड़ा रहता है। यह बात उसे बुरी लगी और वह गालियां देने लगा ।

‌‌‌यदि आप चाहते हैं कि आपको हर कोई पसंद करें तो हमेशा ऐसी बातें ही बोंले जो सामने वाले को पसंद हों। कड़वी बातें बोलने से बचे नहीं तो आपकी पर्सनलटी खराब होगी ।वैसे भी आजकल हर कोई अच्छी बातों को सुनना चाहता है। वह नहीं चाहता है कि कोई उसको उसकी सच्चाई के बारे मे बताए ।‌‌‌सच को सुनने की हिम्मत हर किसी के अंदर नहीं होती है।‌‌‌इस प्रकार से पर्सनलटी को डवलप करने का एक टिप्स यही है कि दूसरों को अच्छी बातें बोलें । जोकि सुनने वाले को अच्छी लगती हो ।‌‌‌यदि आप हर इंसान के पसंद की बातें करोगे तो अपने आप ही आपके चाहने वालों की लिस्ट लंबी होती चली जाएगी और आप एक अच्छे इंसान बन जाएंगे ।

‌‌‌8.अभिवादन जरूर करें

दोस्तों अभिवादन भी आपकी पर्सनलटी को बेहतर बनाता है। अभिवादन का मतलब वेलकम होता है। जैसे कि आप क्लास के अंदर स्टूडेंट हैं तो टीचर क्लास मे आने पर वेलकम करें और खड़े हो जाएं। जिससे कि टीचर के दिमाग मे आपके लिए एक अच्छी छवी बनेगी ।‌‌‌एक तरह से यह एक शिष्टाचार ही होता है।इसी प्रकार से यदि आपके घर मे कोई मेहमान आता है तो भी आप उनका अभिवादन कर सकते हैं।जिससे कि आपकी पर्सनलटी एक तरह से काफी अच्छी लगेगी ।

‌‌‌लेकिन अक्सर हम अभिवादन नहीं कर पाते हैं।जब भी कोई घर मे मेहमान आता है तो हम मे से बहुत से लोग तो ऐसे हैं जोकि अभिवादन नहीं करते हैं। लेकिन एक बेहतर पर्सनलटी वाला इंसान जानता है कि अभिवादन कितना महत्वपूर्ण होता है।

‌‌‌9.किसी को डांटे नहीं प्यार से समझाएं

दोस्तों पर्सनलटी पर्सनलटी चिल्लाने वाले अधिकतर बड़ी कंपनियों के कर्मचारियों की पर्सपलटी तो इतनी घटिया होती है कि पूछों मत । वे एक दूसरे को गाली तक देते दिख जाएंगे ।‌‌‌कई कंपनियों मे तो इंसानों के साथ जानवरों से भी बदतर सलूक होता है।जब इंसानों को जानवरों की तरह काम मे लिया जाता है तो फिर पर्सनलटी कहां से आ गई । खैर हम इसकी बात नहीं करेंगे ।

आप यदि ‌‌‌एक बेहतर पर्सनलटी चाहते हैं तो अपने से छोटे लोगों को डांटे नहीं वरन प्यार से समझाएं । डांटना आपका अंतिम लक्ष्य होना चाहिए ।कहने का मतलब यह है कि आप सबसे पहले अपने नीचे के स्तर के लोगों को प्यार से चीजों को बताएं । उसके बाद यदि कोई आपकी बात को नहीं मानता है तो उसे डांटें ।

‌‌‌ऐसा नहीं है कि पर्सनलटी सिर्फ उंचे पद पर रहने वाले लोगों को दिखाने के लिए होती है।यह आपसे नीचे रहने वाले लोगों के लिए भी होती है। आपने देखा होगा कि अधिकतर उच्च पदों पर बैठे अधिकारियों की पर्सनलटी इतनी अधिक खराब होती है कि पूछो मत ।

‌‌‌पीछले दिनों एक विडियो वायरल हुआ था जिसके अंदर एक डीएम साहब ने बेचारे गरीब का मोबाइल तोड़ दिया और अपने पद का रोब झाड़ते हुए उस गरीब को लठ मारे । जनाब पर्सनलटी सिर्फ डिएम बन जानें से अच्छी हो जाएगी जरूरी नहीं होता है।  ‌‌‌क्योंकि हमारा सिस्टम ही इतना घटिया हो चुका है कि इंसानों को कम जानवरों को अधिक उंचा ओहदा देते हैं। जिसके अंदर इंसानियत ही नहीं है वह किसी इंसान का क्या भला करेगा ।

‌‌‌अपने से जो कमजोर होता है यदि आप उसके दिलों पर राज करते हैं तो फिर आपकी पर्सनलटी सबसे बेहतरीन होगी । भगवान कोई क्यों होता है ? क्योंकि उसे हर कोई पसंद करता है। उसकी नजर मे हर किसी की वैल्यू होती है। वह जानता है सब कुछ एक है भ्रम तो सिर्फ माया है।

‌‌‌भूल गए आप भगवान कृष्ण ने एक गरीब सुदाम को को गले लगाया था और उनको अपने सिंहासन पर बैठाया था। क्योंकि वो मद के नशे मे चूरू नहीं थे वो जानते थे कि सब इंसान एक ही उस आत्मा से संचालित होते हैं।‌‌‌बहुत से लोग कहते हैं कि प्यार से समझाने पर मानते नहीं । असल मे आप एक बार समझाकर तो देखें सब मान जाएंगे । कौन कहता है कि मानते नहीं हैं ?

‌‌‌10.सबको आप कहकर बुलाएं

दोस्तों बोलने का तरीका भी आपकी पर्सनलटी को निर्धारित करता है। हम लोग अपने से बड़े इंसान को भी तू ही कहते हैं असल मे तू एक नीचे का शब्द माना जाता है। हां यदि कोई आपके दोस्त हैं तो उनके लिए तू तड़ाक चल सकता है। लेकिन ‌‌‌यदि आप अपने से बड़े को भी तू कहकर बुलाते हैं तो यह आपकी पर्सनलटी को डाउन कर सकता है। इसलिए उन लोगों को हमेशा आप कहकर ही संबोधित करें जोकि इसके हकदार हैं। यदि आप सभी को आप कहकर संबोधित करते हैं तो यह और भी अच्छा ही होगा ।

‌‌‌जब आप सबको आप कहकर संबोधित करते हैं आपकी छवी अच्छी बनती है। यदि आपको तू कहने की आदत पड़ी है तो इसको दूर करने का प्रयास करें । धीरे धीरे आप कहना आरम्भ करें । कुछ समय बाद यह आदत अपने आप ही छूट जाएगी ।‌‌‌वैसे भी हर इंसान यही चाहता है कि उसकी ईज्जत की जाए ।और जिस जगह पर आपको ईज्जत नहीं मिलती है उस जगह पर आप भी नहीं जाना चाहेंगे ।

पर्सनालिटी डेवलपमेंट कैसे करें

‌‌‌11.हर किसी की हेल्प करने की आदत डालें

दोस्तों हेल्प करने की आदत भी आपके अंदर होनी चाहिए । लेकिन आपको हेल्प करने योग्य लोगों की पहचान रखना भी बहुत अधिक जरूरी होगा । यदि आप यह नहीं जान पाते हैं कि कौन हेल्प करने योग्य है ? और कौन हेल्प नहीं करने योग्य है तो आपकी हेल्प करने का कोई भी ‌‌‌ फायदा नहीं होने वाला है।‌‌‌क्योंकि ऐसी स्थिति मे आप धूर्त लोगों की मदद करदेंगे ।और इस प्रकार के लोगों की सोच भी इसी प्रकार की होती है कि वे अगले के अधिक से अधिक पैसे को लूट लेना चाहते हैं।‌‌‌और इससे आपकी पर्सनलटी उल्टे खराब हो जाएगी । ऐसे लोगों की हेल्प आपको करनी चाहिए जोकि वास्तव मे इसके योग्य हैं।

‌‌‌इस संबंध मे मैं आपको एक रियल घटना बता देता हूं ।हमेश नामक एक व्यक्ति है जोकि मेरा जानकार है। उस व्यक्ति की आदत यह है कि वह हर किसी की मदद कर देता है। हालांकि यह आदत उसकी बहुत अच्छी है। लेकिन कुछ ऐसे लोग हैं जो उससे मदद तो लेलेते हैं लेकिन दूसरों के सामने उसी की बुराई करते हैं। ऐसे ‌‌‌ लोगों की मदद करने से कोई भी फायदा नहीं होने वाला होता है।इसके विपरित यदि आप किसी लाचार की मदद करते हैं तो उसके मन मे आपकी जो छवि होती है वह बहुत ही अच्छी बनती है।

‌‌‌12.अपने लुक्स पर ध्यानदें

दोस्तों पर्सनलटी को डवलप करने के लिए आपको अपने लुक पर भी ध्यान देना होता है। लुक का मतलब यहां हम आपके चेहरे की सुंदरता और पहनावे को ले रहे हैं। यदि बात करें पहनावे की तो पर्सनलटी का मतलब होता है पहनावा मोर्डन होना चाहिए ।‌‌‌ मार्डन का मतलब अंग्रेजों जैसा पहनावा होना चाहिए वर्तमान मे तो यह नियम ही बन गया है।यदि आप अपनी पर्सनलटी को बेहतर करना चाहते हैं तो सुंदर और आकर्षक कपड़ों को पहने जो आपके उपर एकदम से फिट करते हों। इसके अलावा ‌‌‌कभी भी ऐसे कपड़ों को ना पहने जोकि आपके उपर सूट नहीं करते हैं। हालांकि मैंने कभी भी कपड़ों पर खास ध्यान नहीं दिया लेकिन आप यदि अपनी पर्सनलटी अच्छी करना चाहते हैं तो आपको यह करना ही होगा ।‌‌‌कौनसे कपड़े आपके उपर सूट करते हैं यह तो हमे नहीं पता लेकिन आप अपने यार दोस्तों से पूछें कि आपको क्या पहनना चाहिए ।

‌‌‌और दूसरा आपको  हेयर स्टाइल को भी मैंटेन करना होगा ।कौनसी हेयर स्टाइल आपके उपर फिट बैठती है ? यह आपको देखना होगा और उसके हिसाब से ही काम करना होगा ।‌‌‌और तीसरा आपको अपने चेहरे को भी चमकदार बनाना होगा । इसके लिए मार्केट मे कई तरह की क्रीम आती हैं। लाली वाली सब करना होगा । जिससे कि चेहरा सुंदर दिखे । वैसे आजकल गौरे रंग की डिमांड है।

‌‌‌एक तरह से सजना और संवरना भी आपकी पर्सनलटी को बेहतर बनाता है।इस मामले मे लड़कियां नंबर वन हैं। वे अपना अधिकतर समय सजने और संवरने मे ही बिता देती हैं। उनकी आधी जिदंगी तो शीशे के समने की बीत जाती है।‌‌‌जब आप अपने लुक को सुंदर रखते हैं तो वह काफी आकर्षक लगता है जो आपकी पर्सनलटी को बेहतर बनाने का कार्य करता है।

‌‌‌लड़कियां तो अपने लुक को सुधारने मे कोई कसर नहीं छोड़ती हैं लेकिन लड़के अपने लुक पर कम ध्यान देते हैं। यदि आप लड़के हैं तो फिर आपको अपने लुक पर ध्यान देना होगा ताकि आप और अधिक आकर्षक लगें तो पर्सनलटी  डवलप करने का एक टिप्स यह है कि आप अपने लुक के अंदर और अधिक निखार लाएं और जो भी आप अपनी सुंदरता को बढ़ाने के लिए कर सकते हैं वह सब करने का प्रयास करें यही आपके लिए अच्छा होगा ।

‌‌‌13.पालतू लोगों से दूर रहें

दोस्तों पालतू लोगों का यहां पर मतलब है कि जिनकी छवि समाज मे अच्छी नहीं है। आपको उन लोगों का साथ छोड़ देना चाहिए ।क्योंकि यदि आप उन लोगों के साथ रहेंगे तो एक तरह से आपकी पर्सनलटी एक बहुत ही बेकार मानी जाएगी ।‌‌‌हर गांव और शहर के अंदर इस प्रकार के लोग होते हैं जिनकी छवी अच्छी नहीं मानी जाती है।आपके शहर मे कौन ऐसे लोग हैं ? जिनके बारे मे आप अच्छी तरह से जानते भी हैं।

‌‌‌यदि आप भी इन लोगों के साथ रहते हैं तो आपके समाज मे आपकी छवी अच्छी नहीं होगी । तो इस प्रकार के लोगों से दूरी बनाएं । अक्सर कुछ लोग इस किस्म के लोगों के साथ हो जाते हैं और फिर गलियों के अंदर घूमते रहते हैं। यदि आप भी ऐसा करते हैं तो अपनी इस आदत को सुधारें ।

‌‌‌इस किस्म के कुछ लोग तो बहुत अधिक शराबी होते हैं और शराब पीने के बाद उनको होश ही नहीं रहता है कि वे कहां पर क्या कर रहे हैं ? और उसके बाद उनको गली के अंदर पड़े हुए देखा जा सकता है। इस प्रकार के लोगों की कोई पर्सनलटी नहीं होती है।

‌‌‌यदि आप इस किस्म के लोगों के साथ रहते हैं तो तुरंत ही दूरी बनालें ।क्योंकि यह आपकी पर्सनलटी को ही नहीं बिगाड़ेंगे वरन आपके जीवन मे कई तरह के नुकसान और भी कर देंगे ।

‌‌‌एक कहावत है कि जो काली चीजों के सहारे बैठता है वह काला हो जी जाता है तो यदि आप बुरे लोगों के साथ रहेंगे तो आपके अंदर कुछ ना कुछ बुराई आ ही जाएगी ।‌‌‌इसलिए यदि आप बुरे लोगों को अपने मित्र बना लिए हैं तो उनसे अभी से दूरी बनाना शूरू करदें नहीं तो यह आपके लिए काफी घातक साबित हो सकते हैं। बुरे लोगों का कोई धर्म कर्म नहीं होता है।

‌‌‌14.बुरी लत से दूर रहें

पर्सनलटी को आपकी बुरी लत भी खराब करती है।यदि आप शराब पीते हैं या सिगरेट वैगरह पीते हैं तो यह भी अपकी पर्सनलटी को डाउन करती है। यदि आप पहले से पी रहे हैं और छोड़ नहीं सकते हैं तो इनको सही तरीके से पीयें ।‌‌‌आपको इनको छुपकर पीना चाहिए । यदि आप हर किसी के सामने शराब पीने बैठ जाएंगे तो क्या होगा ? आपकी पर्सनलटी डाउन ही होगी ।

‌‌‌मैंने देखा है कि शराब मो बहुत से लोग पीते हैं लेकिन कई लोग काफी समझदारी पूर्ण तरीके से शराब पीते हैं वे शराब को ऐसे पीते हैं कि किसी को पता ही नहीं चल पाता है। हालांकि शराब सेहत के लिए हानिकारक है।  ‌‌‌शराब और दूसरी चीजें आपकी पर्सनलटी को किस प्रकार से नुकसान पहुंचाती हैं इस बारे मे भी आपको जान लेना चाहिए ।

‌‌‌वैसे आजकल शराब पीना एक फैसन भी बनता जा रहा है तो आपको माहौल के हिसाब से देखना चाहिए कि स्थिति क्या है। असल मे बॉलीवुड के लोग पार्टी करते हैं और उसके अंदर महंगी शराब और ड्रग्स लेते हैं तो यह सब आपकी पर्सनलटी को बस उनके सामने बढ़ाता है। असल मे यदि आप इसी तरह के किसी माहौल मे हैं तो आपको ‌‌‌शराब और दूसरी चीजें पीनी चाहिए ।क्योंकि यदि आप ऐसे माहौल के अंदर इन चीजों का सेवन नहीं करेंगे तो फिर समस्या होगी वे लोग आपको पुरानी विचार धारा का इंसान मानेंगे ।‌‌‌ फिर भी हम आपको यही सलाह देंगे की शराब पीना आपके स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक होता है।

‌‌‌15.सही तरीके से बातचीत करें

दोस्तों एक समय ऐसा था जब लोग अपने वचनों पर कायम हो जाया करते थे । उस समय इतने धुर्त लोग नहीं थे जितने की आज हैं। परशुराम से उनके पिता ने वचन लेलिया था कि वे उनके आदेश का पालन करेंगे तो उनके पिता ने कहा कि वे अपनी माता का सर काट दें। परशुराम को अपनी माता का सर काटना ‌‌‌ पड़ा था।

‌‌‌यह तो प्राचीन काल की वचनबद्धता थी। इस प्रकार का सिस्टम आज खत्म हो चुका है। इसका कारण यह है कि आज लोग अपने स्वार्थ के लिए किसी का भी बुरा कर सकते हैं और साधन सीमित हो गए हैं।

‌‌‌लेकिन आज भी यदि आप अपनी पर्सनलटी को बेहतर बनाना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको अपनी बातों को सही तरीके से करना सीखना होगा। आपकी कथनी और करनी मे अंतर नहीं होना चाहिए । क्योंकि यदि आपकी कथनी और करनी मे अंतर होगा तो फिर कोई भी फायदा नहीं होगा । ‌‌‌ लोग जब आपकी कथनी और करनी के अंतर को पहचान लेंगे तो फिर आपकी पर्सनलटी बेकार हो जाएगी । लोग आपको एक धुर्त इंसान समझेंगे । जैसे कि राजनीति चमकाने के लिए नेता अपनी कमियों को छुपा लेते हैं । उनके उपर अपनी जबान बंद रखते हैं लेकिन दूसरों की कमियों को उजागर करते हैं।

‌‌‌इसके अलावा आपके बोलने का अंदाज इस प्रकार से होना चाहिए कि दूसरे को अच्छा लगे ।हम यह नहीं कहते हैं कि आपको गुस्सा करना छोड़ देना चाहिए । असल मे गुस्से वाली जगह पर गुस्सा भी करना जरूरी होता है।

‌‌‌यदि आप पूरी तरह से विनम्र ही बन जाएंगे तो फिर लोग आपके उपर चढ़ जाएंगे और आपको जीने नहीं देंगे । लेकिन यदि आप गुस्से वाले होंगे तो धूर्त लोगों को आसानी   से सबक सीखा पाएंगे । ‌‌‌आपके बातचीत का अंदाज कुछ इसप्रकार का होना चाहिए कि अगले को कुछ अच्छा फील हो ।

‌‌‌16.खुद को खुश रखने का प्रयास करें

दोस्तों पर्सनलटी को बेहतर बनाने का यह भी एक अच्छा तरीका है कि आप हमेशा खुद को खुश रखने का प्रयास करें । अक्सर लोगों को देखा जाता है कि वे दूसरों के सामने अपना रोना रोते रहते हैं। ऐसी स्थिति मे उनकी पर्सनलटी ही खराब होती है।

‌‌‌वैसे दुख को बांटना बुरा नहीं है लेकिन दुख को हर किसी के साथ बांटने का कोई भी फायदा नहीं है। दुख को उसी के साथ बांटना चाहिए जोकि आपके दुख को समझता है। यदि आप हर किसी को दुख बांटेंगे तो अधिकतर लोग आपकी बात को अनसुना कर देंगे ।

‌‌‌इसी प्रकार की एक घटना मेरे साथ भी हुई ।एक बार जब मैं ट्रेन मे सफर कर रहा था तो एक महिला आई । जिसने खराब कपड़े पहन रखे थे ।वह ट्रेन मे बहुत अधिक चीख रही थी और अपने बेटे के मौत का उसे बहुत अधिक गम था। ‌‌‌उसकी चीखने से सब परेशान हो गए ।उससे कुछ यात्रियों को सहानुभुति थी बाकि उसे ट्रेन के डिब्बे से बाहर निकालने की कोशिश कर रहे थे । ‌‌‌मानते हैं कि आपके जीवन मे समस्याएं हैं लेकिन अपने दुख को अपने सीने मे दफन करके रखिए हर किसी के सामने यह बताना उचित नहीं है। यह आपकी पर्सनलटी को ही गिराने का कार्य करता है।

‌‌‌17.मोर्डन बनें

दोस्तों मोर्डन बनने का मतलब यह है कि बहुसंख्य लोग जिस प्रकार की सोच रखते हैं और जिस प्रकार से करते हैं। जैसे पहनते हैं ,खाते हैं पीते हैं उसी प्रकार से आपको भी करना होगा । ‌‌‌यही मोर्डन है। वैसे आपको बतादें कि मोर्डन क्या है और क्या नहीं है ? इसको तय करने का कोई भी वैज्ञानिक तरीका नहीं है।जैसे कि आजकल लड़कियां आधे कपड़े पहनती हैं तो यह मोर्डन कहा जाता है। जैसे हीरोइने फटे कपड़ों मे नाचती हैं तो हमारे घर की लड़कियां और महिलाएं उनको फोलो करती हैं।

‌‌‌यदि आप बेहतर पर्सनलटी चाहती हैं तो आपको मोर्डन बनना ही होगा ।आपको मोर्डन सोच ,मोर्डन कपड़े और मोर्डन हर चीज करनी होगी । यदि आप ऐसा नहीं करेंगे तो फिर लोग आपको गंवार समझेंगे । ‌‌‌यदि आपको यकीन नहीं आता है तो अपने मोहल्ले मे ही धोती कुर्ता पहनकर निकल जाएं आपको यकीन हो जाएगा कि लोग आपको किस तरह की निगाहों से देखते हैं। लोग आपको ऐसे देखेंगे जैसे कि आप गंवार हो ।

‌‌‌तो यदि आप अपनी पर्सनलटी को बेहतर करना चाहते हैं तो आपको मोर्डन बनना ही होगा ।अब मोर्डन किस प्रकार बनना है यह तो आप ही तय करेंगे । क्योंकि हर इंसान की कुछ ऐसी चीजें होती हैं जिनको बदलना काफी कठिन होता है। ‌‌‌खैर आपके पास क्या मोर्डन नहीं है ?इसके उपर आपको विचार करने की जरूरत है । और उसके बाद उसके अंदर बदलाव करने की भी जरूरत है।

‌‌‌18. personality develop kaise kare अपने गुस्से को कंट्रोल मे रखें

दोस्तों गुस्सा सबको आता है। भले ही कुछ लोग देर से गुस्सा होते हैं तो कुछ लोग जल्दी ही गुस्सा हो जाते हैं। कुछ जगहों पर गुस्सा करना जायज होता है तो कुछ जगहों पर गुस्सा करना आपके लिए घातक साबित होता है। ‌‌‌गुस्सा आपकी पर्सनलटी को खराब कर सकता है। इसलिए गुस्से पर कंट्रोल करना बेहद ही जरूरी होता है।

‌‌‌जैसे कि आप अपने बॉस के सामने खड़ें हैं और बॉस आपको आपकी गलती पर डांट देता है। और यदि आप एक गुस्से वाले इंसान हैं तो क्या होगा ? आप गुस्सा कर दिये तो बॉस आपके लिए बहुत बड़ी मुश्बित बन सकता है। यदि आपको नौकरी करनी है तो सुनना तो पड़ेगा ही । ‌‌‌इसी प्रकार से आपको वहां पर अपने गुस्से को पी जाना होगा । लेकिन बहुत से लोग ऐसा नहीं कर पाते हैं। गुस्सा आ जाने के बाद वे किसी की सुनते नहीं हैं। उसके बाद भले ही उनके साथ कुछ भी हो जाए ।

‌‌‌अब बहुत से लोगों का यह सवाल हो सकता है  कि गुस्से को कंट्रोल करें कैंसे ? तो इसके लिए आप कई उपाय आजमा सकते हैं। जिनके बारे मे आप ऑनलाइन सर्च कर सकते हैं। आपको गुस्सा कम करने के कई सारे तरीके मिल जाएंगे । ‌‌‌उन तरीकों मे से जो तरीका आपको अच्छा लगे आप उसे अपना सकते हैं। आपके गुस्से को कम करने मे यह तरीके बहुत ही उपयोगी साबित हो सकते हैं।

‌‌‌ 19.personality develop kaise kare in hindi खुद को फिट रखना

दोस्तों पर्सनलटी डवलपमेंट कें अंदर खुद को फिट रखना भी आता है। आपने देखा होगा कि अधिकतर लोग जो सरकारी नौकरी करते हैं उनका पेट इतना अधिक बढ़ जाता है कि पूछो मत यह पता ही नहीं चल पाता है कि यह क्या हो रहा है ? वही सरकार जो पहले उनको ट्रेनिंग देती है दौड़ सीखाती है बाद मे वे ‌‌‌ भूल जाते हैं कि  दौड़ क्या होती है।खैर हम सरकारी तंत्र की बात नहीं करेंगे क्योंकि वहां पर सब फ्री की खेती होती है। यदि बात करें प्राइवेट सेक्टर की तो वहां पर आपके लिए फिट रहना जरूरी है।

‌‌‌फिट रहने का मतलब यह है कि आपके पेट की चर्बी जो अधिक बढ़ रही है उसको कम करने का पूरा प्रयास करें इसलिए व्यायाम करें और कम से कम खाना खाएं । शारीरिक मेहनत करने से यह चर्बी कम हो जाती है।

‌‌‌इसके अलावा आपको अपनी सेहत का पूरा ख्याल भी रखना होगा ।आपको बहुत अधिक पतला भी नहीं होना है और बहुत अधिक मोटा भी नहीं होना है। क्योंकि दोनो स्थितियों मे पर्सनलटी खराब होती है।

‌‌‌आपको खुद को पूरी तरह से फिट रखना होगा ।इसके लिए एक अच्छी दिनचर्या को अपनाना होगा । हर काम को समय पर करना होगा । इसके अलावा यदि आप जिम वैगरह जा सकते हैं तो जाएं क्योंकि यह भी आपको फिट रहने मे काफी मदद करता है।

‌‌‌आप फिट रहने के लिए कई उपायों को कर सकते हैं। जैसे कि सुबह जल्दी उठने के बाद घूमने जाना और उन चीजों को नहीं खाना जोकि आपके फिट रहने मे समस्या पैदा कर सकती हैं। जैसे अधिक मिठास का सेवन करना , नशे से दूर रहना आदि ।

‌‌‌इसके अलावा फिट रहने के लिए शारीरिक मेहनत बहुत अधिक उपयोगी होती है।यदि आप फिट रहना चाहते हैं तो आपको अपना पसीना बहाना होगा । जो लोग अधिक पसीना बहाते हैं वे कम बीमार पड़ते हैं। ‌‌‌जरूरी नहीं है कि आपको पसीना बहाने के लिए खेत मे काम करें । आप पसीना बहाने के लिए पैदल भी चल सकते हैं ।

‌‌‌20.खुद के अंदर संस्कार विकसित करें

दोस्तों अच्छे संस्कारों से ही तो यह पता चलता है कि आप एक अच्छे इंसान हैं। और आपकी पर्सनलटी बेहतर बनती हैं। संस्कार मतलब अच्छी आदतें । आपके अंदर यदि अच्छी चीजें हैं तो इसका मतलब आप संस्कारी हैं। ‌‌‌आज संस्कारी लोगों की भारी कमी है।संस्कार का मतलब यह अच्छे गुणों वाले लोगों की भारी कमी है। माता पिता यह सोचते हैं कि उनका बच्चा स्कूल मे जाकर संस्कार सीख रहा है लेकिन यह पूरी तरह से गलत है। स्कूल मे कोई संस्कार नहीं सीखाए जाते हैं।

‌‌‌असल मे वहां पर आपको यह बताया जाता है कि ब्रहमांड मे यह तारा है। जिसका जीवन से कोई लेना देना नहीं है।खैर घटिया शिक्षा पद्धति ने कुसंस्कारों का विकास किया है। ‌‌‌मैं ऐसे कई 5 साल के लड़कों को जानता हूं जो संस्कार के नाम पर गालियां देते हैं।दोस्तों आप यदि संस्कारी हैं तो आपको सारे लोग पसंद करेंगे जो खुद अच्छे हैं। क्योंकि संस्कारी इंसान को हर कोई पसंद करता है।

‌‌‌संस्कार यदि आपके अंदर नहीं हैं तो आपको उनको विकसित करना चाहिए ।जैसे माता पिता की आज्ञा मानना भी एक संस्कार है। इसी प्रकार से बॉस की आज्ञा का पालन करना और बड़ों का सम्मान करना ,वाणी मे संयम बरतना । ‌‌‌वैसे आजकल संस्कार मर चुके हैं।अधिकतर बच्चे तो टीवी मे आधे कपड़ों मे नाचती हिरोइनों को देखकर संस्कार भूल जाते हैं। ‌‌‌कु संस्कारों का ही तो कमाल होता है कि माता पिता परेशान होते रहते हैं और उनके बेटे मौज कर रहे होते हैं। ‌‌‌लेकिन यदि आप अच्छे संस्कारेां वाले हैं तो हर कोई आपको पसंद करेगा और आपकी पर्सनलटी अच्छी होगी ।

‌‌‌21.पर्सनलटी डवलप के लिए ईमानदार बनें

दोस्तों यदि आप अपनी पर्सनलटी डवलप करना चाहते हैं तो आपको एक हद तक ईमानदार भी होना चाहिए । क्योंकि ईमानदार यदि आप नहीं होंगे तो आपकी छवी खराब होगी और एक खराब छवी एक बेकार पर्सनलटी को जन्म देती है। ‌‌‌यहां पर ईमानदारी का मतलब यह है कि जैसे आपको कुछ मिल गया और आपने उस चीज को उसके असली मालिक को लौटा दिया तो यह ईमानदारी ही है।

‌‌‌इसके अलावा मान लिजिए आपको कुछ मिला और आपने उस चीज को उसके असली मालिक को पूछे जाने पर भी नहीं बताया तो यह बेईमानी है। और बाद मे यदि किसी तरह से उस इंसान को यह पता चल जाता है कि उसकी चीज आपके पास है तो उसकी नजर मे आपकी छवी खराब होगी आपकी पर्सनलटी अच्छी नहीं होगी ।

‌‌‌ठीक है कि आपको कुछ मिला और किसी ने उस चीज के बारे मे आपसे नहीं पूछा तो आप उसे रखें समस्या नहीं है। लेकिन बेईमानी से यदि आप रखते हैं तो यह गलत है। इसके अलावा बेईमानी से कुछ लोग पैसा कमाते हैं।

‌‌‌एक बार जब हम एक रिक्सावाले को किराया करके ला रहे थे तो उसने पहले कम पैसों मे बात की बाद मे अधिक पैसे लेने लगा तो हमने उसे टोका लेकिन वह नहीं माना । ‌‌‌उस वक्त तो हमने उसको पैसा देदिया लेकिन अब जब भी टैक्सी मे हमे जाना होता है हम उसको लेकर नहीं आते हैं। ऐसे कई मौकों पर हमने उसके पैसों को खो दिया ।

‌‌‌यदि आप यह सोच रहे हैं कि आप बेईमानी से कोई बिजनेस करेंगे तो वह अधिक समय तक नहीं टिक पाएगा ।एक बार लोग यदि आपकी हकीकत को जान जाते हैं तो फिर वे आपके पास आएंगे ही नहीं । ‌‌‌और उसके बाद तो आपका बिजनेस धीरे धीरे ठफ होने लग जाएगा । ‌‌‌इसलिए जो भी काम करें पूरी ईमानदारी से करें ।बेईमानी करेंगे तो हो सकता है कुछ समय आपको सफलता मिल जाएं और आप बहुत अधिक खुश हो जाएं लेकिन अंत मे असफलता का ही सामना करना पड़ता है।

‌‌‌22.आलस को दूर करने का प्रयास करें

दोस्तों आलस जिस इंसान को हो जाता है । वह कभी भी काम के अंदर सही तरीके से सक्रिय नहीं रह पाता है तो यदि आप बेहतर पर्सनलटी चाहते हैं तो आलस्य से दूर रहें उतना ही अच्छा है। वैसे थोड़ा बहुत आलसी तो सब होते ही हैं। लेकिन कुछ इंसान ऐसे होते हैं जो बहुत अधिक आलसी ‌‌‌ होते हैं।‌‌‌और काम के समय आलस करते हैं। आपको बतादें कि काम के समय जब आलस होता है तो काम सही तरीके से नहीं हो पाता है । इसके अलावा आलसी लोग किसी भी काम को ढंग से नहीं कर पाते हैं। जिसी वजह से पर्सनलटी खराब हो जाती है।

‌‌‌आलसी लोगों को यदि आप कोई काम देते भी हैं तो वे उस काम के अंदर कोई भी रूचि नहीं रखते हैं ।जिसका परिणाम यह होता है कि काम का सारा सिस्टम ही खराब हो जाता है। दोस्तों आलसी लोगों की पर्सनलटी कभी भी सही तरह की पर्सनलटी नहीं होती है।

‌‌‌आलस को दूर करने के कई तरीके हैं।सबसे पहला तरीका है कि आप आदत डालें और उसके बाद धीरे धीरे आलस को दूर करने का प्रयास करें। ऐसा करने से पुरानी आदतें छूटने लगेंगी और उसके स्थान पर नई आदतों का विकास हो जाएगा ।

‌‌‌23.स्मार्ट वर्क करने की सोच हमेशा रखें

दोस्तों यदि आप बेहतर पर्सनलटी चाहते हैं तो स्मार्ट वर्क करने की आदत हमेशा डालें ।स्मार्ट वर्क का मतलब होता है आप दूसरों से बेहतर करते हैं। आप दूसरों से हटकर होते हैं। यही स्मार्ट वर्क होता है।‌‌‌स्मार्ट वर्क ही एक ऐसी चीज है जिसकी वजह से हर कोई आपका दिवाना होता है।वैसे भी आजकल अधिकतर लोग स्मार्ट वर्क करने वाले को बहुत अधिक पसंद करते हैं। स्मार्ट वर्क का मतलब यही है कि आप बेस्ट दे रहे हैं।

‌‌‌स्मार्ट वर्क करने के लिए आपको काफी मेहनत करनी होगी ।यदि आप यह सोच रहे हैं कि आपके सोचने मात्र से ही आप स्मार्ट वर्क कर पाएंगे तो आप गलत सोच रहे हैं। स्मार्ट वर्क करने के लिए आपको ज्ञान भी होना चाहिए। बिना ज्ञान के स्मार्ट वर्क नहीं होता है।।

‌‌‌अक्सर आपने देखा होगा कि आपके घरों के आस पास बहुत सारे लोग ऐसे होते हैं जो कि बहुत ही कम उम्र मे सक्सेस हो जाते हैं क्योंकि वे स्मार्ट वर्क करते हैं। दुनिया मे उनकी पर्सनलटी काफी बेहतर हो जाती है।

‌‌‌यह बताना संभव नहीं है कि स्मार्ट वर्क के रूप मे आपको क्या करना होगा ?लेकिन स्मार्ट वर्क मे आपको कुछ बेहतरीन करना होगा । कुछ ऐसा जो दूसरे नहीं कर पाते हैं या हर कोई नहीं कर पाता है।

‌‌‌अब आप स्मार्ट वर्क कैसे करेंगे ? इसके बारे मे एक स्थान पर बैठकर अच्छी तरह से विचार करें ।और उसके बाद ही तय करें कि आप क्या कुछ कर सकते हैं।

‌‌‌24.जीवन मे कुछ अच्छा और बड़ा करें

दोस्तों जीवन मे जो लोग छोटा काम करते हैं उनकी पर्सनलटी भी कोई अधिक मायेने नहीं रखती है। क्योंकि दूसरे लोग उनको छोटा आदमी समझते हैं। लेकिन यदि आप एक बड़े आदमी नहीं हैं तो कोई बात नहीं है। आपको कुछ ऐसे कार्य करने चाहिए जिससे कि आपकी वाहावाही हो ।‌‌‌जैसे कि आप समाज के लिए कुछ अच्छे कार्य कर सकते हैं।जिससे कि आपकी छवि के अंदर सुधार होगा । इसके अलावा आपको एक बड़ा आदमी बनने का प्रयास करना चाहिए ।‌‌‌इसके लिए पूरी प्लानिंग के साथ काम करना होगा । प्रयास यदि आप लगातार करते हैं तो आपको सफलता जरूर ही मिलेगी । लेकिन यदि आप प्रयास को बीच मे ही छोड़ देते हैं तो फिर आपके लिए सफलता मिलना काफी कठिन हो जाएगा ।‌‌‌जीवन मे जब आप कुछ बड़ा करने का प्रयास करते हैं और उसके अंदर यदि आप सफल हो जाते हैं तो आपकी पर्सनलटी के अंदर धीरे धीरे अपने आप ही सुधार होने लग जाता है।

‌‌‌आप देखेंगे कि अक्सर जो लोग बड़े पदों पर काम करते हैं उनकी पर्सनलटी उनके पद की वजह से भी निखर जाती है। और जो लोग बड़े पदों पर काम नहीं करते हैं उनकी पर्सनलटी उतनी अधिक नहीं निखर पाती है।

‌‌‌इसलिए यदि आप जीवन मे लक्ष्य बनाते हैं तो आपको बड़े लक्ष्य बनाने चाहिए छोटे लक्ष्य बनाने से छोटा आदमी बनता है और जिस इंसान के लक्ष्य काफी बड़े होते हैं वह बड़ा आदमी बनता है।‌‌‌यहां पर बड़ा करने का मतलब कुछ ऐसा करना जिसको लोग काफी सम्मान की नजर से देखते हैं।

‌‌‌25.झूठ ना बोलें अपने वादों पर कायम रहें

दोस्तों आज के समय मे झूठ की काफी भरमार है।जिधर भी देखो हर कोई झूंठ बोलता रहता है।

‌‌‌यदि आप झूंठ बोलने वाले इंसान हैं तो फिर आपकी पर्सनलटी आप खराब कर रहे हैं। आजकल झूठे इंसान का कोई भी भरोसा नहीं करता है। इसलिए यदि आपको बात बात पर झूठ बोलने की आदत है तो आप अपनी उस आदत को सुधार लें।

‌‌‌आपने भी देखा होगा कि जो लोग झूठ बोलते हैं कोई भी उनकी बात पर यकीन नहीं करता है।और उनको बेकार इंसान बताया जाता है। झूठ भी कई तरह का होता है। कुछ लोग सफेद झूठ बोलते हैं इस प्रकार के लोगों का कोई भी भरोशा नहीं करता है।

‌‌‌हां कुछ ऐसी जगह होती हैं जहां पर झूंठ काफी फायदेमंद हो सकता है। और जरूरी होता है। लेकिन यदि आप बिना काम के झूंठ बोल रहे हैं तो अपनी इस आदत का परित्याग करदें। इसी के अंदर आपकी भलाई है।

‌‌‌26.अपने अंदर की गलतियों को दूर करते रहें

दोस्तों पर्सनलटी के अंदर सुधार करने के लिए यह भी आवश्यक है कि अपने अंदर की गलतियों को दूर करते रहें। तभी आप कुछ अच्छा कर सकते हैं। आपके अंदर क्या गलतियां हैं ? और आप उनको किस प्रकार से दूर करेंगे ? यह आपको सोचना होगा ।‌‌‌यदि आप सोच रहे हैं कि आपके अंदर कोई भी कमियां नहीं हैं तो आप गलत सोच रहे हैं।कमियां हर इंसान के अंदर होती हैं। हां कुछ इंसान इन कमियों को पहचान लेने की क्षमता रखते हैं तो कुछ इंसान इन कमियों को नहीं पहचान पाते हैं।

‌‌‌जो लोग अपनी कमियों को देखना जानते हैं और उनको आसानी से दूर भी करते हैं वे ही बेहतर पर्सनलटी वाले इंसान बनते हैं और जो लोग अपनी कमियों को नहीं जानते हैं और ना ही उनको दूर करने की क्षमता रखते हैं । ‌‌‌इस प्रकार के लोग बस जीवन के अंदर वहीं के वहीं अटक जाते हैं।और इन लोगों का कुछ भी नहीं हो सकता है। यह लोग बस एक बेकार की पर्सनलटी को लिए घूमते रहते हैं।

‌‌‌अपनी पर्सनलटी को कैसे डवलप करें ? लेख के अंदर हमने जाना कि किस प्रकार से आप खुद की पर्सनलटी को सुधार सकते हैं और एक अच्छे इंसान बन सकते हैं। वैसे भी आजकल सुंदरता का जमाना है। सुंदर इंसान की काफी अधिक चल होती है। जो सुंदर होता है वही तो काफी बेहतरीन माना जाता है। हर कोई उसकी तरफ आकर्षित होता है।personality को यदि आप काफी अच्छे तरीके से बनाना चाहते हैं , तो बस आपको उपर दी गई बातों को अच्छी तरह से फोलो करना होगा । यदि आप चीजों को मन से फोलो करते हैं , तो आपको इसका फायदा जरूर ही मिलेगा ।हालांकि खुद का विकास करने मे काफी अधिक समय लगता है , यदि आपकी इन चीजों के अंदर सच मे रूचि है , तो फिर आपको सफल होने से कोई भी नहीं रोक सकता है। आप समझ सकते हैं।

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arif khan

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