कमजोर दिल के 9 लक्षण ‌‌‌और इसके कारण के बारे मे जानें

dil kamjor hone ke lakshan , कमजोर दिल के लक्षण दोस्तों आजकल हम सभी लोग अपनी हेल्थ के प्रति काफी लापरवाह हो चुके हैं। हम इसके उपर बिल्कुल भी ध्यान नहीं देते हैं और इसका परिणाम भले ही हमें हाथों हाथ नहीं मिलता है। लेकिन बाद मे इसके भयंकर परिणाम नजर आने लग जाते हैं।आजकल दिल की बीमारी भी काफी कॉमन हो चुकी है।

‌‌‌पहले दिल की बीमारी  बुजुर्ग लोगों के अंदर देखने को ही नहीं मिलती थी लेकिन आजकल ऐसा नहीं है। आजकल हर घर के अंदर दिल का मरीज बहुत ही आसानी से मिल जाता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यह सब गलत प्रकार के खान पान की वजह से होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌हालांकि यह माना जाता था कि हर्ट की बीमारी एक उम्र के बाद होती है। जो इंसान अधिक बूढे होते हैं उनको हर्ट की बीमारी अधिक होती है। लेकिन अब ऐसा कुछ भी नहीं रहा हैक् जवान जवान लोग भी हर्ट अटैक से मर रहे हैं इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

‌‌‌गलत प्रकार के खान पान की वजह से दिल काफी कमजोर हो जाता है और इसका मतलब यही है कि धमनियों के अंदर रक्त प्रवाह ठीक तरह से नहीं हो पाता है इसकी वजह से यह समस्या होती है। यदि आपको दिल कमजोर होने के लक्षणों के बारे मे ठीक से पता है तो आप पहले ही इसका उपचार करवा सकते हैं जिससे कि आपकी समस्या ‌‌‌ ठीक हो जाएगी । लेकिन इसके लिए आपको दिल कमजोर के लक्षणों के बारे मे पता होना चाहिए तभी आप पहले उपचार करवा पाएंगे । यदि आपको इसके लक्षणों के बारे मे कुछ भी पता नहीं है तो पहले उपचार करवाना भी संभव नहीं है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

कार्डियोमायोपैथी दिल की मांसपेशियों का रोग है जिसकी वजह से शरीर की मांसपेशियों तक खून नहीं पहुंच पाता है।इसको आम भाषा के अंदर दिल की कमजोरी के नाम से जाना जाता है।

‌‌‌अब आपके दिमाग के अंदर यह भी आता होगा कि दिल की कमजोरी के क्या क्या  लक्षण होते हैं तो हम आपको बताने वाले हैं कि दिल की कमजोरी के क्या क्या लक्षण होते हैं जिसकी मदद से आप दिल की कमजोरी को बहुत ही आसानी से पहचान सकते हैं और समय पर अपना इलाज करवा सकते हैं जिससे कि समस्या ठीक हो जाएगी ।

‌‌‌1.दिल की कमजोरी के लक्षण लगातार मतली, सीने में जलन होना dil kamjor hone ke lakshan 

‌‌‌दोस्तों मतली और सीने के अंदर जलन होना हर्ट अटैक के लक्षण हो सकते हैं। यह आपकी दिल की कमजोरी के बारे मे बताता है आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।सीने में जलन के साथ दर्द, मुंह का कड़वा स्वाद, लेटने पर दर्द बढ़ना, चटपटा खाने के बाद गले तक जलन बढ़ना हार्टबर्न के प्रमुख लक्षण होते हैं

‌‌‌वैसे हर्ट बर्न के साथ ही आपको मतली की समस्या हो रही है तो आपको जल्दी से जल्दी डॉक्टर सें संपर्क करना चाहिए । लेकिन यदि आपको मतली की समस्या नहीं हो रही है या आपको सिर्फ छाती के अंदर ही जलन हो रही है तो फिर यह किसी दूसरी बीमारी के भी संकेत हो सकते हैं।

गेस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिसीज (GERD) या एंटी-इनफ्लेमेटरी ड्रग्स भी यह समस्या पैदा कर सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इसके अलावा अन्य कई रोग होते हैं जो हर्ट बर्न का कारण बनते हैं तो आइए जानते हैं इनके बारे मे ।

dil kamjor hone ke lakshan
  • पेट की आंत के अंदर समस्या होने की वजह से हर्ट बर्न हो सकता है। कैंसर पेट मे विकसित होती है खास कर तब जब यदि हर्टबर्न का लंबे समय तक कोई भी इलाज नहीं किया जाता है तो यह समस्या काफी बड़ी हो सकती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • जब पेट का हिस्सा डायफ्राम में कमजोरी के कारण छाती के निचले हिस्से को ऊपर की तरफ धकेलता है तो इसे हायटस हर्निया कहा जाता है यह समस्या हालांकि कम उम्र के लोगों के अंदर देखने को नहीं मिलती है। यह समस्या 50 से अधिक उम्र के लोगों के अंदर देखने को मिलती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । हालांकि ‌‌‌यदि आपको इस तरह की समस्या दिखाई देती है तो आपको चाहिए कि आप एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करें और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है उसका पालन करें ।
  • पेप्टिक अल्सर डिसीज भी एक प्रकार की बीमारी होती है जिसकी वजह से सीने मे जलन हो सकती है। इसके अलावा मतली होना और मल का रंग बदलना इसके लक्षण होते हैं यदि आपको इस तरह के लक्षण दिखाई देते हैं तो उसके बाद अपने डॉक्टर से जांच करवाई जानी चाहिए ।

2.सांस लेने में तकलीफ (Shortness of Breath)

दोस्तों यदि आपको सांस लेने मे तकलीफ होती है तो यह दिल के कमजोर होने का लक्षण हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।सांस की कमी  एथेरोस्क्लेरोसिस, दिल की धमनी का रोग, कंजेस्टिव हार्ट फेलियर और हार्ट वाल्व डिजीज आदि की वजह से ऐसा हो सकता है। इसके ‌‌‌ लिए आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए यही आपके लिए सही होगा ।

‌‌‌यदि आपकी अचानक से सांस उखड़ने लग जाए तो यह हर्ट की समस्या हो सकती है और आपको अपने डॉक्टर के पास जल्दी से जल्दी जाना चाहिए और अस्पताल मे भर्ती होना चाहिए ।मोटापे (obesity), अस्थमा (asthma) या क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिसीस  की वजह से आपको सांस लेने मे कठिनाई हो सकती है।

अस्थमा वैसे एक इसी प्रकार का रोग होता है जिसके अंदर मरीज के सांस लेने की नली काफी सिकुड़ जाती है और इसकी वजह से मरीज को सांस लेने मे काफी अधिक कठिनाई होती है। इसको अस्थमा अटैक के नाम से जाना जाता है। इसके बारे मे  आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌इसकी वजह से कफ का निर्माण हो सकता है और आपको खांसी की समस्या भी हो सकती है।फेफड़ों में सूजन के अंदर भी सांस लेने मे समस्या हो सकती है। इसके लिए आपके डॉक्टर आपको एंटिबायोटिक दवा दे सकते हैं जिससे कि सांस उखड़ने की समस्या से छूटकारा मिल जाए ।

‌‌‌यह संभव हो सकता है कि सीने के अंदर दर्द आए बिना हार्ट अटैक आ जाए । इसको साइलेंट हार्ट अटैक के नाम से जाना जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।इसके अंदर सांस उखड़ा ही एक संकेत होता है जिसके बाद आपको अस्पताल के अंदर भर्ती होने की जरूरत होती है।

‌‌‌हर्ट फेलियर के अंदर सांस लेने मे काफी समस्या हो सकती है कारण यह है कि हर्ट खून को सही तरीके से पंप नहीं कर पाता है।मांस पेशियों के ठीक से काम नहीं करने की वजह से फेफड़ों मे पानी आ सकता है जिससे कि सांस लेने मे समस्या हो सकती है।

‌‌‌इसके अलावा कई बार चिंता की वजह से भी सांस लेने मे काफी परेशानी होती है। लेकिन यह कोई बड़ी समस्या नहीं है और आप जब सामान्य होते हैं तो यह अपने आप ही ठीक हो जाती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

  • न्यूमोथोराक्स की समस्या के अंदर फेफड़ा के फट जाने की वजह से सांस लेने मे काफी कठिनाई होती है।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि फेफड़ों मे किसी तरह का द्रव एकत्रित हो जाता है तो इसकी वजह से भी सांस लेने मे काफी कठिनाई हो सकती है।
  • ‌‌‌इसके अलावा फेफड़ों के कैंसर हो जाने की वजह से भी सांस लेने मे समस्या हो सकती है। एक बार डॉक्टर से जांच करवाई जानी चाहिए ताकी समस्या ठीक हो जाए ।

‌‌‌इस तरह से कमजोर दिल के लक्षणों के बारे मे हमने जाना यह आमतौर पर कई बार किसी अन्य समस्या के संकेत होते हैं और हम दिल की बीमारी समझ कर काफी अधिक घबरा जाते हैं।

3.बेचैनी और छाती में दबाव महसूस होना

दोस्तों छाती के अंदर दबाव महसूस हो रहा है और बैचेनी सी हो रही है तो यह दिल के कमजोर होने के लक्षण हो सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।हालांकि छाती के अंदर महसूस होने वाला दबाव फेफड़ों मे जमे कफ की वजह से भी हो सकता है। इसलिए हर बार इसको दिल की समस्या ‌‌‌ से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। इसलिए यदि आपकी छाती के अंदर दबाव महसूस हो रहा है तो सबसे पहले एक्सरे करवा कर डॉक्टर को दिखाएं । यदि फेफड़ों मे कफ आता है तो यह इसी की वजह से महसूस हो रहा है आपको कफ को दूर करने के बारे मे विचार करना चाहिए ।

कमजोर दिल के लक्षण

‌‌‌औमतोर पर जो फेफड़ों मे कफ होता है वह लंबे समय तक जुकाम होने और नाक बंद होने की वजह से जम जाता है यदि आपको काफी लंबे समय तक जुकाम रहा है तो फिर यह इसी वजह से हो रहा है। आप यदि कुछ दवा लेंगे तो आपको अपने आप ही आराम आ जाएगा । मेरे केस मे भी यही हुआ था। ‌‌‌फेफड़ों के अंदर कफ जम गया था तो मे हर्ट की समस्या समझने लगा और उसके बाद पता चला की फेफड़ों मे कफ जम चुका है तो उसके बाद डॉक्टर ने कफ को सही करने की दवा दी तो फेफड़ों मे सूजन कम हो गया और दबाव महसूस होना बंद हो गया ।

4.लगातार सर्दी और जुकाम का होना

‌‌‌सर्दी जुकाम वैसे तो एक आम समस्या होती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । लेकिन यदि यह समस्या आपको लगातार हो रही है तो उसके बाद यह दिल की बीमारी का भी संकेत हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । हालांकि लंबे समय तक सर्दी जुकाम के साथ छींके आना एलर्जी के कारण भी हो सकता है। फिर ‌‌‌ भी आपको एक बार अपने डॉक्टर के पास जाना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए । यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌वैसे सर्दी जुकाम काफी परेशानी पैदा करने वाली होती है। सर्दी जुकाम की वजह से दम घूटने लग जाता है और सांस लेने मे भी काफी परेशानी होती हैं क्योंकि नाक बंद होती है। इसकी वजह से नींद भी ठीक तरह से नहीं आती है आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

‌‌‌यदि आपको बार बार सर्दी जुकाम हो रही है तो इसका सबसे पहला कारण यह भी हो सकता है कि आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी कमजोर हो गई है। इसकी वजह से बार बार आपको सर्दी जुकाम हो रही है। अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाने के लिए रोजाना गिलोय का सेवन करें। इसके अलावा अदरक और शहद का सेवन करने से ‌‌‌ भी रोग प्रतिरोधक क्षमता को काफी अधिक बेहतर किया जा सकता है इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं यही आपके लिए सही होगा ।

नाक बहना, आंखों से पानी आना और नाक बंद होना आदि एलर्जी के संकेत होते हैं इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । एलर्जी की वजह से आपको बार बार सर्दी जुकाम होती है। यह हानिकारक नहीं होती है लेकिन यदि यह लंबे समय तक रहे तो फिर काफी अधिक परेशानी पैदा करती है। और फेफड़ों के अंदर कफ जमा ‌‌‌ हो सकता है इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं यही आपके लिए सही होगा ।

‌‌‌इस तरह की सर्दी जुकाम से बचने के लिए आप एलर्जी की गोली का सेवन कर सकते हैं यह आपको सर्दी जुकाम से राहत देने का काम करता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

सीजनल फ्लू खास कर सर्दियों के अंदर हो सकता है। यह एक आम समस्या होती है। हालांकि यह सर्दी जुकाम किसी भी तरह से डेंजर नहीं होती है। मामूली सी यदि आप दवाएं सेवन कर लेते हैं तो उसके बाद सर्दी जुकाम को बहुत ही आसानी से ठीक किया जा सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

‌‌‌इसके अलावा सर्दी जुकाम की एलर्जी कुछ लोगों के अंदर जेनेटिक भी हो सकती है। इस समस्या से छूटकारा नहीं पाया जा सकता है। इसका इलाज बस दवाओं से किया जा सकता है। इसके लक्षणों को कम किया जा सकता है।

5.खर्राटे और नींद से जुड़ी समस्या

‌‌‌दोस्तों कई लोगों के अंदर खर्राटे आने की समस्या होती है वैसे तो खर्राटे आना एक आम समस्या होती है। लेकिन वैज्ञानिकों का दावा है कि खर्राटे आना भी दिल की कमजोरी का लक्षण हो सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।यदि आपको खर्राटे की समस्या है तो आपको अपने दिल की जांच करवानी चाहिए ।

‌‌‌हालांकि खर्राटे आना हमेशा ही दिल की बीमारी का संकेत नहीं होता है आपको इसके बारे मे अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।दोस्तों खर्राटे तब आते हैं जब हवा नाक से ठीक तरह से पास नहीं हो पाती है।शरीर के लिए सही मात्रा में सांस लेने के लिए एयरवे (Airway) को फिर से खोलना होता है।

  • ‌‌‌और शरीर के अंदर ऑक्सीजन की कमी हो जाने की वजह से मरीज गहरी  नींद के अंदर नहीं सो पाता है जिसकी वजह से मरीज आसानी से जाग जाता है आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।
  • ‌‌‌जिन लोगों की गर्दन काफी छोटी होती उनको रात को सोते समय या दिन मे खर्राटे आने की समस्या काफी अधिक होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • इसके अलावा कई बार नाक की हड्डी काफी बढ़ जाती है या फिर नाक का मांस काफी बढ़ जाता है जिसकी वजह से भी रात को सोते समय खर्राटे आते हैं इसके बारे मे ‌‌‌ आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि मुंह का नीचला जबड़ा काफी छोटा है तो इसकी वजह से भी नींद मे खर्राटे लेने की समस्या हो सकती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • इसके अलावा यदि कोई इंसान काफी अधिक मोटा है तो इसकी वजह से भी खर्राटे की समस्या हो सकती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌यदि हम खर्राटे की समस्या को कम करने की बात करें तो इसके लिए आप कई सारे कदम उठा सकते हैं इसके लिए हम आपको कुछ टिप्स के बारे मे बताने वाले हैं यह टिप्स आपकी मदद कर सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

  • ‌‌‌सबसे पहले आपको चाहिए कि आप शराब सीगरेट और गुटके का सेवन बंद कर देना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा
  • यदि आप सो रहे हैं तो आपको पेट के बल नहीं सोना चाहिए नहीं तो खर्राटे की समस्या काफी बढ़ सकती है।
  • ‌‌‌इसके अलावा आपको योगा करने की आदत डालनी चाहिए जिससे कि खर्राटे की समस्या से काफी आसानी से छूटकारा पाया जा सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

6.dil kamjor hone ke lakshan  लेटते समय खांसी आना

दोस्तों वैसे तो खांसी एक आम समस्या होती है इसके बारे मे आपको पता होगा । जब वायुमार्ग के अंदर बलगम जमा हो जाता है या फिर फेफड़ों के अंदर रूकावट हो जाती है तो इसकी वजह से भी खांसी आ सकती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । लेकिन यदि आपको लेटेते वक्त खांसी आती है तो यह ‌‌‌ दिल की बीमारी या दिल की कमजोरी के लक्षण हो सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।और एक बार अपने डॉक्टर से जांच करवाई जानी चाहिए आप समझ सकते हैं।

वैसे खांसी सुखी भी हो सकती है और बलगम वाली भी हो सकती है। यदि फेफड़ों मे कोई समस्या है तो वह भी खांसी पैदा कर सकता है।

‌‌‌सांस फूलना और उसके बाद खांसी आना इस बात का संकेत है कि वायुमार्ग संकुचित हो गया है और अब बलगम पैदा होगा ।और सांस लेने मे काफी मुश्किल हो सकती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

खाँसी आपके शरीर को बलगम, तरल पदार्थ, जलन, या रोगाणुओं के अपने गले और वायुमार्ग को साफ करने का तरीका है

‌‌‌यदि हम खांसी आने के अन्य कारणों की बात करें तो इसके पीछे कई सारे कारण हो सकते हैं जिसकी वजह से खांसी आती है तो आइए जानते हैं उन कारणों के बारे मे जिसकी वजह से खांसी हो सकती है। हर बार यह दिल की कमजोरी का ही लक्षण नहीं होता है।

  • ‌‌‌यदि फेफड़ों के अंदर सूजन आ जाता है तो इसकी वजह से भी खांसी हो सकती है इसको  निमोनिया कहा जाता है। यदि आप डॉक्टर से दवा लेने के लिए जाते हैं तो डॉक्टर आपको एंटिबायोटिक दवा देगा जिससे की आपको काफी अधिक आराम मिलेगा और खांसी की समस्या भी काफी हद तक दूर हो जाएगी ।
  • अस्थमा (Asthma) की यदि आपको समस्या है तो आपको खांसी आ सकती है अस्थमा की वजह से कई बार सांस लेना भी कठिन हो सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
  • अगर आपको लंबे समय से सांस फूलने के साथ बलगम आने की समस्या है तो लापरवाही न करें । क्योंकि यह आपके फेफड़ों के सिकुडने की वजह से भी हो सकता है। इस बीमारी का कोई भी ईलाज नहीं है इसलिए आपको जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टरों को दिखाया जाना चाहिए ताकि समस्या ठीक हो जाए ।
  • ‌‌‌यदि आपको लगातार सूखी खांसी आ रही है तो उसके बाद आपको एक बार अपने डॉक्टर के पास जाना चाहिए और डॉक्टर से अपनी समस्या की जांच करवानी चाहिए । आपको जो भी समस्या है उसका इलाज किया जाना चाहिए । सूखी खांसी के साथ सांस फूल सकती है और यह स्थिति काफी अधिक डेंजर हो सकती है।
  • ‌‌‌इस तरह से खांसी के साथ यदि आपको खून आ रहा है तो यह टीबी का संकेत हो सकता है आपको जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर से इलाज करवाना चाहिए आप समझ सकते हैं।

7.dil kamjor hone ke lakshan  चक्कर आना और बेहोश होना

दोस्तों यदि दिल कमजोर हो जाता है तो उसकी वजह से यह शरीर के हिस्से दिमाग के अंदर सही तरह से खून को नहीं पहुंचा पाता है जिसकी वजह से ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। और इसकी वजह से चक्कर आ सकता है और बेहोशी हो सकती है। ‌‌‌यदि आपको चक्कर आ रहा है और बेहोशी हो रही है तो उसके बाद जितना जल्दी हो सके अपने डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी हो जाता है क्योंकि यह काफी गम्भीर समस्या है। यदि लंबे समय तक ऐसा होता है तो दिमाग को स्थाई क्षति पहुंच सकती है। इसलिए इस समस्या का सही कारण जानने के लिए ‌‌‌ एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करना बहुत ही जरूरी होता है आप इस बात को समझ सकते हैं और यही आपके लिए सही होगा । ‌‌‌चक्कर और बेहोशी मिर्गी का भी संकेत हो सकता है हालांकि आपका डॉक्टर की आपको बताएगा कि यह समस्या किस वजह से हो सकती है।

8.थकावट महसूस होना

दोस्तो थकावट का महसूस होना भी दिल की कमजोरी का एक लक्षण हो सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि आपको थकावट महसूस हो रही है तो यह दिल की कमजोरी का लक्षण हो सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए क्योंकि जब दिल शरीर के अंदर सही तरह से रक्त को पंप नहीं कर पाता है ‌‌‌ है तो उसके बाद आप काफी कमजोरी महसूस कर सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । हालांकि थकावट महसूस होने के कई अन्य कारण भी हो सकते हैं जिसके उपर भी हम मामूली चर्चा कर लेते हैं।

  • आमतौर पर आजकल के लोग पूरे दिन और देर रात तक टीवी और मोबाइल से चिपके रहते हैं जिसकी वजह से ‌‌‌ वे सही तरह से नींद नहीं ले पाते हैं। इंसान को कम  से कम 8 घंटे तो नींद जरूरी ही लेनी चाहिए आप इस बारे मे अच्छी तरह से समझ सकते हैं। यदि आप 8 घंटे से कम नींद लेते हैं तो आपको थकावट महसूस हो सकती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • ‌‌‌इसके अलावा स्लीप एपनिया की वजह से भी रात को सही तरीके से नींद नहीं आ पाती है और रात के अंदर अचानक से नींद खुल जाती है तो उसके बाद नींद नहीं आती है। ऐसी समस्या होने की वजह से काफी परेशानी होती है आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। इसके अलावा यदि आपको इस तरह की समस्या है तो जल्दी से अपने ‌‌‌ डॉक्टर से संपर्क करना बहुत ही जरूरी होता है आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आप ठीक तरह से खाना नहीं खा पा रहे हैं तो इसकी वजह से भी आपको थकावट महसूस हो सकती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। जैसे कि आप कम खाना खा रहे हैं या फिर खाने के अंदर प्रोटीन नहीं ले रहे हैं तो इसकी वजह से थकावट महसूस  हो सकती है। ‌‌‌अपने खाने को काफी बेहतर बनाने का प्रयास करें और चीजों के उपर अच्छी तरह से ध्यान दें । शरीर के पास अच्छी मात्रा के अंदर पोषक तत्व हो पाएंगे तभी आप थकावट से बच सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • एनीमिया जोकि खास कर महिलाओं के अंदर होता है। महिलाओं मे पिरियड की वजह से खून की कमी आ जाती है जिसकी वजह से उनको थकान होने लग जाती है। जब शरीर के अंदर खून की कमी हो जाती है तो ऑक्सीजन शरीर के अंगों तक ठीक तरह से नहीं पहुंच पाती है और थकावट होने लग जाती है।
  • ‌‌‌इसके अलावा डिप्रेशन भी आजकल काफी अधिक प्रचलित रोगों मे से एक होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि आपको डिप्रेशन की समस्या है तो इसकी वजह से आप ठीक तरह से खाना नहीं खा पाएंगे और आप ठीक तरह से सो नहीं पाएंगे । इसकी वजह से भी आपको थकावट महसूस हो सकती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह ‌‌‌ से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। कुल मिलाकर यह एक तरह से अच्छा काम होता है आप समझ सकते हैं।
  • कैफीन  की यदि आप अधिक मात्रा सेवन करते हैं तो इसकी वजह से भी थकावट हो सकती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए इसके लिए आपको चाहिए कि आप चाय और कॉफी का कम ही सेवन करें । जिससे यह समस्या नहीं होगी ।
  • ‌‌‌यदि आप डायबिटिज के मरीज हैं तो आपको शरीर के अंदर थकावट की समस्या हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि आपको डायबिटिज की शंका लग रही है तो एक बार इसका टेस्ट कर वाएं और यदि यह समस्या है तो फिर आपको अपने डॉक्टर से उपचार करवाने की आवश्यकता हो सकती है।
  • ‌‌‌आपको पता ही होगा कि शरीर के अंदर पानी का होना बहुत ही जरूरी होता है। यदि शरीर मे पानी की कमी आ जाती है तो उसकी वजह से भी थकावट हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । आपको चाहिए कि आप अच्छी मात्रा के अंदर पानी पीयें और शरीर के अंदर पानी की कमी ना रहने दें ।
  • ‌‌‌इसके अलावा कुछ लोगों को फूड एलर्जी की समस्या होती है। इसके अंदर होता यह है कि यदि आपको खाना खाने के बाद अचानक से नींद आने लग जाती है तो आपको फूड एलर्जी की समस्या हो सकती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इससे आप खुद को काफी थका हुआ सा महसूस करवा सकते हैं अपने डॉक्टर से बात करें ।

9.लातों, एड़ियों और पैरों में सूजन आना

दोस्तों यदि आपको दिल की कमजोरी है तो आपके लातों, एड़ियों और पैरों में सूजन आ सकती है। यदि आपको इस तरह की सूजन की समस्या दिखाई देती है तो आपको एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए आप इस ‌‌‌ बात को समझ सकते हैं। पैरों हाथों लातों के अंदर सूजन का आना एक तो किडनी रोग की समस्या हो सकती है।सांस फूलना, पैरों में सूजन, यूरिन कम आना, थकान  आदि रहती है तों किडनी की एक बार जांच करवाएं हो सकता है कि किडनी की समस्या हो ।

‌‌‌इसके अलावा यदि दिल की समस्या है तो भी यह हो सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।धड़कन तेज होना, सांस फूलना, कमजोरी, थकान, भूख की कमी  दिल की कमजोरी के संकेत हो सकते हैं यदि दिल ठीक तरह से खून को पंप नहीं कर पाता है तो यह समस्या देखने को मिल सकती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए।

लिवर के अंदर समस्या होने की वजह से भी पैरों के अंदर सूजन आ सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।एल्बुमिन नामक प्रोटीन आपकी ब्लड वेसल्स से ब्लड को लीक होने से बचाता है लेकिन कई बार क्या होता है कि इसका लिवर मे बनना बंद हो जाता है जिसकी वजह से ब्लड लीक होने लग जाता है। और इससे आपके पैरों ‌‌‌ मे तरल पदार्थ एकत्रित होने लग जाता है। जिसकी वजह से सूजन आ सकती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

लिम्फेटिक सिस्टम शरीर से विषैले तत्वों और बैक्टीरिया को बाहर निकालता है लेकिन यदि यह ठीक तरह से काम नहीं करता है तो इसकी वजह से शरीर के अंदर विषैले पदार्थ एकत्रित होने लग जाते हैं और पैरों के अंदर सूजन आ जाती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌दिल की कमजोरी के कारण

‌‌‌दिल की कमजोरी के कारण

दोस्तों यदि हम दिल की कमजोरी के कारणों की बात करें तो इसके अंदर कई सारे कारण होते हैं जोकि आपके दिल को कमजोर कर सकते हैं तो यदि आपको इस तरह के कोई कारण दिखाई देते हैं तो फिर आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और डॉक्टर आपको जो निर्देश देते हैं आपको ‌‌‌ उनका पालन करना चाहिए आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं यही आपके लिए सही होगा ।

  • ‌‌‌यदि आपको हाई बीपी की समस्या काफी अधिक रहती है तो यह दिल को काफी कमजोर बना देती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि आपको यह समस्या दिखाई देती है तो बीपी को कम करने के बारे मे आपको विचार करना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि दिल का दौरा पड़ जाता है तो उसकी वजह से दिल की कोशिकाओं का नास हो जाता है जोकि दिल को काफी कमजोर बना देता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। दिल का दौरा पड़ने पर डॉक्टर से उपचार करवाया जाना चाहिए ।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आपकी दिल की धड़कन तेज होती है तो इसकी वजह से भी दिल की कमजोरी आ सकती है। दिल की धड़कन सही रहना बहुत ही जरूरी होता है आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • हृदय वाल्व से संबंधित समस्याएं यदि आपको हैं तो फिर आपको नए वाल्व पर विचार करना चाहिए आजकल कृत्रिम वाल्व भी आते हैं लेकिन इनके अंदर संक्रमण का खतरा काफी अधिक बना रहता है तो वाल्व के डलवाने के बाद सावधानी बरतना बहुत ही जरूरी होता है वरना संक्रमण हो सकता है।
  • मोटापा, थायरॉइड और डायबिटीज जैसी समस्याएं हैं तो दिल काफी जल्दी कमजोर हो जाता है यदि आपको यह समस्याएं काफी पहले से ही हैं तो आपको एक बार अपने डॉक्टर से बात करना जरूरी होता है ताकि आपकी समस्या का समाधान किया जा सके । आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • शरीर में ज़रूरी विटामिन और मिनरल की कमी होना जैसे विटामिन बी1  आदि की कमी की वजह से दिल सही तरीके से काम नहीं कर पाता है। पोषण नहीं मिलने की वजह से यह काफी तेजी से कमजोर होता चला जाता है। यदि पोषण की कमी है तो आपको अच्छे पोषक तत्वों का सेवन करना चाहिए ।
  • ‌‌‌यदि आप अधिक शराब का सेवन करते हैं तो इससे भी दिल की बीमारी हो सकती है। खास कर तब जब आप यदि लंबे समय तक शराब का सेवन कर रहे हैं तो दिल की बीमारी होने के चांस काफी अधिक बढ़ जाते हैं आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।
  • ‌‌‌दोस्तों दिल की बीमारी जेनेटिक भी होती है। यदि किसी को दिल की बीमारी हुए है और वह आपके परिवार के अंदर है तो यह समस्या आपको भी हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आपको इस संबंध मे काफी सर्तक होने की आवश्यकता है आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।
  • ‌‌‌यदि किसी को कैंसर है और वह कैंसर रोधी दवाएं ले रहा है तो इन दवाओं की वजह से भी दिल के अंदर कमजोरी आ जाती है जिसकी वजह से काफी नुकसान हो सकता है। कैंसर रोधी दवाओं की वजह से यह हो सकता है।
  • ड्रग्स का सेवन करना, जैसे कोकीन, एम्फेटामिन और एनाबोलिक स्टेरॉइड्स  की वजह से भी दिल काफी कमजोर हो सकता है। यदि आप किसी तरह की ड्रग्स का सेवन करते हैं तो आपको यह समस्या हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

‌‌‌दिल के कमजोर होने से आप किस तरह से बचा सकते हैं ? यह भी आपके सामने एक बड़ा सवाल है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि आप कुछ सावधानियां बरतते हैं तो आप दिल को कमजोर होने से बचा सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए तो आइए जानते हैं वे सावधानियां क्या क्या हो सकती हैं जिससे कि ‌‌‌ आप दिल की बीमारी से खुद को बचा सकते हैं।

  • ‌‌‌यदि आप शराब का सेवन करते हैं तो इससे भी दिल कमजोर हो सकता है। यदि आप खुद को दिल की बीमारी से बचाना चाहते हैं तो फिर आपको शराब का सेवन नहीं करना चाहिए । यदि आप शराब के बिना भी नहीं रह सकते हैं तो बहुत ही कम करें ।
  • ‌‌‌यदि आपको हाई बीपी की समस्या है तो आपको चाहिए कि बीपी को कम करने की दिशा मे काम करें । यदि आप बीपी को कम नहीं करेंगे तो यह आपके हर्ट के लिए काफी बड़ा खतरा हो सकता है इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । इसलिए बीपी को कम करने की दिशा मे आपको काम करना होगा ।
  • ‌‌‌इसके अलावा दिल की कमजोरी से बचाने के लिए संतुलित आहार का सेवन करना बहुत ही जरूरी होता है आप इस बात को समझ सकते हैं। संतुलित आहार यदि शरीर को नहीं मिलेंगे तो दिल ठीक तरह से काम नहीं कर पाएंगा । इसलिए संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए ।
  • ‌‌‌इसके अलावा तनाव की वजह से भी दिल पर असर पड़ता है। दोस्तों तनाव के अंदर यदि आप हैं तो आपको तनाव को इलाज करने के बारे मे विचार करना चाहिए और आप समझ सकते हैं। तनाव का इलाज करने के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा आप नींद को पूरी जरूरी करें यदि आपकी नींद पूरी नहीं होती है तो इससे भी आपके दिल पर बुरा असर पड़ेगा । एक इंसान को कम से कम 8 घंटे तो सोना ही चाहिए आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

‌‌‌अब यदि हम दिल की बीमारी की जांच की बात करें तो डॉक्टर कई तरह से आपके दिल की बीमारी की जांच कर सकता है। इसके लिए कुछ टेस्ट होते हैं जिनकी मदद से आसानी से यह पता लगाया जा सकता है कि दिल की बीमारी हुई है ? या फिर दिल मे कोई समस्या है तो उसके बारे मे ।

  • ‌‌‌डॉक्टर आपको छाती का एक्सरे करवाने के लिए कह सकता है क्योंकि इससे आसानी से यह पता लगाया जा सकता है कि दिल का आकार बढ़ा है या फिर नहीं बढ़ा है ?
  • ईकोकार्डिओग्राम (Echocardiogram) भी एक प्रकार का टेस्ट होता है इसके अंदर ध्वनी तरंग की मदद से दिल के कार्यप्रणाली के बारे मे जाना जाता है। यदि दिल के वॉल्व मे किसी तरह की परेशानी है तो इसका उपयोग किया जाता है आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।
  • इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ईसीजी Electrocardiogram) के अंदर डॉक्टर आपके सीने के अंदर कई सारे इलेक्ट्रॉड को लगाते हैं । यह दिल की गतिविधियों को रिकॉर्ड करने के लिए होता है। यदि दिल के अंदर किसी तरह की चोट लगी है तो उसका पता लगाने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए।
  • ट्रेडमिल स्ट्रेस टेस्ट के अंदर हाई बीपी और सांस आदि के बारे मे जांच की जाती है आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।इसके अंदर डॉक्टर यह देखते हैं कि आपकी दिल की धड़कन तो असामान्य नहीं है।
  • कार्डिआक कैथेटराईज़ेशन Cardiac catheterization ‌‌‌ के अंदर एक पतली रॉड आपके जांघ के हिस्से से दिल तक डाला जाता है और इसके अंदर दिल का एक टुकड़ा लेकर भी जांच के लिए भेजा जाता है। इसके अलावा यह देखा जाता है कि दिल कितनी तेजी से खून को बाहर भेज रहा है ?

‌‌‌अब यदि हम दिल की बीमारी के इलाज की बात करें तो इसके लिए आजकल कई तरह क इलाज उपलब्ध हैं जिसकी मदद ली जा सकती है। आपको इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए डॉक्टर कई तरह की दवाओं की मदद ले सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

  • ‌‌‌आपके डॉक्टर दिल की समस्याएं जैसे बीपी को कम करने के लिए ,शरीर के अंदर बढ़े हुए तरल पदार्थ को बाहर निकालने के लिए व खून का थक्का आदि के लिए दवा देते हैं जिससे कि दिल की बीमारी से आराम मिलता है आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।
  • ‌‌‌इसके अलावा हर्ट के फुले हुए हिस्से के अंदर अल्कोहल डाला जाता है जिससे कि उस हिस्से के अंदर रक्त का बहाव शूरू हो जाता है आपको इसके बारे मे भी पता होना चाहिए ।
  • असामान्य दिल की धड़कनो को ठीक करने के लिए डॉक्टर आपकी रक्त वाहिकाओं में से आपके हृदय तक कैथिटर डालते हैं और इसकी वजह से असामान्य दिल की धड़कन वाली कोशिकाओं का नाश हो जाता है।
  • ‌‌‌इसके अलावा डॉक्टर दिल की सर्जरी का सुझाव भी दे सकते हैं। इसके अंदर फूली हुई मांसपेशियों को निकाल दिया जाता है जिसकी वजह से दिल के अंदर खून का बहाव काफी ठीक हो जाता है आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।
  • कार्डियोमायोपैथी के कारण आपका हृदय आकार में बड़ा हो जाता है जिसकी वजह से हार्ट वाल्व ढंग से बंद नहीं हो पाते। इस कारण खून का बहाव पीछे की तरफ होने लग जाता है। इसकी वजह से भी काफी बड़ी समस्या हो सकती है।

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arif khan

‌‌‌हैलो फ्रेंड मेरा नाम arif khan है और मुझे लिखना सबसे अधिक पसंद है। इस ब्लॉग पर मैं अपने विचार शैयर करता हूं । यदि आपको यह ब्लॉग अच्छा लगता है तो कमेंट करें और अपने फ्रेंड के साथ शैयर करें ।‌‌‌मैंने आज से लगभग 10 साल पहले लिखना शूरू किया था। अब रोजाना लिखता रहता हूं । ‌‌‌असल मे मैं अधिकतर जनरल विषयों पर लिखना पसंद करता हूं। और अधिकतर न्यूज और सामान्य विषयों के बारे मे लिखता हूं ।