tvam shabd roop त्वम शब्द रूप के बारे

‌‌‌ tvam shabd roop त्वम शब्द रूप के बारे मे हम आपको बता रहे हैं।  युष्मद् सर्वनाम, युष्मद् सर्वनाम के तीनों लिंगो में रूप एकसमान होते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और इसके अंदर सर्वनाम का संबोधन नहीं होता है। इसकी लिस्ट हम आपको नीचे दे रहे हैं आप लिस्ट को देख सकते हैं।

tvam shabd roop ‌‌‌त्वम शब्द रूप

विभक्तिएकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथमात्वम्युवाम्यूयम्
द्वितीयात्वाम्युवाम्युष्मान्
तृतीयात्वाययुवाभ्याम्युस्माभिः
चतुर्थीतुभ्यंयुवाभ्याम्युष्मभ्यम्
पंचमीत्वत्युवाभ्याम्युष्मत्
षष्ठीतवयुवयोःयुष्माकम्
सप्तमीत्वयियुवयोःयुष्मासु

‌‌‌दोस्तों इसके लिए हम आपको एक कहानी बता रहे है। एक गांव के अंदर दो दोस्त रहा करते थे ।दोनो इंसान काफी अच्छे दोस्त थे । उनका घर पास मे ही था तो दोनों अक्सर अकेलापन को काटने के लिए एक दूसरे के पास आ जाया करते थे । इस तरह से उनका दिन काफी अच्छे से कट जाता था । और सब कुछ बेहतर तरीके से काम करते ‌‌‌ थे । इसके अलावा आपको बतादें कि यह दोनों दोस्त मेहनत मजदूरी का काम करते थे । और इसकी मदद से ही अपना पेट पालते थे । सब कुछ अच्छा चल रहा था ।और दोनों दोस्तों के बीच मे किसी भी तरह का विवाद नहीं था।

tvam shabd roop ‌‌‌त्वम शब्द रूप

‌‌‌कुछ दिन यूं ही बीत गए और उसके बाद सोना और मोनू की शादी के बारे मे बातें चलने लगी । लेकिन सोनू की तो शादी हो गई लेकिन मोनू की अभी भी शादी नहीं हुई थी। सोनू की शादी हो जाने के बाद मोनू ने घर पर आना बंद कर दिया । और उसके बाद कुछ दिन यूं ही बीत गए । जब मोनू घर पर नहीं आया तो सोनू एक दिन मोनू के ‌‌‌ घर पर गया और बोला कि यार तू आजकल हमारे घर पर नहीं आता है । इसका क्या कारण है ? तो मोनू ने कहा कि यार अब घर पर जाना अच्छा नहीं लगता है। और घर के अंदर भाभी आ गई है तो रोज रोज जाना ठीक नहीं लगता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌लेकिन उसके बाद भी सोनू मोनू को अपने घर ले गया और उधर पहली बार जब सोनू की पत्नी ने मोनू को देखा तो वह उसे बहुत अधिक पसंद आ गया । और उसने मोनू को इशारा किया और हंस हंस कर बात करने लगी । मोनू को यह सब बुरा लग रहा था । लेकिन वह कुछ नहीं बोला ।

‌‌‌उसके बाद मोनू कुछ समय रूका और चला गया उधर सोनू की पत्नी मोनू को काफी अधिक पसंद करने लगी थी तो वह कई बार खुद की मोनू के घर अकेली ही चली जाती थी। और उसके बाद मोनू के चिपकने की कोशिश करती थी। लेकिन मोनू उसे दूर कर देता था। यह  वह तब करता था जब सोनू घर पर नहीं होता था । इसकी वजह से ‌‌‌मोनू काफी अधिक परेशान हो गया तो एक दिन सोनू को मोनू ने बुलाया और कहा कि भाई तेरी पत्नी मेरे साथ गलत करने की कोशिश कर रही है मुझे लगता है कि उसका करेक्टर ठीक नहीं है। लेकिन सोनू ने कहा कि नहीं यार यह बस तुझे ही लगता है।

‌‌‌और उसके बाद भी मोनू के घर सोनू की पत्नी आ गई और उसके बाद ब्लैकमेल करने लगी । कि यदि आज मोनू ने उसके साथ कुछ वक्त नहीं बीताएगा तो वह यह इल्जाम लगादेगी कि मोनू ने उसके साथ जबरदस्ती की है। इसकी वजह से मोनू काफी अधिक परेशान हो गया ।

‌‌‌और फिर यूं ही सोनू की पत्नी मोनू के घर आने लगी । और एक दिन सोनू ने दोनों को आपसे मे चिपके हुए देख लिया । जिससे कि सोनू को यह लगा की मोनू उसके साथ गलत कर रहा है। बस उसके बाद उसने एक कुल्हाडी उठाई और मौनू को मारने के लिए दौड़ा मोनू ने कहा कि उसकी कोई गलती नहीं है गलती उसकी पत्नी की है। ‌‌‌लेकिन सोनू गुस्से के अंदर था तो उसने मोनू की एक भी नहीं सुनी और मोनू को मार दिया । और वहीं पर दफनादिया ।उसके बाद क्या था कुछ दिन यूं ही बीत गए । और सोनू की पत्नी फिर किसी युवक के साथ हो गई और उसके घर जाने लगी ।

‌‌‌सोनू ने उसको इस तरह से किसी के घर जाने से रोका तो वह उल्टा सोनू पर ही भड़क उठी । उसके बाद एक दिन सोनू की पत्नी को उसने उस युवक के साथ गलत स्थिति के अंदर देख लिया तो वह अब सब कुछ खेल समझ चुका था । उसे समझ आ गया था कि उसके दोस्त मोनू सही कहा था

‌‌‌और यह महिला की काफी घटिया चरित्र की है। बस उसने अबकी बार उस युवक को जाने दिया और अपनी पत्नी को मौत के घाट उतार दिया और वहीं पर दफनादिया ।उसके बाद शराब पीने लगा । दोस्तों यह कहानी इस बात को बताती है कि जीवन के अंदर यदि आप कुछ करते हैं तो फिर आपको समझना होगा कि आप सही कर रहे हैं।

‌‌‌क्रोध के अंदर आपको कोई भी फैसला नहीं लेना चाहिए । यदि आप क्रोध के अंदर कोई भी फैसला लेते हैं तो उसकी वजह से नुकसान हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इसलिए जो कुछ भी आप कर रहे हैं आपको सबसे पहले उसके बारे मे अच्छी तरह से सोच लेना चाहिए ।

‌‌‌यदि आप अच्छी तरह से नहीं सोचते हैं तो यह आपके लिए ही हानिकारक होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और यही आपके लिए सही होगा ।

‌‌‌यदि सोनू मोनू की बात को मान लेता है और उसके बाद अपनी पत्नी पर नजर रखता तो उसे मोनू को खोना नहीं पड़ता। इस तरह के दोस्त बहुत ही मुश्किल से मिलते हैं जोकि सच्चे होते हैं और आजकल तो इस तरह के दोस्तों का मिलना और ही कठिन होता है आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा । आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌इसलिए आप जो कुछ भी कर रहे हैं आपको सही तरह से करना चाहिए । सोच समझ कर यदि आप कोई कार्य करते हैं तो वह कभी भी गलत नहीं होता है।

‌‌‌लेकिन यदि आप बिना सोचे समझे कोई काम करते हैं तो वह गलत होने के चांस काफी अधिक होते हैं। आप इस बात को समझ सकते हैं।

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arif khan

‌‌‌हैलो फ्रेंड मेरा नाम arif khan है और मुझे लिखना सबसे अधिक पसंद है। इस ब्लॉग पर मैं अपने विचार शैयर करता हूं । यदि आपको यह ब्लॉग अच्छा लगता है तो कमेंट करें और अपने फ्रेंड के साथ शैयर करें ।‌‌‌मैंने आज से लगभग 10 साल पहले लिखना शूरू किया था। अब रोजाना लिखता रहता हूं । ‌‌‌असल मे मैं अधिकतर जनरल विषयों पर लिखना पसंद करता हूं। और अधिकतर न्यूज और सामान्य विषयों के बारे मे लिखता हूं ।