परी को बुलाने के मंत्र ‌‌‌और परी साधनाओं के बारे मे जानकारी

‌‌‌ परी को बुलाने के मंत्र pari bulane ka mantra परी अप्सर और यक्षणी आदि का नाम तो आपने सुना ही होगा । दोस्तों परियों के बारे मे यह कहा जाता है कि परियां एक तरह की सकारात्मक उर्जा होती हैं। और कई लोग परियों की साधना करते हैं। जिस तरह से हिंदु धर्म के अंदर अप्सराएं होती हैं उसी प्रकार से इस्लाम के अंदर परियां होती हैं। परियां अलग ‌‌‌ अलग प्रकार की होती हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

परियों की साधनाएं करके इनको प्राप्त किया जा सकता है। अनेक लोग परी की साधना करते हैं। कहा जाता है कि परियां काफी बड़ी होती हैं और यह सफेद पोशाक के अंदर होती हैं इनकी आंखें काफी बड़ी होती हैं और यह देखने में काफी सुंदर लगती हैं। आपको ‌‌‌बतादें कि इस दुनिया के अंदर अनेक लोक और लोकांतर मौजूद हैं। जहां पर इस तरह के प्राणी रहते हैं जिनके बारे मे आप सोच भी नहीं सकते हैं। हालांकि आप इन लोक को दिव्य द्रष्टि के बिना नहीं देख सकते हैं। यदि आपकी तीसरी आंख खुल जाती है तो उसके बाद आप इन लोक और लोकांतर को देख सकते हैं। वहां का जीवन ‌‌‌हमारे यहां के जीवन से काफी अलग होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌परी साधना के अनेक फायदे होते हैं। यह अलग अलग उदेश्य के लिए होती हैं। जैसे स्वर्ण परी जो होती है वह सोना देती है इसके अलावा यौवन भी देती है। हम आपको इस लेख के अंदर परी बुलाने के मंत्र के बारे मे बताने वाले हैं। लेकिन आपको यह  चेतावनी देदेते हैं कि आपको बिना गुरू के इस मंत्र का प्रयोग नहीं ‌‌‌ करना चाहिए । यदि आप बिना गुरू इस मंत्र का प्रयोग करते हैं तो इससे आपको समस्या हो सकती है। और हो सकता है कि परी के बजाय आपके पास कोई गलत आत्मा आ जाए तो यदि आपका कोई गुरू है तो उससे पहले परामर्श करें और उसके बाद ही परी बुलाने के मंत्र का प्रयोग करें तभी आपके लिए काफी फायदेमंद होगा ।

‌‌‌दोस्तों अक्सर कुछ लोग यह करते हैं कि इंटरनेट और किताबों के अंदर परी बुलाने का मंत्र पढ़ लेते हैं और उसके बाद परी साधना करने लग जाते हैं। जिसकी वजह से उनको काफी अधिक परेशानी होती है। और परी प्रकट नहीं हो पाती है। तो इस तरह के लोगों को हम यही सलाह देना चाहेंगे कि आप किसी ऐसे इंसान से मिलें ‌‌‌ जोकि परी साधना को पहले ही कर चुका है। उसके बाद ही वह भी आपको परी साधना के बारे मे बता सकता है। किताबों और इंटरनेट पर अधुरी जानकारी होती है। यह मात्र आपके ज्ञान के लिए होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

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परी को बुलाने के मंत्र ‌‌‌स्वर्ण परी साधना pari bulane ka mantra

‌‌‌आपको बतादें कि स्वर्ण परी की साधना आमतौर पर सोने की इच्छा रखने वाले और जल्दी अमीर बनने की इच्छा रखने वाले साधक करते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इस तरह की साधनाएं करने से पहले किसी गुरू के संपर्क करने के बाद काफी अभियास किया जाता है और उसके बाद ही साधनाएं की जाती हैं। इसके बारे ‌‌‌मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।लेकिन साधना करने से पहले आपको इसके बारे मे पूरी जानकारी कर लेना भी काफी अधिक जरूरी होता है। क्योंकि यदि आप पूरी जानकारी नहीं लेते हैं तो फिर आपकी सुरक्षा को खतरा हो सकता है। खुद की देह रक्षा के बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना ‌‌‌ चाहिए नहीं तो यह आपके लिए काफी बड़ी समस्या बन सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

परी को बुलाने के मंत्र

‌‌‌दोस्तों परी साधना के अंदर जहां पर साधना की जाती है वहां पर इत्र का प्रयोग किया जाता है। एक अच्छे इत्र का इस्तेमाल किया जाता है। इसके बारे मे आपको अपने गुरू से बात करनी होगी । इत्र का इस्तेमाल करने का फायदा यह होगा कि आपका मन साधना से जुड़ा रहेगा । और आप उबेंगे नहीं । इसके अलावा परियां ‌‌‌ भी इत्र की महक से काफी जल्दी ही आकर्षित हो जाती हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

‌‌‌दोस्तों आपने परियों को भले ही रियल मे नहीं देखा होगा टीवी और विडियों के अंदर अक्सर परियों को दिखाया जाता है। जिसके अंदर उनके पंख होते हैं । असल मे इस तरह की परियां रियल मे होती हैं और जो साधक इन साधनाओं को करता है उनको इसका पता चल जाता है क्योंकि वे परियों को देख लेते हैं। साधना करने ‌‌‌ वाला साधक परी को प्रेमिका के रूप मे सिद्ध कर सकता है। और यौवन का आनन्द उठा सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । लेकिन यह इतना आसान नहीं होता है। आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌स्वर्ण परी साधना के लिए जरूरी सामग्री

दोस्तों यदि आप स्वर्ण परी की साधना करने जा रहे हैं तो आपको इसके लिए कुछ जरूरी सामग्री की जरूरत पड़ेगी । वैसे तो आपका गुरू आपको इसके बारे मे बताएगा । लेकिन हम आपको यहां पर कॉमन जानकारी दे रहे हैं जिससे कि आपको पता चल जाएगा ।

मंडल यन्त्र, गुलाब के पुष्प, चमेली के इत्र और तेल आठ गोमती चक्र आठ सुपारी, लौंग और पतासे इन सभी की मात्र आपको 8 ही लेनी होगी । इसके अलावा थोड़े से काले तिल, सफ़ेद वस्त्र, सफ़ेद ही आसन और हकीक की माला । इस तरह की चीजें आमतौर पर साधना करने वालों के पास बहुत ही आसानी से मिल जाती हैं इसके बारे मे आपको पता ‌‌‌होना चाहिए और आप समझ सकते हैं ।यही आपके लिए सही होगा । अपने गुरू से बात करें । या फिर आप चाहें तो इनको खुद भी खरीद कर लेकर आ सकते हैं। आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।

स्वर्ण परी की साधना की विधि

दोस्तों स्वर्ण परी की साधना विधि अलग अलग हो सकती है। यह गुरू पर निर्भर करता है। आपका गुरू किस तरह से आपको साधना करवाता है। यह साधना 40 दिन की होती है। और इसके अंदर आपको एक ऐसा कमरे का चुनाव करना होगा जिसके अंदर आपके अलावा और कोई भी नहीं जाता है।

‌‌‌इन 40 दिनों के दौरान आपको गुप्त रूप से रहना होगा और सिर्फ एक समय ही भोजन करना होगा । इसके अलावा इस दौरान आपको खीर का सेवन जरूर ही करना होगा आप इस बात को समझ सकते हैं।शुक्ल पक्ष के महीने में शुक्रवार को व्रत रखे और शाम को स्नान करें । उसके बाद कमरे के अंदर गुलाब की पंखुडियां को बिखेर दें और ‌‌‌ अपने कानों के अंदर इत्र का फोहा लगादें । शाम के समय खीर का सेवन करें ।बाजोट पर मंडल यन्त्र स्थापना करे।इसके चारो और पंखुडियो का एक घेरा बना ले और इसके चारो ओर पहले गोमती चक्र फिर आठो सुपारी, लौंग, इलायची और पतासे आदि को आपको रख देना होगा । उसके बाद आपको मंडल के सामने तिल की एक ढेरी को बना लेना ‌‌‌ है। और उसके बाद सफेद आसान पर उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठ जाना होगा । फिर सफ़ेद हकीक की माला से रोज रात्रि 101 माला का जाप करे । और इस दौरान काम होने के बाद वहीं पर सो जाएं । इस दौरान आपको ब्रहमचर्य का पालन जरूरी ही करना होगा । यदि आप ब्रह्रमचर्य का पालन नहीं करते हैं तो आपकी साधना पूर्ण नही ‌‌‌ होगी । आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌अब यदि हम स्वर्ण परी के साधना के मंत्र की बात करें तो “अर्हीना अरीना सरीना सफरीना अकविपा सदा सदुनी कामिनी पदभावी वश्यं कुरु कुरु नमः” होता है। बाकि आप अपने गुरू से बात करें और आपका गुरू आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा ।

‌‌‌गुरू से संपर्क करने के बाद ही आपको यह साधना करनी चाहिए । नहीं तो आपके लिए नुकसान हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌परी साधना के फायदे

‌‌‌परी साधना के फायदे

दोस्तों अब हम आपको परी साधना के फायदे के बारे मे बताने वाले हैं। दोस्तों परी साधना के कई सारे फायदे होते हैं। यदि आप परी साधना करते हैं तो आपको अलग अलग तरह के अनुभव हो सकते हैं। हर इंसान को एक ही तरह का अनुभव हो यह जरूरी नहीं होता है। आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए । ‌‌‌परी साधना के कुछ फायदे भी होते हैं जिसकी वजह से लोग परी साधना करते हैं तो आइए जानते हैं परी साधना के फायदे के बारे मे ।

‌‌‌परी साधना के फायदे आप यौवन का आनन्द ले सकते हैं

दोस्तों आपको यह पता होना चाहिए कि परी एक चिरयौवना होती है। आप इसको प्रेमिका के रूप मे सिद्ध कर सकते हैं।और प्रेमिका के रूप मे सिद्ध करने के बाद आप उसके साथ समय बिता सकते हैं और उसको महसूस कर सकते हैं। लेकिन आपको यह भी पता होना चाहिए कि ‌‌‌ परि के पास आपके जैसा भौतिक शरीर नहीं होता है। इसलिए उसके अनुभव अलग तरह के हो सकते हैं। लेकिन यदि आप समय बिताना चाहते हैं तो यह कर सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । जिन लोगों की कोई प्रेमिका नहीं होती है वे अपने गुरू से संपर्क कर परी साधना कर सकते हैं।

‌‌‌परी साधना के फायदे सुंदरता के दर्शन

दोस्तों परी यहां पर धरती पर जितनी सुंदर महिलाएं होती हैं उससे कहीं अधिक सुंदर होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । तो यदि आप एक बेहद ही सुंदर महिला के दर्शन करना चाहते हैं तो आप परी साधना कर सकते हैं। जिससे कि आपको भी पता चलेगा कि सुंदरता क्या ‌‌‌ होती है। कई लोगों के पास परियां होती हैं। परी की सुंदरता के सामने यहां की सुंदरता कुछ भी नहीं होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं तो सुंदरता के दर्शन आपको हो सकते हैं।

‌‌‌परी साधना के फायदे धन प्राप्ति और अमीर बनना

दोस्तों स्वर्ण परी और दूसरी परियों के बारे मे यह कहा जाता है कि यह धन देने वाली होती हैं। यदि आप एक गरीब इंसान हैं तो भी परी साधना को कर सकते हैं। यह आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

‌‌‌परी साधना करने के बाद आपके पास धन आने लग जाएगा । और आपके यहां पर पैसों की कोई भी कमी नहीं होगी । तो आप समझ सकते हैं। तो परी साधना करें । लेकिन इसके अंदर जल्द बाजी ना करें । सही गुरू की तलास करें और उसके बाद ही परी साधना करें । यही आपके लिए सही होगा आप समझ सकते हैं।

‌‌‌परी साधना के फायदे यौवन मिलता है pari bulane ka mantra

दोस्तों परी साधना का एक फायदा यह भी होता है कि यह आपको यौवन प्रदान करती है। इसका मतलब यही है कि आपका शरीर भले ही कमजोर हो गया हो लेकिन यदि आप परी साधना कर लेते हैं तो उसके बाद आपके शरीर के अंदर एक अलग तरह की चमक आ जाएगी । मतलब देखने वाले को लगेगा कि आप ‌‌‌बूढ़े होने के बाद काफी अधिक जवां महसूस कर रहे हैं। और आपका चेहरे काफी चमकदार हो जाएगा । जोकि हर किसी को आकर्षित करेगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए  तो यह भी परी साधना का एक फायदा होता है। आप समझ ही गए होंगे ।

‌‌‌आपके जीवन की मुश्बितों को कम करती है

दोस्तों आपको तो पता ही है कि इस जीवन के अंदर कई तरह की परेशानियां आती हैं। और जीवन के अंदर परेशानियों को कम करने का काम भी परी करती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । जैसे कि आप बीमार हैं या फिर आपको किसी दूसरी तरह की समस्याएं हैं तो इनको भी कम ‌‌‌ करने मे परी काफी मदद करती है। तो एक तरह से परी साधना आपके लिए किसी अच्छे साथी से कम नहीं होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

‌‌‌परी साधना के फायदे आप दूसरों की मदद कर सकते हैं

दोस्तों परी आपको यहां पर बैठ कर दूर तक देखने की ताकत देती है। जैसे यदि किसी के घर के अंदर कुछ नगेटिव ताकते हैं तो आप अपनी इस साधना की मदद से यह देख सकते हैं कि उनके घर मे क्या है ? जिसकी मदद से आप उस इंसान को कुछ उपाय भी बता सकते हैं जिससे ‌‌‌ कि उस इंसान की भी काफी अधिक मदद हो जाएगी । तो आप यह प्रयोग कर सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए।  कई परी साधना करने वाले लोग इस तरह के काम करते हैं वे दूसरों की समस्याओं को हल करते हैं और उसके बदले मे उनको कुछ धन भी मिलता है।

‌‌‌अकेलापन दूर करती है परी साधना

‌‌‌दोस्तों यदि आप अकेले रहते हैं और आप काफी बोरियत महसूस कर रहे हैं तो आप परी साधना कर सकते हैं यह आपके लिए काफी फायदेमंद होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । परी साधना को पूर्ण करने के बाद आप परी से दोस्ती कर सकते हैं। इसकी वजह से आपका अकेलापन दूर हो जाएगा । अक्सर कुछ लोगों के साथ ‌‌‌अकेलापन काफी बड़ी समस्या होती है तो उनको परी साधना करना चाहिए । जिससे कि उनको काफी अधिक फायदा होगा और वे अपनी लाइफ के अंदर काफी आगे तक जा सकते हैं। इस तरह से यह भी परी साधना करने का एक बड़ा फायदा है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌दोस्तों आपको पता ही होगा कि हर साधना के कुछ फायदे नुकसान होते हैं तो परी साधना के भी कुछ फायदे नुकसान होते हैं। इसके फायदों के उपर तो हम चर्चा कर चुके हैं अब हम इसके नुकसान के उपर भी चर्चा कर लेते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । तो आइए जानते हैं परी साधना के नुकसान के बारे मे ।

  • ‌‌‌परी साधना का सबसे बड़ा नुकसान यह होता है कि कई बार इसकी मेहनत बेकार हो जाती है। इसका कारण यह है कि लोग इंटरनेट या फिर किताबों के अंदर पढ़ने के बाद परी साधना को  करने की कोशिश करते हैं लेकिन यह काम नहीं करता है। बिना गुरू के परि साधना नहीं करवानी चाहिए । वरना नुकसान हो सकता है। इसके बारे ‌‌‌मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌भूत प्रेत का आना भी इसका एक बड़ा नुकसान होता है। बिना सुरक्षा के और गलत तरीके से यदि आप परी साधना करते हैं तो इसकी वजह से भूत प्रेत आपकी और आकर्षित होते हैं जिससे कि काफी नुकसान हो सकता है। इसलिए बिना गुरू के आपको परी साधना नहीं करनी चाहिए । वरना नुकसान के अलावा आपको कोई भी फायदा नहीं ‌‌‌मिलेगा आप इस बात को समझ सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • ‌‌‌पूरी जानकारी का अभाव भी इसके अंदर होता है। इसका मतलब यह है कि अधिरकतर लोग परी साधना के बारे मे ठीक से नहीं जानते हैं अनुभव की कमी होती है। आधा अधूर ज्ञान आपको काफी मुश्बित के अंदर डाल सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

हुल परी को बुलाने का मंत्र

हुल परी एक अलग प्रकार की परी होती है। और इस परी कोई भी साधक कर सकता है। इसकी सबसे बड़ी बात यह है कि यह किसी को भी नुकसान नहीं पहुंचाती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं। ‌‌‌हुल परी की साधना करने के लिए आपको मदार के पौधे की जरूरत होगी । जिसको हम आम भाषा के अंदर आकड़ा कहते हैं। यह आसानी से खेतों के अंदर उगा हुआ मिल जाएगा । यदि आप आकड़े का प्रयोग नहीं कर सकते हैं तो उसके बाद आम के पेड़ को इसके लिए चुन सकते हैं।

पूर्णिमा के बाद जब उजियारी रात आती है तो उसके बाद साधना की जाती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।वैसे आपको बतादें कि इस साधना को किसी भी दिन कर सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा लेकिन आपको इस साधन को रात के 9 बजे के बाद ही करना होगा ।

‌‌‌उसके बाद आपको रात को 9 बजे एक लौटे के अंदर पानी लेकर निकलना होगा । उसके बाद आक के पौधे के पास जाना होगा । अब यह देखें कि आक के पौधे की छाया किस दिशा के अंदर है उसके विपरित दिशा मे मुंह करके पेशाब करना है । उसके बाद लौटे के पानी से अपने गुप्तांग को धोना है। उसके बाद इस बचे हुए पानी को आपको

हिल हूल बोलते हुए डाल देना है। यह सब प्रयोग धीरे धीरे करना है। और बिल्कुल भी डरना नहीं है। उसके बाद आपको यही क्रिया लगातार 21 दिन तक करनी होगी । और वापस घर बिना पीछे मुड़े आ जाना होगा । इस तरह से आप यह प्रयोग कर सकते हैं। यह काफी अच्छा प्रयोग है।

‌‌‌दोस्तों आपको बतादें कि जब आप इस प्रयोग को 2 सप्ताह तक करते हैं तो उसके बाद अनुभव होने लग जाता है। और ध्यान दें । इस परी को अपने घर मे लेकर जाना ठीक नहीं है। इसलिए जब परी आपको दिखे तो आपको उससे वचन लेलेना चाहिए कि वह आपके घर मे प्रवेश ना करें । और घर से काफी दूरी बनाकर रखे ।

‌‌‌भले ही यह साधना काफी सरल लगती है। लेकिन असल मे इसके अंदर भी नई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। और बिना गुरू के इस तरह की किसी भी साधना को करना खतरे से खाली नहीं होता है।

‌‌‌जिन्न परी को बुलाने का मंत्र

दोस्तों आपको बतादें कि इस्लामिक किताबों के अंदर परियों के साधना के बारे मे जिक्र मिलता है। वहां पर कई तरह के परियों की साधना के बारे मे जिक्र मिलता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इसी तरह की एक परी होती है जिसका नाम होता है जिन्न परी । यह परी ‌‌‌ जैसा कि नाम से स्पष्ट है यह काफी मायावी होती है। और आपने फिल्मों मे जो देखा है वैसा ही कुछ होता है आप इस बात को समझ सकते हैं।यह परी काफी मायावी होने से साधक को तरह तरह की माया से बहकाने की कोशिश करती है। इसलिए बेहतर यही होगा कि आपको इस साधना को करने के दौरान गुरू से परामर्श करना होगा ।

‌‌‌आपको बतादें कि आप जिन्न परी को एक प्रेमिका के रूप मे सिद्ध कर सकते हैं या फिर एक दोस्त के रूप मे सिद्ध कर सकते हैं। यह बाद जिन्न परी प्रकट होने के बाद आपको उसके सामने बोलनी होगी । और उसके बाद आपको वैसी ही मर्यादा को बनाए रखना बहुत ही जरूरी होगा आप समझ सकते हैं।

‌‌‌इसके अलावा आपको बतादें कि आपको जिन्न परी सिद्ध होने के बाद किसी को यह नहीं बताना है कि आपके पास जिन्न परी की सिद्धी है। क्योंकि यह आपके लिए सही नहीं होगा और आपकी सिद्धी जा सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इसलिए सोच समझ कर ही काम करें । ‌‌‌यदि आपका कोई शिष्य है और आप उसे यह सिद्धी देना चाहते हैं तो आप इस सिद्धी के बारे मे बता सकते हैं नहीं तो कोई जरूरत नहीं है।

‌‌‌इसके अलावा आप जिन्न परी को बुलाने के लिए भी एक कंडिशन रख सकते हैं जैसे कि मैं आपको इस नाम से तीन बार बुलाउं तो आपको आना पडेगा । इसके अलावा इस तरह से अन्य कोई कंडिशन रख सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

‌‌‌इस तरह से जब आपको जरूरत पड़े आप उसे बुला सकते हैं। इस तरह से आप जिन्न परी के साथ रह सकते हैं।

‌‌‌जिन्न परी साधना के नियम के बारे मे जानें

दोस्तों अब यदि हम जिन्न के नियमों की बात करें तो इसके अंदर काफी कुछ सरल ही है। इस साधना के दौरान आपको व्रजासन का प्रयोग करना होगा ।आपको नमाज पढ़ते हैं उसी प्रकार से बैठना होगा और धुले हुए कपड़े बार बार पहनने चाहिए । इस दौरान किसी तरह का गलत काम ‌‌‌ करने से बचना होगा । आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌इसके अलावा आप जिस भी स्थान पर साधना कर रहे हैं वह साफ सुथरा होना चाहिए । उसके अंदर किसी तरह की गदंगी नहीं होनी चाहिए । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और उस स्थान को नियमित रूप से साफ करना चाहिए । इसके अलावा ‌‌‌उस स्थान पर किसी दूसरे इंसान का प्रवेश वर्जित होना चाहिए ।इसके अलावा साधना के दौरान किसी भी तरह से ब्रह्रमचर्य भंग नहीं होना चाहिए । नहीं तो आपकी साधना सफल नहीं हो पाएगी । इसके अलावा इस साधना के दौरान किसी स्त्री के साथ संबंध नहीं बनाने चाहिए ।

‌‌‌इसके अलावा साधना मे बैठने से पहले आपको पेशाब पानी सब कुछ कर लेना चाहिए । इसके अलावा इस साधना मे आपको हाथ मुंह को धोकर ही बैठना होगा । पहले अच्छी तरह से नहा लें । उसके बाद आपको आपको साधना मे बैठना होगा ।

‌‌‌दोस्तों यदि आप जिन्न परी की साधना कर रहे हैं तो किसी तरह के दूसरे मंत्र का उच्चारण नहीं करें । जैसे कि शिव का मंत्र या फिर किसी अन्य देवी का मंत्र आपको उच्चारण नहीं करना चाहिए ।इसके अलावा यदि आप साधना करते हैं तो आपको चमेली के पुष्प का का प्रयोग करना चाहिए । इससे जल्दी ही परी ‌‌‌ आकर्षित हो जाती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए।  इसके अलावा साधना के बाद बच्चों को मिठाई देनी चाहिए ।इसके अलावा साधना के अंदर लोबान धूप का प्रयोग करना है।

इसके अलावा जब परी प्रकट होती है तो सबसे पहले उसकी महक आती है। और परी काफी सुंदर होती है। इसलिए आपको खुद पर काबू करना चाहिए ।

‌‌‌क्योंकि उसके कोमल बदन को देखकर आपका ब्रह्रमचर्य नष्ट हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इसलिए खुद को काबू मे करना आपके लिए जरूरी होता है। आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

रात के 10 बजे से लेकर 12 बजे के समय  आप इस साधना को शूरू कर सकते हैं। इसके लिए शुक्रवार के दिन को चुनना चाहिए । इसके अलावा सुगंधित चमेली के तेल का दीपक जलाना चाहिए ।आप इस साधना को 33 दिन करना होता है। इसके लिए नीचे दिये गए मंत्र को जाप किया जा सकता है।

बा हिसार हनसद हिसार जिन्न देवी परी ज़ेर

वह एक खाई दूसरी अगन पसारी गर्व दीगर जां मिलाईके असवार धनात ॥

‌‌‌उसके बाद आखरी दिन जिन्न परी आपके सामने प्रकट होती है। उसके बाद आप उसके हाथ को चुमते हुए एक तरह से अपना रिश्ता कायम करें । आप दोस्त या प्रेमिका का रिश्ता उसके साथ बना सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

सिद्धि के लिए पहले 101 बार दुरूद शरीफ को जरूर पढ़ लें। और आपको यह साधना करने के लिए हकीक की माला का जाप करना होगा । इसके अलावा आपको हमेशा अपने बाल को ढकना होगा ।इसके अलावा चमेली के इत्र का प्रयोग आप कर सकते हैं। और इस साधना के अंदर आपको पश्चिम की तरफ मुख करके ही बैठना होता है।

‌‌‌इस तरह से आप जिन्न परी की साधना को कर सकते हैं। लेकिन आपको इसके लिए अपने गुरू से परामर्श आपको करना होगा । तभी आपके लिए काफी फायदेमंद होगा । नहीं तो आप फायदे के बजाय अपना ही नुकसान करवा सकते हैं। आप इस बात को समझ सकते हैं।

अशरफी परी साधना और अशरफी परी को बुलाने का मंत्र

अशरफी परी साधना और अशरफी परी को बुलाने का मंत्र

अशरफी परी का नाम तो आपने सुना ही होगा अशरफी परी जो धन से जुड़ी हुई है ।या यह पर जो धन देने वाली होती है। उसको इसी परी के नाम से जाना जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌इस परी को सिद्ध करने के बाद लोग सोने की सिक्के मंगवा लेते हैं। जिसके बार वह काफी अधिक अमीर हो जाते थे । वे लोग कुछ पैसा अपने पास रखते थे और बाकि को दान कर देते थे ।इस वजह से इस परी साधना को काफी अधिक गुप्त रखा जाता है। इस वजह से इस परी साधना के बारे मे बहुत ही कम लोग जानते हैं। यदि आप इस ‌‌‌परी साधना के बारे मे विस्तार से जानना चाहते हैं तो अपने गुरू से संपर्क करें जोकि इस तरह की परी साधना को कर चुका है। वह ही आपको इस परी साधना के बारे मे विस्तार से बताएगा ।

‌‌‌इस परी को देखने के बारे मे यह कहा जाता है कि इसकी वजह से इंसान कामवासना से भर जाता है और उसके बाद इसको पाने की कोशिश करता है। इस संबंध मे एक प्राचीन कथा आती है। एक बार एक इंसान एक जंगल से होकर गुजर रहा था तो उसने अशरफी परी को आकाश मार्ग के अंदर देखा तो वह उसके उपर मोहित हो गया और वहीं पर खड़ा ‌‌‌ होकर उसका नाम पुकारने लगा । तो अशरफी परी ने कहा कि मैं तुम्हें ऐसे प्राप्त नहीं हो सकती हूं । मुझे प्राप्त करने के लिए पास मे एक पीर बाबा रहते हैं उनसे साधना लेनी होगी । तो वह इंसान उस पीर बाबा के पास गया तो ‌‌‌ पीर बाबा नें उसको साधना बताई उस साधना को जब उस इंसान ने की तो वह परी प्रकट हुई और उसके बाद वह उसके गले लग गई और उसको अपना पति मान लिया । धीरे धीरे वह अमीर हो गया । इस तरह से उसके पास पैसों की कोई कमी नहीं रही लेकिन वह अपनी कामवासना से परी साधना का दुरपयोग करने लगा और  नई नई लड़कियों को अपने ‌‌‌ यहां पर बुलाने लगा । जिसकी वजह से परी उसको छोड़कर चली गई।

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arif khan

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