माता पिता की सेवा करने से मिलते हैं यह 13 फायदे

माता पिता की सेवा करने के  फायदे के बारे मे बात करने वाले हैं।माता पिता की सेवा करना परम धर्म होता है। और हर इंसान का  कर्म है , कि वह अपने माता पिता की सेवा करें । हमारे यहां पर अनेक तरह की पौराणिक कहानियां माता पिता के सेवा करने के संदर्भ मे मिलती हैं। अपने अंधे माता पिता को तीर्थ करवाने के लिए श्रवण कुमार निकल पड़े थे । यह उनकी सबसे बड़ी सेवा थी । इस कहानी को आपने भी सुना होगा । और श्रवण कुमार अपने माता पिता के लिए तालाब से पानी लेने के लिए जा रहे थे , तो एक राजा ने उनको जानवर समझ कर तीर मार दिया और इसकी वजह से वे मर गए थे । इसी तरह की कहानी और भी इतिहास के अंदर आपको देखने को मिलती है। एक बार जब सब देवताओं के बीच यह प्रश्न आया कि सबसे पहले किसकी पूजा की जाएगी ? तो शिव ने कहा कि जो इस धरती के तीन चक्कर को लगा देगा । उसकी ही पहली बार पूजा की जाएगी । सभी देवता अपनी असवारी को लेकर निकल पड़े । और उसके बाद देवताओं के मन के भगवान गणेश को लेकर शंका उत्पन्न हुई । क्योंकि एक तो वे स्थूल शरीर धारी थे , और उनका वाहन भी मूषक था । उसके बाद भगवान गणेश ने दिमाग लगाया और अपने माता पिता की परिक्रमा की । फिर हाथ जोड़कर खड़े हो गए । उसके बाद जब सभी देवता आए , तो कहा गया कि माता पिता की परिक्रमा करना तीनों लोको की परिक्रमा के बराबर माना जाता है , इसलिए गणेश जी को पूर्व पूजा का विधान माना जाता है।

हिंदु धर्म के अंदर यह कहा गया है कि

माता-पिता की सेवा संतान का परम कर्तव्य है। ‘मातृदेवो भव। पितृदेवो भव। आचार्यदेवो भव’।

अब हम बात करते हैं  , कि माता पिता की पूजा करने से क्या क्या फल हमें मिल सकता है ? तो आइए जानते हैं , इसके बारे मे ।

माता पिता की सेवा करने से देवताओं का आशीर्वाद मिलता है mata pita ki seva karne se kya hota hai

असल मे यह कहा गया है , कि जो इंसान अपने माता पिता की सेवा करते हैं , उनको देवताओं का आशीर्वाद मिलता है। देवता प्रसन्न होते हैं। यदि आप माता पिता की सेवा करते ही नहीं हैं और देवताओं की पूजा पाठ करते हैं , तो एक तरह से यह झूंठा ही ढोंग होता है। यदि आप भी देवताओं को प्रसन्न करना चाहते हैं , तो सबसे पहले माता पिता का आशीर्वाद प्राप्त करें । और उसके बाद ही देवताओं को प्रसन्न करने का प्रयास करें ।

माता पिता की सेवा करने से पुण्य प्राप्त होता है

mata pita ki seva karne se kya hota hai

दोस्तों यह भी कहा जाता है , कि माता पिता की सेवा करने से पुण्य प्राप्त होता है। इसलिए भूलकर भी माता पिता का अनादर नहीं करना चाहिए । वरना जितना हो सकी उनकी सेवा करना चाहिए । पुण्य ही है , जोकि मरने के बाद हमारे साथ जाता है। हमारे किये गए कर्म ही हमारी परलोक के अंदर मदद करते हैं। बाकि कुछ भी साथ नहीं जाता है।

इंसान मे सेवा भाव विकसित होता है

जब हम अपने माता पिता की सेवा करते हैं , तो हमारे अंदर सेवा भाव विकसित होता है। सेवा भाव विकसित होने की वजह से ही तो हम दूसरे जीवों की सेवा कर पाते हैं। जो इंसान अपने माता पिता की ही सेवा नहीं कर पाता है , वह इंसान भला दूसरों की सेवा कैसे कर सकता है ? और यदि वह कर भी रहा है , तो यह संभव हो सकता है , कि उसके अंदर उसका ही कोई स्वार्थ मौजूद हो सकता है।

अक्सर आपने कई लोगों को देखा होगा , जोकि बिना किसी लाग लपेट के हर किसी की सेवा कर देते हैं। मतलब जरूरत मंदों की मदद कर देते हैं , तो इस तरह के लोग  तभी कर पाते हैं , क्योंकि उनके अंदर पहलें से ही सेवाभाव होता है।

जैसा बोएंगे वैसा काटेंगे

यह बात बहुत ही सही सिद्ध होती है। आज आप अपने माता पिता की सेवा नहीं कर रहे हैं। उनको बुरा भला कह रहे हैं , तो आपको चिंता नहीं करनी है। आज आपके बच्चे भी यह सब करते हुए देख रहे हैं। और कल आपके साथ भी यही होगा । आप उनको क्या बोलेंगे । यदि आप कहेंगे कि बेटा तुम गलत कर रहे हो , तो वो आपको जवाब देंगे , कि इसमे कोई गलत नहीं है , कल आपने भी तो अपने माता पिता के साथ यही किया था । इसलिए आपको अपने माता पिता को सम्मान देना चाहिए । अपने बच्चों के अंदर अच्छे संस्कार भरने के लिए यह सबसे अधिक जरूरी होता है। आप समझ सकते हैं।

आपके घर मे होती है बरकत

दोस्तों दादा भगवान यह कहते हैं ,  जिन घरों के अंदर माता पिता की सेवा नहीं ​की जाती है , उन घरों मे कभी भी बरकत नहीं होती है। इसलिए आपको अपने माता पिता की सेवा करनी चाहिए । यदि आपके घर मे भी धन की कमी हो रही है , आपको धन नहीं मिल रहा है , धन एकत्रित नहीं हो रहा है  , तो यह उपाय आपको जरूर ही करना चाहिए । इससे धन भी रूकेगा और घर मे हर तरह से फायदा देखने को मिलेगा ।

वैसे भी आजकल धन के बिना कुछ भी नहीं होता है , जिनके यहां पर अधिक धन होता है , उनकी पूछ भी होती है। और जिनके यहां पर धन नहीं होता है , उनको कोई पूछता भी नहीं है।

माता पिता की सेवा से ही जीवन सुखी हो सकता है

दादा भगवान यह भी कहते हैं , कि जो इंसान अपने माता पिता को सुखी नहीं रख सकता है , वह अपने जीवन मे कभी भी सुखी नहीं रह सकता है। उसको भी दुख को भोगना होगा । माता पिता को दुखी करके यदि आप सोच रहे हैं , कि आप मजे करेंगे , तो आप पूरी तरह से गलत हैं। वो कहते हैं ना किसी का घर उजाड़ कर यदि आप घर को बसाने की कोशिश करेंगे , तो एक दिन आपका पतन ही होगा ।

माता पिता की सेवा करके ही मोक्ष पाया जा सकता है

यह बात पूरी तरह से सच है , आप माता पिता की सेवा करके भी मोक्ष को प्राप्त कर सकते हैं। आपके मन मे सेवा भाव यदि है , तो आप मोक्ष के अधिकारी बन सकते हैं। जिस इंसान के अंदर मोक्ष प्राप्त करने के गुण बन चुके हैं , उसको अपने माता पिता की सेवा करनी चाहिए । और जैसा कि आपको पता ही है कि जो इंसान मोक्ष को प्राप्त होता है। वह कोई एैरा गेरा इंसान नहीं होता है , वह एक महाज्ञानी इंसान होता है। इस तरह का महाज्ञानी इंसान अपने माता पिता की सेवा ना करें । यह हो नहीं सकता है।

माता पिता से सदगुणों का विकास होता है

यह भी कहा गया है , कि माता पिता की सेवा करने से सदगुणों का विकास होता है। इसलिए माता पिता की सेवा सभी को करनी चाहिए । यदि आप अच्छे गुणों का विकास चाहते हैं , तो माता पिता की सेवा जरूर करें । और यह बात सही भी है। एक बुरी बुद्धि वाला इंसान कभी भी अपने माता पिता की सेवा नहीं कर सकता है। उसके अंदर अच्छे गुण भला कैसे आएंगे।

अपने बच्चों को अच्छे संस्कार देने के लिए

जब आप अपने माता पिता की सेवा करते हैं , तो फिर आपके बच्चों का भी इसके उपर असर पड़ता है। कहीं ना कहीं उनके अंदर अच्छे संस्कारों का विकास होता है , और वे भी इन चीजों को सीखते हैं। वहीं यदि आप अपने माता पिता के साथ गलत व्यवहार करते हैं , तो फिर यह गलत चीजें लोग सीख जाते हैं , तो ऐसी स्थिति के अंदर नुकसान उठाना पड़ता है। कल को आपके बच्चे भी आपके साथ गलत ही करेंगे।

अध्यात्मिक उन्नति बिना माता पिता की सेवा के संभव नहीं है

जो लोग अध्यात्म के अंदर उन्नति को चाहते हैं , उनके लिए यह सब करना बहुत अधिक जरूरी होता है। बिना माता पिता की सेवा के यह संभव नहीं है। क्योंकि जब आप उंचाई पर पहुंचना चाहते हैं , तो आपको अच्छाई को अपनाना होता है , और बुराई का त्याग करना होता है। और यह सभी माता पिता की सेवा से ही शूरू होता है।

पाप का फल नहीं भोगना पड़ता है

 व्यक्ति अपने माता-पिता और आचार्य का अपमान करता है । उसके बारे मे यह कहा गया है , कि वह यमराज के द्धारा दंडित किया जाता है। इसलिए कभी भी गुरू और माता पिता का अपमान नहीं करना चाहिए । वरन सदैव उनका सम्मान किया जाना चाहिए । यह बहुत ही जरूरी होता है।

संतान को प्रतिदिन गंगा-स्नान का फल मिलता है।

पदम पुराण के अंदर एक बात कही गई है। पिता धर्म है, पिता स्वर्ग है और पिता ही सबसे श्रेष्ठ तपस्या है । और पिता के प्रसन्न हो जाने से सभी देवता प्रसन्न हो जाते हैं। जिस संतान के कार्यों से माता पिता प्रसन्न होते हैं। उनको प्रतिदिन गंगा स्नान का फल मिलता है। इसलिए अपने माता पिता को प्रसन्न करने का प्रयास सदैव ही किया जाना चाहिए ।

आयु, विद्या, यश और बल मे बढ़ोतरी होती है

अभिवादनशीलस्य नित्यं वृद्धोपसेविन: चत्वारि तस्य वर्धन्ते आयुर्विद्या यशो बलम्॥

उपर एक श्लोक दिया गया है। इस श्लोक के अंदर कहा गया है , कि जो इंसान अपने माता पिता की सेवा करते हैं। उनकी आयु विधा और बल के अंदर बढ़ोतरी होती है। और समाज के अंदर उनको मान सम्मान प्राप्त होता है। आप समझ सकते हैं।

आजकल बूढ़े माता पिता की दशा काफी दयनिय हो चुकी है। आप देख सकते हैं कि वृ​द्ध आश्रम के अंदर उनकी संख्या मे बढ़ोतरी हो रही है। संतान यह नहीं समझ पा रही है , कि जिन माता पिता ने उनको पढ़ाया लिखाया , पालन पोषण किया  और इतना सब कुछ किया । उनके दुख दर्द मे संतान ने ही उनका साथ छोड़ दिया ।इस तरह के युवा यह नहीं जानते हैं , कि ए​क दिन वे भी बूढ़ें होंगे , और उनकी संतान भी उनके साथ ठीक वैसा ही व्यवहार करेगी जैसा कि वे अपने माता पिता के साथ कर रहे हैं।

आजकल अधिकांश परिवारों के अंदर का हाल यह हो चुका है , कि माता पिता बुढ़े हो जाने के बाद उनकी उपेक्ष की जाती है। और उनकी मौत होने की प्रतीक्षा की जाती है।

वाल्मीकि रामायण में कहा गया है-मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम सीता जी से कहते हैं कि हे सीते! माता-पिता और गुरु ये तीनों प्रत्यक्ष देवता हैं और यदि कोई इनकी अवहेलना करता है , तो उसको देवताओं की पूजा नहीं करनी चाहिए ।

भले ही आज युवाओं को कितना भी समझा दिया जाए । असल मे हो यह रहा है , कि हम पश्चिम संस्कृति का पूरी तरह से अनुसरण कर रहे हैं। और इसी के चलते चीजें बदल रही हैं। आज कोई भी अपने माता पिता का सम्मान नहीं कर रहा है , हर कोई उनका अपमान करने के लिए लगा हुआ है। कुछ तो कुपुत्र इस तरह के  पैदा हो चुके हैं , जोकि अपने माता पिता को ही मार देते हैं। तो इन सभी चीजों से आपको बचना होगा । और चीजों को समझना होगा ।

तो उम्मीद करते हैं , कि आपको यह लेख पसंद आया होगा यदि आपके मन मे कोई सवाल है , तो आप हमें पूछ सकते हैं , हम आपके सवाल का जवाब देने का प्रयास करेंगे।

Leave a Reply

arif khan

‌‌‌हैलो फ्रेंड मेरा नाम arif khan है और मुझे लिखना सबसे अधिक पसंद है। इस ब्लॉग पर मैं अपने विचार शैयर करता हूं । यदि आपको यह ब्लॉग अच्छा लगता है तो कमेंट करें और अपने फ्रेंड के साथ शैयर करें ।‌‌‌मैंने आज से लगभग 10 साल पहले लिखना शूरू किया था। अब रोजाना लिखता रहता हूं । ‌‌‌असल मे मैं अधिकतर जनरल विषयों पर लिखना पसंद करता हूं। और अधिकतर न्यूज और सामान्य विषयों के बारे मे लिखता हूं ।