मूर्ख इंसान को पहचानने के 26 दमदार लक्षण

मूर्ख व्यक्ति के लक्षण – यह कलयुग है , और कलयुग के अंदर मूर्ख इंसानों की भरमांर होती हैं। यदि आप किसी को यह कहेंगे कि आप मूर्ख हैं , तो वह बुरा मान जाएगा । लेकिन मूर्ख इंसानों के कुछ लक्षण होते हैं , और उन लक्षणों की मदद से आप यह पहचान सकते हैं कि वह मूर्ख है या फिर नहीं है ?

असल मे कुछ इंसान बाहर से मूर्ख आपको दिखाई देते हैं। मगर मूर्ख असल मे होते नहीं है। इसी तरह से कुछ इंसान आपको बाहर से अच्छे दिखाई दे सकते हैं , लेकिन अंदर से वे मूर्ख होते नहीं हैं। एक मूर्ख इंसान से दोस्ती भी आपके लिए अच्छी साबित नहीं होती है। और दुश्मनी भी किसी काम की नहीं होती है। बेहतर यही होता है ,कि आपको उनसे दूरी बनाकर रखना चाहिए ।

इन मूर्खों के कारनामों को आप आए दिन देख सकते हैं। और सबसे बड़ी बात यह है , कि आप मूर्ख को कभी भी समझा नहीं सकते हैं। यदि आप उनको समझाने का प्रयास करेंगे , तो आप हमेशा ही असफल हो जाएंगे ।

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जो बिना योग्य इंसान को उपदेश देता हो

मूर्ख व्यक्ति के लक्षण

असल मे आपने ज्ञानी लोगों को देखा होगा , वे एक पल मे यह जान जाते हैं , कि उनको किस को उपदेश देना चाहिए ? और किन को उपदेश नहीं देना चाहिए । लेकिन मूर्खों के अंदर यह जानने की कोई क्षमता नहीं होती है। मूर्ख इंसान अक्सर उन लोगों को उपदेश देने लग जाते हैं , जिनके अंदर इसकी योग्यता नहीं है। यह एक तरह से मुर्खता ही तो होगी । इसलिए भगवान ने गीता के अंदर कहा कि गीत को सिर्फ वही लोग समझ पाएंगे जिसके अंदर योग्यता है। यदि आप बंदर को अदरक देंंगे , तो वह उसका कुछ नहीं कर पाएगा ।

जो बड़ी बड़ी डींगे हांकता हो

जो इंसान करता कुछ नहीं है बस बड़ी बड़ी बातें करता है। इस तरह का इंसान मूर्ख होता है। आपको अपने आस पास ही इस तरह के इंसान मिल जाएंगे , जोकि बड़ी बड़ी बातें करते हैं। लेकिन उनसे होता कुछ भी नहीं है। इस तरह के इंसानों को आप मूर्ख इंसान कह सकते हैं। यह बिना सिर पैर की बातें अक्सर आपको करते हुए मिल जाएंगे।

दूसरों को ज्ञान देना पर खुद अमल न करना

दोस्तों मूर्ख इंसान की सबसे बड़ी खास बात  यह होती है , कि वह दूसरों को तो ज्ञान देना शूरू कर देता है। मगर वह खुद उसपर कभी भी अमल नहीं कर पाता है। इस तरह का इंसान हमेशा ही मूर्ख ही होता है। और आपको इस तरह के भी बहुत सारे इंसान मिल जाएंगे । ज्ञान देना आसान है । मगर उसके उपर अमल करना आसान नहीं है।

खुद की गलती का आरोप दूसरों पर लगाना

इस तरह का इंसान मूर्ख होता है , जोकि खुद की गलती का आरोप दूसरों पर लगा देता हो । इस तरह के इंसान को मूर्ख इंसान के नाम से जाना जाता है। यह लोग चाहे खुद कितनी भी गलती करें , लेकिन कभी भी अपनी गलती को स्वीकार नहीं करते हैं। और जब गलती को स्वीकार नहीं करते हैं , तो जिदंगी के अंदर कभी भी आगे नहीं बढ़ सकते हैं। और इस तरह के इंसानों से दूरी बनाकर रखना जरूरी होता है। यदि इस तरह के इंसान आपके साथ होते हैं , और यह खुद गलती करके आपका नाम लगा सकते हैं। ऐसी स्थिति के अंदर आपके लिए यह एक बड़ी ही समस्या पैदा कर सकते हैं। आपको सावधान रहने की जरूरत है।

खुद को श्रेष्ठ दिखाने का प्रयास करना

मूर्ख इंसान का सबसे बड़ा लक्षण यह होता है , कि वह दूसरों को हमेशा यही दिखाने का काम करता है , कि वह सबसे अधिक श्रेष्ठ है। और उसे सब कुछ आता है। मतलब कोई भी काम ऐसा नहीं है , जोकि उसको नहीं आता है। वह खुद को श्रेष्ठ दिखाने का काम करता है। और यही उसकी मूर्खता का सबसे बड़ा लक्षण होता है। यदि कोई आपको जानबूझकर श्रेष्ठ दिखा रहा है , तो वह मूर्ख है। एक ज्ञानी इंसान कभी खुद को श्रेष्ठ दिखाने का काम नहीं करता है।

कुतर्क करने वाले के साथ बहस करता है

यदि कोई इंसान कुतर्क कर रहा है , और खुद को ज्ञानी समझकर कोई उसके साथ बहस कर रहा है , तो वे दोनो ही मूर्ख इंसान हैं। इसतरह के इंसानों के साथ बहस करने से कोई भी फायदा नहीं है। कुतर्क करने वाले के साथ आप जब भी बहस करेंगे , तो आप कभी भी उनसे जीत नहीं सकते हैं। यह बात अपने दिमाग के अंदर आपको बैठा लेना चाहिए । वरन यह सब करके आप अपने समय को ही बरबाद करेंगे।

जो भगवान का अपमान करता है

बहुत से लोग यह कहते हुए मिल जाएंगे कि भगवान जैसा कुछ भी नहीं होता है। यह सब एक विश्वास है। मगर असल मे इस तरह के लोग मूर्ख होते हैं। वे अपने मन की बनाई दुनिया को सत्य मान लेते हैं। और उनको भ्रम हो जाता है। मगर जो महा योगी होते हैं , वे भगवान को मानते हैं। देवराह बाबा ने एक बार कहा था कि भगवान राम  के नाम का जाप करों । कहने का मतलब इस तरह के मूर्ख इंसान होते हैं , जिनको धर्म के फिल्ड के बारे मे कुछ भी पता नहीं होता है। तो यदि कोई कहे कि भगवान नहीं होते हैं , तो समझ जाना कि आप बेकार मे बहस कर रहे हैं। याद रखें भगवान को दुनिया के हर कोने मे माना जाता है।

जो चरित्रहीन स्त्री से प्रेम करता है वह मर्ख है

यदि कोई इंसान ​किसी चरित्रहीन स्त्री से प्रेम करता है , तो वह भी मूर्ख होता है। खास कर तब जब उसे यह पता चल जाता है , कि स्त्री चरित्रहीन स्त्री है। इस तरह के इंसान की दुर्गति ही होती है। चरित्रहीन स्त्री को जितना जल्दी हो सके छोड़ देना चाहिए । वरना उसके पति को इसकी भारी ​कीमत चुकानी पड़ सकती है। इस तरह के मामले आते ही रहते हैं , जोकि स्त्री अपने यारों के साथ मिलकर पति को मरवा देती है। इसलिए किसी चरित्रहीन स्त्री से प्रेम नहीं करना चाहिए ।

सदैव बुरे कर्मों मे लिप्त रहता है

दोस्तों जो इंसान सदैव ही बुरे कर्मों के अंदर लिप्त रहता है। कोई भी अच्छा काम नहीं करता है। इस तरह के इंसान को मूर्ख इंसान के नाम से ही जानते हैं। क्योंकि एक ज्ञानी इंसान हमेशा चीजों के सत्य को देखने का प्रयास करता है , लेकिन एक मूर्ख इंसान कभी भी सत्य को देखने का प्रयास नहीं करता है। और ना ही यह जानने का प्रयास करता है। बस अपनी मन की बनाई दुनिया के अंदर ही रहता है।

जो बुरे लोगों को अपना दोस्त बनाता है

एक मूर्ख इंसान कभी भी अच्छे लोगों की पहचान नहीं कर सकता है ।क्योंकि उसके अंदर यह सब करने की क्षमता नहीं होती है। वह अक्सर बुरे लोगों को ही अच्छा समझ लेता है। और उनको ही अपना दोस्त बनाने का काम करता है। ऐसी स्थिति के अंदर आपको पता ही है , कि बुरे लोग किसी के भी नहीं होते हैं। वे अंत मे उस इंसान का ही बुरा कर देते हैं , जोकि उसको दोस्त बनाता है।

जो शत्रु को मित्र मानता है

एक मुर्ख इंसान की सबसे बड़ी खास बात तो यह होती है , कि वह कुछ भी कर सकता है। वह अपने शत्रु को मित्र बना सकता है। क्योंकि उसे शुत्र और मित्र के अंदर भेद करना नहीं आता है। यदि कोई इंसान इस तरह का कार्य करता हुआ दिखे , तो आपको समझ जाना चाहिए , कि वह इंसान मूर्ख ही है। वैसे भी शत्रु को कौन मूर्ख अपना मित्र बनाता है। ऐसा तो जानवर भी नहीं करते हैं। लाइफ मे इस तरह के लोग बहुत सारे आपको मिल जाएंगे , जोकि शत्रु को मित्र मानने लग जाते हैं , तो इन सब से आपको बचे रहना होगा ।

जो अपने मित्र से जलता है

मूर्ख व्यक्ति के लक्षण

जो इंसान अपने मित्र से जलता है , उसको भी मूर्ख इंसान माना गया है। क्योंकि अपने मित्र की तरक्की से कभी भी जलना नहीं चाहिए । वरन उसकी तरक्की से खुश होना चाहिए । क्योंकि जरूरत पड़ने पर आपका मित्र आपके बहुत अधिक काम आने वाला है । असल मे मित्र की तरक्की को देखकर जो लोग जलते हैं , इस तरह के इंसान किसी काम के नहीं होते हैं। मगर इस तरह के इंसान होते जरूर हैं।

जो अपना भेद खुद ही दूसरों को बता देता है

इस तरह के इंसान को महामूर्ख इंसान के नाम से जाना जाता है , जोकि अपना भेद खुद दूसरों को बता देता है , तो इस तरह के मूर्ख इंसान की मित्रता भी काफी घातक होती है।क्योंकि यदि आप कुछ भी उसको बताएंगे , तो वह आसानी से दूसरों को इसके बारे मे बता देगा । , इस तरह के मूर्ख इंसान से आपको सदैव ही दूरी बनाकर रखनी चाहिए ।

जो अपने से ताकतवर लोगों से दुश्मनी मोल लेता है

दोस्तों वैसे तो यदि आप किसी का कुछ बिगाड़ सकते हैं , तो किसी से भी दुश्मनी को मोल ले सकते है। खास कर तब जब आपका सामने वाला बुरा कर रहा है , लेकिन यदि आपके अंदर दम है नहीं और आप जानबूझकर किसी ताकतवर इंसान से दुश्मनी मोल ले रहे हैं , तो आपसे बड़ा कोई मूर्ख नहीं है। मूर्ख इंसान ही तो जानबूझकर ताकतवर लोगों से दुश्मनी मोल लेता है।

गरीब होकर भी बड़े बड़े शौक रखने वाला

दोस्तों बड़े बड़े शौक रखना कोई बुरी बात नहीं है। मगर यदि कोई गरीब है , और उसके पास खाने को एक पैसा भी नहीं है। मगर उसके बाद भी वह करोड़ों की कार के सपने देख रहा है , तो यह एक बहुत ही बुरी बात हो सकती है। तो जो इंसान गरीब होकर भी बड़े बड़े सपने देखता है , इस तरह के इंसान को हम मूर्ख इंसान ही कहेंगे । कहते हैं कि सपने इंसान को अपनी हैसियत के हिसाब से ही देखने चाहिए ।

पतिव्रता स्त्री का परित्याग करने वाला

जो पुरूष अपनी पतिव्रता स्त्री का कलयुग के अंदर भी परित्याग कर देता है। इस तरह के इंसान को मूर्ख इंसान ही कहा जाएगा । इसकी वजह यह है कि इस तरह की स्त्री आज के समय के अंदर मिलना काफी अधिक कठिन होता है। लेकिन मूर्ख इंसान को इन सब चीजों से कोई मतलब नहीं होता है। वह एक कुलक्षण वाली स्त्री को भी सिर्फ अच्छे दिखने के चलते अपना लेता है।

जो खुद को ही महान बताता हो

जो इंसान खुद को ही महान बताता हो , उस इंसान को हमेशा ही मूर्ख ही माना जाना चाहिए । असल मे यदि आप किसी भी ज्ञानी इंसान को देखेंगे , तो उसने कभी खुद को महान नहीं क​हा है। बस लोग ही उनको महान कहने लग जाते हैं। और इस तरह के इंसान ही सचमुच महान होते हैं , जो ज्ञानी इंसान होते हैं , वे बस ज्ञान की बात करते है।

जो इंसान अपने रूप पर घमंड करता हो

जो स्त्री अपने रूप पर घमंड करती है। वह मूर्ख होती है। वह स्त्री सत्य को ना जानने वाली , होती है। याद रखें एक ज्ञानी स्त्री कभी भी अपने रूप पर घमंड नहीं करती है। वह सत्य को जानती है। वह अंदर की सुंदरता को देखती है। बाहर की सुंदरता उसके लिए खास मायेने नहीं रखती है। एक दिन यह रूप तो ढल ही जाएगा । फिर कुछ भी नहीं बचेगा ।

आपने देखा होगा कि जो स्त्री अपने सुंदरता पर घमंड करती है। धीरे धीरे जब उसकी सुंदरता ढल जाती है। तो वह काफी अधिक दुखी होती है। क्योंकि उसने अपनी सुंदरता को खो दिया जिस पर वह नाज करती थी।

जो अपने मन को हर बार संतुष्ट करने का प्रयास करता हो

दोस्तों यह बात भले ही आपको अजीब लग सकती है। लेकिन आपको बतादें कि यह पूरी तरह से हकीकत है , जो अपने मन को संतुष्ट करने का प्रयास करता है , वह बस पूरे जीवन अपने मन को संतुष्ट करने मे लगा रहता हो उसको हम मूर्ख इंसान ही मानेंगे , क्योंकि मन को पूरी तरह से संतुष्ट करना संभव ही नहीं हो सकता है। कहते हैं कि आप मन की इच्छा को जितना अधिक संतुष्ट करेंगे , वे इच्छाएं उतना ही अधिक काफी तेजी से बढ़ती हुई चली जाएंगी । इसलिए कभी भी अपने मन को संतुष्ट करने का  प्रयास नहीं करना चाहिए । वरन उसको रोकने का प्रयास करना चाहिए ।

जो पाप करने के बाद खुश होता हो

जो इंसान किसी जीवन को मारकर या उसको नुकसान पहुंचाकर खुश होता हो , इस तरह के इंसान को मूर्ख इंसान के तौर पर ही देखा जाता है। इस तरह के इंसान की मरने के बाद भी दुर्गति होती है।और बहुत सारे लोग इस तरह के होते भी हैं , जोकि पाप करने के बाद पछाताप नहीं करते हैं , वरन खुश हो जाते हैं। तो इस तरह के लोगों से वैसे भी दूरी बनाकर रखना चाहिए ।

जो घटिया लोगों को अपने आदर्श बनाते हों

उस इंसान को भी मूर्ख इंसान कहना चाहिए , जोकि घटिया लोगों को अपने आदर्श बनाते हैं। यहां पर घटिया लोगों को कहने का मतलब ऐसे लोगों से है , जोकि आदर्श बनने के लायक ही नहीं हैं , उसके बाद भी यदि कोई उनको अपना आदर्श मानता है , तो इस तरह के लोगों का पतन होता है।

जो बिना बुलाए किसी के घर जाता हो

दोस्तों जो इंसान बिना ​बुलाए किसी के घर मे जाता हो , इस तरह के इंसान को हम मूर्ख इंसान के तौर पर ही देखेंगे । कहा जाता है , कि यदि आप किसी के घर मे बिना बुलाए ही बार बार जाते हैं , तो ऐसी स्थिति के अंदर आपकी इज्जत कम हो जाती है , और आपको ऐसा नहीं करना चाहिए । इसलिए कहीं पर आपको बस तभी जाना चाहिए , जब आपको बुलाया जाता है , बिना बुलाए आपको कभी भी नहीं जाना चाहिए ।

जो सिर्फ अपनी ही सुनाता हो

इस तरह का इंसान भी मूर्ख होता है , जोकि सिर्फ अपनी ही सुनाता हो दूसरों की सुनना उसकी आदत नहीं होती है। क्योंकि यह इंसान झूठ मूठ की बातें करते रहते हैं , और उनके पास सच सुनाने के लिए कुछ भी नहीं होता है। इस तरह के इंसानों को आपको समझना होगा । और मूर्ख इंसान से दूरी बनाना ही आपके लिए सही होगा ।

जो कंजूसों से मदद की गुंजाइश करता है

दोस्तों जो इंसान कंजूसों से मदद की गुंजाइश करता है , उस तरह के इंसान को भी मूर्ख ही कहा जाएगा । क्योंकि कोई भी कंजूस कभी भी किसी की मदद नहीं करेगा । और कंजूस से कुछ भी मदद मांगना एक तरह से बेकार का काम ही होगा ।

जो इंसान अपने फायदे और नुकसान को नहीं पहचान पाता है

दोस्तों उस इंसान को भी मुर्ख माना गया है , जोकि अपने फायदे और नुकसान को पहचान नहीं पाता है। इस तरह के बहुत सारे इंसान होते हैं , जोकि ऐसे ऐसे काम करने लग जाते हैं , जिसके अंदर उनको यह पता ही नहीं , होता है , कि उनका फायदा होगा या फिर नुकसान होगा ?

जो इंसान बिना बात के क्रोध  करता है

कुछ महामूर्ख इस तरह के भी होते हैं, जोकि बिना बात के भी क्रोध करने का काम करते हैं। जैसे कुछ बात हुई ही नहीं उसके बाद भी क्रोध करते हैं , इस तरह के इंसानों को मूर्ख इंसान के नाम से जाना जाता है , तो ऐसे लोगों से आप कभी भी अच्छे व्यवहार की उम्मीद नहीं कर सकते हैं।

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arif khan

‌‌‌हैलो फ्रेंड मेरा नाम arif khan है और मुझे लिखना सबसे अधिक पसंद है। इस ब्लॉग पर मैं अपने विचार शैयर करता हूं । यदि आपको यह ब्लॉग अच्छा लगता है तो कमेंट करें और अपने फ्रेंड के साथ शैयर करें ।‌‌‌मैंने आज से लगभग 10 साल पहले लिखना शूरू किया था। अब रोजाना लिखता रहता हूं । ‌‌‌असल मे मैं अधिकतर जनरल विषयों पर लिखना पसंद करता हूं। और अधिकतर न्यूज और सामान्य विषयों के बारे मे लिखता हूं ।