trigger price meaning in hindi के बारे मे जाने विस्तार से

trigger price meaning in hindi के बारे मे हम बात करने वाले है। जब आप शेयर बाजार के अंदर नए नए आते हैं , तो trigger price  और लिमिट जैसी छोटी छोटी चीजों के अंदर काफी अधिक समस्या होती है। आपको बार बार यह देखना होता है कि trigger price  क्या होता है। इसका मतलब क्या होता है ? हालांकि हमारे साथ भी यही हुआ था । जब पहली बार हम शेयर बाजार के अंदर इंटर किये थे , तो पता नहीं चल पा रहा था कि trigger price  का क्या मतलब है , लेकिन अब हम इन चीजों को अच्छी तरह से जान चुके हैं। और आपको भी बताने का प्रयास करते हैं , कि इसका मतलब क्या होता है। trigger price एक खास प्रकार की वैल्यू होती है। जिसके उपर आप इसको सेट करते हैं , तो आइए जानते हैं कि आपको किस तरह से इसको सेट करना है।

trigger price meaning in hindi

trigger price meaning in hindi

trigger price वह प्राइस होती है। जिसके उपर आपका  आर्डर एक्टीवेट होता है। उसको trigger price  के नाम से जाना जाता है। जैसे कि आपका आर्डर 90 रूपये पर एक्टीवेट होना चाहिए । और 80 रूपये पर बिक जाना चाहिए । तो इसका मतलब यह है कि 90 रूपये trigger price  कहलाता है। उसके बाद आपका आर्डर 90 से लेकर 80 के बीच मे कहीं पर भी बिक सकता है। यहां पर 80 को लिमिट प्राइस के नाम से जाना जाता है।

जैसे ही आप सिस्टम के अंदर स्टॉप लास डालते हैं , तो वहां पर आपको एक ​trigger price  पहले पूछा जाता है कि आपका आर्डर ​कौनसी प्राइस पर एक्टीवेट होना चाहिए । जैसे कि आप किसी ट्रेड के अंदर 5 रूपये का लोस लेना चाहते हैं  , तो आपको ट्रिगर प्राइस 100 करना है। या और लिमिट या एसएल प्राइस 95 करना है। तो आपका आर्डर 100 से 95 के बीच मे कहीं पर बिक जाएगा । ​trigger price मशीन को यह बताने का काम करता है कि अब आपका आर्डर एक्टीवेट कर देना चाहिए । वरना तो आपका आर्डर सुप्त अवस्था के अंदर पड़ा रहेगा ।

trigger price इंटरा डे के अंदर काफी अधिक उपयोगी होता है। जैसे कि आप शार्ट सेल कर रहे  हैं , तो आपको एक trigger price  भी डालना होगा । और एक लिमिट प्राइस डालना होगा ,ताकि दोनों के बीच मे कहीं पर आपका शेयर आने पर वापस खरीदा जा सके ।

trigger price के फायदे

दोस्तों trigger price  के कई सारे फायदे होते हैं। जिसके बारे मे आपको जानने की जरूरत हो सकती है। trigger price  अपने आप मे काफी अधिक महत्वपूर्ण होता है। जोकि एक सीमा को निर्धारित करने मे काफी हद तक मदद करने का काम करता है कि आपको कितना कुछ लेना है।

  • trigger price का सबसे बड़ा फायदा यही है कि इसकी मदद से आप अपने लोस को सीमित कर सकते हैं। आप सिस्टम को बता सकते हैं कि इस प्राइस पर आने पर आप मेरे आर्डर को बेच दें क्योंकि इससे अधिक नुकसान मे सहन नहीं कर सकता हूं । कुल मिलाकर यह आपको अधिक नुकसान होने से बचा लेता है।
  • अचानक होने वाले नुकसान को कम कर देता है। दोस्तों मार्केट के अंदर कोई भरोसा नहीं होता है कि कौनसा शेयर कब गिर जाए । शेयर का बढ़ना इतना आसान काम नहीं है। मगर उसका गिरना बहुत ही आसान काम होता है। तो अचानक से यदि कोई शेयर बहुत अधिक गिर जाता है , तो उसके अंदर trigger price आपको असीमित नुकसान से बचाने का काम करता है।
  • trigger price और लिमिट डॉलर आप निश्चित हो सकते हैं। इसका यह भी एक बड़ा फायदा है। आपको यह सब डालने के बाद मार्केट को बार बार देखने की जरूरत नहीं है। यदि आपने आर्डर डाल रखा है , तो उस भाव पर आने के बाद यह अपने आप ही बिक जाएगा ।
  • trigger price का जो सबसे बड़ा नुकसान आता है , वह यह है कि कई बार आपरेटर मार्केट के अंदर sl  को हिट करने के लिए मार्केट को नीचे लेकर आते हैं और सारों का एसएल खा जाते हैं , इसकी वजह से नुकसान भी होता है।

trigger price meaning in hindi रियल लाइफ मे

दोस्तों अब हम आपको trigger price meaning को रियल लाइफ के अंदर समझने का प्रयास करते हैं। जैसे कि आप दौड़ के मैदान के अंदर हैं। और आपको कहा गया है कि 3 बोलते ही आपको दौड़ना शूरू कर देना है। और 60 बोलते ही आपको दौड़ बंद कर देना है। तो यहां पर 3 जो है वह trigger  का काम करता है। और 60  पर आप उस दौड़ से बाहर हो जाते हैं। कहने का मतलब यही है कि वहां पर यह दौड़ का सिस्टम है और मार्केट के अंदर प्राइस का सिस्टम है।

trigger price क्या हर एप्प मे होता है ?

हां trigger price  हर एप्प के अंदर होता है। आप ट्रेडिंग के लिए किसी भी तरह का एप्प क्योंना यूज करते हो । यह आपको बहुत ही आसानी से मिल जाएगा । यदि आप इंटरा डे ट्रेडर हैं , तो फिर आपके लिए trigger price  का होना काफी अधिक जरूरी होता है। बिना trigger price  के आप कुछ कर नहीं सकते हैं। trigger price  की मदद से एक इंटरा डे ट्रेडर अपने लोस को नियंत्रित करने मे काफी हद तक मददगार होता है।

trigger price को एंजल वन मे कैसे सेट करें

दोस्तों trigger price  को आप हर एप्प के अंदर सेट कर सकते हैं। अब यदि हम बात करें एंजल वन की तो आप वहां पर भी इसको सेट कर सकते हैं। इसके लिए आपको सबसे पहले bay order पर कोई एक शेयर बाइंग कर लेना है। उसके बाद उस आर्डर के सेल पर क्लिक करना होगा । फिर आपके सामने एक दूसरा पेज खुलेगा । उपर आपको एक स्टॉप लास का आप्स दिखेगा । उस पर आप जाएंगे , तो वहां पर आपको SL Trigger Price दिखेगा वहां पर आपको वह प्राइस को डालना है , जिसके उपर आपका आर्डर एक्टीवेट हो जाना चाहिए । फिर आपसे एसएल प्राइस पूछा जाएगा । जिसके उपर या दोनों के बीच मे आर्डर कहीं पर बिक जाना चाहिए । trigger price को आप इसी तरह से यदि कोई दूसरा एप्प इस्तेमाल करते हैं , तो उसके अंदर सेट करते हैं।

वैसे आपको बतादें कि यदि आप शार्ट पोजिशन बना रहे हैं , तो आपको अलग तरह से टिग्रर प्राइस को सेट करना होता है। यहां पर आपको कम मे सेट करनी होती है। और लिमिट प्राइस अधिक सेट करनी होती है। जैसे कि आपने पीएनबी के 100 शेयर को शार्ट कर दिया । अब आपने उनको 60 रूपये के आस पास बेचा । फिर आपने एक एसएल लगाया कि यदि मार्केट प्राइस 64 आ जाएगी तो मे निकल जाउंगा । अब आप टिग्रर प्राइस 64 सेट करेंगे और इसके उपर आप लिमिट प्रसइस 68 सेट कर सकते हैं। अब जैसे ​ही 64 के उपर मार्केट जाएगा आपका टिग्रर एक्टीवेट हो जाएगा । और आप मार्केट से बाहर हो जाएंगे।

मूमेंट के हिसाब से अलग अलग होती है ट्रिगर प्राइस

दोस्तों मूमेंट के हिसाब से ट्रिगर प्राइस अलग अलग होती है। जैसे कि एक शेयर का मूमेंट 10 रूपये है , तो उसके लिए आपको अलग तरह की ट्रिगर पाइस को सेट करना होगा । वहीं यदि किसी शेयर का मूमेंट 5 रूपये है , तो उसके लिए आपको अलग तरह की ट्रिगर प्राइस को सेट करना होगा । यह बहुत ही जरूरी है। वरना आपका बार बार एसएल हिट होगा ही ।

एक नए ट्रेडर के लिए trigger price  का प्रयोग करना उपयोगी होती है

दोस्तों किसी भी नए ट्रेडर के लिए trigger price  का उपयोग करना और स्टॉप लोस का उपयोग करना काफी अधिक जरूरी होता है। इसका कारण यह है कि उसको इस बात की समझ नहीं होती है कि शेयर का मूमेंट कहां तक जाएगा । रिस्क को मैनेज करना आना चाहिए । तभी आप मार्केट मे प्रोफिटेबल ट्रेडर बन सकते हैं। अन्यथा आप मार्केट के अंदर कभी भी प्रोफिटेबल ट्रेडर नहीं बन सकते हैं। trigger price  लिमिट आर्डर ,  प्रिमार्केट आर्डर आदि चीजों को आपको अच्छी तरह से समझना होगा । उसके बाद ही आप कुछ कर सकते हैं। लेकिन हम जब मार्केट के अंदर नए नए आते हैं , तो हमको लगता है कि यहां पर पैसा छापना काफी आसान काम होता है। मगर सच मे ऐसा कुछ भी नहीं है। यहां पर पैसा छापना कोई आसान काम नहीं है। पैसा छापने के लिए आपके पास अच्छा अनुभव होना चाहिए । नहीं तो आप नहीं कर सकते हैं।

trigger price meaning in hindi के बारे मे आप जान चुके होंगे । और आपने इसको समझ लिया होगा । trigger price का उपयोग आप जब तक खुद करके नहीं देखेंगे ​आपको समझ नहीं आएगा । याद रखें शेयर मार्केट के अंदर अनुभव ही मैटर करता है।

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arif khan

‌‌‌हैलो फ्रेंड मेरा नाम arif khan है और मुझे लिखना सबसे अधिक पसंद है। इस ब्लॉग पर मैं अपने विचार शैयर करता हूं । यदि आपको यह ब्लॉग अच्छा लगता है तो कमेंट करें और अपने फ्रेंड के साथ शैयर करें ।‌‌‌मैंने आज से लगभग 10 साल पहले लिखना शूरू किया था। अब रोजाना लिखता रहता हूं । ‌‌‌असल मे मैं अधिकतर जनरल विषयों पर लिखना पसंद करता हूं। और अधिकतर न्यूज और सामान्य विषयों के बारे मे लिखता हूं ।