घर मे आग से बचाव के कुछ बेहतरीन उपाय

आग से बचाव के उपाय aag se bachav ke upay  के बारे मे जानकारी । हम यहां पर दे रहे हैं।दोस्तों आग लगना एक बहुत ही बड़ा समस्या है। और यह कई बार हमें देखने को मिलती है। कुछ सालों पहले की बात है। हमारे घर के सामने ही एक घर था । वहां पर अक्सर आग लगने की घटनाएं हो जाया करती थी। क्योंकि उनके यहां पर कुछ कच्चे मकान भी थे । और गांव के अंदर यदि किसी घर मे आग लग जाती है , तो पूरा गांव वहां पर एकत्रित हो जाता है। वहां पर भी ऐसा ही हुआ और हम सब लोग आग को बुझाने के लिए प्रयास करने लगे ।काफी कुछ जतन हमने किया लेकिन आपको पता ही है कि आग पर काबू पाना इतना आसान नहीं है। तो फिर हमने पहले ही अग्निशमन वाले को फोन कर दिया था ।

उसके कुछ समय बाद अग्निशमन आया लेकिन तब तक सब कुछ जल चुका था । हमारे पास मे एक शहर पड़ता है। यदि ससे अग्नि शमन आता है , तो काफी अधिक समय लग जाता है। इसी तरह की दूसरी आग हमारे गांव मे कच्चे मकानों मे लगी थी। जिसके अंदर उस इंसान का सब कुछ नष्ट हो गया था । जिस इंसान के घर मे आग लगी थी। और यहां तक कि सिलैंडर भी जो गैस से भरे हुए थे वे अंदर रह गए थे । और किसी बम की तरह वे आग लगने से फटे थे ।

इस तरह से दोस्तों आग से सुरक्षा करना काफी अधिक जरूरी हो जाता है। आग से सुरक्षा के लिए आप कई उपाय अपना सकते हैं। कुछ दिनों पहले एक फैक्ट्री के अंदर आग लग लगगई थी । और वहां पर सिर्फ एक ही रस्ता जाने का रखा गया था जिसकी वजह से कई सारे मजदूरों की मौत हो गई थी ।

इस लेख के अंदर हम आपको बताने वाले हैं , कि आग से बचाव के क्या क्या उपाय हो सकते हैं। और वो कौनसे तरीके हैं , जिसकी मदद से हम जान माल के नुकसान को काफी कम कर सकते हैं। , तो आइए जानते हैं। इसके बारे मे विस्तार से और चीजों को समझने का प्रयास करते हैं।

आग से बचाव के उपाय नगर क्षेत्रों मे

aag se bachav ke upay

यदि आप नगर मे रहते हैं। और भवनों मे आग लगने का खतरे को कम करना चाहते हैं , तो आप कुछ उपाय कर सकते हैं ,जोकि आपकी काफी मदद कर सकते हैं। और यह आग लगने की संभावना को भी काफी कम करते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और यही आपके लिए सही होगा ।

  • सबसे पहली बात घर के अंदर सिगरेट या फिर बीड़ी का इस्तेमाल कम से कम करें । और यदि इस्तेमाल करते भी हैं , तो फिर आपको ध्यान देना चाहिए कि जलती बीड़ी और सिगरेट को लापरवाही से कहीं पर भी नहीं फेंकना चाहिए । वरना आग लगने का खतरा काफी बढ़ जाता है।
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  • और आपके घर मे यदि बच्चे हैं ,तो उनकी पहुंच मे माचिस को दूर रखें । और जंहा तक हो सके ज्वनल​शील सामग्री को सुरक्षित रखना बेहद जरूरी हो जाता है। वरना बच्चे बड़ी समस्या पैदा कर सकते हैं। यह आग लगने के खतरे को कम करने का उपाय है।
  • भोजन बनाते समय सूती और ढीले कपड़े पहनना भी काफी अधिक जरूरी होता है। , ताकि किसी भी तरह की कोई समस्या ना हो । यदि आप पोलिस्टर आदि कपड़े पहनते हैं। तो यह काफी जल्दी ही आग पकड़ लेते हैं ।
  • इसके अलावा  यदि आपको गैस से बर्तन को उतारना है , तो दूसरा अलग कपड़ा प्रयोग करना चाहिए । खुद के पहने हुए कपड़ों से भूलकर भी बर्तन नहीं उतारना चाहिए । ऐसा करने से आग लगने का खतरा काफी अधिक हो जाता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • भोजन बन जाने के बाद गैस को पूरी तरह से बंद करदे । यह सबसे अधिक जरूरी है। यदि गैसा चालू रह जाता है , तो उसके बाद समस्या होगी । और वह बाद मे आग पकड़ सकता है। जिससे कि काफी बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
  • मोमबत्ती और चिंगारी आदि का इस्तेमाल यदि आप कर रहे हैं , तो आपको इनका इस्तेमाल खुले स्थानों पर इस तरह से करना चाहिए कि वहां पर किसी भी तरह से आग लगने का कोई खतरा नहीं होगा । नहीं तो फिर यह भी बहुत ही बड़ी समस्या पैदा कर सकते हैं।
  • यदि आपको लगता है , कि गैस सिलेंडर के अंदर लीकेज हो सकता है , तो आपको करना यह चाहिए कि उसके आस पास किसी भी तरह की आग को नहीं जलाना चाहिए ।और सबसे पहले सिलेंडर को आपको घर से बाहर फेंक देना चाहिए और उसकी गैस को निकलने देना चाहिए । इस तरह के सिलेंडर के पास आग जलाने की गलती आपको कभी भी नहीं करनी चाहिए ।
  • गैस की जो रबर की पाइप होती है , उसको हर 6 महिने के अंदर बदलना काफी अधिक जरूरी हो जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । उस पाइप को आपको नया लगाना चाहिए । क्योंकि लंबे समय बाद उसके अंदर लीकेज आने की संभावनाएं काफी अधिक बढ़ जाती हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • एक ही कमरे मे सबकुछ चलाना सही नहीं होता है। जैसे एक ही स्थान पर गैस पड़ा है , बिजली का हीटर पड़ा है। और स्टौव आदि को चला रहे हैं , तो इस तरह की चीजों को करने से आग लगने का खतरा काफी अधिक हो  जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • इसके अलावा गैस सिलैंडर को आपको सदैव खड़ा रखना काफी अधिक जरूरी हो जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • इसके अलावा यदि आप चाहे तो अपने घर के अंदर आग बूझाने का एक यंत्र रख सकते हैं। और इस यंत्र का किस तरह से प्रयोग करना है ? उसके बारे मे भी आपको सीख लेना चाहिए । ताकि समस्याएं हल हो जाए ।
  • यदि आप खुद आग से घिर जाते हैं , तो फिर आपको खिड़की आदि से शोर मचाना चाहिए ।ताकि दूसरे लोग आपकी मदद के लिए आसानी से आ सकें ।
  • यदि खुद के कपड़ों मे आग लग जाती है , तो फिर आपको भागना नहीं चाहिए वरन जमीन पर लेट कर आग को बुझाने का प्रयास करना चाहिए ।
  • घर मे सभी वस्तुओं को ढंग से रखना भी काफी अधिक जरूरी होता है। क्योंकि यदि घर के अंदर सामान इधर उधर बिखरा हुआ है , तो फिर आग लगने का खतरा काफी अधिक हो जाता है। इसलिए सारी चीजों को उनके सही स्थान पर रखना काफी अधिक उपयोगी साबित होता है।
  • इसके अलावा यदि भवनों की आग से सुरक्षा करना चाहते हें , तो आपको फायर अलार्म सिस्टम का प्रयोग करना चाहिए । यह काफी उपयोगी हो सकता है। और अलार्म बचने पर आप आसानी से सतर्क हो सकते हैं।
  • यदि कोई बड़ा भवन है , तो उसके अंदर आग बुझाने के यंत्र जो होते हैं , वो हर जगहों पर लगे होने चाहिए , ताकि आग लगने पर किसी भी तरह की समस्याएं पैदा ना हो । आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा । और आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • वेल्डिंग आदि के कामों को रूम के अंदर ही ना करें । क्योंकि यदि आप ऐसा करते हैं , तो इससे आग लगने के खतरे के अंदर काफी अधिक इजाफा होता है। तो इनको किसी सुरक्षित स्थानों पर किया जाना चाहिए । आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • इसके अलावा आपको बतादें कि एक ही प्लग के साथ कई सारे विधुत उपकरणों का प्रयोग नहीं करना चाहिए । यदि आप एक ही प्लग के साथ कई सारे विधुत उपकरणों का प्रयोग करते हैं , तो ऐसा करने से आग लगने का खतरा काफी अधिक बढ़ जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । आपको अलग अलग उपकरणों को चलाने के लिए अलग अलग प्लग का प्रयोग करना चाहिए ।
  • इसके अलावा एक ही कमरे के अंदर बहुत सारे भरे हुए एलपीजी सिलैंडर को भी नहीं रखना चाहिए । क्योंकि किसी भी वजह से यदि  उस कमरे के अंदर आग लग जाती है , तो उसके बाद सारे सिलैंडर बम धमाके की तरह फटेंगे । आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • आप जिस भी भवन के अंदर रहते हैं , वहां पर किसी भी तरह की विस्फोटक वस्तुएं जैसे पटाखे आदि का प्रयोग नहीं करना चाहिए । यदि आप इन सबका प्रयोग करते हैं , तो इससे आपको नुकसान होने का खतरा रहता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आग लग सकती है। कई बार अवैध पटाखे और बम बनाने से बनाने वाले ही उड़ जाते हैं।
  • भवन के अंदर पानी की उपलब्धता भी अच्छी होनी चाहिए । जैसे कि आग लग जाती है , तो उसके बाद उसको बुझाने के लिए पहला साधन पानी ही होता है। इसलिए पानी की उपलब्धता अच्छी तरह से होनी चाहिए आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • आपदा प्रबंधन की योजना बनाएं । यदि एक भवन के अंदर बहुत सारे परिवार रहते हैं , तो सभी को आपको सीखना होगा कि आपदा आने पर आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए । जिससे कि चीजें अपने आप ही बदलती चली जाएंगी । और नुकसान कम होगा ।
  • बीड़ी और सिगरेट की मदद से भी आग लग सकती है। तो यदि आप पीते हैं , तो उनको आपको अच्छी तरह से बुझाकर ही रखना होगा । तभी आप आग से आसानी से बच सकते हैं।
  • पुआल और कंडों के ढेर के अंदर भी कई बार आग लग जाती है। तो उसको अपने घर से दूर रखना चाहिए । ताकि यदि आग लग भी जाती है , तो किसी भी तरह की कोई समस्या पैदा ना हो । आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • गांवों अंदर आज भी लालटेन और चिराग का प्रयोग किया जाता है। आपको चाहिए कि आप इनको सुरक्षित स्थानों पर रखें रहने दें । और यदि इनका कोई उपयोग नहीं हो तो इनको बुझा देना चाहिए । ध्यान रहे कि कई बार यह गिर जाते हैं। और इसकी वजह से सारा तेल बिखर जाता है। और आग लग जाती है।
  • बेहतर यही होगा कि आपको रसोई को कच्चा नहीं बनाना चाहिए । यदि आप रसोई को कच्चा बनाते हैं , तो इसकी वजह से काफी बड़ी समस्या हो सकती है। और आग लगने की जो घटनाएं होती हैं , वे सभी रसोई के अंदर से ही शूरू होती हैं। आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • यदि घर मे घी और तेल की मदद से आग लग चुकी है। तो उसको बालू मिट्टी से बुझाना काफी अधिक फायदेमंद होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • यदि घर के अंदर कच्चा चूल्हा का प्रयोग करते हैं , तो काम मे लेने के बाद या तो चूल्हा को ढक दे या फिर उसको अच्छी तरह से बुझा देना चाहिए । यदि आप ऐसा करते हैं , तो आग लगने की संभावना काफी कम हो जाती है। वरना चुल्हे की आग आंधी वैगरह के अंदर उड़ सकती है। और समस्या पैदा कर सकती है।
  • गांव के कुए के पास फायर ब्रिगेड के जाने का रस्ता ठीक तरह से आपको बनाना चाहिए । ताकि यदि आग लग भी जाती है , तो आसानी से पानी का प्रयोग किया जा सके ।

पंडाल वैगरह​ के अंदर आग से बचाव के उपाय

आग से बचाव के उपाय

दोस्तों यदि पंडाल वैगरह लगाया जाता है , तो वहां पर कई सारी गतिविधियां होती हैं। जिसकी वजह से आग लगने का खतरा काफी अधिक होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । ऐसी स्थिति के अंदर आप कुछ उपाय कर सकते हैं। और आग लगने की संभावनाओं को कम कर सकते हैं

  • यदि आप पंडाल लगा रहे हैं। तो पंडाल के आस पास कुछ खुलापन होना चाहिए । क्योंकि इससे आग लगने का खतरा काफी कम हो जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते  हैं।
  • यदि आप पंडाल लगा रहे हैं , तो सड़क से पंडाल की दूरी 45 मीटर होनी चाहिए । जिससे कि आग बुझाने की मशीन वहां तक पहुंच सके ।
  • और पंडाल के पास ड्रम बाल्टी आदि होनी चाहिए । पानी भी आसानी से उपलब्ध होना चाहिए ताकि आग लगने पर आसानी से बुझाया जा सके ।
  • पंडाल के अंदर अग्निश्मन की उचित व्यवस्था होनी चाहिए ताकि आग लगने पर बुझाया जा सके ।
  • और यदि आप पंडाल मे बिजली का प्रयोग कर रहे हैं , तो इसके लिए एक अच्छे जानकार का प्रयोग करना चाहिए ताकि सॉर्ट सर्किट होने का डर काफी कम हो जाए ।

इसके अलावा पंडाल के अंदर हैलोजन लाइट का प्रयोग नहीं करना चाहिए । हैलोजन लाइट का प्रयोग करना जरा भी सुरक्षित नहीं होता है। आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।

इसके अलावा पंडाल के निकट ​बीड़ी सिगरेट आदि का सेवन करने से आग लगने का खतरा काफी बढ़ जाता है।

विस्फोटक और पटाखों से लगने वाली आग से बचाव के उपाय

दोस्तों यदि आप विस्फोटक और पटाखे आदि वर्क को करते हैं। या फिर इनसे जुड़े हुए हैं , तो भी आप कुछ उपाय कर सकते हैं। जिससे कि आप आग लगने से बचा सकते हैं , तो आइए जानते हैं। इसके बारे मे ।

  • पटाखों का निर्माण करने के लिए लाइसेंस लेना पड़ता है। तो लाइसेंस के हिसाब से ही काम करें । अवैध पटाखे बनाने की दिशा मे काम ना करें । वरना नुकसान होने का खतरा होता है।
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  • बच्चों और विकलांग और वृद्ध लोगों को निर्माण स्थल से दूर ही रखें। ताकि समस्या अधिक क्रियट ना हो । आप इस बात को समझ सकते है।
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  • निर्माण स्थलों पर आपको धूम्रपान नहीं करना चाहिए । नहीं तो आग लगने का खतरा काफी अधिक हो सकता है । इसके बारे मे आपको पता होना होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • इसके अलावा निर्माण स्थल के चारो ओर आपको मिट्टी की दीवार को बनाना चाहिए , ताकि समस्या अधिक पैदा ना हो सके । आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • इसके अलावा विस्फोटक को जिस जगह पर भंडारण किया गया है। वहां पर आपको मिट्टी की बोरियों को रखना और पानी की उचित व्यवस्था करना काफी अधिक जरूरी हो जाता है ,ताकि आग लगने पर आसानी से उस आग पर काबू पाया जा सके । आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • पटाखा बनाने के स्थान को पूरी तरह से सुरक्षित रखना जरूरी होता है। वहां पर किसी भी तरह का भोजन ना पकाएं । और दूरी बनाकर रखें ।
  • यदि आपको भोजन पकाना है , तो आप कुछ दूरी पर पका सकते हैं , जंहा से आग लगने की संभावना कम से कम हो ।
  • टैक्सी वाहन बस ट्रेन आदि सर्वाजनिक परिवहन से पटाखों को लाने और ले जाने का काम  नहीं करना चाहिए । नहीं तो समस्या हो सकती है।
  • इसके अलावा यदि आप दुकान लगा रहे हैं , तो आपको उन स्थानों पर ही पटाखों की दुकान को लगाना चाहिए । जिस स्थान पर दुकान को पहले से ही सरकार के द्धारा निर्धारित किया गया है।
  • कपड़ो की दुकानों के आस पास पटाखों की दुकान नहीं होनी चाहिए । नहीं तो नुकसान होने का डर काफी अधिक बना रहता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और यही आपके लिए सही होगा ।

खेत और खलिहानों मे आग की सुरक्षा के उपाय

दोस्तों कई बार खेतों के अंदर भी आग लग जाती है। तो खेतों के अंदर आग लगने से बचाने के लिए आप कुछ उपाय कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं , खेतों के अंदर आग लगने से बचाने के कुछ उपायों के बारे मे जोकि आपकी मदद कर सकते हैं।

  • खेतों के अंदर तलाब और पानी के संसाधन होना काफी अधिक जरूरी हो जाता है , ताकि आग लगने पर उसको बहुत ही आसानी से बुझाया जा सके । आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • और यदि आप खेत मे ही रहते हैं , तो खाने को ठीक तरह से पकाएं । और खाना पकाने के बाद आग को तुरंत ही बुझा देना चाहिए । नहीं तो आंधी वैगरह आने की वजह से आग लगे का खतरा काफी अधिक बढ़ जाता है।
  • रेलवे लाइन की 100 फुट की दूरी पर आपको मकाने बनाने चाहिए ।
  • यदि ,खेत के अंदर काम कर रहे हैं ।या बैठे हैं , तो बीड़ी सिगरेट को पीकर अच्छी तरह से बुझा देना चाहिए । वरना इसकी वजह से खेत मे आग लग सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • खेत के अदर पटाखे वैगरह चलाने की गलती ना करें । यदि फसल सूखी है , तो यह बहुत ही जल्दी आग पकड़ लेती है। और उसके बाद काफी बड़ी समस्या क्रियट कर सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • यदि खेत के अंदर फूस वैगरह जला रहे हैं , तो आपको उस समय उसे जलाना चाहिए । जिस समय हवा नहीं चल रही हो ।
  • इसके अलावा गेंहूं आदि को काटते समय ट्रेक्टर से चिंगारी निकलती है । तो उसकी वजह से आग लगने का खतरा होता है , तो इन सब चीजों से आपको सावधानी बरतनी होगी । ताकि आग की घटनाओं को काफी कम किया जा सके ।

सिनेमा हाल मे आग्नि सुरक्षा के उपाय

विस्फोटक और पटाखों से लगने वाली आग से बचाव के उपाय

दोस्तों सिनेमा हाल और दूसरे सर्वाजनिक स्थानों मे अग्नि सुरक्षा के लिए आप कुछ उपाय कर सकते हैं , जोकि आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद होंगे । आप इस बात को समझ सकते हैं । और यही आपके लिए सही होगा ।

  • सबसे पहले आपको एक उपाय करना चाहिए कि वहां पर आपको धुम्रपान नहीं करना चाहिए । जैसे कि बीड़ी सिगरेट आदि आप पीते हैं , तो फिर समस्या हो सकती है। क्योंकि इनसे आग लगने का खतरा काफी अधिक हो जाता है।
  • इसके अलावा यदि आप सेनिमा हाल या फिर कहीं पर भी सफर कर रहे हैं , जोकि एक सर्वाजनिक स्थान है , तो फिर आपको वहां पर ज्वलनशील पदार्थ लेकर नहीं जाना चाहिए । यह सबसे अधिक जरूरी हो जाता है। वरना आग लगने के खतरे को टालना काफी कठिन हो सकता है।
  • ​सेनिमा घरों आदि से बाहर निकलने के लिए निर्धारित निकास मार्ग का प्रयोग करना चाहिए । यह सबसे अधिक जरूरी है। अमरजेंसी दरवाजा भी होना चाहिए । ताकि आग लगने पर यह आसानी से काम आ सकें ।
  • और निर्धारित संख्या मे अग्निशमन यंत्र को रखना काफी अधिक जरूरी हो जाता है , ​ताकि जल्दी से जल्दी आग को बुझाया जा सके।
  • इसके अलावा होल के अंदर अमरजेंसी लाइट की व्यवस्था करना जरूरी हो जाता है। ताकि आग लगने पर उसका आसानी से प्रयोग किया जा सके।

आग लगने पर धैर्य रखें । और जल्दी से जल्दी हॉल को खाली करें । और अग्निशमन को सूचना देना काफी अधिक जरूरी हो जाता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।

रेलगाड़ी मे आग लगने से सुरक्षा कैसे करें

दोस्तों यदि रेलगाड़ी के अंदर आग लगने से आप बचाना चाहते हैं , तो कुछ सावधानियां आप बरत सकते हैं। जिससे कि रेलगाड़ी मे आग लगने से सुरक्षा हो सकती है। तो आइए जानते हैं , कुछ उपायों के बारे मे जिसकी मदद से आप रेलगाड़ी मे आग लगने पर सुरक्षा कर सकते हैं।

  • सबसे पहली बात रेलगाड़ी के अंदर बीड़ी सिगरेट आदि का सेवन आपको नहीं करना चाहिए । यदि आप बीड़ी और सिगरेट का सेवन करते हैं , तो इससे आग लगने का खतरा आप बढ़ा रहे हैं।
  • स्टोव आदि को रेलगाड़ी के अंदर नहीं जलाना चाहिए नहीं तो आग लगने का खतरा और अधिक बढ़ जाता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • इसके अलावा रेलगाड़ी के अंदर विस्फोटक केरोसनी सिलेंडर आदि को लेकर नहीं चलना चाहिए । नहीं तो नुकसान होने का डर होता है। और आग लगने का खतरा काफी अधिक बढ़ जाता है।
  • घास फूस आदि लेकर रेलगाड़ी मे यात्रा नहीं करनी चाहिए । नहीं तो आग लगने का खतरा और अधिक बढ़ जाता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।
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  • यदि रेलगाड़ी मे आग लग भी जाती है , तो जल्दी से जल्दी चैन खींचे और सारे यात्रियों को नीचे उतारने का प्रयास ​करें । ताकि जान माल के नुकसान के अंदर कमी की जा सके।
  • इसके अलावा रेलगाड़ी मे आग लगने पर जल्दी से जल्दी पुलिस को सुचना देना काफी अधिक जरूरी हो जाता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।

कार्यालयों मे आग से सुरक्षा कैसे करें

दोस्तों कार्यालायों के अंदर भी आग से सुरक्षा करने के कुछ उपाय आप कर सकते हैं। जिससे कि आपको काफी अधिक फायदा होगा । और आग लगने की संभावनाएं काफी कम हो जाएगी ।

  • सबसे पहली बात आपको वहां पर धुम्रपान नहीं करना चाहिए । यदि आप धुम्रपान करते हैं , तो इससे आग लगने की संभावनाएं काफी अधिक हो जाती हैं। आप समझ सकते हैं।
  • यदि बिजली की वायरिंग काफी पुरानी है ,तो उसको आपको बदल देना चाहिए ।
  • कार्यालय के अंदर कई तरह की फाइलें वैगरह होती हैं , तो उनको ऐसे स्थान पर आपको रखना चाहिए । जिससे कि आग लगने का खतरा काफी कम से कम हो ।
  • इसके अलावा आग लगने पर आपको पुलिस और आग को बुझाने की टीम को संपर्क करना चाहिए । यह आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद होगा । और आग को आगे बढ़ने से रोकने के लिए यह एक अच्छा तरीका साबित हो सकता है।
  • इसके अलावा आग लगने पर लिफट का प्रयोग नहीं करना चाहिए ।
  • आग बुझाने के लिए जल्दी उचित कदम को उठाया जाना जरूरी होता है , ताकि आग लगने के जोखिम को काफी कम किया जा सके ।

एल पी जी गोदामों मे आग से सुरक्षा

दोस्तों एल पी जी गोदामों के अंदर भी आग से सुरक्षा होना काफी अधिक जरूरी होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इसके लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है। आप इस बात को समझ सकते हैं। ताकि एल पी जी गोदामों के अंदर काफी सुरक्षित माहौल बनाया जा सके ।

यदि आप भरा हुआ सिलेंडर रखते है। तो एक से एक उपर तीन सिलेंडर रखें तो सही होगा ।

यदि आप सिलेंडर को लिटाकर रखते हैं। तो एक सिलेंडर के उपर पांच सिलेंडर से अधिक नहीं रखना चाहिए ।

इसके अलावा सिलेंडरों के बीच 60 मीटर का रस्ता होना काफी अधिक जरूरी होता है।

गैस का जो गोदाम होता है। उसके चारों और उंची उंची दीवार का होना काफी अधिक जरूरी होता है। ताकि कोई भी आसानी से उसके अंदर प्रवेश ना कर सके ।

इसके अलावा गोदामों के आस पास आपको किसी भी तरह का धुम्रपान नहीं करना चाहिए । यदि आप धुम्रपान करते हैं , तो आग लगने का खतरा काफी अधिक होता है। और धुम्रपान निषेध बोर्ड भी लगा सकते हैं।

इसके अलावा गोदामों के आस पास अग्नि सुरक्षा के निर्देश को टांग दें । जिसके अंदर पूरा दिया हुआ होता है  कि क्या करना है ? और क्या नहीं करना है।

यदि आग लग जाती है । तो जल्दी से जल्दी पुलिस को सुचना देना काफी अधिक जरूरी हो जाता है।

आग लगने वाले सिलेंडर को गोदाम से बाहर निकालने का प्रयास करें । और उसको बुझा देना चाहिए ।

उधोगों के अंदर आग से सुरक्षा

दोस्तों यदि हम उधोगों की बात करते हैं , तो आपको आग से सुरक्षा के उपर विचार करना चाहिए । इसके लिए आप कुछ निर्देशों का पालन कर सकते हैं। जोकि आपकी मदद करने का काम करते हैं। उधोगों के अंदर आग से सुरक्षा के उपायों के बारे मे आइए हम जानते हैं।

बिजली की वस्तुओं की मरमत किसी जानकार इंसान से ही करवाएं । ताकि आग लगने के खतरे को  कम किया जा सके ।

जो रसायन आग को पकड़ सकते हैं। उनको अलग रखना काफी अधिक जरूरी हो जाता है।

इसके अलावा आग सुरक्षा का निर्देश बनाकर आपको वहां पर टांगना चाहिए ।

उच्च क्षमता वाले सर्किट ब्रेकर और फयूज का प्रयोग करना चाहिए ।

इस तरह से दोस्तों इस लेख के अंदर हमने यह जाना की आग लगने पर सुरक्षा के लिए आप क्या कुछ कर सकते हैं। ? कुछ उपाय हैं जोकि आप कर सकते हैं। और आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद होगा । आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

यदि आपको लेख पसंद आया तो आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं। हम आपके सवाल का जवाब देने की कोशिश करेंगे । आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।

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arif khan

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