स्वर्ग जाने के लिए करें यह 19 काम हो जाएगा बेड़ा पार

swarg jane ke liye kya karna chahie इसके बारे मे हम आपको बताने वाले हैं।दोंस्तों हिंदु धर्म के अंदर स्वर्ग और नर्क की अवधारणा मिलती है। मरने के बाद वैसे तो हर कोई स्वर्ग जाने की इच्छा करता है। वैसे उसकी इच्छा पूरी होती है या फिर नहीं होती है ? इसके बारे मे कोई जानकारी नहीं है। हालांकि बहुत से लोग तो इस तरह के होते हैं , जोकि नर्क से भी नीचे जाने वाले होते हैं। और वो भी मरने के बाद स्वर्ग जाने की इच्छा करने लग जाते हैं। हालांकि इच्छा करने से कुछ भी नहीं होता है। और यह आपके कर्म तय करते हैं , कि आपको स्वर्ग मिलेगा या फिर आपको नर्क मिलेगा । यहां पर हम आपको यह बताने वाले हैं , कि यदि आप स्वर्ग को जाना चाहते हैं , तो आपको कौनसे कर्म करने होंगे । हालांकि इंसान के जीवन काल मे ही यह तय हो जाता है , कि वह इंसान स्वर्ग जाएगा या फिर नर्क जाएगा ? क्योंकि जो कर्म होते हैं , वे तो मरने से पहले ही किये जाते हैं। और मरने के बाद बस कर्मों का भोग होता है। फिर कर्म करना संभव नहीं हो पाता है।

गरुड़ पुराण के अंदर भी स्वर्ग और नर्क की अवधारणा के बारे मे उल्लेख मिलता है। यदि आपको इन सब चीजों के बारे मे विस्तार से जानना है , तो आपको गरूड पुराण को पढ़ना चाहिए । आपको इसके बारे मे और अधिक अच्छे से पता चलेगा ।

Table of Contents

भगवान का नाम जाप करने वाले जाते हैं स्वर्ग

swarg jane ke liye kya karna chahie

दोस्तों भगवान का नाम जाप करने वाले सदा ही स्वर्ग को जाते हैं। यदि आप भगवान राम हनुमान जी और कृष्ण शिव आदि का कोई भी नाम सदा जाप करते रहते हैं। और पूजा पाठ करते हैं , तो आपको सदा ही स्वर्ग की प्राप्ति होती है। क्योंकि भगवान आपके पाप कर्मों को समाप्त कर देते हैं। अक्सर आपने कुछ लोगों को राम राम करते हुए देखा होगा । कुछ लोग कृष्ण का महामंत्र का जाप भी करते हैं। तो  यदि आप भी स्वर्ग जाना चाहते हैं , तो भगवान के नाम का जाप करना शूरू कर दें । धीरे धीरे भगवान के नाम जाप से आपका कल्याण होना शूरू हो जाएगा । आपको जो देवता सूट करता है। आप बस उसका नाम जाप कर सकते हैं। अंत समय मे यह नाम जाप ही आपको काम मे आएगा । और कोई भी काम मे नहीं आने वाला है।

गरूड़ पुराण के अंदर तो यहां तक कहा गया है कि यदि कोई मरते समय भी भगवान का नाम लेता है , तो उसका कल्याण हो जाता है। मगर जो लोग जीवन भर भगवान को याद ही नहीं करते हैं , वे मरते वक्त क्या याद करेंगे।

जो सत्य बोलते हैं

दोस्तों जो लोग असत्य बोलते हैं , वे धर्म के विरूद्ध होते हैं। मगर जो लोग सत्यवादी होते हैं। उनको स्वर्ग का ही रस्ता मिलता है। इसलिए ऐसा इंसान जो हर समय सच को ही बोलता है , इस तरह के लोग स्वर्ग ही जाते हैं। मगर यदि हम आज के संदर्भ मे देखें तो यह पता चलेगा कि इस समय सत्य बोलने वाले लोग ना के बराबर हैं , तो इसका मतलब यही है , कि बहुत ही कम लोग स्वर्ग जाने वाले हैं । अधिकतर लोग नर्क की जाएंगे ।जिसके अंदर आप और हम भी हो सकते हैं। क्योंकि हम भी तो बात बात पर झूठ बोलते हैं।

भगवान मे रखें आस्था

दोस्तों गरूड पुराण के अंदर यह भी कहा गया है , कि जो लोग भगवान के अंदर आस्था नहीं रखते हैं , वे स्वर्ग नहीं जाते हैं। इसलिए यदि आपको स्वर्ग जाना है , तो आपको भगवान के अंदर विश्वास रखना होगा । उनकी पूजा करनी होगी । क्योंकि तभी आप स्वर्ग जा सकते हैं। जो भगवान को मानते ही नहीं हैं ,तो उनको स्वर्ग और नर्क से कोई लेना देना भी नहीं होता है।

धर्म के मार्ग पर चलने वाला

जो पुरूष या स्त्री धर्म के मार्ग पर चलती है। उसको स्वर्ग की प्राप्ति होती है। इसलिए आपको यदि स्वर्ग जाना है , तो आपको धर्म के मार्ग पर चलना होगा । जो मार्ग धर्म ने बताया है उसके उपर चलने के लिए आपको नियम बनाने होंगे और खुद को उन नियमों के अंदर ढालना होगा । इसके अंदर समय लग सकता है। लेकिन धीरे धीरे आप सीख सकते हैं। और खुद को बदल सकते हैं।

जीवों पर दया करने वाला इंसान

जो इंसान सभी तरह के छोटे मोटे जीवों पर दया करता है। उनको मारता नहीं है। इस तरह के इंसान को भी मरने के बाद स्वर्ग मिलता है। हालांकि जीवों पर दया करने वाले लोग बहुत कम होते हैं। अक्सर लोग बिना वजह के ही कई सारे जीवों को मार देते है। मगर ज्ञानी इंसान वह होता है , जोकि जीवों की हत्या विवशता वश ही करता है , ​बाकि जीवों के उपर दया करता है। इस तरह का इंसान स्वर्ग का अधिकारी होता है। कीड़ी मकोड़े , और बड़ा जीव इन सब को ईश्वर का अंश माना गया है , इसलिए उनकी हत्या हमें नहीं करनी चाहिए । लेकिन यदि आप आज के माहौल के बारे मे देखें , तो आपको पता चलेगा ​यहां पर तो इंसानों पर ही दया नहीं हो रही है , तो जीवों पर दया होने की बात कैसे हो सकती है ?

भूखे प्यासे को भोजन खिलाने वाले

swarg jane ke liye kya karen

यदि कोई भूखा प्यासा आपके घर मे आता है ,और भोजन की मांग करता है , और आप यदि उसको भोजन खिलाते हैं। या फिर यदि आप भूखे प्यासों को भोजन देते हैं , तो मरने के बाद आपको स्वर्ग की प्राप्ति ही होती है। और जो लोग भूखे लोगों को अपने पास होते हुए भी भोजन नहीं देते हैं , उनको नर्क मिलता है।

रोगी और बूढ़ों की सेवा करने वाले

जो लोग रोगी की सेवा करते हैं। ब़ुढों की मदद करते हैं , इस तरह के लोग सदैव स्वर्ग ही जाते हैं। उनको कभी भी नर्क नहीं भोगना पड़ता है। इसलिए अधिक से अधिक जरूरत मंदों की आपको सेवा करना चाहिए । ऐसा करने से आपको फायदा होगा । और आपका मन जैसे जैसे शुद्ध होगा आपके स्वर्ग जाने के चांस काफी अधिक हो जाएंगे । इसके अलावा आप अन्य उपाय भी कर सकते हैं।

पितरों और देवताओं की पूजा करने वाले

गरूड पुराण के अंदर यह बताया गया है  , कि पितरों और देवताओें की पूजा करना चाहिए।  जो इंसान पितरों और देवताओं की पूजा को छोड़ देता है , वह नर्क का अधिकारी होता है। इसलिए आप जो भी देवता को मानते हैं , उनका पूजा पाठ जरूर ही करें । वरना आपका कल्याण नहीं हो सकता है।

स्त्री हत्या और गर्भ हत्या नहीं करनी चाहिए

यदि आप नर्क जाना चाहते हैं , तो आप यह कर सकते हैं। मगर यदि आप स्वर्ग जाना चाहते हैं , तो आपको कभी भी स्त्री हत्या या फिर अपने गर्भ की हत्या नहीं करना चाहिए । यह सबसे अधिक जरूरी होता है। यदि कोई ऐसा करता है , तो उसे घोर नर्क मिलता है। हालांकि हत्या चाहे किसी भी प्रकार की क्योंना हो उसके पाप का सामना तो करना ही पड़ता है।

सुसाइड नहीं करना चाहिए

दोस्तों सुसाइड करने वाले कभी भी स्वर्ग को नहीं जाते हैं। तो यदि आपको स्वर्ग जाना है , तो आत्महत्या के बारे मे सोचना भी आपको नहीं चाहिए । वरन जीवन को सही तरह से जीना चाहिए । सही तरह से जीने वाले ही स्वर्ग जाते हैं। माना जाता है , कि जो लोग सुसाइड करते हैं , वे घोर नर्क के अंदर गिर जाते हैं।

मंदिर बनाने वाले जाते हैं स्वर्ग

गरूड पुराण के अंदर यह कहा गया है , कि जो लोग मंदिर बनाते हैं। वे स्वर्ग जाने के अधिकारी होते हैं। यदि आप के पास पैसा है , तो आप भगवान के मंदिर का निर्माण कर सकते हैं। जोकि आपको स्वर्ग का अधिकारी बना सकता है।

लालच नहीं रखना चाहिए

यदि आप स्वर्ग जाते हैं , तो आपको लालच नहीं रखना चाहिए । दूसरों की धन और संपति को हड़पने वाले लोग कभी भी स्वर्ग को नहीं जाते हैं। जितना आपके पास है , उसके अंदर ही आपको संतोष हाशिल करना होगा । बहुत सारे लोग इस तरह के होते हैं , जोकि अपने ताकत के दम पर दूसरों की संपति को हड़प लेते हैं।इस तरह के लोग वैसे भी नर्क नहीं जाएंगे तो कहां पर जाएंगे । एक अच्छा इंसान दूसरों की संपति को कभी भी नहीं हड़पता है , और अपने पास जितना कुछ होता है , बस उसी से वह संतोष करता है।

ब्राह्मण, साधुओं की निंदा नहीं करनी चाहिए

दोस्तों माना गया है कि ब्राह्मण, साधुओं की कभी भी निंदा नहीं करनी चाहिए । जो इनकी निंदा करता है , इस तरह का इंसान कभी भी स्वर्ग का अधिकारी नहीं होता है। उसको महान नर्क को भोगना पड़ता है। वैसे सही भी है , जो इंसान साधु के महत्व को नहीं समझ पाता है , उसके अंदर स्वर्ग जाने का कोई भी गुण मौजूद नहीं होता है। इसलिए जब भी आपके घर के अंदर साधु आए , तो उसको भिक्षा दें । और भोजन करवाएं ।

धार्मिक ग्रंथों की निंदा या आलोचना नहीं करनी चाहिए

जैसा कि आपको पता ही है , कि आजकल नए नए गुरू घंटाल पैदा होते जा रहे हैं। वे अपने फायदे के लिए धर्म ग्रांथों को मनमाने ढंग से लिखते हैं। इस तरह के लोगों का स्वर्ग से कोई वास्ता नहीं होता है। और ना ही उनको अनुभव होता है। वे धर्म को अपना धंधा बना लेते हैं। और कई सारे मूर्ख उनके पीछे हो जाते हैं। जिनकी मोटी बुद्धि के अंदर बात घुसती नहीं है ।यदि आप स्वर्ग को जाना चाहते हैं , तो आपको कभी भी धर्म ग्रंथों की आलोचना और उनका अपमान नहीं करना चाहिए ।

कभी भी झूठी गवाही नहीं देनी चाहिए

गरूड पुराण के अंदर यह कहा गया है , कि जो इंसान झूठी गवाही देता है ,उसे नर्क मिलता है। इसलिए कभी भी किसी के खिलाफ झूठी गवाही नहीं देनी चाहिए । बेसक यदि आप गवाही नहीं दे सकते हैं , तो आप ना ही दें । यह झूठ बोलने से तो कम से कम अच्छा ही होता है।

लेकिन आजकल लोगों को इसकी चिंता नहीं है। अधिकतर गवाही झूठी ही होती हैं। जिसकी वजह से बहुत सारे अपराधी आसानी से बच जाते हैं , और उनको कभी भी सजा नहीं हो पाती है।

पर स्त्री को गंदी नजर से नहीं देखने वाले

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जो पुरूष अपनी पत्नी को छोड़कर ​दूसरी किसी भी स्त्री को बुरी नजर से देखता है , उसको अच्छा नहीं माना गया है। और गरूड पुराण के अंदर उसको पाप का भागी माना गया है। दूसरी स्त्री को माता बहन या फिर देवी मानना चाहिए । बस अपनी पत्नी से ही प्रेम करना चाहिए । इस तरह के पुरूष को स्वर्ग का अधिकारी माना जाता है। मगर आजकल अपनी पत्नी के अलावा भी कई सारे पुरूष का दूसरी स्त्री से चक्कर होता है।

कुआं, तालाब, प्याऊ, आश्रम बनाने वाले लोग जाते हैं स्वर्ग

दोस्तों जो इंसान अपने जीवन काल के अंदर कुआं, तालाब, प्याऊ, आश्रम आदि का निर्माण करवाता है। और जानवरों की मदद करता है। इस तरह के इंसान को स्वर्ग का अधिकारी माना जाता है। और मरने के बाद उनको सभी तरह के पुण्यो का फल मिलता है। तो यदि आप भी इसी तरह के पुण्य करते हैं , तो आपको स्वर्ग मिलता है। अक्सर पहले के समय मे कई लोग अपने जीवन काल के समय इस तरह की चीजें करते थे । मतलब धार्मिक कार्य करते थे , ताकि वे मरने के बाद स्वर्ग जा सकें ।

जो अपनी इंद्रियों पर नियंत्रण रखते हैं

अपनी इंद्रियों पर नियंत्रण रखने वाले इंसान को जितेंद्रिय के नाम से जाना जाता है। मतलब जो इंसान काम क्रोध और लोभ आदि के उपर नियंत्रण रखते हैं। या इन सब चीजों का अभियास करते हैं , इस तरह के लोग सदैव की स्वर्ग के अधिकारी होते हैं मगर इनके उपर नियंत्रण रखना इतना आसान कार्य नहीं होात है।

गरीब, असहाय, जरूरतमंद, अनाथ, रोगी, और बुजुर्गों का उपहास नहीं करना चाहिए

जो महामूर्ख गरीब, असहाय, जरूरतमंद, अनाथ, रोगी, और बुजुर्गो आदि का उपहास करते हैं। इस तरह के लोगों को कठोर नर्क का सामना करना पड़ता है। इसलिए इन लोगों का कभी भी उपहास नहीं करना चाहिए । वरन इनकी मदद ही करनी चाहिए ।

तो आपको स्वर्ग जाने के लिए क्या क्या करना चाहिए ? इसके बारे मे हम आपको बता चुके हैं। अब यदि आपके मन मे कोई सवाल है , तो आप पूछ सकते हैं। हम आपके सवाल का जवाब देने की कोशिश करेंगे।

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arif khan

‌‌‌हैलो फ्रेंड मेरा नाम arif khan है और मुझे लिखना सबसे अधिक पसंद है। इस ब्लॉग पर मैं अपने विचार शैयर करता हूं । यदि आपको यह ब्लॉग अच्छा लगता है तो कमेंट करें और अपने फ्रेंड के साथ शैयर करें ।‌‌‌मैंने आज से लगभग 10 साल पहले लिखना शूरू किया था। अब रोजाना लिखता रहता हूं । ‌‌‌असल मे मैं अधिकतर जनरल विषयों पर लिखना पसंद करता हूं। और अधिकतर न्यूज और सामान्य विषयों के बारे मे लिखता हूं ।