परिजात के पेड़ से होते हैं यह 24 दिल दहलाने वाले फायदे

परिजात के पेड़ के फायदे के बारे मे हम बात करने वाले है। परिजात के पेड़ को हरसिंगार के पेड़ के नाम से जानते हैं। इस पेड़ को बाग बगीचों के अंदर उगाया जाता है। यह पेड़ अपनी सुंदरता के लिए खास तौर पर प्रसिद्ध होता है। हालांकि इस पेड़ की खास बात यह है कि इसका पूजा पाठ के अंदर बहुत अधिक प्रयोग किया जाता है। सिर्फ इतना ही नहीं है। हालांकि यह पौधा औषधी के रूप मे भी प्रयोग मे लिया जाता है। कई तरह की  पाचनतंत्र, पेट के कीड़े की बीमारी, मूत्र रोग, बुखार, लीवर विकार आदि के अंदर इस पौधे का प्रयोग किया जाता है।

Table of Contents

परिजात पेड़ के अन्य नाम

हरसिंगार (हिंदी)

शेफाली (हिंदी)

शिउली (हिंदी)

कल्पवृक्ष (हिंदी)

नित्यफल (हिंदी)

लक्ष्मीपुष्प (हिंदी)

सरोज (हिंदी)

सुगंधा (हिंदी)

इन नामों के अलावा, परिजात पेड़ को भारत के अन्य भागों के अंदर अलग अलग नाम से भी जाना जाता है । उदाहरण के लिए, इसे बंगाल में छुईमुई, तमिलनाडु में मल्लिका, और केरल में वेलाक्कुडु कहा जाता है।

पारिजात का पेड़ के फायदे डैंड्रफ को हटाने मे प्रयोग

parijat ke ped ke fayde

​परिजात के पेड़ का प्रयोग डंड्रफ को हटाने मे प्रयोग मे लिया जाता है। इसके लिए इसके बीजों को काम मे लिया जाता है। सबसे पहले इस पेड़ के बीज को पीसा जाता है , और उसके बाद उसके पेस्ट को अपने सिर के उपर लगा दिया जाता है। कुछ दिन यदि आप ऐसा करते हैं। तो इससे आपका सिर का सारा डैंड्रफ दूर हो जाता है। यह एक अच्छा उपाय है , जिसका प्रयोग आप  कर सकते हैं। हालांकि डैंड्रफ को दूर करने के लिए और भी बहुत सारी दवाएं मौजूद हैं। आप चाहें तो उनका प्रयोग भी कर सकते हैं।

गले के रोग को दूर करता है परिजात का पेड़

गले के अंदर यदि आपको किसी तरह की समस्या हो , जैसे कि गले के अंदर दर्द वैगरह हो तो आप इस पौधे का छोटा सा टुकड़ा लें । और उसके बाद उसका चबाना शूरू करें । ऐसा करने का फायदा यह होगा कि आपके गले से जुड़ी समस्याएं धीरे धीरे दूर होने लग जाएंगी ।हालांकि किसी तरह की गहरी समस्या होने पर अपने डॉक्टर से परामर्श करें ।

परिजात के पेड़ के फायदे खांसी के अंदर

दोस्तों परिजात का पेड़ खांसी के अंदर भी काफी अधिक फायदेमंद होता है। इसका प्रयोग एक तरह की औषधी के रूप मे किया जाता है। 500 मिग्रा पारिजात की छाल का चूर्ण बनाएं और इसका डॉक्टर जैसे बताते हैं , उसी तरह से आपको सेवन करना है। ऐसा करेंगे , तो आपकी खांसी की समस्याएं दूर हो जाएंगी । यह एक अच्छा उपाय है , जिसका प्रयोग आप कर सकते हैं।

कान मे खून बहने की समस्याएं दूर होती है

परिजात का पौधा यदि घर मे है , तो इसके अंदर कान मे खून बहने की समस्या को भी ठीक किया जा सकता है। यदि कान के अंदर किसी वजह से खून बह रहा है ,तो इस पौधे की जड़ को आपको अपने दांतों के अंदर चबाना होगा । और ऐसा करने से आपके कान मे खून बहना काफी कम हो जाएगा । हालांकि किसी तरह की चोट की वजह से कान मे खून बह रहा है , तो फिर आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए ।

नाक मे खून बहने मे प्रयोग

नाक के अंदर खून बहना सबसे आम बात होती है। यह बहुत अधिक कोमन होता है। कई बार जब बचपन के अंदर हम छोटे हुआ करते थे , तो नाक के अंदर हमारे भी खून बहने लग जाता है। नाक के अंदर खून बहने की दशा मे परिजात के पौधे को आपको चबाना चाहिए । ऐसा करने से नाक मे खून बहना बंद हो जाता है।

पेट मे कीड़े को दूर करता है

खास कर छोटे बच्चे धूल मिट्टी खाते रहते हैं। और बेकार जगहों पर अनजाने मे चले जाते हैं। इसलिए उनके पेट के अंदर कीड़े होने की संभावनाएं काफी अधिक होती है।यदि पेट के अंदर कीड़े हैं , तो हरिसिंगार के पत्तों के रस को निकालें और उसके बाद इसका सेवन डॉक्टर के बताए गए निर्देश के अनुसार करें । ऐसा करने से आपके पेट के अंदर मौजूद ​कीड़े मर जाएंगे । यह एक अच्छा उपाय हो सकता है।

हालांकि पेट के अंदर मौजूद कीड़ों को मारने के लिए बहुत तरह की दवाएं और भी मौजूद हैं , आप उनका भी प्रयोग कर सकते हैं। काफी फायदा हो सकता है।

तनाव को दूर करता है

परिजात का पौधा तनाव को दूर करने का काम करता है। आजकल तनाव एक बहुत ही आम समस्या हो चुका है। तनाव ​भाग दौड़ भरी जिदंगी के अंदर होना बहुत ही आम बात होती है। तो तनाव को दूर करने मे भी आयुर्वेदिक डॉक्टर इस पौधे का प्रयोग करते हैं।

पाचन ताकत को बेहतर करता है

परिजात का पेड़ पाचन की समस्या को बेहतर करने मे मदद करता है। मतलब यदि आपको पाचन की समस्या अक्सर बनी रहती है , तो उसके अंदर भी परिजात के पेड़ का प्रयोग करता है। य​ह आपकी पाचन की बीमारी को दूर करके पेट की समस्याओं को हल करने का काम भी करता है। यह भी इसका एक बड़ा फायदा होता है।

परिजात का पौधा बालों के लिए उपयोगी होता है

परिजात का पेड़ बालों के लिए काफी अधिक उपयोगी होता है। इसके लिए परिजात का काढ़ा बनाएं । और उसकी मदद से आपको अपने बालों को धोना चाहिए । ऐसा करने से आपके बाल काफी मजबूत हो जाएंगे ।बालों की कमजोरी दूर हो जाएगी । इसके अलावा बाल काफी मजबूत हो जाएंगे । यदि आप आपके बाल झड़ रहे हैं , तो वह समस्या भी काफी हद तक दूर हो जाएगी ।

बवासीर के अंदर फायदे मंद

आजकल बवासीर एक प्रकार की भयंकर बीमारी चल रही है। और हर तीसरे इंसान को यह बीमारी परेशान कर रही है। बवासीर की समस्याओं को दूर करने के लिए परिजात के पेड़ का प्रयोग किया जाता है। परिजात के पेड़ के बीजों को पीस कर प्रयोग करने से बवासीर की समस्या से काफी हद तक राहत मिलती है। आप समझ सकते हैं।

हालांकि यदि आपको बवासीर की काफी गम्भीर समस्या है , तो फिर आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए । और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है उसका पालन करना चाहिए।

बुखार को उतारने मे परिजात के पेड़ का प्रयोग

बुखार एक आम प्रकार की समस्या होती है। बुखार अपने आप मे कोई रोग नहीं है। यह​ किसी रोग की प्रतिक्रिया है।पारिजात के पेड़ के पत्ते का काढ़ा बना लें। 10-30 मिली काढ़ा में अदरक का चूर्ण तथा मधु को अच्छी तरह से आपको मिला लेना होगा ।उसके बाद यदि आप इसका सेवन करते हैं , तो इससे काफी अधिक फायदा होगा । और बुखार उतर जाएगी ।

आंखों के लिए फायदेमंद है परिजात का पेड़

आजकल आंखों की समस्याएं काफी तेजी से बढ़ रही हैं। और हर किसी को नजर की कमजोरी का सामना करना पड़ रहा है। पारिजात के वृक्ष की छाल  को पीस कर जो तेल मिलता है उसको यदि आंखों मे डाला जाता है , तो इसकी मदद से आंखों के दर्द से काफी आराम मिलता है। यह एक अच्छा उपाय है , जिसका प्रयोग आप कर सकते हैं। हालांकि इस तरह का कोई भी प्रयोग करने से पहले आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए ।

तंत्रिका विकार को दूर करता है

परिजात का पौधा तंत्रिका विकार को दूर करने का काम करता है। पारिजात और निर्गुण्डी का आपको काढ़ा बना लेना होगा । और उसके बाद उसको दी गई मात्रा के आधार पर लेने से आपके जो तंत्रिका होते हैं उसके अंदर यदि दर्द बना हुआ है , तो वह दर्द भी ठीक हो जाता है। कुल मिलाकर यह एक अच्छा उपाय हो सकता है।

गंजेपन को दूर करता है

आजकल गंजापन एक बहुत ही आम समस्या हो चुकी है। रहन सहन ही कुछ इस तरह का हो चुका है , कि पुरूष काफी तेजी से गंजे होते जा रहे हैं , हालांकि गंजेपन को दूर करने के बहुत सारे उपाय काफी अधिक प्रचलित हो सकते हैं।यह कहा जाता है , कि गंजेपन को दूर करने के लिए परिजात के पेड़ के बीजों को लें और उसके बाद इसका पेस्ट बना लें । फिर यदि आप इसका सेवन करते हैं , तो इससे बहुत अधिक फायदा होगा । और आपके गंजेपन की समस्याएं दूर हो जाएंगी ।

त्वचा के रोग के अंदर के अंदर परिजात के पेड़ के फायदे

दोस्तों त्वचा के रोग के अंदर भी परिजात के पेड़ के काफी अधिक फायदे होते हैं।इसके लिए परिजात के पेड़ के पत्तों का पेस्ट बना लेना चाहिए । यदि आपके शरीर के अंदर खुजली हो रही है , तो उस के उपर इसके पेस्ट को लगा देना चाहिए । ऐसा करने से आपके त्वचा रोग दूर होने मे काफी हद तक मदद मिलेगी । यह कुष्ठ रोग के अंदर भी काम करता है।

दाद के अंदर प्रयोग

दाद एक प्रकार का फंगल इन्फेक्सन होता है। दाद के अंदर भी परिजात काफी फायदेमंद होता है। दाद यदि किसी को हो गया है , तो परिजात के पेड़ के पत्तों को अच्छी तरह से पीस लेना चाहिए । और उसके बाद उसके  पत्तों के पेस्ट को आपको दाद के उपर लगाना चाहिए । ऐसा करने से आपके दाद को काफी अधिक आराम मिलेगा ।

गठिया मे फायदेमंद होता है

गठिया एक प्रकार का रोग होता है। गठिया मे व्यक्ति के जोड़ों के अंदर सूजन आ जाती है। और इंसान को चलने फिरने मे काफी परेशानी होती है। यदि इसका इलाज नहीं किया जाता है , तो समस्या और अधिक बढ़ जाती है। गठिया का इलाज करने के लिए परिजात की जड़ का काढ़ा बनाकर सेवन करें । ऐसा करने से इसके अंदर काफी अधिक लाभ होता है।

मधुमेह के अंदर परिजात के फायदे

आजकल मधुमेह भी एक आम समस्या हो चुकी है। मधुमेह (डायबिटीज) एक ऐसी स्थिति है जिसमें रक्त में शर्करा का स्तर असामान्य रूप से उच्च होता है। यह तब होता है जब शरीर पर्याप्त इन्सुलिन नहीं बनाता है, ऐसी स्थिति के अंदर शर्करा के स्तर को तोड़ने के लिए बाहर से इसुलिन दी जाती है।मधुमेह के अंदर परिजात के पेड़ का काढ़ा बनाकर पी लेना चाहिए । ऐसा करने से बहुत अधिक लाभ होता है। आप समझ सकते हैं।

मधुमेह के लक्षण में शामिल हैं:

बार-बार पेशाब आना

अत्यधिक प्यास

अत्यधिक भूख

वजन कम होना

थकान

धुंधली दृष्टि

घावों का धीमा उपचार

घाव को सुखाने का काम करता है परिजात का पौधा

दोस्तों यदि आपको किसी जगह पर मामूली चोट आ चुकी है , तो उसके लिए परिजात के पौधे के बीजों को पेस्ट आपको बनाना होगा । और उसके बाद उस पेस्ट को आपको उस घाव पर लगा देना है। ऐसा करने से धीरे धीरे वह घाव ठीक हो जाएगा । हालांकि समस्या गम्भीर है , तो डॉक्टर के पास जाना जरूरी होता है।

बार बार पेशाब आने की समस्या दूर होती है

यदि आपको बार बार पेशाब आने की समस्या हो रही है , तो भी परिजात का पेड़ आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद होता है। यह आपके पेशाब को कम करता है।पारिजात के पेड़ के तने के पत्ते, जड़, और फूल का काढ़ा बनाएं और इसको 10 मिली रोजाना सेवन करने से आपको बहुत अधिक लाभ होता है।

परिजात का पौधा घर मे लगाने से सुंदरता बढ़ती है

यदि आप अपने घर के अंदर परिजात के पौधे को लगाते हैं , तो इससे आपके घर के अंदर सुंदरता के अंदर बढ़ोतरी होती है। देखने मे यह पौधा काफी अच्छा और सुंदर दिखाई देता है , तो इस पौधे को आपको अपने घर के अंदर जरूर ही लगाना चाहिए । हर किसी को पसंद आएगा ।

वास्तु दोष को दूर करता है परिजात का पौधा

यदि आप इस पौधे को अपने घर के अंदर लगाते हैं , तो यह आपके घर मे वास्तुदोष को दूर करने का काम करता है। इससे आपके घर के अंदर सुख और समृद्धि आती है। इसकी वजह यह है कि यह सकारात्मक उर्जा को आकर्षित करता है। इसके स्थान पर बुरी उर्जा को भगाने का काम करता है।

धन और समृद्धि को आकर्षित करता है

यह भी कहा जाता है कि यदि आप परिजात के पौधे को अपने घर मे लगाते हैं , तो यह आपके घर के अंदर धन और समृद्धि को आकर्षित करने का काम करता है। इसको यदि आप पूर्व दिशा के अंदर लगाते हैं , तो इससे आपको बहुत अधिक फायदा होता है।

पारिजात कहां पाया या जाता है

पारिजात का पौधा भारत, नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका, इंडोनेशिया, मलेशिया, थाईलैंड, वियतनाम और चीन में आपको देखने को मिल जाएगा । यह एक उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय पौधा है जो 1500 मीटर की ऊंचाई पर आपको अक्सर देखने को मिल जाता है।भारत में, पारिजात का पौधा उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, केरल और तमिलनाडु में सबसे अधिक पाया जाता है।और परिजात के पौधे को बहुत अधिक पवित्र माना जाता है। इसलिए इसको कभी कभी स्वर्ग के फूल के नाम से भी जाना जाता है। इस पौधे के फूल सफेद और पीले रंग के होते हैं। व रात के अंदर काफी अच्छी तरह से खिलते हैं।

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arif khan

‌‌‌हैलो फ्रेंड मेरा नाम arif khan है और मुझे लिखना सबसे अधिक पसंद है। इस ब्लॉग पर मैं अपने विचार शैयर करता हूं । यदि आपको यह ब्लॉग अच्छा लगता है तो कमेंट करें और अपने फ्रेंड के साथ शैयर करें ।‌‌‌मैंने आज से लगभग 10 साल पहले लिखना शूरू किया था। अब रोजाना लिखता रहता हूं । ‌‌‌असल मे मैं अधिकतर जनरल विषयों पर लिखना पसंद करता हूं। और अधिकतर न्यूज और सामान्य विषयों के बारे मे लिखता हूं ।