क्या है असुर विवाह राक्षस विवाह और पिशाच विवाह

इस लेख मे हम जानेंगे असुर विवाह( asura vivah) किसे कहते हैं ,राक्षस विवाह किसे कहते हैं ,पैशाच विवाह( pishach vivah) क्या है के बारे मे विस्तार से जानेंगे।असुर विवाह का नाम तो आपने सुना ही होगा । सुना होगा कि प्राचीन काल के अंदर असुर होते थे और वे असुर विवाह करते थे । असुर का मतलब होता है राक्षस राक्षस लोग जब किसी कन्या के साथ विवाह करते थे तो वही असुर विवाह होता था। हालांकि आपको यहां पर यह भी समझलेना चाहिए कि राक्षस क्या होता है ?

राक्षस ‌‌‌मतलब जो बुरे कार्य के अंदर संलग्न रहता है वही राक्षस होता है।हालांकि जन्म से कोई राक्षस नहीं होता है उसके गुण उसे राक्षस बना देते हैं। राक्षस का नाम सुनते ही हमारे दिमाग के अंदर बड़े बड़े सींग वाले इंसान आ जाते हैं लेकिन असल मे राक्षसों के सींग होना जरूरी नहीं होता है। आजकल बिना सींग के ही ‌‌‌राक्षस होते हैं।

असुर विवाह किसे कहते हैं asur vivah vivah kya hai

असुर विवाह किसे कहते हैं

‌‌‌असुर विवाह के अंदर कन्या को उसका मूल्य देकर खरीदा जाता है।उसकी इच्छा पर इसके बारे मे विचार नहीं किया जाता है। कि कन्या लड़के से शादी करना चाहती है या नहीं करना चाहती है। प्राचीन काल मे भी ऐसा होता था। कई पैसे वाले लोग कन्या की कीमत चुकाकर उसके साथ विवाह कर लेते थे ।

‌‌‌वर्तमान मे भी ऐसा हो रहा है।असुर विवाह वर्तमान मे भी होते हैं। जिसके अंदर लड़के वाले लड़की के बाप को कीमत देते हैं और उसके बाद लड़की की शादी करके ले जाते हैं। यह असुर विवाह होता है। इस प्रकार के विवाह के कई सारे भयंकर नुकसान होते हैं। जिनके बारे मे भी हम यहां पर विस्तार से चर्चा करने वाले ‌‌‌ हैं।

‌‌‌नहीं मिलती है ससुराल मे इज्जत

बहुत सी असुर विवाह करने वाली लड़कियों को ससुराल के अंदर इज्जत नहीं मिल पाती है। कारण यह है कि ससुराल वाले लड़की को हमेशा यह ताना देते रहते हैं कि उसको पैसा देकर लाया गया है। यदि जाना चाहती है तो पैसे दे पहले उसके बाद जाना । हालांकि कुछ लोग अच्छे भी होते हैं।

‌‌‌अधिकतर गरीब घर की लड़कियों का होता है असुर विवाह

हालांकि जिन लड़कियों के माता पिता बहुत अधिक गरीब होते हैं।और दो वक्त की रोटी तक नहीं जुटा पाते हैं । उनका इसी प्रकार से असुर विवाह होता है। अक्सर आपने देखा होगा कि लड़कियों को दलाल माता पिता को पैसा देकर खरीद कर ले आते हैं और उसके बाद ‌‌‌उनको किसी दूसरे इंसान हो बेच देते हैं।इस प्रकार का जो विवाह करते हैं । वह सारा असुर विवाह के अंदर ही आता है। हालांकि कई बार शादी की गई लड़कियां वापस अपने गांव मे भाग जाती है तो कई बार वे अपना घर बसा लेती हैं। और कई बार तो इसके अंदर बड़े गिरोह काम करते हैं जो लोगो को लूटने का कार्य भी करते हैं।

‌‌‌प्राचीन काल से अब तक असुर विवाह का स्वरूप

दोस्तों प्राचीन काल के अंदर असुर विवाह होता था।लेकिन उस समय अक्सर जिसको विवाह करना होता था । वह लड़की के माता पिता के पास जाता था और उनको स्वर्ण मुद्राएं देता था। जिसके बाद वे वे अपनी लड़की की शादी उस व्यक्ति से करने के लिए तैयार हो जाते थे।

‌‌‌लेकिन वर्तमान मे असुर विवाह का स्वरूप बदल गया है। अब अक्सर बिचौलिया लड़की के मां माप के पास जाता है और उसके बाद उनको पैसा देकर शादी के लिए मनाता है। वह इसके लिए  उनको 20 से 15 हजार रूपये तक देता है। आमतौर पर यहां पर असुर विवाह के लिए 50 हजार से लेकर लाखों खर्च करने पड़ते हैं। ‌‌‌असुर विवाह की खास बात यह होती है कि इसके अंदर लड़की की मर्जी नहीं होती है।यदि लड़की की मर्जी है तो यह असुर विवाह नहीं कहलाता है।

‌‌‌वर्तमान मे असुर विवाह के क्या फायदे हैं ?

यदि असुर विवाह की बात करें तो वर्तमान मे असुर विवाह के सबसे बड़ा फायदा यह है कि उन लोगों की इससे शादी हो रही है जिनकी शादी आम तरीके से नहीं हो पा रही है। या उनके लिए लड़की मिलनी मुश्किल हो रही है। ‌‌‌और इसमे से अधिकतर लोग ऐसे होते हैं।जो चालन चलन के अच्छे नहीं होते हैं या फिर उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होती है। हालांकि कुछ लोगों की उम्र बढ़ने से भी शादी नहीं हो पा रही है। उनके लिए यह विवाह सबसे अच्छा है।

‌‌‌असुर विवाह के क्या नुकसान हो रहे हैं ?

यदि बात करें असुर विवाह के नुकसान की तो असुर विवाह के अनेक नुकसान हो रहे हैं। सबसे पहला नुकसान तो यही है कि असुर विवाह की वजह से लड़कियों की खरीद फरोख्त हो रही है। बहुत सारी लड़कियों को उनकी मर्जी के खिलाफ या धोखा देकर उठाया जाता है और बाद मे उनको ‌‌‌बेच दिया जाता है।यह पूरी तरह से गलत है लेकिन कानून इसको रोकने मे काफी कमजोर हो चुका है। इसके अलावा कुछ लड़कियों से देह व्यापार करवाया जाता है।

 सिर्फ इतना ही नहीं है। कुछ गिरोह भी इसी आड़ मे काम करते हैं जो शादी के नाम से लोगों को लूटने का कार्य करते हैं। अक्सर आपने 5 दिन की दुल्हन वाली ‌‌‌कहानी तो सुनी ही होगी जिसके अंदर एक दुल्हन होती है जोकि शादी करती है और 10 दिन तक रहने के बाद फरार हो जाती है। गहने वहने सब कुछ लेकर और दुल्हा बेचारा देखता रहता है। इस प्रकार के कई केस पुलिस ने पकड़े हैं। ‌‌‌यह सारा खेल असुर विवाह के लिए ही तो चल रहा है। ‌‌‌वैसे देखा जाए तो असुर विवाह के फायदे कम हैं लेकिन नुकसान बहुत अधिक होते हैं।कई लोग तो इसको धंधा बनाकर बैठे हैं। और इससे काफी अच्छी व मोटी कमाई कर रहे हैं।

राक्षस विवाह किसे कहते हैं

असुर विवाह की तरह की राक्षस विवाह होता है।लेकिन इसके अंदर कन्या को बहला फुसलाकर विवाह किया जाता है। बहलाना फुसलाना कई तरीकों से हो सकता है। जैसे कई चीजों के बारे मे झूठ बोलकर विवाह करना । हालांकि इस विवाह के अंदर कन्या की अनुमति ‌‌‌हो सकती है। ‌‌‌इसी प्रकार से कन्या को रोती बिलखती या फिर जबरन उठाकर ले जाना भी राक्षस विवाह के अंदर आता है।

‌‌‌प्राचीन काल के अंदर राक्षस विवाह की एक रोचक कथा मिलती है जिसके बारे मे हम यहां पर उल्लेख करना उचित समझते हैं।भीष्म ने अपनी माता सत्यवति को यह वचन दिया था कि वे हस्तीनापूर के सिंहासन पर कभी नहीं बैठेंगे और आजीवन सिंहासन के प्रतिवफादार रहेंगे ।सत्यवती और शांतनु के दो पुत्र थे चित्रांगद और विचित्रवीर्य | पुत्रो के जन्म के कुछ समय बाद ही शांतनु का स्वर्गवास हो गया ।‌‌‌उस समय दोनो राजकुमार काफी छोटे थे तो भीष्म ने ही राज का कार्यभार संभाला था।चित्रांगद ने राज्य का राजभार संभाला लेकिन उसको अन्य राजाओं ने मार डाल । उसके बाद राज्य का राजभार विचित्रवीर्य ने संभाला लेकिन उसके अंदर राजा बनने का कोई भी गुण नहीं था। और वह हर समय नशे के अंदर रहता था। उसी समय काशी ‌‌‌के राजा ने अपनी तीन कन्याओं के लिए स्वयंवर का आयोजन किया लेकिन उन लोगों ने हस्तीनापूर के राजा को आमंत्रण नहीं भेजा ।

और यह बात भीष्म को अपमानजनक लगी और उन्होंने राजकुमारियों का बहला फुसलाकर अपहरण कर लिया लेकिन राजकुमारियों ने विचित्रवीर्य से विवाह करने से इंकार कर दिया और उसके बाद राजकुमारियों ने भीष्म से विवाह करने का अनुरोध किया लेकिन भीष्म ने माना कर दिया । बाद मे तपस्या करने पर भगवान शिव ने अम्बा को वरदान दिया कि अगले जन्म मे तुम ही भीष्म की मौत का कारण बनोगी ।

राक्षस विवाह किसे कहते हैं

‌‌‌प्राचीन काल के अंदर सिर्फ यह एक घटना ही नहीं है राक्षस विवाह है कि रावण ने सीता से विवाह करने की जो कोशिश की थी वह भी राक्षस विवाह के अंदर आता है। सीता को रावण ने धोखें से और छल से उठा लिया था। क्योंकि वह उससे विवाह करना चाहता था।

‌‌‌राक्षस विवाह का वर्तमान स्वरूप

अपहरण कर विवाह का नाम तो आपने सुना ही होगा । हालांकि लड़की का अपहरण करके विवाह की खबरे कम आती हैं लेकिन बिहार की तरफ लड़कों का अपहरण कर उनका विवाह करने की खबरे बहुत अधिक आती हैं। बिहार की तरफ पकड़ विवाह नाम से एक टर्म प्रचलित होती है जोकि राक्षस विवाह ‌‌‌का बदला हुआ स्वरूप हम कह सकते हैं।हालांकि यह एक अपराध है और इसके रिकोर्ड पुलिस स्टेशन के अंदर दर्ज हैं। इसमे होता यह है कि लड़की वाले ऐसे लड़कों पर नजर रखते हैं जोकि काफी अच्छे पढ़े लिखे हैं और अच्छा स्टेटस रखते हैं। शादी ब्याह के मौसम के अंदर ‌‌‌इन लड़कों का अपहरण कर लिया जाता है।और उसके बाद उनका जबरन विवाह कर दिया जाता है।

और जब सारी रस्मे पूरी हो जाती हैं तो लड़कों को आशीर्वाद देने के लिए बुलाया जाता है। इस मामले के अंदर लड़की वालों का काफी फायदा होता है। इसमे लड़की वाले जिम्मेदारी से मुक्त हो जाते हैं और उनका देहज का खर्चा भी ‌‌‌ नहीं लगता है। लगभग 50 फीसदी लड़कों का पकड़ विवाह हो जाता है। हालांकि इसके कई सारे नुकसान भी हैं। कारण यह है कि यह बेमेल विवाह होता है जिसके अंदर बहुत कम चांस होते हैं कि पति पत्नी की बनती हो ।

2013 में विवाह के लिए अपहरण के 2,922 मामले सामने आए थे, जबकि वर्ष 2012 में 3,007 युवक-युवतियों का उनकी मर्जी के खिलाफ विवाह के लिए अपहरण कर लिया गया था। वर्ष 2011 में यह आंकड़ा 2,326 था।

‌‌‌और इस प्रकार के पकड़ विवाह की सबसे बड़ी खास बात यह होती है कि शादी भी सामान्य शादियों की तरह मानी जाती है। लड़के वाले पुलिस के अंदर मुकदमा दर्ज करवाते हैं लेकिन लड़की का विवाह की बात सुनकर इसमे कोई कार्यवाही नहीं की जाती है और फिर अंत मे परिजन भी समझौता कर लेते हैं।

पकड़ुआ विवाह के किस्से यदि आप सुनेंगे तो दंग रह जाएंगे । बिहार मे लड़कों को छुपकर रहना पड़ता है। उनको डर रहता है कि कहीं कोई उनको उठाकर ना ले जाए और शादी के बंधन मे बांध ना दे । कई इस प्रकार के विडियो वायरल होते रहते हैं। हाल ही मे वैशाली के जन्दाहा का लोकडाउन के समय अपहरण कर लिया गया । लड़का बैचारा रोता चिल्लाता रहा लेकिन किसी ने उसकी एक भी ना सुनी । कुछ हथियारबंद लोग आए और एक गाड़ी मे बैठाकर ले गए । उसके बाद उसकी शादी करवादी । और धमकी दी की यदि लड़की को नहीं रखा तो गोली मारदेंगे। लड़का बैचारा रो रहा था लेकिन उसकी कोई ‌‌‌नहीं सुनने वाला होता है। और पुलिस भी इस प्रकार के मामलों मे लड़की वालों का साथ ही देती है।उसके बाद पुलिस स्टेशन मे भी एफआईआर दर्ज करवाई गई है लेकिन इसका कोई भी समाधान नहीं निकल सका है।

‌‌‌और इस प्रकार के मामले की सबसे बड़ी बात यह है कि पूरा परिवार पकड़वा का दंश झेलता है।यदि किसी लड़के की शादी कर दी जाती है और वह इस प्रकार की शादी को मानने से इंकार कर देता है तो फिर उसके घर अन्य किसी लड़की की शादी नहीं हो पती है । समाज का इतना अधिक दबाव होता है कि जबरन की गई शादी को लड़के ‌‌‌ को मानना ही होता है। इसके अलावा लड़के के पास कोई चारा नहीं होता है।

‌‌‌राक्षस विवाह के फायदे और नुकसान

वैसे देखा जाए तो राक्षस विवाह का जो वर्तमान स्वरूप बिहार के अंदर प्रचलित है वह लड़की वालों के लिए काफी फायदेमंद होता है। क्योंकि इसके अंदर लड़की वालों को देहज नहीं देना होता है। और एक अच्छा लड़का भी मिल जाता है।लेकिन सबसे बड़ा नुकसान लड़के वालों को होता ‌‌‌ है क्योंकि यहां पर लड़के को अपने मन पसंद की लड़की नहीं मिल पाती है। उसे जैसी लड़की मिलती है वैसे ही शादी करनी पड़ती है। और यदि लड़का ज्याद चूं चपड़ करता है तो फिर उसको पीटा भी जाता है। और सबसे बड़ी बात उसकी कहीं पर भी सुनवाई भी नहीं होती है।

‌‌‌लड़के पर इतना अधिक दबाव होता है कि शादी को मानने के अलावा उसके पास कोई भी चारा नहीं होता है। कारण यह है कि यदि वह शादी से इनकार करता है तो उसके घर के अंदर और लड़कियों की शादी नहीं हो पाती है।

‌‌‌पैशाच विवाह क्या होता है? pishach vivah

‌‌‌पैशाच का नाम सुनते ही हमारे दिमाग मे आता है।कि उसके सिर पर सींग होंगे और वह खून पीने वाला होता है। असल मे ऐसा नहीं है। कुछ इंसान ही पैशाच का काम करने मे लगे हैं जो अधिक खतरनाक हैं।सोई हुई,  घबराई हुई, मदिरापान की हुई, राह में जाती हुई लड़की के साथ बलपूर्वक दुष्कर्म करने के बाद उससे विवाह करना पिशाच विवाह है

‌‌‌आपने देखा होगा कि भारत मे हजारों रेप के मामले आते हैं ।और उसके अंदर न जानते कितने मामलों को तो यूं ही दबा दिया जाता है। भारत मे लड़कियों को मुंह नहीं खोलने के लिए कहा जाता है। लेकिन वर्तमान काल मे अनेक ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। जिसके अंदर लड़की का बलात्कार करने के बाद उससे शादी करली जाती ‌‌‌ है। पैशाच विवाह मे कई चीजें हो सकती हैं। जैसे पैशाच बना इंसान लड़की की खरीद फरोख्त कर सकता है और उसके बाद उसे जबरदस्ती संबंध बनाने को मजबूर कर सकता है।

‌‌‌पैशाच विवाह का वर्तमान स्वरूप

दोस्तों वर्तमान मे भी पैशाच विवाह एक्जीस्ट करता है। आपने देखा होगा जिन मामलों के अंदर लड़का पहले लड़की को जबरदस्ती उठाता है और उसके बाद उसका रेप करता है। और फिर उससे शादी कर लेता है। इस प्रकार के पैशाच विवाह मे बाद मे लड़की शादी करने को मजबूर हो जाती है। ‌‌‌कारण यह है कि जिस लड़की का रेप होता है।उसके बाद उससे कोई भी शादी करने के लिए तैयार नहीं होता है तो मजबूरन लड़की को उसी लड़की से शादी करनी पड़ती है।

‌‌‌राक्षस लोग मजे के लिए इस प्रकार से लड़की का अपहरण कर लेते हैं । वे अपहरण करने से पहले लड़की के बारे मे पूरी जानकारी एकत्रित करते हैं कि वह किस प्रकार से कहां जाती है? और उसके बाद वे उसका अपहरण कर लेते हैं। इस प्रकार के मामलों मे कई बार लड़की का रेप करने के बाद उसका विडियो राक्षस बनाते हैं और ‌‌‌फिर उसको बलैकमेल किया जाता है।लड़की मे इस प्रकार के लोगों से लड़ने की हिम्मत नहीं होती है तो वह उनके झांसे मे आ जाती है।

तो इस प्रकार से बाद मे जब रेपिस्ट या राक्षसों को लगता है कि अब कोर्ट उनको सजा देने वाला है बात बढ़ गई है तो फिर यही लोग लड़की से शादी कर लेते हैं और मामले को रफा दफा ‌‌‌ करने की कोशिश करते हैं।

हालांकि पैशाच विवाह कभी भी सही तरीके से सक्सेस नहीं हो सकता है क्योंकि यदि एक लड़की किसी पैशाच के साथ रहेगी तो वह बस उसका इस्तेमाल करेगा और अपना फायदा देखेगा । वह जीवन मे उस लड़की को कभी भी वैसे इज्जत और प्यार नहीं दे पायेगा जिसकी वो हकदार है।

‌‌‌पैशाच विवाह के फायदे

दोस्तों पैशाच विवाह के कोई भी फायदे नहीं है।इसके नुकसान ही नुकसान हैं। सबसे बड़ा नुकसान तो यह होता है कि इस प्रकार के मामलों मे लड़की के साथ रेप होता है। और रेप होने के बाद लड़कियां सुसाइड तक कर लेती हैं। और यदि वे शादी भी करती हैं तो फिर शादी उतनी अच्छी तरह से सैटल ‌‌‌ नहीं हो पाती है जितना की उसे समझा जाता है। ‌‌‌हालांकि भारत मे रेप का कानून सख्त नहीं होने पर इस प्रकार की घटनाओं के अंदर तेजी से बढ़ोतरी होती जा रही है।

‌‌‌पैशाच विवाह की कहानी

‌‌‌पैशाच विवाह क्या होता है? pishach vivah

वैसे यह एक कहानी नहीं है । वरन सच्चाई है। जिसको हमने एक रियल घटना से जोड़कर बनाया है।

एक शहर मे सायरा नामक एक लड़की अपने माता पिता के साथ रहती थी। उसका एक भाई सुरेश था। उनके पिता सरकारी विभाग के अंदर नौकरी करते थे और माता घर का काम करती थी। ‌‌‌सायरा अभी 15 साल की हुई थी तो उसकी खूबसूरती काफी बढ़ गई थी। जवान लड़की जब घर से निकलती है तो वैसे ही लोग उसके उपर लाइन मारना शूरू कर देते हैं। लेकिन वह डरी सहमी सी स्कूल के अंदर जाती थी और घर आ जाती थी ।

‌‌‌वैसे भी वह घरवालों को कभी भी नहीं बताती थी कि लोग उसके उपर लाइन मार रहे हैं। लेकिन उसने नोटिस किया कि पास मे रहने वाला मोहन उसे हमेशा से ही घुरता रहता है।हालांकि वह उसके पास कभी नहीं आया था। मोहन का घुरना सायरा को बहुत ही बुरा लगता था। क्योंकि वह सक्ल और सूरत से काफी अच्छा नहीं था।

‌‌‌एक दिन जब सायरा स्कूल से आ रही थी तो रस्ते मे मोहन मिल गया और बोला …..आओ बाइक पर बैठ जाओ जानेमन घर तक छोड़ आते हैं ।

……..चले जा यहां से वरना चिल्लाउंगी । सायरा गुस्से से बोली ।

……अरे तुम्हारी जवानी को हमे भी तो चखने दो ।

…..तू जाता है या मैं सबको बोलों ।

….ठीक है जाता हूं।

‌‌‌और उसके बाद मोहन वहां से चला गया।  इस वक्त सायरा डरी हुई थी। और वह इस प्रकार के बातों को किसी को बताकर घर के अंदर टेंशन नहीं बढ़ाना चाहती थी। आज उसका दिमाग इतना अधिक खराब था कि बिना पढ़े ही सो गई।

‌‌‌फिर कुछ दिन तक सायरा ने मोहन को नहीं देखा । उसे लगा की वह यहां से चला गया है। वह अपने मित्र से बात करती हुई बोली …..यार क्या करें एक मोहन नाम का लड़का काफी परेशान कर रहा है ।

…….तू डरा कर मत इस प्रकार से डरेगी तो कोई भी तूझे परेशान करेगा ।

……..पर आजकल वो नहीं दिखता । मैंने उसे ‌‌‌धमकाया था।

…..इस प्रकार के आशिक सिरफिरे होते हैं। और कुछ तो इतने अधिक पागल होते हैं कि अपनी जान तक देने लगते हैं। ‌‌‌अबकि बार दिखे तो चांटा मार देना ।

….ठीक है।

और कुछ दिन और बीत गए लेकिन मोहन नहीं दिखाई दिया । लेकिन एक दिन जब सायरा शाम को देर रात घर आ रही थी तो ‌‌‌ मोहन ने उसको पकड़ लिया और एक कोने मे ले जाकर अच्छी तरह से किस्स किया । सायरा कुछ नहीं कर पाई उसने कुछ फोटो खींची और धमकी देता हुआ बोला …….यदि किसी को बताया तो वायरल करदेंगे। हम तुम से प्यार करते हैं । बस तू हमारी है। हम दोनों के बीच अगर कोई आई तो काट देंगे ।

‌‌‌सायरा काफी डर गई और आंसू बहाते हुए घर आई लेकिन उसने किसी को नहीं बताया कि उसके साथ क्या हुआ । वह खुद मोहन को पसंद नहीं करती थी। लेकिन क्या कर पाती मोहन राक्षस था।

‌‌‌आज फिर सायरा ने कुछ नहीं खाया और ऐसे ही सो गई दूसरे दिन स्कूल जाने का मन नहीं था लेकिन स्कूल चली गई और जाते वक्त रस्ते मे मोहन ने सायरा को उठा लिया । सायरा ने चिल्लाने की कोशिश की लेकिन कुछ नहीं हो सका । गाड़ी के अंदर दो और लोग थे । सायरा का मुंह बांद दिया गया ।

…..अबे सुन रहे होना ‌‌‌यदि तुम लोगों ने इसको गलत नजर से देखा तो सीने मे गोली मार देंगे । मोहन ने पिस्टल लहराते हुए कहा थ।

…….पर भाई आपने तो कहा था कि तुम भी मजे लेना ।

…..कहां कहा था लेकिन अब मुझे इससे प्यार हो गया है। है ही इतनी खूबसूरत । अब इससे शादी करेंगे ।

‌‌‌इतना कहने के बाद वो दोनो लोग मुझे पकड़े हुए थे लेकिन दूर दूर हो गये शायद डर गये होगे । उसके बाद मुझे एक कोठी के अंदर लेकर जाया गया ।मेरे को पकड़ कर लाया गया ।

‌‌‌और फिर एक कमरे के अंदर बंद कर दिया गया ।

…..तू जानती है कि हम तुमसे कितना प्यार करते हैं। यदि भागने की कोशिश की तो ठीक नहीं होगा । समझी । ‌‌‌और उसके बाद मोहन रूम को बंद कर चला गया । मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूं लेकिन कुछ कर भी नहीं सकती थी। कुछ देर बाद मोहन आया और उसके हाथ मे ‌‌‌खाना था। …यह ले खाले खाना । उसने मेरा मुंह खोल दिया ।

…..चिल्लाने का कोई फायदा नहीं है। यहां पर कोई नहीं सुनने वाला है।

….मुझे भूख नहीं है। मैंने कहा था।

…….कोई बात नहीं रखदे जब भूख लगे तब खा लेना । और उसके बाद मोहन ने मेरे साथ वह सब कुछ किया जो पति और पत्नी के बीच होता है। ‌‌‌मुझे बहुत बुरा लगा लेकिन मैं कुछ कर भी नहीं सकती थी। मैंने मोहन को बहुत मना किया लेकिन वह नहीं माना । बार बार एक ही बात कहता रहा कि वह शादी करेगा । और जब मैं यह कहती कि मैं तुझे पसंद नहीं करती तो वह कहता कि कोई बात नहीं मैं तुझे पसंद करता हूं ।

‌‌‌और अब तो रोज ही मोहन मेरे साथ हमबिस्तर होने लगा था। इस प्रकार की आदत सी पड़ने लगी थी। अब मैंने भी विरोध करना बंद कर दिया था। क्योंकि इसका कोई फायदा नहीं था।

उधर घरवालों ‌‌‌को जब मैं नहीं मिली तो उन्होंने पुलिस के अंदर केस दर्ज करवा दिया ।पुलिस भी पूरी ताकत के साथ मुझे तलास कर रही थी लेकिन पुलिस मुझ तक नहीं पहुंच पाई । इस प्रकार से मोहन की कैद मे रहते हुए मुझे 15 दिन से भी अधिक बीत गया । अब इन सब चीजों की आदत पड़ गई।

‌‌‌यहां पर मुझे किसी तरह की पाबंधी नहीं थी । बस कमरे मे बंद रहना पड़ता था। मोहन का पता नहीं था वह कहां जाता था लेकिन बस शाम को ही लौटता था। और एक दिन जब मोहन घर पर नहीं था तो पुलिस आ गई ।

…….अंदर कोई है आवाज दें ।

………हां मैं हू सायरा ।

……दरवाजा दो बाहर से बंद है। चलो दरवाजा तोड़ ‌‌‌ देते हैं।

और उसके बाद पुलिस ने दरवाजे को तोड़ दिया । और मुझे उठाकर मेरे घर लेगए । घर जाने के बाद मेरी मां  मेरे पास आई और बोली क्या हुआ था बैठा ? मैंने सारी कहानी बतादी । और पुलिस के सामने मैंने बयान दिया कि मेरे साथ मोहन ने रेप किया है।

‌‌‌उसी दिन पता नहीं मोहन को कैसे पता चल गया और वह अपने कुछ लोगों के साथ मेरे घर आया और मेरे सामने आया ।

………देखो सायरा तुमने मेरे साथ गलत किया है।

…….तुमने मेरे साथ क्या सही किया है। ?

……..यदि तुमने मुझे ले जाने की कोशिश की तो मैं जान देदूंगी । इस बार मैंने एक बड़ा चाकू उठा लिया

———- ‌‌‌नहीं नहीं तू ऐसा मत कर तेरे बिना मैं कैसे रहूंगा । प्लीज तू जो कहेगी मैं करूंगा । बस अपना केस वापस लेले ।

……..मुझे मरना मंजूर है लेकिन तुझसे शादी नहीं ‌‌‌करूंगी ।

…….. ‌‌‌मैं जानता हूं तू जिदृी है लेकिन मैरे पास और कोई चारा नहीं था। ‌‌‌और वैसे भी अब तरे से कोई शादी नहीं करेगा ।सोच ले ।

‌‌‌इतना कहने के बाद मोहन वहां से चला गया । उधर मेरे घरवालों ने भी मुझसे भेदभाव करना शूरू कर दिया ।उनको लगता था कि इसमे मेरी गलती है। फिर मैंने मोहन को फोन किया । वह तुरंत ही गाड़ी लेकर आया और ‌‌‌ बोला ……क्या बात है पुलिस मुझे ढूंढ रही है।

…….मुझे अपना ब्यान वापस लेना है।

….मगर क्यों ?

……..क्योंकि अब मुझे तुमसे शादी करनी है। अब मैं मोहन के सारे दांव पेंच सीख गई थी। मोहन मुझे थाने के अंदर लेकर गया और केस को रफा दफा करा दिया ।

‌‌‌मुझे भी एहसास हो चुका था कि अब कुछ नहीं होने वाला है। यदि मोहन से शादी नहीं करती तो दूसरा कौन मुझे अपनाने को तैयार होता । उसके बाद मैं वापस उसी बंगले के अंदर आ गई । और वहीं पर रहने लगी । हालांकि ‌‌‌अब मोहन ने मेरे साथ जबरदस्ती करना भी बंद कर दिया था । क्योंकि यदि वह मेरे साथ जबरदस्ती करने की कोशिश भी करता तो यह सक्सेस नहीं हो पाता क्योंकि ‌‌‌उसका जवाब मे अच्छे से देना भी जानती थी।

‌‌‌इस शादी को मंजूरी देने के बाद मेरे घरवाले भी मुझसे नाता तोड़ चुके थे । लेकिन एक बात मुझे अच्छी तरह से समझ मे आ चुकी थी कि इस दुनिया के अंदर अकेला ही सब कुछ करना होता है। ‌‌‌यहां पर कोई भी आपका साथ नहीं देता है। बस सब दिखावा करते हैं। मेरे जैसे हालत बहुत सारी लड़कियों की होती है। लेकिन कुछ तो उनमे से सुसाइड कर लेती है। लेकिन सुसाइड करना अच्छा नहीं है। बेहतर है मुश्बितों से लड़ना । ‌‌‌यदि आपके साथ कोई रेप करता है तो इसमे गुनाह आपका नहीं है । लेकिन समाज हमेशा स्त्री को ही गुनाह की द्रष्टी से देखता है जैसे कि उसने बहुत बड़ा गुनाह कर दिया हो ।

असुर विवाह किसे कहते हैं ? राक्षस विवाह आदि के बारे मे विस्तार से जाना उम्मीद करते हैं कि आपको यह लेख पसंद आया होगा । यदि आपका कोई सवाल है तो नीचे कमेंट करें ।

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arif khan

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