420 + गैंगेस्टर पर शायरी gangster shayari in hindi

gangster shayari hindi  , गैंगेस्टर पर  शायरी gangster shayari in hindi  के बारे मे हम आपको बताने वाले हैं। दोस्तों हम उम्मीद करते हैं कि हमारी गैंगेस्टर शायरी आपको पसंद आएगी । हम आपको एकदम से न्यू शायरी के बारे मे बता रहे हैं। और उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा प्रयास काफी अधिक पसंद आएगा । गैंगेस्टर शायरी आपको हम काफी अच्छी शायरी दे रहे हैं। और आपको यदि यह पसंद आती हैं तो आप हमें कमेंट करके जरूर ही बताएं ।

‌‌‌हम अपने यारों को कभी धोखा नहीं देते ।

और धोखा देने वालों को दूसरा मौका नहीं देते ।

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‌‌‌मौत ही मेरा क्या ही बिगाड़ पाएगी ।

हम तो वो पेड़ हैं ,

जिसको आंधियां भी नहीं उखाड़ पाएगी ।

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‌‌‌कातिलों की बस्ती मे रहते हम हैं ।

तूफान मे किश्तियां लेकर बहते हम हैं।

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खून गर्म ना कर , वरना मिटा देंगे ,

आखिरी बार कहते हम हैं।

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‌‌‌हमारी जिदंगी तो मौत का मंजर है।

और दिल हमारा खंजर है।

दोस्त नहीं है यार यह तो धुरंधर है।

gangster shayari in hindi

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‌‌‌मैं जिदंगी को नोटों से नहीं तोलता ।

जो एक बार हमसे भिड़ गया ,

वो फिर कभी नहीं बोलता ।

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‌‌‌मैं चेहरों का हिसाब रखता हूं ।

मैं दिल मे दुश्मनों की किताब रखता हूं।

हाथ मे गन और चेहरे पर इनकलाब रखता हूं ।

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‌‌‌मैं दुश्मनी का जवाब गन की गोलियों से देता हूं ।

और महोब्बत का जवाब प्यार की बोलियों से देता हूं ।

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‌‌‌मेरी दोस्ती मे दुश्मनों की मिलावट नहीं है।

झूठी मेरी जिदंगी मे कोई सजावट नहीं है।

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‌‌‌मैं भिड़ जाता हूं तूफानों से ।

खेलता हूं मे दुश्मनों की जानों से ।

बड़ी नफरत है मुझे झूंठे  इंसानों से ।

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‌‌‌फेंक देता हूं मैं जो बेवफा सर्ट हो जाता है।

कुछ भी मत बोल इगो हर्ट हो जाता है।

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‌‌‌दुश्मनों की नजरों मे हम बुरे हैं।

पर हथियारों के बिना हम अधूरे हैं।

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‌‌‌हम से मिलोंगे तो मुस्कुराओगे ।

अगर हमारे दुश्मनों से मिलोगे तो तड़प जाओगे ।

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‌‌‌हमारा नाम ही काफी है लोगों को डराने के लिए ।

अरे जिगरा चाहिए यार ,मौत मे भी मुस्कुराने के लिए ।

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‌‌‌हर कोई जानता है तेरे यार को ।

अपने कदमों मे झुकाकर रखता है इस संसार को ।

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‌‌‌जो हमारे  दिल से उतर गया ,

समझो वो इस दुनिया से गुजर गया ।

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‌‌‌इतना भी जीत पर गुमान ना कर यार ।

अभी तो हमे भी है अपनी बारी का इंतजार ।

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‌‌‌मेरे वार को सह नहीं पाएगा तू ।

हम से अलग होकर रह नहीं पाएगा तू ।

अगर हमने तुझे छोड़ दिया ,

तो फिर कभी कह नहीं पाएगा तू ।

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‌‌‌हर जगह चर्चे हैं मेरी हार के ।

यह यार तो बख्स देता है दुश्मनों को

मार के ।

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‌‌‌कमियां तो बहुत हैं मुझमें ,

पर कोई निकाल कर देखे ।

जुल्म तो हम बहुत करते हैं ,

पर हमारे खिलाफ कोई बोल कर देखे ।

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‌‌‌शौक के लिए हथियार तो हम भी रखते हैं।

लड़ने का शौक है हमें ,

दुश्मनों का इंतजार हम भी रखते हैं।

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‌‌‌हम तो समंदर हैं खामोश ही अच्छे हैं।

अगर आ गया हमें गुस्सा ,

तो तेरे जैसे हमारे सामने बच्चे है।

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‌‌‌मिल सके आसानी से उसकी ख्वाहिश हम नहीं करते ।और दुश्मनों की समझाइश हम नहीं करते ।

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‌‌‌हार का मुंह आज तक हमने देखा ही नहीं ।

पा लेते हैं उसे भी अपने दम पर ,

जो मुदृर मे लिखा ही नहीं ।

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‌‌‌दादागिरी तो हम मरने के बाद भी करेंगे ।

अगर मरना ही है तो सर झुका के नहीं

सर उठाकर शान से मरेंगे ।

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‌‌‌गुंडागर्दी मे नाम है हमारा ।

दुश्मनों को धुल चटाना काम है हमारा ।

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‌‌‌वक्त का इंतजार हम नहीं करते ।

और दोस्ती मे दरार हम नहीं करते ।

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‌‌‌रखते हैं जान हथेली पर ।

इंतजार कर रहे हैं गन लिए दुश्मनों का

इस वैली पर ।

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‌‌‌हम तो हर वक्त मरने को तैयार हैं।

काम जो आएंगे आखिर वक्त मे

वो हथियार हैं।

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‌‌‌हमारी मौत पर भी जश्न होगा ।

हमसे लड़ने वाला सदा भश्म होगा ।

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‌‌‌दोस्ती की है तो दोस्ती निभाने का मादा हम रखते हैं। दुश्मनी की है तो मरने का भी इरादा हम रखते हैं।

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‌‌‌हर किसी के हाथों बिक जाने को हम तैयार नहीं ।

जान भी देदेंगे यारी के लिए ,

हम कोई बेवफा यार नहीं ।

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‌‌‌हमसे टकराने वालों को औकात बता देंगे ।

मौत क्या होती है ,

उसे बहुत नजदीग से दिखा देंगे ।

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‌‌‌ठंड का मौसम हो तो कभी कभी पीते हैं।

जिदंगी तो यार हम शान से जीते हैं।

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‌‌‌तू क्या बराबरी करेगा हमारी ।

हम तो मौत पर भी कर लेते हैं सवारी ।

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‌‌‌मौत से खेलना तो  जिदंगी है हमारी ।

इसीलिए झुकती है हमारे आगे यह दुनिया सारी ।

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‌‌‌जो मौत से डरते नहीं ।

दुश्मन कभी उनके सामने उभरते नहीं ।

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‌‌‌अगर जिगरा नहीं तो लड़ने की बात मत कर ।

हम तो मौत हैं , इस मौत का साथ मत कर ।

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‌‌‌शान से निकलेगा जनाजा मेरा ।

मौत से भी है प्यार ज्यादा मेरा ।

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‌‌‌दोस्ती दिल से करोगे तो जान  भी देगें ।

अगर दुश्मनी गलती से भी करली ,

तो जान भी लेंगे ।

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‌‌‌हम खामोश हैं इसका मतलब यह नहीं कि हम कमजोर है।

हमारे नाम का आज भी इस दुनिया मे शौर है।

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‌‌‌औकात की बात ना करों ,

दो मिनट मे औकात दिखा देंगे ।

दुश्मनी हमसे मत रख ,

वरना इस दुनिया से हटा देंगे ।

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‌‌‌ना कभी हम लड़कियों के पीछे भागे थे ।

हम तो बस दुश्मनी के मामले मे सबसे आगे थे ।

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‌‌‌भले ही अपनों की नजरों मे कम दिखते हैं।

 पर दुश्मनों को सपने मे भी हम दिखते है।

‌‌‌जो हमने कह दिया , वो हमारा हो गया ।

जो नहीं माना वो भगवान को प्यारा हो गया ।

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‌‌‌ना मौत का गम है ।

ना दुश्मनी हमें हज्म है।

करले हमसे दोस्ती ,

वरना तेरी जिदंगी के दिन बहुत कम हैं।

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‌‌‌राहगिर बिना राहें सुनी हो जाती हैं।

जब हम किसी पर हाथ रख देते हैं ,

तो उसकी उम्र दुनी हो जाती है।

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‌‌‌हमारी जिदंगी का हिसाब कौन करेगा ।

अरे हम तो दूसरों की जिदंगी का हिसाब करने वाले हैं।

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‌‌‌हमारे आने से आसमां भी सर झुका लेता है।

दुश्मन तो चीज ही क्या हैं ।

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‌‌‌मौत भी हमे पूछ कर आएगी ।

मौत तो हमारे सामने सोच कर आएगी ।

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‌‌‌आंधी तूफान से हम नहीं डरते ।

दुश्मनों से दोस्ती हम नहीं करते ।

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‌‌‌आंधी तूफान से वो डरते हैं जो मौत को नहीं जानते ।

हम तो खुद मौत हैं ,दुनिया वाले हमे अच्छे से पहचानते ।

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‌‌‌हम बड़े लोग हैं तो

ख्वाहिश हमेशा बड़ी रखते हैं।

मौत की हाथ मे हमेशा छड़ी रखते हैं।

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‌‌‌मुझे झेलने की औकात नहीं है हर किसी मे ।

खुद को भी गोली मार लेते हैं हम खुशी मे ।

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‌‌‌मौत का दूसरा नाम हैं हम ।

तुम्हारी जिदंगी की आखरी शाम हैं हम ।

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‌‌‌अच्छाई मे नाम कभी हमारा नहीं आया ।

और बुराई मे हमारे सामने कोई नहीं टिक पाया ।

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‌‌‌मौत का दूसरा रास्ता हैं हम ।

और बुराई के बादशाह हैं हम ।

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‌‌‌हम हार मान जाएं ,

ऐसा हो नहीं सकता ।

जब तक जान है ,

यह यार चैन से सो नहीं सकता ।

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‌‌‌जंगल मे अकेले सिंग हैं हम

और बुराई के किंग हैं हम ।

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‌‌‌अपनी सफाई पेस मत कर ।

तू हमसे कभी जीत नहीं सकता ,

तू हमसे जीतने की रेस मत कर ।

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‌‌‌सुधर गए इसका मतलब यह नहीं ,

कि हथियार चलाना भूल गए ।

हम वो फंदे हैं जिसपर

नजाने कितने झूल गए ।

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‌‌‌दुश्मनों का संहार हम करते हैं।

इसलिए मौत से प्यार हम करते है।

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‌‌‌जंगल मे कई शेर आए और चले गए ।

तू हमारा क्या उखाड़ लेगा ।

हम तो आज भी राज हैं और कल भी राजा रहेंगे ।

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‌‌‌शिकार हम जानवरों का नहीं

इंसानों का करते हैं।

इंतजाम हम अपने अपमानों का करते हैं।

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‌‌‌तू क्या जाने हमसे बेहतर कोई शिकारी नहीं ।

कि आपने कभी मौत पर सवारी नहीं ।

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‌‌‌पगली हम तो मौत का दूसरा नाम हैं ,

हमसे महोब्ब्त करके क्या करेगी ।

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‌‌‌जहां जहां हमारा नाम आता है ,

कांप जाते हैं लोग ।

और हमे लग गया है मौत से

खेलने का रोग ।

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‌‌‌कागजों मे तो अदालते चला करती हैं।

हम तो फैसला on the spot कर देते है।

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‌‌‌हम बात नहीं हैं गुजरे जमाने की ।

ताकत रखते हैं हम भी यार मौत को हराने की ।

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‌‌‌गुजर गए हम तो दुनिया याद करेगी ।

अगर सुधर गए हम ,

तो दुश्मनी उन्माद करेगी ।

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‌‌‌कुछ लोगों को लगता है हमारी आदतें खराब हैं।

लेकिन उनको नहीं पता हम छलकी शराब हैं।

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‌‌‌दुश्मन रोज हमले करते हैं घर पर ।

कफन बांध कर रखते हैं सर पर ।

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‌‌‌एक हम ही हैं ,जो मौत का इंतजार करते हैं।

वरना लोग कहां मौत से इतना प्यार करते हैं।

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‌‌‌हमारी आज तक कोई बराबरी नहीं कर पाया ।

क्योंकि हम मौत हैं ,

और मौत की कोई बराबरी नहीं होती ।

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‌‌‌दोस्ती पर शक मत कर ,

यकीन नहीं है तो दिल चीर कर दिखा देंगे ।

भले ही मर गए हम ,

पर तेरी दोस्ती मौत के बाद भी निभा देंगे ।

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‌‌‌तारे भी चमकते हैं हमारे कारण ।

लेकिन दुश्मन भी सुबकते हैं हमारे कारण ।

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‌‌‌जिस दिन हार जाएंगे ,

 दुनिया को छोड़ देंगे ।

मगर जीत गए ,

तो दुश्मनों का रस्ता मोड़ देंगे ।

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‌‌‌जब तक जान है लड़ेंगे ,

मगर दुश्मनों के चरणो मे कभी नहीं पड़ेंगे ।

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‌‌‌आग है अगर जलती फिर भी जाकर रहेंगे ।

मंजिल कितनी भी मुश्किल हो ,

ठान लिया है तो पाकर रहेगें ।

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‌‌‌जेब मे रम हम रखते हैं।

किस्मत को बदलने का दम हम रखते हैं।

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‌‌‌गन तो हमारे लिए इक खिलोना है।

इसके खौफ से ही दुश्मनों को रोना है।

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‌‌‌जिसके पास खोने को कुछ नहीं ,

वो ज्यादा खूंखार होता है।

वरना किसे मौत से प्यार होता है।

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‌‌‌चैने से जी लेने दो यारो ,

अगर हम अपनी पर आ गए ,

तो एक नहीं गिनने देंगे ।

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‌‌‌इंटरेस्ट नहीं था कभी हमारा पढ़ाई मे ।

पर आगे सदा रहते थे लड़ाई मे ।

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‌‌‌हम वो हैं जो खेल जाते हैं मौत से ।

दुनिया मर जाती है हमारे नाम के खौफ से ।

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‌‌‌जहां से तेरी दुनिया खत्म होती है।

वहां से मेरी दुनिया शूरू होती है।

मौत का पता बतादेते हैं ,

जो हमसे रूबरू होती है।

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‌‌‌बदनामी का कोई हमे डर नहीं ।

क्योंकि कौन हमारी बदनामी करेगा

किसी के भी दो सर नहीं ।

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‌‌‌मौत से नहीं डरते हैं कभी जिगर वाले ।

कांप जाते हैं हमारे नाम से ही ,

हुस्न और फिगर वाले ।

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‌‌‌क्योंकि सबको एक दिन है मरना ,

तो फिर मौत से क्या डरना ।

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‌‌‌दुश्मनों की जिदंगी का हिसाब हम करते हैं।

दुश्मनों को मिटाने का इनकलाब हम करते हैं।

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‌‌‌गैंगेस्टर वो है जिसको मौत का फिक्र नहीं होता ।

ऐसा कोई अखबार नहीं ,

जिसमे तेरे यार का जिक्र नहीं होता ।

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‌‌‌जिदंगी विरान थी ।

मौत भी हमपर मैहरबान थी ।

क्योंकि इरादों मे जान थी ।

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‌‌‌दुश्मन को जला देना ,

दोस्त के लिए जान की बाजी लगा देना ।

और मौत को भी झुका देना ।

यह हमारी फितरत है।

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‌‌‌तरस रहे हैं दुश्मन ,

हमारी मौत की खबर के लिए ।

हम भी जाने जाते हैं ,

यार अपने जिगर के लिए ।

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फूलों की महक को चुराया नही जाता,

सूरज की किरणों को छुपाया नही जाता,

अगर करले हमसे कोई दुश्मनी एक बार ,

तो फिर उसे भुलाया नहीं जाता ।

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‌‌‌मौत भी मेरी खलनायक होगी ।

और यह गन अंतिम वक्त मे सहायक होगी ।

दुश्मनी भी हम उससे करते हैं ,

जो दुश्मनी करने मे लायक होगी ।

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‌‌‌तेरे सामने भले ही हम जीरों हैं ।

पर दुनिया के लिए आज भी हम हीरो हैं।

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‌‌‌अगर दुश्मनी हमसे रखोगे तो

घर मे घुस के मारेंगे ।

अगर दोस्ती रखोगे ,

तो जिदंगी सवारेंगे ।

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हड्डिया तोड़ना शौक है हमारा ।

और गोलियों से खेलना जोक है हमारा ।

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‌‌‌न जाने कितनी FIR हैं हमारे नाम ।

हम फिर भी नहीं छोड़दे गुंडागर्दी वाला काम ।

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‌‌‌मौत सीखाने वाला कोई स्कूल नहीं होता ।

और गन से कभी कोई भूल नहीं होता ।

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‌‌‌लोग बारिश से खेलते हैं ,

और हम गोलियों से ।

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‌‌‌प्यार तो हम गन से करते हैं ,

और हमारी मौत का फैसला मन से करते हैं।

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‌‌‌मौत किसी की अमानत नहीं होती ।

और हमारी अदालत मे किसी की

जमानत नहीं होती ।

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‌‌‌चेहरे से शरीफ दिखते हैं।

लेकिन जिसके सामने आ जाते हैं ,

उसको अपने फूटे नसीब दिखते हैं।

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रखते हैं मूँछो को ताव देकर ,

कोई जी नहीं सकता हमे घाव देकर ।

हम कभी तैरते नहीं हैं नदी का

बहाव देखकर ।

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‌‌‌हमसे दुश्मनी का अंजाम मौत होता है।

इसलिए सब तरफ हमारा विरोध होता है।

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‌‌‌मौत से लड़ने का यह जमाना है।

हथियारों से खेलने का शौक हमारा पुराना है।

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‌‌‌जिसने एक बार हमारे दिल पर वार कर दिया ।

समझों उसे हमने संसार से पार कर दिया ।

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‌‌‌हमारी इच्छा के बिना कोई हमे हरा नहीं सकता ।

अरे हम तो खुद मौत हैं ,

मौत को कोई हथियार डरा नहीं सकता ।

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‌‌‌हम कभी नहीं मरते ,

मरता सिर्फ शरीर है।

हम ही हैं जो लिखते हैं ,

दुश्मनों की जो तकदीर है।

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‌‌‌हमसे दुश्मनी लेकर तू कितने दिन जीयेगा ।

इस दुश्मनी का जहर तू कब तक पीयेगा ।

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‌‌‌वैसे तो मौत के खिलाड़ी हैं हम ,

पर दुश्मनों को लगता है अनाड़ी हैं हम ।

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‌‌‌मेरी बराबरी कौन करेगा ।

वो कभी नहीं जीत सकता ,

जो मौत से डरेगा ।

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‌‌‌अगर मर गए तो क़ब्रिस्तान हिला देंगे ।

अगर जिंदा रहे तो हिंदुस्तान हिला देंगे ।

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‌‌‌रोना हमने कभी सीखा नहीं ।

100 गोलियां लगी फिर भी यह यार

दर्द से कभी चीखा नहीं ।

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‌‌‌हम तो वो हैं जो अदालतों मे भी गोली चला देते हैं।

हमसे दूश्मनी मत रखना तुम्हें आखरी सलाह देते हैं।

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‌‌‌ठुकराके मेरा प्यार मेरा इंतकाम देखेगी ।

संभल जा ,

वरना मौत का दूसरा नाम देखेगी ।

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नाजुक सा दिल कभी भूल से ना टूटे ।

हम तो गन से प्यार करते हैं ।

हथियारों का साथ मरते दम तक ना छूटे ।

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‌‌‌दिल है की मानता नहीं ।

जो हम से भिड जाए ,

वो पानी भी मांगता नहीं ।

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हर मोड़ पर मुकाम नही होता ।

जब तक गोलियां नहीं चलाते ,

साले सीने मे आराम नहीं होता ।

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‌‌‌मौत ही हमारा मुकाम है।

जीले यार आज खुलकर ,

यह आखरी जाम है।

1000 कत्ल का हमारे

उपर इल्जाम है।

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‌‌‌दुश्मन हमारे मौत की दुआ करते हैं।

शेर से भी लड़ने वाले ,

हमारे जिगरी यार हुआ करते हैं।

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‌‌‌जब से तुमने हमें अपना मान लिया ।

तेरे लिए लड़ने का हमने भी ठान लिया ।

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‌‌‌दम नहीं किसी मे ,जो हमें मिटा सके ।

ऐसा कोई पैदा नहीं हुआ , जो हमे धूल चटा सके ।

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‌‌‌वह खून ही क्या जिसमे उबाल ना हो ।

वह गैंगेस्टर ही क्या जिस पर कोई सवाल ना हो ।

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‌‌‌तीखी तलवार की धार हैं हम ,

और मौत से भी खूंखार हैं हम ।

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‌‌‌आज मौत भी हमको तलास रही ।

लेकिन क्या बिगाड़ेगी हमारा ,

गन तो हमारे पास रही ।

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‌‌‌रोज अखबारों मे नाम छपता है तेरे यार का ।

हम कभी इंतजार नहीं करते दुश्मनों के वार का ।

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‌‌‌फूल नहीं जो मुरझा जाएंगे ।

तोप के गोल हैं हम ,

जहां भी गिरेंगे छा जाएंगे ।

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‌‌‌हद होती है कमीने पन की ।

और दुनिया कहती है हम हैं सनकी ।

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‌‌‌सनकी हैं हम ठोक देंगे ।

आंधी तूफानों को भी रोक देंगे ।

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‌‌‌दोस्त कहते हैं कमाल के हैं हम ।

मौत के सामने जाते हैं चाल के हम ।

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गन मे गोलियां डाल कर रखते हैं।

‌‌‌दुश्मनी को भी संभाल कर रखते हैं।

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ना गाड़ी ना बुलेट, ना ही रखे हथियार हैं ।

फिर भी दुश्मन कांप रहे ,

आखिर हम भी धारधार हैं।

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‌‌‌ऐसी कोई जेल नहीं जो हमें कैद करदे ।

हम तो वो गोली हैं ,जो लौहे मे भी छेद करदे ।

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‌‌‌हमसे दुश्मनी करोगे तो मौत पाओगे ।

अगर दोस्ती हमसे करोगे ,

तो कब्र से भी लौट पाओगे ।

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‌‌‌दांव वो लागते हैं जिनको अपनी किस्म आजमानी हो ।

वो खुद अपनी किस्मत बनाते हैं ,

जिनके सर पर मौत की निशानी हो ।

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‌‌‌हमारी तरफ उंगली ना कर वरना उंगली काट देंगे ।

हम छंटे हुए बदमाश हैं ,

तेरी हडि्डयां तोड़कर चील कौओं मे बांट देंगे ।

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‌‌‌जिनको अपना समझा वो आज गैर हो गए ।

धोखेबाज दोस्तों से कुछ सीखा हमने ,

और आज जंगल के शेर हो गए ।

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‌‌‌तेरी बेवफाई की याद आज भी दिल मे ताजा हैं ,

तू चला गया तो क्या हुआ हम तो आज भी राजा हैं।

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‌‌‌बाप ने औकात सिखाई है ,

संभल कर रहना मेरा यार कसाई है।

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गीदड़ की तरह हमले करना छोड़ दे ,

अगर औकात है तो शेर की तरह लड़ ।

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‌‌‌हम जलते नहीं हैं दूश्मनों से ,

पर दुश्मन हमसे जलते हैं।

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‌‌‌जिन्हें तू सलाम करता है ,वो मुझे सलाम करते हैं।

संभल जा वरना आज ही तेरा काम तमाम करते हैं।

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‌‌‌हम धोखे से किसी पर वार नहीं करते ।

पर दुश्मनों के बदले का हम इंतजार नहीं करते ।

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‌‌‌शौक नहीं है हमें भी गन दिखाने का ।

पर दुश्मन नाम ही नहीं ले रहे हैं जाने का ।

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‌‌‌जो हमारी शरण मे आ जाए , उसे कौन मार पाएगा ।

जो हमसे दूश्मनी करले , उसे कौन तार पाएगा ।

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‌‌‌जिगरा है हमारे अंदर कसाइयों का ,

इसलिए खात्मा करते हैं हम बुराइयों का ।

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‌‌‌हम जहां कदम रखते हैं , वहां रस्ता बन जाता है।

कोई नहीं बच पाता ,जब हाथ हमारा मौत का दस्ता बन जाता है।

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हम बलि इंसानों की देते हैं भेड़ की नहीं ।

‌‌‌जिदंगी शेर की होती है गिदड़ की नहीं ।

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‌‌‌करोड़ों मे एक है यार तेरा ।

नाम से ही कांप जाता है दुश्मनों का चेहरा ।

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‌‌‌जो डूब जाए आसानी से मैं वो किश्ती नहीं ।

मिटा सके जो हमें ,

दुनिया मे आज तक ऐसी कोई हस्ती नहीं ।

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‌‌‌हमारी जान इस सीने मे बसती नहीं ।

मिटा सके कोई हमें आसानी से ,

हमारी मौत इतनी भी सस्ती नहीं ।

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‌‌‌चुनौती नहीं दिया करते कभी भी शेर को ।

किसकी मजाल जो छेड़े इस दिलेर को ।

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‌‌‌मौत का दूसरा नाम है यह बंदा ।

हम तो करते हैं बस मौत का धंधा।

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जुआ वो खेलते हैं जिनको अपनी किस्मत पर शक है ।

हम तो खुद दूसरों की किस्मत लिखते हैं।

दुश्मनों की मौत पर भी हमारा हक है।

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‌‌‌अगर मारना है मुझे तो आज ही मारदे ।

अगर मैं बच गया ,

तो समझना तेरी मौत का खून मेरे हाथों मे रच गया ।

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‌‌‌कि कोई मुझे फेंक दे, वो तास का जोकर नहीं मैं ,

मैं खुद मौत हूं , मौत का ब्रोकर नहीं मैं ।

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‌‌‌जिदंगी की बाजी तो हम पलटेंगे ,

आज हमारे हाथों से कई दुश्मन सलटेंगे ।

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‌‌‌अगर समंदर खारा नहीं होता तो लोग पी जाते ।

शरीर ने साथ नहीं दिया ,वरना मरकर फिर से जी जाते ।

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‌‌‌जो दोस्त बनेगा ,उसकी दोस्ती कभी ठुकराएंगे नहीं ।

पर दुश्मनों के सामने कभी , सर झुकाएंगे नहीं ।

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‌‌‌अगर शरीफ बनोगे तो दुनिया सताएगी ।

मौत बनकर देखो कभी ,

दुश्मनों के सपने मे भी तुम्हारी तस्वीर आएगी ।

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‌‌‌दुश्मनों के घरों के शीशे हमारी गोलियों से चटकते हैं।

देखलेना आज भी हमारे दुश्मन श्मसान मे भटकते हैं।

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‌‌‌श्मसान मे है ठिकाना मेरा ।

संभलकर रहना ऐ दुश्मन ,

अचूक है निशाना मेरा ।

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‌‌‌हमारी कौम मे अगर कुछ दलाल ना होते ,

तो हम आज इतने विशाल ना होते ।

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‌‌‌हमारी मौत तो सोच से परे है।

शेर भी कभी गिदड़ से डरे हैं।

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‌‌‌मौत से तेरा यार नहीं डरता ।

इसलिए हमसे कोई दुश्मनी नहीं करता ।

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‌‌‌दुश्मनों के पैरों मे कभी गिरेंगे नहीं ।

और उनसे समझोता कभी करेंगे नहीं ।

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‌‌‌जिस दिन दिमाग सटक गया ,

इतिहास बदल देंगे ।

अगर कोई साथ नहीं आएगा ,

तो अकेले ही चलदेंगे ।

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‌‌‌हम कभी हार नहीं मांगते ।

गरीबी कितनी भी क्योंना हो ,

अपने दुश्मनों से कभी उधार नहीं मांगते ।

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‌‌‌दुश्मनों को दुश्मनी का इनाम देंगे ।

हमसे पंगा कोई लेगा तो उसे छांग देंगे ।

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‌‌‌इस छोटी सी उम्र मे ,

हर एक मंजर देखा है।

मुस्कुराने वाले चहरों के

दिलों मे छुपा हुआ खंजर देखा है।

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‌‌‌भीड़ मे खड़े हम नहीं होते ।

गोलियां चलाना कैसे सीखते ,

अगर दुश्मनी मे बड़े हम नहीं होते ।

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‌‌‌आग लगा देंगे तेरे सपनों को ,

अगर तूने नुकसान पहुंचाया अपनों को ।

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‌‌‌इस मौत से सौदा मत कर ।

बेगुनाह लोगों को अपनी गाड़ियों के नीचे

रौंदा मतकर ।

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‌‌‌हमारी हिम्मत को परखने  की गुस्ताखी मतकर ।

की मौत बन जाए तेरी जिदंगी हमसे ,

इतनी भी चालाकी मतकर ।

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‌‌‌मुश्किले जरूर हैं मगर ठहरे नहीं हैं हम ।

तू कुछ भी कहेगा और हम जवाब नहीं देंगे ,

इतने भी बहरे नहीं हैं हम ।

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‌‌‌झुंड मे रहना कुत्तों की आदत होती है।

हम डराते नहीं सीधा काम तमाम करते हैं ,

डराना तो भूतों की आदत होती है।

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‌‌‌जो हमने ठान लिया उसे पूरा करके ही दम लेते हैं ।

इसलिए तो दुश्मन भी हमसे पंगा कम लेते हैं।

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‌‌‌अगर खामोश हो गए ,तो यह मत समझना हम मर गए ।

हमे इस तरह पड़े देखकर भी न जाने कितने डर गए ।

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‌‌‌पूरे शहर मे नाम चलता है हमारा ,

फोटो लगे हैं थाने मे ,

नाम सबसे पहले हमारा आता है

दंगा भड़काने मे ।

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‌‌‌करले हमसे शादी तू रानी बनकर रहेगी ।

हम तो मर जाएंगे पर तू ,

हमारी कहानी बनकर रहेगी ।

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‌‌‌यह रियासत भी हमारी है ,

और दुश्मनों पर गोलियां चलाने की

आदत भी हमारी है।

गैंगस्टर शायरी Bhai

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‌‌‌कुत्तों की तरह भौंकने की आदत नहीं हमारी ,

हम तो शेर की तरह हमला करते हैं।

—————–

‌‌‌हमसे  दुश्मनी लेकर कितने दिन जीयेगा तू ।

दुश्मनों की फ्री की दारू कितने दिन पीयेगा तू ।

—————–

‌‌‌तारिफ हमारी दुनिया करती है ,

दुश्मन तो सिर्फ खौफ खाते हैं।

—————–

‌‌‌दारू बिना पानी पीना हमको आता नहीं ,

दुश्मनी बिना जीना हमको आता नहीं ।

—————–

‌‌‌खिलौनों से खेलने की आदत नहीं हमारी

हम तो हथियारों से खेला करते हैं।

—————–

‌‌‌डर का दूसरा नाम है तेरा यार ।

जिसका नाम सुनते ही हो जाते हैं ,

दुश्मन भागने को तैयार ।

—————–

—————–

‌‌‌सब्र रख यह मुश्बित के दिन भी गुजर जाएंगे ।

यह मत सोचना कि कभी हम जैसे लोग सुधर जाएंगे ।

—————–

खौफ का दूसरा नाम हैं हम ,

शराब के गिलास मे छलकते जाम हैं हम ।

—————–

‌‌‌हमे अच्छी तरह से आता है दुश्मनों को जलाना ।

36 टुकड़े कर देते हैं दुश्मनों के , फिर होते हैं रवाना ।

—————–

‌‌‌नफरत वो करते हैं जो सामना नहीं कर सकते ।

हमारे सामने आकर दुश्मन भी जीने की कामना नहीं कर सकते ।

—————–

‌‌‌गुलामी है किसी की करते नहीं ।

और मौत से कभी हम डरते नहीं ।

—————–

‌‌‌हम तो सदा ही आजाद हैं।

हमको पकड़े वाले बरबाद हैं।

—————–

‌‌‌शेरों को कभी पाला नहीं जाता ।

और अपनी मौत को कभी टाला नहीं जाता ।

—————–

‌‌‌गन तो हमारी हर वक्त आग उगलती है।

दुश्मनों की चिता हमारे ही कारण सुलगती है।

—————–

‌‌‌जो हम से खफा हो गए ,

समझों इस दुनिया से दफा हो गए ।

—————–

‌‌‌भाग कर जाओगे तुम कहां ।

हमसे बचकर रहोगे तुम कहां ।

—————–

‌‌‌मौत ही आखरी सहारा है।

हमने तो सदा मौत के संग जीवन गुजारा है।

—————–

‌‌‌जो बुझ जाए वो आग कैसी ,

जो मिट जाए वो धाक कैसी ।

—————–

‌‌‌हमारे मरने की फिक्र मत कर ,

तू अपने जीने के बारे मे सोच ।

—————–

‌‌‌दौलत तो हम विरासत मे मिली ,

पर मौत हमे सहादत मे मिली ।

—————–

‌‌‌दिल टूटने का कभी गम नहीं ,

क्योंकि हम खुद मौत से कम नहीं ।

—————–

‌‌‌जीवन की भीख वो मांगते हैं ,जो लड़ नहीं सकते ।

हम जैसे यार कभी दुश्मनों के पैरों मे पड़ नहीं सकते ।

—————–

‌‌‌आसमां मे उड़ने वाले परिंदे भी डरते हैं।

जिनकी मौत ही नहीं होती है ,

वो भी हमारी गोलियों से मरते हैं।

—————–

‌‌‌दिखने मे हम बहुत क्यूट  हैं।

पर हथियार हमारे अभी म्यूट हैं।

—————–

‌‌‌जो दिल को भा जाए उसे सुंदर फिगर कहते हैं।

जो जान की बाजी लगाए उसे बाजिरगर करते हैं ।

—————–

‌‌‌जो हमसे दुश्मनी ले ,

उस पर शनि भारी होता है।

जो हमसे पंगा ले ,

उसका डेथ वोरंट जारी होती है।

—————–

‌‌‌दिल है कि मानता नहीं ,

तू हमारे सामने खड़ा है ,

क्योंकि तू हमारी अश्लियत

जानता नहीं ।

—————–

‌‌‌जिदंगी मे मीलों का सफर हम करते हैं।

दुश्मनों को मारकर ,

पुलिस को खबर हम करते हैं।

—————–

‌‌‌मौत के साथ रहता है किरदार हमारा ।

साथ रहने मे भी डर जाता है प्यार हमारा ।

—————–

‌‌‌हम से दुश्मनी महंगी पड़ेगी ।

जिगरा है तुझमे भी यार ,

यह बात कहनी पड़ेगी ।

—————–

वक़्त वक़्त की बात है।

आज गन हमारे साथ है।

पूरे करलेंगे आज

हर ज्जबात है।

—————–

‌‌‌दुश्मनों की किस्मत खुदा नहीं हम लिखते हैं।

हमारा नाम सुनकर बड़े बड़े चिखते हैं।

—————–

‌‌‌इस सरकार को भी हिलाया है हमने ,

क्योंकि मौत से भी रिश्ता बनाया है हमने ।

—————–

‌‌‌कोई मेरा कुछ भी बिगाड़ नहीं सका ।

जो खुद को शेर समझता था ,

हमारे सामने आते ही दहाड़ नहीं सका ।

—————–

‌‌‌चारों तरफ चर्चे हमारें हैं।

पुलिस थानों के बाहर पर्चे हमारे हैं।

तैरी सैलरी से ज्यादा खर्चे हमारे हैं।

—————–

‌‌‌जो मुझे पसंद नहीं करते हैं,

वो यूं ही बेमोत मरते हैं।

—————–

‌‌‌आज तक पैदा नहीं हुआ हमको बिखेरने वाला ।

कुत्ते की मौत मारा जाएगा , हमको घेरने वाला ।

—————–

‌‌‌हम तो हैं जेलों मे दिन गुजारने वाले ,

मर गए हमे सुधारने वाले ।

—————–

‌‌‌हम जहां भी जाते हैं जमाना झुक जाता है।

कांप जाते हैं लोग जब हमारा कदम रूक जाता है।

—————–

‌‌‌शौक नहीं हमें अच्छा इंसान बनने का ।

हम तो दम रखते हैं आग मे भी चलने का ।

—————–

‌‌‌कोई आगे हमसे जा नहीं सकता ।

जो हमसे आगे निकल गया ,

वो जिंदा लौटकर आ नहीं सकता ।

—————–

बदमाश तो हम जन्म से हैं।

गुंडे और मवाली तो हम कर्म से हैं।

लेकिन वार करते  हम धर्म से हैं।

—————–

‌‌‌हम क्या थे और क्या हो गए ।

आपकी दोस्ती मे हम फनाह हो गए ।

—————–

शौक है हमें  सिगरेट पीने का ,

मजा ही कुछ और है ,

आपकी दुश्मनी मे जीने का ।

—————–

‌‌‌100 खून हमने किये पर

कोई माई का लाल सजा नहीं दे पाया ।

हथियार तो बहुत चलाए हमने ,

पर कोई देशी कट्टे जैसा मजा नहीं दे पाया ।

—————–

‌‌‌हमारी मौत का समाचार दुश्मनों को सकून देता है।

लेकिन हमारे एक निशाना दूश्मनों को भून देता है।

—————–

‌‌‌आज वक्त का तकाजा है ,

गन की आवाज के साथ निकला मेरा जनाजा है।

—————–

‌‌‌मान लिया तू अपने इलाके का शेर है ,

लेकिन हमारे इलाके मे उछल कूद मत कर

नहीं फिर तेरी खैर है।

—————–

‌‌‌बहते तूफानों को हम रोक देंगे ।

हम शिकारी हैं ठोक देंगे ।

—————–

‌‌‌आगे कुंआ पीछे खाई है।

आज मौत भी हमसे टकराई है।

—————–

‌‌‌हम अकेले हैं और मचा रहे हैं तबाही ।

लोगों को हमारी यही अदा बहुत है भाई ।

—————–

‌‌‌अगर हमसे लड़ना है ,तो मैदान मे आकर देख ।

मौत क्या होती है ,हम तुझे बताते हैं ,

एक बार श्मसान मे आकर देख ।

—————–

—————–

‌‌‌जगह भी तेरी होगी , हथियार भी तेरा होगा ।

बस तेरे सीने पर गोली मेरी होगी ।

—————–

‌‌‌कोई गैंग नहीं है मेरी फिर भी लोग सलाम करते हैं।

अरे हम ही हैं वो एक झटके मे दुश्मनों का काम तमाम करते हैं।

—————–

‌‌‌लाखों देखें हैं चेहरे पर मरने वाले ,

कहां मिलेंगे ऐसे दोस्त ,

जान निस्सार करने वाले ।

—————–

‌‌‌मौत दूसरों का इंतजार करती है।

लेकिन हम मौत का इंतजार करते हैं।

हम वही हैं जो गन से प्यार करते हैं।

—————–

‌‌‌आज तेरा वक्त है , तो कल मेरा होगा ,

याद रखना तेरी मौत के साथ हमारा सवेरा होगा ।

—————–

‌‌‌हम तो राजा है तो राज करेंगे ।

हम तो पहले से ही श्मसान मे बैठे हैं

दूश्मन हमे क्या बरबाद करेंगे ।

—————–

‌‌‌दुश्मनों के दिमाग मे नाम चलता हमारा है।

हमारे नाम से कांप जाता , यह संसार सारा है।

—————–

‌‌‌जिस पर गोली चलादें हम ,

कभी फल नहीं लगते उस पेड़ के ,

अच्छा नहीं किया तुमने हमें छेड़ के ।

—————–

‌‌‌यह जंग शूरू तुमने की है,

और खत्म हम करेंगे ।

—————–

जो बेहतर होते है उन्हें इनाम मिलता है,

जो सत्य पर चलते हैं उन्हें राम मिलता है।

—————–

‌‌‌रोज पीने की आदत हो गई है हमारी ।

अब तो मौत से इबादत हो गई है हमारी ।

—————–

‌‌‌जाम पर जाम पीया हमने ।

मौत का संग किया हमने ।

दुश्मनों से बहुत जंग किया हमने ।

—————–

‌‌‌अगर हजार गोलियां चलेंगी ,

तो भी नहीं मरूंगा मैं ।

अब तो शेर भी सामने आ जाए ,

तो भी नहीं डरूंगा मैं ।

—————–

‌‌‌तू हजार दोस्त बनालें ,

मैं अकेला ही काफी हूं

तुझे बरबाद करने के लिए ।

मौत बनकर आउंगा दंगा फसाद करने के लिए ।

—————–

दहाड़ कर कभी शिकार नहीं किया जाता ।

धोखे से कभी दुश्मन पर वार नहीं किया जाता ।

————–

ऐ पगली हम तो मौत हैं ,

और मौत से कभी प्यार नहीं किया जाता ।

—————–

‌‌‌हम अपने दुश्मनों को सीधा जान से मार देते है।

और इस धरती के बोझ को उतार देते हैं।

—————–

‌‌‌जीना है तो शान से जीयेंगे ।

अगर पीना है तो खुलकर पीयेंगे ।

—————–

‌‌‌दुश्मन जले तो जलने दो ,

हम तो चमकते सितारे हैं।

यहां कोई अमर नहीं ,

सब टूटते तारे हैं।

—————–

‌‌‌आज भी दुश्मनों के शरीर पर पिटाई के निशान होंगे ।

सामने मत आना हमारे ,जब हम श्मसान होंगे ।

—————–

‌‌‌खतरों से खेलना आदत है हमारी ।

तेरे महीनों का खर्च ,

उतनी एक दिन की लागत है हमारी ।

—————–

‌‌‌डराना तो कुत्तों का काम होता है।

हम तो शेर हैं सीधी गर्दन तोड़ते हैं।

—————–

‌‌‌जिदंगी के सफर मे सहारा नहीं है कोई ,

हम तो बैठे हैं ऐसी नदी के बीच ,

जिसका किनारा नहीं है कोई ।

—————–

‌‌‌बराबर है हमारे लिए खून और पानी ।

गन के साथ लिखते हैं हम मौत की कहानी ।

—————–

‌‌‌वजूद मेरा मिटा दे ऐसी कोई हस्ती नहीं ।

इसलिए दुनिया हमसे उलझती नहीं ।

—————–

‌‌‌दुश्मनी हमारी सागर से गहरी है,

हम वो हैं ,जिसके लिए मौत भी ठहरी है।

—————–

‌‌‌मौत का कोई टाइम नहीं होता ।

हमारे सामने कभी कोई कायम नहीं होता ।

—————–

‌‌‌हम वो हैं जो असमां को छूले ,

बूढ़े हो गए तो क्या हुआ ,

हथियार चलाना नहीं भूले ।

—————–

‌‌‌दुश्मनों के पत्थर की चोट दिल मे लगी ।

और दुश्मनों को गोली महफिल मे लगी ।

—————–

‌‌‌तुम हम पर गोली चलाओंगे ,

तो समझों अपनी मौत को बुलाओगे ।

—————–

‌‌‌कितने हंसे थे वो हमारी मौत की खबर पर ,

आज फूल चढ़ा रहे हैं अपनो की कब्र पर ।

—————–

‌‌‌छिपकर वार करने वाले कायर होते हैं।

गैंगेस्टर तो खून की होली खेलने मे माहिर होते हैं।

—————–

‌‌‌पहचान हमारी चेहरे से नहीं गोलियों से होती है।

दुश्मनों की पेंट गिली हमारी बोलियों से होती है।

—————–

‌‌‌जवाब हम देंगे तेरी बेवफाई का ।

रस्ता साफ कर दिया है तूने अपनी तबाही का ।

—————–

‌‌‌सीखा नहीं है हमने गलतियों को नजर अंदाज करना ।

आत नहीं  है हमें कभी किसी से डरना ।

—————–

‌‌‌बेटा तेरे बाप हैं हम ,

पीछे मुड़कर देख तेरे लिए कितने अभिशाप हैं हम ।

—————–

‌‌‌पागलों के झुंड मे नाम है मेरा ।

दुश्मनों से बदला लेना काम है मेरा।

—————–

‌‌‌झुंड की जरूरत कमजोरों को पड़ती है।

हमारा तो हाथ की काफी है ,

गन की जरूरत औरों को पड़ती है।

—————–

‌‌‌हम वो नहीं जो मौत से डरकर

पलके झपका देंगे ,

हमसे पंगा मतले वरना टपका देंगे ।

—————–

‌‌‌दुनिया ने हमसे दुश्मनी करने का अंजाम देखा ।

लोग हमारे नाम से फिरौत मांगते हैं ,

संसार मे ऐसा हमारा नाम देखा ।

—————–

‌‌‌जिदंगी मे हर हूनर आजमाना चाहिए ।

मौत से कभी नहीं घबराना चाहिए ।

—————–

‌‌‌डरते तो हम किसी के बाप  से नहीं ।

जहां मन करे वहां आ जाना ।

—————–

‌‌‌मजा आता है दुश्मनों को तड़पाने मे ।

नाम आता है हमारा मौत से खेल जाने मे ।

—————–

‌‌‌हमारे आगे हर किसी की बोलती बंद हो जाती है।

जो हमसे दुश्मनी लेले,

उसकी जिदंगी चंद हो जाती है।

—————–

‌‌‌नजर बुरी हर किसी पर हम नहीं रखते ।

मौत से दूरी हम नहीं रखते ।

और दुश्मनी मे मजबूरी हम नहीं रखते।

—————–

‌‌‌खोल कर रखते हैं ठेका शराब का ।

दुश्मनों को इंतजार रहता है हमारे जवाब का ।

—————–

‌‌‌दारू नहीं हो तो ठेका किस काम का ।

अगर गैंगेस्टर नहीं हो तो पुलिस रहता है नाम का ।

—————–

‌‌‌हम तो खतरों के खिलाड़ी हैं।

लेकिन प्यार मे जरा अनाड़ी है।

—————–

‌‌‌नखरे ना कर हमारे  सामने पगली ,

तू नहीं होगी तो क्या हुआ आ जाएगी अगली ।

—————–

‌‌‌दुनिया वाले तो सिर्फ उंगली उठाते हैं ,

पर हम तो सिर्फ गन उठाते हैं।

—————–

‌‌‌गम के साथ दुश्मनों का जनाजा निकला है।

और हथियारों के साथ यह राजा निकला है।

—————–

‌‌‌हमारे सामने बड़े बड़ो की फट जाती है ,

हम वो हैं  जिनके सामने से मौत भी हट जाती है।

—————–

‌‌‌हम से पंगा मत लेना सपने मे भी ,

वरना बड़ी तकलीफ होगी ,

खुदा का नाम जपने मे भी ।

—————–

‌‌‌हम दुश्मनों को छुप छुप कर याद नहीं करते ,

हम यूं ही किसी को बरबाद नहीं करते ।

—————–

‌‌‌औकात नहीं है हमसे नजरे मिलाने की ,

और बात करते हैं हमें मिटाने की ।

—————–

‌‌‌जब हम चलते हैं तो दुनिया सलाम करती है।

हमारी गोलियों की बदौलत ही ,

दुनिया अपने घरों मे आराम करती है।

—————–

‌‌‌वो कहती है तुम प्यार के लायक नहीं ।

हम कहते हैं दुनिया मे हमसे बड़ा ,

कोई नालायक नहीं ।

—————–

‌‌‌तुम्हें किस बात का गरूर है ,

तुम्हारा यार तो गैंगेस्टर नाम से मसहूर है।

—————–

‌‌‌बदमाशी भी अपने दम पर करते हैं।

इसलिए दुश्मन अटैक हम पर करते हैं।

—————–

‌‌‌जहां हम कदम रख देते हैं ,

वो एरिया हमारा हो जाता है।

जो हमसे टकराता है ,

वो भगवान को प्यारा हो जाता है।

—————–

‌‌‌गुस्सा मत दिलाओ हमको ,

कि हम असली किरदार मे आ जाएं ,

इतना भी मत पिलाओ हमको ।

—————–

‌‌‌फूल हम पर बरसाते हैं लोग ,

फिर भी हमे गैंगेस्टर के नाम

से दर्शाते हैं लोग ।

—————–

‌‌‌महफिल तुम्हारी होगी पर चर्चे हमारे होंगे ,

याद रखना एक दिन ,

असमां मे तुम्हारे नाम के तारे होंगे ।

—————–

‌‌‌दुनिया जलती है तो जल जाने दो ,

शाम ढलती है तो ढल जाने दो ।

जवाब देंगे जरूर ,

बस सही वक्त आने दो ।

—————–

‌‌‌औरतों पर कमेंट हम बर्दाश्त नहीं करते ।

और दुश्मनों पर हम कभी विश्वास नहीं करते ।

—————–

‌‌‌तू हजार बार रूठेगी तो मनालेंगे तुझे ।

मगर प्यार मे आया कोई दूसरा ,

तो दुनिया से उठालेंगे तुझे ।

—————–

‌‌‌जिन हथियारों से दुनिया वाले डरते हैं ,

हम तो उन्हीं से इश्क करते हैं।

—————–

‌‌‌हम से जलने वाले बहुत देखे ,

आज दुश्मनों ने हमारे सामने घुटने टेके ।

—————–

‌‌‌दम होना चाहिए दुश्मनों को झेलने का ,

हमे शौक है मौत से खेलने का ।

—————–

‌‌‌नंबर वन हैं बदमासी मे हम ,

गोली मार देते हैं हर किसी को

उबासी मे हम ।

—————–

‌‌‌नौकरी भले ही करते हैं चपरासी मे हम ,

पर नंबर वन हैं बदमासी मे हम ।

—————–

‌‌‌बदमासो मे नाम है तेरे यार का ।

यूं ही कैसे छेड़ देगा ,हर कोई बहार का ।

—————–

‌‌‌जो इज्जत से बात करता है उस पर जान वार देते हैं ,

जो हम अकड़ दिखाए उसे मौत के घाट तार देते हैं।

—————–

‌‌‌बेगुनाह को मार देना हमारा धर्म नहीं ।

पर कुत्तों को सफाया करने मे कोई शर्म नहीं ।

—————–

         ‌‌‌कई पुलिस वालों की अकड़ ढीली करदी हमने ,

कई दुश्मनों की पेंट गिली करदी हमने ।

—————–

‌‌‌माफ करने वाला धंधा हम नहीं करते ।

बेगुनाह लोगों को मारकर ,

अपने हाथों को गंदा हम नहीं करते ।

—————–

‌‌‌जिसके लिए तू हमे छोड़कर चली गई ।

तू जिसे प्यार करती है ,

वो हमे सलाम करते हैं।

—————–

‌‌‌बदशमासी मे नाम है हमारा ,

और दुश्मनों की अकड़ तोड़ना काम है हमारा ।

—————–

‌‌‌किसमे इतना दम है

पगली जो तेरे पर हाथ उठाए ।

—————–

‌‌‌बुरा नहीं होता है बेइमानों को लूट लेना ।

हमारी आदत मे शुमार है ,

कभी कभी दुश्मनों को कूट लेना ।

—————–

‌‌‌अच्छा नहीं होता किसी के सीने मे आग लगा देना ,

बहुत घातक होता है सोये शेर को जगा देना ।

—————–

‌‌‌हम तो खुद के बोस हैं ,

जिन्होंने दुश्मनी मोल ली थी हमसे ,

आज वो खामोश हैं।

—————–

‌‌‌अंजाम चाहे कोई भी हो ,

उसकी परवाह हम नहीं करते ।

—————–

‌‌‌अब गोलियां चलाएंगे तेरे घर के आंगन मे ,

तूने दाग जो लगादिया हमारे दामन मे ।

—————–

‌‌‌हम तो साले खुद मौत हैं ,

और मौत का कोई पता नहीं होता ।

—————–

‌‌‌लोग रंगों से होली खेलते हैं ,

हम तो खून से होली खेलते हैं।

—————–

‌‌‌वक्त के साथ सब कुछ बदल जाता है।

जो हमसे पंगा लेता है वह आग मे जल जाता है।

—————–

‌‌‌हम से जो पंगा लेता है ।

वो मौत की नींद सोता है।

—————–

‌‌‌सटक गई अगर हमारी खोपड़ी ,

तो तोड़ देंगे तेरी झोंपड़ी ।

—————–

‌‌‌आदत नहीं है हमारी नौकरी करने की ,

जब हम साथ हैं ,

तो जरूरत नहीं है किसी से डरने की ।

—————–

‌‌‌शेर तो आज भी हैं हम ,

मौत के नए अंदाज भी हैं हम ।

—————–

‌‌‌बदमासी मे नंबर वन हैं हम ,

याद रखना आत्मा को ले

जाने वाले यम हैं हम ।

—————–

—————–

‌‌‌दिल की तन्हाई को आवाज बना लेते हैं ,

दर्द जब हद से गुजरता है तो गन उठा लेते हैं।

—————–

‌‌‌बात मत कर औकात की ,

वरना देंगे एक लात की ।

—————–

‌‌‌शेर का कोई दूसरा नाम नहीं ,

डरना किसी से हमारा काम नहीं ।

—————–

‌‌‌इस दुनिया मे सुख को खोज रहे हम ,

दुश्मनों के लिए सदा बोझ रहे हम ।

उनके ख्वाबों मे रोज रहे हम ।

—————–

‌‌‌पगली तेरे बिना गुजरती नहीं हैं रातें ,

तू डर जाती हैं

वरना दिखा देते तुझे भी अपने इरादे ।

—————–

‌‌‌अगर लगेगी प्यास ,

तो दुश्मनों का खून पीएंगे ।

बेशक मरना मंजूर है ,

ना कभी सर झुका कर जीएंगे ।

—————–

‌‌‌जो हमारी राह मे रोड़े हैं ,

अब दिन उनके थोड़े हैं।

—————–

‌‌‌कूद जाएंगे दोस्तों के लिए आग की कुंड मे ,

विश्वास नहीं करते हैं हम पाखंड मे ।

—————–

‌‌‌चलते हैं हम सदा धूप और छांव मे ,

हमारे नाम का डंका बजता है इस गांव मे ।

—————–

‌‌‌मौसम कैसा भी हो ,

पर दिल मे जनून होता है।

हर दिन हमारे हाथों से ,

किसी का खून होता है।

—————–

‌‌‌आग जल रही है चूल्हे पर ,

गन सवार है यार के कुल्हे पर ।

—————–

‌‌‌खौफ का दूसरा नाम हैं हम ,

दुश्मनों की जिदंगी की आखरी शाम हैं हम ।

—————–

‌‌‌प्यार हमने किसी से किया नहीं ,

खतरों के बिना जिदंगी को कभी जिया नहीं ।

—————–

‌‌‌अगर दोस्ती चाहता है तो संवाद करले ,

अगर दूश्मनी चाहता है तो खुद को बरबाद करले ।

—————–

अंधियारे रातों मे हम दुश्मनों को याद आते हैं ।

उनकी नींद हमे हमारे नाम के ख्वाब आते हैं।

—————–

‌‌‌दोस्ती नहीं है हमारी किताबों से ,

हम तो दोस्ती रखते हैं शराबों से ।

—————–

‌‌‌दिल पर लगी चोट का बदला जरूर लेंगे ।

कितना भी भाग लें ,

एक दिन तुझे ढूंढ लेंगे ।

—————–

‌‌‌आशा नहीं है जीने की ,

फिर भी तमन्ना रखते हैं पीने की ।

—————–

‌‌‌हारने की आदत नहीं है हमारी ,

इसलिए झुकती है हमारे सामने दुनिया सारी ।

—————–

सूनी आँखों में सपनों की सौगात नहीं।

क्या करें तेरी दोस्ती मे अब वो बात नहीं ।

—————–

‌‌‌चारों तरफ हमारी गोलियों की बरसात है।

और कुछ नहीं बस हमारे नाम की करामात है।

—————–

‌‌‌हमसे मत खेल आँख मिचौली ,

वरना चल जाएगी यह गोली ।

—————–

‌‌‌सुख की तलास हम नहीं करते ।

बिना गन बकवास हम नहीं करते ।

—————–

‌‌‌इतिहास के पन्नों मे

लिखा जाएगा नाम हमारा ।

गन ही होगा इस यार

का अब आखरी सहारा ।

—————–

‌‌‌हम तो काल हैं यूं बीत जाएंगे हम ,

हार कर यह बाजी जीत जाएंगे हम ।

—————–

‌‌‌हर दीवार पर लिखा है नाम मेरा ,

पैदा नहीं हुआ आज तक ,

करने वाला हिसाब मेरा ।

—————–

‌‌‌खून की प्यास है ,

तेरे हाथों की दी

मौत भी हमे रास है।

—————–

‌‌‌एक बार चली गोलियां ,

तो बादल भी बिखर गए ।

दुश्मन भी हमसे दोस्ती

करके निखर गए ।

—————–

‌‌‌सब्र करना हमे आता नहीं ।

बोटियों के अलावा तेरा

यार कुछ खाता नहीं ।

—————–

‌‌‌याद रखना दुश्मनों के घर पर हमारा ढेरा होगा ,

उनकी मौत के साथ इस जिदंगी मे सवेरा होगा ।

—————–

‌‌‌थोड़ा हमारा दर्द भी समझ लिया कर पगली

हम भी तेरे इश्क के मारे हैं।

—————–

‌‌‌सूखे खेतों की कहानी कहती है ,

हमारे पास खून की नदी बहती है।

‌‌‌हमारी दोस्ती कोई खैरात नहीं ,

वह सब हमारे दुश्मन हैं ,

जो हमारे साथ नहीं ।

—————–

‌‌‌इस दुनिया के रईसों  मे नाम है हमारा ,

और कत्ल करना काम है हमारा ।

—————–

‌‌‌सड़के सूनी हो जाती हैं हमारे नाम से ,

दुनिया वाले पहचानते हैं हमे ,

मौत के काम से ।

—————–

‌‌‌फेंक देते हैं उस चाय को जो रस की नहीं ,

सब्र करना हमारे बस की नहीं ।

—————–

‌‌‌जिन्होंने बरसाए थे हमारे उपर ईंट पत्थर ,

आज हम ही उढा रहें हैं उनके उपर चदर ।

—————–

‌‌‌दुश्मनों ने दिखादी तुमको अपनी भाई गिरी

अब देख अपनी कसाई गिरी ।

—————–

‌‌‌हम तो पहले से ज्यादा कमीने हो गए ,

और दोस्त कहते हैं हम तो नगीने हो गए ।

—————–

‌‌‌लिखा है जो तकदीर मे वो मिटा देंगे ।

हमसे पंगा लेने वालों को धूल चटा देंगे ।

—————–

‌‌‌मौत भी जिसके सामने आने से डरे ,

जो भगवान भी ना कर सके ,

वो तेरा यार करे ।

—————–

‌‌‌अरे कौन नहीं जानता है हमारी सच्चाई को ,

दुनिया सलाम करती है यार तेरे भाई को ।

—————–

‌‌‌हमसे पंगा लोगे तो मिट्टी मे मिल जाओगे ,

हमसे दोस्ती करोगे तो फूल की तरह खिल जाओगे ।

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arif khan

‌‌‌हैलो फ्रेंड मेरा नाम arif khan है और मुझे लिखना सबसे अधिक पसंद है। इस ब्लॉग पर मैं अपने विचार शैयर करता हूं । यदि आपको यह ब्लॉग अच्छा लगता है तो कमेंट करें और अपने फ्रेंड के साथ शैयर करें ।‌‌‌मैंने आज से लगभग 10 साल पहले लिखना शूरू किया था। अब रोजाना लिखता रहता हूं । ‌‌‌असल मे मैं अधिकतर जनरल विषयों पर लिखना पसंद करता हूं। और अधिकतर न्यूज और सामान्य विषयों के बारे मे लिखता हूं ।