लिवर खराब की पहचान के लक्षण liver damage ke lakshan

‌‌‌ लिवर खराब की पहचान , liver damage ke lakshan, लिवर को हिंदी के अंदर जिगर ,कलेजा और यकृत नाम से भी जाना जाता है।यह केवल कशेरूकी प्राणियों के अंदर ही पाया जाता है । इसका कार्य पाचन के लिए रसायन बनाना होता है।मनुष्यों में, यह पेट के दाहिने-ऊपरी हिस्से में डायाफ्राम के नीचे स्थित होता है। और इसके नीचे एक थैलीनुमा संरचना होती है जिसको हम ‌‌‌पिताशय के नाम से जानते हैं। इसके अंदर जिगर के द्धारा स्त्रावित रस संग्रहित होता है।

यह लालपन लिए भूरे रंग का बड़ा लोचदार होता है। यही वजह है कि इसके उपर दाब पड़ने के बाद भी यह आसानी से अपना आकार बनाए रखता है।जिगर का अत्यधिक विशिष्ट ऊतक , जिसमें ज्यादातर हेपेटोसाइट्स होते हैं , उच्च मात्रा में जैव रासायनिक प्रतिक्रियाओं की एक विस्तृत विविधता को नियंत्रित करता है।

‌‌‌वैसे आपको बतादें कि कई बार जब किसी का जिगर या दिल खराब हो जाता है तो उसके बाद वर्तमान मे बनाए हुए कृत्रिम दिल को उसके अंदर बैठाया जाता है लेकिन यह उतना अधिक सफल नहीं होता है।

एक मानव जिगर का वजन आम तौर पर लगभग 1.5 किग्रा (3.3 पौंड) [9] होता है और इसकी चौड़ाई लगभग 15 सेमी (6 इंच) होती है।और यह मानव शरीर का सबसे भारी अंग और सबसे बड़ी ग्रंथी भी होती है।

‌‌‌जिगर दो बड़ी रक्तवाहिनों से जुड़ा होता है जिसके अंदर यकृत धमनी और पोर्टल शिरा होती हैं।यकृत धमनी महाधमनी से सीलिएक ट्रंक के माध्यम से ऑक्सीजन युक्त रक्त ले जाती है , जबकि पोर्टल शिरा पूरे जठरांत्र संबंधी मार्ग से और प्लीहा और अग्न्याशय से भी पचने वाले पोषक तत्वों से युक्त रक्त को ले जाने का ‌‌‌कार्य करती है।

‌‌‌इन रक्त वाहिकाओं को लीवर साइनसॉइड्स के नाम से जाना जाता है यह छोटी नलिकाएं होती हैं।लोब्यूल्स यकृत की कार्यात्मक इकाइयाँ होती हैं । प्रत्येक लोब्यूल्स लाखों कोशिकाओं से बना होता है। ‌‌‌लिवर  पेरिटोनियम से प्राप्त एक सीरस कोट में ढकी हुई है।

‌‌‌यदि आप जिगर को उपर की ओर से देखते हैं तो यह मुख्य रूप से दो भागों के अंदर विभाजित होता है। दांया लोब और बांया लोब और यदि आप नीचे से देखते हैं तो यह बाएं, दाएं, पुच्छल और चौकोर लोब के अंदर विभाजित होता है। संरचनात्मक स्थलों में लिगामेंटम वेनोसम और यकृत के गोल बंधन शामिल हैं , जो आगे यकृत के बाईं ओर को दो खंडों में विभाजित करते हैं। एक महत्वपूर्ण संरचनात्मक मील का पत्थर, पोर्टा हेपेटिस , इस बाएं हिस्से को चार खंडों में विभाजित करता है।

‌‌‌आपको यह जानकर हैरानी होगी की आपका लिवर 500 से अधिक कार्यों को सम्पन्न करता है और यदि लिवर विफल होता है तो उसके स्थान पर लगाये गए कृत्रिम लिवर इसके सम्पूर्ण कार्यों को करने मे सक्षम नहीं होता है। ‌‌‌लिवर शरीर की कुल ऑक्सीजन का 20 प्रतिशत हिस्सा खपत करता है।

‌‌‌लिवर को ‌‌‌लिवर पोर्टल शिरा और ‌‌‌लिवर धमनियों से दोहरी रक्त आपूर्ति प्राप्त होती है। यकृत पोर्टल शिरा यकृत की रक्त आपूर्ति का लगभग 75% वितरित करती है और प्लीहा, जठरांत्र संबंधी मार्ग और उससे जुड़े अंगों से निकलने वाले शिरापरक रक्त को वहन करती है

‌‌‌और लिवरी की ऑक्सीजन की बात करें तो इसकी पूर्ति यकृत पोर्टल शिरा और आधी यकृत धमनियों की मदद से पूरी की जाती है।रक्त यकृत के साइनसोइड्स से बहता है और प्रत्येक लोब्यूल की केंद्रीय शिरा में खाली हो जाता है।

यकृत लिपिड चयापचय में भी काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।यह कोलेस्ट्रॉल संश्लेषण, लिपोजेनेसिस , और ट्राइग्लिसराइड्स का उत्पादन करता है। और आपके शरीर के लिपो प्रोटीन का एक बड़ा हिस्सा यकृत के द्धारा संश्लेषित होता है।

‌‌‌इसके अलावा लीवर आवश्यक पित्त का उत्पादन करता है जो पीले रंग का एक तरल पदार्थ होता है । और आहार और विटामिन के अवशोषण मे मदद करता है।यकृत इंसुलिन और अन्य हार्मोन के टूटने के लिए जिम्मेदार होता है।

लिवर ग्लुकुरोनिडेशन के माध्यम से बिलीरुबिन को तोड़ता है।इसके अलावा लिवर अमोनिया को यूरिया के अंदर बदलकर उसे शरीर से बाहर निकालने मे भी मदद करता है।इसके अलावा यह अधिकांश औषधिय पदार्थों को तोड़ने मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

‌‌‌अब तक हमने लिवर के बारे मे कॉमन जाना कि यह किस तरह का होता है ? अब हम जानेंगे कि लिवर खराब की पहचान क्या होती है ? कैसे पता चलता है कि लिवर खराब हो चुका है ? इसके उपर विस्तार से जानने का प्रयास करते हैं।

‌‌‌वैसे आपको बतादें कि लिवर के कमजोर होने या उसके अंदर अलग अलग तरह की समस्या आने के अलग अलग लक्षण हो सकते हैं जिनके उपर हम चर्चा करने वाले हैं।

यदि आपके लिवर के अंदर कुछ सामान्य कमजोरियां हैं तो आपका लिवर कई अलग अलग लक्षण दे सकता है । जिसमे कुछ इस प्रकार से हैं।

Table of Contents

‌‌‌ लिवर खराब की पहचान त्वचा के अंदर खुजली होना

वैसे तो खुजली होना बहुत ही आम बात होती है।लेकिन आपकी त्वचा मे सामान्य से अधिक खुजली हो रही है तो यह लिवर खराब होने का संकेत हो सकता है। क्योंकि लिवर के सही काम नहीं करने पर बॉइल जूस खून के अंदर घूलने लग जाता है जो आपके अंदर खुजली पैदा करता है आपको चाहिए कि आप ‌‌‌एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करें ।बॉइल जूस जिसको पित भी कहा जाता है यह एक ऐसा पदार्थ होता है जोकि पाचन के अंदर सहायक होता है।

‌‌‌ liver damage ke lakshan  चेहरे पर दाग धब्बे और दाने दिखना

अपने चेहरे को ध्यान से देखें यदि चेहरे पर दाग या धब्बे या फिर काले दाने दिखाई दे रहे हैं तो यह लिवर के खराब होने का संकेत हो सकते हैं क्योंकि जब लिवर खराब होने लग जाता है तो फिर टायरोनेज नामक एक तत्व की मात्रा शरीर के अंदर बढ़ जाती है । जिससे आपके ‌‌‌शरीर के उपर दाग धब्बे दिखाई देते हैं।यदि किसी के भी चेहरे पर इस प्रकार से दिखाई दे रहे हैं तो उसे नजर अंदाज करना काफी घातक सिद्ध हो सकता है।

‌‌‌हालांकि चेहरे पर दाग और दाने बनने के अन्य कारण भी हो सकते हैं।इसलिए आपको अधिक परेशान होने की जरूरत नहीं है।

‌‌‌ लिवर खराब की पहचान सांसों के अंदर बूदबू का आना

वैसे तो सांसों के अंदर बूदबू का आना मुंह की समस्या की वजह से हो सकता है। जैसे कि आपने कुछ खाया और उसके बाद आपके अंदर से बूदबू आने लगी । लेकिन यह कई बार लिवर के खराब होने का भी संकेत दे सकती है।‌‌‌ऐसा इसलिए होता है क्योंकि लिवर के अंदर सिरोसिस हो जाता है जिसकी वजह से खून के अंदर डाईमिथाइल सल्फाइड आ जाता है और सांसो के अंदर बूदबू आने लग जाती है।

लिवर खराब की पहचान  के लक्षण

लीवर सिरोसिस लिवर कैंसर के बाद सबसे भयंकर बीमारी होती है। जिसके अंदर लिवर की कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं और उसके बाद लिवर के अंदर फाइबर तंतुओं का विकाश हो जाता है। पहले पहले तो इसके लक्षण दिखाई नहीं देते हैं । लेकिन उसके बाद काफी लक्षण नजर आते हैं। भूख कम लगने लग जाती है। ‌‌‌अचानक ,शरीर का वजन बढ़ जाना ,शरीर पर चोट के निशान बन जाना और फेट का फूलना शामिल होता है।वैसे इस बीमारी का सीधा कोई ईलाज नहीं है । लिवर को फैल होने से बचाने के लिए दवाएं दी जाती हैं।

‌‌‌चोट लगने पर खून का ना रूकना

आमतौर पर यदि किसी को चोट लग जाती है।तो फिर  खून के बहाव आसानी से रूक जाता है लेकिन यदि लिवर खराब है तो खून का धक्का नहीं जमा हो पाएगा । और खून नहीं रूकेगा । कारण यह है कि लिवर के खराब होने पर वह प्रोटिन पैदा नहीं हो पाएगी जो खून का थक्का बनाने के लिए ‌‌‌आवश्यक होती है।तो यदि किसी को मामूली चोट के बाद भी खून नहीं रूक रहा है तो अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए ।

‌‌‌हथेलियों के लक्षण

यदि लिवर खराब हो चुका है तो हथेलियां लाल हो जाएंगी और उनके अंदर दर्द वह सूजन आ जाएगा । ऐसी स्थिति के अंदर यदि कोई है तो इसको नजर अंदाज करना काफी घातक साबित हो सकता है।

‌‌‌भूख कम या ना के बराबर लगती है

यदि आप खुद को पूरी तरह से अच्छा महसूस कर रहे हैं लेकिन आपको भूख बहुत ही कम या ना के बराबर लग रही है तो यह काफी गम्भीर समस्या हो सकती है।आमतौर पर जब लिवर की क्षति होती है तो भूख बहुत कम लगती है। संभव है कि शरीर कुछ बताने की कोशिश कर रहा है आपको वह संकेत समझने ‌‌‌की जरूरत है।

हालांकि भूख ना लगने के और भी कारण हो सकते हैं लेकिन वे समान्य कारण आमतौर पर गैसे वैगरह की वजह से होते हैं जो अपने आप ही ठीक हो जाते हैं।‌‌‌लेकिन यदि लिवर की समस्या है तो फिर यह अपने आप ठीक नहीं होगी और समस्या बढ़ती ही चली जाएगी ।

‌‌‌आपका नींद का पैटर्न गड़बड़ा रहा है

दोस्तों यदि किसी को लिवर सिरोसिस की समस्या होती है तो वह सही से नींद नहीं ले पाएगा । यदि आपको यह समस्या है तो आप सही से नींद नहीं ले पाएंगे । यह जब डवलप होता है तो फिर नींद की समस्या शूरू हो जाती है। मिस्र के जर्नल ऑफ चेस्ट डिजीज एंड ट्यूबरकुलोसिस में प्रकाशित 2012 ‌‌‌के रिसर्च के अंदर यह बात सामने आई है कि लिवर की समस्या आपके नींद के पेटर्न को बुरी तरह से बरबाद कर सकती है।

‌‌‌यादाश्त के अंदर कमी गई है

वैसे तो छोटी मोटी बातें भूल जाना बहुत ही आम हो चुका है। जैसे कि कार की चाबी कहीं रखकर भूल जाना और उसके बाद उसकी तलास करते फिरना लेकिन यदि आम दिनों के अंदर आपकी यादाश्त बहुत खराब हो गई है तो यह लिवर की विफलता का परिणाम हो सकती है। आमतौर पर जब लिवर रक्त से ‌‌‌विषाक्त पदार्थों को अच्छे तरह से नहीं निकाल पाता है तो यह आपके दिमाग मे पहुंच जाते हैं और उसके बाद हेपेटिक एन्सेफेलोपैथी का निर्माण दिमाग मे हो जाता है जो स्मृति हानि करता है।

‌‌‌यदि आपकी थकावट बढ गई है

वैसे तो थकान होना बहुत ही आम बात होती है क्योंकि जब हम बहुत काम कर लेते हैं तो थक जाते हैं लेकिन यदि आपको लग रहा है कि आप हर समय बिना काम किये ही थके थके रहते हैं तो यह लिवर की समस्या का संकेत हो सकता है।मस्तिष्क के भीतर न्यूरोट्रांसमिशन में परिवर्तन के कारण हो सकता है।कैनेडियन जर्नल ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी एंड हेपेटोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन के अंदर इस बात की पुष्टि हुई है।

‌‌‌आंखों या त्वचा के अंदर पिलापन दिखना

आंखों और त्वचा के उपर आपको पिलापन दिखाई देता है तो यह लिवर की क्षति का संकेत हो सकता है।लेकिन यह पिलिया का संकेत भी हो सकता है।यह शरीर में बिलीरुबिन के उच्च स्तर के कारण होता है। लेकिन यह सिरोसिस से लेकर हेपेटाइटिस बी की वजह से भी यह संकेत हो सकता है।‌‌‌अचानक वजन बढ़ना

यदि आपका वजन अचानक से बढ़ने लग जाता है तो फिर लीवर सिरोसिस का संकेत यह हो सकता है।लीवर सिरोसिस के बारे मे वैसे तो हम बता ही चुके हैं यह एक ऐसी बीमारी होती है जो लिवर के अंदर रक्त प्रवाह को अवरूद कर देती है। इसका वैसे एक मात्र ईलाज लिवर को बदलना ही होता है। हालांकि दवाओं से ‌‌‌इसके प्रभाव को रोका जा सकता है।

‌‌‌अचानक से वजन का कम होना लिवर के खराब होने का संकेत है

दोस्तों जिस प्रकार से अचानक से वजन का बढ़ना लिवर के खराब होने का संकेत हो सकता है तो अचानक से वजन का कम होना भी लिवर की समस्या हो सकती है।‌‌‌यह यह हेपेटाइटिस सी का संकेत हो सकता है जिसके अंदर लिवर के अंदर सूजन आ जाती है।यह एक प्रकार का वायरल संक्रमण होता है । जो आपके लिवर को नुकसान पहुंचाता है।

‌‌‌हथेलियों का रंग अचानक से लाल हो जाना

यदि आपकी हथेलियां अचानक से लाल रंग की हो जाती हैं तो यह यह गैर-मादक वसायुक्त यकृत रोग का संकेत हो सकता है।यह रोग यकृत कोशिकाओं के अंदर अधिक वसा के जमा हो जाने की  वजह से यह रोग हो जाता है।NAFLD दुनिया भर में तेजी से आम है, खासकर पश्चिमी देशों में। संयुक्त राज्य अमेरिका में, यह पुरानी जिगर की बीमारी का सबसे आम रूप है, जो लगभग एक-चौथाई आबादी को प्रभावित करता है।

‌‌‌शरीर पर लाल निसान का दिखना

वैसे तो उम्र बढ़ने के बाद शरीर की त्वचा काफी पतली हो जाती है और उसके बाद चोट आसानी से लग जाती है। लेकिन यदि त्वचा के उपर लाल चकते दिखाई दे रहे हैं तो यह काफी गम्भीर समस्या हो सकती है।यह यकृत की क्षति के संकेतों में से एक हो सकता है।

‌‌‌हाथ और पैरों के अंदर सूजन होना

हाथ और पैरों मे सूजन के वैसे तो कई कारण हो सकते हैं लेकिन कई बार लिवर की समस्याओं की वजह से हाथ और पैरों के अंदर सूजन आ जाती है। यदि आपको यह समस्या है तो जल्दी से जल्दी डॉक्टर की मदद लेने की आवश्यकता है।

‌‌‌liver problems ke lakshan आसानी से भ्रमित हो जाना

आमतौर पर जिगर की विफलता की वजह से आप आसानी से भ्रमित हो सकते हैं। यदि आप सामान्य कार्यों और चीजों के अंदर भ्रमित महसूस कर रहे हैं जिनके अंदर आपको भ्रमित नहीं होना चाहिए तो यह एक बड़ी समस्या के होने का संकेत हो सकता है।

‌‌‌ध्यान केंद्रित करने मे समस्याएं

यदि आपको ध्यान केंद्रित करने मे समस्या हो रही है तो यह आपके लिवर खराब होने का संकेत भी हो सकता है। आप काफी कोशिश करने के बाद भी आपका ध्यान केंद्रित नहीं हो पा रहा है तो यह लिवर की समस्या होने की तरफ ईशारा कर रहा है।

‌‌‌पूरे शरीर के अंदर दर्द होना

यदि आप व्यायाम भी नहीं कर रहे हैं ।उसके बाद भी आपके पूरे शरीर के अंदर दर्द हो रहा है तो यह आपके पित्त की समस्या हो सकती है जोकि पूरे शरीर के अंदर दर्द पैदा करती है। इसके साथ ही शरीर मे खुजली भी हो सकती है। यदि आपको यही समस्या लग रही है तो अपने डॉक्टर से संपर्क ‌‌‌करने की जरूरत है।

‌‌‌पेट का फूला हुआ महसूस करना

वैसे तो पेट फूलना आमतौर पर गैस की वजह से हो सकता है।लेकिन गैस की वजह से हमेशा से ही पेट फूला हुआ नहीं रहता है। असल मे यह कुछ समय के लिए होता है। लेकिन यदि आप नियमित रूप से ही पेट को फूला हुआ महसूस कर रहे हैं तो यह लिवर की समस्या हो सकती है।‌‌‌यदि यह लिवर का संकेत है तो आपको जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर से संपर्क करने की जरूरत है।

‌‌‌गहरे रंग का मूत्र आना

यदि आप देखते हैं कि आपके मूत्र का रंग काफी गहरा हो गया है तो यह लिवर खराब होने का साफ साफ संकेत होता है।जॉन्स हॉपकिन्स मेडिसिन का कहना है कि बिलीरुबिन आंखों या त्वचा के पीलेपन के लिए जिम्मेदार है लेकिन इससे मूत्र का रंग भी गहरा हो सकता है।‌‌‌और यदि आप ईलाज के अंदर लापरवाही बरतते हैं तो फिर समस्या बढ़ती जाती है । इस वजह से जितना जल्दी हो सके अपने डॉक्टर से संपर्क करें ।

‌‌‌नियमित रूप से ठंड का लगना

यदि आपको नियमित रूप से ठंड लग रही है तो यह एक समस्या  हो सकती है। और आपको इसको लेकर सजग रहने की आवश्यकता है।यह लीवर की बीमारी के दौरान कोलेस्टेसिस का संकेत हो सकता है। यह तब होता है जब पित्त का प्रवाह कम हो जाता है या बंद हो जाता है।

‌‌‌पेट के दाहिनी तरफ दर्द होना

कई पर पेट के दाहिनी तरफ दर्द हो रहा है तो आपको अधिक सावधान रहने की आवश्यकता है। यह आपके लिवर की समस्या भी हो सकती है। हालांकि इस दर्द के और भी कई कारण हो सकते हैं। लेकिन हम लिवर के कारणों पर चर्चा करेंगे ।‌‌‌लिवर के फोड़े की वजह से यह हो सकता है।लीवर फोड़ा लीवर में मवाद से भरी थैली होती है जो ऊपरी पेट के दाहिने हिस्से में दर्द पैदा कर सकती है।लिवर के अंदर फोड़ा कई कारणों से हो सकता है जैसे कि जिगर की क्षति, या पेट में संक्रमण जैसे एपेंडिसाइटिस या छिद्रित आंत्र आदि ।

‌‌‌ लिवर खराब की पहचान यदि मुंह और आंखे सूख गये हों

वैसे तो मुंह और आंखों के सूखने के पीछे अन्य कारण भी हो सकते हैं। लेकिन पित्त की समस्या होने की वजह से भी मुंह और आंखे सुख जाते हैं। यह किसी पुरानी बीमारी के लक्षण भी हो सकते हैं।

मिट्टी के रंग का मल

यदि आपको मिट्टी के रंग का मल आ रहा है तो आपको जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर को संपर्क करने की जरूरत है। क्योंकि यह जिगर की समस्या की वजह से हो सकता है। आमतौर पर लिवर के अंदर फोड़ा होने की वजह से यह हो सकता है।

  • मिट्टी के रंग का मल
  • गहरे रंग का पेशाब
  • भूख न लगना
  • मतली या उलटी
  • अचानक वजन कम होना
  • पीलिया
  • बुखार

‌‌‌ लिवर खराब की पहचान शराब पीने से लिवर खराब होने के लक्षण

‌‌‌ लिवर खराब की पहचान शराब पीने से लिवर खराब होने के लक्षण

भले ही बहुत से लोग आपको यह कहते हुए मिल जाएंगे कि शराब पीने से लिवर खराब होता है लेकिन असल मे कुछ ऐसे भी लोग होते हैं जो शराब नहीं पीने के बाद भी उनका लिवर खराब हो जाता है।‌‌‌लेकिन एक बात जरूर है ,जो इंसान शराब पीते हैं वे बहुत ही जल्दी मर जाते हैं और उनका लिवर या कोई अंग जल्दी ही जवाब दे देता है। हाल ही के अंदर हमारे घर के पास एक ऐसा इंसान मरा था जिसने अपनी पूरी जिंदगी के अंदर शराब के अलावा कुछ नहीं किया लेकिन वह जल्दी ही मर गया ।‌‌‌जब आप शराब का सेवन करते हैं तो आपका लिवर एल्कोहल को शरीर से बाहर निकालने के लिए तोड़ता है। हालांकि शराब जब आप पीना शूरू करते हैं तो आपको इसके बारे मे कुछ पता नहीं चलता है लेकिन बाद मे लिवर बढ़ी हुई चर्बी का रूप लेता है।लेकिन समय के साथ शराब मे बढ़ोतरी होने पर कुछ लक्षण नजर आने लग जाते हैं ‌‌‌जो यह संकेत देते हैं कि आपका लिवर खराब हो रहा है।

शराब के सेवन से आपके जिगर के अंदर सूजन आ सकती है।वैसे आपको बतादें कि आपका जिगर एक मात्र ऐसा अंग है जो सर्जरी के बाद फिर से विकसित हो जाता है।‌‌‌यदि आपने अपने लिवर का आधा हिस्सा दान कर दिया है तो यह फिर से विकसित हो जाएगा ।

‌‌‌लिवर के अंदर सूजन के कई कारण हो सकते हैं जैसे

  • जिगर की बीमारी
  • कैंसर, जैसे ल्यूकेमिया
  • एक आनुवंशिक रोग
  • हृदय और रक्त वाहिका असामान्यताएं
  • एक संक्रमण
  • विष विषाक्तता

सिरोसिस , या शराब जैसे विषाक्त पदार्थों के कारण जिगर की अग्रिम क्षति और निशान हो सकते हैं या फिर अल्कोहलिक यकृत रोग , या जिगर की क्षति की एक श्रृंखला जिसमें शराब के सेवन के कारण फैटी जमा, सूजन और डराना शामिल है।‌‌‌इन सबके अलावा यदि आप काफी जल्दी थक जाते हैं।आपको उल्टी हो रही है तो यह लिवर की समस्या के संकेत हो सकते हैं।

अल्कोहलिक फैटी लीवर रोग

अल्कोहलिक फैटी लीवर रोग को हेपेटिक स्टीटोसिस भी कहा जाता है। यह तब होता है जब लिवर के अंदर चर्बी जमा होने लग जाती है।यह बहुत अधिक शराब पीने की वजह से वसा लिवर मे जम जाती हैं। अल्कोहलिक फैटी लीवर रोग शराब पीने वाले लोगों के अंदर सबसे आम होता है और यह माना जाता है कि जो लोग अधिक शराब पीते हैं उनमे से 90 प्रतिशत लोगों के अंदर यह रोग किसी ना किसी रूप मे होता है।

‌‌‌वैसे तो इस रोग के कोई भी लक्षण दिखाई नहीं देते हैं लेकिन यदि समस्या काफी गम्भीर हो जाती है तो इसके भी लक्षण दिखाई देने लग जाते हैं।

  • जिगर के क्षेत्र में बेचैनी
  • थकान
  • अस्पष्टीकृत वजन घटाने

अल्कोहलिक फैटी लीवर रोग सही हो जाता है यदि कोई शराब पीने वाला शराब को छोड़ देता है तो । लेकिन यदि वह शराब को नहीं छोड़ता है तो यह रोग भी आगे चलकर जानलेवा हो सकता है।

शराबी हेपेटाइटिस

शराबी हेपेटाइटिस भी लिवर का एक रोग होता है। यदि शराब का निरंतर सेवन किया जाता रहता है तो फिर शराबी हेपेटाइटिस के नाम से जाना जाता है। उसके बाद कुछ लक्षण प्रकट होने लग जाते हैं जैसे कि

  • जिगर के क्षेत्र में दर्द
  • थकान
  • भूख में कमी
  • बुखार
  • समुद्री बीमारी और उल्टी
  • पीलिया (त्वचा और आंखों का पीला पड़ना)

शराबी हेपेटाइटिस मुख्य रूप से दो प्रकार का होता है। एक हल्का शराबी हेपेटाइटिस होता है जिसके अंदर जिगर की क्षति धीरे धीरे होती है तो दूसरा काफी तेज होता है और इसमे मरीज का जिगर विफल हो सकता है। या फिर उसे प्रत्यारोपण की जरूरत पड़ता है। इसमे जीवन को भी खतरा हो सकता है।

शराबी सिरोसिस

शराब के अधिक सेवन करने से शराबी सिरोसिस विकसित हो जाता है।निशान ऊतक का निर्माण हो सकता है, जो स्वस्थ यकृत ऊतक को बदलना शुरू कर देता है। इसे फाइब्रोसिस कहा जाता है। इसकी वजह से कई गम्भीर समस्याएं पैदा हो जाती हैं।

  • पोर्टल उच्च रक्तचाप (यकृत का उच्च रक्तचाप)
  • जलोदर (पेट में द्रव का संचय)
  • हेपेटिक एन्सेफैलोपैथी (रक्त में विष के स्तर में वृद्धि के कारण मस्तिष्क क्षति)
  • ऊपरी पाचन तंत्र में नसों से खून बह रहा है

‌‌‌लिवर की बीमारी के कारण

दोस्तों अब तक हमने लिवर के डेमेज होने के लक्षणों पर चर्चा की जिसकी मदद से यह पहचाना जा सकता है कि लिवर सही तरह से कार्य कर रहा है या नहीं ? अब हम कुछ कारणों पर भी चर्चा कर लेते हैं। जिसकी वजह से लिवर की समस्याएं पैदा हो सकती है।

‌‌‌लिवर कैंसर क्या है ? लिवर कैंसर के लक्षण

लिवर कैंसर वह कैंसर है जो आपके लीवर की कोशिकाओं में शुरू होता है।वैसे तो आपको बतादें कि लिवर कैंसर कई प्रकार के होते हैं लेकिन सबसे आम प्रकार हेपेटोसेलुलर कार्सिनोमा होता है। इंट्राहेपेटिक कोलेजनियोकार्सिनोमा और हेपेटोब्लास्टोमा लिवर कैंसर के अन्य ‌‌‌प्रकार होते हैं जोकि बहुत ही कम देखने को मिलते हैं।

‌‌‌सबसे आम कैंसर वह होता है जो पहले लिवर कोशिकाओं के अंदर फैलता है।  बृहदान्त्र, फेफड़े या स्तन का कैंसर भी लिवर के अंदर फैल सकता है।वैसे तो लिवर कैंसर के लक्षण पहले नहीं दिखाई देते हैं लेकिन इसके कुछ आम लक्षण इस प्रकार से हैं।

  • बिना कोशिश किए वजन घटाना
  • भूख में कमी
  • ऊपरी पेट दर्द
  • समुद्री बीमारी और उल्टी
  • सामान्य कमजोरी और थकान
  • पेट में सूजन
  • आपकी त्वचा का पीलापन और आपकी आंखों का सफेद भाग (पीलिया)
  • सफेद, चाकलेट मल

‌‌‌लिवर कैंसर जब होता है जब कोशिका के डीएनए के अंदर बदलाव आता है।डीएनए वह चीज है जो यह निर्देशित करती है कि किस प्रकार से रासायनिक क्रिया करनी है। उत्परिवर्तन की वजह से यह बदलाव आ सकता है या फिर कई बार कोशिका नियंत्रण से बाहर हो जाने की वजह से ऐसा हो सकता है। ‌‌‌इसके अलावा कभी कभी लिवर कैंसर ज्ञात होता है लेकिन कभी कभी लिवर कैंसर का कारण ज्ञात नहीं होता है।

हर्बल दवाओं का अधिक प्रयोग

‌‌‌ लिवर खराब की पहचान शराब पीने से लिवर खराब होने के लक्षण

दोस्तों हर्बल दवाओं के अधिक प्रयोग से दिल की क्षति हो सकती है। इसलिए हर्बल दवाओं का प्रयोग बिना जरूरत के  नहीं किया जाना चाहिए । यदि आप बिना जरूरत के इन दवाओं का प्रयोग करते हैं तो यह आपको नुकसान पहुंचा सकती हैं।

कीमोथेरेपी

कीमोथेरेपी की वजह से भी लिवर की समस्याएं पैदा हो जाती हैं।कीमोथेरेपी कुछ ऐसी दवाएं होती हैं जोकि कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए दी जाती हैं। यदि किसी को कैंसर की समस्या है तो उसको लिवर की समस्याएं हो सकती हैं। यह दवाएं लिवर को नुकसान पहुंचाती हैं।

‌‌‌सिगरेट से लिवर की समस्याएं

‌‌‌कुछ लोगों को बहुत अधिक सिगरेट पीने की आदत होती है।सिगरेट आपके लिवर को नुकसान पहुंचाती है। हालांकि सिगरेट डायरेक्ट तौर पर लिवर को नुकसान नहीं करती है लेकिन ऑक्सीडेटिव तनाव पैदा होने की वजह से लिवर की कोशिकाओं को क्षति हो जाती है।

‌‌‌मधुमेह मे जिगर का रोग

मधुमेह आपके गैर-मादक वसायुक्त यकृत रोग के जोखिम को बढ़ाता है, एक ऐसी स्थिति जिसमें आपके जिगर में अतिरिक्त वसा का निर्माण होता है।टाइप 2 मधुमेह वाले 50 प्रतिशत लोगों के अंदर जिगर की समस्या हो सकती है।फटी लिवर वैसे कोई समस्या पैदा नहीं करता है लेकिन सूजन का होना सिरोसिस और लिवर कैंसर को बढ़ा ‌‌‌सकता है।मधुमेह की समस्या जिन लोगों को है उनको फैटी लिवर की समस्याएं भी हो सकती हैं।‌‌‌इससे बचने का अच्छा तरीका है कि अपने ब्लडप्रेसर को कम करें और वजन को नियंत्रित करने का प्रयास करें ।

‌‌‌नमक के अधिक सेवन से

दोस्तों कुछ लोगों के अंदर नमक खाने की आदत अधिक होती है।सो नमक के अधिक सेवन से लिवर के अंदर तरल पदार्थ जम जाता है जिसकी वजह से फैटी लिवर की समस्या हो जाती है। नमक रक्तचाप को बढ़ाने का कार्य करता है।

‌‌‌भारी धातु के प्रयोग और किटनाशक

आजकल आप देख रहे हैं कि कोई भी चीज ऑरेजनल नहीं है। सब के सब दवाओं की मदद से तैयार होते हैं। इस प्रकार से तैयार किये गए फल सब्जी के जहर लिवर के अंदर जमा हो जाते हैं और फिर यह लिवर को नुकसान पहुंचाते हैं

‌‌‌शराब लिवर को नुकसान पहुंचाती है

जैसा कि हमने आपको उपर बताया कि शराब लिवर को नुकसान पहुंचाती है। यदि आप अधिक शराब का सेवन करते हैं तो यह लिवर के अंदर काफी गम्भीर समस्याएं पैदा कर सकती है। जिससे लिवर पूरी तरह से डेमेज हो सकता है या फिर  ।यह वसायुक्त यकृत रोग, यकृत के सिरोसिस और सूजन का कारण बनता है।

‌‌‌मोटापा

दोस्तों मोटापा भी लिवर की समस्याओं का कारण बनता है।यह वसा लिवर के आस पास जमा हो जाती है जिसकी वजह से लिवर खराब हो जाता है।इसकी वजह से फैटी लिवर रोग या फिर सिरोसिस रोग हो सकता है।

वायरल हेपेटाइटिस और ऑटोइम्यून हेपेटाइटिस

ऑटोइम्यून हेपेटाइटिस और वायरल हेपेटाइटिस ए, बी, सी सीधे लीवर की कोशिकाओं पर हमला करते हैं, जिससे सूजन होती है।यदि इसका समय पर उपचार नहीं किया गया तो यह आपके लिवर की विफलता का कारण बन सकता है और मौत भी हो सकती है।

क्षय रोग क्षय रोग के जिवाणू लिवर के अंदर प्रवेश करते हैं जिसकी वजह से एक टयूमर का निर्माण हो सकता है जो आगे चलकर एक भयंकर रूप ले सकता है।

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arif khan

‌‌‌हैलो फ्रेंड मेरा नाम arif khan है और मुझे लिखना सबसे अधिक पसंद है। इस ब्लॉग पर मैं अपने विचार शैयर करता हूं । यदि आपको यह ब्लॉग अच्छा लगता है तो कमेंट करें और अपने फ्रेंड के साथ शैयर करें ।‌‌‌मैंने आज से लगभग 10 साल पहले लिखना शूरू किया था। अब रोजाना लिखता रहता हूं । ‌‌‌असल मे मैं अधिकतर जनरल विषयों पर लिखना पसंद करता हूं। और अधिकतर न्यूज और सामान्य विषयों के बारे मे लिखता हूं ।