Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    cool thoughtscool thoughts
    • Home
    • Privacy Policy
    • About us
    • Contact Us
    Facebook X (Twitter) Instagram
    SUBSCRIBE
    • Home
    • Tech
    • Real Estate
    • Law
    • Finance
    • Fashion
    • Education
    • Automotive
    • Beauty Tips
    • Travel
    • Food
    • News
    cool thoughtscool thoughts
    Home»entertainment»‌‌‌300 + जबरदस्त दोस्ती निभाने की शायरी dosti nibhane ki shayari
    entertainment

    ‌‌‌300 + जबरदस्त दोस्ती निभाने की शायरी dosti nibhane ki shayari

    arif khanBy arif khanDecember 16, 2023Updated:December 16, 2023No Comments34 Mins Read
    Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Reddit WhatsApp Email
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn Pinterest WhatsApp Email

    dosti nibhane ki shayari दोस्ती निभाने की शायरी के बारे मे हम आपको बताने वाले हैं। यहां पर कुछ खास प्रकार की दोस्ती निभाने की शायरी दी गई हैं। उम्मीद करते हैं कि आपको यह सब पसंद आएगी । यदि आपको यह सब पसंद आती हैं तो आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं। आपके लिए सबसे अधिक सही होगा ।

    ‌‌‌क्या होता है दोस्ती निभाना

    जिदंगी की फिजाओं से पूछो

    क्या होता है दोस्ती निभाना

    जिदंगी की विरान राहों से पूछो ।

    ———————

    ‌‌‌तुम कहते हो छोड़ दो अपने

    आवारा दोस्तों को

    कैसे छोड़ दें इन दोस्तों

    को इन्होंने ही दोस्ती निभाई है।

    ———————

    ‌‌‌खुदा ना करे

    हमारे दोस्त रूठ जाएं

    दोस्ती निभाते निभाते

    भी कहीं दोस्ती ना टूट जाए ।

    ———————

    ‌‌‌एक दो तीन होते हैं

    अच्छे दोस्त हसीन होते हैं

    और जो दोस्त दोस्ती निभाए

    वो काफी रंगीन होते हैं।

    ———————

    ‌‌‌आपकी दोस्ती वो नहीं

    जो जान देती है

    दोस्ती वह नहीं जो मुस्कान देती है

    दोस्त वह है जो दोस्ती मे

    दर्द को विराम देती है।

    ———————

    ‌‌‌कितने खुशनसीब हैं हम

    हमको दोस्ती निभाने वाला

    यार मिला

    पता नहीं चला गम का

    जब दोस्तों का प्यार मिला ।

    ———————

    ‌‌‌अगर हमे समझते हो

    दोस्त तो दोस्ती निभाते रहना

    अगर हमे मानते हो दोस्त

    तो जिदंगी बनाते रहना ।

    ———————

    ‌‌‌जब से तेरी यारी हुई

    हम बिगड़ गए

    नहीं निभाई दोस्ती तो

    दोस्त भी बिछुड़ गए ।

    दोस्ती निभाने की शायरी

    ———————

    ‌‌‌हर चीज की एक एक्सपायरी होती है

    जो दोस्त का दिल खुश करदते

    वही शायरी होती है।

    ———————

    ‌‌‌खुदा ने कहा

    दोस्ती ना कर दुनिया की

    भीड़ मे खो जाएगा

    हमने कहा मिलकर देख हमारे दोस्त

    से मन दिवाना हो जाएगा ।

    ———————

    ‌‌‌जिदंगी मे हजारों दोस्त मिलेगे

    लेकिन एक दोस्त दोस्ती निभाने वाला चाहिए

    रूलाने वाले लाखों मिलेंगे

    लेकिन एक दोस्त सताने वाला भी चाहिए ।

    ———————

    ‌‌‌कीमती मोतियों की माला टूटे जितनी बार

    उसे पिरोना पड़ता है

    दोस्ती निभाने वाले दोस्त कहां मिलते हैं

    अपनी गलतियों से उन्हें खोना पड़ता है।

    ———————

    ‌‌‌जिदंगी मे दोस्ती निभाना

    तो जानवरों को भी आता है

    वरना शेषण करना तो

    जिमेदारों को भी आता है।

    ———————

    ‌‌‌हो बादल ऐसे

    कि बरसात बन जाए

    उम्र भर साथ चलो अगर

    तो बात बन जाए

    दोस्ती करो ऐसी

    कि जिदंगी भर का साथ बन जाए

    ———————

    ‌‌‌सितारा वही होता है जो दोस्तों

    कि महफिल मे बजता है

    प्यारा दोस्त वह

    होता है जो आपके दिल मे बसता है

     dosti nibhane ki shayari

    ———————

    और जब दिल चाहता है

    तो चाहने वाले नहीं मिलते

    ‌‌‌गुजरते वक्त के साथ

    दोस्ती निभाने वाले नहीं मिलते

    ———————

    ‌‌‌आपकी दोस्ती ऐसी

    कैद है जिसमे जमानत नहीं होती ।

    हम भी नहीं निभाते दोस्ती

    अगर हमारे पास यह दोस्त

    नाम की अमानत नहीं होती ।

    ———————

    ‌‌‌एक अकेला गुलाब भी

    सुंदर लगता है

    आपकी दोस्ती निभाने

    का ख्वाब भी सुंदर लगता है।

    ———————

    ‌‌‌जी लो हर लम्हे को जी

    भरकर क्योंकि लम्हें

    लौटकर आते नहीं

    जो निभाते हैं दोस्ती

    वो बीच रस्ते मे छोड़कर आते नहीं ।

    ———————

    ‌‌‌दुख देने के लिए

    तो दुनिया तैयार है

    मगर दोस्त ही निभाते हैं

    दोस्ती इसिलिए तो

    दोस्ती से प्यार है।

    ———————

    ‌‌‌हम पैदा होते हैं तो

    काफी गमगीन होते हैं

    जब निभागकर दोस्ती

    गुजरते हैं तो

    वो पल हसीन होते हैं।

    ———————

    ‌‌‌दोस्ती निभाने के लिए

    खुद का शिकार किया हमने

    जो धोखा देकर चला गया

    ऐसे दोस्त से प्यार किया हमने ।

    ———————

    ‌‌‌दोस्ती मे नहीं देखी जाती है दौलत

    दोस्ती मे नहीं देखी जाती है शौहरत

    जिसने दोस्ती के नाम पर धोखा दिया

    हमें आज भी याद है वो औरत ।

    ———————

    ‌‌‌कुछ मीठी सी ठंडक आज इन हवाओं मे

    दोस्ती की मिठास घुल गई है फिजाओं मे

    काश समेंट ले दोस्ती को हमारी बांहो मे ।

    दोस्ती निभाने की शायरी इन हिंदी

    ———————

    ‌‌‌अच्छे वक्त से अच्छा दोस्त जरूरी है

    हमारी दोस्ती मे दोस्ती निभाना है

    तो निभाओ वरना क्या मजबूरी है

    ———————

    ‌‌‌याद जब आपकी दोस्ती को

    करते हैं तो आपकी दोस्ती

    निभाना याद आ जाता है

    और फिर जिदंगी मे एक

    नया साज आ जाता है।

    ———————

    ‌‌‌आपकी और हमारी दोस्ती

    से जलता यह जहां है

    जो निभाए दोस्ती

    ऐसा दोस्त हर किसी

    के किस्मत मे कहां है

    ———————

    ‌‌‌डूबते को तिनके का सहारा

    दोस्ती निभाता है

    पर कमीना दोस्त है

    हमारा ।

    ———————

    ‌‌‌वह शाम मौत से भी सुहानी होगी

    जब यारों की यारी निभानी होगी

    रह नहीं सकते बिन दोस्त

    फिर भी जिदंगी बितानी होगी ।

    ———————

    ‌‌‌जिदंगी रही

    तो फिर आएंगे

    दोस्ती रही तो फिर

    निभाएंगे

    समय मिला तो

    फिर नई कहानी बताएंगे ।

    ———————

    ‌‌‌रूप बदलकर

    शरीर बदलकर

    दोस्ती के लिए चलकर

    दोस्ती निभाने के लिए

    फिर आएंगे ।

    ———————

    ‌‌‌ऐ खुदा टूटे अगर हमारी दोस्ती

     तो सहारा देना ।

    जिसे देखकर जमाने को

    जलन हो जाए दोस्त इतना प्यारा देना ।

    ———————

    ‌‌‌दोस्तों की दोस्ती निभाते निभाते

    थक गए हैं हम

    इन झूठे दोस्तों की सुनते सुनते

    पक गए हैं हम ।

    ———————

    ‌‌‌दोस्तों के नाम खत

    हम लिखते हैं

    आता नहीं दोस्ती निभाना

    आज भी हम सीखते हैं

    ———————

    ‌‌‌जिसकी महक दूर तक

    जाए उस इत्र का नाम है दोस्ती

    जो निभाना जानता हो

    उस मित्र का नाम है दोस्ती ।

    ———————

    ‌‌‌महक आपने दी

    और हम महक गए

    यह चहक आपने दी

    और हम चहक गए

    यह दोस्ती आपने दी

    और हम बहक गए ।

    ———————

    ‌‌‌मन मे भी वास

    करती हैं ताकते असूरी

    यही लाती हैं दोस्ती

    निभाने वाले दो

    दोस्तों के बीच दूरी ।

    ———————

    ‌‌‌आपकी दोस्ती कमजोरी है हमारी

    जिदंगी एक बोरी है हमारी

    ऐ दोस्त दूर से ही पहचान लेना आप

    चमड़ी गौरी है हमारी ।

    ———————

    ‌‌‌बिन पतंग क्या काम है डोर का

    हम भरोशा नहीं करते हैं किसी और का

    आपकी दोस्ती मे अब इंतजार है भोर का ।

    ———————

    ‌‌‌बस साथ चलते रहना ऐ दोस्त

    बस दोस्ती निभाते रहना ऐ दोस्त

    दोस्ती मे बिगड़ी बनाते रहना ऐ दोस्त

    ———————

    ‌‌‌दोस्त वह होता है जो

    आपके दिल मे बस जाए

    दोस्ती निभाना उसे कहते हैं

    जिसके आने से बादल बरस जाए ।

    ———————

    ‌‌‌हर गुजरते वक्त के साथ

    याद बहुत आती है तेरी

    आपकी दोस्ती निभाने से

    किस्मत ही बदल गई है मेरी ।

    ———————

    ‌‌‌दोस्त दोस्ती निभाने वाला चाहिए

    दोस्त हमको सताने वाला चाहिए

    दोस्त दोस्ती पर लुटाने वाला चाहिए ।

    ———————

    ‌‌‌शकुन नहीं आता है आपकी

    दोस्ती के बिना

    आप दोस्ती निभाएं या

    ना निभाएं मगर हमे

    जनून नहीं आता आपकी दोस्ती के बिना ।

    ———————

    ‌‌‌दोस्त बेशक कमीने थे

    लेकिन जिदंगी उनसे ही थी ।

    जब दोस्त नहीं आए

    तो जिदंगी सुन से ही थी।

    ———————

    ‌‌‌सुबह उठे तो  दोस्त का ख्याल आया

    आपकी दोस्ती  क्या निभाएंगे हम

    दिमाग मे यह पहला सवाल आया

    ———————

    ‌‌‌रहते गुमनाम हम हैं

    दिन किसी के नाम होता

    और रात किसी के नाम होती है

    लेकिन दोस्तों के नाम हर शाम होती है।

    ———————

    ‌‌‌कहते हैं दोस्ती आपकी सच्ची प्रीत है

    जो दोस्ती निभादे यही दोस्ती की जीत है

    वरना जिदंगी कुछ नहीं सुख दुख का गीत है।

    ———————

    ‌‌‌दोस्ती तो है झोका हवा  का

    आपकी दोस्ती नाम है वफा का

    आप हमारी दोस्ती निभाएंगे

    यह अर्थ होता है जिदंगी के फलसफा का ।

    ———————

    ‌‌‌भीग हैं पलकें तो क्या हुआ

    अभी आंसू पोंछने वाले बहुत हैं

    एक दोस्त ने दोस्ती नहीं निभाई तो क्या हुआ

    अभी हमारी सोचने वाले बहुत हैं।

    ———————

    ‌‌‌हे खुदा दोस्त के लिए

    दोस्ती की सौगात लिखना

    दुश्मनों के लिए उनकी

    औकात लिखना

    और हमारी किश्मत

    दोस्ती निभाने वालों का साथ लिखना

    ———————

    ‌‌‌मुरझाई फूलों से खुशबू देना कोई आप से सीखे

    डंक मारना कोई सांप से सीखे

    दोस्ती निभाने का दर्द क्या होता है

    कोई हमारे विलाप से सीखे ।

    ———————

    ‌‌‌कहते हैं वक्त किसी का सगा नहीं होता

    आज तेरा है तो कल मेरा होगा

    दोस्ती निभाने वाले दोस्त मिले

    तो एक दिन जरूर सवेरा होगा ।

    ———————

    ‌‌‌खुशबू मे भी एहसास है आपका

    दोस्ती मे भी रिश्ता खास है आपका

    आप दोस्ती निभाएं या ना निभाएं

    यह यार तो दास है आपका ।

    ———————

    ‌‌‌उगता हुआ सूरज रोशनी देता है

    खिलता फूल खुशबू देता है

    और आपकी दोस्ती निभाना

    हमारे दिल को सकून देता है।

    ———————

    ‌‌‌माना की हम आपकी

    दोस्ती के काबिल नहीं

    जो बिन निभाए दोस्ती

    हम वो साहिल नहीं

    दुश्मन और दोस्ती को समझते हैं हम

    दिमाग से कच्चे हैं पर झाहिल नहीं ।

    ———————

    ‌‌‌पतझर और सावन मे

    हम आपको याद करते हैं

    दुश्मनी मे दोस्ती निभाना

    अच्छा नहीं होता

    ऐसे दोस्त बरबाद करते हैं।

    ———————

    ‌‌‌रात मे जब आपकी याद आती

    है तो सितारेां मे आपकी तस्वीर

    नजर आ जाती है।

    दोस्ती निभाना तो दूर आप हमे

    भूल गए हवाओं से यह खबर आ जाती है।

    ———————

    ‌‌‌सुबह तो रोज होती है

    दोस्ती मे मौज होती है।

    जब तक नहीं मिलता

    दोस्त सच्चा तब तक

    खोज होती है।

    dosti na nibhane ki shayari

    ———————

    ‌‌‌दूर रहने वाले अक्सर

    क्यों याद आते हैं

    दोस्ती निभाने वाले दोस्त

    क्यों जिदंगी मे इतने बाद आते हैं।

    ———————

    ‌‌‌तन्हाइयों ने तन्हा हमको बनाया है

    आपकी दोस्ती ने ही हमें

    दोस्ती निभाना सिखाया है

    वरना जमाने ने तो हमें बहकाया है।

    ———————

    ‌‌‌आंखों मे छलकते आंसू हैं

    दूर रहना हम से

    क्योंकि हमारे दोस्त

    बहुत धांसू हैं।

    ———————

    ‌‌‌कहते हैं किसी की दोस्ती से

    दुनिया बदल जाती है

    और किसी दोस्ती से

    जिदंगी जल जाती है।

    ———————

    ‌‌‌दिल से निकली बात

    दिल पर वार करती है

    वह दोस्ती ही है

    जो हमसे इतना प्यार करती है।

    ———————

    ‌‌‌कहते हैं दोस्ती मत करना सजा बन जाती है

    कोई कहता है दोस्ती लज्जा बन जाती है।

    करके देख एक बार हमारे यारों से दोस्ती

    दोस्ती तो जिदंगी की वजह बन जाती है।

    ———————

    ‌‌‌जिदंगी रहे या ना रहे पर बदंगी रहेगी

    दुश्मन रहें या ना रहे पर दोस्ती रहेगी

    दोस्ती निभाएंगे ऐसी

    कि दुनिया सोचती रहेगी ।

    ———————

    ‌‌‌बिजली की चमक से तेज

    हो दोस्ती हमारी

    सब की एक मेज हो दोस्ती हमारी

    प्यार की नई सेज हो दोस्ती हमारी ।

    dosti na nibhane ki shayari इन हिंदी

    ———————

    ‌‌‌मुंह खोला तो

    दिल भी खोला करो

    अगर नहीं निभा सकते दोस्ती

    तो बढ चढ कर न बोला करो ।

    ———————

    ‌‌‌ऐ बादल बरस इतना

    कि सारे आंसू धुल जाएं

    ऐ बादल बरस इतना

    कि हमारे दोस्तों के गम

    ———————

    इस पानी मे घुल जाएं ।

    ‌‌‌बारिस भी बरस कर थम गई

    रखी थी जो बर्फ वह भी जम गई

    वो कहते हैं मिटा देंगे दोस्ती तुम्हारी

    अरे कैसे मिटाओ गे दोस्ती तो

    हमारे खून मे रम गई ।

    ———————

    ‌‌‌अगर दोस्ती मे वादा करते हैं

    तो उसे पूरा करने का दम भी रखते हैं

    क्या दोस्तों का दम भरते हो

    आपसे अच्छे दोस्त हम भी रखते हैं।

    ———————

    ‌‌‌कमजोर को हर कोई सताता है

    अपनापन तो हर कोई जताता है

    मगर जो दोस्ती निभादे

    वही दोस्ती का मतलब बताता है।

    ———————

    ‌‌‌आज अपनों के लिए गैर हो गए हम

    कहने को तो जंगल के शेर हो गए हम

    बिन दोस्त चले थे एक पल

    मे ढेर हो गए हम ।

    ———————

    ‌‌‌कूडा कुडेदान मे अच्छा लगता है

    तलवार म्यान मे अच्छा लगता है

    मुर्दा श्मसान मे अच्छा लगता है

    और दोस्त जान मे अच्छा लगता है।

    ———————

    ‌‌‌तेरी दोस्ती हम निभाएंगे

    तू बुलाएगा तो हम आएंगे

    देने को तो कुछ नहीं हमारे

    पास पर तेरे लिए दुआ

    मांगने जरूर जाएंगे ।

    dosti na nibhane ki shayari

    ———————

    ‌‌‌खुदा ने पूछा हम से

    प्यार लोगे या दोस्ती

    हम बोले दोस्ती

    खुदा ने पूछा दोस्ती मे ऐसा क्या है ?

    हमने कहा यह पूछो दोस्ती

    मे क्या नहीं है।

    ———————

    ‌‌‌कभी करके देखी है शेर की सवारी

    दोस्ती निभाने वाले दोस्त हमें

    मिल गए अब है दुश्मनों की बारी ।

    ———————

    ‌‌‌आपकी दोस्ती का प्यार

    कभी कम नहीं होता

    सच्ची दोस्ती निभाकर भी

    कोई गम नहीं होता

    अगर आप नहीं आते बचाने

    तो आज यह शनम नहीं होता ।

    ———————

    ‌‌‌कहते हैं दोस्ती कभी

    बूढ़ा नहीं होने देती

    उम्र बीत जाती है सारी

    फिर भी दोस्ती कोढ़ा नहीं होने देती ।

    ———————

    ‌‌‌उपर वाले ने दौलत भले ही कम दिया है

    पर दोस्तों मे सचमुच दम दिया है।

    ———————

    ‌‌‌दिल की कलम से लिखे

    हैं दोस्तों के लिए कुछ अपसाने

    आज दोस्ती निभाने वाले

    दोस्त हो चुके है परवाने ।

    ———————

    जो सीने मे रोशनी करदे उसे दीप कहते हैं 

    जिदंगी को सवार जिसमे है करते हैं उसे जीप कहते हैं

    जो निभाए दोस्ती उसे फ्रेंडशिप कहते हैं।

    dosti na nibhane ki shayari

    ———————

    ‌‌‌किस्मत की किताब खोल कर

    देखा तो दोस्त निकले

    जब आपने दोस्ती निभाई थी

    तो क्या हमारे कदम फिसले ।

    ———————

    ‌‌‌प्यार किसी से छुपाया नहीं जाता

    गुनाह हर किसी को बताया नहीं जाता

    जो दोस्ती निभाते हैं दोस्त

    उसे जिदंगी से हटाया नहीं जाता ।

    ———————

    ‌‌‌दूरियां तो हर रिश्तो मे आती हैं

    अरे दोस्त तू जब से चला गया

    हमें सांसे भी किश्तों मे आती हैं।

    ———————

    ‌‌‌दोस्ती प्यार भरे वो रिश्ते होते हैं

    दोस्ती निभाने वाले तो फरिश्ते होते हैं

    आपकी दोस्ती हमें तब बचाती है

    जब हम दर्द से पिसते होते हैं।

    ———————

    ‌‌‌आपकी और हमारी दोस्ती

    का कोई किनारा न था ।

    दोस्ती निभाई दोस्तों ने

    अपनों का कोई सहारा न था ।

    दुश्मनों ने गिरा दिया हमें

    पर दिल अभी हारा न था।

    ———————

    ‌‌‌तुम जब से दोस्त बनकर आए

    हम तो जमाना भूल गए

    पानी मे दूध मिल जाए जैसे

    हम आपकी दोस्ती मे ऐसे घुल गए ।

    ———————

    ‌‌‌किसी ने क्या खूब कहा

    संमदर ना हो तो किश्ती किस काम की

    मजाक ना हो तो मस्ती किस काम की

    अगर सच्चे दोस्त ना हो तो दोस्ती किस काम की ।

    ———————

    ‌‌‌पत्थर तो हर किसी ने

    मारा है हम पर

    पर बिन दोस्तों के

    आज भी खड़ें हैं अपने दम पर

    ———————

    ‌‌‌एक चाहत थी

    आपके साथ जीने की

    क्या बताएं आपको

    आदत लग गई है दोस्तों

    के संग पीने की ।

    ———————

    ‌‌‌मरना तो अकेले ही है

    फिर दोस्तों की ख्वाहिश क्यों

    आप जानते हैं हम दोस्ती नहीं

    निभा सकते फिर यह फरमाइश क्यों

    ———————

    ‌‌‌आपकी दोस्ती तो आम है

    आपकी वजह से ही हमारी शाम है

    आप दोस्ती निभाते हैं तभी

    तो हमे आराम है।

    दोस्ती निभाने की शायरी

    ———————

    ‌‌‌हम तो नींद मे भी

    दोस्तों को याद किया करते हैं

    अंत समय मे मिलने जरूर आना

    दोस्त बस यही फरियाद किया करते हैं।

    ———————

    ‌‌‌वो कहती है तुम तो

    नींदे मे बातें करते हो

    हमने कहा कुछ नहीं

    बस उनकी याद मे रंगीन राते करते हैं।

    ———————

    ‌‌‌अच्छे दोस्त मिलना

    भी हर जिदंगी का सपना होता है

    दोस्ती वही निभाता है जो

    अपना होता है।

    ———————

    एक अच्छा दोस्त फूल

    की तरह होता है

    जो हर समय सुगंध देता है

    ———————

    ‌‌‌लगे न नजर हमारी प्यारी दोस्ती को जमाने की

    खाई है आज कसम हमने दोस्ती निभाने की

    तमन्ना हम भी रखते हैं आपके साथ

    जिदंगी बनाने की ।

    ———————

    ‌‌‌तमन्ना हम भी रखते हैं

    आपसे दिल लगाने की

    पर डरते हैं कहीं

    नजर ना लग जाए

    इस जमाने की ।

    ———————

    ‌‌‌सितारों बगैर आसमान अधूरा है

    दानी बिना दान अधूरा है

    मुर्दे बगैर समशान अधूरा है

    और दोस्ती के बिना इंसान अधूरा है।

    ———————

    ‌‌‌लिखा जो दोस्तों के नाम खत है

    दोस्ती निभाएंगे यह हमारा मत है

    याद कर लेना आएंगे फाड़कर

    जो आपकी छत है।

    ———————

    ‌‌‌आपकी दोस्ती तो कुदरत का करिश्मा है

    दोस्ती क्या होती है हटाकर देख

    जो अपना चश्मा है।

    ———————

    ‌‌‌कभी कभी आपकी यादों

    के सहारे जी लेते हैं हम

    दर्द जब हद से गुजर

    जाता है तो पी लेते हैं हम ।

    दोस्ती निभाने की शायरी

    ———————

    ‌‌‌नब्ज क्या देखते हो

    इस धड़कते दिल को देखो

    दोस्त के जाने का गम है

    इस तड़पते दिल को देखो ।

    ———————

    ‌‌‌कुछ दोस्त वक्त गुजारने के लिए होते हैं

    कुछ दोस्त जीवन संवारने के लिए होते हैं

    कुछ दोस्त संकट मे उभारने के लिए होते हैं।

    ———————

    ‌‌‌दीपक जलता है तो जलने दो

    फूल गिलता है तो खिलने दो

    और पुराना दोस्त मिलता है तो मिलने दो ।

    ———————

    ‌‌‌खबर आपकी हमे ना

    हो ऐसा हो नहीं सकता ।

    जब तक हम हैं दोस्त

    कभी रो नहीं सकता ।

    ———————

    ‌‌‌चांद कभी सितारों मे खो

    नहीं सकता ।

    और एक प्यारा दोस्त

    हजारो मे हो नहीं सकता ।

    ———————

    ‌‌‌जो दिल के करीब हो उसे खफा नहीं करते

    जो दोस्ती निभाते हैं दोस्त

    उसे हम कभी दफा नहीं करते ।

    ———————

    ‌‌‌लिखते लिखते दोस्तों पर एक किताब लिखदी

    वह कहती है छोड़दो अपने आवारा दोस्तों को

    हम नहीं छोड़ेंगे अपने दोस्तों को यह बात

    हमने भी साफ लिखदी।

    ———————

    ‌‌‌ऐ दोस्त तेरे बिना मेरा होवे ना गुजारा 

    छोड़ के ना जा हमें तू ही है हमारा

    तेरी दोस्ती मे हमे सब कुछ है गवारा ।

    ———————

    ‌‌‌बिन दोस्तों के रात कैसे काटे

    दोस्त नहीं हैं तो ज्ञान किसको बांटें

    और दोस्तों के आने के इंतजार मे

    बदलते हैं हम करवटे ।

    ———————

    ‌‌‌ऐ दोस्त तू ही चेन मेरे दिलका

    तू ही शकून मेरे दिल का

    दोस्ती निभाना है जनून मेरे दिल का ।

    ———————

    ‌‌‌यह सूरज से भी कहदो

    जो करना है आग बुझा कर करें

    अगर दोस्त ने गलती की है

    तो बात नजरे झुका कर करे ।

    अगर खुद को साबित करना

    है तो दोस्ती निभा कर करे ।

    ———————

    ‌‌‌खुशबुओं से उसकी सिफारिश क्या करें

    वह तो खुद एक खुशबू है ।

    खुदा से दोस्त की खुशी की गुजारिश

    क्या करें वह तो खुद खुशी है।

     dosti nibhane ki shayari

    ———————

    ‌‌‌रात के अंधेरे मे जुगनू का प्रकाश

    हमने देखा है

    दिन मे बिन तारों के आकाश

    हमने देखा है।

    आपकी दोस्ती मे अपनेपन का

    एहसास हमने देखा है।

    ———————

    ‌‌‌ऐ खुदा दोस्त ने दोस्ती निभाई

    तो हम भी दोस्ती निभाएंगे ।

    दोस्त ने कसमे खाई

    तो हमने भी उनकी जिदंगी बनाई।

    ———————

    ‌‌‌ये जमाना न जाने क्या क्या करा सकता है

    दोस्त आपकी आंखे भरा सकता है

    और दोस्ती निभाने वाला दोस्त मिल जाए

    तो जिदंगी भर हंसा सकता है।

    ———————

    ‌‌‌अगर बस चले हमारा

    तो दोस्त के लिए तारे तोड़ लाएं

    अगर बस चले हमारा

    तो दोस्त के लिए नदियों की

    धार को भी मोड़ लाएं ।

    ———————

    ‌‌‌क्या खोया

    क्या पाया इसकी परवाह नहीं

    दोस्ती से बड़ी कोई

    दवा नहीं ।

    ———————

    ‌‌‌जितना जीना है

    आओ दोस्तों इस पल जी

    लेते हैं कल किसने देखा है ।

    वरना दुश्मनों की

    छाया मे खुशी का पल किसने देखा है।

    ———————

    ‌‌‌इश्क करो तो दिल से करो

    दोस्ती करते हो तो महफिल से करो

    ‌‌‌आपकी दोस्ते ने हमे

    आवारा बना दिया

    पर दोस्तों के प्यार ने अपना

    जहान सारा बना दिया ।

    दोस्ती निभाने की शायरी

    ———————

    ‌‌‌दोस्तों के दोस्ती मे खुद खो गए

    वो पता नहीं कब हमारे दिवाने हो गए

    हम बात करते हैं दोस्ती निभाने की

    मगर वो प्यार मे मस्ताने हो गए ।

    ———————

    ‌‌‌मेरी सांस सांस मे बसा है

    नाम आपका

    दोस्ती निभाएंगे हम

    क्योंकि दोस्ती नाम है खिताब का ।

    ———————

    ‌‌‌ना चैन से जीने देगी यह दोस्ती

    ना चैन से पीने देगी यह दोस्ती

    फिर भी कुछ नगीने देखी यह दोस्ती ।

    ———————

    ‌‌‌दुश्मनों ने समंदर को मिटा दिया

    आसमां मे चंद्र को मिटा दिया

    मगर दोस्तों ने दोस्ती निभाकर

    अंधकार अंदर का मिटा दिया ।

    ———————

    ‌‌‌तारों के शहर मे एक ‌‌‌न सितारा देगा

    नहीं मिला निभाने वाला दोस्ती

    यह संसार सारा देखा ।

    ———————

    ‌‌‌दिल दिया है तो जान भी देंगे

    दोस्ती की है आप से

    दोस्ती मे हर एहसान भी देंगे ।

    ———————

    ‌‌‌कहीं खुशी कहीं कहीं अंधेरा है

    अगर तू कहे तो आसमां भी तेरा है

    तेरी दोस्ती निभाने से ही हमारे

    दिल मे सवेरा है।

    ———————

    ‌‌‌कमल तो किचड़ मे खिला करते हैं

    अच्छे दोस्त भीड़ मे ना मिल करते हैं

    ———————

    ‌‌‌दुनिया देती है दोस्ती

    कि मिसाल आप के

    हम दुआ करते हैं

    खुशी मे कटे हर साल आपके ।

    ———————

    ‌‌‌हर मंजिल को पाना आसान नहीं होता

    दोस्ती निभाने वाले दोस्त को बनाना

    आसान नहीं होता ।

    दोस्तों को दोस्ती का दिवाना बनाना

    आसान नहीं होता ।

    ———————

    ‌‌‌कहते हैं आपकी दोस्ती ने हमे जीना सीखा दिया

    और प्यार ने हमे पीना सीखा दिया

    आप जैसे दोस्त जब से मिले

    जिदंगी बना दिया ।

    ———————

    ‌‌‌बिन दोस्तों के जिदंगी हमारी कुछ खास नहीं होती

    आपके बिना दोस्त की यह सांस नहीं होती ।

    आपने बनाय है हमे वरना यह दोस्ती खास नहीं होती है।

    ———————

    ‌‌‌खुदा ने एक सितारा दिया

    दोस्त जान से भी प्यारा दिया

    जब दर्द मे थे तब दोस्त ने

    ही हमे सहारा दिया ।

    ———————

    ‌‌‌दोस्ती निभाते हैं हम

    बस इसीलिए दोस्त बनाते हैं हम

    सुन लेना कभी दोस्ती का नाम

    आज भी गुनगुनाते हैं हम ।

    ———————

    ‌‌‌जख्म जमाने ने दिये

    दाग ‌‌‌दुश्मनों से मिलें

    हमको यह तोहफे

    आपकी दोस्ती निभाने से मिले

    ———————

    ‌‌‌यहीं से पहला गांव आएगा हमारा

    आपकी दोस्ती निभाने मे पहला

    नाम आएगा हमारा

    ———————

    ‌‌‌बात कड़वी बोलते हैं पर सच बोलते हैं

    दोस्ती निभाने वाले दोस्त हैं हम

    दोस्ती मे न जहर घोलते हैं।

    ———————

    ‌‌‌यूं ही नहीं कहते हैं जिगरी यार आपको

    निभाते हैं दोस्तों की दोस्ती

    इसलिए याद करता है संसार आपको ।

    ———————

    ‌‌‌आपके आने से फूलो मे बहार आ जाए

    आपके आने से खुशियों की डार आ जाए

    और आपके हाथों से खाना खाने पर डकार आ जाए ।

    ———————

    ‌‌‌जो स्वामी का हो जाए वो दास गजब होता है

    आपकी दोस्ती का एहसास गजब होता है

    जो दोस्त दोस्ती निभाए वो खास गजब होता है।

    ———————

    ‌‌‌हर वक्त जो दिल के पास होता है

    वह दोस्त कहलाता है

    जिससे दोस्ती का नास होता है

    वह दुश्मन कहलाता है।

    ———————

    ‌‌‌चुन लिए सितारे हमने आपके लिए

    चुन लिए दोस्त प्यारे आपके लिए

    आप हमारे हैं और हम आपके

    यह नारे आपके लिए

    ———————

    ‌‌‌तेरे मेरी दोस्ती इतनी खास हो

    कि खुदा के दिल मे भी उसका वास हो ।

    ———————

    ‌‌‌कहते हैं दोस्ती निभाने वाले दोस्त महान होते हैं

    दुनिया वही चलाते हैं यार

    जिनके इरादों मे जान होते हैं।

    ———————

    ‌‌‌हम यह मानते हैं कि शेर का ठिकाना जंगल होता है

    पर हम यह क्यों नहीं मानते की दोस्त निभाने

    वाला दोस्त अगर मिल जाए तो सब मंगल होता है ।

    और जब दुश्मनों से दोस्ती हो जाए तो दंगल होता है।

    ———————

    ‌‌‌शिकारी तो शिकार की खोज करते हैं

    आशिक प्यार की खोज करते हैं

    और हम दोस्ती के लिए

    संसार की खोज करते हैं।

    ———————

    ‌‌‌हमारे दर पर दुश्मनों को टहलते देखा

    और दुश्मनों से चांद जैसी दोस्ती

    को भी दहलते देखा ।

    ———————

    ‌‌‌आसमा मे घर किस बात का

    दोस्त हैं दोस्ती निभाने वाले

    तो फिर डर किस बात का

    ———————

    ‌‌‌खुदा करें फिर से वही शाम हो जाए

    दोस्ती निभाने के नाम एक जाम हो जाए

    आज से हमारी हर खुशी दोस्ती के नाम हो जाए ।

    ———————

    ‌‌‌दिल से दिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं

    दोस्ती मे साहिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं

    मगर हमारे दोस्तों मे जाहिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं।

    ———————

    ‌‌‌कहने को तो बादशाह हैं हम

    दोस्तों के लिए नई राह हैं हम

    और प्यार करने वालों के लिए नई चाह हैं हम ।

    ———————

    ‌‌‌फकीरों को मजा आता है फकीरी मे

    जवानी बीत गई उस झीरी मे

     आपकी दोस्ती के बिना

    क्या रख है हमारी तकदीरी मे ।

    ———————

    ‌‌‌जिदंगी का एक किरदार हूं

    दोस्तों के लिए एक संसार हूं

    दोस्ती निभाने वाले दोस्तों

    के लिए मैं ही एक परिवार हूं ।

    ———————

    ‌‌‌ऐ दोस्त तू किरदार है मेरे सीने का

    तेरे बिना क्या मजा है जीने का ।

    अगर तू साथ है तो मजा

    ही आ जाएगा आज शाम पीने का ।

    ———————

    ‌‌‌किरदारों मे भी किरदार देखा

    दोस्तों के झगड़ों मे भी प्यार देखा

    आपकी दोस्ती मे ही हमने

    अपना संसार देखा ।

    ———————

    ‌‌‌आपकी दोस्ती को दिल मे

    कहीं छुपा लेते हैं

    डरते हैं कही नजर ना लग जाए जमाने की

    बहुत खाई हैं कसमे हमने

    दोस्ती निभाने की ।

    ———————

    ‌‌‌तेरी मेरी यारी का क्या कहना

    दोस्ती की है तो सदा साथ रहना

    ‌‌‌कहते हैं दोस्ती निभाने वालों को

    सुख दुख की पहचान होती है

    तभी तो दोस्ती खुदा से भी

    महान होती है।

    ———————

    ‌‌‌सदा तू खुश रहे

    रब से फरियाद हम करते हैं

    कहने को तो मर चुके हैं हम

    फिर भी कब्र मैं बेठे तुम्हे याद करते हैं।

    ———————

    ‌‌‌वैसे तो शेर जंगल का राजा होता है

    लेकिन जीवन उसकी सबसे बेरहम होता है

    जो एक पल मे राजा जैसे दोस्त

    को हटा दे असल मे वह वहम होता है।

    ———————

    ‌‌‌तू मेरा दोस्त नहीं

    तू मेरी धड़कन है

    तेरी दोस्ती निभाने की

    आज भी सीने मे तडपन है।

    ———————

    ‌‌‌प्यार हो तो कलम

    और स्याही जैसा हो

    अगर दोस्ती हो

    तो पथ और

    राही जैसी हो ।

    ———————

    ‌‌‌कहते हैं दोस्ती इस दुनिया

    की नहीं यह रब की दुनिया से आई है।

    तभी तो आपकी दोस्ती

    हमारी सांसों मे समाई है।

    ———————

    ‌‌‌अपने तो बगावत करने लगे

    और यह देख दुश्मन दावत करने लगे ।

    और जब जाना दोस्तों ने यह

    तो खुशामद करने लगे ।

    ———————

    ‌‌‌यह खत दोस्तों के नाम

    लिखते हैं

    ऐसे दोस्त किस काम के

    जो बीच सड़क पर बिकते हैं।

    ———————

    ‌‌‌दोस्तों ने दोस्ती निभाई

    और हम दीवाने हो गए

    मिले नहीं दोस्ती निभाने वाले

    दोस्त जमाने हो गए ।

    ———————

    ‌‌‌इस छोटी सी जिदंगी

    मे किसी को दर्द क्या दें

    दोस्त तो पहले से ही ठिठुर

    रहे हैं उनको शर्द क्या दें ।

    ———————

    ‌‌‌मेरे सभी दोस्त तो

    हवाओं से कम नहीं हैं

    वे हमारी फिजाओं से कम नहीं हैं

    और उनकी बदौलत यह

    जिदंगी अदाओं से कम नहीं है।

    ———————

    ‌‌‌लगी दिल मे आ

    तो बुझाने दोस्त आए

    हुआ झगड़ा दुश्मनों

    से तो सुलझाने दोस्त आए ।

    ———————

    ‌‌‌बचपन भी क्या हुआ

    करता था दो उंगली से

    दोस्ती हो जाया करती थी

    और आज दिल मिलने  पर

    भी सच्ची दोस्ती नहीं होती ।

    ———————

    ‌‌‌ऐ दोस्ती तेरी दोस्ती पर

    हम फक्र करते हैं

    तू निभाएगा दोस्ती हमारी

    यही हम जमाने से जिक्र करते हैं।

    ———————

    ‌‌‌एक उभरते हुए पेड़ हैं हम

    हमें हर वक्त खाद चाहिए ।

    कहने को कुछ नहीं बस इतना याद रखना

    हर कदम पर हमें दोस्तों का साथ चाहिए ।

    ———————

    ‌‌‌कोई गाजर मूली नहीं

    कि आप हमें काट दोगे

    हमारे दोस्त तो फौलादी हैं

    आपमे इतना दम नहीं कि हमें बांट दोगे ।

    ———————

    ‌‌‌अगर पौधे मे फूल ना हो

    तो पौधा विरान सा लगता है

    अगर दोस्त ना हो तो

    यह जीवन भी समशान सा लगता है।

     dosti nibhane ki shayari

    ———————

    ‌‌‌इस विराने मे दोस्तो ने

    ही दीया जलाया है ।

    दोस्ती महान होती है

    यह आज दोस्तों ने दोस्ती

    निभाकर जमाने को बताया है।

    ———————

    ‌‌‌हमें पता नहीं चल सका दीया जलता रहा रात भर

    हम कुछ नहीं मांगते दोस्त आपसे

    बस रहना सदा साथ भर

    ———————

    ‌‌‌दीये का तेल रात भर जलता रहा ।

    दोस्तों का धोखा दिल को छलता रहा

    दोस्ती झूठी है खयाल दिल मे पलता रहा ।

    ———————

    ‌‌‌तेज हवाओं मे दीये नहीं जला करते

    दोस्ती निभाने वाले दोस्त

    कांटों को देखकर नहीं टला करते ।

    ———————

    ‌‌‌दीपक की जरूरत है अंधेरा दूर करने के लिए

    दोस्तों की जरूरत है दुश्मनों का घेरा दूर करने के लिए ।

    ———————

    ‌‌‌दोस्ती का दीया सीने मे जलाया करो

    अगर दोस्ती करते हो

    तो दोस्ती निभाया करो ।

    ———————

    ‌‌‌आज बुझे दीये की तरह मन था

    आप दोस्ती की बात करते हैं

    दोस्तों ने दोस्ती के नाम पर

    दुश्मनों को मौका दिया यह क्या कम था।

    ———————

    ‌‌‌उस दीये की बात ही क्या

    करना जो जल ना सके

    उस दोस्ती की बात ही क्या

    करना जो फल ना सके ।

    ———————

    ‌‌‌दीया तो सीने मे जलता

    रहा पर तेल सूख गया

    दोस्ती निभा ना सके दोस्त

    पता नहीं मैं कहा चूक गया ।

    ———————

    ‌‌‌दीये तले सदा ही

    अंधेरा होता है

    रात मे पेड़ों पर

    पक्षियों का बसेरा होता है ।

    जब दोस्त दोस्ती निभाते हैं

    तो नया ‌‌‌सवेरा होता है।

    ———————

    ‌‌‌दोस्त आने की खुशी

    मे हमने हजार दीये जलाए

    क्योंकि हम भी ते तन्हाइयों

    के सताए ।

    ———————

    ‌‌‌जलते दीयों मे पतंगे आते हैं

    खुद का बलिदान करने के लिए ।

    और सच्ची दोस्ती होती है

    कुर्बान करने के लिए ।

    ———————

    ‌‌‌धीमे धीमें  रात भर

    दीया जलता रहा ।

    दोस्त नहीं आए तो हम

    सो ना सके उनका न

    आना हमें खलता रहा ।

    ———————

    ‌‌‌अगर बीवी ना हो

    तो साली किस काम की

    अगर कान ना हो

    तो बाली किस काम की ।

    अगर दोस्त निभाते नहीं

    हो तो दोस्ती किस काम की ।

    ———————

    ‌‌‌दीयों की रोशनी मे

    खूब पढ़ा है हमने

    अफसोस है हमे

    दोस्तों पर झुठा दोष मढ़ा हमने।

    ———————

    ‌‌‌अपने मन मे उजास रखों

    ‌‌‌एक दोस्त तो कम से कम खास रखों

    जरूरत पड़ने पर जो काम

    आए उसे अपने पास रखो ।

    ———————

    ‌‌‌हाथ मे हो चाय की प्याली

    और साथ मे बिस्कुटों की थाली हो

    दोस्ती निभाने आ जाओ दोस्त

    अगर तुम खाली हो ।

    ———————

    ‌‌‌मजा ही कुछ और है

    दोस्तों संग चाय पीने का

    मौका बस किसी किसी को

    मिलता है आप जैसे दोस्तों संग जीने का ।

    ———————

    ‌‌‌आपकी हाथों की चाय पीये

    जमाना हो गया ।

    अब तो हम दोस्त बन चुके हैं

    आपका साथ जाना पहचाना हो गया ।

    ———————

    ‌‌‌दोस्तों की दोस्ती निभाने

    का भी एक किस्सा होता है ।

    दिल तोड़ कर मत जाना यार

    क्योंकि दिल भी एक शीशा होता है।

    ———————

    ———————

    ‌‌‌हर शाम चाय का स्वाद हो

    फोन पर दोस्तों संग बात हो ।

    पुरी दुनिया एक तरफ हो जाए

    तो भी नहीं डरेंगे बस दोस्त

    हमारे साथ हो ।

    ———————

    ‌‌‌कुछ तस्वीर दिल से निकलती हैं

    तो दिल को छू जाती हैं

    दोस्त तो अनेक मिलते हैं जिदंगी मे

    बस कुछ रह जाते हैं और कुछ खो जाते हैं।

    ———————

    ‌‌‌दोस्तों के साथ चाय पीने

    का मजा ही कुछ और है

    दोस्त अगर साथ हो

    दोस्ती निभाने वाले

    तो जिदंगी का लजा ही कुछ और है।

    ———————

    ‌‌‌चाय मे चीनी कम रखते हैं हम

    दोस्ती मे भी गम रखते हैं हम

    दोस्त भले ही कम रखते हैं हम

    मगर दोस्ती मे भी दम रखते हैं हम ।

    ———————

    ‌‌‌दूध और छाछ का कोई मेल नहीं होता

    दोस्ती और दुश्मनी का कोइ खेल नहीं होता ।

    वैसे तो दुनिया मे हर रिश्ता बिकता है

    मगर दोस्त ही है जो कभी सेल नहीं होता ।

    ———————

    ‌‌‌आपकी चाय का नशा उतरा नहीं

    हम भी जमाने के साथ हैं जमाना गुजरा नहीं ।

    दोस्त आए हैं हमारे दोस्ती निभाने

    यहां कोई मुजरा नहीं ।

    ———————

    ‌‌‌चाय गर्म हो तो होंठ जला देती है

    और दोस्ती गर्म हो तो जिदंगी हिला देती है।

    अगर दोस्ती सच्ची हो तो

    वह आपको हर वक्त सलाह देती है।

    ———————

    ‌‌‌हम जब भी इस दुनिया से जाएंगें

    दोस्ती निभाकर ही जाएंगे

    अगर दिखेंगे आप हमें उदास

    तो आपको हंसाकर ही जाएंगे ।

    ———————

    ‌‌‌भूलना चाहोगे हमें तो

    इतनी आसानी से दिल से निकाल न सकोगे

    अगर आएगा संकट आप पर

    तो बिना हमारे टाल न सकोगे ।

    ———————

    ‌‌‌अगर तलास है हमसे बेहतर दोस्त

    की तो हर जगह पर तलास करो

    अगर नहीं निभानी है आपको दोस्ती

    तो हमें दोस्त बनाकर यूं ना निराश करो ।

    ———————

    ‌‌‌दोस्ती की तलास

    आपसे शूरू हुई और

    आप पर ही खत्म हो गई ।

    आपने बहुत कुछ किया हमारे लिए

    फिर भी हमारी जिदंगी जख्म हो गई ।

    ———————

    ‌‌‌अगर आप हमे दोस्त समझते हैं

    तो दोस्ती निभाते रहना ।

    हमे याद भले ही आपकी ना आए

    फिर भी हमे याद दिलाते रहना ।

    हम खुश रहें या ना रहें

    बस आप सदा मुस्कुराते रहना ।

    ———————

    ‌‌‌मेरी हर खुशी तेरे नाम करदूं

    यह जिदंगी तुझ पर कुर्बान करदूं

    तू आए या ना आए दोस्ती निभाने

    पर मैं दोस्ती निभाकर तुझ पर एहसान करदूं ।

    ———————

    ‌‌‌तेरी दोस्ती से यह संसार मिला मुझको

    तेरी दोस्ती निभाने से नया परिवार मिला मुझको।

    मैं खुशनसीब हूं आपकी दोस्ती मे ही इकरार मिला मुझको ।

    ———————

    हम भी बेच देते काश बिकते यह गम बाजार मे

    हम बेहद खुश नसीब हैं वरना

    सोने जैसे दोस्त कहां मिलते हैं इस संसार मे ।

    ———————

    ‌‌‌आपकी दोस्ती मे जीना हमारा जनून है

    आपकी दोस्ती का खून हमारा खून है

    आपकी दोस्ती निभाने से ही

    इस आसमां मे मून है।

    ———————

    ‌‌‌नींबू की तरह कड़वी है तेरी दोस्ती

    फिर भी तेरी दोस्ती निभाने का मजा

    ही कुछ और है ।

    अच्छे अच्छे दोस्त बनालो यारो

    क्योंकि हर तरफ दोस्ती का शौर है।

    ———————

    ‌‌‌जब आग ही नहीं सीने मे

    तो क्या मजा जीने मे

    हम ही हैं जिनको मजा

    आता है आपकी दोस्ती निभाने मे ।

    ———————

    ‌‌‌कितनी अजीब बात है

    दोस्त मिट जाते हैं मगर उनकी दोस्ती नहीं

    कितनी अजीब बात है रिश्ते सिमट

    जाते हैं फिर भी दुनिया सोचती नहीं ।

    ———————

    ‌‌‌बहुत देखें हैं बड़े बड़े

    भाषण देने वाले ।

    कम ही मिलते हैं

    गरीबों को रासन देने वाले ।

    दोस्त भी मिले तो बस

    आश्वासन देने वाले ।

    ———————

    ‌‌‌काश स्कूल मे दोस्ती का एक विषय होता ।

    तो न आज हमें अपने दोस्तों पर संशय होता ।

    ———————

    ‌‌‌अपनापन उसे क्या दिखाएं

    जो अपना है ही नहीं ।

    सपना उसे कैसे बताएं

    जो सपना है ही नहीं ।

    उसकी दोस्ती कैसे निभाएं

    जो दोस्त अपना है ही नहीं ।

    ———————

    ———————

    ‌‌‌हर बार कसम दी आपने

    फिर भी दोस्ती की रकम दी आपने

    हम आपका एहसान को कैसे चुकाएं

    क्योंकि यह मुकाम दी आप ने ।

    ———————

    ‌‌‌हमारे पीछे दोस्ती निभाने वालों

    की भीड़ देखकर हमे भी जोश आया ।

    हम तो कबके मर चुके थे दोस्तों की

    दोस्ती मे जब दोस्तों ने उठाया तो होश आया ।

    ———————

    ‌‌‌हमे अपनी दोस्ती की दुहाई ना दो

    हमे अपने रिश्ते की रूसवाई ना दो

    हम निभाएंगे दोस्ती आपकी

    बस हमे यह ठुकराई ना दो ।

    ———————

    ‌‌‌आंखे भर आई दोस्तों के दर्द को देखकर

    सीने की धड़कन तेज हो गई शर्द को देखकर

    दुनिया को समझ नहीं आ रहा था क्या हो गया

    इस गर्द को देखकर ।

    ———————

    ‌‌‌जब दोस्तों ने निभाई दोस्ती

    तो दोस्ती का नारा गूंज उठा

    हम तो बच गए थे मगर

    दोस्तों का कंधों पर रोज उठा ।

    ———————

    ‌‌‌दोस्ती निभाना हमारी

    पलको का भार है।

    जिन्होंने नहीं की दोस्ती

    उनको क्या पता दोस्ती कैसा संसार है।

    ———————

    ‌‌‌दोस्ती निभाकर आए

    दोस्तों की आरती उतारी हमनें

    दुनिया क्या जाने खरे सोने

    जैसे दोस्तों को पाने के लिए

    कैसे राते गुजारी हमने ।

    ———————

    ‌‌‌दोस्ती मे हमतो कुर्बान हो गए

    और दोस्तों ने एक मूर्ति हमारी बनाई

    और बड़ी धूम धाम से दोस्ती

    की जीत मनाई ।

    ———————

    ‌‌‌स्कूल तो हम भी गए थे

    पर आप जैसे नहीं मिले

    दुश्मन तो बहुत मिले

    पर सांप जैसे नहीं मिले ।

    ———————

    ‌‌‌बक्से के अंदर जैसे बंद

    हो जाए आपकी और हमारी यारी

    क्या पता नजर लग जाए

    देख रही है दुनिया इधर सारी ।

    ———————

    ‌‌‌गले मे लटकाए दोस्तों

    का नाम और घूम रहे हम

    दोस्त तो दोस्ती निभाने नहीं

    आए फिर भी उनकी तस्वीर

    को चूम रहे हैं हम ।

    ———————

    ‌‌‌सब्जी मे खूब मिर्च मसाला हो

    गले मे दोस्ती के नाम की माला हो

    और आप जैसे दोस्त का खुदा रखवाला हो ।

    ———————

    ‌‌‌भूख तो कुछ भी करवा देती है

    कभी कभी दोस्ती भी मरवा देती है ।

    ———————

    ‌‌‌बिन दोस्त सदियां गुजारी हैं

    मगर आपकी दोस्ती मे

    न पार हो सकने वाली नदियां गुजारी हैं

    दोस्ती निभादी आपने

    हम आपको आभारी हैं।

    ———————

    ‌‌‌अगर माना तो पत्थर मे

    भी भगवान है।

    अगर मिल गए बुरे दोस्त

    तो दोस्ती भी श्मसान है।

    ———————

    ‌‌‌वो कहते हैं दोस्त बने हो

    तो दोस्ती निभा देना ।

    अगर नहीं रहना है दोस्ती

    मे तो मत देखना धोखा

    बस बता देना ।

    ———————

    ‌‌‌पानीं नहीं मिलता तो पेड़ सुखता है।

    अब हमारी दोस्ती पर जमाना  थूकता है

    वो दोस्त खुश नसीब है जो झूठी

    दोस्ती से चूकता है।

    ———————

    ‌‌‌आपकी दोस्ती निभाने से

    मिली हमें सफलता की सीढ़ी ।

    और आपकी दोस्ती से

    निहाल हो गई हमारी पीढ़ी ।

    ———————

    ‌‌‌आपको रोशनी देता है

    दीपक खुद ताप सहकर ।

    दोस्त दोस्ती फिर भी

    निभाते हैं जमाने का शाप सहकर ।

    ———————

    ‌‌‌हे दोस्त हमारे मंदिर के पावन दीप हो तुम

    समुद्र मे रहने वाले शीप हो तुम

    दोस्ती निभाना बस आखरी उम्मीद हो तुम ।

    ———————

    ‌‌‌ईश्वर को सताना मुश्किल होता है

    प्यार मे बेवफाई को बताना मुश्किल होता है।

    और दोस्त की दोस्ती निभाना मुश्किल होता है।

    ———————

    ‌‌‌आपकी दोस्ती का ध्यान हम करते हैं

    दोस्त दोस्ती निभाएंगे इसलिए ही

    दोस्तों का मान हम करते हैं

    ———————

    ‌‌‌कहते हैं दुनिया तो पत्थर की है

    वैसे तो उम्र हमारी सतर की है

    आपकी दोस्ती निभाने के लिए

    जरूरत बस मंत्र की है।

    ———————

    ‌‌‌दोस्तों ने एहसान इतने किये

    कि बोझ तले दब गए हम

    और दोस्तों के एहसानों को

    चुकाते चुकाते खप गए हम ।

    ———————

    ‌‌‌ऐ दोस्त तुम्हे रब का वास्ता

    दोस्ती हमारी तुम निभाओगे

    अगर हम रूठ गए तो

    तुम हमें मनाओ गे ।

    आपकी दोस्ती है कमाल की

    लगता है तुम जमाना झुकाओगे ।

    ———————

    ‌‌‌मन करता है दोस्तों की दोस्ती

    को पलकों की छांव मे सुला दें

    दोस्ती हो तो ऐसी चोट लगे दोस्त

    को और आपको रूला दे ।

    ———————

    ‌‌‌लगता है आज तो

    दोस्त बाजी मार गए ।

    कमीनों ने जिंदा ही हमे

    अर्थी पर उतार गए ।

    ———————

    ‌‌‌हार और जीत कुछ नहीं

    यह बस आपके मन का खेल है

    दोस्ती बस वही निभाते हैं

    जिसका दिल से दिल का मेल है।

    ———————

    ‌‌‌पानी मे दोस्तों की परछाई देखी हमने

    आपकी दोस्ती मे तन्हाई देखी हमने

    आप जैसे दोस्तों की दोस्ती

    भी निभाई देखी हमने ।

    ———————

    ‌‌‌गहरी दरिया मे डूब गए थे हम

     आज फिर दोस्त हमें बचा लाए

    बोले अब बहुत हुआ शादी करेंगे

    तुम्हारी हाथों पर मेंहदी रचा लाए ।

    ———————

    ‌‌‌डूबती नौका को दोस्ती का सहारा मिला

    दोस्ती की बदौलत यह किनारा मिला ।

    खुदा की बदौलत ही हमे दोस्त

    इतना प्यारा मिला ।

    ———————

    ‌‌‌बगीचे मे फूल उगे तो भंवरे आए

    दोस्त मिले तो कुछ दुश्मन आए

    हम बहुत खुश हुए जब

    दोस्तों ने वादे निभाए ।

    ———————

    ‌‌‌नगरी थी सोने की फिर भी जल गई आग से

    मेले कपड़े भी धुल जाते हैं झाग से

    और मिट जाती है दोस्ती छोटे से दाग से ।

    ———————

    ‌‌‌जीते तो रोज है पर

    दोस्तों के संग जीवन निराला होता है ।

    जिसे पी ले तो नशा न उतरे

    बस दोस्ती ही वो प्याला होता है।

    ———————

    ‌‌‌नहीं उठती है हमसे यह जो पाप की गठरी है

    दोस्तों के बिना जिदंगी रेल की पटरी है ।

    ———————

    ‌‌‌बीत जाता है नाविक का जीवन पानी मे

    दोस्ती गहरी होती है जवानी मे

    दोस्ती निभाने वाले दोस्तों का नाम

    लिखेंगे इस कहानी मे ।

    ———————

    ‌‌‌मन तो मनमानी करता है

    और दोस्ती इंसान ही करता है

    दोस्ती ना निभाने का फैसला

    भी कभी कभी हैरानी करता है।

    ———————

    ‌‌‌रेत के धरातल पर रेत को

    बिछाया है हमने

    आप कहते हो दोस्ती नहीं निभाते

    अरे हर कदम पर दोस्तों की दोस्ती

    को निभाया है हमने ।

    ———————

    ‌‌‌रेतीले तट पर मोती लुटाये हैं हमने

    बहुत मेहनत से प्यारे दोस्त जुटाये हैं हमने

    आपकी दोस्ती मे बहुत सुटाए हैं हमने ।

    ———————

    ‌‌‌पतवार हमारी टूट गई

    अब खुदा पर भरोसा है।

    किस्मत हमारी फूट गई

    और दोस्तों ने दोस्ती

    निभाने के नाम पर कोसा है।

    ———————

    ‌‌‌बहुत कुछ उजाड़ा है बेकाबू लहरों ने

    दोस्ती का मजाक उड़ाया है शहरो नें

    हमे बचाया है दोस्तों के पहरो ने ।

    ———————

    ‌‌‌दीपक बुझ गया तो

    पतंगे भी उड़ गए

    दोस्ती टूट गई तो

    हम क्या करते

    हम भी अपने रस्ते पर मुड गए ।

    ———————

    ‌‌‌दोस्तों के लिए

    खामोश हो गई थी अस्थियाँ हमारी

    मन को सकून मिला कम से

    कम आज भी मौजूद हैं बस्तियां हमारी

    ———————

    ‌‌‌दोस्ती मे उठा हल्का धुंआ

    और लोग दोस्ती छोड़कर भाग गए

    अकेला नहीं पड़ने देगें  दोस्त को

    अब हम भी जाग गए ।

    ———————

    अश्रु-स्याही से लिखा है

    नाम दोस्ती का

    हम पड़े इधर और

    वो पड़े इधर यही

    अंजाम है दोस्ती का ।

    ———————

    ‌‌‌बुझना और जलना तो

    दीपक की फितरत है

    आप जैसे दोस्त मिले हमे

    यही तो कुदरत है।

    ———————

    ‌‌‌आज दोस्तों के पथ को हमे सजाना है

    वो निभाकर आ रहे हैं दोस्ती

    यह सबको बताना है।

    और उनके स्वागत मे डीजे बजाना है।

    ———————

    ‌‌‌दिल तो था कोरा कागज दोस्ती

    के नाम लिख गए

    खरीद सकते हो तो खरीद लो

    कुछ दोस्ती के दाम लिख गए ।

    ———————

    ‌‌‌हम तो कतरा थे

    बारिश हुई तो बह गए

    वक्त आया तो मुझ पर

    हंसने वाले बड़े बड़े पहाड़ भी ढह गए

    दोस्ती सच्ची है या झूठी समय बताएगा

    कहने वाले कह गए ।

    ———————

    ‌‌‌दिल का क्या भरोशा यह

    तो बस एक पंछी है

    दोस्ती और कुछ नहीं

    हमारे कंधों का मंची है।

    ———————

    ‌‌‌दोस्त बनाकर तो चैन की नींद सोये हैं हम

    और दोस्तों की दोस्ती निभाकर खूब रोए हैं हम ।

    ———————

    ‌‌‌आपकी दोस्ती निभाते निभाते

    तन तो थक गया था पर मन

    नहीं थका

    हम कुछ नहीं कर सकते हैं

    अगर फिर भी नहीं मिट रही आपकी शंका।

    कछुआ कितने प्रकार का होता है tortoise type in hindi

    भोजपत्र के बारे मे जानकारी ,उपयोंग और फायदे

    8 प्रकार की होती है मिट्टी type of soil in india

    सिर पर कौवा बैठना what happens if a crow sits on your head

    अनुज नाम का अर्थ क्या है ? anuj naam ka matlab

    बिल्ली भगाने के 20 उपाय billi ko ghar se bhagane ka upay

    arif khan
    • Website
    • Facebook
    • Instagram

    यदि आपको गेस्ट पोस्ट करनी है। तो हमें ईमेल पर संपर्क करें । आपकी गेस्ट पोस्ट पेड होगी और कंटेंट भी हम खुदी ही लिखकर देंगे ।arif.khan338@yahoo.com

    Related Posts

    How AI is Changing the Face of the Entertainment Industry

    May 24, 2025

    How TikTok is Shaping Music Trends in 2025

    May 24, 2025

    Top 10 Must-Watch Netflix Originals of 2025

    May 24, 2025
    Leave A Reply

    Categories
    • Home
    • Tech
    • Real Estate
    • Law
    • Finance
    • Fashion
    • Education
    • Automotive
    • Beauty Tips
    • Travel
    • Food
    • News

    Subscribe to Updates

    Get the latest creative news from FooBar about art, design and business.

    Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
    • Home
    • Privacy Policy
    • About us
    • Contact Us
    © 2025 Coolthoughts.in

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.