‌‌‌यह आंग को बांधने का मंत्र और प्रयोग की विधि

‌‌‌तंत्र मंत्र की दुनिया मे आग बांधने का मंत्र भी होता है।और इस मंत्र के बारे मे यह कहा जाता है कि यह मंत्र काम करता है। हालांकि हम इसके बारे मे कुछ नहीं जानते हैं कि यह काम करता है या नहीं ? लेकिन हम आपको इस लेख के माध्यम से इस मंत्र के बारे मे बता रहे हैं।

‌‌‌हम आपको इस बात की हिदायत कभी नहीं देंगे कि आग लगने पर आप इस मंत्र को पकड़ कर बैठ जाएं और फायर वालों को कॉल करना जरूरी ही ना समझे । दोस्तों इस तरह के मंत्र आपके लिए तब काम आ सकते हैं जब आप हर प्रयत्न कर चुके हैं आग नहीं बुझ रही है और आपने फायर वालों को फोन भी कर दिया है ।

आग को बांधने का मंत्र

 और लोग आग को बुझाने ‌‌‌का प्रयास कर रहे हैं।ऐसा नहीं है कि आप इस मंत्र को बोलेंगे और आग अपने आप ही बुझ जाएगी आपको प्रयास करना होगा । हालांकि आप इस मंत्र को सिद्व कर चुके हैं तो आप प्रयोग करके भी देख सकते हैं। इस तरह के मंत्र तंत्र आपको अनेक जादू कि किताबों के अंदर मिल जाएगा ।

‌‌‌दोस्तों इस लेख को लिखना हमारा किसी भी प्रकार के अंधविश्वास को बढ़ावा देना नहीं है।यह लेख मात्र जानकारी के लिए लिखा जा रहा है और यदि किसी को इस लेख की वजह से हानि होती है या किसी प्रकार की समस्या होती है तो यह वेबसाइट उतरदायी नहीं होगी ।

‌‌‌ऐसा माना जाता है कि आग बांधने का मंत्र बहुत से सिद्व लोग प्राचीन काल के अंदर प्रयोग किया करते थे । लेकिन अब लोग इन चीजों पर विश्वास नहीं करते हैं। क्योंकि इनका प्रभाव हो ही यह आवश्यक नहीं होता है।

‌‌‌आग को बांधने का मंत्र

‌‌‌वैसे तो आग को बांधने का अनेक मंत्र होते हैं और आपको यहां वहां पर मिल जाएंगे । हम आपको सभी मंत्रों के बारे मे नहीं बताएंगे । वरन आपको केवल कुछ ही मंत्र के बारे मे बताएंगे ।

‌‌‌आग को बांधने का एक मंत्र इस प्रकार है

उं नमो गुरू को आदेश

जलती बांधू बलती बांधू

बांधू अगन स्वाई

हनुमान का अर्का बांधू

रामचंद्र की दुहाई ।।

‌‌‌अब जान लेते हैं आग को खोलने के मंत्र के बारे मे भी

‌‌‌उं नमो गुरू को आदेश

जलती खोलूं बलती खोलूं

खोलू अगन स्वाई

हनुमान को अर्का खोलूं

रामचंद्र की दुहाई।।।

‌‌‌किताबों के अंदर यह लिखा हुआ मिलता है कि इस मंत्र को काम मे लेने से पहले सिद्व करना आवश्यक होता है। तो मंत्र को सिद्व करने के लिए किसी नदी के किनारे जाना होता है । और वहां पर 21 दिन तक माला का जाप करना होता है।‌‌‌आप कोई भी माला ले सकते हैं और कोई भी वस्त्र धारण कर सकते हैं।

‌‌‌इस मंत्र के सिद्व हो जाने के बाद प्रयोग कैसे करना होता है ? आइए इसके बारे मे अच्छी तरह से जान लेते हैं।

‌‌‌आग को बांधने के लिए एक कंकड़ को उठाएं और उस पर आग को बांधने वाले मंत्र को 21 बार पढ़ें ।उसके बाद आपको उस कंकड़ पर फूंक मारना है और अंत मे उस आग के अंदर कंकड़ को फेंक देना है।‌‌‌यदि आप चाहें तो इस मंत्र को एक लोटे के अंदर पानी लेकर उस पर 21 बार दम भरकर फूंक मारदेवें और फिर उसको आग की तरफ फेंक देवें । माना जाता है कि ऐसा करने से आग बुझ जाती है।

‌‌‌अब आग को बांध देने के बाद इसको खोलना भी आवश्यक होता है और खोलने की विधि भी अलग होती है।

‌‌‌यदि आग बुझ जाती है तो उसके बाद आग को खोलने काम  मंत्र जप करना है 21 बार किसी कंकड पर जप करने के बाद कंकड़ को आग की तरफ फेंक दिया जाता है।फिर दलिया बनाकर उसके उपर एक जलता हुआ अंगारा रखकर उसे भोग लगाया जाता है और फिर दलिया को बच्चों को खिला दिया जाता है।

‌‌‌आग को बुझाने के अन्य मंत्र

दोस्तों यह मंत्र बहुत हर साधारण है और इसके लिए आपको उं नामो नारायणाय कहकर बिना नमक वाले अन्न को आग के अंदर डाल देना है। ऐसा करने से आग अपने आप ही शांत हो जाएगी ।

‌‌‌अग्नि देवता का मंत्र

‌‌‌अग्नि देवता का मंत्र

‌‌‌सबसे पहले आपको एक कोरा करवा लेना है। मतलब एक छोटा नया मटका लेना है। कुल्हड जिसको बोला जाता है।उसके अंदर पानी भरना है और फिर नीचे दिये गए मंत्र को 7 बार बोलना होता है।उसके बाद उसके पानी को उस जगह पर छिड़कते जाएं जहां पर आग लगी होती है। और बस उसके बाद आग बुझ जाएगी। ।

‌‌‌ॐ नमो  कोरा करवा ले

गौरा के सिर पर धरिए

पर धरिए ईश्वर डोले

गौरा जा नाही

जलती आग शितल हो जाई

शब्द सांचा पिंड कांच

फूरो मंत्र ईश्वर वाचा

‌‌‌लोना चमारी का आग बुझाने का मंत्र

दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बतादें कि यह मंत्र केवल दीवाली की रात को एक हजार बार जप करना है और उसके बाद ही सिद्व होगा । यदि एक बार मंत्र सिद्व हो जाता है तो उसके बाद इसका प्रयोग किया जा सकता है।‌‌‌यदि आप इस मंत्र का प्रयोग बिना सिद्व किये करते हैं तो आपके प्रयोग करने का कोई भी फायदा नहीं होगा यह काम नहीं करेगा

‌‌‌जल बंधु थल बंधु आग की लपट बंधु

 दुहाई महावीर हनुमान की

 दुहाई लोना चमारिन की ।।

‌‌‌और जब आग को शांत करना होता है तो सबसे पहले किसी कंकड़ को उठा लें और उसके उपर यह मंत्र पढ़कर फूंक मारें और उसको जलती हुई आग के अंदर फेंक देवें । दोस्तों इसके अलावा आप चाहें तो किसी लोटे के अंदर जल भरकर उस पर भी दम कर सकते हैं। और उसकी पानी को आग की तरफ फेंक सकते हैं या उसके अंदर डाल सकते हैं।

‌‌‌आग देवता का मंत्र

ऊं नमो अग्निरूपाय ही्रं नम:

‌‌‌यह एक बहुत ही छोटा सा मंत्र है और इस मंत्र को होली दिवाली या फिर ग्रहण को 108 बार जप करके सिद्व कर लेना चाहिए और उसके बाद इसका प्रयोग कहीं पर आग लगी हो तो उसको बुझाने मे किया जा सकता है।

‌‌‌और जहां पर भी आग लगी हो इस मंत्र को बोलकर 7 छिंटे मारें और उसके बाद आग शांत हो जाएगी । आग से जलने का भय हो तो इस मंत्र से कुनेर की जड़ को मंत्र के अपनी भुजा पर बांध लेना चाहिए ।‌‌‌ऐसा करने से आग मे जलने का भय हमेशा हमेशा के लिए समाप्त हो जाएगा ।

‌‌‌अपने भीतर अग्नि को शांत करने तरीका

‌‌‌अपने भीतर अग्नि को शांत करने तरीका

दोस्तों अब तक हमने बाहर आग लगने और उसको शांत करने के मंत्र के बारे मे चर्चा की थी । लेकिन अब हम आपको एक ऐसा मंत्र बताने जा रहे हैं जो आपके भीतर आग तत्व को शांत कर सकता है।

ओम महाजवलया विद्महे

अग्निदेवया धीमहि

तन्नो अग्निह प्रकोद्यत।।

‌‌‌इस मंत्र का अर्थ कुछ इस प्रकार से है

मुझे उस महान ज्वाला का ध्यान करना चाहिए। अग्नि मुझे उच्च बुद्धि का आशीर्वाद दे सकती है। अग्नि मेरे मन को प्रकाशित कर सकती है‌‌‌इस मंत्र का जाप करने से भीतर अग्नि तत्व शांत हो जाता है।

‌‌‌आग के ‌‌‌आगे बोले अल्लाह हू अकबर

दोस्तों कुछ मुस्लिम जानकार बताते हैं कि जहां पर भी आग लगी हो वहां पर अल्लाह हू अकबर वर्ड बोलने से आग बुझ जाती है।इस्लाम के हदीसों के अंदर यह बात आई है। यदि कहीं पर आग लगी हो या कुछ विपति आ जाती है तो मुस्लिम लोग अल्लाह हू अकबर बोलते हैं।

‌‌‌लो फ्रीक्वेंसी वर्ड आग को बुझाने मे उपयोगी है

‌‌‌दोस्तों अब तो यह विज्ञान भी सिद्व कर चुका है कि यदि आप किसी ऐसी जगह जहां पर आग लगी हो वहां लो फ्रीक्वेंसी वाले वर्ड बोलते हैं तो यह आग बुझाने का काम करते हैं।हालांकि इसमे आग बुझाने वाले मंत्रों की क्या भूमिका है? इस बारे मे कुछ कहा नहीं जा सकता है।

एक्सटिंग्विशर नामक इस आविष्कार को अमेरिका के दो इंजिनियरिंग के छात्रों ने बनाया था।इसमे किसी तरह के पानी और रसायनों का यूज नहीं किया जाता है। इसमे आग को बुझाने के लिए ध्वनी तरंगों का प्रयोग किया जाता है। ‌‌‌हालांकि वेस्ट जॉर्जिया यूनिवर्सिटी और यूएस डिफेंस एडवांस्ड रिसर्च प्रोजेक्ट्स एजेंसी (DARPA) की टीमों द्वारा किए गए प्रयास सफल नहीं हुए हैं।

‌‌‌वैज्ञानिकों ने प्रयोग के दौरान यह पता लगाया कि अधिक आव्रति की ध्वनी आग बुझाने के अंदर सहायक नहीं थे ।फ्रीक्वेंसी – 30 और 60 हर्ट्ज के बीच की ध्वनी को आग बुझाने के लिए प्रयोग किया जाता है।

‌‌‌इसके अंदर एक एम्पलीफायर भी लगा हुआ है । इसको बनाने की कुल लागत 600 $ आई है।हालांकि इस उपकरण की मदद से आप छोटी आग को बुझा सकते हैं लेकिन जंगल के अंदर लगी आग या किसी बड़ी आग को बुझाना आसान नहीं होता है। ‌‌‌यह तरीका बहुत ही सरल सिद्वांत के उपर काम करता है। इसके अंदर जो ध्वनी तरंगे होती हैं वे आग के पास मौजूद आक्सीजन को वहां से हटा देती हैं। जिसके परिणाम स्वरूप आक्सिजन नहीं मिलने की वजह से आग बुझ जाती है।

‌‌‌हालांकि यह एक रिसर्च है और अभी इसके उपर काम चल रहा है। वैज्ञानिक इस को बड़ी आग को बुझाने के लिए उपयोगी बनाने के अंदर लगे हुए हैं।

‌‌‌क्या इन मंत्रों का कोई यूजर एक्सपिरियंस है ?

दोस्तों जैसा कि हमने आपको बताया है। इस तरह के मंत्रों का प्रयोग लोग नहीं करते हैं। यह सिर्फ प्राचीन काल के अंदर लिखी हुई कई किताबों के अंदर दिये हुए हैं। और इनका प्रभाव शायद उतना नहीं होता होगा । इसके अलावा जो लोग इस तरह के मंत्रों को सिद्व ‌‌‌करते हैं वे अपनी जानकारी को गुप्त रखते हैं।

‌‌‌बिना गुरू के ‌‌‌अग्नि बांधने के मंत्रों को भी सिद्य करना कठिन

‌‌‌अपने भीतर अग्नि को शांत करने तरीका

दोस्तों ‌‌‌बहुत से लोग ऐसे ही होते हैं जो किसी मंत्र को ऑनलाइन या किसी किताब के अंदर देख लेते हैं और उसके बाद उसको सिद्व करने के लिए बैठ जाते हैं।जो कि पूरी तरह से गलत है। मेरे पास बहुत सारी तंत्र मंत्र की किताबें हैं लेकिन में केवल कुछ आम टोटकों के अलावा कुछ भी सिद्य करने का प्रयास नहीं करता । ‌‌‌क्योंकि इसका कोई फायदा नहीं होगा ।

‌‌‌इन मंत्रों की पूरी विधि आपको किताबों के अंदर मिलना मुश्किल हो जाएगा । ऐसी स्थिति के अंदर आप कोई ना कोई गलती करदोगे और आपकी मेहनत बेकार हो जाएगी ।‌‌‌लेकिन जो लोग इस तरह के तंत्र मंत्र करते रहते हैं उनका कोई गुरू होता है और उस गुरू को बहुत सी चीजों का पता होता है। और अनेक नियम जो कहीं पर लिखे नहीं होते हैं वे उनको ही पता होते हैं।

‌‌‌एक व्यक्ति ने अपनी स्टोरी शेयर करते हुए लिखा कि उसने youtube पर एक विडियो देखा जिसके अंदर आग बांधने का मंत्र दिया था। उस मंत्र को उसके अंदर दी गई विधि के अनुसार उसने जप किया । उसने सारी विधि को सही किया था लेकिन उसके बाद भी उसका कोई प्रभाव नहीं हुआ । लेकिन बाद मे पता चला कि मंत्र ‌‌‌जप मे उच्चारण सही तरीके से नहीं हुआ है।

और उसके बाद उस व्यक्ति ने दुबारा उस विधि का प्रयोग किया मंत्र जप भी किये लेकिन कुछ हुआ नहीं । उसके बाद उसने मंत्र जपना ही छोड़ दिया । और क्वारा पर लिखा कि वह इनमे विश्वास नहीं करता और दूसरी बात यह हो सकती है कि मंत्रों की जानकारी सही नहीं दी ‌‌‌गई होगी ।

‌‌‌आगे उस व्यक्ति ने लिखा कि बाद मे वह एक दिन किसी ऐसे गुरू से मिला जोकि इस तरह के मंत्रों का ज्ञाता था और उससे उसने अपनी समस्या बताई ।गुरू ने उसे बताया कि आग के मंत्रों का भी प्रभाव होता है। यदि कोई इनके प्रयोग को सही तरीके से जानता हो और इसके बारे मे अच्छी जानकारी रखता हो ।

‌‌‌हम लोग इस तरह के लेख के माध्यम से सिर्फ आपके सामने यह लाने का प्रयास कर रहे हैं कि प्राचीन काल के अंदर और आज भी तंत्र मंत्र के मानने वाले लोग इन चीजों को महत्व देते हैं।

‌‌‌अग्नि बांधने के मंत्रों का प्रयोग कहां पर किया जा सकता ‌‌‌है ?

‌‌‌दोस्तों जैसा कि हमने बताया कि इन आग बांधने के मंत्रों का प्रयोग आप अनेक जगहों पर कर सकते हैं।‌‌‌कुछ लोगों के लिए यह अंधविश्वास हो सकता है लेकिन इनको आजमाने मे कोई बुराई नहीं है। इसमे आपके पैसे नहीं लगते हैं।‌‌‌और यह आग से बचाने मे उपयोगी हो सकते हैं। एक तरह से नकली ताबीज की भांति हमे विश्वास हो जाए तो भी बहुत बड़ी बात होती है।

‌‌‌आग लगने की संभावना को कम करने के लिए

दोस्तों कुछ जगहों पर आग लगने की संभावना अधिक होती है। वहां पर इस तरह के तंत्र मंत्रों का प्रयोग किया जाता है। हालांकि आग लगने से बचाने के लिए सुरक्षा पहली चीज है। लेकिन इस उपाय को करने के मे कोई बुराई नहीं है।

‌‌‌आग से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए

आग को बांधने के मंत्र का प्रयोग आग से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए भी किया जाता है।‌‌‌जब कहीं पर आग लग जाती है तो वह तेजी से फैलने लगती है।और वह अपने आस पास की चीजों को अपने चपेट के अंदर लेने लग जाती है।‌‌‌हालांकि आग को बुझाने के लिए अन्य उपाय भी करते रहना चाहिए लेकिन इसमे यह भी एक उपाय है।

‌‌‌आग से जलने के भय को दूर करने के लिए

हमने आपको उपर एक मंत्र बताया है जिसका प्रयोग आग मे जलने के डर को कम करने के लिए भी किया जा सकता है।जिन लोगों को आग से डर लगता है वे उपर दी गई विधि से ताबीज बना कर पहन सकते हैं। उनके मन मे आग का डर दूर हो जाएगा ।

‌‌‌बार बार लगने वाली आग को रोकने के लिए

कुछ ऐसी जगह होती हैं जहां पर बार बार आग लगती है। यदि ऐसी जगह पर मंत्र प्रयोग किया जाता है तो उस जगह पर आग लगने की संभावना काफी कम हो जाती है। हालांकि इसके लिए पूजा पाठ करना होता है। और इसको केवल जानकार पंड़ित  ही कर सकते हैं।

आग बांधने का मंत्र हम जान ही चुके हैं। आग बांधने का मंत्र यदि आप प्रयोग कर रहे हैं , तो आपको एक बार अपने गुरू से परामर्श करना चाहिए।  बिना गुरू को परामर्श किये इस मंत्र का प्रयोग करना आपके लिए डेंजर हो सकता है। क्योंकि इन चीजों के अंदर आपको काफी अधिक रिस्क लेना पड़ता है। यदि आप सही विधि का प्रयोग यदि नहीं करते हैं , तो इसकी वजह से आपकी जान को भी खतरा हो सकता है। कुछ लोग क्या करते हैं , कि किताबों के अंदर तंत्र मंत्र की विधि को देखते हैं , और उसके बाद प्रयोग करने लग जाते हैं। जोकि पूरी तरह से गलत बात होती हैं। यह सब नुकसान का सौदा होता है। आप समझ सकते हैं।

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arif khan

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