अपनी trading psychology के अंदर सुधार करने के 23 टिप्स

trading psychology in hindi के बारे मे विस्तार से जानें । trading psychology असल मे एक सक्सेसफुल ट्रेडर बनने मे मदद करती है। यदि आपको अनुभव हो चुका है , तो फिर आपको trading psychology  को डवलप करना होगा । यदि आपके पास कोई सही trading psychology नहीं है , तो कोई फायदा नहीं होगा । आपको मार्केट के अंदर लोस ही होगा । trading psychology  का अर्थ होता है , आपको अपने माइंड को रूल्स पर सेट करना होगा । यदि आप ट्रेडिंग के अंदर सफल होना चाहते हैं , तो आप जो भी रूल बनाते हैं , आपको अपने दिमाग को उन रूल्स पर सैट करना होगा । याद रखें trading psychology  के अंदर कुछ रूल्स होते हैं। यदि आप उनको फोलो करते हैं , तो फिर आप एक सक्सेसफुल ट्रेड बन सकते हैं। असल मे क्या होता है कि जब हम नए नए शेयर मार्केट के अंदर प्रवेश करते हैं , तो फिर हमारे अंदर कई सारी कमियां होती हैं। और उन कमियों को सुधारने के लिए हम निरंतर काम करते हैं। असल मे पैसा तो आपके पास आ ही जाता है , बस trading psychology  आपके पास नहीं होती है। तो यदि आप उसको धीरे धीरे डवलप कर लेते हैं , तो आपको सफल होने से कोई भी नहीं रोक सकता है। trading psychology को डवलप करने के कई सारे तरीके होते हैं। मगर हम आपको यहां पर कुछ टिप्स दे रहे हैं , जोकि आपको मैंटली रूप से मजबूत बनाने का काम करेंगे ।

Table of Contents

लोस लेने पर ज्यादा फोक्स करें 

trading psychology in hindi

दोस्तों माना कि हम शेयर मार्केट के अंदर प्रोफिट कमाने आए हैं । लेकिन हमारे साथ समस्या यह है कि हम सिर्फ प्रोफिट चाहते हैं। हम लोस लेना नहीं चाहते हैं। और यही विचारधारा हमारी trading psychology को बिगाड़ने का काम करती है। क्योंकि हम जब लोस के अंदर चले जाते हैं , तो काफी परेशान और दुखी हो जाते हैं। लेकिन जब आप किसी शेयर के अंदर पोजिशन बनाते हैं , तो सबसे पहले यही सोच कर बनाएं कि लोस हमें लेना है। मतलब मैं यहां पर चाहता हूं कि मार्केट मुझे इतना लोस देदे तो मैं खुशी से लेलूंगा । मुझे लॉस बहुत पसंद है।

trading psychology मे यदि आप यह सही तरह से निर्धारित कर लेते हैं , कि आपको यहां पर लोस लेना है , तो आपको फिर फायदा लेने से कोई रोक नहीं सकता है। क्योंकि मार्केट आपको हर बार फिर फायदा ही देकर जाएगा । क्योंकि आप मार्केट को देने के लिए तैयार हैं ।

trading psychology को सुधारने के लिए आपको यह करना चाहिए कि आप  लोस लेने के लिए मार्केट मे इंटर हों । प्रोफिट तो आपको अपने आप ​मिल ही जाएगा ।

मार्केट को प्यार से काटें जबरदस्ती नहीं

दोस्तों बहुत से लोग क्या करते हैं , कि मार्केट को हलाल करने लग जाते हैं। और वे सब जोश मे आकर करते हैं। और यही उनकी सबसे बड़ी गलती होती है। मार्केट के सामने जोश काम नहीं करता है। जोश मे जब आप आते हैं , तो आप अपने होश खो देते हैं। और जब होश खो देते हैं तो trading psychology  आपकी बुरी तरह से खत्म हो जाती है। इसलिए मार्केट के साथ जबदरस्ती यदि आप करेंगे तो trading psychology  आपकी बुरी तरह से बिगड़ जाएगी । मतलब आपकी मानसिक स्थिति खराब होगी ।लेकिन ​लेकिन यदि आप मार्केट को प्यार से हलाल करेंगे , तो उसके बाद क्या होगा , आप यहां पर पैसा बना लेंगे । याद रखें आप मार्केट को जबरदस्ती मात नहीं दे सकते हैं। क्योंकि जब आप जबरदस्ती करते हैं , तो सही निर्णय से चुक जाएंगे ।

trading psychology मे सुधार करने के लिए अपने इमोशन को कूड़ेदान मे फेंक दे

दोस्तों मार्केट के अंदर आपको इमोशन की कोई वैल्यू नहीं होती है। आप इस बात को अच्छी तरह से समझ लें । यदि आप यहां पर अपने इमोशन को दिखाते हैं , तो फिर आपको कुछ भी फायदा नहीं होने वाला है। उल्टा आपका लोस ही होगा । चाहे कुछ भी हो जाए । यदि आप मार्केट के अंदर इंटर हो चुके हैं , तो लोस हो या फायदा ज्यादा खुशी आपको नहीं दिखानी चाहिए । और खास कर लोस होने पर आपको अपने इमोशन पर कंट्रोल करना होगा । जोश जोश के अंदर या फिर अपने लोस को रिकवर करने के चक्कर मे यदि आप उल्टा सीधा ट्रेड लेते हैं , तो आपको नुकसान ही होगा ।

अक्सर मेरे साथ भी कई बार हुआ है , जब मैंने लोस को रिकवर करने का प्रयास किया जोश जोश मे तो उस लोस को रिकवर करने के चक्कर मे और अधिक नुकसान कर बैठा , तो लोस को रिकवर करने के चक्कर मे आपको उल्टा सीधा ट्रेड लेने से बचना होगा । और य​ह आप तभी कर सकते हैं , जब आप अपने इमोशन को कंट्रोल करेंगे । एक तरह से यहां पर सारा खेल माइंड सेट का होता है। यदि आपका माइंट सेट सही है , तो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है।

कितना लोस आपको लेना है पहले तय करें

यदि आप चाहते हैं कि आपकी trading psychology को यदि आप बिगाड़ने से बचाना चाहते हैं , तो फिर आपको यह तय करना होगा कि आप किस ट्रेड मे कितना लोस आप ले सकते हैं। और उससे अधिक लोस आप नहीं ले सकते हैं। तो ऐसी स्थिति के अंदर जब आपको उतना लोस हो जाएगा , तो आपकी trading psychology  खराब नहीं होगी । क्योंकि आपने जो पहले सोचा था वैसा ही हुआ है। असल मे trading psychology  तब डिस्ट्रोय हो जाती है , जो आप सोचते हैं , और उसका उल्टा हो जाता है , तब trading psychology की वाट लग जाती है।इसलिए हमने आपको उपर पहले ही बता चुके हैं , कि ट्रेडिंग साइकलोजी को सही करने के लिए पहले लोस फिक्स करें ।

trading psychology एक दिन मे पैदा नहीं की जा सकती

trading psychology को डवलप करने मे काफी समय लगता है। लेकिन आजकल क्या होता है कि सब कुछ स्पीड अप हो चुका है। ऐसी स्थति के अंदर अधिकतर लोग यही सोचते हैं , कि किसी भी तरह से पैसा बना लिया जाए । इसके चक्कर मे वे ट्रेडिंग के अंदर आते हैं , और आपको पता ही है कि एक सही trading psychology के बिना कोई इंसान पैसा नहीं कमा सकते हैं। भले ही वह कितना भी अनुभवी क्यों ना हो । हमारे एक जानकारी के साथ ऐसा हुआ कि उसने धीरे धीरे ट्रेडिंग की और मार्केट ने उसको कुछ दिन मे ही एक लाख रूपये देदिया । और वह ओवर कॉन्फीडेंश मे आ गया । तो उसने अधिक कमाने के चक्कर मे और पैसा लगाया और उसके बाद 3 लाख उसका डूब गया । यह सब क्यों होता है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि हमारी trading psychology  सही नहीं है। इसकी वजह से यह सब होता है।

असल मे क्या होता है , कि आपका माइंड सेट धीरे धीरे तैयार होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि आप यह सोच रहे हैं कि आपका माइंड सेट एक दिन मे तैयार हो जाएगा , तो आप बहुत बड़ी गलती कर रहे हैं।

लोस से डरें नहीं एन्जोय करें

दोस्तों यदि आपने स्टॉप लॉस लगा दिया है , और आपके ट्रेड मे इंटर होने के बाद भी लोस दिखा रहा है , तो आपको डरने की जरूरत नहीं है। आप यदि प्रोपर नियम को फोलो कर रहे हैं , तो आपको एंजोय करना चाहिए । और लोस को देखकर यह नहीं सोचना चाहिए कि क्या हो गया है ? मैं तो फायदा करने आया था यहां पर तो आते ही नुकसान हो रहा है। बहुत से लोग क्या करते हैं , कि शेयर मामूली लॉस मे चले जाते हैं , तो वे निकाल लेते हैं। और डर जाते हैं । ऐसी स्थिति के अंदर आपको डरना नहीं है। इंतजार करना होगा ।

प्रोफिट को पचाने की आदत विकसित करें

दोस्तों trading psychology का यह सबसे महत्वपूर्ण पार्ट होता है। असल मे क्या है कि हम बड़ा बड़ा लोस लेने के लिए तैयार हो जाते हैं। लेकिन जैसे ही दो रूपये प्रोफिट दिखता है , हम लेकर भाग जाते हैं । मतलब यही है कि जब प्रोफिट करने का समय आता है , तब हम भाग जाते हैं , जोकि हमारी सबसे बड़ी गलती होती है। जब आपको प्रोफिट मिल रहा है , तो आपको उसे हाशिल करना चाहिए । प्रोफिट को आपको पचाने की आदत को विकसित करना होगा । यदि आप प्रोफिट को पचाने की आदत नहीं डालते हैं , तो फिर आप भले ही अच्छे ट्रेड करें । लेकिन आप अधिक पैसा नहीं कमा सकते हैं। लोस आप छोटा लें लेकिन प्रोफिट जितना बड़ा हो सके । उतना बड़ा लेने की कोशिश करें ।

अपनी साइकलोजी को इस तरह से विकसित करें कि यदि आपको लगता है कि यहां पर अच्छा मूमेंट आ सकता है , तो फिर आपको अपने मूमेंट का पूरा फायदा उठाना चाहिए । जैसे कि आपने बैंक आफ बड़ोदा के 100 शेयर खरीदे और आप इसके अंदर 100 रूपये लोस लेने के लिए तैयार हैं। अब आप देखते हैं कि इसका एक रूपये बढ़ गया तो यदि आपको लगता है , कि इसका एक रूपया और बढ़ सकता है , तो आपको बस इसका इंतजार करना होगा । अब इसके जैसे ही 2 रूपये बढ़ जाते हैं। आपको इसको बेच देना होगा ।

इस तरह से बड़े प्रोफिट को हज्म करने की साइकलोजी पर काम करें ।

ग्रूप मे ट्रेडिंग करने से trading psychology  स्टॉंग होती है

trading psychology in hindi

दोस्तों ग्रूप मे यदि आप ट्रेडिंग करते हैं , तो इसकी वजह से आपकी ट्रेडिंग साइकलोजी स्ट्रॉंग होती है। अब आप पूछेंगे कि ऐसा कैसे होता है ? तो इसके पीछे का रिजन यह होता है, कि जब बहुत सारे लोग एक ही पोजिशन के अंदर ट्रेड कर रहे होते हैं , तो आपको फिर डर नहीं रहता है , और आपके अंदर आत्मविश्वास अपने आप ही आ जाता है। और यही आत्मविश्वास आपको प्रोफिट दिलाने मे मदद करता है। इसलिए यदि आप कई सारे लोगों के साथ ट्रेड करते हैं , तो आप खुद की साइकलोजी के अंदर काफी हद तक सुधार कर सकते हैं।

ग्रुप ट्रेडिंग के अंदर हर इंसान का माइंड सेट अलग प्रकार का होता है , और कुछ इंसान trading psychology   के मामले मे अच्छे होते हैं। और आपको उनकी trading psychology   का पूरा फायदा मिलता है। इसकी वजह से आपको फायदा होता है।

दिन मे 1 से 2 ट्रेड लेने की मैंटेलिटी विकसित करें

दोस्तों ट्रेड सीमित होना जरूरी होता है। और यह भी एक तरह से ट्रेडिंग साइकलोजी का हिस्सा होता है। इसलिए आपको चाहिए कि आप दिन मे 1 से 2 ट्रेड ही लें । यही बहुत अधिक जरूरी है। क्योंकि यदि आप बार बार ट्रेड लेंगे , तो आपकी साइकलोजी पूरी तरह से खराब हो जाएगी । और आपको लोस होगा । ओवर ट्रेडिंग भी trading psychology   के सही नहीं होने की वजह से होती है। इसलिए आपको यह रूल बनाना होगा कि  आपको दिन मे बस दो ट्रेड करने हैं , चाहे आपको लोस हो या फिर फायदा हो । आप दिन मे दो ट्रेड से अधिक ट्रेड नहीं करेंगे ।

trading psychology  यदि आप सही तरह से विकसित कर लेते हैं , तो फिर आपको रूल को तोड़ना नहीं चाहिए ।यदि आप रूल को तोड़ते हैं , तो फिर आपको नुकसान ही होगा । किसी भी तरह का फायदा आपको नहीं मिलेगा । कई बार यह देखा गया है , कि ओवर ट्रेडिंग के चलते बार बार स्टॉप लॉस हिट होता है , और हम फिर से उसी ट्रेड के अंदर इंटर करते हैं। और इस तरह से अपना लोस काफी बड़ा करते हुए चले जाते हैं।

trading psychology  के लिए अपने कुछ रूल्स बनाएं

trading psychology को यदि आप सही करना चाहते हैं , तो आपको अपने अनुभव से कुछ रूल्स को बनाना होगा । और अपने अनुभव से यदि आप रूल को बनाते हैं , तो इससे बहुत बड़ा फायदा होगा । और इन रूल को आप अपने ट्रेडिंग रूम के अंदर लगा सकते हैं। एक बार ट्रेड करने से पहले आपको इन रूल को पढ़ लेना होगा । और उसके बाद ही ट्रेड लेना होगा ।

इसका यह फायदा होगा , कि आप जो बार बार गलतियां कर रहे हैं , उन गलतियों को करना आप बंद कर देंगे। जोकि आपके लिए अच्छी बात होगी । और ऐसा करने से आपके दिमाग को कुछ सीमाएं और संकेत मिलेंगी , तो वह उनके उपर काफी अच्छे से फोक्स कर पाएगा । लेकिन इन रूल्स को फोलो करना इतना आसान नहीं होगा । आपको अभियास करने की जरूरत होगी ।

trading psychology  के लिए एक ​दिन लोस होने पर निराश ना हों

दोस्तों यदि आप शेयर मार्केट के अंदर आए हैं , तो फिर आपको लोस तो होगा ही इसके अंदर कोई शक नहीं है। लेकिन यदि आपको एक दिन या दो दिन लोस होता है , तो उससे आपको निरास नहीं होना चाहिए । कारण यह है कि जब आप निराश होते हैं , तो उसकी वजह से आपकी trading psychology काफी अधिक खराब हो जाती है। आप इस बात को समझ सकते हैं। , तो लोस बस आपको छोटा लेना है , और प्रोफिट काफी बड़ा लेना है। इसी trading psychology  के साथ आपको काम करना होगा । महिने के अंत मे आपको नेट फायदा होना चाहिए ।

शेयर बाजार के अंदर इमोशन का कुछ नहीं बंटता है

दोस्तों आपको पता ही है कि शेयर बाजार के अंदर इमोशन का कुछ बंटता नहीं है। तो बेहतर यही होगा कि आपको अपने इमोशन को त्याग देना चाहिए । बस आपको ट्रेडिंग करते समय कुछ समय के लिए बिना इमोशन के हो जाना है। क्योंकि इमोशन यदि आपके पास होते हैं , तो लोस होने पर आप बहुत ही गलत निणर्य लेते हैं , तो फिर आपको अपने इमोशन पर काबू करना चाहिए ।तभी आप सही ट्रेड का चुनाव कर सकेंगे वरना तो आपको घाटा होने के चांस काफी अधिक बढ़ जाएंगे । आप इस बात को समझ सकते हैं।

अपने रूल्स को पूरी तरह से फोलों करें

दोस्तों शेयर बाजार के अंदर अपने रूल्स को फोलों करना काफी अधिक जरूरी होता है। यदि आप अपने रूल्स को फोलो नहीं करते हैं , तो आपको लोस होगा । आपको एक माइंड सेट तैयार करना होगा कि आप बस सारे रूल्स को फोलों करेंगे । और आपको यह भी बतादें कि रूल्स को फोलो करना इतना आसान कार्य नहीं होता है। इसके अंदर काफी अधिक समय लगता है।

यदि आप रूल्स को फोलो करते हैं , तो आपका लोस होने के चांस काफी अधिक कम हो जाते हैं , आप इस बात को अच्छी तरह से समझ लें ।

लगातार घाटे के बाद ब्रेक जरूर लें

दोस्तों आपको पता ही है कि शेयर बाजार के अंदर एक बड़ा मूमेंट को कैप्चर करना काफी अधिक कठिन होता है। और इसकी वजह से बार बार लोस होता है। अब यदि आपको भी बार बार लोस हो रहा है , तो फिर आपको ट्रेडिंग से कुछ समय के लिए ब्रेक लेना चाहिए । और एक बार जब आप ब्रेक लेते हैं , तो आपका तनाव काफी कम हो जाता है। और आपके मन को शांति मिल जाती है। उसके बाद जब आपका दिमाग पूरी तरह से शांत हो जाता है , तो फिर से आप ट्रेडिंग के अंदर उतर सकते हैं।

लेकिन बहुत से लोग क्या करते हैं कि बार बार घाटा होने के बाद भी ट्रेड करते रहते हैं। तो यदि आप भी ऐसा ही कर रहे हैं , तो आपको सबसे पहले समझना होगा । और घाटा होने के बाद आपको ब्रेक लेना चाहिए । तभी आपको कुछ फायदा हो सकता है।

अपने जॉब को कभी ना छोड़ें

दोस्तों ट्रेडिंग की मदद से आप पैसा कमा सकते हैं। लेकिन यह तभी हो सकता है , जब आप इसको समय देते हैं। और इसके अंदर समय काफी अधिक लगता है। ऐसा नहीं होता है कि आज ही आप ट्रेड करने उतरे और आज ही आपको फायदा हो गया । असल मे फायदा करने के लिए आपको अभियास और सीखने पर फोक्स करना पड़ेगा । तो कुल मिलाकर हम कह सकते हैं कि आपको अभी जॉब की जरूरत है। ट्रेडिंग के अंदर उतरते ही आपको जॉब को नहीं छोड़ना चाहिए । वरन जब आप अच्छा पैसा कमाने लग जाएं तो उसके बाद आप जॉब को छोड़ सकते हैं। यदि आप पहले ही जॉब छोड़ देंगे , तो आपको अपने घर को चलाने मे काफी अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ेगा । आप इस बात को समझ सकते हैं।

और जब आपके पास घर चलाने के लिए ही पैसा नहीं होगा , तो उसके बाद आपके दिमाग पर दबाव बढ़ेगा और आप ट्रेड को लेने मे काफी अधिक गलतियां करेंगे । जिससे आपको कोई फायदा नहीं होगा । वरन आपको नुकसान ही होगा। इसलिए बेहतर यही है कि आपके पास एक जॉब होनी चाहिए । जिससे कि कुछ पैसा आता हो

, उसके बाद ही आपको ट्रेडिंग मे उतरना चाहिए ।

आपको लोस होना तय है इस बात को स्वीकार करें

दोस्तों जब हम शेयर मार्केट के अंदर उतरते हैं , तो हमारी यही सोच होती है , कि हम पैसा बना सकते हैं। और बनाएंगे । लेकिन आपको यह जानना भी काफी अधिक जरूरी है , कि आपको लोस होगा । आप हमेशा फायदे मे ही नहीं रहेंगे । आपको किसी दिन लोस भी होगा । आप इस बात को अच्छी तरह से समझ लें । तो यदि आप सोच रहे हैं कि आप बस हमेशा फायदे मे रहेंगे , तो आप गलत सोच रहे हैं। आपको अपनी हार को स्वीकार करना चाहिए । जब आप अपनी हार को स्वीकार कर लेते हैं , तो बहुत सारी समस्याएं तो ऐसे ही कम हो जाती हैं।

आपने माना कोई ट्रेड लिया और वह ट्रेड आपको नुकसान देकर चला गया , तो आपको इसके बारे मे आपको कुछ अधिक सोचने की जरूरत नहीं है। क्योंकि मार्केट के अंदर फायदा और नुकसान तो चलता ही रहता है। लेकिन नए लोगों के दिल पर यह काफी बुरा असर करता है।

अभ्यास से बड़ी कोई चीज नहीं है

दोस्तों यदि हम बात करें अभ्यास की तो ट्रेडिंग के अंदर अभ्यास से बड़ी कोई चीज नहीं है। आप इस बात को अच्छी तरह से समझ लें । आप जितना अधिक अभ्यास करेंगे । आपके सफल होने का चांस उतना ही अधिक बढ़ जाएगा । आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए । मतलब आपको चाहे मामूली फायदा हो रहा हो या फिर मामूली नुकसान हो रहा हो बस आपको अभ्यास करना चाहिए । और करते ही जाना चाहिए । जब आप अभ्यास करते हैं , तभी तो आप नई नई चीजों को सीखते जाते हैं। और आपको पता चलता है , किस स्थान पर आपको ट्रेड लेना है ? और किस स्थान पर आपको ट्रेड नहीं लेना है। असल मे मार्केट के अंदर यदि आपको एक बार यह पता चल जाता है , कि किस स्थान पर आपको ट्रेड नहीं लेना है , तो फिर आपको सब कुछ समझ मे आ ही जाता है।

हम मेसे अधिकतर लोगों की समस्या यही होती है ,कि हमें यह पता नहीं चल पाता है , कि किस स्थान पर हमको ट्रेड लेना चाहिए । या फिर किस स्थान पर हमको टेड नहीं लेना चाहिए ।

बायर और सैलर के मनोविज्ञान को समझें

दोस्तों trading psychology के अंदर आपको बायर और सैलर के मनोविज्ञान को समझना होगा । बायर क्या चाहते हैं , और सैलर क्या चाहते हैं। यह चीज आपको अच्छी तरह से समझनी होगी । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि आप मार्केट के अंदर सक्सेस होना चाहते हैं , तो आपको यह समझना होगा । नहीं तो आप नहीं सक्सेस हो पाएंगे । जैसे कि मार्केट गिर रहा है , अब यह कहां तक गिरेगा ? तो इसके बारे मे किसी को खास तौर पर पता नहीं होता है। और आप शॉर्ट करके बैठें हैं। अब ​यदि किसी पाइंट पर मार्केट रूकता है , वापस ग्रीन कैंडल बनाने लग जाता है , आप वेट करते हैं , और जैसे ही दो ग्रीन कैंडल बनाता है , आप मार्केट से निकल जाते हैं ,लेकिन तीसरी कैंडल मे मार्केट फिर से गिरने लग जाता है। कहने का मतलब यही है , कि आप बायर और सैलर की साइकलोजी को समझने का प्रयास करें । यदि आप इनकी साइकलोजी को ठीक तरह से समझने का प्रयास करेंगे , तो आपको सफलता जरूर ही मिलेगी ।

आपकी बाइंग के पीछे एक लॉजिक होना चाहिए

जैसा कि हमने आपको बताया कि स्टॉक मार्केट के अंदर बड़ा लॉजिक काम करता है। यदि आप कहीं पर कुछ भी खरीद रहे हैं , तो आपके दिमाग के अंदर एक लॉजिक होना चाहिए । यदि आपके दिमाग के अंदर कोई लॉजिक नहीं हैं , तो उसके बाद आप कभी भी कुछ भी नहीं कर सकते हैं। इसलिए अपने दिमाग को लॉजिकली आपको बनाना होगा । ऐसे नहीं कि आप गए और किसी भी शेयर को आपने खरीद लिया । यदि आप बिना किसी लॉजिक  के खरीदते हैं , तो आपको लोस ही होगा , इसके अंदर कोई भी शक नहीं है , आप इस बात को समझ सकते हैं। अपने ट्रेड को एनलाइज आपको करना चाहिए

दोस्तों एक अच्छा ट्रेडिंग मनोविज्ञान तभी विकसित हो सकता है , जब आप अपने ट्रेड को एनेलाइज करते हो । जैसे कि आपने कोई ट्रेड लिया और उसके अंदर आपको प्रोफिट हुआ , तो इसकी वजह क्या थी

 इसी तरह से यदि आपने कोई अन्य ट्रेड लिया , और उसके अंदर आपको लोस हुआ , तो इसकी वजह क्या थी , इन सब चीजों के बारे मे आपको विश्लेषण करना होगा , तभी आपको चीजों के बारे मे पता चलेगा । और एक तरह से आपके अंदर आत्मविश्वास भी आएगा ।

ट्रेड ​को पहले से ही तय करें

दोस्तो जब तक हम लोग एक पॉवर फुल मनोविज्ञान के साथ काम नहीं करेंगे , तब तक हम कभी भी सफल ट्रेडर नहीं बन सकते हैं। इस बात को हमें दिमाग के अंदर बैठा लेना चाहिए ।यदि आप ट्रेडिंग करने बैठते हैं , तो आपको सबसे पहले यह तय कर लेना होगा , कि आपको कितने ट्रेड लेनें हैं। और अपने ट्रेड का टारगेट क्या होगा , यदि आप यह सब चीजें पहले से ही डिसाइड कर लेते हैं , तो फिर कोई समस्या नहीं होगी । लेकिन यदि आप पहले से ही डिसाइड नहीं करके बैठें हैं , तो फिर समस्या होगी ।

क्योंकि उस स्थिति के अंदर आप असीमित ट्रेड करने लग जाएंगे । जिससे की कोई फायदा नहीं होगा । उल्टा आपको नुकसान हो सकता है , इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।

अक्सर सारे दिन ट्रेड करने से अच्छा है , कि बस आप एक ही ट्रेड करों । और वह भी पॉवरफुल वाला आपका काम हो जाएगा । और अच्छी कमाई भी होगी ।

अपनी इनकम के हिसाब से रिस्क लेना सीखें

असल मे दोस्तों शेयर मार्केट के अंदर बहुत अधिक कमाया जा सकता है। लेकिन आप यह तभी कर सकते हैं , जब आप कुछ बड़ा रिस्क लेते हैं।मगर यदि आपके पास पैसा कम है। तो आपको बड़ा रिस्क लेने से बचना होगा । नहीं हो आपका लोस होना पक्का होता है। जैसे कि आप महिने के 10000 कमा रहे हैं और 20 हजार लोस कर रहे हैं , तो इस स्थिति के अंदर आपकी साइकलोजी कभी भी सुधर नहीं सकती है। बेहतर यही होगा कि आपको इस तरह की चीजों को करने से बचना चाहिए । कम से कम लोस और अधिक से अधिक फायदा आपको होना चाहिए ।

सिर्फ आशा के सहारे जिंदा नहीं रह सकते हैं

दोस्तों यह ऐसे ही होगा , ऐसा हो ही नहीं सकता , जैसी चीजें शेयर बाजार के अंदर नहीं चलती हैं । यदि आप सोच रहे हैं , कि ऐसा हो सकता है , तो यह भी आपको लॉजिक के आधार पर कहना होगा । बिना लॉजिक के आप यह सब नहीं कह सकते हैं। इसलिए आप शेयर बाजार के अंदर आसा के सहारे जिंदा नहीं रह सकते हैं। आप इस बात को समझ कर ही चलें । यदि आप आशा के सहारे जिंदा रहने की सोच रहे हैं , तो यह बहुत ही गलत बात होगी । जैसा कि हमने आपको बताया कि शेयर बाजार के अदंर लॉजिक काम करता है। आशा का शेयर बाजार मे कोई काम नहीं होता है।

अधिक लालच आपके लिए घातक हो सकता है

दोस्तों यह मेरे साथ हुआ। असल मे हम ट्रेड सीख रहे थे तो भारतिये एयरटेल की 20 क्वांटिटी हमने ली । अब जब शेयर उपर गया , तो हम सोचने लगे कि और उपर जाएगा तो बेचूंगा । दो बार उपर गया लेकिन हमने बेचा नहीं । और उसके बाद नीचे आ गया एसएल हिट कर गया । तो दोस्तों लालच का कोई अंत नहीं होता है। यदि आपका लॉजिक कह रहा है , कि मार्केट गिरेगा तो फिर आपको तुरंत ही जितना मिल रहा है , उतना लेकर मार्केट से निकल जाना चाहिए । अधिक समय तक उसके अंदर बने रहने का कोई मतलब नहीं है। इस स्थिति के अंदर यदि आप अधिक समय तक बने रहते हैं , तो फिर आपको नुकसान ही होगा ।

Leave a Reply

arif khan

‌‌‌हैलो फ्रेंड मेरा नाम arif khan है और मुझे लिखना सबसे अधिक पसंद है। इस ब्लॉग पर मैं अपने विचार शैयर करता हूं । यदि आपको यह ब्लॉग अच्छा लगता है तो कमेंट करें और अपने फ्रेंड के साथ शैयर करें ।‌‌‌मैंने आज से लगभग 10 साल पहले लिखना शूरू किया था। अब रोजाना लिखता रहता हूं । ‌‌‌असल मे मैं अधिकतर जनरल विषयों पर लिखना पसंद करता हूं। और अधिकतर न्यूज और सामान्य विषयों के बारे मे लिखता हूं ।