लिवर की गर्मी के 18 लक्षण व लिवर की गर्मी दूर करने के उपाय

लिवर की गर्मी के लक्षण liver me garmi ke lakshan लिवर मांस से बना हुआ एक अंग होता है जो आपके पेट के दाहिनी ओर बैठता है। लगभग 3 पाउंड वजनी, जिगर लाल-भूरे रंग का होता है और स्पर्श करने के लिए रबड़ जैसा लगता है। वैसे आप लिवर को महसूस नहीं कर सकते हैं क्योंकि यह एक विशेष प्रकार की सुरक्षा के अंदर सुरक्षित होता है। ‌‌‌लिवर के दो भाग होते हैं जिनको दायां और बांया लोब के नाम से जाना जाता है।पित्ताशय की थैली अग्न्याशय और आंतों के नीचे होती है।जिगर और ये अंग भोजन को पचाने, अवशोषित करने और संसाधित  करने का कार्य करते हैं।

‌‌‌लिवर का प्रमुख कार्य होता है । पाचन तंत्र से आने वाले रक्त को यह अन्य भागों तक भेजने से पहले फिल्टर करता है।लीवर रसायनों को भी डिटॉक्सीफाई करता है और दवाओं को मेटाबोलाइज करता है। इसके अलाव भी लिवर के बारे मे यह कहा गया है कि यह 500 से अधिक कार्यों के लिए जिम्मेदार है।

‌‌‌वैसे आप जानते ही है कि लिवर शरीर का महत्वपूर्ण अंग होता है। यदि लिवर के अंदर किसी भी प्रकार की कोई परेशानी आती है तो इसका असर शरीर के दूसरे अंगों पर भी पड़ता है। क्योंकि लिवर आपके शरीर के अंदर रक्त को फिल्टर करने का सबसे महत्वपूर्ण कार्य करता है। इसके अलावा यह  बाइल नामक एक तत्व को ‌‌‌भी रिलिज करता है जो आपके शरीर के अंदर बचे हुए बेकार के पदार्थों को बाहर निकालने का कार्य करता है।लिवर के अंदर यदि कोई समस्या होती है तो इसका  असर आपकी त्वचा या फिर आपकी आंखों के आस पास भी दिखाई देने लग जाता है। और आपको इसका प्रभाव महसूस भी होने लग जाता है। ‌‌‌इसलिए यदि लिवर के अंदर जरा सी भी परेशानी आपको नजर आती है जो जल्दी से जल्दी डॉक्टर से संपर्क करें ।क्योंकि यदि समय निकला तो फिर यह परेशानी बड़ा रूप ले लेती है।

लिवर की गर्मी के लक्षण

‌‌‌दोस्तों लिवर के अंदर कई बार गर्मी होती है। या आपको ऐसा लगता है कि आपके शरीर मे गर्मी हो रही है।वैसे तो लिवर के अंदर गर्मी का होना इस बात का संकेत देता है कि आपका खान पान सही नहीं है। आप जो कुछ खा रहे हैं वह आपके शरीर के अंदर बहुत अधिक हीट पैदा कर रहा है।

 जिसकी वजह से लिवर मे और इससे शरीर ‌‌‌के बाकी हिस्सों के अंदर गर्मी पैदा हो रही है।इसके अलावा लिवर मे गर्मी होने का एक कारण यह भी होता है कि यह किसी दवा के साइड इफेक्ट की वजह से ऐसा हो सकता है। कुछ दवाएं ऐसी होती हैं जो शरीर के अंदर गर्मी पैदा करने का कार्य करती हैं। ‌‌‌यदि इस प्रकार की दवाएं शरीर और लिवर मे गर्मी पैदा कर रही हैं तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करने की जरूरत है।

‌‌‌लिवर के अंदर गर्मी होने का एहसास आपको हो रहा है तो हम आपको कुछ लक्षण बातते हैं जिसकी मदद से आप यह पता लगा सकते हैं कि आपके लिवर के अंदर गर्मी है या नहीं ।

Table of Contents

‌‌‌ 1.लिवर की गर्मी के लक्षण लिवर मे होने वाली सूजन

यदि आपके लिवर के अंदर सूजन हो रही है तो यह आपके लिवर की गर्मी का संकेत भी हो सकता है। जरूरी नहीं होता है कि लिवर के अंदर जलन ही हो । कई बार लिवर की सूजन भी उसकी गर्मी के बारे मे संकेत दे सकती है।

‌‌‌2.लिवर के अंदर जलन

यदि आपको अपने लिवर के अंदर कुछ जलन जैसा एहसास होता है। और आपको यह लगता है कि अंदर काफी जलन है तो यह आपके लिवर के अंदर गर्मी के बारे मे संकेत देता है। यदि आपके लिवर के अंदर गर्मी होगी तो जलन का एहसास तो होगा ही ।

‌‌‌ 3.लिवर की गर्मी के लक्षण त्वचा के अंदर होने वाली जलन और गर्मी

दोस्तों जब शरीर के अंदर गर्मी होती है तो इससे त्वचा मे भी गर्मी पैदा हो जाती है। यदि ठंड के अंदर भी आपकी त्वचा काफी गर्म रहती है तो यह आपके अंदर मौजूत अतिताप को व्यक्त करती है। आपको कुछ ठंडी चीजों का सेवन करना शूरू कर देना चाहिए । ‌‌‌यदि आप अभी भी गर्मी चीजों का अधिक सेवन करते हैं तो अधिक गर्मी कई गम्भीर समस्याओं का कारण बन सकती है।

‌‌‌4.मुंह का स्वाद खराब होना

यदि बुखार होता है तो मुंह का स्वाद बिगड़ ही जाता है। लेकिन यदि बिना किसी वजह के मुंह का स्वाद बिगड रहा है तो संभव है कि आपके लिवर के अंदर परेशानी है।कई बार यह लिवर मे मौजूद गर्मी की वजह से भी ऐसा हो सकता है। आपको अधिक ध्यान देने की जरूरत है। अपने आहार को बदलें।

5.बदहजमी भी लिवर मे गर्मी का कारण

बदहजमी को अपच नाम से भी जाना जाता है।इसकी वजह से पेट के उपरी हिस्से के अंदर बैचेनी होती है। जब पेट के अंदर ऐसिड बनता है तो यह पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचाता है। जिससे पेट के अंदर जलन और सूजन हो सकती है। ‌‌‌इसकी वजह से भोजन का ठीक से न पचना, पेट में गैस बनना, भारीपन, बेचैनी, उल्टी, जी मिचलाना और सिर चकराने जैसी परेशानी हो सकती है ‌‌‌यदि आपको यह परेशानी लगातार हो रही है तो नजर अंदाज करना सही नहीं होगा ।क्योंकि कई बार छोटी छोटी समस्याएं ही बड़ी परेशानी का रूप लेलेती हैं।

‌‌‌ 6.लिवर की गर्मी के लक्षण पेशाब का रंग बदलना

यदि लिवर के अंदर गर्मी है तो पैशाब का रंग सामान्य से अलग आएगा । अपने पैशाब को देखें । यदि उसका रंग सामान्य से अलग आ रहा है तो यह संकेत देता है कि लिवर के अंदर गर्मी है और आपको कुछ करने की जरूरत है।

‌‌‌7.पेशाब मे जलन और गर्म पेशाब आना

लिवर मे जब गर्मी होती है तो पेशाब गर्मी हो या सर्दी काफी अधिक गर्म आते हैं। यदि आपके पेशाब अधिक गर्म आ रहे हैं जिनको आप महससू कर रहे हैं तो आपको चिंता करने की जरूरत है क्योंकि आपके शरीर के अंदर का ताप अधिक हो रहा है।

8.लाल चेहरा और आंखें

जब लिवर के अंदर गर्मी होती है तो आपका चेहरा आम चेहरे की तुलना मे अधिक लाल दिखाई दे सकता है।आप अपने चेहरे का निरिक्षण करें । यदि यह आपको अधिक लाल दिखाई देता है तो यह लिवर की गर्मी को संकेत देता है। इसके अलावा आपकी आंखे भी लाल हो सकती हैं।

9.चिड़चिड़ापन

‌‌‌जिगर की जलन की वजह से चिड़चिड़ापन विकसित हो सकता है। यदि आपके अंदर चिड़चिड़ापन आ गया है और शरीर के अंदर गर्मी महसूस हो रही है तो यह आपके अंदर की समस्या है। और आपको इसपर ध्यान देने की जरूरत है।

‌‌‌10.अधिक क्रोध आना

जिगर की गर्मी की वजह से क्रोध आने लग जाता है। क्योंकि यह आपके दिमाग को सुस्त बना देता है। ऐसी स्थिति के अंदर आप किसी भी तरह के मजाक करने के मूड मे नहीं होते हैं। और यदि आपके साथ कोई मजाक करता भी है तो आपको पसंद नहीं आता है।

11.शुष्क मुँह और प्यास का अधिक लगना

यदि लिवर के अंदर गर्मी हो रही है तो आपका मुंह काफी तेजी से शुष्क हो जाएगा और आपको अधिक प्यास लगेगी । क्योंकि शरीर अधिक पानी की मांग करेगा । यदि आपका मुंह बार बार सूख रहा है और पानी की आपको जरूरत पड़ रही है तो संभव है कि आपके लिवर के अंदर गर्मी हो गई है।

12.गर्दन और कंधों में मांसपेशियों में जकड़न

आप अपने गर्दन और कंधों में मांसपेशियों में जकड़न को देखें । यदि आपको इस प्रकार की समस्या हो रही है तो संभव है कि आप के लिवर के अंदर गर्मी की समस्या हो सकती है। और आपको इसके उपाय के लिए उचित प्रयास करने की जरूरत है।

13.सिरदर्द, विशेष रूप से सिर के किनारों पर

यदि आपका अक्सर सिर दर्द करने लग जाता है। सिर के किनारे अधिक दर्द करते हैं तो यह लिवर की गर्मी का संकेत हो सकता है। क्योंकि लिवर की गर्मी आपके सिर को भी प्रभावित करती है। यह एक संकेत है जिसकी मदद से पता लगा सकते हैं।

‌‌‌14.अधिक गर्मी का लगना

यदि आप ठंड के अंदर बैठें हैं और उसके बाद भी आपको अधिक गर्मी लग रही है तो फिर यह शरीर की गर्मी का ही संकेत है। क्योंकि जब शरीर के अंदर हीट अधिक बढ़ जाती है तो फिर अपने आप ही ठंड के अंदर गर्मी लगने लग जाती है।

15.लिवर की गर्मी के लक्षण अनिद्रा की समस्या होना

यदि लिवर के अंदर गर्मी है तो फिर आप कभी भी अच्छे से सो नहीं पाएंगे । बार बार आपकी आंख खुलती रहेगी । और आप बार बार सोने का प्रयास करेंगे तो लंबी देर तक सो नहीं पाएंगे क्योंकि आपके अंदर शांति नहीं होगी ।

‌‌‌16.कब्ज रहना

वैसे तो कब्ज रहने के कई कारण हो सकते हैं।लेकिन लिवर की गर्मी भी कब्ज का कारण बन सकता है। क्योंकि लिवर की परेशानी की वजह से भोजन ठीक से नहीं पच पाएगा । और सही से मल भी बाहर नहीं निकल पाएगा । तो यदि आपको लगातार कब्ज रहती है तो सावधान रहें ।

17.liver me garmi ke lakshan खूनी नाक

सभी लोगों के नाक से तो खून नहीं निकलता है। लेकिन जिन लोगों के शरीर के अंदर गर्मी अधिक हो जाती है उनकी नाक से खून निकल सकता है। बार बार  नाक से खून का निकलना शरीर के अंदर गर्मी होने के बारे मे संकेत देता है।

‌‌‌18.जीभ का लाल होना

यदि आपकी लिवर के अंदर गर्मी है तो आपकी जीभ भी लाल हो सकती है।अपनी जीभ को सही तरीके से देखें यदि वह लाल दिखाई दे रही है तो आपको लिवर की गर्मी है और इसके लिए ठंडे पदार्थों का सेवन करना जरूरी होता है।

.लिवर की गर्मी को दूर करने के उपाय

‌‌‌अब तक हमने लिवर की गर्मी के लक्षणों के बारे मे जाना जिसकी मदद से आप लिवर की गर्मी के बारे मे पता लगा सकते हैं। अब यदि किसी को लिवर की गर्मी है तो उसको आप किस प्रकार से दूर कर सकते हैं? इसके बारे मे भी विचार करने की जरूरत है।

‌‌‌आमतौर पर लिवर की गर्मी गर्म चीजों के खाने से होती है।गर्मी के अंदर यदि आप लगातार गुड़ ,बाजरा और शरीर के अंदर गर्मी पैदा करने वाली चीज जैसे मीट आदि खाते हैं और शरीर के अंदर गर्मी को कम करने वाली चीजों का सेवन नहीं कर रहे हैं तो यह आपकी लिवर की गर्मी को या शरीर की गर्मी को बढ़ा सकती हैं। ‌‌‌यदि आपको अधिक गर्मी का एहसास होता है तो कुछ ठंडी चीजों का सेवन करना चाहिए । जो आपके शरीर को ठंडक प्रदान करने के लिए जानी जाती हैं।

‌‌‌खूब पानी पीयें

waterbottle

शरीर का अधिकांश हिस्सा पानी से बना होता है।यदि लिवर के अंदर गर्मी है तो आपको खूब पानी पिना चाहिए । रोजाना 6 से 8 गिलास पानी पियें । यह आपके शरीर के लिए काफी फायदेमंद होगा ।ठंडा पानी लिवर की गर्मी को कम करने के लिए उपयोगी है। और यदि ‌‌‌गर्मी का मौसम है तो पानी का सेवन वैसे भी अधिक फायदेमंद होता है। क्योंकि गर्मी मे पानी शरीर से पसीने के रूप मे तेजी से निकल जाता है।‌‌‌इसके लिए आप दिन के अंदर लगातार पानी पीते रहें ।

‌‌‌खीरा खाएं

दोस्तों लिवर की गर्मी को दूर करने और शरीर की गर्मी को दूर करने के लिए खिरा बहुत ही फायदेमंद चीज होता है।यदि आप खीरे का सेवन करते हैं तो यह आपके अंदर ठंडक प्रदान करता है। आप खीरे को सीधे ही नमक लगाकर खा सकते हैं।‌‌‌खिरे के फायदे सिर्फ गर्मी को दूर करने के लिए ही नहीं हैं।

वरन खीरे में विटामिन-के, सी और मैगनीज नामक तत्व भी पाया जाता है जो आपके शरीर की त्वचा के अंदर नमी को बनाए रखने मे मदद करता है। ‌‌‌खीरा एक ऐसी सब्जी है जो कहीं पर भी आसानी से मिल जाती है।यह काफी सस्ती होती है। और आप इसका सेवन कर सकते हैं।‌‌‌आजकल बहुत से लोग खेरे का सेवन सलाद के रूप मे करते हैं।‌‌‌अक्सर गर्मियों के अंदर खीरा खाया जाता है।क्योंकि हमे गर्मियों मे शरीर को ठंडा रखने की जरूरत होती है।

‌‌‌खीरा खाएं

‌‌‌खीरा अच्छा फाइबर का स्त्रोत होता है।और खीरे के अंदर अधिक मात्रा मे पानी होने की वजह से खीरा खाने के बाद पानी पीना सही नहीं होता है।ऐसा करने से पेट की समस्याएं हो सकती हैं और पोषक तत्वों की हानि भी हो सकती है।‌‌‌इसके अलावा खीरा खाने के बाद दूध पीना भी अच्छा नहीं होता है।कारण यह है कि खीरा ठंडा होता है और दूध गर्म होता है। और ठंडे और गर्म का मेल शरीर के अंदर परेशानी पैदा कर सकता है।

‌‌‌खीरा स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होता है। यह विटामिन के, विटामिन सी , मैग्नीशियम, राइबोफ्लेविन, बी-6, फोलेट, पैंटोथेनिक एसिड, कैल्शियम , आयरन, फॉस्फोरस, जिंक और सिलिका जैसे पोषक तत्वों से भरा होता है

‌‌‌ठंडा होने की एक वजह यह भी है कि इसके अंदर 95 प्रतिशत से अधिक पानी होता है।खीरा शरीर को  अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रखने में मदद करते हैं और विषाक्त पदार्थों को हटाकर पोषण करते हैं।‌‌‌इसके अंदर पानी की अधिक मात्रा होने से यह आपके शरीर को साफ करता है। यदि लिवर की गर्मी की समस्या है तो आपको निरंतर खीरे का सेवन करना चाहिए ।इससे लिवर की गर्मी दूर हो जाएगी ।

गुलकंद खाने के फायदे

दोस्तों गुलकंद शरीर को ठंडक प्रदान करता है।यदि आपके लिवर के अंदर गर्मी की समस्या है तो आप इसको खा सकते हैं। यह अंदर की गर्मी को दूर करने का कार्य करता है। और शरीर के तापमान को कम करता है।

दोस्तों गुलकंद शरीर को ठंडक प्रदान करता है।यदि आपके लिवर के अंदर गर्मी की समस्या है तो आप इसको खा सकते हैं। यह अंदर की गर्मी को दूर करने का कार्य करता है। और शरीर के तापमान को कम करता है।‌‌‌गुलकंद को गुलाब की बनी पंखुड़ियों का मुरब्बा के नाम से भी जाना जाता है।इसको गुलाब की ताजी पंखुड़ियों से तैयार किया जाता है।इसके अंदर चीनी भी मिलाई जाती है। इसका सेवन अक्सर गर्मियों के अंदर किया जाता है ताकि यह शरीर को ठंडक प्रदान कर सके।‌‌‌वैसे आपको बतादें कि यह आपके शरीर को ठंडक ही प्रदान नहीं करता है। वरन और भी कई तरीके से काफी फायदेमंद होता है।जैसे

  • गुलकंद के अंदर लो फैट होता है। इस वजह से इसका प्रयोग वजन घटाने के लिए भी किया जा सकता है। जो लोग अधिक मोटे होते हैं उनको गुलकंद का सेवन करना चाहिए । यह उनके लिए काफी फायदेमंद  ‌‌‌साबित हो सकता है।
  • ‌‌‌यदि आपके मुंह के अंदर छाले होते हैं तो उसके अंदर भी गुलकंद काफी फायदेंमंद हो सकता है। विटामिन-बी नामक एक तत्व इसके अंदर होता है जो मुंह के छालों को दूर करने का कार्य करता है।वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार विटामिन बी छालों के अंदर काफी फायदेमंद होता है।
  • गुलकंद आंखों को ठंडक प्रदान करती है। वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार आंखों के सूजन को कम करने और लालपन को कम करने के लिए गुलकंद का प्रयोग किया जा सकता है।
  • ‌‌‌पैट गैसे के लिए गुलकंद काफी फायदेमंद होता है।यह आपके पाचनतंत्र को सुधारने के लिए प्रयोग मे लिया जाता है।पैट मैं गैस बन रही है तो पेट की सेहत के अंदर सुधार करने के लिए गुलकंद का प्रयोग आप कर सकते हैं। यह गुलाब की पतियों से बना होने की वजह से बहुत अधिक फायदेमंद होता है।
  • ‌‌‌थकान और मानसिक शांति के लिए गुलकंद उपयोगी होता है।गुलकंद एक प्रभावी एंटीऑक्सीडेंट और शरीर को ऊर्जावान बनाता है। यह आपके दिमाग को रिलेक्सप्रदान करता है।और आपके दिमाग के उपर जो प्रेसर पड़ रहा है उसे कम करता है और तनाव को शांत करने के लिए यह काफी उपयोगी होता है।
  • ‌‌‌हर्ट के लिए भी गुलकंद काफी अच्छा होता है।गुलकंद के अंदर मैग्नीशियम पाया जाता है। यह ग्लूकोज के स्तर को कम करने का कार्य करता है। और हर्ट को सूचारू रूप से चलाने मे भी मदद करता है।
  • ‌‌‌याददाश्त को बेहतर बनाने के लिए भी गुलकंद काफी फायदेमंद होता है। इसके अंदर एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाये जाते हैं जोकि आपकी मैमोरी पॉवर को बढ़ाने के लिए यूज होते हैं ।
  • गुलकंद को त्वचा के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि त्वचा के अंदर होने वाली परेशानी को दूर करने के लिए गुलकंद काफी फायदेमंद होती है। हालांकि इस पर अभी और अधिक रिसर्च करने की आवश्यकता है।

‌‌‌लिवर की गर्मी को दूर करती है छाछ

दोस्तों छाछ के बारे मे तो आप अच्छी तरह से जानते ही होंगे ।छाछ गर्मियों के दिनों मे तो अमृत के समान होती है। गाय भैंस की छाछ शरीर के अंदर ठंडक प्रदान करने वाली होती है। यह ठंडक देती है ।यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ती है । व कैलिशियम व पौटेशियम की ‌‌‌पूर्ति भी शरीर के अंदर करती है।यदि आपके लिवर मे गर्मी है तो रोजाना अधिक मात्रा मे छाछ का सेवन करें । इसका कोई भी नुकसान नहीं है। यह आपके लिए हर तरह से फायदेमंद होती है।

‌‌‌घरों के अंदर छाछ को बनाने के लिए दही को बिलोया जाता है। और उसके अंदर पानी मिलाया जाता है। फिर घी निकाल लिया जाता है। फिर इस छाछ के अंदर जीरा पाउडर, काली मिर्च, अदरक, हरी मिर्च, करी पत्ता और धनिया पत्ता आदि को मिलाया जाता है । यह छाछ के स्वाद को काफी अधिक बढ़ा देते हैं।

‌‌‌लिवर की गर्मी को दूर करती है छाछ

‌‌‌आयुर्वेद के अंदर छाछ का उल्लेख मिलता है।और छाछ पीने के बहुत सारे फायदे होते हैं। यह बीमारियों को दूर करती है और शरीर को ताकतवर बनाने मे काफी मदद करती है।

  • ‌‌‌सर्दी जुकाम के अंदर भी छाछ काफी फायदेमंद होती है।यदि सर्दी जुकाम की समस्या है तो छाछ को लें और उसके अंदर लहसुन का पीसकर रस मिलायें इसके अलावा अदरक को भी मिलादें । और फिर दिन के अंदर इसका सेवन करें । यह काफी फायदेमंद होती है।
  • बवासीर से राहत प्रदान करने के लिए भी आप छाछ का प्रयोग कर सकते हैं। चावल और केले के मिश्रण में एक कप छाछ मिलाकर सेवन करने से भी लाभ होता है।
  • ‌‌‌धूप से रक्षा करने के लिए भी छाछ उपयोगी होती है। यह आपके शरीर को धूप से बचाने का कार्य करती है।गर्मी मे कार्य करने से शरीर का पानी पसीने के रूप मे निकल जाता है। यदि ऐसी स्थिति के अंदर छाछ पीते हैं तो यह शरीर को ठंडक प्रदान करने वाली होती है।‌‌‌अक्सर किसान लोग छाछ पीते हैं।क्योंकि वे अधिक समय तक गर्मी मे काम करते हैं।
  • ‌‌‌अल्सर को फैलने से रोकने के लिए भी छाछ काफी उपयोगी होती है।यदि आप छाछ का सेवन करते हैं तो यह अल्सर को फैलने से रोक सकता है। इसके अलावा ऐसिड़ के भोजन नली से उपर आने पर यह रोकती है।
  • ‌‌‌छाछ प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करती है। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का कार्य करती है।आप समझ सकते हैं कि आज के समय मे रोग प्रतिरोधक क्षमता कितनी अधिक उपयोगी होती है। आज भी गांव देहात के अंदर रहने वाले लोग कोरोना से बहुत कम ही मरे हैं। यह छाछ और दूसरी प्राकृतिक चीजों का कमाल है जोकि वे ‌‌‌सेवन करते हैं। शहर के अंदर आप कितने भी पैसे देदें कोई भी नेचुरल चीज नहीं आपको मिलेगी ।
  • ‌‌‌हड्डियों की मजबूती के लिए भी छाछ काफी उपयोगी होती है। छाछ मे कैल्शियम होने की वजह से यह हड्डियों को मजबूत करता है। और इससे दांत भी काफी मजबूत होते हैं। जिन लोगों के शरीर के अंदर कैल्शियम की कमी होती है । उनको ‌‌‌हड्डियों से संबंधित अनेक रोग हो जाते हैं।‌‌‌यदि आपका बच्चा छाछ नहीं पीता है तो उसे छाछ का सेवन रोजाना करवाएं यह उसकी सेहत के लिए बहुत ही जरूरी होता है।
  • ‌‌‌मांसपेशियों के लिए उपयोगी होती है छाछ दोस्तों छाछ के अंदर प्रोटीन होता है और यह मांसपेशियों के लिए उपयोगी होती है।मांसपेशियों को अधिक प्रोटीन की आवश्यकता होती है।छाछ कई बॉडी बनाने वालों के लिए काफी उपयोगी होती है।यह मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करती है।
  • ‌‌‌वजन को कम करने मे भी छाछ काफी मददगार होती है।यदि आप बढ़ते हुए वजन से परेशान हैं तो छाछ का सेवन अधिक करें। इससे आपकी भूख भी कम होगी और शरीर के अंदर पोषक तत्वों की कमी भी नहीं होगी छाछ मे  प्रोटीन, विटामिन्स, खनिज, कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम आदि तत्व होते हैं जो आपके शरीर को उर्जा प्रदान ‌‌‌करते हैं।जिससे आपका शरीर उर्जावान बना रहता है लेकिन वजन के अंदर कमी आती है। वजन को कम करने मे इस प्रकार से छाछ काफी उपयोगी होती है।
  • ‌‌‌कब्ज के ईलाज मे भी छाछ उपयोगी दोस्तों कब्ज के ईलाज मे भी छाछ काफी उपयोगी होती है।आमतौर पर खाना समय पर नहीं खाने और उल्टा सुलटा खाने की वजह से कब्ज हो जाती है। यदि कब्ज हो गई है तो छाछ काफी फायदेंमंद होती है। यह कब्ज को दूर करने का कार्य करती है।यदि आपको कब्ज की शिकायत है तो छाछ के 2 ‌‌‌गिलास का सेवन करें ।ऐसा करने से मल त्याग काफी आसानी से हो जाएगा । जो लोग नियमित छाछ का सेवन करते हैं उनको किसी भी तरह की कब्ज होने की संभावना कम हो जाती है।
  • एसिडिटी की समस्या आजकल बहुत अधिक हो चुकी है। कारण यह है कि सब कुछ हम नकली ही खा रहे हैं और उसी के अनुसार हमारे अंग कमजोर होते जा रहे हैं। एसिडिटी की समस्या है तो छाछ के अंदर नमक ,काली मिर्च और जीरा मिलाकर सेवन करें। ऐसा करने से एसिडिटी की समस्या अपने आप ही दूर हो जाएगी । आप दिन मे 3 बार यह ‌‌‌करें आपको आराम मिल जाएगा । पेट गैस को दूर करने के लिए यह एक बेहतरीन उपाय है।
  • कोलेस्ट्रॉल का शरीर के अंदर नियंत्रित होना काफी अच्छी बात होती है। यह हर्ट के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ होता है। यदि कोलेस्ट्रॉल का स्तर आपके यहां पर नियंत्रित है तो आपको हर्ट की बीमारियां कम होने की संभावना है। यदि आप चाहते हैं कि कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहे तो फिर छाछ का सेवन आपक करें।‌‌‌यह आपकी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होगा ।
  • रक्तचाप
  • अधिक रक्तचाप हाइपरटेंशन स्ट्रोक, मायोकार्डियल रोधगलन (दिल के दौरे), दिल की विफलता, धमनियों की धमनी विस्फार का कारण बन सकता है। इसलिए जिन लोगों को हाई ब्लडप्रेसर की समस्या होती है। उनके लिए छाछ काफी उपयोगी होती है। छाछ के सेवन से ब्लड प्रेसर को कम किया जा सकता है।कैल्शियम, पोटैशियम व मैग्नीशियम व प्रोटीन छाछ के अंदर होती है। यह रक्तचाप को कम करने मे काफी मददगार होती है।
  • ‌‌‌शरीर को छाछ छाछ में बी कॉम्प्लेक्स विटामिन और विटामिन-डी प्रदान करता है।विटामिन की कमी से अनेक प्रकार के रोग हो सकते हैं। यदि आपके शरीर के अंदर विटामिन बी और डी की कमी है तो छाछ का सेवन आपके लिए काफी उपयोगी हो सकता है।
  • फैट के बिना कैल्शियम के रूप मे छाछ बहुत ही उपयोगी होती है। आमतौर पर जो लोग दूध का सेवन नहीं करते हैं। या उनको दूध सूट नहीं करता है वे छाछ ले सकते हैं। यह बिना फैट के होती है। वैसे आपको पदार्थें की मार्केट के अंदर मिलने वाली नकली छाछ से कोई फायदा नहीं होगा । ऑरेजलन छाछ वहीं से लें जिस पर आपको ‌‌‌भरोशा हो वरना बस लोग दवाइयों का कारोबार करते हैं। जिसको पिकर आप सही तो नहीं होंगे लेकिन बीमार जरूरत हो जाएंगे ।कैल्शियम वैसे शरीर के लिए बहुत ही जरूरी होता है। कैल्शियम  की कमी होने से हड्डी काफी कमजोर हो जाती हैं और इससे ऑस्टियोपोरोसिस जैसे रोगों का खतरा बढ़ जाता है। हड्डियों की मजबूती प्रदान करने के लिए छाछ का आप सेवन कर सकते हैं।
  • डिहाइड्रेशन के लिए यह काफी उपयोगी होती है। छाछ का सेवन डिहाइड्रेशन को रोकने मे काफी मददगार होता है।गर्मी के दिनों मे शरीर के अंदर पानी की कमी हो जाती है। ऐसी स्थिति मे छाछ का सेवन काफी उपयोगी साबित होता है।‌‌‌यदि आप गर्मियों के दौरान छाछ का सेवन करते हैं तो यह आपके शरीर के अंदर पानी की कमी को रोकने के लिए उपयोगी होती है।
  • ‌‌‌पेट और पाचन के लिए भी छाछ काफी उपयोगी होती है।अदरक, काली मिर्च और जीरा जैसी चीजों को छाछ के अंदर प्रयोग किया जाता है।जिसकी वजह से यह पाचन के अंदर काफी उपयोगी होती है। और पेट की समस्याओं को हल करती है।
  • ‌‌‌तैलिय पदार्थों के प्रभाव को कम करने के लिए भी छाछ का प्रयोग किया जाता है।आमतौर पर जब हम तैलिय पदार्थ का अधिक सेवन करते हैं तो पेट मे जलन सी होने लगती है। लेकिन ऐसी स्थिति के अंदर छाछ मे अदरक, जीरा व धनिया आदि मिलाएं और उसके बाद इसका सेवन करें । यह आपके पेट को ठंडक प्रदान करेगी । और पीने ‌‌‌मे भी काफी फायदेमंद होगी ।‌‌‌भारी भोजन के बाद लोग सुस्ती महसूस करते हैं।ऐसी स्थिति के अंदर छाछ काफी फायदेमंद साबित होती है।
  • रजोनिवृत्ति मे महिलाओं के लिए भी छाछ काफी फायदेमंद होती है।रजोनिवृत्ति  के पहले और बाद मे महिलाओं के शरीर के अंदर गर्मी काफी बढ़ जाती है।ऐसी स्थिति के अंदर शरीर का तापमान कम करने के लिए छाछ का सेवन किया जा सकता है। यह शरीर को ठंडक प्रदान करता है।‌‌‌इस प्रकार से छाछ पेट की गर्मी को शांत करने का अदभुत उपाय है।और गर्मी के दिनों मे तो जब तक छाछ नहीं मिलेगी तब तक आराम भी नहीं मिलेगा । क्योंकि सब्जी शरीर मे जलन पैदा करती है।

‌‌‌तरबूज लिवर की गर्मी को दूर करता है

गर्मियों के मौसम मे तरबूज काफी फायदेमंद होता है।यह शरीर को ठंडक पहुंचाने का कार्य करता है। तरबूज तो आप लोगों ने खाया ही होगा । इसके अंदर अधिकतर पानी ही होता है।और खाने के अंदर भी काफी स्वादिष्ट होता है।‌‌‌यदि आप गर्मियों के अंदर अपने शरीर को ठंडा रखना चाहते हैं तो तरबूज का सेवन कर सकते हैं।यह आपकी सेहत के लिए बहुत अधिक फायदेमंद होता है।

‌‌‌तरबूज ना केवल भूख को शांत करता है वरन यह आपके शरीर के अंदर पानी की पूर्ति भी करता है। वैसे तरबूज मीठा और कड़वा भी पाया जाता है। इसके अलावा तरबूज सबसे पहले दक्षिण अफ्रिका के अंदर मिला था। और 10 वीं शताब्दी के अंदर तरबूज की खेती मिस्र के अंदर शूरू की गई थी।

‌‌‌मिस्र के अंदर तरबूज को कब्रों के पास भी रखा जाता है। और यह माना जाता है कि मरने के बाद भी इसको पोषित किया जा सके । वर्तमान मे भारत के अंदर तरबूज की खेती बड़े पैमाने पर होती है।

फाइबर, पोटैशियम, आयरन और विटामिन-ए, सी व बी आदि गुण तरबूज के अंदर होते हैं। इसके अलावा तरबूज के अंदर स्ट्रोक को कम करने की क्षमता भी होती है।इसके अलावा तरबूज का सेवन रक्तचाप को भी कम कर सकता है।

‌‌‌तरबूज लिवर की गर्मी को दूर करता है
  • ‌‌‌आपके हर्ट के लिए तरबूज काफी अच्छा होता है।कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने के लिए तरबूज को जाना जाता है। कोलेस्ट्रॉल  का बढ़ना शरीर के अंदर हर्ट रोग को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होता है।इस प्रकार से आप यदि हर्ट से जुड़े रोगों के खतरे को कम करना चाहते हैं तो तरबूज का सेवन कर सकते हैं। यह आपके ‌‌‌लिए काफी फायदेमंद साबित होगा ।एथेरोस्क्लेरोसिस एक प्रकार का हर्ट रोग होता है।जिसके अंदर धमनियों की अंदर की तरफ वसा वैगरह जम जाती हैं जो धमनियों के कार्य को प्रभावित करती हैं। इसको कम करने के लिए यह बहुत ही उपयोगी होता है।
  • ‌‌‌पेट के लिए भी तरबूज काफी फायदेमंद होता है। तरबूज के अंदर 95 प्रतिशत तक पानी होने की वजह से यह पचाने मे काफी आसान होता है।पेट गैस ,कब्ज डायरिया जैसी समस्याओं के अंदर आराम मिलता है।यदि आपको पेट की दिक्कते अधिक रहती हैं तो आप अपने आहार के अंदर तरबूज को शामिल कर सकते हैं।
  • ‌‌‌वजन को घटाने मे भी तरबूज काफी फायदेमंद होता है।यदि किसी का वजन काफी तेजी से बढ़ रहा है तो तरबूज का सेवन वजन की बढ़ोतरी को रोक सकता है।तरबूज के अंदर कम मात्रा मे कैलोरी और फाईबर पाया जाता है।‌‌‌आमतौर पर जिस इंसान का वजन काफी तेजी से बढ़ रहा है।उसके लिए तरबूज काफी फायदेमंद हो सकता है क्योंकि यह वजन को कम करता है। इसे खाने के बाद पेट भरा हुआ रहता है और भूख कम लगती है। कुल मिलाकर यह काफी अच्छा है।
  • ‌‌‌शरीर के अंदर उचित पानी की मात्रा होना बेहद ही जरूरी होता है।यदि शरीर के अंदर पानी की कमी हो जाती है तो कब्ज, कमजोरी, सिर चकराना, सिर दर्द, मुंह सुखना, पेट फूलना आदि समस्याएं हो सकती है।‌‌‌तरबूज हाइड्रेट बनाए रखने मे मदद करता है।और गर्मी के दौरान शरीर से अधिक पानी निकल जाता है। इस वजह से भी तरबूज का जूस पिना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है।
  • ‌‌‌कैंसर जैसी घातक बीमारी को रोकने मे भी तरबूज काफी फायदेमंद होता है। तरबूज के अंदर लाइकोपीन नामक  एक तत्व होता है जो कैंसर को पनपने से रोकने का कार्य करता है।प्रोस्टेट कैंसर के असर को कम करने के लिए तरबूज काफी फायदेमंद होता है। यदि किसी को कैंसर की समस्या है तो उसे तरबूज का सेवन ‌‌‌करना चाहिए यह काफी फायदेमंद साबित हो सकता है।
  •  मांसपेशियों मे दर्द को कम करने के लिए भी तरबूज का प्रयोग किया जा सकता है। इस फल के अंदर इलेक्ट्रोलाइट्स और अमीनो एसिड साइट्रलाइन  जैसे तत्व होते हैं।यह मांसपेशियों के अंदर होने  वाले दर्द को कम करते हैं।मांसपेशियों मे यदि किसी को दर्द की शिकायत हो तो तरबूज का सेवन किया जा सकता है ,जो काफी ‌‌‌उपयोगी साबित होता है।
  • ‌‌‌रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए तरबूज काफी उपयोगी होता है।इसके अंदर फाइबर भी होता है जोकि पाचन को अच्छा करता है। शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता का बढ़ना वैसे भी काफी फायदेमंद होता है।  तरबूज में मौजूद विटामिन-ए प्रतिरक्षा प्रणाली को नियंत्रित करता है और संक्रमण से बचाने का कार्य करता है। यदि शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है तो फिर शरीर पर अनेक रोग हमला कर देते हैं।यह रोगप्रतिरोधक क्षमता ही है जिसकी मदद से हम बचे हुए हैं।
  • ‌‌‌दमा रोगियों के लिए भी तरबूज काफी फायदेमंद हो सकता है। तरबूज के अंदर लाइकोपीन नामक तत्व होता है जो दमा रोगियों के लिए काफी उपयोगी होता है।एक रिसर्च के अनुसार लाइकोपीन और विटामिन-ए के सेवन से दमा के प्रभाव को कम किया जा सकता है।
  • रक्तचाप नियंत्रण के लिए भी तरबूज काफी फायदेमंद होता है।तरबूज साइट्रलाइन नामक एमिनो एसिड से बना होता है।एक वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार यह ब्लड प्रेसर को कम करने के लिए जाना जाता है।इसके अलावा तरबूज के अंदर पोटैशियम भी पाया जाता है जोकि रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए काफी उपयोगी होता है।
  • ‌‌‌आंखों के लिए भी तरबूज काफी फायदेमंद होता है। आजकल आप देख रहे हैं कि छोटे से छोटे बच्चे की भी आंखें कमजोर हो चुकी हैं। ‌‌‌आपको बतादें कि तरबूज के अंदर विटामिन ए पाया जाता है जो रेटिना के अंदर पिगमेंट के उत्पादन को बढ़ाने का कार्य करता है। इसके अलावा विटामिन ए कम रोशनी के अंदर अच्छी द्रष्टि को बढ़ावा देने का कार्य करता है। ‌‌‌वैसे आज आप जो हर इंसान के आंख की कमजोरी देख रहे हैं वह सब खाना पान की वजह से हो रही है। यदि आप एक नेचुरल तरबूज खाते हैं जिसके अंदर किसी तरह की दवा का प्रयोग नहीं किया गया हो तो यह आपकी आंखों के लिए काफी उपयोगी होता है। वरना तो नकली से पूरा मार्केट भरा हुआ है।
  • डायबिटीज के मरीजों के लिए भी तरबूज काफी उपयोगी हो सकता है।तरबूज में एंटीऑक्सीडेंट के साथ-साथ एंटीडायबीटिक गुण होते हैं और यह कोलेक्स्टा्रल फ्री होने की वजह से 2 टाइप डाइबिटिज के अंदर इसका प्रयोग किया जा सकता है। ‌‌‌हालांकि प्रयोग करने से पहले आपको डॉक्टरों से संपर्क करने की आवश्यकता है।
  • ‌‌‌शरीर के अंदर की गर्मी को कम करता है तरबूज ।आमतौर पर गर्मी के दिनों मे शरीर का तापमान बढ़ जाता है। और ताप को कम करने मे तरबूज काफी उपयोगी हो सकता है।निर्जलीकरण से बचाने मे तरबूज बहुत ही उपयोगी साबित होता है। ‌‌‌चीनी लोग तरबूज को काफी चाव से खाते हैं। गर्मी के दिनों मे यह आपकी प्यास को बुझा सकता है। हड्डी की मजबूती के लिए भी तरबूज काफी फायदेमंद होता है।तरबूज के अंदर विटामिन सी होता है जोकि हड्डी की मजबूती के लिए काफी फायदेमंद होता है।ऑस्टियोपोरोसिस और हड्डी के फ्रैक्चर जैसी समस्या होने से भी तरबूज रोक सकता है। तो यदि आप चाहते हैं कि आपकी हड्डी काफी मजबूत हो तो आप तरबूज का सेवन कर सकते हैं।
  • ‌‌‌मसूडों की हेल्थ के लिए भी तरबूज काफी फायदेमंद होता है।तरबूज के अंदर विटामिन सी होता है जोकि मसूड़ों को मजबूत बनाने का कार्य करता है।विटामिन सी की कमी की वजह से मसूड़ों के अंदर समस्या हो सकती है। ‌‌‌इसके अलावा तरबूज के अंदर मौजूद पानी दांतों के आस पास मौजूद बैक्टिरिया आदि को साफ करने मे भी काफी मदद करता है।
  • ‌‌‌कोशिकाओं की क्षति के लिए भी तरबूज काफी फायदेमंद होता है।लाइकोपीन नामक तत्व तरबूज के अंदर होता है जो कोशिकाओं की क्षति को कम करने का कार्य करता है।
  • ‌‌‌तनाव को दूर करने मे भी तरबूज काफी फायदेमंद हो सकता है। तरबूज के अंदर विटामिन सी होता है जोकि एक एंटीऑक्सीडेंट है। यह चिंता ,तनाव और थकान को दूर करने के लिए जाना जाता है।यदि आपको किसी भी प्रकार के तनाव की समस्या है तो आप तरबूज का सेवन कर सकते हैं। यह ‌‌‌आपके दिमाग को ठंडक प्रदान करने का कार्य करता है।
  • ‌‌‌एनिमिया के बचाव के रूप में भी तरबूज का प्रयोग किया जा सकता है। जब शरीर को आयरन नहीं मिल पाता है तो एनिमिया हो जाता है।तरबूज का इस्तेमाल एनिमिया के अंदर किया जा सकता है।
  • ‌‌‌कब्ज को दूर करने मे उपयोगी होता है तरबूज । दोस्तों कई लोगों की समस्या कब्ज होती है। और कई बार गलत खान पान की वजह से भी कब्ज हो जाती है। ऐसी स्थिति के अंदर कब्ज को दूर करने के लिए तरबूज का सेवन किया जा सकता है। ‌‌‌कब्ज सबसे आम समस्या है और इसके हर साल कई मिलियन मामले आते हैं। जिस किसी को कब्ज की समस्या रहती है। उसको रोजाना तरबूज का सेवन करना चाहिए । कब्ज उसके बाद रहना बंद हो जाएगी ।
  • ‌‌‌बालो के लिए भी तरबूज काफी फायदेमंद होता है।विटामिन-सी तरबूज के अंदर होता है जो बालों के विकास मे मदद करता है। और बालों की जड़ों को मजबूत करने के पीछे काम करता है। तरबूज में मौजूद विटामिन-सी कोलेजन को बढ़ावा देने में भी मदद करता है।
  • ‌‌‌शरीर के अंदर ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने के लिए तरबूज का प्रयोग किया जा सकता है। तरबूज विटामिन बी का अच्छा स्त्रोत होता है।इसके अलावा तरबूज के अंदर मौजूद पानी की मात्रा भी थकावट को दूर करने मे काफी फायदेमंद होती है।
  • ‌‌‌जलन और सूजन के अंदर भी तरबूज काफी फायदे मंद होता है।तरबूज के अंदर मौजूद लाइकोपीन एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट जैसे तत्व इसमे काफी फायदा पहुंचाते हैं।
  • गर्भावस्था मे भी तरबूज काफी फायदेमंद होता है। फोलिक एसिड, कैल्शियम, विटामिन-ए और आयरन जैसे तत्व इसके अंदर मौजूद होते हैं। एक गर्भवति स्त्री को इनकी बहुत अधिक आवश्यकता होती है। लाइकोपीन नामक तत्व जोकि तरबूज के अंदर मौजूद होता है। यह गर्भ मै मौजूद बच्चे के लिए काफी फायदेमंद होता है।यह बच्चे के विकास के अंदर काफी मदद करता है।

‌‌‌नारियल का पानी

दोस्तों लिवर की गर्मी दूर करने के लिए नारियल का पानी भी काफी फायदेमंद होता है। यह शरीर को ठंडक प्रदान करता है।क्या आपने कभी नारियल का पानी पिया है ? यह काफी अच्छा आपको लग सकता है। और इसको पीने के बाद आप काफी अच्छा महसूस करेंगे ।

‌‌‌नारियल का पानी
  • ‌‌‌नारियल का पानी आपके लिवर के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसके अंदर एंटीऑक्सीडेंट के गुण होते हैं।यह लिवर के अंदर विषाक्त पदार्थ को कम करने का कार्य करता है।इस प्रकार से नारियल का पानी आपकी लिवर के हेल्थ को बनाए रखने मे काफी मदद करता है।
  • ‌‌‌नारियल का पानी आपके बालों को झड़ने से रोकने का काम करता है। नारियल के पानी के अंदर विटामिन के होता है जो बालों को मजबूत बनाने का कार्य करता है।यदि आप अपने बालों को काफी मजबूत बनाना चाहते हैं तो नारियल के पानी की अपने सर के अंदर मालिस करें। यह बालों को जड़ से मजबूत बनाता है। ‌‌‌मालिस करने से बाल काफी मजबूत और चमकदार हो जाते हैं।यह तेल के मुकाबले हल्का होने के कारण चिपचिपा जैसी स्थिति नहीं बन पाती है।
  • ‌‌‌नारियल का पानी उच्च रक्तचाप को कम करने मे भी काफी मददगार साबित होता है। इसके अंदर विटामिन सी, पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे तत्व मौजूद होते हैं। ‌‌‌वैज्ञानिक रिसर्च के अंदर यह बात सामने आई है कि नारियल का पानी हाई बीपी को कंट्रोल करने के लिए काफी कारगर साबित हो सकता है। ‌‌‌यदि आपको भी उच्च रक्तचाप की समस्या है तो नारियल का पानी दिन के अंदर आप पी सकते हैं लेकिन ध्यान रहे अधिक नारियल का पानी नुकसान कर सकता है।
  • निर्जलीकरण से बचाने के लिए भी नारियल का पानी काफी उपयोगी होता है। यदि शरीर के अंदर पानी की कमी होती है तो इसके भयंकर नुकसान हो सकते हैं।नारियल के अंदर कुछ ऐसे तत्व होते हैं जो शरीर के अंदर उर्जा भी प्रदान करते हैं।आप व्यायाम करने के बाद भी नारियल का पानी ले सकते हैं। ‌‌‌वैसे गर्मी के दिनों मे नारियल का पानी आपकी प्यास को बुझा देता है। और काफी समय तक इसको पीने के बाद प्यास नहीं लगती है।
  • ‌‌‌नारियल का पानी  पीने के फायदे यह हैं कि यह कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए जाना जाता है। उच्च कोलेस्ट्रॉल हर्ट से संबंधित रोगों को जन्म देता है। यदि आप अपने दिल को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो नारियल के पानी का सेवन कर सकते हैं।
  • ‌‌‌नारियल का पानी पीने का एक फायदा यह भी है कि यह त्वचा के रोग को दूर करने मे काफी मदद करता है। त्वचा के उपर बनने वाले दाग धब्बे और कील मुंहासों के अंदर कमी आ जाती है। यदि आपको त्वचा से जुड़ी समस्याएं हैं तो नारियल का पानी आप पी सकते हैं। यह आपके लिए काफी फायदेमंद साबित होगा ।
  • ‌‌‌यदि आपके अंदर वजन की समस्या है । कुछ लोगों को अपने देखा भी होगा जिनका पेट बाहर निकल जाता है। और ऐसी स्थिति के अंदर उनके लिए नारियल का पानी काफी उपयोगी साबित हो सकता है। नारियल का पानी पेट की चर्बी को कम करने के लिए भी जाना जाता है।
  • ‌‌‌कुछ लोगों को बार बार पत्थरी की समस्या होती है।कुछ लोगों केा यह पत्थरी बहुत अधिक परेशान करती है जिसकी वजह से बार बार ऑपरेशन करवाना पड़ता है। ऐसी स्थिति के अंदर नारियल का पानी पत्थरी को बाहर निकाल सकता है।‌‌‌यदि पत्थरी की समस्या है तो नारियल का पानी पीयें ।यह पत्थरी को बाहर निकाल सकता है।
  • थायराइड की समस्याओं के अंदर भी नारियल का पानी काफी उपयोगी होता है। यदि किसी को थायराइड हार्मोन की समस्या है तो नारियल का पानी काफी उपयोगी हो सकता है। यह थायराइड हार्मोन के संतुलन के लिए जाना जाता है।
  • ‌‌‌आज के समय मे आप जानते ही हैं कि शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता कितनी उपयोगी है। क्योंकि यह आपको कोरोना से बचाती है। जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक होती है वे आसानी से कोरोना के चपेट मे आ जाते हैं। और कइयों की मौत हो जाती है तो कुछ ब्लैक फंगस के शिकार हो रहे हैं।। ऐसी स्थिति के अंदर ‌‌‌नारियल का पानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए जाना जाता है।
  • ‌‌‌बालों की सेहत के लिए भी नारियल का पानी काफी अच्छा होता है।आज हर कोई सुंदर दिखना चाहता है और इसके लिए वह बहुत कुछ करता है। नारियल का पानी से आप बालों को घना और चमकदार बना सकते हैं। यह आपके बालों को झड़ने से भी रोकने का कार्य करता है।
  • ‌‌‌नारियल के पानी के अंदर प्रचुर मात्रा मे इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं जो आपके शरीर की थकान को दूर करने का कार्य करते हैं। यदि आप काम करके थक गए हैं तो नारियल के पानी का सेवन करें । आपकी थकान दूर हो जाएगी ।

‌‌‌पुदीने का सेवन करें

दोस्तों पुदीने के बारे मे तो आप जानते ही होंगे ।यह आपके लिवर की ही नहीं पूरे शरीर की गर्मी को दूर करने का कार्य करता है।गर्मी के अंदर पुदीने का सेवन करना काफी फायदेमंद होता है। पुदीने से हर्बल चाय से लेकर  एसेंशियल ऑयल  तक बनाए जाते हैं। एंटीमाइक्रोबियल, एंटीवायरस, एंटीऑक्सीडेंट और एंटीट्यूमर जैसे गुण पुदीने के अंदर मौजूद होते हैं। हालांकि अब पुदीने की खेती की जाती है। बाजार के अंदर पुदीने का जूस बनाकर भी बेचा जाता है।

‌‌‌पुदीने का सेवन करें
  • याददाश्त बढ़ाने के लिए भी पुदीने का प्रयोग किया जा सकता है। यह काफी फायदेमंद होता है। इंग्लैंड के अंदर हुए एक रिसर्च मे यह बात सामने आई है कि जिन लोगों ने पुदीने की बनी चाय का सेवन किया था। उनकी बुद्धि का स्तर काफी तेज हो गया और उनकी दिमागी कार्यप्रणाली के अंदर काफी सुधार हुआ था।‌‌‌यदि आप याददाश्त को बढ़ाना चाहते हैं तो पुदीने की चाय का सेवन कर सकते हैं यह आपके लिए काफी फायदेमंद होता है।
  • इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम के सुधार मे भी पुदीना काफी उपयोगी होता है। इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम एक प्रकार का विकार होता है जोकि बड़ी आंत को प्रभावित करता है। जिससे पेट दर्द और कब्ज आदि की समस्या होती है। ‌‌‌रिसर्च के अंदर यह बात सामने आई है कि पुदीने की चाय के अंदर एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जोकि इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम  को सही करने मे काफी मददगार होते हैं।
  • ‌‌‌यदि बार बार मितली आ रही है तो पुदीना इस समस्या का हल कर सकता है।यदि बार बार मितली आ रही है जी घबरा रहा है तो आप पुदीने का जूस ले सकते हैं। आमतौर पर यह शहरों के अंदर आसानी से मिल जाता है। बहुत से लोग इस जूस को पीते हैं। यह मिलती की समस्या को हल कर देता है। हालांकि पीने मे उतना स्वादिष्ट ‌‌‌ नहीं होता है।
  • ‌‌‌यदि आपको सिरदर्द की समस्या है तो पुदीने का तेल आप सिर पर लगा सकते हैं। यह आपके सिर दर्द को खत्म कर देगा । पुदीने का तेल आप मार्केट से खरीद सकते हैं। यह आपको आसानी से मिल जाएगा । ‌‌‌पाचन के लिए काफी फायदेमंद होता है पुदीना । दोस्तों पुदीना आपके पाचन की समस्या को हल कर सकता है।यह शरीर के अंदर पाचक रस को बढ़ाने के लिए काम करता है। यदि आपको पाचक की समस्या है तो पुदीने का सेवन कर सकते हैं।
  • ‌‌‌स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए भी पुदीने का तेल काफी फायदेमंद हो सकता है। आमतौर पर स्तन के अंदर दर्द ,स्तन मे पड़ने वाली दराद व दाग को दूर करने मे काफी उपयोगी हो सकता है। जहां पर स्तनों मे दर्द हो वहां  पुदीने के तेल की मालिस करें । यह आपके लिए काफी उपयोगी होगा ।
  • कोल्ड और फ्लू की समस्या सबसे आम समस्याओं के अंदर आती है। यदि किसी को ठंड लग गई है है तो पुदीना इसके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है।पुदीना कफ को बाहर निकालने मे मदद करता है और खांसी को दूर करता है। आमतौर पर ठंड लगने पर गला भी खराब रहता है। यह गले को भी सही करने का कार्य करता है।
  • ‌‌‌सांसों की बदबू को दूर करने मे भी पुदीना काफी फायदे मंद होता है। कुछ लोगों को सांसों की बदबू काफी परेशान करती है। ऐसी स्थिति के अंदर पीड़ित व्यक्तिे शर्मिंदा भी होना पड़ता है। ‌‌‌इस रिसर्च के अंदर 100 छात्रों को शामिल किया गया और उनको पुदीने के पानी का कुल्ला दिन के अंदर 3 बार करवाया गया । परिणाम मे यह देखा गया कि उनके सांसों की बूदबू कम हो गई थी। इस प्रकार से पुदीना सांसों की बदबू को कम करने के लिए जाना जाता है।
  • ‌‌‌अवसाद और तनाव को दूर करने के लिए भी पुदीने का प्रयोग किया जा सकता है।रिसर्च के अंदर यह पाया गया है कि पुदीना अवसाद और तनाव को दूर करने मे काफी उपयोगी हो सकता है। ‌‌‌यदि किसी को तनाव की समस्या है तो उसे पुदीने की चाय पीनी चाहिए । यह पेट के अंदर ठंडक प्रदान करता है। जिससे कि शरीर की गर्मी दूर होती है। और दिमाग भी शांत होता है। आमतौर पर जब इंसान तनाव के अंदर होता है तो उसके दिमाग के अंदर विचारों की गति बढ़ जाती है। पुदिना दिमाग को शांत करता है। ‌‌‌पुदीना मोटापे को कम करने के लिए भी जाना जाता है। पेपरमिंट ऑयल भूख को कम करता है। जिससे हम कम खाना खाते हैं जिससे की मोटापा अपने आप ही घटता चला जाता है। ‌‌‌हालांकि कुछ रिसर्च के अंदर यह बात भी सामने आई है कि पुदीने  का अर्क वजन को बढ़ा भी सकता है। हालांकि पुदीने के उपर और अधिक अच्छे से रिसर्च करने की आवश्यकता है।
  • ‌‌‌त्वचा की समस्याओं को दूर करने के लिए भी पुदीने का उपयोग काफी फायदेमंद होता है।बैक्टीरियल संक्रमण की वजह से त्वचा मे कई रोग हो सकते हैं। जैसे त्वचा मे जलन होना , खुजली होना और पुदीना के अंदर एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीवायरल गुण होने की वजह से यह त्वचा की समस्याओं को दूर करने के लिए ‌‌‌ काफी मददगार होती है।

‌‌‌प्याज खाने से होगी लिवर की गर्मी दूर

प्याज खाने से लिवर की गर्मी दूर होती है व्याज एक ऐसा फूड है जिसका सेवन आप गर्मियों के अंदर कर सकते हैं । यह आपके शरीर के अंदर ठंडक प्रदान करता है और गर्मी को दूर करने मे काफी मदद करता है। अक्सर हम इसको गर्मी के अंदर खाते हैं। ‌‌‌प्याज को हम सलाद के साथ खाते हैं।प्याज को खाने से लू नहीं लगती है। और यह खाने के अंदर उतने स्वादिष्ट नहीं होते हैं लेकिन इनको काटते समय आंखों मे आंसू जरूर आ जाते हैं। ‌‌‌प्याज को सिर्फ भारत के अंदर ही नहीं वरन विदेशों मे भी चाव से खाया जाता है। इसकी चटनी या सब्जी बनाकर खाया जा सकता है या फिर यह आप इसको कच्चा ही खा सकते हैं। ‌‌‌प्याज आयरन, पोटैशियम और विटामिन-सी व बी6 का बहुत अच्छा स्त्रोत होता है। इसके अलावा इसके अंदर मैंगनीज भी होता है।

प्याज काटने पर आंसू क्यों आते हैं
  • डायबिटीज के मरीजों के लिए प्याज काफी फायदेमंद होता है। चूहों पर हुए एक वैज्ञानिक रिसर्च मे यह बात सामने आई है कि प्याज रक्त शर्करा के स्तर को कम कर देता है। प्याज मे क्रोमियम होता है जो मधुमेह के रोगियों के लिए काफी फायदेमंद होता है। सल्फर, क्वेरसेटिन व एंटीडायबिटिक गुण आपके मधुमेह पर काफी सकारात्मक प्रभाव डालते हैं।यदि आप चाहतें हैं कि आपको डायबिटीज की समस्या ना हो तो आप प्याज को रोजाना अपने खाने के अंदर शामिल कर सकते हैं। यह आपकी सेहत के लिए काफी अच्छा साबित होगा ।
  • ‌‌‌कैंसर को रोकने मे भी प्याज काफी फायदेमंद होता है।प्याज में क्वेरसेटिन व एंथोसायनिन जैसे तत्व होते हैं जोकि कैंसर कोशिकाओं को पनपने से रोकने का कार्य करते हैं। एंटीऑक्सीडेंट गुण प्याज के अंदर होते हैं जो शरीर के अंदर मुक्त कणों के फैलने से रोकता है।वैज्ञानिक रिसर्च के अंदर यह बात सामने आई है कि जो लोग प्याज का अधिक सेवन करते हैं । उनको मुंह के कैंसर होने की संभावना बहुत ही कम हो जाती है। यदि आप चाहते हैं कि आपको भी कैंसर जैसी बीमारी ना छूए तो रोजाना ‌‌‌ अपनी डाइट के अंदर प्याज को शामिल करें ।यह आपके शरीर को भी ठंडक प्रदान करेंगे ।
  • ‌‌‌मूत्र मार्ग के अंदर संक्रमण को भी दूर करता है।अक्सर महिलओं के मूत्र मार्ग के अंदर संक्रमण हो जाता है। ऐसी स्थिति के अंदर मूत्र का त्याग करते समय काफी दर्द होता है। और कई बार बुखार भी आ जाता है। एंटीबैक्टीरियल गुण प्याज मे होने की वजह से यह राहत प्रदान कर सकता है। इसके लिए कुछ प्याज ले और उनको पानी के अंदर काटकर उबालें । उसके बाद उस पानी का सेवन करें । यह काफी फायदेमंद होगा ।
  • ‌‌‌किडनी की पत्थरी को दूर करने मे भी प्याज काफी फायदेमंद होता है। यदि किसी को किड़नी की पत्थरी की समस्या है तो प्याज को कूट कर उसका रस निकालें और उसके अंदर चीनी मिलाएं । उसके बाद उसका सेवन करें । यह काफी फायदेमंद होता है।
  • ‌‌‌आपके दिमाग को हेल्थी बनाता है प्याज । दोस्तों प्याज के अंदर एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जोकि आपके दिमाग के लिए काफी अच्छा होता है।यह दिमाग के अंदर विषैले पदार्थों के जमा होने से रोकता है।इसके अलावा यह उम्र बढ़ने के साथ ही याददाश्त को कमजोर होने से बचाने का कार्य करता है। ‌‌‌यदि आप प्याज को खाते हैं तो वैसे तो कई तरीकों से खा सकते हैं लेकिन कच्चे प्याज को खाना और भी फायदेमंद होता है।
  • ‌‌‌शरीर के अंदर उर्जा को बढ़ाने के लिए भी प्याज काफी फायदेमंद होता है। यदि आप शरीर की उर्जा को जल्दी ही बढ़ाना चाहते हैं तो प्याज काफी बेहतर चीज है।यह शरीर की कार्यक्षमता को बनाए रखने मे मदद करता है।
  • ‌‌‌हैजे मे भी प्याज काफी फायदेमंद होता है।प्याज मे एंटीबैक्टीरियल  गुण होने की वजह से यह हैजे के उपचार मे काफी फायदेमंद होता है। एक संक्रामक आंत्रशोथ है जो वाइब्रियो कॉलेरी नामक जीवाणु के एंटेरोटॉक्सिन उतपन्न करने वाले उपभेदों के कारण होता है।यह दूषित भोजन या पानी के पीने की वजह से पैदा होता है।  ‌‌‌कुछ लोगों को खून के थक्के बनने की समस्या होती है। ऐसे लोगों को प्याज का सेवन करना चाहिए । प्याज मे रुटीन नामक एक तत्व होता है जो खून के थक्के बनने से रोकने के लिए एक विशेष प्रकार के एंजाइम को स्त्रावित होने की प्रक्रिया को बनान मे मदद करता है।
  • लिवर की गर्मी के लक्षण यदि आपको नजर आते हैं , तो आपको चाहिए कि आप एक बार अपने डॉक्टर से बात करें , और अपने डॉक्टर को दिखाएं आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है , आपको उसका पालन करना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा । हां आप घर पर कुछ उपाय कर सकते हैं , जोकि आपकी काफी मदद करेंगे। लेकिन लंबे समय तक आपको इन उपायों को नहीं करना चाहिए । जल्दी से जल्दी यदि आप अपने डॉक्टर को दिखाते हैं , तो समस्याओं का जल्दी ही समाधान हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।

लिवर की गर्मी के लक्षण लेख के अंदर हमने लिवर की गर्मी के लक्षणों को जाना इसके अलावा लिवर की गर्मी को दूर करने के लिए कुछ ठंडे पदार्थों के बारे मे भी जाना उम्मीद करते हैं कि आपको यह लेख पसंद आया होगा ।

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  1. Kanhaiya saini

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arif khan

‌‌‌हैलो फ्रेंड मेरा नाम arif khan है और मुझे लिखना सबसे अधिक पसंद है। इस ब्लॉग पर मैं अपने विचार शैयर करता हूं । यदि आपको यह ब्लॉग अच्छा लगता है तो कमेंट करें और अपने फ्रेंड के साथ शैयर करें ।‌‌‌मैंने आज से लगभग 10 साल पहले लिखना शूरू किया था। अब रोजाना लिखता रहता हूं । ‌‌‌असल मे मैं अधिकतर जनरल विषयों पर लिखना पसंद करता हूं। और अधिकतर न्यूज और सामान्य विषयों के बारे मे लिखता हूं ।