बाढ़ नियंत्रण के 12 उपाय के बारे मे जानकारी 

badh niyantran ke upay बाढ़ नियंत्रण के उपाय के बारे मे हम आपको यहां पर बता रहे हैं।  बाढ़ से बचने के उपाय के बारे मे जब हम बात करते हैं। तो सबसे पहले हमें बाढ़ के बारे मे जान लेना चाहिए । कि बाढ़ होती क्या है ? तो आपको बतादें कि बाढ़ अनियंत्रित जल के बहाव को कहा जाता है। जिसके अंदर नदी नाले या फिर बारिश की वजह से शहर गांव आदि के अंदर अनियंत्रित पानी का प्रवेश हो जाता है। आमतौर पर बाढ़ किसी भी जगह के लिए काफी अधिक हानिकारक होती है। इसका कारण है यह की बाढ़ की वजह से फसल नष्ट हो जाती है।  इसके अलावा  बीमारियों के फेलने का खतरा रहता है। और बाढ़ की वजह से जान माल का नुकासान होता है। कुछ इलाके भारत के ऐसे हैं। जंहा पर अक्सर बाढ़ आती रहती है। तो वहां पर बाढ़ को नियंत्रण के लिए उचित उपाय करना काफी अधिक जरूरी होता है। यदि उचित उपाय नहीं किये जाते हैं। तो फिर और अधिक जान माल का नुकसान हो सकता है। इस लेख के अंदर हम आपको बाढ़ नियंत्रण के उचित उपायों के बारे मे बताने वाले हैं जोकि कम से कम जान माल के नुकसान को करने मे काफी मदद करेंगे।

badh niyantran ke liye upay  गांव और शहरों मे पानी का सुरक्षित निकास होना चाहिए

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दोस्तों बाढ़ से बचने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि गांव और शहरों के अंदर पानी का सुरक्षित निकास होना चाहिए । यह सबसे अधिक जरूरी होता है। लेकिन अक्सर यह देखने को मिलता है , खास कर शहरों मे जब भी बारिश आती है , तो पानी सड़कों पर ही एकत्रित होने लग जाता है। जिसकी वजह से घर डूब सकते हैं। तो गांवों और शहरों के अंदर पानी का सुरक्षित निवास होना जरूरी है। यदि पानी के बहाव के लिए एक सही दिशा दी जाती है , तो पानी घरों के अंदर नहीं घुसेगा और आसानी से वह शहर के आस पास खाली मैदानों के अंदर निकल जाएगा । इसलिए पानी की सही निकासी होना सबसे अधिक जरूरी होता है। आप इस बात को समझ सकते हैं। इसकी मदद से आप बाढ़ के प्रभाव को कम कर सकते हैं।  और नियंत्रित कर सकते हैं।

बाढ़ नियंत्रण के उपाय  नदी नाले के अतिरिक्त पानी को मैदानों मे छोड़ने की व्यवस्था

दोस्तों यदि बारिश का मौसम है। और नदी आदि के अंदर पानी काफी तेजी से बह रहा है। वह उसके किनारों को पा कर रहा है , तो नदी और नालों का जो अतिरिक्त पानी होता है। उसको मैदानी इलाकें मे छोड़ा जा सकता है। और ऐसा करने से बाढ़ को नियंत्रित किया जा सकता है। हालांकि इसके लिए पहले से ही तैयारी करनी पड़ती है। जैसे ही एक नदी उच्च स्तर तक बहती है , उसके पानी को मानव बस्तियों से दूर छोड़ा जा सकता है। इसके लिए नदी से कई सारे छोटे छोटे नालों को जोड़ा जा सकता है। जोकि नदी के अतिरिक्त पानी को दूर लेकर जा सकते हैं। यदि आप ऐसा करते हैं , तो कुछ हद तक बाढ़ को नियंत्रित करने मे सफल हो सकते हैं।

नदियों के किनारों पर इंसानों के बसने पर रोक लगाएं

दोस्तों बाढ़ को नियंत्रित करने का एक तरीका यह भी होता है , कि जिन नदियों के अंदर अक्सर बाढ़ आती है। वहां पर स्थाई मानव बस्तियों के बसाये जाने पर रोक लगाना जरूरी होता है। इसका कारण यह है कि वहां पर बाढ़ का खतरा हमेशा बना रहता है। यदि मामूली सी हलचल होती है , तो वहां पर बाढ़ आ जाती है । इससे बचने का एक ही तरीका है , कि मानव बस्ती को सुरक्षित स्थानों पर बसाएं । बाकि नदी के आस पास वाले इलाकें खेती के लिए प्रयोग मे लिये जा सकते हैं। ऐसा करने से आप बढ़ के खतरे को काफी हद तक कम कर देते हैं।इसके लिए पहले से ही तैयारी करनी होगी । अचानक से कुछ भी नहीं होगा ।

badh niyantran ke liye upay  नदियों  के किनारों पर छोटे छोटे बांध बनाएं

दोस्तों बाढ़ को नियंत्रित करने का यह भी एक अच्छा तरीका हो सकता है। इसके अंदर करना यह होता है , कि नदियों के किनारों पर कई सारे बांध बना दिये जाते हैं। जब आप नदियों के किनारों पर कई सारे बांध बनाते हैं , तो इसका फायदा यह होता है , कि जो अतिरिक्त पानी होता है , वह अपने आप ही इन बांधों के अंदर चला जाता है। और स्टोर हो जाता है। यदि बांध नहीं होते हैं , तो यही पानी गांव और शहर के अंदर आता है। जिसकी वजह से यह काफी अधिक समस्या पैदा करना शूरू कर देता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।इसलिए बाढ़ को नियंत्रित करने का यह सबसे बेस्ट उपाय है कि नदियों के आस पास बांध को बनाया जाना चाहिए ।

वन विनाश को नियंत्रित करना चाहिए

दोस्तों वैज्ञानिकों के अनुसार वन जितने अधिक होते हं , यह बाढ़ के खतरे को काफी कम कर देते हैं। इसलिए हर किसी को चाहिए कि  अधिक से अधिक वनों को लगाए । यह सबसे जरूरी चीज है। वैसे भी वन हमारे लिए काफी अधिक फायदेमंद होते हैं। तो वनों को यदि आप लगाते हैं , तो इसकी मदद से आप बाढ़ के खतरे को बहुत हद तक कम तो करते ही हैं। इसके अलावा धरती पर मानव की वजह से पैदा होने वाली और भी बहुत सारी समस्याएं हैं। जिनको आप कम कर सकते हैं। तो नदियों के आस पास तो कम से कम आपको बहुत अधिक पेड़ लगाने चाहिए ।

विस्फोटकों को नियंत्रित करना जरूरी है

दोस्तों आमतौर पर पर्वतों को तोड़ने के लिए कई सारे विस्फोटों का प्रयोग किया जाता है। इसके बारे मे आपको पता ही होगा । यह सब विस्फोटक काफी  भयानक होते है। तो इसकी वजह से भी जमीन मे काफी हलचल होती है। तो उससे बाढ़ आ सकती है। तो  पर्वतिय विस्फोटों को नियंत्रित करना काफी अधिक जरूरी हो जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । ताकि बाढ़ के प्रभावों को कम किया जा सकता है।

बाढ़ नियंत्रण के उपाय मकानों की उंचि नींव को रखना

बाढ़ नियंत्रण के उपाय

दोस्तों जिन इलाकों के अंदर अक्सर बाढ़ आती रहती है। वहां पर जो भी मकान बनवाएं । उनको नीचा नहीं रखा जाना चाहिए । उनको काफी उंचा रखना चाहिए ।कम से कम इतना उंचा की उनके अंदर आसानी से बाढ़ का पानी प्रवेश ना कर सके । यदि ऐसा आप करने मे सक्षम हो जाएंगे तो फिर आपको बाढ़ के अंदर भी घर छोड़कर जाने की कोई जरूरत नहीं पड़ेगी ।

आमतौर पर लोग यह गलती करते हैं , कि वे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के अंदर कम देहली वाला मकान बना लेते हैं , जोकि जरा भी सही नहीं होता है। और जब बारिश आती है , तो उनके मकानों मे पानी भर जाता है। और समस्या खड़ी हो जाती है। बाढ़ से सुरक्षा का यह एक अच्छा उपाय आपके लिए हो सकता है।

घूमती हुई नदियों को सीधा करना

दोस्तों यदि कोई नदी सीधे सीधे बहती है , तो वह आसानी से अधिक जल प्रवाह को सहन कर सकती है। लेकिन यदि वह घूमती हुई बहती है , तो फिर समस्या होती है। और यह अधिक जल प्रवाह को सहन नहीं कर सकती है। यह आमतौर पर तटों को तोड़ देती है। और बाद मे समस्या पैदा करती है। इसलिए यदि नदियां घूमकर निकल रही हैं , तो आपको उन नदियों को सीधा करवाया जाना चाहिए । ताकि बाढ़ आने की संभावना को काफी कम किया जा सके ।

बाढ़ का पूर्व अनुमान लगाकर

दोस्तों यदि हम बाढ़ नियंत्रण के उपायों के बारे मे बात करें तो यह भी एक उपाय है। यदि हम बाढ़ का पूर्वअनुमान लगाने मे सक्षम होते हैं , तो उसके बाद कुछ हद तक बाढ़ को नियंत्रित करने मे सक्षम हो जाते हैं। क्योंकि हमें यह पता चल जाता है , कि अब बाढ़ आने वाली है , तो उसके बाद हम अपने धन और सामान को सुरक्षित कर सकते हैं । और खुद सुरक्षित स्थानों पर जा सकते हैं। जैसे कि भारत के अंदर आने वाले चक्रवात के बारे मे पहले ही पता चल गया तो सरकार ने नुकसानों को कम करने के लिए कई सारे उचित कदम उठाए ।यह सब चीजें तभी की जा सकती हैं। सरकार बाढ़ का पूर्वानुमान लगाने मे पूरी तरह से सफल होती है।

बाढ़ से लड़ने के लिए आपदा राहत दल बनाएं

दोस्तों जिन इलाकों के अंदर अक्सर बाढ़ आती है , तो इसके प्रभाव को कम से कम करने के लिए आपदा राहत दल आपको बनाना चाहिए । यह बाढ़ की समस्याओं को कम करने मे मदद करता है। जैसे कि यदि आपके शहर या गांव के अंदर बाढ़ आ जाती है , तो सबको यह सीखाया जाना चाहिए कि उनको क्या करना है ? और क्या नहीं करना है ? लोगों को प्रशिक्षण देना काफी अधिक जरूरी हो जाता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।

जब लोग इन सब चीजों के बारे मे अच्छी तरह से जान लेंगे , तो वे बाढ़ के प्रभाव को कम करने मे सक्षम होंगे । हालांकि जिन इलाकों मे कभी कभार बाढ़ आती है , या अचानक से बाढ़ आती है । उन इलाकों मे नुकसान भी काफी बड़े होते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

बाढ़ के पानी को जमीन मे भेजने का प्रयास करें

दोस्तों यदि आपके यहां पर अक्सर बाढ़ आती है , तो बाढ़ के पानी को नियंत्रित करने के लिए आपको स्पेशल कुआ खुदवाना चाहिए । जिसके अंदर करना यह होता है , कि बाढ़ के पानी को उस कुआ के अंदर भेज दिया जाता है। ताकि बाढ़ के प्रभाव को काफी कम किया जा सके । हालांकि कुआ के अंदर बहुत अधिक पानी नहीं जाता है , लेकिन काफी हद तक यह पानी को अवशोषित कर लेता है। और पानी जमीन मे चला जाता है। इस तरह का तरीका भी बाढ़ को नियंत्रित करने मे काफी हद तक मदद कर सकते हैं।

बाढ़ नियंत्रण के उपाय डायवर्जन नहरें

बाढ़ नियंत्रण के उपाय

डायवर्जन नहरें भी बाढ़ को नियंत्रित करने मे काफी हद तक मदद करने का काम करती हैं। डायवर्जन नहरें  आमतौर पर वे नहरें होती हैं , जोकि बड़ी नदियों पर बनाई जाती हैं। और इनको दूर दूर तक लेकर जाया जाता है। यदि नदियों के अंदर पानी का बहाव काफी अधिक हो जाता है। तो सभी डायवर्जन नहरें  का गेट खोल दिया जाता है। जिसकी वजह से सारा पानी उन नहरों से बहकर दूर दूर तक  चला जाता है। और ऐसे स्थानों पर उस पानी को भेज दिया जाता है। जंहा पर बाढ़ आने की कोई भी संभावना नहीं हो ।

डायवर्जन नहरें बाढ़ को नियंत्रित करने का काफी बढ़िया उपाय हो सकता है। जिन नदियों मे अक्सर बाढ़ का पानी आता रहता है। उनके  यहां पर इन डायवर्जन नहरों को बना दिया जाता है।

The Self Closing Flood Barrier SCFB,

The Self Closing Flood Barrier SCFB, बाढ़ को रोकने का या नियंत्रित करने का एक तरीका होती है। इसकी खास बात यह होती है। कि इसकी मदद से तुरंत अस्थाई दीवार का निर्माण किया जा सकता है। यदि आपको लगता है कि बाढ़ आ सकती है। तो उसके बाद आप अपने मकान के चारों और अस्थाई दीवार को बना सकते हैं। जब आप एक लंबी और उंची अस्थाई दीवार बना लेते हैं , तो उसके बाद बाढ़ का पानी आपके मकान के अंदर नहीं घुस सकता है। और ऐसा होने का फायदा यह होता है कि आपकी संपतियों की सुरक्षा इसकी मदद से हो जाती है। इसके अलावा नदियो के किनारों पर इसको लगाया जा सकता है। जिससे कि नदी का जल स्तर यदि बढ़ता है , तो वह शहर के अंदर पानी नहीं आ पाएगा । वरन आगे ही बह जाएगा । इस तरह से बाढ़ को नियंत्रित करने का यह एक प्रभावी तरीका हो सकता है।

इस तरह  से कुछ उपाय होते है। जिनकी मदद से आप बाढ़ की संभावना को कम कर सकते हैं। जोकि बाढ़ को नियंत्रित करने मे काफी हद तक मदद कर सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। बाढ़ को पूरी तरह से नियंत्रित करना काफी अधिक कठिन होता है। लेकिन कुछ उपाय किये जा सकते हैं। जिसकी मदद से आप बाढ़ के प्रभाव को काफी कम कर सकते हैं। आप इस बात को समझ सकते हैं। उम्मीद करते हैं कि आपको यह लेख पसंद आया होगा । यदि आपका कोई सवाल है , तो आप हमें बता सकते हैं। हम आपके सवाल का जवाब देने की कोशिश करेंगे ।

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arif khan

‌‌‌हैलो फ्रेंड मेरा नाम arif khan है और मुझे लिखना सबसे अधिक पसंद है। इस ब्लॉग पर मैं अपने विचार शैयर करता हूं । यदि आपको यह ब्लॉग अच्छा लगता है तो कमेंट करें और अपने फ्रेंड के साथ शैयर करें ।‌‌‌मैंने आज से लगभग 10 साल पहले लिखना शूरू किया था। अब रोजाना लिखता रहता हूं । ‌‌‌असल मे मैं अधिकतर जनरल विषयों पर लिखना पसंद करता हूं। और अधिकतर न्यूज और सामान्य विषयों के बारे मे लिखता हूं ।