vidwan shabd roop विद्वान शब्द रूप इन संस्कृत

vidwan shabd roop विद्वान शब्द रूप इन संस्कृत दोस्तों विद्धान शब्द रूप के बारे मे हम आपको नीचे दे रहे हैं। नीचे की टेबल मे आप विद्वान  के शब्द रूप को देख सकते हैं। और उनको याद कर सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं। यदि आप को हमारा प्रयास पसंद आता है तो उसके बाद आप हमें कमेंट करके बताएं । आप इस बात को अच्छी ‌‌‌ तरह से समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।

vidwan shabd roop विद्वान शब्द रूप इन संस्कृत

विभक्ति एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमा विद्वान् विद्वांसौ विद्वांसः
द्वितीया विद्वांसम् विद्वांसौ विदुषः
तृतीया विदुषा विद्वद्भ्याम् विद्वद्भिः
चतुर्थी विदुषे विद्वद्भ्याम् विद्वद्भ्यः
पञ्चमी विदुषः विद्वद्भ्याम् विद्वद्भ्यः
षष्ठी विदुषः विदुषोः विदुषाम्
सप्तमी विदुषि विदुषोः विद्वत्सु
सम्बोधन हे विद्वन्! हे विद्वांसौ! हे विद्वांसः

‌‌‌विद्धान के अर्थ और मतलब की बात करें तो दोस्तों यदि कोई इंसान किसी विषय का ज्ञाता है तो उसको विद्धान के नाम से जाना जाता है। आपको बतादें कि विद्धान का उसके कर्मों से कोई संबंध नहीं होता है। आपने रावण का नाम तो सुना ही होगा । रावण के बारे मे यह कहा जाता है कि वह खुद काफी विद्धान था । ‌‌‌लेकिन इसका मतलब यह नहीं था कि वह एक सही इंसान था । लेकिन उसको चीजों का ज्ञान था इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा ।

vidwan shabd roop

‌‌‌दोस्तों विद्धान की यदि हम बात करते हैं तो वह एक प्रकार का ज्ञानी होता है। आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए । जैसे कि आप को इतिहास के बारे मे अच्छी तरह से पता है। तो इसका मतलब यह है कि आप इतिहास के विद्धान हो चुके है। ‌‌‌देखिए हम आपको पहले ही बाता चुके हैं कि विद्धान होना पूरी तरह से अलग बात होती है और सही होना पूरी तरह से अल बात होती है। एक इंसान किसी तरह के विषयों का ज्ञाता है तो इसका मतलब यह है  कि वह विद्धान है लेकिन वह सही इंसान हो यह जरूरी नहीं होता है।

‌‌‌आपको यह भी पता होना चाहिए कि विद्धान  ही इस दुनिया को बरबाद करने मे काफी बड़ी भूमिका निभाते हैं। यदि कोई इंसान किसी भी तरह का विद्धान नहीं है तो वह दुनिया का अधिक नुकसान नहीं कर सकता है। लेकिन जो विद्धान  होता है वह दुनिया का इतना नुकसान कर सकता है। कि आप इसके बारे मे सोच भी नहीं सकते  ‌‌‌आज आप देख रहे हैं कि दुनिया के पास एक से बढ़कर एक हथियार मौजूद हैं तो वह किसी मूर्ख ने नहीं बनाएं हैं वह विद्धान लोगों ने ही बनाएं हैं आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

विद्धान  का मतलब ज्ञानी होना होता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। यदि कोई विद्धान ज्ञानी नहीं है तो वह विद्धान ही नहीं है। आपको यह भी समझ जाना चाहिए ।

‌‌‌इस तरह से कई बार क्या होता है कि विद्धान भी मूर्खों वाला काम करते हैं। असल मे जब कोई समाज के अंदर किसी तरह की घटिया विचार धारा का जन्म होता है तो इसका मतलब यही है कि वह किसी ना किसी मूर्ख विद्धान की ही देन होती है।

‌‌‌इस तरह से यदि आप देखेंगे तो आपको पता चलेगा कि समाज के अंदर बहुत सारी घटिया विचारधाराएं होती हैं। आप इस बात को समझ सकते हैं। और यह विचारधाराएं किसी काम की नहीं होती है लेकिन उसके बाद भी वे चलती ही हैं। इस तरह की घटिया विचारधारा को कुछ विद्धान ही देते हैं।

‌‌‌हालांकि अपना विद्धान को मानने का फंडा पूरी तरह से अलग होता है। ज्ञान होना पूरी तरह से अलग बात होती है। यदि कोई विद्धान समाज का अहित करता है तो वह असुर ही होता है वह भले ही फिर किसी भी तरह का विद्धान क्यों ना हो इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और इस तरह के विद्धानों के होने से मूर्ख ‌‌‌ होना ही काफी अच्छा होता है आप इस बात को समझ सकते हैं। और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि कोई विद्धान आता है और अच्छे लोगों पर किचड़ उछालने की कोशिश करता है और वह इसको खुद का शोध बताता है तो इस तरह के लोगों को मार देने का कानून होना चाहिए।  क्योंकि यह लोग अपनी दुषित मानसिकता ‌‌‌के चलते पूरे समाज को दूषित करने का काम करते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा । इस तरह के लोग आपके आस पास भी हो सकते हैं। और वे आपकी विचारधारा को प्रभावित करने की कोशिश करते हैं।

‌‌‌और यदि आप भी उनकी बातों के अंदर आ जाते हैं तो उसके बाद समस्या काफी बड़ी हो जाती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। इसलिए यदि आपको विद्धान मिलता भी है तो आपको सबसे पहले यह देखना चाहिए कि वह इंसान किसी तरह की दूषित मानसिकता को लिए तो नहीं है।

‌‌‌यदि वह किसी तरह की दूषित मानसिकता को लिए हुए है तो फिर आपको समझ जाना चाहिए कि आप यदि उसकी बात को मानते हैं तो उसके बाद आपको ही नुकसान हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

‌‌‌और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । दोस्तों राक्षसों का आपने नाम सुना ही होगा । कुछ लोग विद्धान तो होते हैं लेकिन उनके अंदर राक्षसी गुण होते हैं। इस तरह के विद्धान के होने से ना होना ही अच्छा होता है जैसा कि हमने आपको बताया कि यह लोग समाज के किसी काम के नहीं होते हैं। ‌‌‌क्योंकि यही वह लोग होते हैं जोकि समाज का अहित करते हैं आप इसके बारे मे समझ सकते हैं। और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा । तो आप समझ ही चुके हैं कि विद्धान कौन होता है ? और विद्धान क्या होता है। ‌‌‌इस तरह से आप विद्धान के अर्थ और मतलब को आप अच्छी तरह से समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।

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arif khan

‌‌‌हैलो फ्रेंड मेरा नाम arif khan है और मुझे लिखना सबसे अधिक पसंद है। इस ब्लॉग पर मैं अपने विचार शैयर करता हूं । यदि आपको यह ब्लॉग अच्छा लगता है तो कमेंट करें और अपने फ्रेंड के साथ शैयर करें ।‌‌‌मैंने आज से लगभग 10 साल पहले लिखना शूरू किया था। अब रोजाना लिखता रहता हूं । ‌‌‌असल मे मैं अधिकतर जनरल विषयों पर लिखना पसंद करता हूं। और अधिकतर न्यूज और सामान्य विषयों के बारे मे लिखता हूं ।