i love you virus kya था? और इसका पूरा इतिहास

i love you virus kya‌‌‌ hai –

कम्प्यूटर की दुनिया के अंदर एक से बढ़कर एक भयंकर वायरस होते हैं। और एक बार यह आपके कम्प्यूटर के अंदर घुस जाएं तो फिर इनका निकलना मुश्किल हो जाता है। i love you भी एक कम्प्यूटर वायरस है। यह नाम पढ़ने मे काफी अच्छा लगता है। लेकिन कम्प्यूटर की दुनिया के लिए यह सही नहीं है। ‌‌‌इस वायरस को इलोवेउ वायरस या लव लेटर के नाम से भी जाना जाता है। यहफिलीपींस के अंदर पैदा किया गया था। और 5 मई 2000 ई को कम्प्यूटरों पर इसने हमले करने शूरू कर दिये थे ।यह मैल के द्वारा फैलता है।इसके अंदर LOVE-LETTER-FOR-YOU.txt.vbs नामक एक फाईल होती है। और यदि कोई इस फाइल को खोलता है तो उसका ‌‌‌कम्प्यूटर इस वायरस से संक्रमित हो जाता है।एक बार जब कम्प्यूटर इससे संक्रमित हो जाता है तो उसके बाद यह कम्प्यूटर की फाईलों को छुपा देता है और खुद ही मेल भेजने लगता है।इसके अलावा कम्प्यूटर के डेटा को बदलने का काम भी यह करता है।

i love you virus kya था? और इसका पूरा इतिहास

‌‌‌इस वायरस ने सबसे पहले 2000 ई के अंदर हांगकांग के अंदर और यूरोप मे कम्प्यूटरों के अंदर होने की सूचना दी गई थी।वायरस ने कंपनियों, सरकारों, और अंतिम-उपयोगकर्ताओं को और मेल सिस्टम, मेल सर्वर, बैंक सिस्टम और यहां तक कि पेजर्स के कारण समस्याएँ पैदा की हैं। दस दिनों के भीतर, वायरस का अनुमान है कि दुनिया में सभी नेटवर्क वाले 10% कंप्यूटरों को संक्रमित ‌‌‌कर दिया था।

‌‌‌इस वायरस को कम्प्यूटरों से निकालने के लिए अकेले अमेरिका के अंदर $ 15 बिलियन की लागत आई थी।05/18/2000 NEWLOVE वायरस के साथ एक अन्य नए वायरस के साथ होने की भी घोषणा की गई थी।

‌‌‌किन को संक्रमित करता है  l love you वायरस

दोस्तों यदि आप Microsoft Windows और Microsoft Outlook का यूज करते हैं तो आप इसके शिकार हो सकते हैं। इसके अलावा यदि आप मेल चैक करते हैं और उसके साथ आए अटैचमेंट को देखते हैं तो आपका सिस्टम भी इस वायरस का शिकार हो सकता है। यदि कोई अंजान आपको ईमेल ‌‌‌भेजता है तो उसके ईमेल को कभी भी नहीं खोलें । वरना आपका सिस्टम इस वायरस के अंदर फंस सकता है।

i love you virus किसने बनाया था ?

i love you virus किसने बनाया था ?

ओनेल डी गुज़मैन और उसका एक साथी माइकल ब्यून ने इस खतरनाक वायरस को बनाया था।यह वायरस इतना विनाशकारी है कि पेंटागन ने भी अपने सर्वर को बंद करने के लिए मजबूर किया। जिस दिन वायरस ने कहर बरपाया उस दिन वैश्विक बाजार में 10 बिलियन डॉलर से अधिक का सफाया हो गया। 5 मई, 2000 को यह वायरस दुनिया भर के कम्प्यूटरों के अंदर आग की तरह फैल गया । यह फाइल एक्टेंशन को बदल सकता था और जानकारी भी चुरा सकता था।दुनिया भर में 55 मिलियन से अधिक कंप्यूटर इस वायरस से प्रभावित थे। ILOVEYOU वायरस बनाने वाले को बाद मे वहां की सरकार ने पकड़ लिया था ।क्योंकि उसने एक सुराग छोड़ दिया था।

‌‌‌हालांकि उस समय साइबर सुरक्षा कानून ना होने की वजह से उस पर कोई मुकदमा नहीं चल सका और कुछ समय बाद उसे छोड़ दिया गया । यह भी सुनने मे आया है कि अब वह एक मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान चलाता है।

‌‌‌थीसिस से पैदा हुआ  i love you virus

फिलीपींस की राजधानी मनीला में एएमए कॉलेज के कम्प्यूटिंग संकाय में उनके शिक्षक, उत्सुकता से अपने सबसे उत्कृष्ट छात्र की थीसिस का इंतजार कर रहे थे।ओनेल डी गुज़मैन का यह रिसर्च कम्प्यूटर से गुप्त कोड चोरी करने और विदेशी कम्प्यूटर को कैसे नियंत्रित किया ‌‌‌जाए इसी पर आधारित था।शिक्षक को उनका यह रिसर्च पसंद नहीं आया था और इसी वजह से इसको विक्रत करार देदिया गया । जिसके परिणाम रूवरूप i love you virus को उसने पूरी दुनिया के अंदर फैला दिया गया । थीसिस को अस्वीकार करने की वजह से इसका बदला लिया गया था।

‌‌‌इस वजह से फैल गया  i love you virus बहुत तेजी से

i love you virus ‌‌‌ सप्ताह के भीतर पहले से ही 45 मिलियन से अधिक कंप्यूटर को संक्रमित कर दिया । इसके पीछे का कारण यह था कि यह वायरस सबसे पहले, वायरस ने कंप्यूटर को स्वयं संक्रमित किया और हार्ड डिस्क पर जानकारी को नष्ट कर दिया। फिर वायरस ने इलेक्ट्रॉनिक संदेश को उन सभी पतों पर भेज दिया, जो रिसीवर ने अनस्टॉपेबल चेन में स्टोर किए थे। ‌‌‌कहने का मतलब यह है कि एक बार जब आपका कम्प्यूटर संक्रमित हो जाता है तो उसके बाद यह वायरस आपके कान्टेक्ट के अंदर दूसरे ईमेल पर खुद को भेज देता है। और जब आई लव यू फाइल दूसरे कम्प्यूटर पर आती है तो इंसान उसे खोलकर जरूर देखना चाहेगा । इसी वजह से यह वायरस दुनिया भर के अंदर काफी तेजी से फैल गया था।

लापरवाही से क्लिक ना करें

computer bug

दोस्तों इंटरनेट की दुनिया मे एक से बढ़कर एक खतरनाक वायरस मौजूद हैं। और अधिकतर वायरस या तो आपके ईमेल के साथ आते हैं और जब आप इनके उपर क्लि्क करते हैं तो फिर यह आपके सिस्टम को संक्रमित कर देते हैं। अक्सर वायरस भेजने वाले लोग ईमेल की हेडिंग को अच्छा रखते हैं।‌‌‌और जब कोई उस ईमेल के उपर क्लिक करके उसे खोलता है तो वायरस उसके कम्प्यूटर के अंदर आ जाता है। और उसके बाद आप जानते ही हैं कि क्या होता है?

‌‌‌i love you virus  कभी काफी भंयकर वायरस हुआ करता था। लेकिन बाद मे इसके प्रभाव को धीरे धीरे कम किया गया । जो कम्प्यूटर संक्रमित हो चुके थे ।उनको वापस सुधारा गया और लोगों को इसके बारे मे सजक भी किया गया ।I love you वायरस का खतरा बाद मे कम कर दिया गया था । क्योंकि बहुत सारे एंटिवायरस सिस्टम आ जाने के बाद उनके अंदर यह क्षमता विकसित कर दी गई थी कि वे इस वायरस को डिटेक्ट कर सकते थे और मेल को ऑपन करने से पहले उसे पूरा स्कैन किया जाता था। और यदि उसके अंदर यह वायरस होता तो‌‌‌ एंटीवायरस इसकी सूचना उपयोगकर्ता को देता कि इस फाइल के अंदर वायरस है आपको इसको ऑपन नहीं करना चाहिए । दोस्तों इस प्रकार से धीरे धीरे आई लव यू वायरस का प्रभाव कम  होता चला गया ।

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arif khan

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