‌‌‌महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आंइस्टीन का दिमाग तेज क्यों था

अब वैज्ञानिको ने दावा किया है कि आंइस्टीन का दिमाग इसलिये अधिक तेज था । क्योंकि उनके दिमाग के अंदर अधिक धारियां थी । नोबल पुरस्कार पाने वाले आंइस्टीन की मौत 1955 के अंदर हो गयी थी । उनकी मौत के बाद  ‌‌‌उनके दिमाग को शरीर से अलग कर रखलिया गया था । वैज्ञानिको ने शोध के लिये उनके दिमाग को 240 खंड के अंदर बांटा । शोध के समय आइस्टीन के दिमाग की अन्श् दिमागों से तुलना की गयी । 1230 ग्राम का उनका दिमाग अन्य लोगों के दिमाग से वजन मे समान था ।

उनके दिमाग के चेहरे और जुबान को नर्व इप्लस भेजने वाले हिस्से कुछ बड़े थे । उनके दिमाग का अंकों से जुड़ा हुआ हिस्सा काफी बढ़ा था । तभी वे गणित की बड़ी से बड़ी समस्याओं को असानी से हल कर देते थे । जबकि उनके दिमाग का अन्य विषयों से जुड़ा हिस्सा बड़ा नहीं था । जिसकी वजह से वे अन्य ‌‌‌विषयों के अंदर कमजोर थे ।

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arif khan

‌‌‌हैलो फ्रेंड मेरा नाम arif khan है और मुझे लिखना सबसे अधिक पसंद है। इस ब्लॉग पर मैं अपने विचार शैयर करता हूं । यदि आपको यह ब्लॉग अच्छा लगता है तो कमेंट करें और अपने फ्रेंड के साथ शैयर करें ।‌‌‌मैंने आज से लगभग 10 साल पहले लिखना शूरू किया था। अब रोजाना लिखता रहता हूं । ‌‌‌असल मे मैं अधिकतर जनरल विषयों पर लिखना पसंद करता हूं। और अधिकतर न्यूज और सामान्य विषयों के बारे मे लिखता हूं ।