गणेश जी की चालिसा ganesh chalisa lyrics in hindi pdf download

ganesh chalisa lyrics in hindi pdf दोस्तों भगवान गणेश के बारे मे आप अच्छी तरह से जानते ही हैं भगवान गणेश की पूजा अर्चना किसी भी काम के शूरू करने से पहले की जाती है। जैसे की कोई भी शुभ अवसर होता है तो सबसे पहले गणेश चालिसा का ही पाठ किया जाता है। या फिर गणेश जी की पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में त्रिनेत्रधारी श्री भोलेनाथ शिव शंकर व माता पार्वती जी की दूसरी संतान को गणेश जी के नाम से जाना जाता है। और इनकी पूजा सबसे पहले की जाती है। सिद्धिविनायक की उपाधी गणेश जी को मिली हुई है।

यदि आप भी गणेश चालिसा का नियमित पाठ करते हैं तो इससे आपको काफी अधिक फायदा मिलता है और आपके घर के अंदर खुशी आती है तो आइए जानते हैं गणेश चालिसा के बारे मे ।

ganesh chalisa lyrics in hindi pdf

जय गणपति सद्गुण सदन कविवर बदन कृपाल।

विघ्न हरण मंगल करण जय जय गिरिजालाल॥

जय जय जय गणपति राजू। मंगल भरण करण शुभ काजू॥

जय गजबदन सदन सुखदाता। विश्व विनायक बुद्धि विधाता॥

वक्र तुण्ड शुचि शुण्ड सुहावन। तिलक त्रिपुण्ड भाल मन भावन॥

राजित मणि मुक्तन उर माला। स्वर्ण मुकुट शिर नयन विशाला

पुस्तक पाणि कुठार त्रिशूलं। मोदक भोग सुगन्धित फूलं॥

सुन्दर पीताम्बर तन साजित। चरण पादुका मुनि मन राजित॥

धनि शिवसुवन षडानन भ्राता। गौरी ललन विश्व-विधाता॥

ऋद्धि सिद्धि तव चँवर डुलावे। मूषक वाहन सोहत द्वारे॥

कहौ जन्म शुभ कथा तुम्हारी। अति शुचि पावन मंगल कारी॥

एक समय गिरिराज कुमारी। पुत्र हेतु तप कीन्हा भारी॥

भयो यज्ञ जब पूर्ण अनूपा। तब पहुंच्यो तुम धरि द्विज रूपा।

अतिथि जानि कै गौरी सुखारी। बहु विधि सेवा करी तुम्हारी॥

अति प्रसन्न ह्वै तुम वर दीन्हा। मातु पुत्र हित जो तप कीन्हा॥

मिलहि पुत्र तुहि बुद्धि विशाला। बिना गर्भ धारण यहि काला॥

गणनायक गुण ज्ञान निधाना। पूजित प्रथम रूप भगवाना॥

अस कहि अन्तर्धान रूप ह्वै। पलना पर बालक स्वरूप ह्वै॥

बनि शिशु रुदन जबहि तुम ठाना। लखि मुख सुख नहिं गौरि समाना॥

सकल मगन सुख मंगल गावहिं। नभ ते सुरन सुमन वर्षावहिं॥

शम्भु उमा बहुदान लुटावहिं। सुर मुनि जन सुत देखन आवहिं॥

लखि अति आनन्द मंगल साजा। देखन भी आए शनि राजा॥

निज अवगुण गुनि शनि मन माहीं। बालक देखन चाहत नाहीं॥

गिरजा कछु मन भेद बढ़ायो। उत्सव मोर न शनि तुहि भायो॥

कहन लगे शनि मन सकुचाई। का करिहौ शिशु मोहि दिखाई॥

नहिं विश्वास उमा कर भयऊ। शनि सों बालक देखन कह्यऊ॥

पड़तहिं शनि दृग कोण प्रकाशा। बालक शिर उड़ि गयो आकाशा॥

गिरजा गिरीं विकल ह्वै धरणी। सो दुख दशा गयो नहिं वरणी॥

हाहाकार मच्यो कैलाशा। शनि कीन्ह्यों लखि सुत को नाशा॥

तुरत गरुड़ चढ़ि विष्णु सिधाए। काटि चक्र सो गज शिर लाए॥

बालक के धड़ ऊपर धारयो। प्राण मन्त्र पढ़ शंकर डारयो॥

नाम गणेश शम्भु तब कीन्हे। प्रथम पूज्य बुद्धि निधि वर दीन्हे॥

बुद्धि परीक्षा जब शिव कीन्हा। पृथ्वी की प्रदक्षिणा लीन्हा॥

चले षडानन भरमि भुलाई। रची बैठ तुम बुद्धि उपाई॥

चरण मातु-पितु के धर लीन्हें। तिनके सात प्रदक्षिण कीन्हें॥

धनि गणेश कहि शिव हिय हरषे। नभ ते सुरन सुमन बहु बरसे॥

तुम्हरी महिमा बुद्धि बड़ाई। शेष सहस मुख सकै न गाई॥

मैं मति हीन मलीन दुखारी। करहुँ कौन बिधि विनय तुम्हारी॥

भजत रामसुन्दर प्रभुदासा। लख प्रयाग ककरा दुर्वासा॥

अब प्रभु दया दीन पर कीजै। अपनी शक्ति भक्ति कुछ दीजै॥

दोहा

श्री गणेश यह चालीसा पाठ करें धर ध्यान।

नित नव मंगल गृह बसै लहे जगत सन्मान॥

सम्वत् अपन सहस्र दश ऋषि पंचमी दिनेश।

पूरण चालीसा भयो मंगल मूर्ति गणेश॥

Ganesh Chalisa in  English Lyrics

Ganesh Chalisa in  English Lyrics

यहां पर हम आपको अंग्रेजी के अंदर भी गणेश चालिसा दे रहे हैं। आप देख सकते हैं।

।। Doha ।।

Jaya ganapati sadhguna sadana। kavi vara badana kripaala ।

Vighna harana mangala karana। jaya jaya girijaa laala ॥

।। Chaupai ।।

Jaya jaya ganapati gan raaju । mangala bharana karana shubha kaaju ॥

Jaya gajabadana sadana sukhadaataa । vishva vinaayaka buddhi vidhaata ॥

Vakra tunda shuchi shunda suhaavana । tilaka tripunda bhaala mana bhaavana ॥

Raajata mani muktana ura maala । svarna mukuta shira nayana vishaala ॥

Pustaka paani kuthaara trishuulam । modaka bhoga sugandhita phoolam ॥

Sundara piitaambara tana saajita । charana paaduka muni mana raajita ॥

Dhani shiva suvana shadaanana bhraata । gaurii lalana vishva-vidhaata ॥

Riddhi siddhi tava chanvara sudhaare । mushaka vaahana sohata dvaare ॥

Kahaun janma shubha kathaa tumhaari । ati shuchi paavana mangala kaari ॥

Eka samaya giriraaj kumaari । putra hetu tapa kinha bhaari ॥

Bhayo yagya jaba puurna anuupa । taba pahunchyo tuma dhari dvija ruupa ॥

Atithi jaani kai gauri sukhaari । bahuvidhi sevaa kari tumhaari ॥

Ati prasanna hvai tuma vara diinha । maatu putra hita jo tapa kiinha ॥

Milahi putra tuhi buddhi vishaala । binaa garbha dhaarana yahi kaala ॥

Gananaayaka, guna gyaana nidhaana । puujita prathama ruupa bhagavana ॥

Asa kahi antardhyaana ruupa hvai । palana para baalaka svaruupa hvai ॥

Bani shishu rudana jabahi tuma thaana । lakhi mukha sukha nahin gauri samaan ॥

Sakala magana, sukha mangala gaavahin । nabha te surana sumana varshaavahin ॥

Shambhu uma, bahu dana lutavahin । sura munijana, suta dekhana aavahin ॥

Lakhi ati aananda mangala saaja । dekhana bhi aaye shani raaja ॥

Nija avaguna guni shani mana maahin । baalaka, dekhan chaahata naahin ॥

Giraja kachhu mana bheda badhaayo । utsava mora na shani tuhi bhaayo ॥

Kahana lage shani, mana sakuchaai । kaa karihau, shishu mohi dikhaai ॥

Nahin vishvaasa, uma ur bhayau, shani so baalaka dekhana kahyau ॥

Padatahin, shani driga kona prakaasha । baalaka shira udi gayo aakaasha ॥

Giraja giriin vikala hvai dharani । so dukha dasha gayo nahin varani ॥

Haahaakaara machyo kailaasha । shani kiinhyon lakhi suta ka naasha ॥

Turata garuda chadhi Vishnu sidhaaye । kaati chakra so gaja shira laaye ॥

Baalaka ke dhada upara dhaarayo । praana, mantra padha shankara darayo ॥

Naama ‘ganesha’ shambhu taba kiinhe। prathama puujya buddhi nidhi, vara diinhe ॥

Buddhi pariiksha jaba shiva kiinha । prithvii kar pradakshina liinha ॥

Chale shadaanana, bharami bhulaIi । rachi baitha tuma buddhi upaai ॥

Charana maatu-pitu ke dhara linhen । tinake saata pradakshina kinhen ॥

Dhani ganesha, kahi shiva hiya harashe । nabha te surana sumana bahu barase॥

Tumhari mahima buddhi badaye । shesha sahasa mukha sakai na gaai ॥

Mein mati hina malina dukhaari । karahun kauna vidhi vinaya tumhaari ॥

Bhajata ‘raamasundara’ prabhudaasa । lakha prayaga, kakara, durvasa ॥

Aba prabhu daya dina para kijai । apani bhakti shakti kuchhu dijai ॥

 ।। Doha ।।

Shri Ganesh yah chalisa, path karai dhari dhyan ।

Nit nav mangal gruha bashe, lahi jagat sanman ॥

Sambandh apne sahstra dash, rushi panchami dinesh ।

Puran chalisa bhayo, mangal murti ganesha ॥

गणेश चालिसा के जाप करने के फायदे

दोस्तों यदि आप गणेश चालिसा का जाप करते हैं तो इसके फायदे के बारे मे भी आपको पता होना चाहिए ।तो आइए यह जानने का प्रयास करते हैं कि गणेश चालिसा से क्या क्या फायदे हो सकते हैं।

  • यदि हम नियमित रूप से गणेश चालिसा का पाठ करते हैं तो इसका फायदा यह होता है कि हमें गणेश जी की कृपा प्राप्त होती है। इसका मतलब यह है कि भगवान गणेश हम पर प्रसन्न होते हैं और हमारा कल्याण करते हैं।
  • इसके अलावा यदि आप नियमित रूप से गणेश चालिसा का पाठ करते हैं तो फिर आपके घर मे किसी भी तरह से धन और संपति की कमी नहीं होगी । आप इस बात को समझ सकते हैं। यदि आप गरीबी के अंदर जिदंगी गुजर रहे हैं तो रोजाना गणेश चालिसा का पाठ करें ।
  • इसके अलावा यदि आप नियमित रूप से गणेश चालिसा का पाठ करते हैं तो आपका दुख और दर्द दूर हो जाता और आपके जीवन के अंदर खुशियां आती हैं।
  • दोस्तों हमारे सभी के जीवन के अंदर शत्रु होते ही हैं। इसके अंदर कोई भी शक नहीं है। दोस्तों यदि शत्रु आपको काफी अधिक परेशान करते हैं तो​ फिर आप यह एक प्रकार का उपाय कर सकते हैं। आपको रोजाना गणेश चालिसा का पाठ करना चाहिए । यदि आप ऐसा करते हैं तो फिर आपको कभी भी शत्रु परेशान नहीं करेंगे । यह एक अच्छा उपाय है जोकि हमेशा काम करेगा ।
  • आजकल यह भी देखने को मिलता है । कि कुछ लोगों का विवाह समय पर नहीं होता है। यदि आपका विवाह भी समय पर नहीं हो रहा है तो आप यह एक छोटा सा उपाय कर सकते हैं । रोजाना गणेश जी की मूर्ति के आगे एक दीपक जलाएं और फिर गणेश जी की पूजा करें । गणेश चालिसा का पाठ करें । यदि आप ऐसा करते हैं। तो आपके विवाह के अंदर जो बाधा आ रही थी । वह दूर हो जाएगी ।
  • यदि आपकी कुंडली के अंदर बुध दोष है। और आप जीवन के अंदर आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं तो फिर आपको यह उपाय करना चाहिए । इस उपाय को करने का फायदा यह होगा कि आपकी कुंडली से बुध दोष दूर हो जाएगा । और आप जीवन के अंदर काफी तेजी से तरक्की करेंगें ।
  • विद्यार्थी क्षेत्र के अंदर सफलता प्राप्त करने के लिए भी गणेश चालिसा का पाठ कर सकते हैं। यदि आप किसी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं। या फिर किसी परीक्षा को पास करने के बारे मे सोच रहे हैं । तो फिर आपको रोजाना गणेश चालिसा का पाठ करना चाहिए । गणेश चालिसा का पाठ करने से आपको काफी अधिक फायदा होगा । आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • दोस्तों आपको बतादें कि गणेश जी की पूजा करने से आपके स्वास्थ्य के अंदर भी काफी अधिक सुधार आता है। यदि आपको स्वास्थ्य समस्याएं हैं। जैसे कि आपका मानसिक स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है। तो फिर आपको रोजाना गणेश चालिसा का पाठ करना चाहिए । ऐसा करने से आपको काफी अधिक फायदा मिलेगा । और आपकी हेल्थ मे काफी सुधार देखने को मिलेगा ।
  • यदि आपके घर के अंदर धन की कमी है तो भी आप गणेश चालिसा का रोजाना पाठ कर सकते हैं। यदि आप ऐसा करते हैं तो आपके घर मे मौजूद धन की कमी दूर हो जाएगी । यह एक अच्छा उपाय है। जिसको आप कर सकते हैं। और आपको काफी अधिक फायदा होगा ।
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arif khan

‌‌‌हैलो फ्रेंड मेरा नाम arif khan है और मुझे लिखना सबसे अधिक पसंद है। इस ब्लॉग पर मैं अपने विचार शैयर करता हूं । यदि आपको यह ब्लॉग अच्छा लगता है तो कमेंट करें और अपने फ्रेंड के साथ शैयर करें ।‌‌‌मैंने आज से लगभग 10 साल पहले लिखना शूरू किया था। अब रोजाना लिखता रहता हूं । ‌‌‌असल मे मैं अधिकतर जनरल विषयों पर लिखना पसंद करता हूं। और अधिकतर न्यूज और सामान्य विषयों के बारे मे लिखता हूं ।