सिलाई मशीन कितने प्रकार की होती है type of sewing machine

आइए जानते हैं सिलाई मशीन कितने प्रकार की होती है silai machine kitne prakar ki hoti hai ?

सिलाई मशीन एक ऐसा उपकरण है जिसके बारे मे हम सभी परिचित हैं।और अब तो हर घर के अंदर सिलाई मशीन आसानी से मिल जाएगी ।सिलाई मशीन की मदद से घर के अनेक छोटे मोटो सिलाई के काम किये जा सकते हैं। सिलाई मशीनों से पहनने के सुंदर कपड़े छोटे-बड़े बैग, चादरें, पतली या मोटी रजाइयां सिली जाती हैं। सुंदर से सुंदर कढ़ाई की जाती है। एक सिलाई मशीन अलग अलग कार्यों के लिए प्रयुक्त होती है।

‌‌‌सिलाई मशीन की मदद से ,कपड़ा ,चमड़े ,काज और कसीदा आदि को सिलने का काम किया जाता है।सिलाई मशीन सिलाई की प्रथम मशीन ए. वाईसेन्थाल ने 1755 ई. में बनाई थी।इस सिलाई मशीन की सुई के अंदर एक छेद बना हुआ था जहां से धागे को डाला जाता था और दोनो सिरे नुकिले थे ।

सिलाई मशीन कितने प्रकार की होती है

1790 ई. में थामस सेंट ने दूसरी मशीन का आविष्कार किया।यह मशीन मोची के सुए कि भांति काम करती थी।इसमे एक सुआ कपड़े के अंदर छेद करता था और उसके बाद एक कांटेदार सूई का प्रयोग किया जाता था। सिलाई मशीन का वास्तविक आविष्कार एक निर्धन दर्जी सेंट एंटनी निवासी बार्थलेमी थिमानियर ने किया उसका पेटेंट सन्‌ 1830 ई. में फ्रांस में हुआ।इस मशीन को लकड़ी से बनाया गया था लेकिन एक विद्रोह ने यहां के कारखाने को तोड़ डाला था। उसके बाद  सन्‌ 1845 ई. में उसने उससे बढ़िया मशीन का दूसरा पेटेंट करा लिया  ‌‌‌ अबकि बार सिलाई मशीन को लौहे की बनाया गया था।छेदवाली नोक, दुहरा धागा और दुहरी बखिया का विचार प्रथम बार 1832-34 ई. में एक अमरीकी बाल्टर हंट (Walter Hunt) को आया था।

‌‌‌उसने ही घूमने वाले हैंडिल केा सिलाई मशीन के अंदर लगाया था। और कपड़े के अंदर छेद करने वाली सुई भी उसने ही लगाई थी।1853 ई. में हंट ने इसके लिए पेटेंट करवाने की कोशिश भी की थी लेकिन इसमे सफलता नहीं मिल सकी । इसका कारण यह था कि यह पेटेंट पहले से ही ह छेदीली नोकवाला पेटेंट इंग्लैंड में ‘न्यूटन ऐंड आर्कीबाल्ड’ सन्‌ 1841 में दस्ताने सीने के लिए पहले ही करा लिया था।

सन्‌ 1849 ई. में एलान वी. विल्सन ने एक अलग प्रकार के सिस्टम का आविष्कार किया था। इसके अंदर इसमें कपड़ा सरकाने वाला चार गति का यंत्र, तो प्रत्येक सीवन के बाद कपड़ा सरका देता था।

‌‌‌आपको बतादें कि भारत के अंदर सिलाई मशीने 19 वी शताब्दी के बाद ही आई थी।भारत मे इंग्लैंड और अमेरिका से बनी हुई सिलाई मशीने ही आती थी।भारत में 1935 में कोलकाता के अंदर उषा नाम की सिलाई मशीन पहली बार भारत मे बनी थी जो आज भी चलती है। और अब तो भारत मे ही कई प्रकार की सिलाई मशीने बनने लगी हैं।

‌‌‌जैसा कि हमने आपको उपर बताया कि सिलाई मशीन सिर्फ एक ही प्रकार की नहीं आती है। वरन कई प्रकार की सिलाई मशीन आज मार्केट के अंदर उपलब्ध होती है। जिनके अंदर कुछ मशीने आम हैं तो कुछ के अंदर अतिरिक्त फैचर दिये हुए हैं।

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सिलाई मशीन का प्रकार Domestic model sewing machine

‌‌‌यह एक सामान्य प्रकार की घरेलू सिलाई मशीन है जो शौक के लिए उपलब्ध है। यदि आप घर के अंदर सामान्य सिलाई करना चाहते हैं तो यह आपके लिए एकदम से सही साबित हो सकती है।आप इसे सीधे कपड़े सील सकते हैं। बेहतर डिजाइनिंग के लिए यह उपयोगी नहीं होती है। और इसकी कीमत भी कम होती है।

औद्योगिक मॉडल सिलाई मशीन Industrial model sewing machine

‌‌‌जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि औधोगिक सिलाई मशीन को उधोग धंधों के अंदर काम मे लिया जाता है। इसकी मदद से आप तेजी से प्रोडेक्सन कर सकते हैं।घरेलू सिलाई मशीन का नुकसान यह है कि आप इसकी मदद से कपड़ों की कई परत की सिलाई नहीं कर सकते हैं। जबकि औधोगिक सिलाई मशीन से आप कपड़ों की कई परतों को ‌‌‌ एक साथ सिलने का काम कर सकते हैं।घरेलू सिलाई मशीन का उपयोग आप लंबे समय तक नहीं कर सकते हैं क्योंकि इसकी मोटर गर्म हो सकती है और इसके अंदर लंबे समय के लिए सिलाई करने की कोई सुविधा नहीं होती है लेकिन औधोगिक सिलाई मशीन का प्रयोग आप लंबे समय तक सिलाई करने के लिए कर सकते हैं।

‌‌‌इस सिलाई मशीन की गति भी आम घरेलू सिलाई मशीन की गति से अधिक होती है।जिससे यह तेजी से उत्पादन करने मे सक्षम होती है।हालांकि लंबे समय तक सिलाई करने के कई नुकसान होते हैं। आपको दर्द का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए लंबे समय तक सिलाई करने से बचना चाहिए ।

‌‌‌औधोगिक सिलाई मशीन के टांके काफी अच्छे आते हैं और दिखने मे भी सुंदर होते हैं।आप इस मशीन का उपयोग करके चमड़े, पंख, रबर, प्लास्टिक और कैनवस जैसी मोटी सामग्री का उपयोग करके असबाब, जूते, जूते, चप्पल, बैग, गुड़िया जैसी चीजों को सिलाई कर सकते हैं।

‌‌‌यह मशीन महंगी होती है और यदि आप सिलाई का बिजनेस कर रहे हैं तो आपको इस सिलाई मशीन की आवश्यकता होती है। घरेलू सिलाई मशीन सिर्फ घर के छोटे मोटे काम काज के अंदर ही उपयुक्त रहती है।

सिलाई मशीन कितने प्रकार की होती है Hand operated sewing machine

Hand operated sewing machine आज भी भारत के कई घरों के अंदर मिल जाएगी ।कुछ साल पहले यह सिलाई मशीन बहुत अधिक लोकप्रिय थी लेकिन अब इसकी लोकप्रियता मे कमी आई है। इसमे सिलाई के लिए मोटर का प्रयोग नहीं किया जाता है। एक हेंडल की मदद से सिलाई मशीन को घुमाया जाता है।‌‌‌वैसे इस सिलाई मशीन मे कोई अधिक झंझट नहीं है और जल्दी खराब भी नहीं होती है।यह आज भी मार्केट के अंदर उपलब्ध है और जल्दी खराब भी नहीं होती है। यदि आप सिलाई सिखना चाहते हैं तो आप इस मशीन से शुरूआत कर सकते हैं।

Treadle sewing machine

‌‌‌यह सिलाई मशीन बिना करंट के काम करती है और हमारे यहां पर बैग सिलने वाली दुकानों के अंदर आज भी इस प्रकार की सिलाई मशीन मौजूद है और वे लोग इसका प्रयोग भी करते हैं। इसमे एक बेस स्टैंड होता है जिसकी मदद से मशीन को संचालित किया जाता है। हाथ से चलने वाली मशीन की तुलना मे यह अच्छी है क्योंकि इसमे ‌‌‌आपके दोनो हाथ स्वतंत्र रहते हैं।

Treadle sewing machine

यह उन स्थानों पर बहुत ही उपयोगी साबित हो सकती है जहां पर बिजली महंगी है या फिर बिजली कम रहती है।आप इसके अंदर इलेक्ट्रिक मोटर्स भी फिट कर सकतें हैं। जिससे आप और अधिक आरामदायक ढंग से सिलाई कर सकें ।

यांत्रिक सिलाई मशीनें Mechanical sewing machines

इस प्रकार की सिलाई मशीन एक हॉबी सिलाई मशीन होती हैं। जिसके अंदर सरल घुंडी होती है और इसमे आप सिलाई की लंबाई ,चौड़ाई और तनाव को समायोजित कर सकते हैं।यह एक तरह से यांत्रिक क्रियां होती हैं इसी लिए इसको यांत्रिक सिलाई मशीन के नाम से जाना जाता है।

‌‌‌इसके अंदर एक  इलेक्ट्रिक मोटर भी लगी हो सकती है । और इसकी मदद से यह मशीन ऑपरेट होती है। इसमे मैकेनिकल ऑपरेशन होते हैं।

इलेक्ट्रॉनिक सिलाई मशीन

इलेक्ट्रॉनिक सिलाई मशीन

एक इलेक्ट्रॉनिक सिलाई मशीन में एक अंतर्निहित कंप्यूटर भी होता है जो अंदर मोटर्स की एक श्रृंखला चलाता है और इसमें एलसीडी डिस्प्ले और टच स्क्रीन भी दिये हुए होते हैं।इस मशीन के अंदर टांके के संयोजन के लिए कई अलग अलग विकल्प होते हैं,जो काफी सुविधाजनक होते हैं।

कम्प्यूटरीकृत सिलाई मशीन

कम्प्यूटरीकृत सिलाई मशीन एक प्रकार की इलेक्ट्रोनिक सिलाई मशीन होती है। इसकी मदद से आप कढ़ाई पर काम कर सकते हैं।इसके अंदर टांके मिलान के भी अच्छे विकल्प होते हैं।यह मशीन कई प्रकार के बटनहोल  बना सकती है। इसके अलावा इसमे कई डिजाइनिंग टांके लगाये जा सकते हैं।एलसीडी डिस्प्ले भी इसके अंदर होती है जिसमे आप आवश्यक चीजों को सैट कर सकते हैं।आप इसकी गति को नियंत्रित कर सकते हैं। यह अन्य सिलाई मशीन की तुलना मे काफी महंगी होती है।

मिनी सिलाई मशीनें

मिनी सिलाई मशीन का नाम तो आपने सुना ही होगा । आपको बतादें कि यह सीधी रेखा के अंदर सिलाई करती हैं और बहुत ही कम जगह घेरती है। इस प्रकार की सिलाई मशीन के कई विज्ञापन अखबारों मे आते ही रहते हैं लेकिन इसके अंदर जो दावा किया जाता है वह सच नहीं होता है।‌‌‌प्रयोग करने वाले यूजर के अनुसार यह देखने मे तो सुंदर होती है लेकिन यह अधिक स्थाई नहीं है। आप एक भारी सामग्री पर इसका उपयोग नहीं कर सकते हैं। सबसे अच्छा है आप इसकी तुलना मे एक आम सिलाई मशीन खरीदें जो काफी बेहतर काम करे ।

‌‌‌सिलाई मशीन के प्रकार प्रोसेस के अनुसार Embroidery only Sewing machine

कढ़ाई सिलाई मशीन बहुत ही अलग प्रकार की सिलाई मशीन होती हैं जिनका उपयोग केवल कढ़ाई करने के लिए ही किया जाता है।इसके अंदर यूएसबी पोर्ट  भी होता है जिसके अंदर डिजाइन से जुड़े डेटा को कार्ड से संग्रहित किया जा सकता है।एलसीडी डिस्प्ले स्क्रीन भी इन मशीनों के अंदर होती है। जिसकी मदद से डिजाइनों का अवलोकन किया जा सकता है। और कुछ मशीनों के अंदर डिजाइनों के संपादन की भी सुविधा होती है। हालांकि इस प्रकार की सिलाई मशीन हर जगह पर प्रयोग मे नीं ली जाती हैं।

Long Arm quilting Sewing Machine

मैकेनिकल क्विल्टिंग मशीन और कम्प्यूटरीकृत सिलाई मशीन मिलते हैं। इस प्रकार के सिलाई मशीन रजाई को सिलने का काम करते हैं। यदि आप रजाई का प्रयोग करते हैं तो उसके अंदर इसी प्रकार की सिलाई मशीनों का प्रयोग होता है।

‌‌‌बटन सिलाई मशीन

फ्लैट बटन जैसे बटन को सिलने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है । यह बहुत ही तेज प्रकार की मशीन होती है। और काफी तेजी से कार्य करती है।

बटनहोल मशीन

जैसा की नाम से ही स्पष्ट है यह बटनहोल को बहुत तेजी से बनाने का काम करती है और बटनहोल करने के लिए इसका प्रयोग करना बेहतर होता है यदि आपके पास अधिक काम है तो ।

‌‌‌सिलाई मशीन के प्रकार कार्य के अनुसार ‌‌‌रफू मशीन

‌‌‌सिलाई मशीन के प्रकार कार्य के अनुसार ‌‌‌रफू मशीन

रफू के बारे मे तो आप जानते ही होंगे ।जब पैंट फट जाता है जो नया हो तो उसके उपर रफू करवा दिया जाता है। रफू करने की एक अलग मशीन आती है। उसको कील मशीन या रफू मशीन कहते हैं।

फ्लैट सीवन मशीन

यह दो प्रकार की मशीन होती है। एक सपाट और दूसरी होती है बेलना कार । इसका उपयोग कट के किनारों को बांधने के लिए किया जाता है।

लॉकस्टिच मशीन

यह एक आम सिलाई मशीन का प्रकार होता है जो अपने घरों के अंदर होती है। इसमे दो धागों का प्रयोग किया जाता है। एक शीर्ष पर और एक बोबिन पर। यह हाथ की सिलाई की तरह ही एक सिलाई बनाता है। कपड़े के दोनों तरफ सिलाई समान दिखती है।हेवी ड्यूटी लॉक स्टिक इंडस्ट्रियल मशीनों का प्रयोग कई प्रकार के कारखानों के अंदर किया जाता है।

ब्लाइंड सिलाई मशीन

यह औद्योगिक सिलाई मशीन होती है। जब आप बहुत सारे पैंट या शर्ट को छोटा कर रहे होते हो तो इस सिलाई मशीन का प्रयोग किया जाता है। क्योंकि यह तेजी से काम करती है।

कवर सिलाई मशीन

त्रि-आवरण टाँके, विस्तृत आवरण टाँके, और संकीर्ण आवरण टाँके  इस मशीन की मदद से बना सकते हैं ।यह एक कवर सिलाई मशीन है जिसका उपयोग आप हेमिंग, बाइंडिंग, टॉपस्टिचिंग के अंदर कर सकते हैं।

सर्जर मशीन

सर्जर मशीन

सर्जर मशीन का प्रयोग कई प्रकार के कार्यों के अंदर किया जाता है।इसका प्रयोग सीम बनाने व सीम की ऐडी और कपड़े के किनारों को खत्म करने मे भी इसका यूज होता है।स्पोर्ट्सवियर, स्ट्रेसी एक्टिवीयर, निट ड्रेस आदि कि सिलाई के लिए यह काफी बेहतरीन मशीन होती है।ओवरलॉक मशीन या ओवरजेड मशीन के नाम से भी जान सकते हैं। इस मशीन की मदद से सिलने पर कपड़े के धागे निकलने की समस्या से छूटकारा मिल जाता है।और कपड़े के टांगे जल्दी नहीं टूटते हैं।

भारत में बेस्ट यांत्रिक सिलाई मशीन

  • सिंगर स्टार्ट 1306 सिलाई मशीन
  • सिंगर वादा 1408 सिलाई मशीन
  • सिंगर 3229 सिंपल सिलाई मशीन
  • गायक दर्जी डीलक्स मैनुअल सिलाई मशीन
  • भाई एलएस 2000 सिलाई मशीन
  • उषा इंटरनेशनल प्राइम सिलाई मशीन

ओवरलॉकर सिलाई मशीन या सर्जर मशीन की कीमत कितनी है ?

भारत के अंदर सर्जर मशीन की कीमत अलग अलग है। यह आपको 3 हजार से लेकर 50000 के बीच मिल जाती है। अधिक महंगी मशीन अधिक फैचर के साथ आती है।

कम्प्यूटरीकृत सिलाई मशीनों की कीमत कितनी होती है ?

कम्प्यूटरीकृत सिलाई मशीनों का प्रयोग हर जगह नहीं किया जाता है। यह काफी महंगी आती है। भारत के अंदर इनकी कीमत 25,000 / – से  1 लाख तक होती है।

इलेक्ट्रॉनिक सिलाई मशीन किन के लिए अधिक उपयुक्त है ?

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इलेक्टॉनिक मशीन यांत्रिक मशीन की तुलना मे काफी महंगी आती है।यदि आप एक पैसेवर सिलाई का काम करते हैं तो फिर आपके लिए यह मशीन बहुत अधिक उपयुक्त है। लेकिन यदि आप कभी क भार सिलाई करते हैं तो आपको यांत्रिक मशीन ले लेना चाहिए क्योंकि ‌‌‌यह अधिक टिकाउ होती है।

सिलाई मशीन कितने प्रकार की होती है? लेख के अंदर हमने कई प्रकार की सिलाई मशीन के बारे मे जाना हर प्रकार की सिलाई मशीन का अपना महत्व होता है। और आप अपनी जरूरत के अनुसार कोई भी सिलाई मशीन खरीद सकते हैं। ‌‌‌हम उम्मीद करते हैं कि आपको यह लेख पसंद आया होगा । यदि लेख आपको पसंद आया है तो कमेंट करके बताएं ।

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arif khan

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