पथरी निकालने का मंत्र और पथरी का रामबाण ईलाज के देसी तरीके

‌‌‌यदि आप जानना चाहते हैं पथरी झाड़ने का मंत्र ,पथरी गलाने का मंत्र  तो इस लेख को पूरा पढ़े इसके अंदर आयुर्वेदिक पथरी के मंत्र दिये गए हैं।दोस्तों गुर्दे की पथरी  या किड़नी स्टोन की पथरी  ,पथरी  का सबसे प्रचलित रूप है।नेफ्रोलिथिआरीस  भी इसको कहा जाता है। यह बहुत ही दर्दनाक बीमारी होती है।यदि पथरी  छोटी होती है तो यह मूत्र मार्ग से अपने आप ही बाहर निकल जाती है। लेकिन यदि पथरी  बड़ी होती है तो फिर यह समस्या बन जाती ‌‌‌है। ‌‌‌और एक बार यदि मूत्र मार्ग के अंदर रूकावट आ जाती है तो उसके बाद उल्टी दस्त को कई प्रकार की समस्याएं पैदा होने लग जाती हैं।

‌‌‌आपको बतादें कि पुरूषों के अंदर स्त्री की तुलना मे चार गुना अधिक पथरी  पाई जाती है।बच्चों और वृद्धों में मूत्राशय की पथरी की संभावनाएं बहुत अधिक होती हैं।वयस्को में अधिकतर गुर्दो और मूत्रवाहक नली मे इसकी संभावना अधिक होती है। यदि आज भारत के अंदर देखें तो ‌‌‌आज हर 100 परिवारों मे से 10 परिवारों को पथरी  की समस्याएं हैं। और उनमे से बहुत से लोग इसका ईलाज भी नहीं करवा पाते हैं।मधुमेह वाले रोगियों को भी पथरी  से सावधान रहना चाहिए क्योंकि इनमे इसका खतरा अधिक रहता है।

‌‌‌पथरी  बनने का सबसे बड़ा कारण तो यह होता है कि मूत्र के की सांद्रता किसी पदार्थ की वजह से बढ़ जाती है।यह कुछ छोटे छोटे दाने होते हैं ,जो बाद मे पथरी  के अंदर बदल जाते हैं।यह मूत्र मार्ग के अंदर बढ़ने लगते हैं और दर्द होने लग जाता है।

‌‌‌वैसे तो पथरी  के ईलाज के लिए बहुत सारे डाक्टरी तरीके हैं लेकिन हम यहां पर आपको देसी तरीकों के बारे मे बताने वाले हैं।आप पथरी  को दूर करने के लिए मंत्र का प्रयोग भी कर सकते हैं।

Table of Contents

‌‌‌पथरी निकालने का मंत्र pathri nikalne ka mantra

दोस्तों पथरी निकालने के लिए आप हनुमान मंत्र का जाप कर सकते हैं। यह मंत्र आपको नीचे दिया गया है। सबसे पहले किसी भी हनुमान मंदिर के अंदर जाएं और वहां पर हनुमाजी से पथरी ठीक करने की विनती करें ।उसके बाद उनकी पूजा ,लाल गुलाब ,चंदन और केसर व चमेली का फूल चढ़ाकर करें ।उसके बाद नीचे दिये गए मंत्र का 108 बार जाप करें और इसके अंदर रूद्राक्ष की माला का प्रयोग करें । ‌‌‌उसके बाद हनुमाजी को चोला चढ़ाएं और उनको भोग लगाएं । धूप दीप आदि की मदद से आरती भी करें । आपका कल्याण हनुमाजी अवश्य ही करेंगे ।

‌‌‌ओम हं हनुमंताय नम:

pathri nikalne ka mantra

पथरी रोग का मंत्र pathri ka mantra

यदि किसी के पेट के अंदर पथरी  है तो यह उपाय सबसे बेस्ट उपाय है इसके अंदर करना यह है कि आपको किसी भी शनिवार के दिन घोड़े की नाल को लेकर आना है और उसके बाद उसकी एक अंगूठी बनानी है व अपने नीचे वाले पैर के अंदर पहन लेनी है। ऐसा करने से कुछ ही दिनों के अंदर पथरी  की समस्या ‌‌‌हल हो जाएगी । ‌‌‌इसके साथ ही आपको अपने भगवान के मंत्र का जाप रोजाना दिन के अंदर 108 बार करना होगा ।

‌‌‌पथरी  निकालने के लिए तुलसी का प्रयोग Use of basil to remove stones

दोस्तों पथरी  निकालने के लिए तुलसी का भी प्रयोग किया जाता है।तुलसी एक देसी दवा के जैसे काम करती है।इसके लिए आपको तुलसी के 5 से 7 पत्तों को लेना है और उसके बाद उनको आपको चबा कर खाना होगा ।ऐसा करने से पेट के अंदर पड़ी हुई पथरी  मूत्र के रास्ते ‌‌‌बाहर निकल जाती है। एसिटिक एसिड तुलसी के पत्तों के अंदर होता है ,जो पथरी  को बाहर निकालने का काम करता है।‌‌‌यह पथरी  को तोड़ देता है।

पथरी झाड़ने का मंत्र चौलाई के बीज mantra amaranth seeds

दोस्तों चौलाई के बीज पथरी  को निकालने मे काफी उपयोगी होती है। चौलाई एक प्रकार का पौधा होता है और यह पूरी दुनिया के अंदर पाया जाता है।‌‌‌यह गर्मी और बरसात के दिनों मे देखने को मिल जाते हैं।चौलाई का सेवन इसके लाल भाग का किया जाता है।

इसकी सब्जी बनाकर खाई जाती है।इसमें अनेकों औषधीय गुण होते हैं, इसलिए आयुर्वेद में चौलाई को अनेक रोगों में उपयोगी बताया गया है। सबसे बड़ा गुण यह है कि यह दूसरे विष को नष्ट कर देती है। इसकी खेती ‌‌‌भी होती है।

‌‌‌यदि आपको गुर्दे की पथरी  की समस्या है तो आप चौलाई का सेवन कर सकते हैं।और डॉक्टर भी इसकी सलाह देते हैं। पीछले दिनों हमारे एक भाई को पेट की पथरी  की समस्या थी तो उसे चौलाई खाने के बारे मे डॉक्टरों ने कहा था।

‌‌‌पथरी का देसी उपचार सौंफ का मिश्रण

‌‌‌पथरी का देसी उपचार सौंफ का मिश्रण

दोस्तों सौंफ तो हर घर के अंदर आसानी से मिल ही जाएगी ।सौंफ और सूखा धनिया बराबर मात्रा के अंदर आपको लेना है और उसके बाद इनको ठंडे पानी के अंदर मिलाकर पी सकते हैं। आप दिन के अंदर दो बार इसको पी सकते हैं लेकिन 50 ग्राम से अधिक इसकी मात्रा एक दिन मे नहीं होनी चाहिए ।‌‌‌ऐसा करने से पथरी  पेट के रस्ते से बाहर निकल जाती है।

पथरी गलाने का मंत्र बेलपत्र Stone melting mantra

दोस्तों बेलपत्र को बिल्व कहा जाता है।यह हिंदू धर्म के अंदर बहुत ही पवित्र पेड़ होता है और इसकी पूजा भगवान के रूप मे की जाती है। ऐसा माना जाता है कि इसके अंदर भगवान शिव का वास होता है।‌‌‌यह अधिकतर मंदिरों के आस पास ही पाया जाता है और इसका प्रयोग रोग को दूर करने के भी किया जाता है।‌‌‌

बेलपत्र की मदद से पथरी  को दूर करने के लिए आपको 2 से 3 बेलपत्र को लेना है और उसके बाद उनको पीस लेना होगा । फिर मामूली सी काली मिर्च मिलाकर इसका सेवन रोजाना 14 दिन तक करें । ऐसा करने से पेट की पथरी  दूर हो जाएगी ।

किडनी स्टोन के लिए विटामिन बी

दोस्तों आपको बतादें कि विटामिन बी किडनी स्टोन को दूर करने के लिए बहुत ही उपयोगी मानी जाती है। विटामिन विटामिन बी कई सारे स्त्रोतों के अंदर पाया जाता है।

ताजे मटर, दाल, जिगर, वनस्पति साग सब्जी, आलू, मेवा, खमीर, मक्की, चना, नारियल, पिस्ता, ताजे फल, कमरकल्ला, दही, पालक, बन्दगोभी, मछली, अण्डे की सफेदी, माल्टा, चावल की भूसी, फलदार सब्जी ,टमाटर, भूसी दार गेहु का आटा, अण्डे की जर्दी,

 हरी पत्तियो के साग, बादाम, अखरोट, बिना पालिश किया चावल, पौधो के बीज, सुपारी, नारंगी, अंगूर, दूध ‌‌‌यदि आप उपर दी गई चीजों का सेवन कम करते हैं तो यह आपके शरीर के अंदर विटामिन बी की पूर्ति करने मे मददगार होंगे ।

पथरी गलाने का घरेलू इलाज इलायची

दोस्तों इलाइची पथरी  की दवा के अंदर काफी उपयोगी होती है।इसका इस्तेमाल कई चीजों के अंदर किया जाता है जैसे भोजन मे सूंगंध बढ़ाने व अनेक रोगों के उपचार मे इसका प्रयोग होता है। श्वास, खाँसी, बवासीर, क्षय, वस्तिरोग, सुजाक, पथरी, खुजली, मूत्रकृच्छ तथा हृदय रोग आदि मे ।

‌‌‌एक इलाइची और खरबूजे के बीज की गिरी और दो चमच मिसरी को एक गिलास पानी के अंदर आपको उबालना होगा और उसके बाद आप इसका सुबह शाम सेवन कर सकते हैं। ऐसा करने से पेट की पथरी  दूर हो जाएगी ।

‌‌‌पानी का सेवन

दोस्तों अक्सर आपने सुना होगा कि जिन लोगों को पथरी  होती है। उनको अधिक पानी पीने की सलाह दी जाती है।यदि आपके पेट के अंदर छोटी पथरी  है तो इसको किसी खास प्रकार के ईलाज की आवश्यकता नहीं होगी और पानी के अधिक सेवन से निकल जाएगी ।

‌‌‌खीरे का सेवन करना

दोस्तों आपको बतादें कि खीरे का सेवन करना सही रहता है। यह किडनी स्टोन को दूर करने मे काफी मददगार होता है।खीरे का सेवन आप किसी भी तरीके से कर सकते हैं। ‌‌‌खीरे का प्रयोग मुख्य रूप से पेट की गड़बड़ी के लिए प्रयोग किया जाता है।पीलिया, प्यास, ज्वर, शरीर की जलन, गर्मी के सारे दोष, चर्म रोग में लाभदायक है। पेशाब मे जलन और मधुमेह के अंदर खीरे का रस काफी उपयोगी होता है। ‌‌‌आप खीरे के रस को निकाल कर पी सकते हैं या फिर इसकी सब्जी बनाकर भी इसका सेवन कर सकते हैं।

खजूर गूर्दे की पथरी  के लिए

दोस्तों खजूर के बारे मे हम सभी अच्छी तरीके से जानते ही हैं खजूर गुर्दे की पथरी  को दूर करने मे काफी मददगार होते हैं। ‌‌‌खजूर को खाने के लिए इनको रात भर अच्छे से भिगोकर छोड़ देना चाहिए और उसके बाद सुबह उठकर इनका सेवन करना चाहिए । कुछ दिन इनका सेवन करने से पथरी  ‌‌‌अपने आप ही दूर हो जाएगी । ‌‌‌खजूर की खेती बड़े पेमाने पर होती है और यह हमारे यहां पर भी आसानी से मिल जाता है। आप इसको बाजार से खरीद सकते हैं।

व्हीटग्रास पथरी  को दूर करता है

व्हीटग्रास का मतलब यह है कि जब हम गेंहू को जमीन मे उगाते हैं तो उसके बाद कुछ ही दिनों के अंदर उनकी कुपल्स निकल आती हैं और उनको तोड़कर उन्हें खाने से पथरी  की समस्या दूर होती है। ‌‌‌गेंहू को सर्दियों के मौसम के अंदर उगाया जाता है और यह केवल पथरी  को दूर करने मे ही उपयोगी नहीं होती है।

 वरन कई और भी चीजों की पूर्ति आपके शरीर के अंदर करती है।जैसे विटामिन्स, कैल्शियम, खनिज और प्रोटीन आदि । ‌‌‌इसके लिए इसको पानी के अंदर उबालें और उसके बाद उस पानी को ठंडा करें फिर आप इस पानी का सेवन कर सकते हैं।

प्याज का पानी पथरी  मे उपयोगी

प्याज का पानी पथरी  मे उपयोगी

दोस्तों प्याज तो हम सब के घरों के अंदर मिल ही जाएगा ।इसके लिए सबसे पहले एक प्याज को काटें और उसको पानी के अंदर डालकर धीमी आंच के उपर पकाएं । उसके बाद इसको ठंडा हो जाने दें छान लें और इसी तरह से 5 दिन तक सुबह शाम प्याज के रस का सेवन करने से ‌‌‌पथरी  का अंत हो जाता है।

राजमा किडनी स्टोन मे काफी उपयोगी

दोस्तों राजमा किडनी स्टोन के अंदर काफी उपयोगी होती है। राजमा को सबसे पहले भिगोकर उबाल लेना चाहिए और उसके बाद उसके पानी को दिन मे 2 से 3 बार सेवन करना चाहिए । ऐसा करने से पथरी  दूर हो जाती है। राजमा का कुल नाम लैगुमिनोसी होता है। और यह पौधे के सहारे उपर चढ़ने वाली एक बेल होती है।

तरबूज किडनी पथरी मे फायदेमंद

तरबूज में पोटैशियम होता है।इसके अंदर पानी की बहुत अधिक मात्रा होती है और इसका सेवन करने से पानी की मात्रा शरीर के अंदर बढ़ जाती है। और पथरी पानी के अंदर घुल मिलकर बाहर मूत्र मार्ग से निकल जाती है। तरबूज में लगभग 97% पानी होता है ।और तरबूज़ रक्तचाप को कम करता है।इसके अलावा यह कई बीमारियों को दूर करने का काम भी करता है।

‌‌‌‌‌‌पथरी निकालने का मंत्र बिच्छु की पतियों का प्रयोग

बिच्छु की पतियों का प्रयोग भी गुर्दे की पथरी को दूर करने मे किया जा सकता है। ‌‌‌यह आपके गुर्दे के अंदर मौजूद बैक्टिरिया को दूर करती है। और पानी की मात्रा को बढ़ाने का काम करती है। ‌‌‌इसके लिए थोड़ी से बिच्छू की पतियां लें और फिर इनको पानी के अंदर गर्म करें इस पानी को दिन मे 2 से तीन बार सेवन करें । ऐसा करने से गुर्दें की पथरी दूर हो जाती है। ‌‌‌बिच्छू घास एक प्रकार का जंगली पौधा होता है।यह उतराखंड के हिमालय भागों मे पाया जाता है।इस पौधे के तने पर हल्के कांटे होते हैं।

अनार का जूस सेवन करें

दोस्तों अनार का जूस भी गुर्दे की पथरी के लिए बहुत अधिक उपयोगी साबित होता है। ‌‌‌पथरी को गलाने के लिए रोजाना अनार के जूस का आप सेवन कर सकते हैं या फिर आप अनार को भी खा सकते हैं।अनार के अंदर पोटाशियम होता है।यह पथरी के बनने के कारण को रोकता है।और जो पथरी पहले से बन गई है उसको मूत्र के द्वारा बाहर निकाल देता है। प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, विटामिन और खनिज जैसे तत्व अनार के जूस के अंदर होते हैं।अनार का प्रयोग  आयुर्वेदिक  दवाई बनाने मे प्रयोग किया जाता है।

सेब का सिरका गुर्दे की पथरी से राहत देता है

दोस्तों सेब का सिरका भी गुर्दे की पथरी को सही करने मे काफी उपयोगी होता है।

  • ‌‌‌सेब का सिरका बनाने के लिए बहुत ही सरल विधि है सबसे पहले आपको 10 अच्छे सेब को लेना है और उनको सही ढंग से धो लेना है।
  • ‌‌‌सेब को सबसे पहले चाकू की सहायता से काट दें और उसके बाद कुछ देर यूंही पड़े रहने दें । जब इनका रंग भूर हो जाए तो फिर इनको एक कांच के जार मे डालें और उसमे इतना पानी डालें कि वे पूरी तरह से डूब जाएं ।
  • ‌‌‌उसके बाद इस जार के उपर एक जालीदार कपड़ा रखें । वह अधिक टाइट नहीं होना चाहिए । नहीं तो जार के अंदर ऑक्सीजन नहीं जा पाएगी ।
  • ‌‌‌उसके बाद इसको किसी गर्म जगह और अंधेरी जगह के अंदर रख देना चाहिए ।
  • अब जार को 6 महिने तक इसी प्रकार से पड़ा रहने दे और 7 दिन मे एक बार चमच से हिलाना ना भूलें ।
  • ‌‌‌उसके बाद एक नए जार के अंदर इस सिरके को डाल देना चाहिए ।उसके बाद इस जग के उपर एक कपड़ा पहले की तरह ही लगाएं और इसे अंधेरी और गर्म जगह पर इसको 5 सप्ताह के लिए रखदें ।
  • ‌‌‌उसके बाद आप इसको फ्रीज के अंदर रख सकते हैं। यदि आप खुद नहीं बना सकते हैं तो बाजार से भी इसको खरीद सकते हैं।

‌‌‌पथरी निकालने का मंत्र नींबू और सरसों का तेल

दोस्तों नींबू और सरसों का तेल भी किड़नी की पथरी को दूर करने मे काफी मदद कर सकता है।इसके लिए चार चम्मच नींबू का रस आपको लेना है और इसके अलावा उतना ही आपको सरसों का तेल लेना है। ‌‌‌इसको आपको दिन के अंदर 2 से 3 बार पीना है। ऐसा करने से पथरी बाहर निकल जाती है।

‌‌‌पपीते का प्रयोग पथरी निकालने मे

‌‌‌पपीते का प्रयोग पथरी निकालने मे

दोस्तों पपीता खाने मे काफी स्वादिष्ट होता है। और इसकी जड़ का प्रयोग औषधियों के अंदर किया जाता है। आपको 10 ग्राम पपीते की जड़ को सूखा कर पीस लेना है और उसको एक गिलास पानी के अंदर मिलाना है। और उसके बाद ‌‌‌इसको छान कर दिन के अंदर दो बार ले सकते हैं। ऐसा करने से पथरी अपने आप ही मूत्र के मार्ग से बाहर निकल जाएगी ।

‌‌‌आंवला से पथरी को निकालना

दोस्तों आप आंवला की मदद से भी पथरी को निकाल सकते हैं।इसके लिए एक चमच रोजाना सुबह आंवले का सेवन कर सकते हैं। यह आपको अवश्य ही फायदा पहुंचाएगा ।‌‌‌आंवला का वैज्ञानिक नाम रिबीस यूवा-क्रिस्पा है। और यह एक फल देने वाला पौधा है। आपको बाजार के अंदर आंवला आसानी से मिल जाएगा ।यह एशिया के अलावा यूरोप और अफ्रीका में भी पाया जाता है। हिमालयी क्षेत्र और प्राद्वीपीय भारत में अधिकतर पाये जाते हैं।‌‌‌आंवला केवल पथरी के अंदर ही फायदा नहीं पहुंचाता है वरन यह आंखों की रोशनी को बढ़ता है। इसके खाने से नींद भी अच्छी आती है।आंवले का रस दिमाग को ठंडक पहुंचाने का काम भी करता है।

पत्थरचट्टा के पौधे का  पत्ता

पत्थरचट्टा पौधे के पत्ते भी पथरी के अंदर काफी उपयोगी होते हैं।सबसे पहले आपको इस पौधे के कुछ पत्तों को लेना है और मिसरी के कुछ दानों के साथ पीस कर इसका सेवन करना होता है।

पत्थरचट्टा एक प्रकार का पौधा होता है ,जो कई प्रकार के ओषधिय गुणों से भरपूर होता है।यह पेट की पथरी को पूरी तरह से खत्म कर सकता है।यदि इसके स्वाद की बात करें तो यह नमकीन और खटटा होता है।

पत्थरचट्टा के पत्तों को सबसे पहले आप धोलें और उसके बाद सुबह सुबह खाली पेट गर्मपानी के साथ इनका सेवन कर सकते हैं । ऐसा करने से भी पथरी भाग जाती है।

‌‌‌पेट मे पथरी है कैसे जानेंगे या पत्थरी के लक्षण

वैसे गुर्दे के अंदर कोई छोटी मोटी पथरी होती है तो वह किसी भी प्रकार की समस्या पैदा नहीं करती है लेकिन यदि बड़ी पथरी है तो वह मूत्र मार्ग को रोक देती है। ‌‌‌पथरी होने का सबसे आम लक्षण यह होता है कि यह दर्द पैदा करती है।

पीठ या पेट के निचले हिस्से के अंदर दर्द अचानक से शूरू हो सकता है इसके अलावा यह भी हो सकता है कि दर्द कुछ समय के लिए रहे और उसके बाद गायब हो जाए । ‌‌‌और यदि गुर्दे के अंदर पथरी है तो आमतौर पर रात मे और सुबह सुबह दर्द शूरू हो जाता है।

  • ‌‌‌इसके अलावा भी कुछ लक्षण होते हैं जैसे
  • मूत्र मे खून आ सकता है।
  • बार बार पेशाब करने की इच्छा लेकिन बहुत कम पेशाब आना ।
  • ‌‌‌मूत्र मे गंध का अनुभव होना
  • उल्टी होना
  • ठंड लगना
  • और बुखार की समस्या रहना ।

‌‌‌यदि आपको उपर दिये गए लक्षण नजर आते हैं तो मरीज को डॉक्टर हो दिखाना बहुत अधिक आवश्यक होता है।

‌‌‌पथरी पड़ने के कारण

दोस्तों पथरी पड़ने के कई सारे कारण होते हैं और आज तो हर इसान के अंदर आपको पथरी मिल ही जाती है। पथरी के पीछे कई सारे कारण मौजूद होते हैं। जिनके बारे मे हम  नीचे बता रहे हैं।

  • ‌‌‌कुछ लोगों मे अनुवांशिकता की वजह से गुर्दे की पथरी पड़ सकती है।गुर्दे की पत्थरी अधिक कैल्शियम की वजह से होती है ,जो एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी मे जा सकता है। कुछ व्यक्तियों के अंदर कुछ खास प्रकार के अनुवांशिक रोग होते हैं जो गुर्दे की पथरी के कारण बनते हैं।
  • ‌‌‌आपको बतादें की कुछ गर्म जगहों पर गुर्दे कि पथरी के लक्षण अधिक देखे गए हैं। यदि आप राजास्थान और दिल्ली जैसे गर्म जगहों पर रहते हैं तो गुर्दे की पथरी कम पानी की वजह से पड़ सकती है। आपको भरपूर पानी का सेवन करना चाहिए ।
  • ‌‌‌खाने पीने की वजह से भी पथरी पड़ सकती है।जो लोग नमक का अधिक मात्रा मे सेवन करते हैं उनके अंदर पथरी पड़ने की संभावना बहुत अधिक होती है हालांकि कुछ लोग आहार के प्रति संवेदनशील नहीं होते हैं। ऐसी स्थिति के अंदर उनमे आहार से पथरी विकसित नहीं होती है।
  • ‌‌‌दवाएं भी पथरी को पैदा कर सकती हैं ।कैल्शियम के स्तर को बढ़ाने वाली दवाएं पथरी को पैदा करती हैं। इसी तरीके से इंडिनवीर एक ऐसी दवा है ,जो एचआईवी के उपचार मे दी जाती है।यह भी पथरी का कारण बन सकती हैं।
  • ‌‌‌आपके शरीर के अंदर दूसरे प्रकार की बीमारियां भी पथरी का कारण बनते हैं।सिस्टिक फाइब्रोसिस,रीनल ट्यूबलर एसिडोसिस  कुछ ऐसी ही बीमारियों के नाम हैं।

‌‌‌पथरी के प्रकार

‌‌‌पथरी के प्रकार

‌‌‌दोस्तों आपको बतादें कि पथरी कई प्रकार की होती है। और इसके प्रकार के अनुसार ही इसका ईलाज किया जाता है।

Uric Acid Stone-

Uric acid stones चार प्रकार की पथरी मे से एक है।यह पुरूषों और महिलाओं के अंदर समान रूप से होती है। जब मूत्र के अंदर एसिड की मात्रा अधिक हो जाती है तो यह पथरी पैदा हो जाती है। ‌‌‌एक वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार अमेरिका में 10 में से एक व्यक्ति के अंदर गुर्दे की पथरी होती है।

1970 के दशक के अंत में, लगभग 3.8% लोगों में गुर्दे की पथरी थी, लेकिन अब यह आंकड़ा बढ़कर लगभग 8.8% हो गया है। किडनी स्टोन की घटना 30 साल की उम्र के बाद ही होती है। बीफ़, पोल्ट्री, पोर्क, अंडे और मछली जैसे पशु प्रोटीन में किडनी स्टोन के निर्माण करने की क्षमता होती  हैं।

Calcium Stone

कैल्शियम ऑक्सालेट पत्थर गुर्दे की पथरी का एक सामान्य प्रकार होता है।यह तब बनते हैं जब गुर्दे के अंदर कैल्शियम, ऑक्सालेट, सिस्टीन और कम तरल पदार्थ होते हैं।

ऑक्सालेट एक प्राकृतिक पदार्थ होता है ,जो कई खाने पीने की चीजों के अंदर पाया जाता है।जब हम भोजन करते हैं तो उससे हमे उर्जा प्राप्त होती है और जो जोद कचरा बच जाता है वह गुर्दे के अंदर चला जाता है। ‌‌‌और उसके बाद यह कचरा मूत्र की मदद से बाहर निकाल दिया जाता है। लेकिन यदि बहुत कम तरल पदार्थ होते हैं तो क्रिस्टल  बनना शूरू हो जाता है।यह एक प्रकार का ठोस द्रव्यमान होता है जो चिपक सकता है। कैल्शियम ऑक्सालेट बनने के पीछे कई सारी चीजें जिम्मेदार हो सकती हैं। इनमे से कुछ नीचे दी जा रही हैं।

  • ‌‌‌तरल पदार्थ अधिक नहीं लेने पर
  • आहार के अंदर प्रोटीन होने की वजह से
  • Oxalate
  • सोडियम लवण
  • Hyperparathyroidism जैसे अनुवांशिक विकार
  • पाचन रोग और सर्जरी
  • आंत्र रोग
  • नासूर के साथ बड़ी आंत में सूजन
  • क्रोहन रोग

‌‌‌यदि आपकी आंत के अंदर सूजन की समस्या रहती है तो गुर्दे की पथरी बहुत अधिक आम होती है।इसकी वजह यह है कि आपके शरीर की वसा सही ढंग से नहीं अवशोषित हो पा रही है। ‌‌‌ऐसी स्थिति मे इस पत्थरी का निर्माण हो सकता है। इसी प्रकार से गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी के बाद आपके शरीर के अंदर कैल्शियम का कम अवशोषण होता है जिसकी वजह से मूत्र पथ में ऑक्सीलेट के उच्च स्तर पाए जाते हैं।

Struvite Stone

‌‌‌यह आपके गुर्दे के अंदर जमने वाली पथरी होती है। कैल्शियम और फॉस्फेट जैसे खनिज आपके गुर्दे के अंदर क्रिस्टलीकृत हो जाते हैं और उसके बाद चिपक जाते हैं। यह मूत्र मार्ग के अंदर बैक्टीरिया के द्वारा निर्मित होता है।

‌‌‌आपको बतादें कि सभी प्रकार की गुर्दे की पथरी का 10 से 15 प्रतिशत हिस्सा स्ट्रुवाइट से बना होता है। यह सबसे आम प्रकार होता है ,जो महिलाओं और पुरूषों के अंदर पाया जाता है। ‌‌‌यह पथरी बहुत ही जल्दी विकसित होती है और उसके बाद आपके गुर्दे, मूत्रवाहिनी, या मूत्राशय आदि को रोक सकती है। ‌‌‌मूत्र मार्ग के अंदर बैक्टीरिया struvite को पैदा करते हैं और मूत्र मार्ग के अंदर संक्रमण होने की वजह से वहां पर यह स्टोन बनने लग जाता है।

Cystine Stones

cystine भी एक गुर्दे की पथरी होती है ।आपको बतादें कि अलग अलग रसायनों के द्वारा अलग अलग प्रकार की पथरी को पैदा किया जाता है। इनकी अधिकता गुर्दे की पथरी का कारण होती है। सिस्टीन पत्थर सिस्टीन नामक एक रसायन से बना होता है। यह पथरी कई प्रकार के आकार की होती है।यह अधिकतर केसों के अंदर बड़ी होती है और मूत्र को नुकसान पहुंचा सकती है। इसके अलावा इसको अधिकतर केसों के अंदर शल्य चिकित्सा की मदद से ही बाहर निकालना पड़ता है।

‌‌‌यह लगभग सभी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित करती है। बच्चे, किशोर, उनके 20 और 30 के दशक के लोग, साथ ही साथ बड़े वयस्क सभी सिस्टीन पत्थरों को विकसित कर सकते हैं।

‌‌‌मुंह से पथरी  निकालने वाली महिला ‌‌‌चमत्कार नहीं विज्ञान

‌‌‌पथरी  वाला लेख लिखते समय हमे एक महिला की कहानी याद आ गई ।इस कहानी को बहुत सी न्यूज साइट ने अंधविश्वास करार दिया । खैर अंधविश्वास का मतलब होता है , जो बिना किसी तथ्यों को जाने उसके उपर विश्वास कर लेता है। ‌‌‌यह घटना पूरी तरह से सच है और ऐसा हो सकता है। मैं आपको एक बार फिर बतादेता हूं कि चमत्कार जैसी कोई चीज नहीं होती है। सब कुछ विज्ञान है। जिन लोगों के अंदर उस विज्ञान को समझने की क्षमता नहीं होता है वे उसे अंधविश्वास कहने लग जाते हैं।‌‌‌‌‌‌जब बिल्ली को अंगूर नहीं मिलते तो वह बोलती है कि अंगूर तो खटटे हैं।

इस महिला की खबर सन 2015 के अंदर छपी थी।‌‌‌आपको पता होना चाहिए कि इस ब्रह्रमांड मे हम अकेले ही नहीं हैं। बहुत सी ताकते मौजूद हैं जिनको हम अपनी नंगी आंखों से नहीं देख सकते किंतु ध्यान की गहन अवस्था मे देख सकते हैं । वे ताकते सब कुछ करने मे सक्षम होती हैं।

    उज्जैन के पास का रलायता गाँव की एक बुढ़िया महिला थी और इस महिला का नाम है सीताबाई । यह महिला काफी नेक काम कर रही थी। ताकि दुखी लोगों को काफी आराम मिल सके । लेकिन यह मिडिया वाले उस महिला को भी अंधविश्वास करार दिया जैसे खुद बहुत अधिक सच्चे हो ।‌‌‌कुछ मिडिया ने उस महिला के यहां पर दौरा किया था।इस महिला के चारो ओर लोगों का जमवाड़ा लगा रहता है।

गुस्सा कम करने के लिए 22 जबरदस्त तरीके और मंत्र

दांत दर्द की दुआ व मंत्र और दांत दर्द को दूर करने के टिप्स

सिर दर्द दूर करने के लिए उपयोगी मंत्र और टोटके

 और यहां पर आने वाले लोगों ने बताया कि  यह सच बात है कि यह महिला मुंह से पथरी  निकाल देते है और वे यहां पर पहले ईलाज करवा कर जा चुके हैं।  ‌‌‌इस महिला के पास ईलाज करवाने के लिए दूर दूर के लोग आते हैं और जाहिर सी बात है कुछ फायदा मिलता है तभी लोग आते हैं। खैर जब महिला से पूछा गया कि वह यह सब कैसे करती है तो उसने बताया कि वह कुछ नहीं करती है। यह सब देवी मां की क्रपा है।

‌‌‌वह पीछले 20 सालों से पथरी  निकाल रही है।उसके बाद मिडिया वालों ने इस महिला की सच्चाई जानने के लिए अपने एक साथी को खड़ा किया और महिला को बोला कि इसके पेट मे पथरी  है। हालांकि जब उस महिला ने पता किया तो उसने कहा कि इसके पेट मे पथरी  नहीं है। हो सकता है गैस वैगरह हो । बेचरा मिडिया ‌‌‌कुछ नहीं कर पाया और इसका जवाब तलासने के लिए दर दर डॉक्टरों के पास भटकने लगा । दोस्तों मेरा इस कहानी को बताने का मकसद यह है कि किसी भी चीज को समझने के लिए पहले उस को समझने की योग्यता आपको हाशिल होनी चाहिए । यदि आप इन सूक्ष्म ताकतों को समझना चाहते हैं तो योग के मार्ग मे उतरना होगा और ‌‌‌ध्यान मे दिन और रातें गुजारनी होगी । यह सब मिडिया वालो मे करने का दम नहीं है और उल्टा सब चीजों को अंधविश्वास करार देते हैं।

‌‌‌उस बूढ़ी महिला के लिए बस यह देवी का चमत्कार है क्योंकि वो योग को नहीं जानती है लेकिन जो योगी होते हैं वो जानते हैं कि यह  कोई चमत्कार नहीं  है।

‌‌‌हनुमानजी ने काटी जब पथरी

‌‌‌हनुमानजी ने काटी जब पथरी

भले ही लोग इस चीज को अंधविश्वास कहें या कुछ और लेकिन सच्चाई को झूठलाया नहीं जा सकता है। यह एक रियल घटना है। मेरे सुसर को पथरी की शिकायत थी। और यह बात है 2020 की ही । वे जब अरब देशों से आए थे ।‌‌‌

वे हनुमानजी के काफी पक्के भगत हैं।जब यह पथरी बहुत अधिक समस्या पैदा करने लगी तो हनुमाजी की जात और जागरण उन्होंने बोला और जब डॉक्टर के पास चैक करवाने के लिए गए तो पथरी बताई गई ।उसके बाद ‌‌‌उन्होंने दवाई नहीं लेने का फैसला किया और देखना चाहा कि क्या बिना दवाई के पथरी कटती है या नहीं ? क्योंकि यह उस समय काफी नोर्मल थी। लग भग 15 दिन बाद वे दुबारा चैकअप करवाने के लिए गए तो पथरी नहीं आई ।‌‌‌इसका मतलब यह था कि देवता ने उनकी पथरी को काट दिया था। सच मायने मे देवता जीवन दायनी शक्ति होते हैं और वो हमे किसी ना किसी तरीके से मदद प्रदान करते ही हैं।‌‌‌यदि हम उनको मानते हैं तो वे हमारे कष्टों को काटने का हर संभव प्रयास करेंगे ही । हो सकता है हम उसे आंखों से ना दे पाएं लेकिन वो मौजूद होते हैं।

‌‌‌पथरी के संबंध मे पूछे जाने वाले सामान्य सवाल

दोस्तों पेट की पथरी होने पर बहुत सारा कन्फयूजन होता है और आपके मन मे कई सवाल आते हैं। इनमे से कुछ सवाल के उत्तर को हम नीचे देने का प्रयास कर रहे हैं।

‌‌‌क्या सिर्फ देवताओं पर निर्भर रहना सही होगा ?

यदि आपको पथरी की समस्या है तो आप डॉक्टरों को दिखाएं केवल देवतओं पर निर्भर ना रहे हैं। और अपने ईष्ट के मंत्रों का अधिक से अधिक जाप करें । इससे आपको फायदा होगा ।‌‌‌ध्यान दें यदि आपकी पथरी प्रारम्भिक स्टेज मे है तो यह आसानी से सही हो सकती है ?

‌‌‌मुझे मंत्रों पर भरोशा नहीं है तो क्या मैं दवाओं का प्रयोग कर सकती हूं

कोई समस्या नहीं है आप यदि आप किसी देवता और भगवान को नहीं मानती हैं तो देवाओं का सेवन कर सकती हैं। इसमे कोई समस्या नहीं है।

‌‌‌देवता किस तरह से पथरी को निकाल देते हैं यह कैसे संभव है ?

‌‌‌देखों इन चीजों को समझाना हमारे बस की बात नहीं है।यदि आप इन चीजों को काफी गहराई से समझना चाहते हैं तो आपको योग मार्ग के अंदर प्रवेश करना होगा । वहीं पर आपके सभी प्रश्नों का उत्तर मिलेगा ।

‌‌‌क्या कोई बड़ी पथरी देवता ठीक कर सकते हैं ?

जहां तक मेरा अनुमान है वे ऐसा कर सकते हैं लेकिन स्थिति काफी गम्भीर होने पर कुछ नहीं हो पएगा आपको डॉक्टर के पास ही जाना चाहिए ।

पथरी निकालने का मंत्र लेख आपको कैसा लगा नीचे कमेंट करके हमें बताएं ।

Leave a Reply

arif khan

‌‌‌हैलो फ्रेंड मेरा नाम arif khan है और मुझे लिखना सबसे अधिक पसंद है। इस ब्लॉग पर मैं अपने विचार शैयर करता हूं । यदि आपको यह ब्लॉग अच्छा लगता है तो कमेंट करें और अपने फ्रेंड के साथ शैयर करें ।‌‌‌मैंने आज से लगभग 10 साल पहले लिखना शूरू किया था। अब रोजाना लिखता रहता हूं । ‌‌‌असल मे मैं अधिकतर जनरल विषयों पर लिखना पसंद करता हूं। और अधिकतर न्यूज और सामान्य विषयों के बारे मे लिखता हूं ।