भोपाल मे रेड़लाइट एरिया कहा हैं ? हैरान करने वाली बातें क्या आप जानते हैं ?

bhopal red light area kahan par hai  ,आजकल भोपाल हो या फिर कोई और जगह यह देह का धंधा काफी तेजी से चल रहा है। और सरकार और पुलिस भी इसके अंदर कुछ नहीं कर सकती है। इसका कारण यह है कि इसके अंदर हर किसी की मोटी कमाई होती है। जिसके चलते हर कोई इस धंधे के अंदर उतरना चाहता है। और भारत के अंदर देह के धंधे को अवैध माना जाता है। इसके बारे मे आपको पता ही होगा ।

एक वेब के अनुसार भोपाल के अंदर विदेशी लड़कियों की काफी अधिक डिमांड है। और पुलिस ने कुछ रैकेट को पकड़ा है जिससे यह पता चला है कि विदेशों से तस्करी करके लड़कियां लाई जाती हैं और फिर इनकी सप्लाई की जाती है। बाकि पुलिस अपनी कार्यवाही करती रहती है। वैसे भी इस तरह के काम करने वालों को पुलिस का कोई भी डर नहीं होता है।

आपको यह जानकार हैरानी होगी कि  टूरिस्ट वीजा  पर भोपाल के अंदर कई सारी लड़कियों को लेकर आया जाता है और उसके बाद उनको बड़े बड़े होटलों के अंदर ठहरा दिया जाता है। वहीं से सारा काम चलता है। हालांकि कई बार रैकेट पकड़ मे आ जाते हैं तो कई बार रैकेट पकड़ मे नहीं भी आते हैं।

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बताया गया है कि शनिवार या फिर रविवार के दिन मांग काफी अधिक होती है। और सबसे बड़ी बात यह है कि हो सकता है कि इस धंधे के अंदर कुछ लड़कियां अपनी मर्जी से आती हैं। लेकिन बहुत सारी लड़कियां ऐसी होती हैं जोकि अपनी मर्जी से नहीं आती हैं। उनको फंसाया जाता है।

और उनको विदेशों से बहलाफुसला कर लेकर आया जाता है और फिर इस धंधे के अंदर धखेल दिया जाता है। और इस काम के अंदर जो दलाल होते हैं वे काफी मोटी कमाई करते हैं।

स्पा सेंटर में चलता है धंधा

दोस्तो बहुत हद तक इन सब चीजों के लिए सरकार ही जिम्मेदार होती है। इसके अंदर कोई शक नहीं है। इसका कारण यह है कि सरकार लोगों को अच्छे जीवन स्तर को नहीं उपलब्ध करवा रही है। या फिर हम कहें कि वह इसके अंदर विफल हो रही है।

स्पा सेंटर का नाम तो आपने सुना ही होगा । स्पा सेंटर के अंदर देह का धंधा होता है। मसाज पार्लर के अंदर यह सब चलता है। और भोपाल हो या फिर दूसरी जगहों यह सब आम हो चुका है। खैर मसाज पार्लर के अंदर कई तरह की लड़कियां रखी जाती हैं ,जोकि मसाज करने के लिए होती हैं। और वहां पर रेट आ​दि को फिक्स किया जाता है। अब तक भोपाल मे कई कई सारे स्पा सेंटर पकड़े जा चुके हैं जिनके अंदर यह काम होता था।

राजधानी भोपाल (Bhopal) की पॉश कॉलोनी अरेरा के अंदर एक पकड़े गए रैकेट से पता चलता है कि इस धंधे के अंदर काफी अधिक मोटी कमाई होती हैं। ऐसी स्थिति के अंदर इस धंधे को हर कोई करना पसंद करता है।

भोपाल में लड़कियां कहां मिलती है ?

दोस्तों इसके बारे मे हम आपको नहीं बता सकते हैं। यदि आप इसके बारे मे पता करना चाहते हैं तो आपको एक बार विडियो को देखना चाहिए । विडियो देखने के बाद आपको सब कुछ पता चल जाएगा । आप youtube पर इसके बारे मे ज्यादा जानकारी के लिए सर्च कर सकते हैं। वहां पर आपको चीजों के बारे मे अच्छी जानकारी मिल जाएगी ।

आपको बतादें कि इस धंधे के अंदर तीन तरह की लड़कियां होती हैं। पहली वे लड़कियां होती हैं जोकि अपनी मर्जी से करती हैं। या हम कह सकते हैं कि वे अपने उंचे शौक को पूरा करने के लिए इस तरह के धंधे के अंदर कूद जाती हैं। क्योंकि इसमे काफी मोटी कमाई होती है तो कोई भी करना चाहेगा ।

इसके अलावा दूसरी लड़कियां वे होती हैं। जोकि काफी अधिक गरीब होती हैं। और उनको अपने परिवार का पेट पालना होता है। ऐसी स्थिति के अंदर यह इस धंधे के अंदर उतर जाती हैं। तो फिर क्या ही किया जा सकता है। उनकी मजबूरी होती है।

तीसरी वे लड़कियां होती हैं जोकि जबरदस्ती लाई जाती हैं , जोकि पूरी तरह से गलत होता है। इस तरह की लड़कियां बस कुछ ही समय के अंदर धंधे मे रहती हैं। उसके बाद इनको जैसे ही मौका मिलता है यह वापस भाग जाती हैं। और कई बार पुलिस भी इनको मुक्त करवा लेती है।

रेशमपुरा रेडलाइट एरिया इन भोपाल मध्य प्रदेश bhopal red light area kahan par hai

भोपाल मे रेड़लाइट एरिया कहा हैं

हाईवे के किनारे बसा गांव रेशमपुरा, इसे ग्वालियर का रेडलाइट एरिया जाता कहा है। और यहां पर पुलिस की रेड़ पड़ती रहती है। एक न्यूज के अनुसार यहां पर लड़कियों को पहले ट्रेनिक दी जाती है । और फिर बड़े शहरों के अंदर भेजा जाता है। हालांकि यह पुरानी न्यूज है। अब वहां पर स्थिति सुधरी है या फिर नहीं सुधरी ? इसके बारे मे जानकारी नहीं है।

आगरा-मुंबई राजमार्ग यानि NH-3 के किनारे दो गांव रेशमपुरा और बदनापुरा हैं और कहा जाता है कि​ यहां पर बेडिया जनजाति के लोग रहते हैं जोकि इसी तरह के धंधे को करते हैं। और यह यहां के लोगों का बिजनेस ही है।इस गांव की सबसे बड़ी खास बात यह है कि आप यदि इस गांव को देखेंगे तो आपको पता ही नहीं चलेगा कि यहां पर यह बस काम होता है।क्योंकि इस गांव मे सब कुछ अलग ही ढंग का है यहां पर लोग काफी अधिक पैसे वाले भी हैं और महंगी महंगी गाड़ी आपको इनके पास देखने को मिल सकती है।

ऐसी स्थिति के अंदर कोई कैसे सोचेगा कि यहां पर यह सब काम होता है। आप समझ सकते हैं।

हालांकि यहां पर कभी कभी पुलिस छापेमारी भी करती है। लेकिन इससे कोई चीज रूकने वाली भी नहीं होती है।

शिवपुरी मे रेड लाइट

शिवपुरी मे रेड लाइट

दोस्तों शिवपुरी का नाम तो आपने सुना ही होगा ।शिवपुरी रेडलाइट का काफी पुराना इलाक है। कहा जाता है कि यहां पर अंग्रेजों के जमाने से ही धंधा चल रहा है। और आज यहां पर बड़ी बड़ी कंपनी इस क्षेत्र के अंदर खुल चुकी हैं। और बड़े बड़े लोग इन सब चीजों से जुड़ चुके हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।

पुरानी शिवपुरी का रेडलाइट एरिया  के बारे मे बात करें तो आपको बतादें कि यहां पर लगभग 100 सालों से देह व्यापार हो रहा है। बेड़िया जनजाति के लोग यह सब करते हैं कुछ लोग अविवाहित युवतियों को इसके अंदर धकेल देते हैं। और फिर यही युवतियां पूरे परिवार का भरणपोषण करने का काम करती हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं।

देश के मु बईए मेरठए दिल्लीए लखनऊ जैसे इलाकों के अंदर भी यहीं से लड़कियां जाती हैं। यहां तक कि विदेशों के अंदर भी इनको भेजा जाता है। और आपको तो पता ही है कि इस धंधे के अंदर काफी मोटी कमाई होती है।

जैसा कि आपको पता होना चाहिए कि आजकल धंधा भी पूरी तरह से इंटरनेट पर हो चुका है। कहा जाता है कि यहां पर जो युवतियां काम करती हैं उनकी कमाई महिने की 70 हजार से एक लाख तक होती है। आप सोच सकते हैं कि इतनी कमाई एक सरकारी नौकर तक की नहीं होती है। यह लड़कियां स्फिट जैसी गाड़ियों के अंदर घूमती हैं। यदि कोई कस्टमर को चाहिए तो सबसे पहले आपको फोटो भेजी जाती है। और यदि आपको कोई पसंद आ जाती है तो फिर आप से पहले आधा पैसा लिया जाता है। और बाकि का पैसा बाद मे लेलिया जाता है। इस तरह से यह सब धंधा चलता है।

सबसे बड़ी बात तो यह है कि इस काम के अंदर मात्र 21 से 25 साल की लड़कियों को लिया जाता है। उनकी सुंदरता के हिसाब से उनकी अलग अलग कीमत को लगाया जाता है। और उसके हिसाब से ही कस्टमर उनको चुनने का काम करता है। इस तरह से आप चीजों को समझ सकते हैं।

बदनापुर रेड लाइट एरिया

बदनापुर रेड लाइट एरिया का नाम भी आपने सुना ही होगा । असल मे यह जगह भी रेडलाइट के नाम से मशहूर है। और यहां पर कई बार पुलिस की रेड पड़ती रहती है। और कई लड़कियों को पकड़ा जाता है। सन 2022 को यहां पर पुलिस ने ऑपरेशन शक्ति चलाया था । इस आपरेशन के तहत पुलिस घर घर गई । और वहां पर पुलिस ने सभी लोगों की आईडी और पहचान पत्र देखा । पुलिस के अनुसार यहां पर कई फर्जी पहचान पत्र मिले । और यहां पर कुछ लड़कियों को भी पकड़ा गया था । जोकि नाबालिग थी और जब उनको उनके माता पिता के बारे मे पूछा गया तो यह नहीं बता पाई ।

वैसे आपको बतादें कि उस कार्यवाही का कुछ लोगों ने विरोध भी किया था । लेकिन बाद मे सब कुछ शांत हो गया और सभी ने अपने दस्तावेज को पुलिस को चैक करवाया । आप इस बात को समझ सकते हैं।

नीमच-मंदसौर सड़क

नीमच-मंदसौर सड़क

नीमच-मंदसौर सड़क  के आस पास भी एक रेड लाइट एरिया है। कहा जाता है कि यहां पर वर्षों से इस तरह का कार्य किया जाता है।नीमच जिले से चार किमी दूर है बांछड़ा जाति के लोगों का गांव है। और इसके बारे मे यह कहा जाता है कि यहां पर देह का धंधा होता है। लोग बहुत कुुछ बदलने की बात करते हैं। लेकिन आज भी यहां पर कुछ भी नहीं बदला है। जब आप हाईवे पर कार लेकर निकलते हैं तो आपके सामने सजी धजी लड़की आती है। और आपके साथ चलने की बात करने लग जाती है। और यदि आप मना कर देते हैं । तो वह कह देती है , कि क्या मैं पसंद नहीं हूं । या आपको किस तरह की चाहिए । यहां पर एक कार आती है। रूकती है और फिर चली जाती है। यह सिलसिला चलता रहता है। कहा जाता है कि यहां की महिलाओं का यह बहुत पुराना पैसा है।

और यहां के लोग इस चीज को अपने यहां का परम्परागत पैसा मानते हैं। कई संगठन यहां पर बदलाव की कोशिश कर रहे हैं। और उनकी योजनाएं  सफल भी हो रही हैं। लेकिन अभी भी यहां पर बहुत कुछ बदलने की जरूरत हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

नीमच शहर से तीन किमी दूर है यह ।जिला मुख्यालय से करीब तीन किलोमीटर दूर नीमच- महुआ हाईवे पर जीतपुरा गांव है। यह गांव नीमच मनासा और नीमच बाईपास पर स्थित है। एक दूसरा  रास्ता मंदसौर-रतलाम इंदौर की ओर जाता है।

एक न्यूज वाले ने बताया कि उसकी जब कार यहां पर रूकी तो अपने आप ही कई महिलाएं इनके पास आ गई और उम्र के हिसाब से पैसा बताने लगी । और यह भी कहने लगी कि यदि  आपको एक पसंद नहीं आती है। तो अंदर चलों दूसरी के बारे मे बताते हैं। इस तरह से दोस्तों यहां पर सब कुछ चलता रहता है।

अब रही बात पुलिस की तो पुलिस भी क्या कर सकती है। इन सब की मजबूरी होती है। पुलिस को शिकायत मिलने पर कार्यवाही करती है। लेकिन उसके बाद फिर से यही काम करने लग जाते हैं। क्योंकि पेट पालना भी तो एक बहुत ही बड़ी मजबूरी है। पुलिस वाले भी इनके उत्थान के प्रयास कर रहे हैं।

खैर आपको बतादें कि इस गांव के अंदर मां और पिता दोनों ही अपनी बेटियों के लिए कस्टमर को खोजने का काम करते हैं। इस तरह से यहां पर काम चलता है। इसको रोका नहीं जा सकता है। क्योंकि महंगाई कितनी अधिक बढ़ चुकी है। आप इस बात को समझ सकते हैं।

भोपाल का अशोका गार्डन bhopal red light area kahan par hai

दोस्तों भोपाल का अशोका गार्डन भी एक एैसी जगह बन चुकी है। जंहा पर यह सब कुछ चलता रहता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।और सबसे बड़ी बात यह है कि यहां पर पहले भी कई तरह के छापे पड़ चुके हैं। जानकारी के अनुसार यहां पर कई विदेशी लड़कियों को भी बुलाया जाता है।

लेकिन आपको बतादें कि इस तरह के एरिया के अंदर जाना किसी भी द्रष्टि से सुरक्षित नहीं है। इसका कारण यह है कि हो सकता है, कि आपके पैसे भी यहां पर लूट लिए जाएं । तो फिर आपको सावधान रहना होगा । और फिर ही कुछ करना होगा ।

यदि आप गलती करते हैं । फिर आपको भारी नुकसान हो सकता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।

इंदौर का रेड लाइट एरिया

दोस्तों यदि हम इंदौर का रेड लाइट एरिया के बारे मे बात करें तो यहां पर इंदौर में देह व्यापार के लिए कांच मंदिर का इलाका जाना जाता । हालांकि कहा जाता है कि यहां पर दलालों का नेटवर्क फैला हुआ है। जोकि अपने लिए कस्टमर की तलास करते हैं। और फिर कस्टमर एक बार मिल जाता है तो फिर यह उसको सप्लाई करने का काम करते हैं। आप इस बात को समझ सकते हैं।

लेकिन आपको बतादें कि इस तरह की चीजों को सही तरह से समझना काफी अधिक जरूरी होता है। कई बार दलालों के नेटवर्क के अंदर आपको काफी धोखा ​भी मिल सकता है।

पन्ना का देवेंद्रनगर रेड लाइट

बदनापुर रेड लाइट एरिया

 मध्य प्रेदश के पन्ना जिले के देवेंद्रनगर में स्थित रेड लाइट एरिया के नाम से जाना जाता है। और सबसे बड़ी बात तो यह है कि इस रेडलाइट एरिया मे पुलिस ने कई बार कार्यवाही की है। लेकिन उसके बाद भी काम बंद नहीं होता है। मिली जानकारी के अनुसार जब पुलिस ने एक बार यहां पर रेड मारी तो 12 लड़कियों को आपतिजनक हालत के अंदर पकड़ लिया गया और कुछ पुरूषों को भी पकड़ लिया गया था । और कार्यवाही से इलाके के अंदर हडकंप मच गया और जिसको जंहा पर जगह मिली वहीं पर वह छिप गया ।

कुछ लोग तो पानी की टंकी के अंदर कूद गए । और कुछ लोग यहां परे भाग ही गए । हालांकि रेड लाइट एरिया सुरक्षित नहीं होते हैं। क्योंकि यदि आपको पुलिस ने पकड़ लिया तो फिर बात आपके घरवालों तक पहुंच सकती है। जोकि आपको पूरी तरह से बदनाम कर सकती है।

इसलिए इस तरह की चीजों से आपको दूरी बनाकर रखनी चाहिए । वरना आपको ही नुकसान होगा । आप इस बात को समझ सकते हैं।

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arif khan

‌‌‌हैलो फ्रेंड मेरा नाम arif khan है और मुझे लिखना सबसे अधिक पसंद है। इस ब्लॉग पर मैं अपने विचार शैयर करता हूं । यदि आपको यह ब्लॉग अच्छा लगता है तो कमेंट करें और अपने फ्रेंड के साथ शैयर करें ।‌‌‌मैंने आज से लगभग 10 साल पहले लिखना शूरू किया था। अब रोजाना लिखता रहता हूं । ‌‌‌असल मे मैं अधिकतर जनरल विषयों पर लिखना पसंद करता हूं। और अधिकतर न्यूज और सामान्य विषयों के बारे मे लिखता हूं ।