koi gali de to kya karna chahiye ? tip ‌‌‌समझदार लोगों के लिए

‌‌‌इस लेख मे हम बात करने वाले हैं koi gali de to kya karna chahiye

दोस्तों गाली देना एक फैसन सा बन चुका है। और यदि आप एक लड़के हैं तो आपको पता ही होगा । जब आप कभी अपने यार दोस्तों के साथ जाते हैं। तो आपको बहुत बार गालियां मिलती हैं। भले ही यह सब मजाक होता है लेकिन गाली तो गाली ही होती है। आपको भी इनकी आदत पड़ जाती है। और आप भी प्रतिउतर मे उनको गालियां ‌‌‌देते हो ।बहुत बार तो ऐसा होता है कि मजबूरी के अंदर गाली देनी पड़ती है।

पहले जब मैं एक कम्पनी के अंदर काम करता था तो वहां पर एक लड़का काम करता था । वह बिल्कुल ही अपनढ था। जब कम्पनी का काम शूरू होता तब वह गालियां देना चालू करता और 8 घंटे तक गालियां देता रहता । ‌‌‌हालांकि वह किसी से लड़ता नहीं था।लेकिन बात बात पर गाली देना उसकी आदत बन चुकी थी। जब मैं उसके पास काम करता था तो मुझे भी उसकी बातो का जवाब देने के लिए वैसा ही करना पड़ता था।

जब कोई गाली दे तो क्या करना चाहिए

‌‌‌यदि मैं ऐसा न करता तो वह मेरे उपर हावी होने की कोशिश करता ।हालांकि मैं घर पर गाली नहीं देता था। और मेरे घरवालाओं को भी इस बात का पता नहीं था कि मैं गाली देता हूं कि नहीं ?

‌‌‌उसके बाद मैंने वह कम्पनी को छोड़ दिया था। और अब मैं किसी को भी गाली नहीं देता क्योंकि मैंने वह सब छोड़ दिया है। और ऐसे लोगों की मंडली के अंदर भी नहीं रहता जहां पर गाली दी जाती है। ‌‌‌आपको पता होना चाहिए कि गाली देने के बहुत सारे नुकसान होते हैं।सच मानो तो किसी भी इंसान को गाली नहीं देनी चाहिए और ना ही किसी का बुरा सोचना चाहिए ।

‌‌‌क्योंकि जो जैसा करता है वह वैसा ही भरता है ।यदि आप किसी को गाली देते हो और वह आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकता तो यह मत सोचना कि उसका फल आपको नहीं मिलेगा । ‌‌‌उसका फल आपको जरूर मिलेगा भले ही इसमे समय लग जाए लेकिन उपर वाले के घर मे देर है अंधेर नहीं है।

Table of Contents

‌‌‌ कोई गाली दे तो क्या करना चाहिए उसे उसके हाल पर छोड़दें

भगवान गीता के अंदर कहते हैं कि जो इंसान दूसरों को सताता है। गाली देता है या जो बुरे कर्म करता है । इन सभी कर्मों का फल उसे अवश्य मिलता है। एक इंसान होकर बुरे कर्म करता है तो उससे बड़ा मूर्ख कोई नहीं हो सकता है। ‌‌‌यदि वह आपको गाली देता है तो उसका यह कर्म भी रिकोर्ड हो रहा है और उसे इसकी भी सजा मिलती है इसमे कोई दो राय नहीं है। यदि आपको कोई गाली दे रहा है तो आप उसे उसके हाल पर छोड़दें और कहें कि हे ईश्वर आप अपनी संतानों को सम्हालो ।

‌‌‌यदि आप इस दौरान उसके बारे मे कुछ भी बुरा सोचते हैं तो वास्तव मे आप भी गलत रस्ते पर जा रहे हैं।यदि आप एक महान कर्मयोगी हैं तो आपको उसके बारे मे जरा भी बुरा नहीं सोचना चाहिए और गाली को भी सहज ही स्वीकार कर लेना चाहिए ।

‌‌‌यह काम तो सिर्फ कुछ लोग ही कर सकते हैं।हर इंसान ऐसा नहीं कर पाता है। यह वो इंसान होते हैं जो अपने मन को जीत चुके हैं । और उनको गुस्सा आता ही नहीं है ,जो मुक्ति की ओर बढ़ रहे हैं । और वे जानते हैं कि हर चीज सिर्फ वो ही है।

‌‌‌इस संबंध मे भगवान बुद्ध  की एक रोचक कहानी मिलती है। इस कहानी के अनुसार एक गांव के लोग भगवान बुद्ध के घोर शत्रु थे । जब भगवान उस गांव से गुजर रहे थे तो वहां के लोगों ने उनको घेर लिया और गंदी गालियां दी । ‌‌‌लेकिन भगवान बुद्ध ने सबको अनसुना करते हुए कहा कि यदि आपकी बात पूरी हो गई है तो मैं जाना चाहूंगा । वे बिल्कुल भी क्रोधित नहीं हुए । गांव वालों को यह देखकर बहुत आश्चर्य हुआ और वे   ‌‌‌बोले कि हमने कोई मीठे वचन नहीं कहे । हमने आपको गालियां दी उसके बाद भी आप क्रोध से क्यों नहीं भरे । आपने तो कोई प्रतिक्रिया ही नहीं दी ।

उसके बाद भगवान ने कहा कि आपने देर करदी यदि आप यही गाली कुछ समय पहले देते तो मैं क्रोधित होता ,मेरी आंखे लाल होती और मैं कुछ प्रतिक्रिया देता लेकिन अब मैं

‌‌‌उस स्टेज पर पहुंच चुका हूं कि भले ही आप मुझे गाली दें लेकिन मैं गाली लेता ही नहीं हूं और जब तक मैं गाली लूंगा ही नहीं तब तक आप चाहे कितनी भी गाली मुझे देदे मुझे कुछ होने वाला नहीं है।

‌‌‌इससे पिछले गांव के अंदर से जब मैं गुजर रहा था तो कुछ लोग मेरे लिए मिठाई लेकर आए और बोले की आप इनको ग्रहण करो लेकिन मैंने कह दिया कि मेरा पेट भरा हुआ है मैं इनको नहीं ले सकता हूं । ‌‌‌जब मैं लेना ही नहीं चाहूंगा तो कोई मुझे कैसे दे सकता है? जानते हो उसके बाद उन मिठाइयों का क्या हुआ होगा ?

‌‌‌फिर भीड़ के अंदर से आवाज आई कि उसके बाद उन मिठाइयों को उन लोगों ने अपने बच्चों को देदिया होगा ।

उसके बाद  भगवान ने कहा कि अब तुम गालियां लेकर तो आ गए लेकिन मैं इनको नहीं लूंगा तुम इनका क्या करोगे ? ‌‌‌और जब मैं लूंगा ही नहीं तो क्रोध का सवाल ही पैदा नहीं होता है। और मैं होश मे होते हुए यह सब कैसे कर सकता हूं ।आंखे रहते कौन कांटों पर चलना चाहेगा । मुझे क्षमा करें । आप गलत आदमी के पास आए हैं।

‌‌‌ जब कोई गाली दे तो क्या करना चाहिए जानवरों से दूर रहना बेहतर है

दुनिया के अंदर जहां अच्छे लोगों की कमी नहीं है। वहीं कुछ इंसान के भेष मे जानवर भी होते हैं। भले ही भगवान ने उनको इनसानों का शरीर देदिया हो लेकिन उनका दिमाग अभी भी जानवरों के जैसा ही काम करता है। ‌‌‌यह वो लोग होते हैं जिनको किसी भी प्रकार की धार्मिक शिक्षा नहीं दी गई है। क्या आपको पता है कि दुनिया के अंदर जितने भी धर्म हैं । वे यदि कुछ क्षण के लिए धरती से गायब हो जाएं तो क्या होगा ? आप नहीं जानते हैं कि मार काट मच जाएगी ।

‌‌‌बहुत से लोग सिर्फ इसलिए किसी का बुरा नहीं करते या गाली देना पसंद नहीं करते हैं क्योंकि उन्हें यह लगता है कि यदि वे ऐसा करेंगे तो अल्लाह या भगवान उन्हें इसकी सजा देगा ।

‌‌‌कुछ इंसान जिनको पता नहीं होता है वे जानवर बने रहते हैं।और कमजोर और लाचार इंसानों को नुकसान पहुंचाते हैं। यह उस खतरनाख कुत्ते के समान होते हैं जोकि काफी भयंकर होता है। ऐसे कुत्ते को लोग देखकर उसके पास सावधानी से होकर गुजरते हैं।

‌‌‌उसे समझाने का प्रयास करें

‌‌‌यदि कोई आपको गाली दे रहा है और आपको यह लगता है कि आप उसे समझा कर चुप करवा सकते हैं तो आप उसके पास जाएं और उसे अच्छी तरह से समझाएं । बहुत बार ऐसा होता है जब कोई गाली देने वाला गलफहमी के अंदर गाली देता है।

‌‌‌समझाने का प्रयास तभी करें जब आपको लगता हो की आप उसे समझा पाएंगे ।कई बार समझाने की स्थिति मे आप खुद उत्तेजित हो जाते हैं और ऐसी स्थिति के अंदर झगड़ा बढ़ सकता है।

‌‌‌एक बार ऐसा हमारे गांव के अंदर हुआ था।हमारे घर से थोड़ी दूर एक घर था। उसके अंदर एक बेवड़ा इंसान था वह किसी को गाली दे रहा था। वह जिन लोगों को गाली दे रहा था ,वे लोग उसे समझाने के लिए आए । वे जब समझाने के लिए आए थे तो वहां पर क्रोध से उत्तेजित हो गए और उसके बाद उस बेवड़े को मारना शूरू कर दिया।

‌‌‌उसके बाद बेवडा गिर गया और उन लोगों को लगा कि वह मर गया ।उसके बाद वे डर के मारे थर थर कांपते हुए भागे । कहने का मतलब है कि लोग आज भी अपने मन से चलते हैं। और वे यह नहीं जानते हैं कि वे क्या हैं ? और उनको क्या नहीं करना चाहिए ?

‌‌‌मन को काबू मे करें और गुस्से से दूर रहें

‌‌‌मन को काबू मे करें और गुस्से से दूर रहें

जब कोई गाली देता है तो हम गुस्से से भर जाते हैं और उसके बाद बदले मे हम या तो गाली देने वाले इंसान को मारने लगते हैं या हम उसे ही बदले मे गालियां देने लगते हैं। ऐसा बहुत बार होता है। ‌‌‌जब आप अपने गुस्से पर काबू रख पाएंगे तभी तो आप शांति का माहौल बना पाएंगे ।

‌‌‌उसे डराएं और धमकाएं

‌‌‌दोस्तों जब अर्जुन अपने भाइयों से युद्व करने से इनकार कर देता है तो भगवान कहते हैं कि बुराई का प्रतिकार करना कोई पाप नहीं है। यदि तुम बुराई का प्रतिकार नहीं करोगे तो बुरे लोग इस संसार को नुकसान पहुंचाएंगे । ‌‌‌भगवान पहले कोरवों को हर तरह से समझाने का प्रयास करते हैं और उसके बाद भी वे नहीं मानते हैं तो वे बुराई का प्रतिकार करने को कहते हैं और बताते हैं कि लोक कल्याण की भावना से आप किसी भी लोक कल्याण के काम को करते हैं तो वो पाप नहीं है।

‌‌‌यदि आप उस इंसान को रोकना चाहते हैं जो आपको बिना किसी वजह से गाली देता है तो आपको उसे डराना धमकाना होगा । यदि उसे डर लग जाएगा तो वह अपने आप ही रूक जाएगा । दुनिया के अंदर बहुत से लोग हैं जो डर की भाषा समझते हैं।

‌‌‌हमारा एक पड़ोसी है जो अपने ही दूसरे भाई को गाली देता रहता था। वह रोजाना दारू पीता और उसके बाद बुरी रात गालियां देता । यह सब काफी दिनों तक चलता रहा । इस दौरान उसके दूसरे भाई ने उसे बहुत समझाया लेकिन उसके उपर कोई असर नहीं पड़ा । ‌‌‌उसके बाद वह एक लठ लेकर उसके पास ‌‌‌गया और धमकी दी कि वह यदि गाली देना बंद नहीं किया तो उसकी पिटाई होगी ।उसके बाद उसने गाली देना बंद कर दिया ।

‌‌‌उसकी कमजोरी को पकड़लें

यदि कोई इंसान आपको गाली देता है और आप हिंसा करना नहीं चाहते हैं। क्योंकि हिंसा को हर धर्म के अंदर बुरा माना गया है। जब इंसान हिंसा करते हैं तो वे पशु के समान ही हो जाते हैं। ‌‌‌उसको गाली देने से रोकने का एक तरीका और भी है। आप उसकी कोई ऐसी कमजोरी पकड़ सकते हैं जोकि आपको उसे गाली देने से रोकेगी । ऐसी कोई भी कमजोरी हो सकती है। ‌‌‌और एक बार जब आप उस कमजोरी को पकड़लेंगे तो आपकी समस्या का समाधान हो सकता है।

‌‌‌यह स्टोरी है जिसको एक व्यक्ति ने शेयर किया था। उसने बताया कि उसका पड़ोसी उसको रोजाना गाली देता था। और वह इसकी वजह से काफी परेशान हो गया ।क्योंकि घर के पास गंदी गाली देना अच्छा नहीं होता है। ‌‌‌एक दिन जब मैं अचानक से कहीं से आ रहा था तो उस व्यक्ति को किसी लड़की के साथ जाते देखा मैंने उसका पीछा किया तो देखा कि यह उसकी प्रेमिका थी। मैंने उसकी कुछ फोटो चुपके से खींच ली और चला आया । वह शख्स शादी सुदा था।

‌‌‌उसके बाद वह शाम को घर आया तो उसने वही गालियां निकालना शूरू कर दिया । फिर क्या था मैंने उसको अपने पास बुलाया और वह फोटो दिखाई। यह सब देखकर वह बुरी तरह से डर गया ।और मेरे पेर पड़कर माफी मांगने लगा ।उसके बाद उसने मुझे गाली देना ही बंद कर दिया ।

‌‌‌खुद को कमजोर साबित करने का मतलब आप बुराई को बढ़ा रहे हैं

‌‌‌यदि आपको कोई पहली दफा गाली देता है तो आप उसे नजर अंदाज कर सकते हैं।यह अच्छे इंसानों की खासियत होती है। लेकिन यदि आपको कोई बार बार गाली देता है तो आपको उसे नजर अंदाज नहीं करना चाहिए । वरन उसे रोकने का प्रयास करना चाहिए ।

‌‌‌यदि आप उसे नहीं रोकेंगे तो गाली देने वाला यही समझेगा कि आप उससे डर गए हैं और वह खुद को बहुत बड़ा डॉन समझेगा । भले ही वह नहीं जानता कि इस दुनिया मे कोई डॉन नहीं है। सबका अंत निश्चित है लेकिन मंदबुद्वि से वह ऐसा ही करेगा और उसके बाद वह दूसरों को भी परेशान कर सकता है।

‌‌‌कहने का मतलब यह है कि यदि कोई आपको गाली देता है तो आपको उसे रोकने के लिए हर तरीका आजमाना चाहिए । क्योंकि जब तक इंसान के मन मे डर नहीं रहेगा तब तक वह सही मार्ग पर नहीं चल पाएगा । यह तय बात है।

‌‌‌ ‌‌‌गाली दे तो क्या करें पुलिस कम्पलेंट करवाएं

‌‌‌यदि आप अब तक सारे तरीके आजमा कर देख चुके हैं तो आपके पास एक अंतिम तरीका बचता है।अब आपको पुलिस स्टेशन जाना चाहिए और उस व्यक्ति के खिलाफ FIR करवानी चाहिए जो आपको बिना किसी कारण के गाली देता है। ‌‌‌वैसे हम आपको बतादें कि इसमे आपका कोई फायदा नहीं होगा । वरन आपके पैसे खर्च होंगे और जो गाली देता है उसके भी पैसे खर्च होंगे । और जब पैसे खर्च होंगे तो बड़े बड़ों की अकल ठिकाने पर आ जाती है।

‌‌‌हालांकि किसी को भी निजी या सर्वाजनिक स्थान पर गाली देना अपराध माना गया है। बम्बे हाई कोर्ट ने अपने एक फैसले के अंदर कहा था कि यदि कोई इंसान गाली देता है या अभद्र भाषा का प्रयोग करता है तो वह धारा ‌‌‌294 के तहत तीन महिने तक की जेल हो सकती है।

‌‌‌गाली देने के नुकसान

‌‌‌गाली देने के नुकसान

बहुत से लोगों को यह लगता है कि गाली देने से कुछ नहीं होता है। और कुछ तो मजाक मजाक मे गाली देते हैं। कभी मैं खुद भी ऐसा किया करता था। ‌‌‌लेकिन बाद मे जब मुझे पता चला कि गाली देना पाप है। एक बुरा कर्म है तो उसके बाद मैंने  गाली देना बंद कर दिया । और किसी के प्रति बुरी सोच रखना भी बंद कर दिया ।

‌‌‌आप दुनिया के किसी भी धर्म को उठाकर देखले आपको यही बात लिखी हुई मिलेगी की गाली देना पाप है।

‌‌‌गाली देना गुनाह है इस्लाम

यदि आप इस्लाम धर्म को मानते हैं तो आपको पता होगा कि गाली देना गुनाह है। इस लेख को लिखने से पहले जब मैं एक विडियो देख रहा था तो उसमे एक मौलाना यह बता रहे थे कि गाली देने से मुस्लमान अल्लाह की नजरों से गिर जाता है। ‌‌‌यदि कोई मुस्लमान गाली की शूरूआत करता है तो उसका गुनाह उसके सर पर है। और यदि कोई दूसरा उसके बदले मे गाली देता है तो इसका अर्थ यह है कि वह भी गुनाह करता है।

‌‌‌गाली देना एक हिंसा है हिंदू धर्म

यदि आप किसी को गाली देते हैं तो इसका मतलब है कि आप हिंसा कर रहे हैं। हिंदु धर्म के अनुसार किसी व्यक्ति को मन ,कर्म और वचन से नुकसान पहुंचाना पाप है। इस वजह से गाली देना भी पाप है।‌‌‌और जब आप यह पाप करते हैं तो आपको इसकी सजा भी मिलती है।बहुत से लोग यह सोच सकते हैं कि यह सिर्फ धर्म की बातें हैं लेकिन असल मे ऐसा नहीं है। जब आप किसी को गाली देते हैं तो आपकी अतंर आत्मा मे बुरा लगता है और यही बुरा आपके कर्म का निर्माण करता है।

‌‌‌हिंदु धर्म के अंदर गुरूड पुराण के अंदर बताया गया है कि जो लोग पाप करते हैं उनको नरक के अंदर भयंकर यातना सहन करनी पड़ती है।इस वजह से कभी भी किसी को गाली ना दें और किसी को नुकसान पहुंचाने की कोशिश ना करें ।

‌‌‌गाली देने से भाग्य पर बुरा असर

‌‌‌कुछ लोग यह भी बताते हैं कि यदि आप किसी को गाली देते हैं ,तो इसका आपके भाग्य पर भी बुरा असर पड़ता है। और ऐसा माना जाता है कि गाली देने से आप आस पास के वातावरण मे मौजूद नगेटिव उर्जा को अपनी ओर खींचते हैं। जिसकी वजह से आपके कार्यें के अंदर बाधाए पैदा हो जाती है।‌‌‌अधिकतर जो लोग गाली देते हैं ,वे निम्न स्तरिय जीवन ही जीते हैं। आप इस दुनिया के अंदर किसी भी सक्सेस इंसान को देख सकते हैं वे इस तरह के शब्दों का प्रयोग कभी नहीं करते हैं। अधिकतर लोग जो हर समय गाली बकते रहते हैं और वे जो बिजनेस करते हैं उसके अंदर भी उनको असफलता ही हाथ लगती है।

‌‌‌आप अपनी इज्जत उछाल रहे हैं

बहुत बार आपने भी देखा होगा । कुछ जगह पर लोग जानवरों की तरह लड़ते हैं। मतलब कि वो गाली गलोच करते हैं और दूसरे लोग उनके पास से गुजरते हैं।‌‌‌वे सिर्फ यही सोचते हैं कि आप पागल हैं और आपकी पूरी इज्जत मिटटी के अंदर मिल जाती है।जबकि इसके विपरित कुछ लोग गाली देना अपनी शान समझते हैं। ऐसे लोगों को हम यही कहना चाहेंगे कि कभी भी अच्छे इंसान गाली नहीं देते हैं।

‌‌‌आप भगवान बुद्व की जीवन उठाकर पढ़लिजिए । बहुत बार उनको लोगों ने गालियां दी लेकिन उन्होंने कभी भी गाली नहीं दी । बस उन्होंने सुना और अपने काम से निकल गए । इस तरह के मूढ लोगों के बारे मे उन्होंने बुरा तक नहीं सोचा । बस यही खूबी थी जिसकी वजह से आज दुनिया उनको भगवान कहती है।

‌‌‌गाली देने का मतलब आप एक अच्छे इंसान नहीं हैं।

‌‌‌एक अच्छे इंसान की खास बात यह होती है कि वह तहजीब से बात करता है।यदि आप कहीं पर गाली देते हैं और दूसरे लोग आपको देखते हैं तो सबको यही लगेगा कि आप एक घटिया किस्म के इंसान हैं।‌‌‌यदि आप यह मानते हैं कि आप एक अच्छे इंसान हैं तो आपको गाली देना बंद करना होगा और हर वो बुरा काम भी बंद करना होगा जोकि आप करते हैं। दूसरों की नजर मे अच्छा होने का मतलब नहीं है। पहले आपको खुद के सामने अच्छा बनना होगा।‌‌‌तभी आप एक अच्छे इंसान बन पाएंगे ।

‌‌‌गाली देकर महौल को खराब किया जाता है

कई बार जब कोई आपको गाली देता है और उसके बाद आप भी उसे गाली देते हैं तो क्या होता है आप जानते ही हैं। ऐसी स्थिति के अंदर पूरा महौल खराब हो जाता है । कई बार तो लोग एक दूसरे को मारने काटने लगते हैं।‌‌‌एक दिन हमारे घर के पास मे दो घरवाले आपस मे झगड़ रहे थे ।पहले तो वे धीरे धीरे झगड़ रहे थे और उसके बाद वे एक दूसरे पर हाथापाई करने लगे ।‌‌‌यह कोई एक घटना नहीं है। ऐसा बहुत बार होता है। यदि आप एक अच्छे इंसान हैं तो आप हिंसा को हमेशा टालना ही चाहेंगे ।

‌‌‌  बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है

यदि आपके घर के अंदर छोटे बच्चे हैं और आप अपनी पत्नी को गाली देते हैं या कुछ बुरा कहते हैं तो इसका असर आपके बच्चों पर भी होगा । हमारे गांव के अंदर हमारे जानकार का एक घर है।

 वह बहुत बार अपनी पत्नी के साथ गाली गलौच करता है। ‌‌‌उसका एक छोटा बेटा भी है।वह अभी 8 साल का हुआ है और अपने बाप की तरह गालियां निकालता है। जिसे देखकर हर कोई हैरान रह जाता है। जिस उम्र मे उस बच्चे को कुछ सीखना चाहिए ।उस उम्र मे वह गालियां देता है। अब आपको यह तय करना है कि आप अपने घर मे गाली देकर माहौल खराब करते हैं या फिर अपने बच्चे को ‌‌‌अच्छा संस्कार देना चाहते हैं।जिससे वो अपनी जिंदगी के अंदर एक कामयाब इंसान बन सके । गाली देने वाले बच्चे ज्यादा से ज्यादा एक अपराधी बन सकते हैं। इससे ज्यादा वे कुछ नहीं बन सकते हैं। और अपराधियों का हाल क्या होता है आप यह अच्छी तरह से जानते ही हैं।

‌‌‌गाली देने के फायदे

‌‌‌बहुत सी जगह पर आपको यह लिखा हुआ मिल जाएगा कि गाली देने से आपका गुस्सा शांत होता है और गाली देने से आपके शरीर की नकारात्मक उर्जा बाहर निकल जाती है।

यदि आप इसको मानते हैं तो अपने माता पिता अपने घरवालों के साथ गाली गलोच करें ।‌‌‌लेकिन असल मे गाली देने का कोई भी फायदा नहीं है।यदि आप सोच रहे हैं कि गाली देने से आपका ब्रेनहेमरेज नहीं होता या तनाव पैदा नहीं होता है तो आप गलत सोच रहे हैं। यदि आप अपने मन को काबू मे रखेंगे तो कुछ भी नहीं होगा ।

‌‌‌असल मे गाली देने का कोई भी फायदा नहीं होता है।यह आपके मन और दिमाग के उपर बुरा असर डालता है। और आप एक बुरे इंसान बन जाते हैं। और बुरे इंसान की क्या गति होती है। इसके बारे मे सब जानते हैं।

‌‌‌गाली देने का चलन आज बहुत अधिक हो गया है।यदि आप कुछ असभ्य इंसानों के बीच मे चले जाएंगे तो आपको अजीब सा लगेगा । बहुत से लोगों को यह नहीं पता होता है कि गाली देने के क्या नुकसान होते हैं।‌‌‌यही वजह है कि वे बार बार एक दूसरे को गाली देते रहते हैं। यदि आपका दोस्त आपको गाली देता है तो आप उसे रोक सकते हैं। आप उसे यह कह सकते हैं कि आप ना तो किसी को गाली देते हैं और ना ही गाली सुनते हैं।

‌‌‌कुछ लोग सिर्फ इसलिए गाली देते हैं ताकि उनके मन की भड़ास निकल जाए ।‌‌‌एक दिन एक बेवड़ा हमारे घर के अंदर आ गया और गाली देने लगा । वह अपने मन की भड़ास निकाल रहा था। उसके बाद हमने कुछ देर तो सुना फिर उसे पकड़ा और उसे धमकाया फिर क्या था । वह डर गया और वहां से भाग गया ।

‌‌‌गाली देना एक बुरा कर्म है और जो बुरा कर्म करता है वह नीच योनी के अंदर चला जाता है।इंसान जन्म दुर्लभ है और यदि आप इसको गाली गलौच के अंदर नष्ट करदेंगे तो उसके बाद आपको इसी इंसानी जीवन के लिए भटकना पड़ेगा ।‌‌‌तभी तो संत महात्मा कहते हैं कि गाली देने वाला अधर्मी है और जो गाली देता है उसे नरक के अंदर भी जगह नहीं मिलती है। अपने मां बहन की गाली देकर उनको अपमानित करने वाला तो केवल राक्षस ही हो सकता है। क्योंकि जानवर तो ऐसा करते ही नहीं हैं।

जब कोई गाली दे तो क्या करना चाहिए लेख आपको कैसा लगा नीचे कमेंट करके बताएं ।

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This Post Has 5 Comments

  1. vikram verma

    Your comment here…app ke lekh mujhe bahut achcha laga isse main apne nauture main sudhaar karne ki kosis karunga

  2. preet

    very nice article brother God bless you

  3. Shama Alvi

    Me ek rilationship me hu pr uski ammi ko pta chala unhone shaadi se mna kr diya qki meri or unki cast alag h and meri family agree nhi toa unhe lga dahej nhi milega isliye wo mujhme 1000 kamiya nikalti h or jab b mujhe dekhti h bht gndi gndi gali deti h or ek br ladayi b ki unhone or mujhpr hath utaya maine unse kuch b nhi kaha qki jinse me shaadi krna chahti hu unki ma h or ka kisiki b ho ma toa ma hoti h me unki izzat krti hu pr wo mujhe fir b humesha gali deti h or kehti h maine kuch jadu kra diya h unke bete pr isliye wo shadi ki jidd krta h mujhse mujhe darr h ki agr shaadi kr li toa ky wo mere shaat sahi behave krengi ya esa hi rhega mar peet gali galoch me ek padhi likhi ldki hu and abhi computer course kr rhi hu bus pyar se majboor hu ki agr maine choda toa log mere bare me bht bura khenge ki khrb ldki the affair kiya isliye me bht preshan hu kya kru and jinse me shaadi krna chahti hu wo bht Caring h apni ammi ki traf se khud mafi mangte h pr me bht hurt hoti hu plz ap btaye me kya kru wo kehte h shaadi ke bad sb thik ho jyga fir tum meri wife rhogii toa nhi kuch kahengiii plz help me ky kru me

  4. arif khan

    ‌‌‌लड़का आपकी केयर करता है यह एक अच्छी बात है। लेकिन मेरे विचार से आपको तब तक उस घर के अंदर शादी नहीं करनी चाहिए जब तक की लड़के की मां का आपके प्रति व्यवहार सही ना हो जाता है। और अपने घरवालों से रिश्ता तोड़कर किसी लड़के से शादी करने का विचार आपके लिए बहुत घातक साबित हो सकता है। क्योंकि ‌‌‌आप जिस प्यार के अंदर पड़कर अपने घरवालों को छोड़ रही हैं ।वह प्यार सदा नहीं रहने वाला । आपके घरवाले हर सुख दुख के अंदर आपके साथी होते हैं। प्यार मे तो हर कोई आपकी केयर करके दिखा देगा लेकिन अच्छा इंसान वह होता है एक अच्छा पति वह होता है जो बिना प्यार के भी केयर करता है। वह लड़का जो आपसे ‌‌‌भयंकर नफरत करने के बाद भी अपनी सीमाओं को नहीं भूलता है। खैर यह सब तय करना आपका काम है लेकिन आप कुछ भी करें तो अपने माता पिता की सहमति से ही करें । क्योंकि कल को यदि आपके साथ कुछ ऐसा वैसा हो भी गया तो आपके माता पिता तो कम से कम आपके साथ ही होंगे। वरना बाद मे आप अकेली पड़ जाएंगी । और रही बात ‌‌‌शादी की तो आपको तब तक शादी नहीं करनी चाहिए जब तक लड़के की मां नहीं मान जाती है। वरना आपकी दशा उस घर के अंदर अच्छी नहीं होगी और आपको ससुराल के अंदर कोई भी इज्जत नहीं मिलेगी । पति का प्यार ही सब कुछ नहीं होता है।

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arif khan

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