चमगादड़ को भगाने के 12 तरीके ghar se chamgadar bhagane ka tarika

‌‌‌आइए जानते हैं चमगादड़ भगाने का तरीका (ghar se chamgadar bhagane ka tarika),चमगादड़ भागने का उपाय के बारे मे हम बात करते हैं।

घर मे चमगादड़ का आना कोई नई बात नहीं है। रात को यदा कदा घर मे चमगादड़ आ ही जाते हैं। वैसे कुछ जगह पर चमगादड़ को अच्छा माना जाता है तो कुछ जगह पर इनको बुरा भी माना जाता है।वैसे भारत के अंदर अधिकतर घरों  के अंदर चमगाड़ को अशुभ ही माना जाता है। ‌‌‌ऐसा कहा जाता है कि घर के अंदर चमगादड़ आने से कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है या फिर यह किसी अनहोनी का संकेत माना जाता है। खैर चमगादड़ को वैसे भी अच्छा नहीं माना जाने का कारण यह है कि कुछ खून पीने वाले चमगादड़ भी होते हैं। इस लिए यह मानते हैं कि चमगादड़ों का संबंध पिशाच से होंता है।

विश्व में करीब 1300 प्रजातियाँ चमगादड़ों की है जो प्राणी-जगत के कोर्डेटा संघ के स्तनधारी वर्ग के काईरोप्टेरा गण से सम्बन्धित निशाचर जीव हैं।यह सामाजिक प्राणी होते हैं। इस वजह से समूह के अंदर रहते हैं। यह दिन के अंदर सोते हैं। इनका स्थान मंदिरों , चटानों और गहर गडडों , खाली पड़े मकानों और कुओं के ‌‌‌ अंदर रहते हैं।इनके दिन मे नहीं सफर करने का कारण एक तो यह रोशनी के अंदर ठीक से देख नहीं सकते हैं और दूसरा दिन मे दूसरे जीव इनका आसानी से शिकार भी कर सकते हैं।

पिशाच चमगादड़ प्रमुख रूप से उत्तरी व दक्षिणी अमरीका मूल के हैं।ब्राजील, चिली, उरुग्वे, अर्जेंटीना के अंदर खून पीने वाले चमगादड़ मिलते हैं। भारत मे चमगादड़ की 128 प्रजातियां मौजूद हैं लेकिन इनमे से केवल 2 ही प्रजाति ऐसी होती हैं जो कीट भक्षी हैं और खून पीती हैं।इनका नाम लेसर फाल्स (मेगाडर्मा स्पाज्मा) व ग्रेटर फाल्स (मेगाडर्मा ईरा) है।

ghar se chamgadar bhagane ka tarika

‌‌‌आपको यह जानकर हैरानी होगी की चमगादड़ों का खून पीने का तरीका भी अनोखा होता है।यह सिर्फ सोये हुए मवेशियाओं का और जानवरों का खून पी सकते हैं।यह मवेशी और दूसरे जीवों की ध्वनी से यह पता लगाते हैं कि वे नींद मे हैं या नहीं ?उसके बाद धीरे से इनके नजदीक जाते हैं। नाक के थर्मोरिसेप्टर्स से यह रक्त की ‌‌‌धमनी का पता लगाते हैं और वहां पर अपने नुकिले दांतों से एक चिरा लगा देते हैं।इनके थूक के अंदर एक विशेष प्रकार का रसायन होता है जिसकी वजह से आस पास की त्वचा सुन्न हो जाती है और जानवर को पता नहीं चलता है। थोड़ा खून पीने के बाद इनको भारीपन लगता है और फिर यह उड़ जाते हैं।

‌‌‌आपको बतादें कि घर मे चमगादड़ का आना कई बीमारियों को न्यौता देता है। इनके अंदर रेबीज के जीवाणू होते हैं और यदि यह किसी जानवर और इंसान को काट लें तो रेबीज फैल सकता है। चमगादड़ को भगाने के लिए कीटनाशक का प्रयोग किया जाता है।

 जिसकी वजह से यह बड़ी संख्या मे मारे जाते हैं। रात मे उल्लू भी इनका ‌‌‌शिकार करते हैं लेकिन अब उल्लू की संख्या बहुत ही कम हो चुकी है।‌‌‌जिस स्थान पर चमगादड़ रहते हैं वहां पर अमोनिया की गंध आती है।तो ऐसी स्थिति के अंदर कई सांप इसके अंदर घुस जाते हैं और चमगादड़ का शिकार करते हैं।

Table of Contents

1.चमगादड़ भगाने का तरीका Moth balls का उपयोग

इनको आप अमेजन से खरीद सकते हैं।यह आपको एक 40 ग्राम का पैक 200 रूपये के आस पास मिल जाएगा। इसके अलावा आप लोकल दुकान से भी खरीद सकते हैं।यह आपके घर के अंदर चमगादड़ों के प्रवेश को रोकेंगे और यदि घर के अंदर ही चमगादड़ रहते हैं तो यह भाग जाएंगे ।

Moth balls को उपयोग करने का तरीका बहुत ही आसान है।आप इनको एक कपड़े के अंदर बांधे और घर के उन स्थानो  पर लटका दें जहां पर चमगादड़ आते हों । जैसे घर के बरामंदे के अंदर चमगादड़ आते हैं तो इसको आप वहां पर लटका सकते हैं। लेकिन अधिक मात्रा मे इनका प्रयोग नहीं करना चाहिए । ‌‌‌क्योंकि यह आपकी सेहत पर भी बुरा असर डाल सकते हैं।और समय समय पर इनको बदलते रहना भी बहुत ही जरूरी होता है।

2.चमगादड़ भागने का उपाय  फिनोल

दोस्तों फिनोल चमगादड़ को घर से भगाने का बहुत ही शानदार तरीका है। यह एक अप्रिय गंध है और चमगादड़ों को यह बिल्कुल भी पसंद नहीं आती है। इस वजह से वे फिनोल वाले स्थान को आसानी से छोड़ देंगे ।सफेद फिनोल को आप बाजार से खरीद सकते हैं और उसके बाद पानी के अंदर मिलाकर इसका छिड़काव करें । ‌‌‌सिर्फ एक दिन फिनोल का छिड़काव करने से कुछ नहीं होगा आपको तब तक इसका प्रयोग करना चाहिए जब तक चमगादड़ जगह नहीं छोड़ देता है।

‌‌‌इसकी गंध की वजह से चमगादड़ आसानी से भागते हैं। कुछ लोगों का कहना है कि उनके पुराने घर के अंदर बहुत सारे चमगादड़ों ने बसैरा बना लिया है । तो इसका भी एक ही उपाय है उस घर के अंदर फिनोल को पानी के साथ मिलाकर कई बार छिड़के और कुछ दिन ऐसा लगातार करने से चमगादड़ जगह को छोड़देंगे ।

3.chamgadar bhagane ke upay  एरोसोल

एरोसोल के बारे मे तो आप जानते ही होंगे एरोसोल आपको दुकान पर आसानी से मिल जाएगा ।आपको दुकान पर जाना है और वहां से एरोसोल को लेकर आना है। उसके बाद जहां जहां पर चमगादड़ बैठते हैं वहां पर इसको छिड़क देना है।कुछ दिन लगातार छिड़कने पर चमगादड़ वहां से आसानी से भाग जाएंगे । ‌‌‌यह चमगादड़ों को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचाता है।बस यह उनको वहां से जाने के लिए विवश करता है।

4.माइलर बॉल्स का प्रयोग

माइलर बॉल्स के बारे मे आप जानते ही होंगे जिनके अंदर हीलियम गैस भरी होती है और जिनको हमलोग आकाश मे उड़ाते हैं। यह काफी हल्की होने की वजह से आकाश मे उड़ जाती है। खैर इस तरह की कुछ बोल्स को आपको खरीद कर ले आना है और उसके बाद ‌‌‌आपके घर के जिस कोने के अंदर चमगादड़ रहते हैं या जिस जगह पर वे रहते हैं इनको चमगादड़ के घोसले या रहने के स्थान के आस पास लटकाएं । नीचे आप इनको बांध सकते हैं। यह हवा के अंदर जब हिलेंगी तो चमगादड़ डर जाएंगे और भाग जाएंगे । ‌‌‌कुछ दिन आपको इनको इसी तरीके से लटकाकर रखना होगा । उसके बाद जब चमगादड़ आना बंद हो जाएं तो आप इनको हटा सकते हैं।

5.एल्यूमीनियम पन्नी

एल्यूमीनियम पन्नी का उपयोग भी आप चमगादड़ को भगाने के लिए कर सकते हैं। चमगादड़ के रहने के स्थान पर आप इसको लगा सकते हैं। इसकी वजह से चमगादड़ काफी परेशान होगा और हवा मे यह अजीब शौर करेगी । इसके अलावा इसके प्रकाश से भी चमगादड़ परेशान हो सकता है। हालांकि यह तरीका मुझे कुछ खास उपयोगी ‌‌‌नहीं लगा ।

‌‌‌6.चमगादड़ के उपर पानी का छिड़काव

चमगादड़ को भगाने का यह बहुत ही सामान्य तरीका है। यदि घर के अंदर चमगादड़ रहने लगे हैं तो एक बोतल के अंदर पानी भरें और उनके उपर पानी को स्प्रे करें । आपको तब तक ऐसा करना होगा जब तक कि वे अपना स्थान नहीं छोड़दें । यह बहुत ही सरल तरीका है और इसमे चमगादड़ों को ‌‌‌ भी किसी प्रकार का कोई भी नुकसान नहीं होगा ।

‌‌‌7.दर्पण का प्रयोग

इस प्रयोग के अंदर आपको करना यह है कि एक दर्पण को इस प्रकार से सैट करना होता है कि वह सूर्य की रोशनी मे चमगादड़ के उपर प्रकाश डाले । ऐसा करने से चमगादड़ को कोई नुकसान नहीं होगा लेकिन वह काफी परेशान हो जाएगा और भाग जाएगा। लेकिन ‌‌‌इस तरीके का प्रयोग हर जगह पर नहीं किया जा सकता है । क्योंकि बहुत सी जगह ऐसी हैं जहां पर प्रकाश की व्यवस्था नहीं हो सकती है।

8.chamgadar bhagane ki dava नीलगिरी का तेल

नीलगिरी का तेल चमगादड़ों को भगाने के लिए काफी उपयोगी हो सकता है। आप बाजार से यह तेल खरीद  लाएं और इसको वहां पर स्प्रे करें जहां पर चमगादड़ सो रहे हैं। आपको कुछ दिनों तक यह लगातार करना होगा। और उसके बाद चमगादड़ काफी परेशान हो जाएंगे और जगह छोड़कर भाग जाएंगे । ‌‌‌इस तेल का एक फायदा यह है कि यह चमगादड़ों के लिए अच्छे विकर्षक का तो काम करता ही है इसके अलावा कीटों के नियत्रंण के लिए भी यह काम करता है।

9.दालचीनी

दालचीनी भी चमगादड़ों के लिए एक अच्छे विकर्षक का काम करता है।आप बाजार से दालचीनी पाउडर ले आएं और उसके बाद इसको वहां पर छिड़के जहां पर चमगादड़ रहते हैं । यह उनको बिल्कुल भी पसंद नहीं आएगा ।आप इसको स्प्रे कर सकते हैं। कुछ दिनों तक लगातार आपको यह करना होगा ।उसके बाद चमगादड़ अपने आप जगह को छोड़देगे। ‌‌‌ यह चमगादड़ों को भगाने का बहुत ही प्रभावी तरीका है।

‌‌‌10.घर मे चमगादड़ आने की जगह को बंद करें

यदि आपका घर पूरी तरह से बंद है तो आप यह तरीका प्रयोग मे ले सकते हैं। इसमे आपको करना यह है कि घर के अंदर जहां पर भी छेद बन गए हैं या फिर चमगादड़ों के घुसने का रस्ता बन गया है। उसको बंद कर दें और खिड़की और दरवाजों को रात को अच्छी तरह से बंद करके ही सोए । ‌‌‌अपने पूरे घर का निरिक्षण करें और उसके बाद यदि कहीं पर कोई छेद नजर आता है तो उसे रोक दें । चमगादड़ बाद मे आपके घर मे प्रवेश नहीं करेंगे ।

‌‌‌इसके अलावा रात को अपने घर के अंदर नजर रखें कि वे किस जगह से घर के अंदर प्रवेश करते हैं। आमतौर पर चमगादड़ अंधेरे और बंद जगह को पसंद करते हैं।

11.white noise machine

white noise machine या कोई भी ऐसा उपकरण आप चुन सकते हैं जो चमगादड़ को भगाने के लिए उपयोगी हो जो शौर करता हो । आपको बतादें कि चमगादड़ शौर को पसंद नहीं करते हैं तो आपको ‌‌‌कोई भी शौर करने वाला उपकरण लेना है और उसको चमगादड़ के रहने वाले स्थान पर छोड़ देना है। ऐसी स्थिति मे चमगादड़ वहां पर अधिक समय तक नहीं टिक पाएंगे ।

‌‌‌12.घर की लाइट बंद ना करें

आप जानते ही हैं कि घर के अंदर अंधेरा होने पर चमगादड़ आसानी से आते हैं। घर के जिन स्थानों पर चमगादड़ों ने डेरा जमा लिया है। वहां पर रात को लाइट बंद ना करें । ऐसा कुछ दिनों तक लगातार करें । ऐसा करने से अपने आप ही चमगादड़ उस स्थान को छोड़कर चले जाएंगे ।

‌‌‌चमगादड़ भगाने से जुड़ी सावधानियां

अब तक हमने चमगादड़ों को भगाने का तरीका जाना है। अब हम आपको कुछ टिप्स बता रहे हैं।जिनकी मदद से आप चमगादड़ को घर से भगाना आसान बना सकते हैं तो आइए जानते हैं कुछ खास बातें ।

bat box लगाना

bat box आप खुद बना सकते हैं या ऑनलाइन खरीद सकते हैं। यह आप अपने घर से बाहर किसी भी पेड़ पर लगा सकते हैं।यह चमगादड़ को अस्थाई रूप से रहने की जगह प्रदान करते हैं। जब आप चमगादड़ों को अपने घर से निकालते हैं तो यह आसानी से उसके अंदर चले जाते हैं और वहीं पर रहते हैं। वापस आपके घर के अंदर ‌‌‌ नहीं आते हैं। हालांकि इनको लगाना काफी महंगा होता है। फिर भी यदि आप किसी ऐसे स्थान पर रह रहे हैं जहां पर बहुत सारे पेड़ पौधें हैं तो बेट बॉक्स आप लगवा सकते हैं।

‌‌‌चमगादड़ के मल को सही से साफ करें

यदि चमगादड़ घर के अंदर डेरा बना चुके हैं तो वे वहां पर मल और मूत्र का भी त्याग करेंगे । इनका मल और मूत्र संक्रमण पैदा कर सकता है । इस वजह से इसको सावधानी से साफ करना जरूरी होता है। ‌‌‌इसके लिए अपने हाथों में रबर के दस्तानें पहनें ,चश्मा लगाएं और और मुख पर मास्क लगाएं ।

एंज़ाइम बेस्ड क्लीनिंग सॉल्यूशन  की मदद से घर को साफ करें । ऐसा करने से किसी प्रकार के संक्रमण के फैलने का खतरा नहीं होता है।

bat birth time का ध्यान रखें

चमगादड़ जुलाई के मध्य तक बच्चा देता है तो यदि आपके घर मे चमगादड़ों ने घोसला बना लिया है तो आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि उनसे इससे पहले ही छूटकारा पा लिया जाना चाहिए । यदि आप इनको बच्चा देने के बाद निकालने का प्रयास करोगे तो इसके अंदर सफल नहीं हो पाओगे ।

‌‌‌चमगादड़ को भगाने का समय रात को अच्छा है

‌‌‌चमगादड़ को भगाने का समय रात को अच्छा है

यदि आपके घर के अंदर चमगादड़ हैं तो रात को आप उस स्थान पर दवा वैगरह का प्रयोग कर सकते हैं। ऐसा करने से वे वापस नहीं आएंगे और कहीं और बैठ जाएंगे । लेकिन यदि आप दिन के समय ऐसा करते हैं तो वे आसानी से उस स्थान को छोड़कर नहीं जाएंगे । ‌‌‌इसलिए चमगादड़ को भगाने का समय रात का सबसे अच्छा होता है।

‌‌‌प्रभावी परीणाम के लिए समय समय पर ध्यानदें

भले ही आप चमगादड़ों को भगाने के लिए किसी भी विधि का प्रयोग करते हो लेकिन समय समय पर इस पर ध्यान देते रहें । जैसे आप फिनोल का प्रयोग करते हैं तो हर 3 दिन से इसका छिड़काव करें । और देखें की चमगादड़ आ रहे हैं या नहीं । और जब आपको यह विश्वास हो ‌‌‌जाए कि अब वे नहीं आएंगे तो आप प्रयोग करना बंद कर सकते हैं।

‌‌‌चमगादड़ों को नुकसान पहुंचाना खतरनाख

यदि आपके घर के अंदर चमगादड़ रहते हैं तो कभी भी उनको नुकसान पहुंचाने की कोशिश ना करें । क्योंकि कुछ चमगादड़ आपके उपर हमला भी कर सकते हैं। तो उनके सामने सीधे लड़ने से हमेशा आपको बचना चाहिए । और जहां पर बहुत सारे चमगादड़ रहते हो वहां पर तो इनको बिल्कुल ‌‌‌ भी नहीं छेड़ना चाहिए ।

‌‌‌चमगादड़ को भूलकर भी ना पकड़ें

दोस्तों चमगादड़ पिशाच की तरह होते हैं तो इनको भूलकर भी नहीं पकड़ना चाहिए । क्योंकि यदि आप ऐसा करते हैं तो यह आपको काट सकते हैं और इनके काटने की वजह से कई बीमारियां आपको घेर सकती हैं। इसलिए सावधान रहें ।

‌‌‌चमगादड़ सिर्फ बुरा ही नहीं है

आपको यह भी पता होना चाहिए कि चमगादड़ की अधिकांश प्रजातियां मच्छरों, बीटल और पतंगों के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के पौधों और फलों जैसे केले, खजूर, अंजीर खाते हैं। यदि आपके घर के आस पास बहुत मच्छर वैगरह हैं तो यह सीधे चमगादड़ों को आमंत्रित करता है तो मच्छर और कीटों ‌‌‌ के नियंत्रण के लिए उपाय करने की आवश्यकता है।चमगादड़ इसलिए फायदेमंद होता है क्योंकि एक चमगादड़ 1 घंटे के अंदर 600 से अधिक मच्छरों को खा जाता है तो एक तरह से मच्छरों की सफाई करने के लिए चमगादड़ बहुत ही उपयोगी साबित होते हैं।।

‌‌‌गर्मी की मदद से चमगादड़ भाग जाते हैं।

चमगादड़ों को अधिकतर नम और ठंडी जगह पसंद होती है। इसी वजह से वे गहरी गुफा और कुओं के अंदर रहते हैं।लेकिन वे गर्म, शुष्क लोगों को बर्दाश्त नहीं कर सकता । उदाहरण के लिए, आपको सहारा रेगिस्तान में कोई चमगादड़ नहीं मिलेगा ।‌‌‌यदि आपके घर के अंदर चमगादड़ों ने घर बना लिया है ,तो इनको भगाने के लिए आप हीटर प्राप्त करनें और गर्म को अच्छे से गर्म करें । जैसे जैसे कमरा गर्म होगा अंदर की नमी चली जाएगी । आप 70 डिग्री के आस पास रूम को गर्म कर सकते हैं।

‌‌‌चमगादड़ तुरन्त बाहर नहीं जाएंगे । वरन एक बार जब नमी समाप्त हो जाएंगी तो उनको आकर्षित करने वाली परिस्थितियां समाप्त हो जाएंगी । आपको तब तक ध्यान रखना है जब तक कि वे आपके घर को नहीं छोड़ते हैं। हालांकि इस उपाय को करने के लिए आपको सावधानी बरतने की आवश्यकता है।‌‌‌

निपाह वायरस जो चमगादड़ से फैला था ?

सन 2018 ई को केरल के कोझीकोड के अंदर अज्ञात और रहस्यमय मौत हुई और इन मौत का कारण निपाह वायरस को बताया जा रहा है।नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने भी निपाह वायरस की पुष्टि की थी। इसके अलावा  विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी इसको एक बीमारी माना है । हालांकि ‌‌‌पहली बार मलेशिया में देखा गया था और बाद मे यह सिंगापुर के अंदर भी फैला था।आपको बतादें कि निपाह वायरस जानवरों से मनुष्यों के अंदर फैलता है। और यह सांस की मदद से भी फैल सकता है। इसके अलावा खजूर की खेती करने वाले कई बंग्लादेशी इस वायरस से प्रभावित हो चुके हैं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का कहना है कि निपाह वायरस चमगादड़ों के अंदर भी पाया जाता है।जब चमगादड़ किसी प्रकार के फल को खाती है और उसके बाद उसी फल को इंसान चख लेते हैं तो इंसानों के शरीर मे इसके फैल जाने का खतरा बढ़ जाता है।

निपाह वायरस के कई सारे लक्षण होते हैं जैसे सिर दर्द ख बुखार ,चक्कर आना और मति भ्रम 24 से 48 घंटों के अंदर लक्षण बहुत तेजी से दिखने लगते हैं और यदि समय पर ईलाज नहीं मिलता है तो व्यक्ति की मौत हो सकती है या फिर कौमा मे जा सकता है।

‌‌‌वैसे आपको बतादें कि निपाह वायरस का अभी तक कोई टिका विकसित नहीं हो पाया है जिसकी वजह से बचा जा सके ।रिबावायरिन नामक एक दवा इसके उपचार के लिए प्रयोग मे लाई जाती है। वैसे उचित देखभाल यदि की जाए तो मरीज बच सकता है।  ‌‌‌खजूरों को खाने से बचना चाहिए ।क्योंकि चमगादड़ खजूरों को खाती हैं और उसके बाद यदि वही खजूर इंसान खा लेते हैं तो यह वायरस फैल सकता है।

‌‌‌चमगादड़ों से फैलता है इबोला विषाणु रोग (EVD)

‌‌‌चमगादड़ों से फैलता है इबोला विषाणु रोग (EVD)

जैसा कि हमने आपको उपर ही बता दिया था कि चमगादड़ का घर के अंदर आना सुरक्षित नहीं माना जाता है। यदि आप गलती से कुछ खाने का सामान खुला छोड़ देते हैं और यदि चमगादड़ उसको संक्रमित कर देता है तो आपकी जान को खतरा हो सकता है। ‌‌‌अब तक हुए रिसर्च से यह साफ हो चुका है कि ईबोला जैसा खतरनाख वायरस भी चमगादड़ों के अंदर होता है। हालांकि यह उनको कोई नुकसान नहीं पहुंचाता है लेकिन इंसान के संपर्क मे आने पर इंसान की मौत हो जाती है।

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‌‌‌इस वायरस के संपर्क मे आने के बाद 2 से 3 सप्ताह तक इसके लक्षण शूरू हो जाते हैं। इन लक्षणों के अंदर  बुखार, गले में खराश, मांसपेशियों में दर्द और सिरदर्दहोता है। आम तौर पर मतली, उल्टी और डायरिया होने के साथ-साथ जिगर और गुर्दाका कामकाज धीमा हो जाता है । और नाक से खून बहने की शिकायत भी हो सकती है।

‌‌‌इस वायरस के चमगादड़ों से जानवरों मे संक्रमण होने के प्रमाण मिले हैं। आमतौर पर जब चमगादड़ किसी जानवर को काटते हैं तो यह उनके अंदर फैल जाता है और फिर यह इंसानों के अंदर फैल जाता है। जानवरों के मांस को ठीक तरीके से पका कर खाना चाहिए और वायरस से मर चुके लोगों को सही तरीके से दफनाया जाना चाहिए ।

‌‌‌चमगादड़ को भगाने के उपाय लेख के अंदर हमने चमगादड़ों को भगाने के कई उपाय के बारे मे जाना । यदि आपके घर के अंदर भी चमगादड़ आते हैं तो आपको सावधान रहने की आवश्यकता है और उनको अपने घर से भगा दें नहीं तो भयंकर बीमारियां हो सकती हैं।

चमगादड़ को भगाने के कई सारे उपाय हमने जानें । आप इनमे से कुछ उपाय यूज कर सकते हैं जोकि काफी प्रभावी तरीके से काम करते हैं। और कुछ इस तरह के उपाय भी मौजूद हैं , जोकि उतने अधिक प्रभावी तरीके से काम नहीं करते हैं। इसलिए बस वही उपाय यूज करें , जोकि उपयोगी हैं। बाकि यदि आपके घर के पास किसी मकान के अंदर चमगादड़ रहते हैं , तो वहां से उनको हटाने का प्रयास करें । जैसे कि हमारे पास के ही एक कुआ के अंदर चमगादड़ रहते हैं , तो वहां पर कुआ को अच्छी तरह से यदि बंद कर देते हैं , तो फिर वहां पर चमगादड़ रहना बंद कर देंगे । और आस पास के घरों मे नहीं आएंगे ।

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arif khan

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