राम के शब्द रूप ram shabd roop in sanskrit

ram shabd roop in sanskrit राम के शब्द रूप राम के शब्द रूप संस्कृत में ,राम शब्द अकारांत पुल्लिंग संज्ञा, सभी पुल्लिंग संज्ञाओ के रूप इसी तरह से बनाये जाते है।नीचे हम राम शब्द के रूप दे रहे हैं। आप इनको पढ़ सकते हैं और इस्तेमाल कर सकते हैं।

राम के शब्द रूप राम के शब्द रूप संस्कृत में ram shabd roop in sanskrit

विभक्तिएकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथमारामःरामौरामाः
द्वितीयारामम्रामौरामान्
तृतीयारामेणरामाभ्याम्रामैः
चतुर्थीरामायरामाभ्याम्रामेभ्यः
पंचमीरामात्रामाभ्याम्रामेभ्यः
षष्‍ठीरामस्यरामयोःरामाणाम्
सप्‍तमीरामेरामयोःरामेषु
सम्बोधनहे राम!हे रामौ!हे रामाः!
एकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथमारामः (राम)रामौ (2 राम ने, 2 राम)रामाः (अनेक राम)
द्वितीयारामम् (राम को)रामौ (2 राम को)रामान् (अनेक राम को)
तृतीयारामेण (राम से)रामाभ्याम् (2 राम के द्वारा, 2 राम से)रामैः ( अनेक राम से)
चतुर्थीरामाय (राम के लिए, राम को)रामाभ्याम् (2 राम के लिए, 2 राम को)रामेभ्यः (अनेक राम के लिए, अनेक राम को)
पंचमीरामात्/रामाद् (राम से)रामाभ्याम् (2 राम से)रामेभ्यः (अनेक राम से)
षष्‍ठीरामस्य (राम की, राम के)रामयोः (2 राम का, 2 राम की, 2 राम के)रामाणाम् (अनेक राम की, अनेक राम के)
सप्‍तमीरामे (राम में)रामयोः (2 राम पर, 2 राम में)रामेषु (अनेक राम में)
सम्बोधनहे राम! (हे राम!)हे रामौ! (हे 2 राम!)हे रामाः! (हे अनेक राम!)

रामायण दुनिया में सबसे प्रसिद्ध और प्रिय कहानियों में से एक है। यह प्रेम, युद्ध, मृत्यु और विश्वासघात की कहानी है। कहानी राजकुमार राम और उनकी पत्नी सीता का अनुसरण करती है क्योंकि उन्हें राजा रावण द्वारा राम के पिता को मारने से बचाने के लिए अपना राज्य छोड़ने और निर्वासन की यात्रा करने के लिए मजबूर किया जाता है। रास्ते में उन्हें विभिन्न चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जिसमें राक्षसों, विशाल हाथियों और क्रूर राजाओं के साथ लड़ाई शामिल है। वे अंततः इसे अपने राज्य में वापस कर लेते हैं और रावण को हराते हैं, उसके आतंक के शासन को समाप्त करते हैं। रामायण को कई सदियों से मौखिक परंपरा के माध्यम से पारित किया गया है और यह दुनिया की सबसे लोकप्रिय कहानियों में से एक बन गई है।

  • ‌‌‌2स्तों आपको बतादें कि माता सीता के रियल माता पिता के बारे मे कुछ भी जानकारी नहीं है। इसके बारे मे अनेक कथाएं मिलती हैं। इसके बारे मे यह लिखा गया है कि एक बार राजा जनक खेत के अंदर खुदाई कर रहे थे तो वहां पर उनको एक बच्ची मिली थी। और उसके बाद राजा जनक ने उसे अपना लिया था और उसके बाद वह ‌‌‌ राजा जनक की बेटी बन गई थी।सीता को वासुदेवहिंदी कहा जाता है और कहा जाता है कि उनका जन्म रावण और विद्याधर माया (रावण की पत्नी) की बेटी के रूप में हुआ था
  • ‌‌‌इसके अलावा यह कहा जाता है कि जब राम 14 साल तक वनवास काटकर और रावण को मारने के बाद घर आए थे तो उसके बाद वहां पर उनका काफी अधिक स्वागत हुआ । इस दौरान राज्य को भरत संभाल रहे थे । और फिर राम का भी राज्यभिषेक होना था। उस वक्त लक्षण काफी खूब हंसे और फिर उनकी पत्नी नींद से जाग गई और लक्ष्मण ‌‌‌खुद सो गए थे ।
  • ‌‌‌आप दीवाली तो हर साल मनाते ही होंगे लेकिन क्या आपको पता है कि दीवाली क्यों मानाई जाती है। असल मे इसके पीछे का कारण यह है कि जब राम वनवास काट कर घर आए थे तो उसके बाद अध्योधा के अंदर सभी लोगों ने अपने घरों के अंदर दीपक जलाए थे । उसके बाद से ही दीवाली को मनाया जाने लगा और यह एक तरह से राम के ‌‌‌घर आने की खुशी के अंदर मनाया जाता है।
  • रावण के पुत्र मेघनाद (मेघनाद) को वरदान था कि वह केवल गुडाकेश व्यक्ति के हाथों ही मर सकता है।इसका मतलब यह है कि वह इंसान जिसने नींद पर विजय प्राप्त करली हो । और आपको बतादें कि लक्ष्मण को यह वरदान प्राप्त था । इसी कारण से वह मेघनाद पर विजय प्राप्त कर सका था । यह भी अपने आप मे एक अलग तरह की ‌‌‌स्टोरी है।
  • मुझे गिलहरी पसंद है! सिर्फ इसलिए नहीं कि वे प्यारे और मजाकिया हैं, बल्कि इसलिए कि वे ऐसे बुद्धिमान प्राणी हैं। गिलहरी जटिल समस्याओं को हल करने और याद रखने में सक्षम हैं कि उन्होंने भोजन कहाँ संग्रहीत किया है। वे अनुकूलनीय भी हैं और विभिन्न वातावरणों में जीवित रह सकते हैं। मुझे लगता है कि यह आश्चर्यजनक है कि ये छोटे जानवर इतना कुछ कर सकते हैं! ‌‌‌अब आपने गिलहरी के शरीर पर छोटी धारियों को तो देखा ही होगा ।जब राम और लक्ष्मण आज के रामेश्वरम पहुंचे, तो उन्होंने महसूस किया कि सीता को बचाने के लिए उन्हें लंका पार करने के लिए एक पुल बनाने की जरूरत है। उसके बाद क्या था । राम ने सारी वानर सेना को यह आदेश दिया कि वह पुल बनाने का काम मे लग जाए । ‌‌‌और उसके बाद सारी सेना पुल बनाने मे जुट गई । उधर जब सब लोगों को काम करते हुए एक गिलहरी ने देखा तो फिर वह भी अपने मुंह के अंदर छोटे छोटे कंकड लेकर आई । इसके अलावा वह अपने शरीर पर रेत भी लेकर आई लोगों ने उसका मजाक उड़ाया लेकिन उसके बाद जब राम ने गिलहरी को यह करते हुए देखा ‌‌‌तो राम काफी खुश हुए और उसके उपर हाथ फेरा जिससे कि उसके शरीर पर हाथों के निसान लग गए ।
  • हिंदू पौराणिक कथाओं में, राम भगवान विष्णु के सातवें अवतार हैं। वह अपनी ताकत और वीरता के लिए जाना जाता है, और राक्षस राजा रावण को मारने के लिए एक नायक के रूप में प्रतिष्ठित है। राम की कहानी संयोग, वीरता और दैवीय हस्तक्षेप से भरी है। अपनी सभी बाधाओं के बावजूद, राम अंततः अपने प्रतिद्वंद्वी को परास्त करने में सफल होते हैं। उनकी जीत बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतिनिधित्व करती है और विश्वास की शक्ति का उदाहरण है।
  • ‌‌‌राम एक महान राजा थे इसके अंदर कोई शक नहीं है। इसका कारण यह था कि वे प्रजा की हर तरह से रक्षा करते थे और धर्म के मार्ग का पालन करते थे । और इस तरह के राजा का मिलना काफी अधिक मुश्किल होता है आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। धर्म के पालन के लिए ही वे सदा काम करते रहे ।‌‌‌राम के बारे मे यह कहा जाता है कि राम आमतौर पर अपनी पत्नी को इसलिए त्याग किया क्योंकि यह प्रजा के लिए सही नहीं था। और इस तरह से आप समझ सकते हैं कि एक प्रजा प्रिय होना इतना आसान काम नहीं है। इसके बारे मे आप समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌असल मे आपको बतादें कि ऑरेजनल रामायण अब बची ही नहीं है। असली मे आप जो रामायण पढ़ते हैं उसके अंदर बहुत सारी बकवास भरी चीजों को जोड़ दिया गया है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । कुछ महान लोग मनगंढत चीजें रामायण के अंदर जोड़ दिया असली रामायण वह है जोकि वाल्मीकी ने लिखी थी।‌‌‌असल मे बहुत से लोगों ने रामायण के अंदर कुछ चीजों को जोड़ने के बाद इसे एक ऐंजेंडे के तौर पर चलाया कुछ महान ज्ञानी तो कुछ और ही सिद्ध करने मे लगे हुए हैं। तो 2स्तों यह सब मिलावटों का दौर है। यहां पर आपको कोई भी  किताब सही तरह से मिलना मुश्किल हो जाएगा आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌इसके अलावा कुछ लोग तो इस तरह के भी देखे हैं जोकि रामायण को भी और उस बने पुल को भी काल्पनिक सिद्ध करने की कोशिश के अंदर लगे हैं। इस तरह के लोगों के बारे मे आप क्या कह सकते हैं। जो हो रहा है वह हो रहा है।‌‌‌लेकिन एक बात रामायण के अंदर सबसे अच्छी है कि राम धर्म के अनुयायी थे कितनी बाधाएं आने के बाद भी धर्म का पालन का रस्ता नहीं छोड़ा जोकि बहुत ही बड़ी बात है।

This post was last modified on October 24, 2023

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