खुजली की दवा का नाम लिस्ट खुजली की दवा का उपयोग

‌‌‌खुजली की दवा का नाम khujli ki dawa ka naam , खुजली की अंग्रेजी दवा नाम दोस्तों खुजली के बारे मे आपको पता ही होगा खुजली एक बहुत ही आम समस्या होती है। आमतौर पर यह त्वचा के अंदर होने वाली असहजता होती है या एक तरह से परेशानी होती है। खुजली के वैसे तो बहुत सारे कारण होते हैं। लेकिन यदि हम सामान्य कारणों की बात करें तो हमारी त्वचा कई बार ऐसी चीजों के संपर्क मे आती ‌‌‌है जोकि खुजली पैदा करने के लिए जाने जाते हैं। जैसे कि ग्वार का नाम आपने सुना ही होगा । जब हम ग्वार के पौधे को उखाड़ते हैं। तो उस पौधे के अंदर कुछ ऐसी चीजें होती हैं जोकि खुजली पैदा कर देती हैं। तो हमारे हाथों मे खुजली होने लग जाती है। इसके अलावा

‌‌‌कुछ एलर्जी की वजह से भी खुजली होने लग जाती है। जैसे कि किसी को कीड़ा काट लेता है तो उससे एलर्जी हो सकती है और इसकी वजह से खुजली हो सकती है।

ड्राई स्किन, प्रेगनेंसी आदि की वजह से भी खुजली पैदा हो सकती है। दोस्तों खुजली को रोकना भी कोई कठिन काम नहीं है। आजकल मार्केट मे अनेक तरह की दवाएं आ रही हैं। जिसकी मदद से आप आसानी से खुजली को रोक सकते हैं। इस लेख मे इसी बारे मे हम विस्तार से जानने का प्रयास करते हैं।

‌‌‌खुजली की दवा का नाम khujli ki dawa ka naam

Table of Contents

खुजली की दवा का नाम पतंजली khujli ki dawa ka naam

पतंजलि के बारे मे आप अच्छी तरह से जानते ही हैं। यदि आपको खुजली की समस्या है तो आप पतंजली के कुछ प्रोडेक्ट को यूज कर सकते हैं और उसकी मदद से आप खुजली से छूटकारा पा सकते हैं। आपको यह प्रोडेक्ट किसी भी दुकान पर बहुत ही आसानी से मिल जाते हैं तो आइए जानते हैं पतंजली के उन प्रोडेक्ट के बारे मे जोकि ‌‌‌खुजली को रोकने की दवा के नाम से जाने जाते हैं।

दिव्या कायाकल्प तेल

 दिव्या कायाकल्प तेल आपके शरीर के उपर आने वाली खुजली के लिए बहुत अधिक फायदेमंद होता है। यह दाद को भी ठीक करता है और आपकी त्वचा को पोषण देने का काम करता है। त्वचा मे दरार आ गई है तो यह उसको भी ठीक करने का काम करता है। एंटीसेप्टिक गुण इस तेल के अंदर होता है। आप इस तेल को किसी ‌‌‌भी अमेजन स्टोर से खरीद सकते हैं या फिर आपको अपने शहर के अंदर ही पतंजली स्टोर मिल जाएगा तो आप उसे वहां से खरीद सकते हैं।

  • दाद, खुजली, एक्जिमा, ल्यूकोडर्मा, सोरायसिस, पित्ती, झाई, त्वचा की एलर्जी
  • यह सभी तरह की त्वचा समस्याओं को ठीक करता है।
  • बकुची
  • पनवड़ बीज
  • हल्दी  दारू हल्दी
  • खैर
  • छल
  • करंज बीज
  • नीम छल
  • हरड़
  • बहेड़ा
  • आंवला  मंजीत
  • गिलोय  चिरयता
  • कुटकी  इंद्रायण  मूल  चंदन  देवदरु  काली जिरी  उषाव  द्रोणपुष्पी  सत्यनासी  गोमूत्र  तिलतैला

‌‌‌दोस्तों यदि हम दिव्य कायाकल्प तेल के उपयोग करने के तरीके के बारे मे जानें तो आपको यह बतादें कि यह तेल त्वचा पर लगाने के लिए होता है। यह पीने के लिए नहीं होता है तो आपको इसका सेवन नहीं करना चाहिए । ‌‌‌और त्वचा पर जहां पर आपको खुजली हो रही है वहां पर आप इस तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। तेल के लगाने के बाद धीरे धीरे खुजली अपने आप ही समाप्त हो जाएगी आप दिन के अंदर दो बार इस तेल का उपयोग कर सकते हैं। आपके लिए काफी फायदेमंद होगा ।

खुजली की बेस्ट टेबलेट नाम दिव्या कायाकल्प वटी टेबलेट

दोस्तों दिव्या कायाकल्प वटी टेबलेट एक लेने की दवा होती है। यह आपके रक्त को शुद्ध करने का काम करती है।और आपकी त्वचा की बीमारियों को ठीक करने का काम करती है।यह त्वचा के रोग जैसे मुंहासे फुंसी आदि के अंदर भी बहुत अधिक उपयोगी साबित होती है।

एक्जिमा, खुजली, कुष्ठ, ल्यूकोडर्मा जैसी गम्भीर समस्याओं को भी यह दवा ठीक करने मे सक्षम होती है।इसके अलावा यह आपकी त्वचा को काफी चमकदार बनाने का काम भी करता है। और इस तरह से यह खून को साफ करता है जिससे कि त्वचा की बीमारी नष्ट हो जाती हैं। कुल मिलाकर यह एक बहुत ही अच्छी दवा है आप इसका प्रयोग ‌‌‌ करके देख सकते हैं।

  • Panvad (Cassia tora)
  • दारू हल्दी (बर्बेरिसिस्टाटा)
  • करंज (कैसलपिनियाबोंडुसेला)
  • हल्दी (करकुमा लोंगा)
  • नीम (Azadirachtindica)
  • मंजिष्ठा (रूबिया कॉर्डिफोलिया)
  • कलिजिरी (सेंट्राथेरुमेंथेलमिंट आईकम)
  • चंदन स्वेट (संतालम एल्बम)
  • आंवला (Emblica officinalis)
  • गिलोय (टिनोस्पोराकार्डिफोलिया)
  • कुटकी
  • बकुची (Psoraleacoryllifolia)
  • बहेड़ा (टर्मिनलिया बेलिका)
  • खैर (बबूल कत्था)
  • चिरायता
  • द्रोणपुशपी (ल्यूकस सेफलोट्स)
  • हरद (टर्मिनलिया चेबुला)
  • Chhoti kateli (Solanum Xanthocarpum)
  • इंद्रायन मूल (सिट्रलुस्कोलोसिंथिस)
  • देवदरु
  • उष्वा (स्मिलैक्स अलंकृत)

‌‌‌यदि हम इस दवा के इस्तेमाल की बात करें तो दवा का इस्तेमाल दिन मे दो बार कर सकते हैं। और इस दवा को खाना खाने के बाद या इसके बारे मे अपने डॉक्टर से पूछ सकते हैं और जैसा आपका डॉक्टर आपको निर्देश देता है आपको वैसा ही करना होगा । अधिक दवा का सेवन नहीं करना चाहिए । वरना आपको इसके साइड इफेक्ट ‌‌‌देखने को मिल सकते हैं। बताई गई मात्रा मे ही इस दवा का सेवन करें । ‌‌‌आप यह दवा गर्म पानी के साथ भी ले सकते हैं। आपके लिए काफी फायदेमंद और आराम दायक भी रहेगा ।

पतंजलि दिव्या हरिद्रखंड 100mg टेबलेट

पतंजलि दिव्या हरिद्रखंड 100mg टेबलेट के अंदर हल्दी का उपयोग किया जाता है जोकि आपकी त्वचा की खुजली को शांत करने का एक बहुत ही अच्छा तरीका माना जाता है। दोस्तों हल्दी के अंदर एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण  होता है।हल्दी लगभग सभी प्रकार की एलर्जी को शांत करने की क्षमता रखता है।

‌‌‌यह दवा एक तरह से टेबलेट फोर्म मे है। इसका मतलब यह है कि इस दवा को आपको निगलना होगा और यह आपके शरीर के अंदर जाकर काम करेगी । आप इस दवा को पानी के साथ ले सकते हैं। भोजन के बाद लेना अधिक उपयोगी होता है। इसके अलावा यदि आपके पास कोई आयुर्वेदिक चिकित्सक है तो आप इस दवा को उससे परामर्श करने के ‌‌‌बाद ले सकते हैं। ताकि आपको सारी चीजें ठीक से समझ मे आ जाएं ।

  • हल्दी
  • निसोथो
  • छाव्या
  • धनिया
  • लौहभस्म
  • अभ्रक भस्म
  • हराडी
  • चिनि
  • दारू हल्दी
  • नागरमोथा
  • अजवायन
  • अजमोद
  • चित्रकमूल
  • कुटकिक
  • जीरा
  • पिप्पल छोटा
  • सौंथ
  • डालचीनी
  • इलाइची छोटा
  • तेजपत्र
  • वाया-विदांग
  • हराडी
  • बहेड़ा
  • अमला
  • गिलोय
  • वासा

‌‌‌इस दवा की उतनी ही मात्रा का सेवन करें जितनी की डॉक्टर आपको बताते हैं। अधिक मात्रा का सेवन करना आपके लिए घातक हो सकता है। सो आपको चाहिए कि आप इस दवा को समय पर सेवन करें। इससे आपकी खुजली की समस्या ठीक हो जाएगी । इसके अलावा डॉक्टर से परामर्श करें वे आपको बतादें कि आपको कितनी मात्रा मे इस ‌‌‌दवा को लेना है। दोस्तों इस दवा को बच्चों की पहुंच से दूर रखना बेहद ही जरूरी होता है। क्योंकि बच्चे इसको निगल सकते हैं और बाद मे आपको ही परेशानी का सामना करना पड़ेगा ।

‌‌‌इस तरह से यह थी कुछ खुजली की दवाएं जोकि पतंजली की तरफ से थी। आप इन दवाओं का उपयोग करके देख सकते हैं। यदि आपको इनसे आराम नहीं आता है तो आप दूसरी दवाओं का उपयोग कर सकते हैं लेकिन किसी भी दवा का प्रयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से संपर्क करना बहुत ही जरूरी होता है। वरना नुकसान हो सकता है।

‌‌‌वैसे देखा जाए तो पतंजली की दवाएं काफी कारगर होती हैं । लेकिन कोई भी आयुर्वेदिक दवा हो वह जल्दी से ही कारगर नहीं होती है। उसको कारगर होने मे काफी समय लग जाता है। और यदि आपको जल्दी उपचार की जरूरत है तो आपको ऐलोपेथी की मदद लेना चाहिए । लेकिन इससे आपके शरीर को नुकसान होता है।

‌‌‌हालांकि आयुर्वेदिक दवाओं के उपयोग करने वाले यूजर बताते हैं कि इनको लंबे समय तक सेवन करने के बाद किसी भी तरह का नुकसान शरीर को नहीं होता है जोकि इनका सबसे बड़ा फायदा है। कुल मिलाकर यह एक तरह से अच्छी दवाएं हैं।

‌‌‌खुजली की आयुर्वेदिक दवाओं  को आप मार्केट से खरीद सकते हैं। बेहतर यही होगा कि आप अपने आयुर्वेदिक डॉक्टर के पास जाएं और उनको यह बताएं कि आपको खुजली हो रही है। और उसके बाद डॉक्टर आपको जो भी दवाएं लिखकर देता है वह आप सेवन कर सकते हैं।

‌‌‌खुजली के लिए घरेलू उपचार

दोस्तों अब तक हतने यह जाना कि खुजली की पतंजली दवा कौनसी हैं। तो आइए अब हम जानने का प्रयास करते हैं कि खुजली को रोकने के वे घरेलू उपचार कौनसे हैं जिसकी मदद से आप खुजली को रोक सकते हैं। दोस्तों घरेलू उपचार खास प्रकार की दवा होती है जोकि सामान्य खुजली को ठीक करने का ‌‌‌काम करती है। यदि आपको किसी भी तरह की सामान्य खुजली की समस्या है तो घरेलू उपचार इसके अंदर काफी फायदेमंद हो सकता है। और वैसे भी भारत के लोग गांव मे रहते हैं तो वहां पर कोई भी दवा मिलना इतना आसान नहीं होता है। तो घरेलू उपचार की मदद से खुजली को ठीक किया जा सकता है। यदि खुजली को रही है तो आप ‌‌‌घरेलू उपचार को यूज कर सकते हैं। यदि इससे भी आपको आराम नहीं मिलता है तो उसके बाद आप दूसरे उपायों को आजमा सकते हैं। आप दवा का सहारा ले सकते हैं। लेकिन वैसे तो घरेलू उपचार से आराम मिल जाता है लेकिन कई बार खुजली किसी बड़ी बीमारी की वजह से होती है तो फिर यह घरेलू उपचार से सही नहीं होती है और ‌‌‌आपको दूसरे उपायों की मदद लेनी होती है तो आइए जानते हैं खुजली को दूर करने के कुछ घरेलू उपायों के बारे मे ।

‌‌‌खुजली की दवा नारियल का तेल

दोस्तों नारियल का तेल दाद और खुजली के अंदर बहुत अधिक राहत का काम करता है। यह बाजार के अंदर आसानी से मिल जाता है। नारियल का तेल घरों मे वैसे भी आसानी से मिल जाता है क्योंकि बहुत से लोग इस तेल का उपयोग अपने बालों मे लगाने के लिए करते हैं। यदि घर मे नारियल का ‌‌‌तेल नहीं है तो आप इसे दुकान से खरीद सकते हैं और उसके बाद जिस भी स्थान पर खुजली हो रही है उस स्थान पर इसको लगा दें। ऐसा करने से आपको खुजली से आराम मिलेगा ।

‌‌‌दिन मे दो बार या तीन बार आप इस तेल को खुजली वाले स्थान पर लगा सकते हैं। यह अधिक महंगा भी नहीं आता है। आप मार्केट से इसकी छोटी शीशी को खरीद सकते हैं और उसके बाद इसका उपयोग कर सकते हैं।

‌‌‌यदि एक आम खुजली है तो नारियल का तेल ठीक कर देगा नहीं ठीक होती है तो आपको डॉक्टर से परामर्श करना होगा ।

‌‌‌लहसुन की मदद से खुजली को दूर करना

लहसुन में अजोइना (Ajoene) नाम एक प्राकृतिक एंटी फंगल एजेंट होता है। दोस्तों हम सभी लोग लहसुन को अपने घरों मे यूज करते हैं। और खास कर सब्जी वैगरह बनाने के लिए लहसुन का उपयोग किया जाता है। यह आपकी सब्जी के अंदर स्वाद को बढ़ाने का काम करती है।

‌‌‌और लहसुन एक ऐसी चीज है जोकि हर घर के अंदर बहुत ही आसानी से मिल जाती है। यदि किसी स्थान पर खुजली हो रही है तो लहसुन का उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए कुछ लहसुन को छिलें और उसके बाद उनका एक पेस्ट बनाएं । उस पेस्ट को आप खुजली वाले स्थान पर रगड़ें और इसी तरह से चिपकाकर पट्टी की मदद से बांध ले

‌‌‌आपको 12 घंटे तक इस पेस्ट को इसी तरह से बांधे रखना है। यदि इसको बांधे रखने से आराम मिलता है तो उसके बाद आप पुराने वाले पेस्ट को हटाकर नया पेस्ट बांध लें। इस तरह से कुछ दिन मे यदि सुधार हो जाता है तो ठीक है। नहीं तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी होता है।

‌‌‌खुजली को दूर करती है हल्दी

हल्दी को हरिद्रा भी कहते हैं ।वैज्ञानिकों द्वारा हल्दी को लेकर किए गए रिसर्च के मुताबिक, इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटीइंफ्लेमेटरी, केलोरेटिक, एंटीमाइक्रोबियल, एंटीसेप्टिक, एंटी कैंसर, एंटीट्यूमर, हेपटोप्रोटेक्टिव गुण होते हैं।

‌‌‌हल्दी बहुत ही आसानी से घरों के अंदर मिल जाती है। हम लोग हल्दी का प्रयोग सब्जी को बनाने मे करते हैं। यह एक तरह का मसाला होता है। जिसकी मदद से सब्जी के स्वाद को बेहतर बनाया जाता है। दोस्तों हल्दी काफी उपयोगी चीज होती है। पहले तो अपने रसोई घर के अंदर जाएं और देखें कि हल्दी है कि नहीं ?

‌‌‌यदि हल्दी घर के अंदर मौजूद है तो हल्दी को ले आएं । यदि हल्दी पीसी हुई नहीं है तो उसको अच्छी तरह से किसी पत्थर की मदद से पीसें और उसके बाद इसको जिस भी स्थान पर खुजली हो रही है या फंगल इन्फेक्सन है। उस स्थान पर इसको अच्छी तरह से लगाएं । ऐसा करने से आपको खुजली से आराम मिल जाएगा ।

‌‌‌वैसे हल्दी को बहुत अधिक शुभ माना जाता है। हर कार्य के अंदर हल्दी का उपयोग किया जाता है। जब कोई अच्छा काम होता है तो उसके अंदर हल्दी का उपयोग होता है। यह विवाह से लेकर मृत्यु तक उपयोग मे आती है।

‌‌‌इस तरह से दोस्तों आप हल्दी को लगाकर देख सकते हैं। यदि इससे आपको फायदा नहीं होता है तो उसके बाद आप दूसरी किसी दवा का उपयोग कर सकते हैं। सामान्य खाज और खुजली के अंदर इससे काफी फायदा होता है।

‌‌‌नीम भी खुजली को रोकने का काम करता है

दोस्तों नीम के बारे मे आप अच्छी तरह से जानते ही हैं। नीम खुजली को रोकने का काम करता है। नीम के अंदर कई तरह के औषधिय गुण होते हैं। आज भी लोग शरीर पर फुंसी होने या फिर कोई घाव होने पर नीम के पानी से नहाते हैं। इसके लिए वे पानी को गर्म करते हैं और उसके अंदर ‌‌‌नीम को डाल देते हैं। उसके बाद नहा लेते हैं। यदि आपके पूरे शरीर पर खुजली हो रही है तो नीम के पानी से नहाना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। और यदि किसी एक स्थान पर खुजली हो रही है तो फिर आपको चाहिए कि आप नीम की पतियों को पीस कर खुजली वाले स्थान पर लगालें ।

‌‌‌और यदि आपके पास यह सब मौजूद नहीं है तो कोई बात नहीं मार्केट के अंदर नीम का तेल आता है। इसको आप यूज कर सकते हैं। यह खुजली को दूर करने का काम करता है। नीम के अंदर  एंटी-फंगल, एंटीसेप्टिक, एंटी-बैक्टीरियल, सूजनरोधी और एंटी वायरल गुण होने की वजह से यह काफी उपयोगी हो जाती है। वैसे आपको बतादें कि नीम  ‌‌‌केवल खुजली का ही ईलाज नहीं करता है। यह कई और भी चीजों का ईलाज करता है। नींम की पतियों से एक खास प्रकार की दवा बनाई जाती है जोकि पौधों के उपर छिड़की जाती है जिससे कि पौधों की कीटों से रक्षा होती है। दोस्तों नीम आसानी से मिलने वाला पौधा होता है। यह घरों और खेत के अंदर बहुत ही आसानी से मिल ‌‌‌ जाता है। आपको पता ही होगा कि नीम के दांतन कितने उपयोगी होते हैं। यह कोलगेट और दूसरी चीजें अब आई हैं। जब यह आम लोगों की पहुंच से बाहर थी तो सभी लोग नीम के दांतुन का ही प्रयोग करते थे। और आज भी नीम के दांतुन का प्रयोग दांत को साफ करने मे किया जाता है।

‌‌‌खुजली को दूर करने मे तिल के तेल का उपयोग

दोस्तों खुजली को दूर करने मे तिल का तेल भी काफी उपयोगी हो सकता है। तिल का तेल तिल से प्राप्त किया जाता है। तिल के तेल की मदद से खाना पकाया जाता है। इस वजह से यह बहुत ही आसानी से घरों मे मिल जाता है। यदि आपके घरों मे तिल का तेल नहीं है तो आप उसे ‌‌‌मार्केट से खरीद सकते हैं।चीनी, कोरियाई  और दक्षिण भारत के अंदर भोजन का स्वाद को बढ़ाने के लिए सबसे अधिक तिल के तेल का उपयोग किया जाता है।

यदि किसी स्थान पर खुजली हो रही है ते उस स्थान पर तिल का तेल लगाएं । ऐसा करने से खुजली आसानी से कम हो जाएगी और आपको आराम मिलेगा ।यह आपकी त्वचा के ‌‌‌ अंदर नमी को बनाए रखता है और जिससे कि आपकी त्वचा काफी अच्छी होती है। इस तरह से तिल का तेल भी खुजली को कम कर सकता है।

‌‌‌तिल का तेल स्वादिष्ट होने की वजह से इसका प्रयोग काफी किया जाता है। इसकी मदद से चुरमा बनाया जाता है। और आपको पता ही होगा कि दक्षिण भारत के अंदर हिंदु मंदिरों मे तिल के तेल का दीपक जलाया जाता है। और यह इस तरह से पूजा स्थल के अंदर प्रयोग किया जाता है।

‌‌‌वैसे तो तिल के तेल के अनेक फायदे होते हैं। लेकिन यह कई बार अपना हानिकारक प्रभाव भी दे सकता है। खास कर यदि आप गर्भवती महिला हैं गुर्दे की बीमारी और बच्चों को इसका अधिक सेवन नहीं करना चाहिए ।इसके अलावा यदि शरीर के अंदर बुखार है तो इसके बाद शरीर पर तिल के तेल की मालिस नहीं करनी चाहिए ।

‌‌‌कई बार तिल के तेल की वजह से एलर्जी पैदा हो सकती है। तो आपको चाहिए कि आप पहले थोड़ा सा तेल का उपयोग करके देखें और उसके बाद ही सही तरीके से प्रयोग करें। आमतौर पर जो शुद्ध तिल का तेल होता है वह किसी तरह की एलर्जी को पैदा नहीं करता है।

पुदीने का तेल आपकी खुजली को कम कर सकता है

दोस्तों यदि आपको भी खुजली की समस्या है तो आप पुदिने के तेल का उपयोग कर सकते हैं। वैसे तो  पुदिने के तेल का प्रयोग स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। लेकिन यह घरों के अंदर आसानी से नहीं मिल पाता है। यदि आपके घर के अंदर भी यह नहीं है तो आप इसको

‌‌‌खरीद सकते हैं। पेपरमिंट ऑयल में सूजनरोधी, एंटीसेप्टिक, एनाल्जेसिक गुण होने की वजह से यह आसानी से खुजली की समस्या को दूर कर देता है।यदि आप पुदिने के तेल को इस्तेमाल करने के तरीके के बारे मे नहीं जानते हैं तो हम आपको यहां पर इसके बारे मे बताने वाले हैं कि आपको किस तरह से पुदिने के तेल का ‌‌‌इस्तेमाल करना होगा ।

‌‌‌इसके लिए चार बूंद पुदीने के तेल मे नारियल का तेल और जैतुन का तेल मिलाएं और उसके बाद इसको जिस स्थान पर खुजली हो रही है उस स्थान पर दिन मे दो बार लगाएं । ऐसा करने से त्वचा की खुजली की समस्या दूर हो जाएगी । खुजली को दूर करने का यह एक बहुत ही प्रभावशाली उपाय है। आप इसका आसानी से प्रयोग कर ‌‌‌सकते हैं।

‌‌‌अजवाइन के फूल खुजली मिटाने के अंदर उपयोग

दोस्तों अजवाइन के बारे मे तो आप जानते ही हैं। अजवाइन के फूल का उपयोग भी खुजली मिटाने मे किया जाता है। हालांकि हर घर के अंदर अजवाइन तो मिल ही जाती है। और अजवाइन का उपयोग हम खाने के लिए करते हैं। कुछ लोग अजवाइन को घी के साथ खाते हैं। खास कर गर्भवती ‌‌‌ महिलाओं के लिए अजवाइन काफी फायदेमंद होती है।

अजवाइन एक सुगंधित बारहमासी सदाबहार जड़ी बूटी है। और यदि आपके घर के अंदर अजवाइन के फूल हैं तो आप इस तरीके का प्रयोग कर सकते हैं।अजवाइन गुलाबी और सफेद फूलों का उत्पादन करती है।350 से अधिक इसकी प्रजातियां मौजूद हैं।

विटामिन और खनिजों में समृद्ध है होती है अजवाइन इसके अलावा अजवाइन के अंदर थाइमोल होता है जिसके अंदर जिसमें एंटी-फंगल और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं। इसके अलावा अजवाइन के अंदर अजवाइन में ज़ेनक्सैंथिन, ल्यूटिन, एपिगेनिन, नारिंगिन, ल्यूटोलिन और थाइमोनिन जैसे तत्व मौजूद होते हैं। इस तरह से अजवाइन काफी ‌‌‌उपयोगी चीज होती है।

‌‌‌खुजली को कम करता है तुलसी

दोस्तों तुलसी के पौधे को काफी पवित्र माना जाता है। और इसको आंगन मे लगाया जाता है। तुलसी के पौधे के अंदर अनेक औषधिय गुण होने की वजह से इसकी मदद से अनेक तरह की दवाई बनाई  जाती हैं। आपको पता होना चाहिए कि तुलसी के पौधे की मदद से खुजली को दूर किया जा सकता है। और यह ‌‌‌आपकी इम्यूनिटी को बूस्ट करने का काम भी करता है। इसके लिए आप तुलसी के पौधे की पतियों को चबा सकते हैं।यूगेनोल नामक एक तत्व इसके अंदर मौजूद होता है। इसके अलावा इसके अंदर थाइमोल पाया जाता है जोकि खुजली से राहत प्रदान करने का काम भी करता है।

‌‌‌तुलसी के पौधे को आप दो तरीको से खुजली को दूर करने मे ले सकते हैं। यदि आपके घर के अंदर तुलसी का पौधा मौजूद है तो आप तुलसी की हरी पतियों को अच्छी तरह से पीस लें और जिस भी स्थान पर खुजली हो रही है उस स्थान पर इनको अच्छी तरह से लगाएं । इनको पूरे दिन आप लगाएं रखें। और शाम को पानी से धो लें ।

‌‌‌और दूसरा आप सूखी तुलसी की पतियों की मदद से कर सकते हैं। इसमे आप यह कर सकते हैं कि एक चम्मच सूखी पतियों को पानी के अंदर अच्छी तरह से उबालें। जब यह उपल जाएं तो रूई की मदद से इसको प्रभावित क्षेत्र पर दिन मे दो बार लगाएं । ऐसा करने से खुजली के अंदर काफी राहत मिलेगी । कुल मिलाकर यह एक अच्छा ‌‌‌ तरीका है जिसका उपयोग आप कर सकते हैं।

‌‌‌तुलसी को प्राचीन काल से ही पवित्र माना जाता है। इसलिए इसका इस्तेमाल भोजन से लेकर दवाओं के अंदर तक किया जाता है।इसका प्रयोग सलाद और चटनी मे भी किया जाता है।लसी में माइक्रोबियल-रोधी, सूजन-रोधी, गठिया-रोधी, लिवर को सुरक्षा देने वाले, डायबिटीज-रोधी, दमा-रोधी गुण देखने को मिलते हैं। इसी वजह से ‌‌‌ तुलसी की मदद से कई तरह की दवा बनाई जाती है।

‌‌‌यदि आपके घर मे तुलसी है तो ठीक है आप इसका उपयोग कर सकते हैं। लेकिन यदि आपके घर मे तुलसी नहीं है तो फिर आप दूसरे किसी तरीके का प्रयोग कर सकते हैं। खास कर ऐसी चीजों का जोकि आपके घर के अंदर मौजूद हैं।

एलोवेरा भी खुजली को दूर करने मे उपयोगी

दोस्तों एलोवेरा के बारे मे आप जानते ही हैं। इसको ग्वार पाठा नाम से जाना जाता है।एक औषधीय पौधे के रूप में विख्यात है। इसकी उत्पत्ति संभवतः उत्तरी अफ्रीका में हुई है। और यह पूरी दुनिया के अंदर नहीं पाया जाता है। हालांकि यह भारत के अंदर असानी से देखने को मिल ‌‌‌जाता है । भारत मे इसकी खेती की जाती है। इसके बारे मे आपको पता ही है।आपको बतादें कि एलोवेरा के अंदर सूजनरोधी, जीवाणुरोधी और एंटिफंगल गुण होते हैं। इसका मतलब यह है कि यह आपकी खुजली और सूजन की ‌‌‌समस्याओं को बहुत ही आसानी से दूर कर सकता है।

‌‌‌दोस्तों यदि आप एलोवेरा के इस्तेमाल करने के तरीके के बारे मे नहीं जानते हैं तो हम आपको इसके तरीके के बारे मे बताने वाले हैं। दोस्तों आपको बतादें कि ‌‌एलोवेरा के पौधे से आपको जेल को निकाल लेना है। अब जिस स्थान पर खुजली हो रही है। उसको उसी स्थान पर लगाना होगा । ऐसा करने से खुजली की समस्याएं ‌‌‌दूर हो जाएगी । दोस्तों यदि ऐलोवेरा आपके घर मे नहीं है तो आप अपने आस पास से इसको ला सकते हैं। और यदि आपको यह नहीं मिलता है तो फिर आप किसी दूसरा तरीका यूज कर सकते हैं। यदि एक कॉमन खुजली की समस्या है तो एलोवेरा से बहुत ही आसानी से दूर हो जाएगी ।

‌‌‌खुजली को दूर करने मे नींबू का प्रयोग

दोस्तों नींबू के महत्व को हम अच्छी तरीके से जानते ही हैं। नींबू का प्रयोग हम खास कर गर्मी के अंदर सिकंजी को बनाने के लिए करते हैं। दोस्तों नींबू काफी उपयोगी होता है। गर्मी मे यह शरीर को ठंडक प्रदान करता है। और हमे लू से भी बचाने का काम करता है। लेकिन ‌‌‌ आपको यह भी बतादें कि नींबू खुजली की समस्याओं को भी आसानी से दूर कर सकता है। इसके लिए आपको करना यह होगा कि आप दो ताजे नींबू लें। यदि नींबू घर मे नहीं हैं तो आप बाहर से लेकर आ सकते हैं। उनके जूस को निकालें और किसी पात्र के अंदर एकत्रित करलें। उसके बाद किसी रूई की मदद से इस जूस को उस ‌‌‌क्षेत्र के अंदर लगाएं । जहां पर खुजली हो रही है। धीरे धीरे आपको आराम मिलना शूरू हो जाएगा । यदि आराम मिल रहा है तो आपको इसका प्रयोग दिन के अंदर तीन बार करना होगा । जिससे कि सब कुछ ठीक हो जाएगा ।

नींबू विटामिन सी का सबसे बेहतरीन स्रोत है जो कि इसे एंटी-एजिंग और इम्युनिटी बढ़ाने  के गुण होते हैं।इसके अलावा नींबू के अंदर टीसेप्टिक, एनेस्थेटिक, सूजनरोधी और एंटी-इरिटेटिंग गुण भी होते हैं।दोस्तों यदि आप गर्मी के अंदर अधिक नींबू खाते हैं तो आप अपने घर के अंदर एक नींबू का पौधा लगा सकते हैं। एक ‌‌‌बार जब नींबू का पौधा बड़ा हो जाता है तो उसके बाद उसके बहुत सारे नींबू मिलने लग जाते हैं। जब आपका मन करे नींबू को तोड़कर खा सकते हैं।

‌‌‌दोस्तों नींबू सिर्फ खुजली को ही दूर नहीं करता है। इसके और भी बहुत सारे फायदें हैं। जैसे कि नींबू कब्ज की समस्या को दूर करने मे मदद करता है। इसके अलावा यदि किसी को बुखार की समस्या है तो उसके लिए भी नींबू काफी उपयोगी साबित हो सकता है।

‌‌‌इसके अलावा यदि किसी को दांतों की समस्या है तो नींबू के रस को दांतों पर लगाने से दांत दर्द कम हो जाता है। और दांत दर्द को कम करने मे नींबू आपकी काफी मदद करता है। इस तरह से दोस्तों नींबू आपके कई काम आता है।

‌‌‌ठंडे पानी से खुजली से आराम मिलता है

दोस्तों आपको बतादें कि ठंडा पानी खुजली को दूर करने का एक अच्छा उपाय नहीं है। लेकिन यदि आपको अचानक से बहुत अधिक खुजली को रही है तो ठंडा पानी खुजली से राहत देने का काम कर सकता है। इसके लिए यदि आपके पास बर्फ है तो और ही अच्छा है नहीं तो आप ठंडे पानी का ‌‌‌ उपयोग खुजली को दूर करने के लिए कर सकते है। जिस भी स्थान पर खुजली हो रही है। उस स्थान पर ठंडा पानी लगाएं । कुछ ही देर के अंदर खुजली दूर हो जाएगी । वैसे उसके बाद यदि खुजली कम नहीं होती है तो आप दूसरे उपाय कर सकते हैं।

खुजली की क्रीम का नाम लिस्ट

दोस्तों हम आपको खुजली की क्रीम के बारे मे बताने वाले है। क्रीम एक ऐसी दवा होती है जो एक्स्ट्रनल यूज के लिए होती है। जिस प्रकार से आप फेसवॉस का इस्तेमाल फेस पर करते हैं। उसी प्रकार से खुजली क्रीम जो होती है वह खुजली वाले स्थान पर लगाने के लिए आती है। वैसे तो आपको ‌‌‌इसका नाम जानने की कोई भी आवश्यकता नहीं है। क्योंकि आप किसी भी मेडिकल स्टोर पर जा सकते हैं और खुजली वाली क्रीम को लेकर आ सकते हैं वे आसानी से आपको इस क्रीम को देदेंगे और उसके बाद आप इस क्रीम को खुजली वाले स्थान पर लगा सकते हैं। जिससे कि वह आसानी से ठीक हो जाएगी ।

‌‌‌बाकि हम आपको यहां पर खुजली वाली क्रीम के नामों के बारे मे बता रहे हैं। जिसकी मदद से आपको यह पता चल जाएगा कि कौनसी क्रीम है जोकि खुजली के अंदर उपयोग होने वाली है तो आइए जानते हैं खुजली वाली क्रीम के बारे मे विस्तार से ।

‌‌‌खुजली की क्रीम lobate CM

lobate CM एक प्रकार की क्रीम होती है जोकि त्वचा संक्रमण को रोकने के लिए इस्तेमाल की जाती है।यह त्वचा के अंदर मौजूद लालिमा को कम करती है और सूजन और खुजली को दूर करने का काम करती है।यह क्रीम सिर्फ बाहरी उपयोग के लिए होती है। और इसका उपयोग करने का तरीका बहुत ही आसान ‌‌‌ है। आपको क्रीम को लगाने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से धो लेना होगा । एक बार यदि आप अच्छी तरह से हाथों को नहीं धोते हैं तो समस्या और अधिक बढ़ सकती है। उसके बाद आपको करना यह है कि आप क्रीम के पतले लेत को खुजली वाले स्थान पर लगाएं । यह दवा दिन के अंदर दो बार यूज करें। इससे आपको काफी ‌‌‌आराम मिलेगा ।यदि यह दवा मुंह नाक आदि के अंदर चली जाए तो जल्दी से जल्दी साफ कर लेना चाहिए । दवा के प्रभाव को अच्छी तरह होने मे समय लगता है और इसके लिए आपको दवा का पूरा कोर्स लिया जाना चाहिए । ताकि सब कुछ ठीक हो जाए । गर्भवति महिला और स्तनपान करने वाली महिला यदि इस क्रीम का उपयोग ‌‌‌ करती हैं तो पहले उनको डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए और उसके बाद ही उपयोग करना चाहिए ।

‌‌‌यदि इसके साइड इफेक्ट की बात करें तो  खुजली, सूखापन, लालिमा और जलन आदि हो सकती है। यदि आपको साइड इफेक्ट दिखाई देते हैं तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और इस क्रीम का उपयोग करना बंद कर देना चाहिए ।

‌‌‌अब यदि बात करें कि आप इस क्रीम को कहां से खरीद सकते हैं ? तो आप इसक्रीम को अपने आस पास के किसी भी मेडिकल स्टोर से खरीद सकते हैं। वहां पर यह आसानी से मिल जाएगी ।

Lobate-GM Neo Cream खुजली की क्रीम

लोबेट-जीएम नियो क्रीम एक प्रकार की त्वचा के संक्रमण को कम करने के लिए प्रयोग होती है।यह संक्रमण पैदा करने वाले सूक्ष्मजीवों के खिलाफ काम करके सूजन के लक्षणों जैसे लालिमा, सूजन और खुजली को कम करता है।

इस क्रीम को लगाने का तरीका भी बहुत ही सरल है। यदि आप क्रीम को लगाना चाहते हैं तो आपको चाहिए कि ‌‌‌ आप अपने हाथों को अच्छी तरह से धो लें और उसके बाद क्रीम की एक पतली परत को खुजली वाले स्थान पर अच्छी तरह से लगाएं । ऐसा दिन के अंदर कम से कम दो बार करें । आपको अपनी स्थिति के अंदर सुधार करने के लिए इस क्रीम का उपयोग लंबे समय तक किया जाना चाहिए और कोर्स को पूरा किया जाना चाहिए । हालांकि ‌‌‌ इस बात का ध्यान रखना चाहिए की क्रीम मुंह नाक और आंखों के अंदर ना जाए । यदि गलती से चली जाती है तो जल्दीसे जल्दी इनको साफ कर लेना चाहिए।और आपको चाहिए कि आप यह दवा लेने के बाद भी आपके लक्षणों के अंदर किसी भी तरह का प्रभाव नहीं पड़ रहा है तो आपको एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए ‌‌‌और आपके डॉक्टर ही आपको बताएंगे कि आपको क्या करना है। इसके अलावा इस दवा के कुछ साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं। हालांकि यह एक रेयर केस के अंदर ही होते हैं। खुजली, सूखापन, लालिमा और जलन इसके साइड इफेक्ट होते हैं। यदि  आपको यह साइड इफेक्ट दिखाई देते हैं तो दवा का उपयोग करना बंद कर देना चाहिए और ‌‌‌अपने डॉक्टर को संपर्क किया जाना चाहिए और जो डॉक्टर निर्देश देते हैं आपको उनको ही पालन किया जाना चाहिए ।

‌‌‌इसके अलावा यदि आप किसी दूसरी तरह की दवा को ले रहे हैं तो आपको चाहिए कि आप उस दवा का उपयोग के बारे मे अपने डॉक्टर से संपर्क करें । और आपको जो निर्देश डॉक्टर देता है उसका पालन आपको करना चाहिए ।

‌‌‌इसके अलावा गर्भवति महिला और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इस दवा का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और जैसा आपके डॉक्टर आपको निर्देश देते हैं आपको उनका पालन किया जाना चाहिए ।

Betnovate-C Cream

Betnovate-C Cream भी दोस्तों एक प्रकार की इस तरह की क्रीम होती है जोकि त्वचा के संक्रमण के लिए उपयोग मे ली जाती है।यह त्वचा के जीवाणू और कवक संक्रमण के लिए भी प्रयोग मे ली जाती है।यह त्वचा की लालिमा और खुजली व सूजन के ईलाज के लिए प्रयोग मे ली जाती है।

‌‌‌इस दवा को प्रयोग करने का तरीका बहुत ही आसान होता है। इसके अंदर आपको करना यह है कि आप इस दवा का उपयोग करने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से साफ करके तौलिया से पौंछ लें और उसके बाद आपको चाहिए कि आप एक पतली क्रीम की परत को  खुजली वाले स्थान पर लगाएं । ऐसा करने से खुजली ठीक हो जाती है। यदि आप ‌‌‌ बेहतर परिणाम चाहते हैं तो आपको चाहिए कि आप इसका इस्तेमाल रोजाना करें। रोजाना यदि आप इसका इस्तेमाल करते हैं तो कुछ ही दिनों मे आपकी खुजली की समस्या आसानी से ठीक हो जाएगी ।

‌‌‌लेकिन इस बात का भी ध्यान रखें की यह दवा आंख नाक और मुंह के अंदर ना जाए । और यदि गलती से चली भी जाती है तो इनको धो लें। इससे कुछ भी समस्या नहीं होगी ।इसके अलावा दोस्तों इस दवा के साइड इफेक्ट की बात करें तो यह कई तरह के साइड इफेक्ट पैदा कर सकती है जैसे कि खुजली, सूखापन, लालिमा और जलन और ‌‌‌एलर्जी यदि दवा लेने के बाद आपको किसी भी तरह के गम्भीर साइड इफेक्ट दिखाई देते हैं तो आपको डॉक्टर से संपर्क किया जाना चाहिए और दवा को लेना भी बंद कर दिया जाना चाहिए । इस तरह से आप कुछ फायदेमंद कर सकते हैं। इसके अलावा यदि आप एक गर्भवति महिला हैं तो आपको इस दवा के उपयोग करने से बचना ‌‌‌ चाहिए । इसके अलावा यदि आप स्तनपान करवाती हैं तो भी आपको इस दवा का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से संपर्क किया जाना चाहिए ।

Betnovate-GM Cream

Betnovate-GM Cream यह एक प्रकार की दवा है जोकि त्वचा के संक्रमणों मे ईलाज के लिए प्रयोग मे लि जाती है।यह क्रीम आमतौर पर त्वचा मे संक्रमण खुजली लालिमा और सूजन को कम करने के लिए प्रयोग मे ली जाती है।यह संक्रमण के खिलाफ काम करती है। इस दवा को आप किसी भी मेडिकल स्टोर से खरीद सकते हैं। इस क्रीम ‌‌‌का उपयोग आपको अपने डॉक्टर के निर्देश से ही किया जाना चाहिए । डॉक्टर आपको इस दवा को पर्ची मे लिखकर देगा तो आप इसको किसी भी मेडिकल स्टोर से खरीद कर लाना होगा । और इस दवा का उपयोग करने का तरीका भी बहुत ही आसान है। इसके लिए आपको करना यह होगा कि आप सबसे पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से धोंए ‌‌‌उसके बाद उनको किसी भी तौलिया से पूंछ लें । फिर जिस भी स्थान  पर खुजली की समस्या हो रही हो इस क्रीम को लगाएं । यह क्रीम दिन के अंदर दो बार प्रयोग करें । ऐसा करने से आपको काफी आराम मिलेगा ।

‌‌‌इस दवा को लंबे समय तक तब तक उपयोग किया जाना चाहिए जब तक कि आपकी स्थिति के अंदर सुधार नहीं होता है। इसके बाद भी यदि आपकी स्थिति के अंदर कोई भी सुधार नहीं होता है तो आपको चाहिए कि आप इस दवा का सेवन ‌‌‌करने के बाद भी किसी भी तरह का सुधार महसूस नहीं कर रहे हैं तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए आपको डॉक्टर कुछ दवाएं बदलकर दे सकता है।इसके अलावा इस दवा के लिए विशेष तौर पर ध्यान यह रखना है कि यह नाक आंख और मुंह के अंदर ना जाए ।यदि इनके अंदर चली जाती है तो जल्दी से जल्दी धोना चाहिए।

‌‌‌यदि इस दवा के सेवन करने से कुछ साइड इफेक्ट होते हैं। हालांकि यह गंभीर नहीं होते हैं। लेकिन यदि गम्भीर हो जाते हैं तो आपको अपने डॉक्टरों से संपर्क करना चाहिए । खास कर इस क्रीम से कुछ लोगों के अंदर एलर्जी की समस्या हो सकती है। यदि क्रीम लगाने के बाद आस पास के क्षेत्रों मे और अधिक खुजली ‌‌‌ हो तो क्रीम को लगाना बंद कर देना चाहिए और अपने डॉक्टर से संपर्क किया जाना चाहिए आपका डॉक्टर जो निर्देश देता है उसको पूरा किया जाना चाहिए । पूरी तरह से ठीक होने के लिए दवा का पूरा कोर्स लिया जाना बहुत ही जरूरी होता है।

‌‌‌और रही बात आपके ठीक होने की तो यह समस्या पर निर्भर करता है। यदि आपकी समस्या छोटी है तो आप आसानी से ठीक हो जाएंगे । लेकिन यदि आपकी समस्या बड़ी है तो आपको ठीक होने मे समय लग सकता है।

‌‌‌यदि आप पहले से किसी भी तरह की दवा का सेवन कर रहे हैं तो अपने डॉक्टर को इसके बारे मे बताएं । यदि आप एक स्तनपान करवाने वाली महिला हैं तोभी आपको अपने डॉक्टर को इसके बारे मे बताने की आवश्यकता होगी । इसके अलावा यदि आप एक गर्भवती महिला हैं तो अपने डॉक्टर को इसके बारे मे बताना होगा ।

lulifresh cream खुजली को दूर करने की क्रीम

‌‌‌यह एक प्रकार की  एंटिफंगल दवा  है । इसका उपयोग कई तरह की समस्याओं के उपचार मे किया जाता है जैसे कि एथलीट फुट, धोबी खुजली, थ्रश, दाद और सूखी, परतदार त्वचा । यह दवा संक्रमण पैदा करने वाले कवक को नष्ट कर देता है।इस दवा का दिन मे कितनी बार यूज करना है इसके बारे मे आप अपने डॉक्टर से परामर्श करे ‌‌‌। त्वचा का संक्रमण आमतौर पर दो से 3 सप्ताह के अंदर ठीक हो जाता है। लेकिन इसके बाद भी स्थिति के अंदर किसी भी तरह का सुधार नहीं दिखाई देता है तो आपको चाहिए कि आप एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करें और जैसा आपके डॉक्टर निर्देश देते हैं आपको वैसा ही करना चाहिए ।

‌‌‌इस दवा को ठीक तरीके से लगाना चाहिए। आमतौर पर आपको यह दवा प्रयोग करने से पहले हाथों को अच्छी तरह से धोना चाहिए और उसके बाद खुजली वाले स्थान पर आप इसको इस्तेमाल कर सकते हैं।एथलीट फुट की समस्या होने पर रोजाना अपने जूतों को बदला जाना चाहिए ।

‌‌‌यदि हम इस दवा के साइड इफेक्ट की बात करें तो जलन, खुजली और लालिमा  आदि समस्याएं इसकी वजह से हो सकती है। हालांकि इस दवा से एलर्जी कम ही लोगों को होती है। लेकिन यदि इस दवा के उपयोग करने से किसी को एलर्जी की समस्या होती है तो इस दवा का उपयोग करना बंद करदें और अपने डॉक्टर से परामर्श करें ।

दाने, होंठ, गले या चेहरे की सूजन, निगलने या सांस लेने में समस्या, और मतली। आदि एलर्जी के लक्षण हो सकते हैं आपको एलर्जी हो गई है तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें और जल्दी से जल्दी एलर्जी के लक्षणों को दूर करने का प्रयास करें ।

‌‌‌आपको बतादें कि यह दवा सिर्फ बाहरी उपयोग के लिए होती है। और इस दवा को कभी भी निगलने की गलती नहीं करनी चाहिए । एक बार प्रभावित क्षेत्र पर यह दवा लगाने के बाद आप अपने हाथों को अच्छी तरह से धो लें। और कुछ समय तक आपको इसका सही परिणाम के लिए इंतजार करना होगा । जब उचित सही परिणाम आ जाएंगे ।‌‌‌तो उसके बाद आप डॉक्टर के निर्देशों अनुसार इस दवा का प्रयोग करना बंद कर सकते हैं। इस तरह से दोस्तों यह दवा आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकती है।

‌‌‌यदि दवा का उपयोग करने के बाद भी आपको किसी भी तरह का लाभ नहीं होता है तो आप अपने डॉक्टर से एक बार फिर से संपर्क करें और जैसा आपका डॉक्टर आपको निर्देश देता है आपको वैसा ही करना जरूरी हो जाता है।

luliconazole II

लुलिकोनाज़ोल एज़ोल्स नामक ऐंटिफंगल दवाओं के एक वर्ग में है। यह संक्रमण का कारण बनने वाले कवक के विकास को धीमा करके काम करता है।यह दवा त्वचा के अंदर होने वाले संक्रमण को कम करने का काम करती है। एथलीट फ़ुट पैरों की उंगलियों मे होने वाला फंगल इन्फेक्सन और त्वचा मे होने वाले फंगल के लिए इस क्रीम ‌‌‌का उपयोग किया जाता है।Luliconazole आमतौर पर खुजली और दाद के लिए सबसे अधिक प्रयोग किया जाता है।और इस दवा का प्रयोग दिन के अंदर एक बार किया जाता है। खुजली वाले स्थान पर या जिस स्थान पर परेशानी होती है वहां पर इसको लगाया जाता है।

‌‌‌इसके अलावा क्री को लगाने के तरीके के बारे मे अपने डॉक्टर से संपर्क करें और जैसा डॉक्टर आपको निर्देश देता है वैसा ही आपको करना चाहिए क्रीम लगाने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से साबुन से धोना चाहिए और उसके बाद प्रभावित क्षेत्र पर क्रीम को लगाया जाना चाहिए ।यदि आप क्रीम को लगाने के बाद ‌‌‌ठीक महसूस कर रहे हैं तो उसके बाद भी आपको क्रीम का उपयोग लगातार करना जरूरी होता है। क्योंकि यदि आप जल्दी ही इसको बंद कर देते हैं और संक्रमण पूरी तरह से ठीक नहीं होता है तो इसके लक्षण फिर से आ सकते हैं।Luliconazole क्रीम केवल बाहरी उपयोग के लिए होती है। इसको नाक और मुंह और आंखों के अंदर जाने से ‌‌‌ बचाया जाना चाहिए । यदि यह आंखों के अंदर या नाक मे चली जाती है तो जल्दी से जल्दी साफ कर लेना चाहिए ।

ल्यूलिकोनाज़ोल क्रीम से यदि आपको किसी भी तरह की एलर्जी है तो आपको अपने डॉक्टर को बताना होगा । और यदि आप किसी भी तरह की दवा पहले से सेवन कर रहे हैं तो उसके बारे मे भी अपने डॉक्टर से बताना आपके लिए उचित होगा ।

‌‌‌इसके अलावा यदि आप एक गर्भवति महिला हैं तो इस क्रीम का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर को संपर्क करें और आपका डॉक्टर जो निर्देश आपको देता है उसका पालन आपको किया जाना चाहिए ।

इसके अलावा यदि आप स्तनपान करवा रही हैं तो भी आपको इसक्रीम के उपयोग के बारे मे अपने डॉक्टर से संपर्क किया जाना ‌‌‌ चाहिए ।

pernil cream भी खुजली को दूर करता है

‌‌‌यह एक ऐसी क्रीम है जिसका ईलाज खुजली के अंदर किया जाता है। यह एक तरह से छोटे कीड़ों को मारने का काम करती है। और उनके अंडों को नष्ट करने का काम करती है।इसको इस्तेमाल करने का तरीका भी बहुत ही आसान होता है। इसमे आपको करना यह होता है कि सबसे पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से धोना होता है । उसके ‌‌‌ बाद खुजली वाले स्थान को अच्छी तरह से साफ करना होता है। फिर आपको करना यह होता है कि दिन मे एक बार ही इस क्रीम का उपयोग करना होता है। कुछ दिन जब आप इसका प्रयोग करते हैं तो खुजली की समस्या अपने आप ही ठीक हो जाती है। कई बार समस्या के ठीक हो जाने के बाद भी खुजली बनी रह सकती है। और यह एलर्जी ‌‌‌की वजह से हो सकता है।

हल्की जलन, चुभन या झुनझुनी जैसे इसके दुष्प्रभाव भी होते हैं। हालांकि यह हर किसी के अंदर दिखाई नहीं देते हैं। बस कुछ ही लोगों को इसके दुष्प्रभावों का सामना करना पड़ता है। बाकि तो आप समझ सकते हैं कि यह कितनी उपयोगी क्रीम होती है।

‌‌‌इस दवा को आप आंख नाक और मुंह के आस पास को छोड़कर कहीं पर भी लगा सकते हैं। दवा लगाने के बाद अपने हाथों को अच्छी तरह से साफ कर लेना चाहिए । यदि दवा के उपयोग करने के बाद भी यदि समस्या के अंदर किसी भी तरह का सुधार नहीं हो रहा है तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए ।

पेर्निल 5% क्रीम एक एंटीपैरासिटिक दवा है. यह छोटे कीड़ों (माइट्स) और उनके अंडों को मारकर काम करता है, जो कि खुजली का कारण बन सकते हैं। इसके अलावा यह सिर की जू को भी मारने का काम करता है।

Gentamicin cream

1 वर्ष और उससे अधिक उम्र के बच्चों में कुछ बैक्टीरिया के कारण होने वाले त्वचा संक्रमण के इलाज के लिए किया जाता है। सामयिक जेंटामाइसिन एंटीबायोटिक नामक दवाओं के एक वर्ग में है। यह संक्रमण पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मारकर काम करता है।

और इसका प्रयोग त्वचा के अंदर के संक्रमण के लिए आता है और इसको ‌‌‌ त्वचा पर दिन मे 3 से 4 बार लगाया जाता है। इसके अलावा आप इसके बारे मे अपने डॉक्टर से भी परामर्श कर सकते हैं। और जो निर्देश आपके डॉक्टर देते हैं उस हिसाब से ही आपको काम करना चाहिए ।इसके अलावा आप लेबल पर दिये गए निर्देशों को पढ़ सकते हैं। और उसका पालन कर सकते हैं।

 ‌‌‌इस दवा का प्रयोग करते समय इस बात की सावधानी बरते की यह दवा आपके आंखों के अंदर या फिर नाक और मुंह के अंदर नहीं जाए । और यदि दवा काफी लगाने के बाद भी लक्षणों के अंदर किसी भी तरह का सुधार नहीं आता है तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और आपके डॉक्टर जो निर्देश आपको देते हैं। उसके हिसाब ‌‌‌ से आपको कार्य करने की आवश्यकता होगी तो आप समझ सकते हैं कि आपको क्या करना होगा ।

  • विटामिन, पोषक तत्वों की खुराक, और हर्बल उत्पाद ले रहे हैं तो आपको अपने डॉक्टर को इसके बारे मे बताने की आवश्यकता होती है ताकि सब कुछ ठीक हो सके और साइड इफेक्ट के बारे मे आसानी से पता लगाया जा सके ।
  • ‌‌‌यदि आप गर्भवती हैं या आप स्तनपान करवा रही हैं तो आपको अपने डॉक्टर को इसके बारे मे बताने की जरूरत होगी ताकि यदि कोई समस्या है तो वह ठीक हो जाए ।
  •  जेंटामाइसिन से एलर्जी होने की दशा मे आप अपने डॉक्टर को इसके बारे मे बता सकते हैं। और  जेंटामाइसिन से एलर्जी होने पर इस दवा का प्रयोग करना तुंरत ‌‌‌ ही बंद करदें और उसके बाद आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें डॉक्टर जो निर्देश देते हैं उसका पालन करें ।

dermiford cream

‌‌‌यह क्रीम लालिमा सूजन और खुजली की समस्या को दूर करने का काम करती है।यह दवा केवल बाहरी उपयोग के लिए है। और इस दवा का उपयोग सिर्फ डॉक्टर के निर्देश पर ही किया जाना चाहिए । दवा का प्रयोग करने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से धोना चाहिए ।उसके बाद आपको दवा प्रभावित क्षेत्र पर लगाने की जरूरत ‌‌‌ है। इसके अलावा आप यह कर सकते हैं कि दवा किसी भी तरह से मुंह या आंख के अंदर ना जाए । इसके लिए आपको सावधानी बरतने की जरूरत होगी ।

जलन, जलन, खुजली और लालिमा जैसे इस दवा के साइड इफेक्ट हो सकते हैं। लेकिन आपको चाहिए कि यह अधिकतर केस मे नहीं होते हैं। लेकिन यदि आपको किसी भी तरह के गम्भीर साइड इफेक्ट दिखाई देते हैं तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए । वही आपको किसी तरह से जवाब देने मे सक्षम होंगे ।

‌‌‌इसके अलावा यदि आप हाल ही मे किसी तरह की दवा का सेवन कर रहे हैं तो उसके बारे मे अपने डॉक्टर को बताने की जरूरत है। इसके अलावा यदि आप गर्भवति महिला हैं तो भी अपने डॉक्टर को इसके बारे मे बताने की जरूरत है। और यदि आप स्तनपान करवाती हैं तो इसके बारे मे अपने डॉक्टर से चर्चा करें ।

‌‌‌यह दवा सूक्ष्मजीवों  की वजह से होने वाले संक्रमण को सही करने का काम करता है।जिससे कि संक्रमण से राहत मिलती है और खुजली को दूर करता है सूजन को भी दूर करने का काम करता है।दवा का प्रयोग सही तरीके से किया जाना चाहिए और कोर्स को पूरा करना चाहिए वरना संक्रमण वापस हो सकता है। इसके बारे मे आपको ‌‌‌ध्यान रखने की जरूरत है।

Termiford cream

‌‌‌यह दवा भी त्वचा के संक्रमण को दूर करने का काम करती है। यह त्वचा के सूजन और खुजली व लालिमा को कम करने का काम करती है और सूक्ष्मजीवों को मारने का काम भी इसी दवा का होता है।और यह दवा केवल बाहरी उपयोग के लिए होती है। इस दवा को लगाने का तरीका भी बहुत अधिक सरल होता है। आप आसानी से इसका उपयोग कर ‌‌‌सकते हैं। दवा को लगाने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से धोंए और उसके बाद हाथों को तौलिय की मदद से पौंछ लें उसके बाद दवा को प्रभावित स्थान पर अच्छी तरह से लगाएं ।जब तक आप पूरी तरह से ठीक नहीं हो  जाते हैं तब तक आपको इस दवा का प्रयोग किया जाना चाहिए । यदि आप ‌‌‌ इस दवा का प्रयोग बीच मे ही रोक देते हैं तो उसके बाद समस्या हो सकती है और लक्षण वापस आ सकते हैं। इसलिए इस दवा का प्रयोग पूरी तरह से सही तरीके से किया जाना जरूरी हो जाता है।यदि दवा का उपयोग करने के बाद चकत्ते, खुजली, सूजन, सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं आपको होती हैं तो आपको चाहिए कि ‌‌‌ आप एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करें और तब तक इस दवा का उपयोग करना बंद करदें। यही आपके लिए सही होगा ।इसके अलावा यदि आप हाल ही मे किसी भी प्रकार की दवा ले रहे हैं तो अपने डॉक्टर को इसके बारे मे बताएं । और यदि आप एक गर्भवती महिला हैं या फिर आप किसी भी तरह का स्तनपान करवा रही हैं तो आपको ‌‌‌इसके बारे मे अपने डॉक्टर से बताने की आवश्यकता है। और यदि दवा का उपयोग करने के बाद भी लक्षणों मे किसी भी तरह का सुधार दिखाई नहीं दे रहा है तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क किया जाना चाहिए और आपको डॉक्टर जो निर्देश देता है उसका पालन करना जरूरी है।

यह सूक्ष्मजीवों को पैदा करने वाले संक्रमण के विकास को मारता है और रोकता है, जिससे संक्रमण साफ हो जाता है और लक्षणों से राहत मिलती है।और यह लालिमा और सूजन को भी कम करने का काम करती है। आप इस दवा को किसी भी मेडिकल स्टोर से आसानी से खरीद सकते हैं।

‌‌‌खुजली की दवा का नाम

‌‌‌दोस्तों अब तक हमने खुजली की क्रीम के बारे मे जाना दोस्तों इसके अलावा आयुर्वेदिक खुजली की दवा के बारे मे भी हम जान चुके हैं। आइए अब जानते हैं कि खुजली की अंग्रेजी दवा कौनसी हैं। यह वे दवाएं हैं जोकि आपके शरीर के अंदर जाकर खुजली को रोकने का काम करती हैं। और इन दवाओं का प्रयोग करते समय आपको कई ‌‌‌ तरह की सावधानियों का प्रयोग करना चाहिए । यदि आप पहले से कोई दवा ले रहे हैं तो इसके बारे मे अपने डॉक्टर को बताना जरूरी होता है। और यदि आप पहले से कोई दवा नहीं ले रहे हैं तो कोई समस्या नहीं है। इसके अलावा आपको किसी तरह की समस्या तो नहीं है इसके बारे मे भी अपने डॉक्टर को बताएं ।

‌‌‌क्योंकि कुछ समस्याएं ऐसी होती हैं जिनके अंदर इन दवाओं का सेवन नहीं किया जाता है क्योंकि यह समस्याओं को और अधिक बदतर बनाने का काम कर सकती हैं।

‌‌‌इस तरह से आइए जानते हैं वे कौनसी दवाएं हैं जोकि खुजली को रोकने मे मदद कर सकती हैं ? इसके अलावा इन दवाओं का प्रयोग तभी किया जाना चाहिए जब डॉक्टर इनको लिखकर देता है। यदि डॉक्टर इनको लिखकर नहीं देता है तो आपको इन दवाओं का प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए ।

Alclometasone Dipropionate

‌‌‌इस दवा का उपयोग त्वचा की समस्याएं जैसे  एक्जिमा , डर्मेटाइटिस , एलर्जी , रैश  और लालिमा और खुजली आदि के लिए किया जाता है।दोस्तों यह दवा भी एक क्रीम के रूप मे आती है। लेकिन हम इसका विवरण यहां पर दे रहे हैं।इस दवा का उपयोग करने से पहले आपको अपने हाथों को धोकर सुखा लेना चाहिए और उसके बाद ‌‌‌आप तौलिया से अपने हाथों को साफ कर लें। फिर इस दवा की एक पतली परत को प्रभावित क्षेत्र के अंदर लगाएं । ऐसा करने से समस्या से राहत मिलेगी ।दवा का प्रयोग करने के बाद इसके उपर किसी भी तरह से प्लास्टिक को लपेटना या फिर ढकना नहीं चाहिए क्योंकि यह सही नहीं होगा ।‌‌‌और इस दवा को निगलने से बचना जरूरी हो ता है। इस दवा को आंख और मुंह से दूर रखना भी जरूरी होता है।

‌‌‌इस दवा का प्रयोग करने के बाद अपने हाथों को अच्छी तरह से धो लें। और दवा का पूरा कोर्स करना जरूरी होता है। यदि आप इसे बीच मे ही छोड़ देते हैं तो लक्षण फिर से प्रकट हो सकते हैं तो आपको चाहिए कि आप दवा का प्रयोग तब तक करें जब तक कि पूरा संक्रमण गायब ना हो गया हो ।

‌‌‌दोस्तों यदि कोई गर्भवति महिला इसका प्रयोग कर रही है तो उसे डॉक्टर से संपर्क करके ही प्रयोग करना चाहिए । इसके अलावा स्तनपान करने वाली महिलाओं को भी इसका प्रयोग डॉक्टर से पूछ कर करना चाहिए । यदि इस क्रीम का लगातार प्रयोग करने के बाद भी आपके लक्षणों के अंदर किसी भी तरह का कोई सुधार नहीं ‌‌‌ दिखाई दे रहा है तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करने की आवश्यकता है। और आपके डॉक्टर जो भी निर्देश देते हैं उसे पूरा करने की जरूरत है।

khujli ki dawa ka naam Hydroxyzine Hcl – Uses, Side Effects

Hydroxyzine Hcl भी एक इस प्रकार की टेबलेट होती है जोकि आपके शरीर के अंदर खुजली को कम करने के लिए प्रयोग मे ली जाती है। यह आपके शरीर की एलर्जी प्रतिक्रिया को कम करती है। और इस दवा का प्रयोग सर्जरी के बाद भी किया जाता है।इस दवा का सेवन आप कर रहे हैं तो आपको ‌‌‌चाहिए कि आप इस दवा का प्रयोग अपने डॉक्टर के बताए गए मानक के हिसाब से करें। और यदि आप इस दवा का उपयोग तरल रूप मे कर रहे हैं तो सही माप कर लें। इसके लिए आप दवा के उपर आने वाले ढक्कन का प्रयोग कर सकते हैं ताकि सही मात्रा शरीर के अंदर जाए ।

‌‌‌आपकी उम्र के अनुसार यह ,खुराक अलग अलग हो सकती है। इसके अलावा इसकी खुराक लिंग के आधार पर भी अलग अलग हो सकती है। इसके बारे मे अपने डॉक्टर से पूछना अधिक बेहतर होगा ।

उनींदापन, चक्कर आना , धुंधली दृष्टि , कब्ज या शुष्क मुँह  आदि इस दवा के दुष्प्रभाव हो सकते हैं। यदि कुछ भी दुष्प्रभाव दिखाई देते हैं तो आपको एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए । दवा के फायदे  को देखते हुए आपके डॉक्टर ही आपके लिए इसको निर्धारित करते हैं।

बेचैनी, भ्रम, मतिभ्रम ), कंपकंपी (कंपकंपी), पेशाब करने में कठिनाई।अनियमित दिल की धड़कन, गंभीर चक्कर आना, बेहोशी आदि लक्षण यदि आपको दिखाई दे रहे हैं तो जल्दी से जल्दी आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा । इसके अलावा इस दवा के सेवन करने से दुर्लभ मामले के अंदर एलर्जी ‌‌‌ होती है। यदि इस दवा के सेवन करने के बाद आपको एलर्जी की समस्याएं हो रही हैं तो उसके लिए भी आपको एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए । इस दौरान आप दवा का सेवन कुछ समय तक रोक सकते हैं।

khujli ki dawa ka naam Vistaril

Vistaril भी एक तरह की दवा का नाम है और इसका प्रयोग एलर्जी के लिए ही किया जाता है।यह चिंता का ईलाज करने और सर्जरी के पहले या बाद मे काम मे आती है। इसका सेवन डॉक्टर के परामर्श के बाद ही करना जरूरी होता है।

‌‌‌यह दवा कोई क्रीम नहीं है। यह मुंह के अंदर लेने के लिए है। इसका सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से संपर्क करकें और डॉक्टर जितनी इसकी खुराक को बताता है उस हिसाब से आपको यह दवा का सेवन किया जाना चाहिए ।

‌‌‌इसके अलावा बच्चों के अंदर वजन के आधार पर खुराक हो सकती है। इसकी खुराक लिंग के आधार पर अलग अलग हो सकती है। खुराक उतनी ही आपको लेनी चाहिए जितनी की आपको बताया गया है। और खुराक के अंदर किसी भी तरह से वृद्धि नहीं करना चाहिए । वरना यह घातक साबित हो सकती है।

‌‌‌यदि दवा के उपयोग करने के बाद भी आपके लक्षणों के अंदर किसी भी तरह का सुधार नहीं हो रहा है तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और आपके डॉक्टर जो निर्देश देते हैं उनका पालन आपको करना चाहिए ।

बेचैनी, भ्रम, मतिभ्रम ), कंपकंपी (कंपकंपी), पेशाब करने में कठिनाई।अनियमित दिल की धड़कन, गंभीर चक्कर आना, बेहोशी आदि लक्षण यदि दवा लेने के बाद दिखाई देते हैं तो आपको जल्दी से जल्दी डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और उस दवा को कुछ समय के लिए प्रयोग करना बंद कर देना चाहिए ।

‌‌‌वैसे तो इस दवा के सेवन करने से किसी भी तरह की एलर्जी नहीं होती है। लेकिन यदि एलर्जी हो रही है जैसे चेहरे मे सूजन होना ,सांस लेने मे कठिनाई होना ,खुजली होना । तो आपको जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर से संपर्क किया जाना चाहिए । और आपके डॉक्टर जो निर्देश देता है। उसे पूरा करना चाहिए ।

Hydroxyzine Pamoate

Hydroxyzine Pamoate भी एक इसी तरह की दवा है जोकि एलर्जी प्रतिक्रिया को रोकने के लिए प्रयोग होती है। और यह खास तौर पर खुजली को कम करने के लिए बनाई गई है। इस दवा का प्रयोग डॉक्टर के परामर्श से ही करना चाहिए नहीं तो नुकसान हो सकता है। ‌‌‌यह सर्जरी के पहले और बाद मे नींद और आराम महसूस करवाने के लिए भी दिया जाता है।यदि हम इस दवा की खुराक की बात करें तो इस दवा को डॉक्टर के निर्देश के अनुसार ही लेना चाहिए । और इसकी जो खुराक होती है वह उम्र और लिंग के आधार पर व वजन के आधार पर अलग अलग हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए

‌‌‌यदि दवा के लगातार प्रयोग करने के बाद भी आपके लक्षणों मे किसी भी तरह से सुधार नहीं हो रहा है तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करने की आवश्यकता है।

उनींदापन, चक्कर आना , धुंधली दृष्टि , कब्ज या शुष्क मुँह इसकी समस्या हो सकती है। यदि यह लक्षण अधिक गम्भीर दिखाई देते हैं तो आपको इस दवा का सेवन करना रोक देना चाहिए और अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए ।

बेचैनी, भ्रम, मतिभ्रम ), कंपकंपी (कंपकंपी), पेशाब करने में कठिनाई।अनियमित दिल की धड़कन, गंभीर चक्कर आना, बेहोशी आदि लक्षण इस दवा को लेने के बाद यदि आपको दिखाई दे रहे हैं तो आपको जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर से संपर्क करने की आवश्यकता है। इस दौरान आप दवा लेना बंद कर सकते हैं।

‌‌‌इसके अलावा हम इस दवा से एलर्जी की बात करें तो यह दवा आमतौर पर एलर्जी पैदा नहीं करती है। लेकिन यदि इस दवा को लेने के बाद किसी भी तरह की एलर्जी होती है तो उसके बाद आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए । इसके अंदर आपके चेहरे पर सूजन आ सकता है या फिर चेहरे पर दाने जैसा हो सकता है या फिर खुजली हो ‌‌‌ सकती है।

Triamcinolone Acetonide Cream

Triamcinolone Acetonide Cream एक प्रकार की निगलने की दवा नहीं है। असल मे यह दवा है त्वचा पर लगाने की । दोस्तों यह क्रीम खुजली को दूर करने के लिए विशेष तौर पर प्रयोग की जाती है। यदि किसी को खुजली की समस्या है तो वह इस क्रीम का उपयोग कर सकता है। ‌‌‌और इस क्रीम को उपयोग करने का तरीका यह है कि आप इस क्रीम को लगाने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से धोएं और उसके बाद उनको तौलिया से पूंछें। फिर आपको करना यह है कि आप जिस भी भाग के अंदर खुजली हो रही है उस भाग को भी अच्छी तरह से धोना होगा और फिर इस पर क्रीम को लगाएं । यह दिन के अंदर 3 बार ‌‌‌प्रयोग मे होती है।

‌‌‌यदि क्रीम के प्रयोग करने के बाद भी लक्षणों के अंदर किसी भी तरह का सुधार नहीं दिखाई दे रहा है तो फिर आपको अपने डॉक्टरों से संपर्क किया जाना जरूरी हो जाता है।

जलन, खुजली , जलन या सूखापन जैसी समस्याएं इस दवा की वजह से हो सकती है। हालांकि यह सब लंबे समय तक रहने वाली नहीं होती हैं। और कुछ समय बाद अपने आप ही ठीक हो जाती हैं। लेकिन यदि यह अपने आप ही ठीक नहीं होती हैं तो आपको चाहिए कि आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें और जो आपका डॉक्टर कहता है उसको पूरा ‌‌‌करें । दोस्तों इस दवा के प्रयोग से एलर्जी तो कम ही होती है। लेकिन इस दवा से किसी भी तरह से जैसे  दाने , खुजली / सूजन (विशेषकर चेहरे / जीभ / गले की), गंभीर चक्कर आना , सांस लेने में परेशानी ।आदि आपको दिखाई देती है तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करने की आवश्यकता है। इसके अलावा इस दवा का ‌‌‌प्रयोग करने के बाद भी लक्षणों मे किसी भी तरह का सुधार नहीं दिखाई देता है तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क किया जाना चाहिए ।

खुजली की दवा का नाम Atarax Tablet

Atarax Tablet  भी एक तरह की खुजली और एलर्जी की दवा है।इस दवा का प्रयोग सर्जरी के पहले और सर्जरी के बाद मे किया जा सकता है।इस दवा का प्रयोग दिन मे 2 से 3 बार कर सकते हैं। जैसा कि आपका डॉक्टर आपको निर्देश देता है। उतनी बार ही आपको ‌‌‌इसका प्रयोग करना चाहिए इसके अलावा ।इसको मापने के लिए सही उपकरण का प्रयोग करना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा । ओवर डोज से हमेशा बचना चाहिए । वरना नुकसान हो सकता है।यह दवा बच्चों मे लिंग और उम्र के आधार पर अलग अलग खुराक दी जा सकती है। ‌‌‌यदि दवा के सेवन करने के बाद भी आपकी स्थिति के अंदर कोई भी सुधार नहीं हो रहा है तो आपको इस दवा का सेवन करना बंद कर देना चाहिए ।

उनींदापन, चक्कर आना , धुंधली दृष्टि , कब्ज या शुष्क मुँह इसके दुष्प्रभाव हो सकते हैं। यदि दवा लेने के बाद यह लक्षण दिखाई देते हैं तो इसके लिए आपको डॉक्टरों से संपर्क किया जाना चाहिए ।

मनोदशा में बदलाव (जैसे बेचैनी, भ्रम, मतिभ्रम ), कंपकंपी (कंपकंपी), पेशाब करने में कठिनाई जैसी समस्याएं आती हैं तो आपको दवा का उपयोग करना बंद करके अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और उनके निर्देर्शों का पालन किया जाना चाहिए ।

‌‌‌दाने ,खुजली सांस लेने मे कठिनाई और मुंह मे सूजन आदि एलर्जी के लक्षण हो सकते हैं जोकि इस दवा से हो सकती है। यदि किसी को इस दवा के सेवन करने के बाद एलर्जी की समस्या होती है तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क किया जाना चाहिए । ‌‌‌और तब तक आप यह दवा लेना बंद कर सकते हैं।

Benadryl

Benadryl एक तरह से अलग किस्म की दवा होती है। जिसका उपयोग दाने और खुजली के अंदर किया जा सकता है। लेकिन यह सबसे अधिक एलर्जी फिवर और सर्दी के लक्षणों को दूर करने के लिए प्रयोग मे ली जाती है। दाने , खुजली , आंखों से पानी आना, आंखों /नाक/गले में खुजली, खांसी , नाक बहना और छींक आना आदि ‌‌‌समस्याओं को यह ठीक करने के लिए जानी जाती है।इसके अलावा यह मतली चक्कर और उल्टी को ठीक करने का काम भी करती है।

‌‌‌आंखों का बहना और नाक का बहना आदि को भी यह दवा कम करती हैं। इस दवा का उपयोग 6 साल से कम उम्र के बच्चों पर तब तक नहीं किया जाना चाहिए जब तक कि आप डॉक्टर से परामर्श लेंलें। 6 साल तक के बच्चों पर यह प्रभावी नहीं होती है।और 12 साल से कम उम्र के बच्चों को भी इस दवा का प्रयोग नहीं करना चाहिए । ‌‌‌क्योंकि यह इसके लिए फायदेमंद नहीं होती है। इस तरह से दोस्तों इस दवा का प्रयोग ठीक तरीके से किया जाना जरूरी होता है।

‌‌‌इस दवा का उपयोग करने से पहले पैकेज पर दिये गए सभी तरह के निर्देशों को अच्छी तरह से पढ़ें और उनका पालन करें । इसके अलावा इस दवा को भोजन के बाद लिया जा सकता ह। इसके लिए आपको सही तरीके से माप के उपकरणों का प्रयोग करना होगा ताकि किसी भी तरह की ओवर डोज की समस्या नहीं हो ।

‌‌‌आमतौर पर तरल दवाओं के अंदर मापने के लिए एक ढक्कन दिया हुआ आता है जिसका प्रयोग आप कर सकते हैं।इस दवा को आप पानी के साथ भी ले सकते हैं।मोशन सिकनेस से बचने के लिए , यात्रा जैसी गतिविधि शुरू करने से 30 मिनट पहले अपनी खुराक लें। आपको सोने में मदद करने के लिए, अपनी खुराक सोने से लगभग 30 मिनट पहले लें।

‌‌‌यदि दवा का उपयोग करने के बाद भी लक्षणों मे किसी भी तरह का सुधार नहीं हो रहा है तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करने की आवश्यकता है।

उनींदापन, चक्कर आना , कब्ज , पेट खराब, धुंधली दृष्टि या शुष्क मुँह आदि लक्षण इस दवा के हो सकते हैं। यदि यह लक्षण दिखाई देते हैं तो जल्दी से जल्दी डॉक्टर से संपर्क किया जाना जरूरी हो जाता है।मानसिक / मनोदशा में बदलाव (जैसे बेचैनी, भ्रम), पेशाब करने में कठिनाई, तेज़ / अनियमित दिल की धड़कन। आदि ‌‌‌ लक्षण यदि आपको दिखाई दे रहे हैं तो आपको जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर से संपर्क किया जाना चाहिए ।

‌‌‌वैसे तो इस दवा के सेवन करने से किसी भी तरह की एलर्जी नहीं होती है। लेकिन आपको किसी भी तरह की एलर्जी दिखाई देती है जैसे शरीर मे खुजली होना और सूजन आना सांस लेने मे कठिनाई तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें ।

Diphenhydramine Hcl

Diphenhydramine Hcl  की मदद से एलर्जी फिवर और सामान्य सर्दी के लक्षणों को दूर करने का काम किया जाता है। इन लक्षणों में दाने , खुजली , आंखों से पानी आना, आंखों /नाक/गले में खुजली, खांसी , नाक बहना और छींक आना शामिल हैं । और आपको बतादें कि इस दवा का उपयो मोशन की वजह से उल्टी

‌‌‌ आने से रोकने के लिए भी किया जाता है।हिस्टामाइन को यह अवरूद्ध करने के बाद यह काम करती है। इस दवा का उपयोग 6 साल  से कम उम्र के बच्चों पर नहीं करना चाहिए । क्योंकि यह उनके लिए प्रभावी नहीं है। यदि आप इसको 6 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए करते हैं तो इस दवा से बच्चों को नुकसान पहुंच सकता ‌‌‌ है।

‌‌‌और यदि आप इस दवा का उपयोग किसी 12 साल के बच्चें के लिए कर रहे हैं तो सबसे पहले अपने डॉक्टर से इसके बारे मे पूछें और उसके बाद ही आपको इस दवा का प्रयोग करना चाहिए तभी आपके लिए यह बेहतर होगी ।

Diphenhydramine Hcl  को प्रयोग करने से पहले इसके बारे मे सारी जानकारी को अच्छी तरह से पढ़लें और उत्पाद पर लिखा हुआ देखलें ।और अपने डॉक्टर से संपर्क करें। इस दवा की सही खुराक लेना जरूरी है यदि यह तरल के रूप मे है तो इसको मापने के लिए सही चीज का प्रयोग करना जरूरी हो जाता है।

‌‌‌इस दवा को आप भोजन के साथ ले सकते हैं। यदि यह टेबलेट के रूप मे है तो भोजन के बाद आप पानी के साथ इसको ले सकते हैं। लेकिन आपको ध्यान देना है। कि दवा लेने के बाद आपके लक्षणों के अंदर किसी भी तरह का सुधार नहीं दिखाई दे रहा है तो जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर से संपर्क करना बहुत ही जरूरी हो जाता ‌‌‌ है।

उनींदापन, चक्कर आना , कब्ज , पेट खराब, धुंधली दृष्टि या शुष्क मुँह  आदि इसके दुष्प्रभाव हो सकते हैं। यदि आपको स्थिति खराब लग रही है तो अपने डॉक्टर से जल्दी से जल्दी संपर्क करना चाहिए । इसके अंदर आपकी भलाई है।मनोदशा में बदलाव (जैसे बेचैनी, भ्रम), पेशाब करने में कठिनाई, तेज़ / अनियमित दिल की धड़कन। ‌‌‌जैसे दौरा पड़ना जैसी समस्याएं हो रही हैं तो अपने डॉक्टर को संपर्क करना चाहिए । और आपको जो डॉक्टर निर्देश देता है उनका पालन भी किया जाना चाहिए ।

‌‌‌हालांकि इस दवा से एजर्ली होने के चांस बहुत ही कम होते हैं। लेकिन यदि इस दवा की वजह से किसी तरह की एलर्जी जैसे खुजली सूजन या चेहरे पर चकते या फिर सांस लेने मे कठिनाई हो रही है तो अपने डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी हो जाता है।

Doxylamine Succinate Tablet

Doxylamine Succinate Tablet के बारे मे सीधे तौर पर देखा जाए तो यह खुजली की टेबलेट नहीं है। यह बस एलर्जी को दूर करने के लिए प्रयोग मे आती है। खास तौर पर नाक बहने की समस्या और सर्दी के लक्षणों को दूर करने मे यह काफी मदद करती है। कुल मिलाकर यह एक अच्छी दवा है। इस दवा का प्रयोग 6 साल से कम उम्र के ‌‌‌बच्चों के अंदर नहीं किया जाना चाहिए वरना नुकसान हो सकता है।यदि आप इस दवा का प्रयोग 12 साल तक के बच्चे के लिए कर रहे हैं तो उसको दवा की खुराक के बारे मे अपने डॉक्टर से संपर्क करें और उस हिसाब से आपको काम करना चाहिए । ‌‌‌यदि आप पहले से किसी तरह की दवा का सेवन कर रहे हैं तो इसके बारे मे अपने डॉक्टर को बताएं और इसके अलावा आपको यह भी बतादें कि बच्चों को सुलाने के लिए इस तरह की दवा का सेवन नहीं करना चाहिए । यह उनके लिए ठीक नहीं होगा ।

‌‌‌यदि हम इस दवा के खुराक की बात करें तो इस दवा के पैकेज पर दिये गए निर्देशों को ठीक तरह से पढ़ें । इसके अलावा दवा की खुराक के लिए आप अपने डॉक्टर से भी संपर्क कर सकते हैं। यदि यह टेबलेट फोर्म मे है तो दवा को भोजन के बाद ले सकते हैं। यदि यह तरल रूप मे है तो इसको नापने के लिए उपकरण का प्रयोग ‌‌‌ करें क्योंकि सही मात्रा मे दवा लेना बहुत ही जरूरी होता है। यदि आप सही मात्रा मे दवा नहीं लेते हैं तो उसके बाद समस्या हो सकती है।

‌‌‌इस दवा की खुराक लिंग उम्र आदि के आधार पर अलग अलग हो सकती है। दुष्प्रभाव उनींदापन, चक्कर आना , सिरदर्द , कब्ज , पेट खराब, धुंधली दृष्टि , समन्वय में कमी, या शुष्क मुँह  आदि इसके दुष्प्रभावों के अंदर आते हैं। यदि यह लक्षण किसी को दिखाई देते हैं तो उसे जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर को संपर्क करना बहुत ही जरूरी हो जाता है।मनोदशा में बदलाव (जैसे मतिभ्रम , चिड़चिड़ापन, घबराहट, भ्रम), कानों में बजना , पेशाब करने में परेशानी, आसान चोट / रक्तस्राव, तेज / अनियमित दिल की धड़कन। ‌‌‌जैसे लक्षण अधिक दिखाई दे रहे हैं तो आपको जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर से संपर्क करने की जरूरत होगी । दोस्तों इस दवा के प्रयोग से एलर्जी की समस्या काफी दुर्लभ होती है। तो दवा लेने के बाद आपको किसी भी तरह की एलर्जी जैसे खुजली होना चेहरे पर सूजन या फिर सांस लेने मे परेशानी आदि दिखाई देती है। ‌‌‌ तो जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर से संपर्क किया जाना चाहिए और दवा लेना बंद कर देना चाहिए ।

Doxylamine Succinate Tablet

Doxylamine Succinate Tablet मुख्य तौर पर एक एलर्जी की समस्या को दूर करने का काम करती है।इसके अंदर नाक बहना ,आंख बहना और छींकना जैसे लक्षणों से राहत देने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है।और यदि आप इस दवा को 6 साल से कम उम्र के बच्चों को देते हैं तो वह इसके लिए ‌‌‌सुरक्षित नहीं है।2 साल से कम उम्र के बच्चों को 25 मिलीग्राम की गोलियां न दें, जब तक कि डॉक्टर द्वारा निर्देशित न किया जाए। इसके बारे मे आपको अपने डॉक्टर से एक बार संपर्क करने की आवश्यकता है।इस दवा का प्रयोग बच्चों को सुलाने के लिए नहीं करना चाहिए और इन दवाओं को काफी गम्भीर दुष्प्रभाव होते ‌‌‌ हैं।

 इस वजह से इसकी खुराक को समय पर सही तरीके से लेना जरूरी होता है।यदि हम इसके इस्तेमाल करने के तरीके के बारे मे बात करें तो सबसे पहले इसके लेबल को अच्छी तरीके से पढ़ लें ।और अपने डॉक्टर से संपर्क करें आपका डॉक्टर जो निर्देश देता है वही आपको पालन करना होगा ।

‌‌‌आमतौर पर इस दवा का सेवन भोजन के बाद ही करना चाहिए । आप इसको पानी के साथ ले सकते हैं या फिर इसका सेवन दूध के साथ भी किया जा सकता है। यदि आप दवा तरल के रूप मे ले रहे हैं तो आपको मापने के लिए किसी उपकरण का प्रयोग करने की जरूरत है। क्योंकि सही मात्रा मे दवाई लेना काफी जरूरी हो जाता है।

उनींदापन, चक्कर आना , सिरदर्द , कब्ज , पेट खराब, धुंधली दृष्टि , समन्वय में कमी, या शुष्क मुँह  इस दवा के दुष्प्रभाव के लक्षण हो सकते हैं। यदि आपको इसी तरह के लक्षण दिखाई देते हैं तो आपको जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और डॉक्टर के निर्देशें का पालन करना चाहिए ।

मनोदशा में बदलाव (जैसे मतिभ्रम , चिड़चिड़ापन, घबराहट, भ्रम), कानों में बजना , पेशाब करने में परेशानी, आसान चोट / रक्तस्राव, तेज / अनियमित दिल की धड़कन जैसे लक्षण आपको दिखाई देते हैं जो आपको जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर को संपर्क किया जाना चाहिए ।और दवा को लेना भी बंद कर देना चाहिए । यही आपके ‌‌‌ लिए काफी जरूरी हो जाएगा ।

और यदि इस दवा से एलर्जी की बात करें तो इससे कम ही चांस है कि एलर्जी हो । आमतौर पर इस दवा के सेवन के बाद चेहरे पर सूजन खुजली और सांस लेने मे समस्या होती है तो यह एलर्जी के लक्षण हो सकते हैं। इसके लिए आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करने की आवश्यकता है।

Hydrocortisone Plus Cream

Hydrocortisone Plus Cream एक ऐसी दवा है जोकि कई तरह की समस्याओं के ईलाज के लिए उपयोग मे ली जाती है। इसके अंदर एक्जिमा , जिल्द की सूजन , एलर्जी , दाने , और खुजली । दोस्तों यह त्वचा की खुजली और लालिमा को कम करने का काम करती है।आपको चाहिए कि आप इस दवा का इस्तेमाल ‌‌‌केवल त्वचा के उपर ही करें । किसी भी तरह से इस दवा को निगले नहीं । दवा का प्रयोग करने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से साफ कर लें और उसके बाद प्रभावित स्थान पर आप इस दवा को लगा सकते हैं।

‌‌‌दवा आपने जिस भी खुजली वाले स्थान पर प्रयोग की है उसे किसी भी चीज से लपेटना नहीं चाहिए और पट्टी का प्रयोग भी नहीं करना चाहिए । दिन के अंदर 4 बार इस दवा का प्रयोग कर सकते हैं। बाकि आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें वही आपको सब कुछ बताएंगे। ‌‌‌इस दवा को अपने मुंह और नाक आंखों मे लगाने से बचे हाथों से दवा लगाने के बाद हाथों को अच्छी तरह से धोना जरूरी है। यदि दवा का लगातार 7 दिन तक प्रयोग करने के बाद भी लक्षणों मे किसी भी तरह का सुधार नहीं आ रहा है तो अपने डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी हो जाता है।

चुभन, जलन, जलन, सूखापन या लालिमा और बालों का असामान्य रूप से बढ़ना आदि इसके दुष्प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।वैसे तो इस दवा के दुष्प्रभाव नहीं होते हैं लेकिन इस दवा को लेने के बाद एलर्जी की समस्या हो सकती है। खास तौर पर दवा के उपयोग करने से त्वचा के अंदर खुजली ‌‌‌और सुजन व सांस लेने मे समस्या हो रही है तो आपको इस दवा का प्रयोग करना बंद कर देना चाहिए और अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए । आपको जो डॉक्टर निर्देश देते हैं उनका पालन किया जाना चाहिए ।

Cyproheptadine HCL

‌‌‌इसका उपयोग एलर्जी के लक्षणों जैसे कि आंखों से पानी बहना , नाक बहना , आंखों / नाक में खुजली , छींकने , पित्ती और खुजली को दूर करने  के लिए किया जाता है।यह एक तरह से देखा जाए तो एलर्जी की दवा ही होती है।इस दवा का प्रयोग आप भोजन के बाद कर सकते हैं। भोजन के बाद पानी के साथ या फिर आप इसको दूध के ‌‌‌साथ इस दवा को ले सकते हैं।यदि आप इसका तरल रूप मे प्रयोग कर रहे हैं तो इसकी सही मात्रा को लेना जरूरी हो जाता है क्योंकि आमतौर पर तरल को  हम मापना भूल जाते हैं। इस दवा की खुराक उम्र और लिंग के अनुसार अलग अलग हो सकती है। इसके बारे मे अपने डॉक्टर से संपर्क करें ।

उनींदापन, चक्कर आना , धुंधली दृष्टि , कब्ज या शुष्क मुँह  इस दवा के लक्षण हो सकते हैं।मनोदशा में बदलाव (जैसे बेचैनी, भ्रम, मतिभ्रम ), कंपकंपी (कंपकंपी), पेशाब करने में कठिनाई, तेज़ / अनियमित दिल की धड़कन। आदि लक्षण यदि आपको दिखाई दे रहे हैं तो आपको जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर से संपर्क किया ‌‌‌ जाना चाहिए और इस दवा का उपयोग करना भी बंद कर देना चाहिए । यही आपके लिए सही रहेगा ।

‌‌‌इस दवा के प्रयोग से एलर्जी के लक्षण दुर्लभ हैं लेकिन यदि किसी को यह दवा लेने के बाद किसी भी तरह के एलर्जी के लक्षण जैसे कि खुजली लालिमा और सांस लेने मे समस्या आदि दिखाई देती है तो डॉक्टर को संपर्क किया जाना चाहिए ।

Fluocinonide Cream Topical Corticosteroids

‌‌‌यह दवा मुख्य रूप से त्वचा की समस्याओं के लिए जैसे  एक्जिमा , डर्मेटाइटिस , सोरायसिस , एलर्जी , रैश आदि के लिए किया जाता है। खास तौर खुजली को दूर करने के लिए यह दवा बनाई गई है।यह खुजली और लालिमा को कम करने का काम करती है।

‌‌‌यह एक प्रकार की क्रीम है जोकि त्वचा के लिए ही उपयोगी होती है। इसको निगलना नहीं चाहिए । इस दवा को लगाने का तरीका भी बहुत ही सरल है। बस आपको करना यह है कि सबसे पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से धोना है। उसके बाद दवा को अपनी त्वचा पर लगाना है और फिर से अपने हाथों को साफ करना होगा।  इस तरह से ‌‌‌ आप दवा का प्रयोग कर सकते हैं। आप दिन के अंदर 4 बार दवा का प्रयोग करें । यदि 7 दिन तक दवा के प्रयोग करने के बाद भी लक्षणों के अंदर किसी भी तरह का सुधार नहीं दिखाई दे रहा है तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें ।

‌‌‌इस दवा के प्रयोग से जलन, चुभन, खुजली , सूखापन या लालिमा हो सकती है । लेकिन इससे आपको जरा भी घबराने की आवश्यकता नहीं है। इसका कारण यह है कि दवा का यह प्रभाव कुछ समय बाद अपने आप ही समाप्त हो जाएगा तो आपको चिंता करने की कोई भी आवश्यकता नहीं है।

असामान्य / अत्यधिक थकान, वजन घटना , सिरदर्द , टखनों / पैरों में सूजन , प्यास / पेशाब में वृद्धि, दृष्टि समस्याएं। आपको हो सकती है। यदि यह समस्याएं बदतर होती जा रही हैं तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना  चाहिए और आपका डॉक्टर जो निर्देश देता है उसका भी पालन करना जरूरी हो जाता है।

‌‌‌हालांकि इस दवा के प्रयोग से एलर्जी होने के चांस बहुत ही कम होते हैं। लेकिन यदि दवा लेने के बाद किसी भी तरह के एलर्जी दिखाई दे रही है तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए । खास तौर पर जैसे दाने खुजली चक्कर आना सांस लेने मे कठिनाई आदि ।समस्या यदि आ रही है तो आपको  दवा लेना बंद कर ‌‌‌ देना चाहिए और अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए ।

Diphenhydramine-Zinc Acetate Cream

Diphenhydramine-Zinc Acetate Cream  एक तरह से खुजली के लिए ही प्रयोग मे आती है।इस दवा का उपयोग मामूली जलन / कट / खरोंच, सनबर्न , कीड़े के काटने , त्वचा में मामूली जलन, या ज़हर आइवी , ज़हर ओक , या ज़हर सुमेक से हो रही खुजली का ईलाज करने के लिए ही प्रयोग मे ली जाती है।और यह दवा दर्द से भी राहत ‌‌‌प्रदान करने का काम करती है।दोस्तों इस दवा का प्रयोग 6 साल से कम उम्र के बच्चों को नहीं किया जाना चाहिए । इसके अलावा 12 साल तक के बच्चों को भी इस दवा का सेवन नहीं करना चाहिए । क्योंकि यह उनके लिए घातक हो सकती है। इसके अलावा बच्चों को सुलाने के लिए भी इस दवा का प्रयोग नहीं करना चाहिए ।

‌‌‌यदि बात करें इस दवा के इस्तेमाल की तो इस दवा के इस्तेमाल के लिए सबसे पहले दवा के उपर पैकेज के बारे मे अच्छी तरह से पढ़ें और उसके बाद अपने डॉक्टर से पूछे और जो निर्देश डॉक्टर आपको देता है उसी के हिसाब से आपको करना चाहिए ।

‌‌‌दोस्तों यह एक प्रकार की क्रीम होती है तो इसका यूज करने का तरीका भी बहुत ही अधिक सरल है। सबसे पहले आपको अपने हाथों को  अच्छी तरह से साफ कर लेना चाहिए । और उसके बाद आपको जिस भी स्थान पर समस्या हो रही है इस क्रीम को उसी स्थान पर लगाना चाहिए । ध्यान दें कि क्रीम आपके नाक और मुंह के अंदर ‌‌‌नहीं जानी चाहिए वरना समस्या हो सकती है। और यदि दवा के लंबे समय के उपयोग के बाद भी आपके स्वास्थ्य के अंदर किसी तरह का कोई सुधार नहीं हो रहा है तो आपको चाहिए कि आप एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करें । और उनको सारी बता बताएं ।

‌‌‌इस दवा के प्रयोग से हल्की चुभन जैसा हो सकता है तो उसके बाद दवा के प्रयोग को आपको बंद कर देना चाहिए । और उसके बाद अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए । वैसे तो इस दवा के प्रयोग से एलर्जी कम ही पैदा होती है। लेकिन उसके बाद भी यदि एलर्जी की समस्या हो रही है जैसे कि चेहरे पर सूजन आना खुजली होना ‌‌‌ और चक्कर आना सांस लेने मे कठिनाई तो जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर को संपर्क किया जाना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा ।

Hydrocortisone Plus 12 Cream

कीड़े के काटने , जहर ओक / आइवी, एक्जिमा , जिल्द की सूजन , एलर्जी , दाने , बाहरी महिला जननांगों की खुजली, गुदा खुजली आदि के अंदर इस दवा का प्रयोग किया जाता है।यह एक प्रकार की क्रीम होती है जोकि खुजली को कम करती है और लालिमा को दूर करने का काम करती है।

‌‌‌दोस्तों इस दवा को चेहरे पर प्रयोग नहीं करना चाहिए । दवा को प्रयोग करने का तरीका बहुत ही सरल है। इसके अंदर आपको करना यह है कि सबसे पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से साफ करलें और उसके बाद त्वचा के उपर क्रीम लगाएं और फिर कुछ दिन तक ऐसा ही करें। यदि लक्षणों के अंदर किसी भी तरह का कोई सुधार नहीं ‌‌‌ दिखाई देता है तो उसके बाद अपने डॉक्टर से संपर्क करना काफी जरूरी हो जाता है।

‌‌‌प्रभावित क्षेत्र के उपर दवा को ठीक तरह से लगाएं और दिन मे दो बार या तीन बार लगा सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे की प्रभावित क्षेत्र को ढकना सही नहीं होगा । इसलिए उसे हवा के अंदर खुला रखें। यही आपके लिए सही होगा ।

चुभन, जलन, जलन, सूखापन या लालिमा  जैसी समस्या इस दवा के प्रयोग करने से हो सकती है।और यदि इनमे से कोई भी प्रभाव लंबे समय तक बना रहता है या फिर बिगड़ जाता है तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए । तब तक क्रीम का उपयोग करना भी बंद कर देना चाहिए ।

‌‌‌वैसे तो इस दवा के प्रयोग से एलर्जी की प्रतिक्रिया काफी दुर्लभ होती है। लेकिन दवा के उपयोग करने के बाद सूजन दानें और सूजन और खुजली व सांस लेने मे कठिनाई हो रही है तो दवा का उपयोग करना बंद कर देना चाहिए और उसके स्थान पर डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए डॉक्टर जैसा निर्देश देते हैं उनका पालन ‌‌‌ किया जाना चाहिए ।

Hydrocortisone-Oatmeal-Aloe-E Cream

कीड़े के काटने , जहर ओक / आइवी, एक्जिमा , जिल्द की सूजन , एलर्जी , दाने , बाहरी महिला जननांगों की खुजली, गुदा खुजली आदि समस्याओं के ईलाज के लिए प्रयोग मे ली जाती है।यह सूजन खुजली और लालिमा को कम करने का काम करती है।

‌‌‌यह एक प्रकार की क्रीम होती है जिसका इस्तेमाल आपको सिर्फ त्वचा पर ही करना चाहिए । आपको इस क्रीम का उपयोग चेहरे पर नहीं करना चाहिए और इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि यह नाक और आंखों के अंदर ना जाए । यदि गलती से चली भी जाती है तो कुल्ला करना जरूरी हो जाता है।

‌‌‌यदि आप इसको प्रयोग करने के तरीके के बारे मे जानना चाहते हैं तो इसको प्रयोग करने का तरीका बहुत ही सरल है। इसमे आपके सबसे पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से साफ करना होगा उसके बाद प्रभावित क्षेत्र को अच्छे से साफ करें और फिर इस क्रीम का यूज करें ।

‌‌‌और इसको आप धीरे धीरे प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं । इसका प्रयोग आप दिन मे चार बार कर सकत हैं। और बेहतर यही होगा कि आप इसका  प्रयोग करने से पहले एक बार इसके प्रयोग के बारे मे डॉक्टर से बात करें । इसके अलावा आपको  क्रीम का प्रयोग करने के बाद प्रभावित क्षेत्र को किसी भी कागज और पट्टी से नहीं ढ़कना ‌‌‌ चाहिए । वरना समस्या और अधिक बढ़ सकती है।इस क्रीम का 7 दिन तक लगातार प्रयोग करने के बाद भी यदि लक्षणों के अंदर किसी भी तरह का सुधार नहीं आता है तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना बहुत ही जरूरी हो जाता है।

चुभन, जलन, जलन, सूखापन या लालिमा  आदि इसके लक्षण हो सकते हैं। इसके अलावा बालों का असामान्य रूप से बढ़ना भी इसका एक लक्षण हो सकता है। यदि आपको इस तरह के किसी भी लक्षण नजर आते हैं तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क किया जाना चाहिए यह जरूरी है।

‌‌‌वैसे तो इस क्रीम की वजह से एलर्जी होने की संभावना कम ही होती है लेकिन इस क्रीम के उपयोग करने के बाद सूजन दाने और खुजली व सांस लेने मे समस्या हो रही है तो क्रीम का उपयोग करना तुरंत ही बंद कर देना चाहिए और उसके बाद अपने डॉक्टर से संपर्क किया जाना चाहिए ।

Hydrocortisone-Aloe-Vits A,D,E Cream

कीड़े के काटने , जहर ओक / आइवी, एक्जिमा , जिल्द की सूजन , एलर्जी , दाने , बाहरी महिला जननांगों की खुजली, गुदा खुजली आदि समस्याओं को कम करने के लिए किया जाता है। यह खुजली और सूजन को कम करती है।इस दवा को आपको तभी खरीदना चाहिए जब आपका डॉक्टर आपको पर्ची पर लिखकर देता है। यदि डॉक्टर पर्ची पर ‌‌‌ लिखकर नहीं देता है तो आपको इस क्रीम को नहीं खरीदना चाहिए । यही आपके लिए सही रहेगा ।और इस दवा का इस्तेमाल भी सही ढंग से किया जाना चाहिए । आप चाहें तो इस दवा का इस्तेमाल के बारे मे अपने डॉक्टर से पूछ सकते हैं। या फिर जिस भी मेडिकल स्टोर से आप यह दवा खरीदते हैं उनसे भी पूछ सकते हैं।

‌‌‌वैसे तो इसको प्रयोग करने का तरीका बहुत ही आसान है। इसमें आपको करना यह है कि सबसे पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से साफ कर लेना है। उसके बाद प्रभावित क्षेत्र पर आप यह क्रीम लगा सकते हैं। ध्यान दें कि इस क्रीम को अपने मुंह और नाक के अंदर ले जाने से बचना होगा नहीं तो समस्या हो सकती है।

‌‌‌यदि लगातार 7 दिन तक इस क्रीम का उपयोग करने के बाद भी किसी तरह का लक्षणों के अंदर सुधार नहीं हो रहा है तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए ।इसके अलावा प्रभावित क्षेत्र को किसी भी तरह से ढकर नहीं रखना चाहिए क्योंकि इससे समस्या और अधिक बढ़ जाती है।‌‌‌दवा को लगाने के बाद आपको अपने हाथों को अच्छी तरह से धोना चाहिए नहीं तो दवा आपके पेट मे भी जा सकती है।

चुभन, जलन, जलन, सूखापन या लालिमा  और बालों का असामान्य रूप से बढ़ना इसके दुष्प्रभाव हो सकते हैं। यदि इस तरह के दुष्प्रभाव दिखाई देते हैं तो क्रीम को लगाना बंद कर देना चाहिए और अपने डॉक्टर को इसके बारे मे दिखाना भी जरूरी हो जाता है।और यदि प्रभावित क्षेत्र से खून बहने लगे और खुजली आने लगे तो ‌‌‌ अपने डॉक्टर से संपर्क किया जाना चाहिए । वैसे तो इस दवा के प्रयोग से किसी भी तरह की एलर्जी नहीं होती है। लेकिन उसके बाद भी यदि एलर्जी हो रही है और कुछ लक्षण जैसे सूजन होना और दाने खुजली और चक्कर आना सांस लेने मे कठिनाई तो आपको चाहिए कि आप एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करें यही आपके लिए ‌‌‌ सही होगा ।

Hydrocortisone Plus Cream

कीड़े के काटने , जहर ओक / आइवी, एक्जिमा , जिल्द की सूजन , एलर्जी , दाने , बाहरी महिला जननांगों की खुजली, गुदा खुजली के ईलाज के लिए इस क्रीम का उपयोग किया जाता है। दोस्तों यह क्रीम खुजली और दर्द को कम करने का काम करती है।इसके अलावा सह सूजन को भी कम करती है।

‌‌‌इस दवा का प्रयोग त्वचा पर ही करें और चेहरे पर इसका इस्तेमाल तब तक नहीं करना चाहिए जब तक कि डॉक्टर इसके बारे मे आपको निर्देश नहीं दे देता है। इस्तेमाल करने के तरीके के बारे मे डॉक्टर से बात करें और पैकेज को अच्छी तरह से पढ़े इसके उपर निर्देश लिखे होते हैं। हालांकि इस्तेमाल करने का सही ‌‌‌ तरीका यह है कि आप एक बार अपने हाथों को अच्छी तरह से धोये और उनको पौंछ लें । फिर आपको करना यह है कि आप उस क्रीम को धीरे धीरे अपने प्रभावित क्षे़त्र के उपर लगाएं । फिर आपको उसको ऐसे ही छोड़ देना है। दिन के अंदर 4 बार प्रयोग करें ।

‌‌‌इस क्रीम को लगाने के बाद प्रभावित क्षेत्र को ऐसे ही खुला छोड़ देना है। उसको किसी भी तरह की पट्टी आदि से नहीं ढ़कना है। यही आपके लिए सही होगा ।यदि 7 दिन तक प्रयोग करने के बाद भी लक्षणों मे किसी भी तरह का सुधार नहीं हो रहा है तो आपको क्रीम को लगाना बंद कर देना चाहिए और अपने डॉक्टरों से ‌‌‌ संपर्क करना जरूरी होता है।

चुभन, जलन, जलन, सूखापन या लालिमा  आदि इसके दुष्प्रभाव हो सकते हैं। यदि दुष्प्रभाव बिगड़ जाता है तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए तब तक क्रीम का उपयोग करना बंद कर देना चाहिए ।यदि प्रभावित क्षेत्र से खुजली होना और खून बहने की समस्या होने लगे तो आपको जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर को ‌‌‌ दिखाना चाहिए । इसके अलावा इस दवा के प्रयोग से एलर्जी के लक्षण होने की संभावना कम ही होती है।लेकिन उसके बाद भी यदि किसी तरह की एलर्जी जैसे कि खुजली दाने और चक्कर आना सांस लेने मे तकलीफ आदि होते हैं तो दवा का प्रयोग सबसे पहले बंद कर देना चाहिए और अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

HYDROCORTISONE Ointment

HYDROCORTISONE Ointment का प्रयोग कई प्रकार की समस्यआों के उपचार मे किया जाता है जिसके अंदर आती हैं  कीड़े के काटने , जहर ओक / आइवी, एक्जिमा , जिल्द की सूजन , एलर्जी , दाने , बाहरी महिला जननांगों की खुजली, गुदा खुजली आदि  समस्याओं के अंदर इसका प्रयोग किया जाता है।इस दवा का प्रयोग आपको त्वचा ‌‌‌ पर ही करना चाहिए और चेहरे आदि किसी दूसरे भाग पर इस दवा का प्रयोग नहीं करना चाहिए । दवा का प्रयोग पूरी सावधानी से करना होगा वरना समस्या हो सकती है खास तौर पर अपने मुंह को बचाने के लिए इस दवा का प्रयोग करें नाक के अंदर और आंख के अंदर भी दवा नहीं जानी चाहिए ।

‌‌‌इस दवा का प्रयोग करना बहुत ही आसान है। सबसे पहले आप अपने हाथों को धोकर अच्छी तरह से सूख लेना चाहिए । उसके बाद आपको चाहिए कि आप इस दवा को अपने प्रभावित क्षेत्र के अंदर ठीक तरह से लगाएं । ध्यान दें दवा के प्रयोग करने के बाद भी आपको अपने हाथों को अच्छी तरह से धो लेना है ताकि यह खाने पीने की ‌‌‌ चीजों के साथ आपके पेट के अंदर ना जाए ।और प्रभावित क्षेत्र को किसी भी चीज से ढ़कना सही नहीं होगा आप उसको खुला छोड़ सकते हैं और यही आपके लिए सही होगा ।यदि 7 दिन तक लगातार प्रयोग करने के बाद भी आपके लक्षणों के अंदर किसी भी तरह का सुधार नहीं हो रहा है तो आपको एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करने ‌‌‌ की आवश्यकता है। वह आपको जो निर्देश देते हैं उनका पालन किया जाना चाहिए ।

चुभन, जलन, जलन, सूखापन या लालिमा बालों का और मुंहासों का असामान्य रूप से बढ़ना इसके दुष्प्रभाव हो सकते हैं। यदि आपको इस तरह के किसी भी दुष्प्रभाव दिखाई देते हैं तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और आपके डॉक्टर जो कहते हैं उनको पालन किया जाना चाहिए ।

‌‌‌इसके अलावा यदि इस दवा के प्रयोग से प्रभावित क्षेत्र के अंदर खून बह रहा है या फिर खुजली हो रही है तो आपको इस बारे मे अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए । वैसे आपको बतादें कि इस दवा के प्रयोग से एलर्जी होने के चांस बहुत अधिक बढ़ जाते हैं। लेकिन यदि आपके अंदर खुजली सूजन दाने और सांस लेने मे समस्या ‌‌‌ जैसे लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो फिर आपको दवा लेना बंद कर देना चाहिए और अपने डॉक्टर से संपर्क किया जाना चाहिए ।और जैसा आपका डॉक्टर कहता है आपको पैसा ही करना चाहिए ।

खुजली की दवा का नाम लेख के अंदर हमने खुजली की कई दवाओं के बारे मे जाना उम्मीद करते हैं कि आपको यह लेख पसंद आया होगा । यदि आपका इस संबंध मे कोई विचार है तो हमें कमेंट करके बताएं और आपको क्या अच्छा लगा इसके बारे मे भी बताएं ।

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arif khan

‌‌‌हैलो फ्रेंड मेरा नाम arif khan है और मुझे लिखना सबसे अधिक पसंद है। इस ब्लॉग पर मैं अपने विचार शैयर करता हूं । यदि आपको यह ब्लॉग अच्छा लगता है तो कमेंट करें और अपने फ्रेंड के साथ शैयर करें ।‌‌‌मैंने आज से लगभग 10 साल पहले लिखना शूरू किया था। अब रोजाना लिखता रहता हूं । ‌‌‌असल मे मैं अधिकतर जनरल विषयों पर लिखना पसंद करता हूं। और अधिकतर न्यूज और सामान्य विषयों के बारे मे लिखता हूं ।