suzlon energy क्या काम करती है ? suzlon energy शेयर का भविष्य कैसा हो सकता है ?

suzlon energy kya kam karti hai – सुजलॉन एनर्जी का नाम तो आपने सुना ही होगा । यदि आप शेयर मार्केट के अंदर उतर गए हैं तो फिर यह कंपनी भी आपकी नजर मे आ ही जाएगी । suzlon energy वैसे एक समय मे यह 400 रूपये के आस पास ट्रेंड कर रही थी। और आज यह 2023 के अंदर 18 रूपये के आस पास ट्रेंड कर रही है। मतलब यही है कि इसके शेयरों मे भारी गिरावट आई है। इसके बारे मे हमने आपको पहले भी एक लेख की मदद से यह बताने का प्रयास किया था , कि इस गिरावट का कारण क्या था ? suzlon energy जैसी कंपनी के अंदर जब आप निवेश करते हैं , तो आपको सबसे पहले यह जानना काफी अधिक जरूरी होता है , कि कंपनी क्या बनाती है ? और किस तरह का भविष्य उसका रह सकता है। इसके बारे मे आप जानकर ही निवेश करते हैं।

suzlon energy kya kam karti hai

suzlon energy kya kam karti hai

suzlon energy के प्रोडेक्ट के बारे मे बात करें तो यह विंड टरबाईन बनाने का काम करती है। और यह ऐशिया की 4 सबसे बड़ी कंपनी के अंदर आती है। हालांकि आपको बतादें कि इसका मार्केट कैप उतना अधिक बड़ा नहीं है।  पुणे में मुख्यालय होने के अलावा, इस कम्पनी की भारत में कई निर्माण इकाइयां हैं जिनमें शामिल हैं पांडिचेरी, दमन, भुज और गांधीधाम साथ ही साथ मुख्य भूमि चीन, जर्मनी और बेल्जियम, में भी हैं। यह कंपनी भारत के राष्ट्रीय स्टॉक एक्सचेंज और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में यह आपको देखने को मिल जाती है।

कंपनी, हान्सेन ट्रांसमिशन के अपने आंशिक स्वामित्व के माध्यम से ब्लेड, जेनरेटर, पैनल, टावर इन-हाउस और गिअरबॉक्स का निर्माण करती है।

  • Wind Turbines का निर्माण इस कंपनी ने किया है। Wind Turbines के कई प्रकार का यह निर्माण करती है। जिसके अंदर अप​तटिय और तटवर्ती टरबाईन दोनो ही शामिल हैं।
  • Rotor Blades का मतलब होता है , जोकि आप पवन चक्की पर पंखे जैसे देखते हैं उसको Rotor Blades के नाम से जाना जाता है। यह उसको भी बनाने का काम करती है।
  • Control Systems का भी यह निर्माण करती है टरबाइन की दक्षता मे सुधार करने के लिए Control Systems काफी अधिक जरूरी होता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • Energy Storage Solutions के अंदर यह पवन उर्जा के भंडारण और स्थानान्तरण के अंदर शामिल रहा है।
  • पवन ऊर्जा उत्पादों के निर्माण के अलावा, सुजलॉन ने पवन फार्मों की सुचारू कार्यप्रणाली और दीर्घायु सुनिश्चित करने के लिए उनके लिए व्यापक संचालन और रखरखाव (ओ एंड एम) सेवाएं देने मे भी यह कंपनी काफी मदद करती है।

suzlon energy का का ​भविष्य कैसा है क्या शेयर भागेगा ?

suzlon energy का शेयर भागेगा या फिर नहीं भागेगा  यह तय करना इतना आसान नहीं है। बस हम अनुमान लगा सकते हैं। कि यह उपर जा सकता है या फिर नहीं जा सकता है। इसके लिए कुछ फेक्टर पर चर्चा हम कर रहे हैं। जिससे आपको यह अनुमान लगाने मे मदद मिलेगी कि इस कंपनी का शेयर उपर जा सकता है। वो क्या पॉजिटिव बातें हैं , जिसकी मदद से हमें यह लग सकता है कि suzlon energy  का शेयर उपर की तरफ जा सकता है ?

2007 में, टाइम पत्रिका ने पवन ऊर्जा अग्रणी और सुजलॉन समूह के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक श्री तुलसी तांती के बारे मे एक कहानी को प्रकाशित किया गया था  जिनका (अक्टूबर 2022) अचानक निधन हो गया।इन्होंने कभी यह बताया था कि भारत के अंदर भी पवन उर्जा काफी अच्छे से काम करेगी । इसका कारण यह है , कि धीरे धीरे कोयले और दूसरे तरीकों से बिजली बनना बंद हो जाएगी । और उसके बाद लोग सिर्फ सोलर और पवन उर्जा पर ही निर्भर रहेंगे ।

श्री तांती ने भारतीय पवन ऊर्जा उद्योग में प्रवेश किया, तो कुल स्थापित क्षमता लगभग 500 मेगावाट (मेगावाट) थी। अगस्त 2022 में, कुल पवन ऊर्जा क्षमता 41 गीगावाट (गीगावाट) से अधिक थी। हालांकि 2010 के अंदर पवन उर्जा का क्रेज धीरे धीरे कम होने लगा । इसका कुछ हद तक कारण यह था कि सोलर सिस्टम आ चुके थे ।

suzlon energy क्योंकि पवन उर्जा से जुड़ी कंपनी है ,तो यदि आप यह सोच रहे हैं कि भारत के हर घर के अंदर पवन टरबाइन लगा दिया जाएगा , तो यह काफी कठिन है। suzlon energy  आमतौर पर उन क्षेत्रों के अंदर बेहतर काम कर सकती है , जहां पर उचित सोलर पैनल काम नहीं करते हैं। या वहां पर धूप काफी कम रहती है। यही कारण है कि suzlon energy  जैसी कंपनी भारत के अंदर उतनी अधिक  सफल हो पाए यह कहना काफी कठिन है। क्योंकि suzlon energy  को सोलर कंपनियों सक कड़ी टक्कर मिल रही है। सोलर पैनल काफी सस्ते हैं। यदि आप देखते हैं , तो आपको पता चलेगा कि  2001 में, भारत में पवन परियोजनाओं की पूंजीगत लागत लगभग 300 मिलियन/मेगावाट की तुलना में लगभग 30 मिलियन/मेगावाट आंकी गई थी।सौर परियोजनाओं के लिए. 2020 तक की यदि हम बात करें तो , सौर परियोजनाओं की पूंजी लागत लगभग INR55 मिलियन/मेगावाट तक गिर गई थी , जबकि पवन की पूंजी लागत लगभग INR60 मिलियन/मेगावाट तक बढ़ गई थी । मतलब यही है कि पवन उर्जा को लगाना काफी महंगा सौदा होता है। जोकि इस कंपनी के प्रोफिट को पूरी तरह से प्रभावित करता है। अधिक लागत होने की वजह से कंपनी का  ग्रोथ अच्छा नहीं रह पाता है।

wind energy plant cost एक बहुत ही बड़ा नगेटिव पाइंट है , जिसको हम कभी भी नजर अंदाज नहीं कर सकते हैं। जैसे कि आप 250 किलोवाट का विंड टरबाइन लगाना चाहते हैं , तो आपको 1 करोड़ रूपये तक देने पड़ सकते हैं। तो इसका सबसे बड़ा जो नगेटिव पाइंट यही है , कि यह सोलर पैनल से काफी महंगी पड़ती है। और भारत के अंदर जिस तरह से सोलर पैनल बढ़ रहा है , उस गति से यह कंपनी आपको बढ़ते हुए देखने को नहीं मिल सकती है। जब आपके पास धूप अच्छी है ,तो फिर आप विंड टरबाइन को क्यों चुनेंगे । आप देख सकते हैं। कि घर घर मे सोलर पैनल का लगना और खेत मे सोलर पैनल का लगना । ऐसा कुछ विंड उर्जा मे नहीं हो सकता है।

suzlon energy नोट ग्रो क्योंकि उत्पादित बिजली की उचित कीमत नहीं मिलती है

suzlon energy से मान लिजिए आपने एक विंड  टरबाइन लगा भी लिया , तो उसके बाद यदि आप यहां पर बिजली को बेचने के लिए जाओगे तो ​आपको उसकी ​उचित कीमत नहीं मिलेगी । 07-Apr-2021 की एक न्यूज है कि गुजरात मे सोलर पैनल से बनी बिजली 2 रूपये प्रति यूनिट बिक रही थी। और बिजली कंपनी 9 रूपये प्रति यूनिट चार्ज करती हैं। तो आप समझ सकते हैं कि बिजली कंपनियों की मोनोपोली के चलते है। विंड एनर्जी कुछ ज्यादा नहीं कर सकती है। हां यह एक अलग बात है , कि सरकार इस तरह की एनर्जी के प्लांग लगाने के बारे मे विचार कर रही है। 

suzlon energy के शेयर की कुछ बुरी बातें

दोस्तों suzlon energy  के शेयर को या फिर किसी दूसरी कंपनी के शेयर हो । आपको अपने खुद के एनालिसि पर ही खरीदने चाहिए । किसी भी बड़े इन्वेस्टर के कहने भर आदि से यदि आप इनको खरीदते हैं , तो हो सकता है , कि आपको बड़ा नुकसान हो सकता है। इसके अंदर कोई शक नहीं है। और यह होता भी है। हां आप स्टड़ी कहीं से भी कर सकते हैं। लेकिन दिमाग अपना लगाना होगा । तभी फायदेमंद होगा ।

suzlon energy मे बड़ी गिरावट होने का खतरा

याद रखें suzlon energy  का मार्केट केप 229.63B INR का है , तो आपको बतादें कि जब मार्केट भागता है ना तब तक तो ठीक है । यह सारे स्ट्रॉक भागे लग जाते हैं। लेकिन जैसे ही मार्केट गिरता है , तो यह छोटे स्ट्रॉक​ बहुत अधिक गिरते हैं। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से समझ जाना चाहिए । यदि आप बड़ी गिरावट के लिए तैयार हैं , तो स्टड़ी कर सकते हैं। यदि ​बैंक निफटी आदि के अंदर 2 फीसदी गिरावट आती है , तो इस तरह के शेयर 8 फीसदी तक टूट सकते हैं। तो suzlon energy जैसे शेयरों के अंदर यह होना आम है।

विंड एनर्जी के प्लांट को लगाना काफी महंगा है

जब कोई चीज काफी महंगी होती है ,तो फिर यह सब हर कोई लेकर नहीं भाग सकता है। उसकी मांग काफी सीमित हो जाती है। आप सोलर पैनल बनाने वाली कंपनियों की तुलना मे विंड कंपनियों की प्रोग्रेस देखेंगे तो आपको पता चलेगा कि कम हुई है। तो भारत के अंदर suzlon energy  अधिकतर गर्म इलाकों मे उतना बेहतर काम नहीं करेगा । यही कारण है कि भविष्य के अंदर इसके  ग्रोथ के चांस उतने अधिक नजर नहीं आ रहे हैं।

suzlon energy का प्रोफिट कंसिसटेंट नहीं

suzlon energy  के प्रोफिट को यदि आप देखेंगे । मतलब इसके ग्राफ को देखेंगे तो यह आमतौर पर स्टील वाली कंपनियों की तरह चलता दिखाई दे रहा है। सन 2023 के अंदर इसका  प्रोफिट आपको इयरली 49 बी दिखाई दे रहा है। लेकिन यह अगले ही साल कम हो सकता है। या फिर माइनस के अंदर जा सकता है। जोकि एक बहुत ही बड़ी समस्या है। और यदि कंपनी ने माइनस के अंदर प्रोफिट दिखा दिया तो इसका नुकसान यह होगा कि शेयर जो बढ़ा है वह गिर जाएगा । और उसके बाद जो उपर लोगों ने खरीदा है , वह फंस सकता है।

suzlon energy शेयर मे आपरेटर की गतिविधि अधिक होना

दोस्तों suzlon energy  हो या कोई अन्य छोटे मोटे स्टॉक वहां पर आपको आपरेटर की गतिविधि अधिक देखने को मिलती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । आपरेटर रिटेल निवेशकों को फंसाने के लिए इस तरह के शेयर को उपर लेकर जाते हैं। और उसके बाद उपर बेच कर वो तो निकल जाते हैं , लेकिन रिटेल निवेशक वहीं पर फंसे रह जाते हैं। इस लिए भी छोटे शेयरों को उपरी लेवल पर खरीदना काफी डेंजर साबित होता है। क्योंकि यदि यह एक बार गिर गया , तो फिर उसी लेवल पर जाना काफी अधिक कठिन होता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।

Free cash flow की कोई सिस्टम नहीं

Free cash flow का मतलब होता है । कंपनी के पास रखा गया नगदी पैसा जिसकी मदद से वह अपने बिजनेस के अंदर विस्तार कर सकती है। SUZLON के बारे मे बात करें तो आपको बतादें कि यह 2023 के अंदर केस 105 फीसदी गिरा हुआ है। जोकि एक बहुत ही बड़ी समस्या के तौर पर ले सकते हैं। मतलब यही है कि कंपनी का Free cash flow  भी अच्छा नहीं है। तो इसके अंदर निवेश करने से पहले आपको अच्छी तरह से स्टडी कर लेना चाहिए ।

suzlon energy अपने आल टाइम हाई को नहीं तोड़ पाया

suzlon energy के आल टाइम हाई की यदि हम बात करें , तो यह 390 रूपये के आस पास सन 2008 के अंदर था । लेकिन वर्तमान मे यह बहुत अधिक नीचे आ चुका है। डिमांड के अंदर कमी होने की वजह से कंपनी का प्रोफिट लगातार गिरा और इसकी वजह से इसकी शेयर प्राइस भी काफी कम हो गई है।  यदि देखा जाए तो आने वाले दिनों मे कंपनी की मांग मे यदि बढ़ोतरी नहीं होती है , तो इसकी प्राइस और अधिक नीचे जाते हुए आपको देखने को मिल सकती है।

suzlon energy के बढ़ते आपरेटिंग एक्सपेंस

दोस्तों suzlon energy  के ग्राफ को यदि आप देखते हैं , तो आपको पता चलेगा कि कंपनी का   प्रोफिट इयरी स्लो हो रहा है। वहीं यदि कंपनी के खर्चे के बारे मे बात करें , तो यह बढ़ते हुए देखने को मिल रहा है। सन 2023 के अंदर आपरेटिंग खर्चे मामूली बढ़े हैं। लेकिन इनकम 2022 की तुलना मे थोड़ी अच्छी है।

suzlon energy  का भविष्य कैसा होगा ?

suzlon energy  के भविष्य के बारे मे बात करें , तो यह कहना कठिन है , कि भविष्य के अंदर कंपनी प्रोग्रेस करेगी । हालांकि भारत के बाहर भी कंपनी काम करती है ,तो यह संभव हो सकता है कि यदि कंपनी को बाहर से बड़े आडर मिल जाते हैं , तो कंपनी का शेयर भाग सकता है। लेकिन अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है।

suzlon energy  के शेयर के अंदर​ निवेश करने से पहले आपको एक बार अपने सलाहकार से बात करनी चाहिए । हम सिर्फ जानकारी प्रदान करने का काम करते हैं। तो बेहतर यही होगा कि आप बिना सोचे समझे किसी भी शेयर के अंदर निवेश ना करें । जानकार की सलाह पर ही करें । वरना नुकसान आपका होगा ।

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सुजलॉन एनर्जी future कंपनी के बारे मे जरूरी बातें आपको जाननी चाहिए

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arif khan

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