दुकान का उद्घाटन करने से पहले जानें यह टिप्स

‌‌‌dukan ka udghatan kaise kare – दोस्तों यदि आप कोई बिजनेस शूरू करना चाह रहे हैं तो हम आपको दुकान का उद्घाटन  का सही तरीका पता होना चाहिए । दुकान का उद्घाटन  बहुत अधिक महत्वपूर्ण होता है। भले ही आप किसी भी प्रकार की दुकान का उद्घाटन  कर रहे हो उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। बस आपको कुछ बेसिक टिप्स को फोलो करना होता है । ‌‌‌जो आपके बिजनेस को आगे ले जाने मे काफी मददगार होते हैं।दुकान के उद्घाटन  के अंदर भी कुछ ऐसी गलतियां होती हैं जो आपको नहीं करनी चाहिए । इससे आपके बिजनेस के उपर बुरा असर पड़ता है। यहां पर हम बताने वाले हैं कि आप किस प्रकार से एक सही तरीके से दुकान का उद्घाटन  कर सकते हैं।

‌‌‌पीछले दिनों मैं एक बैग की दुकान के उद्घाटन  के अंदर गया था तो वहां पर मैंने देखा कि दुकान का उद्घाटन  किया जा रहा है लेकिन उसके बाद भी उस दुकान के उपर नाम तक नहीं लिखा हुआ है। इसके अलावा उसके अंदर कुछ भी सामान नहीं है। इतना ही नहीं बंदे ने कोई भी बिजनेस कार्ड भी नहीं छपवाएं हैं। ‌‌‌यदि इस प्रकार की गलती आप करोगे तो किस प्रकार से काम चलेगा । हमे स्टेप बाई स्टेप सब कुछ करना होता है।

Table of Contents

‌‌‌दुकान का उद्घाटन कैसे करें  सैट योवर बिजनेस नेम

सबसे पहले आपको अपने बिजनेस का नेम डिसाइड करना होता है। आप कई अच्छे नामों को सलेक्ट कर सकते हैं। और उसके बाद उनकी पोपुलरटी को देख सकते हैं। याद रखें एक बार यदि आप कोई बिजनेस नेम रख देते हैं तो आप उसे बदल नहीं सकते हैं। ‌‌‌क्योंकि यदि आप बिजनेस नेम बदलते हैं आपके बिजनेस के उपर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है।

‌‌‌अपनी दुकान के उपर बिजनेस नेम की पैंटिग करवाना

दोस्तों आपको दुसरा काम यह करना है कि आपने जो बिजनेस नेम को डिसाइड किया है। उस बिजनेस नेम को अपनी दुकान के आगे लगाना होगा । जिससे लोगों को यह पता चल सके कि आपकी दुकान क्या सामान बेचती है। ‌‌‌बिना बिजनेस नेम के आपको कभी भी दुकान का उद्घाटन  नहीं करना चाहिए क्योंकि यह नुकसान का काम होगा ।

‌‌‌शुभ‌‌‌ महूर्त देखना

दुकान का उद्घाटन  किसी भी शुभ ‌‌‌महूर्त के अंदर ही किया जाता है। आप किसी पंडित के पास जाएं और पता करें कि आपकी दुकान के लिए शुभ मर्हूत कब का होगा ।आपको वह दो या तीन ‌‌‌महूर्त बता सकता है आप अपनी सुविधा के अनुसार ‌‌‌महूर्त का चुनाव कर सकते हैं। ‌‌‌शुभ महूर्त वह समय होता है जिसमे आपकी दुकान का उद्घाटन  करना काफी फायदेमंद होता है।

‌‌‌बिजनेस कार्ड छपवाना

उसके बाद नंबर आता है बिजनेस कार्ड का ।आप अपने बिजनेस के लिए बिजनेस कार्ड छपवा सकते हैं और उसके लिए आप किसी प्रिंटर की मदद ले सकते हैं। बिजनेस कार्ड के अंदर अपने बिजनेस के बारे मे बताएं । जैसे आप क्या बेचते हैं ? और अपना फोन नंबर और नाम व पता इसके अंदर लिखें । ‌‌‌वैसे इसके अंदर आपको अधिक झंझट करने की आवश्यकता नहीं है। आप जैसे ही प्रिंटर के पास जाएंगे वह आपको कई सारे डिजाइन दिखाएगा और आपको बस उन डिजाइन को चुनना है। और मांगी गई जानकारी उसको देनी है।

‌‌‌आपको बतादें कि बिजनेस कार्ड आप अपनी इच्छा के अनुसार 1000 या 500 छपवा सकते हैं। दुकान के उद्घाटन  के समय इनका होना बहुत जरूरी होता है ताकि आप दूसरे लोगों को यह दे सकें ।

‌‌‌दुकान के अंदर कुछ सामान की व्यवस्था करना

उसके बाद आपको काम यह करना है कि दुकान के अंदर सामान की व्यवस्था करनी होगी । जैसे आपने कोई बैग की दुकान खोली है तो उसके अंदर थोड़े बहुत बैग वैगरह रख देने हैं। हालांकि काम शूरू तो उद्घाटन  के बाद ही करना होगा ।

‌‌‌निमंत्रण कार्ड छपवाना

इसके बाद आपका दूसरा काम आता है , निमंत्रण कार्ड छपवाना । निमंत्रण कार्ड के बारे मे वैसे तो आप जानते ही होंगे । निमंत्रण कार्ड मे आपको इस बात का उल्लेख करना होता है कि आप किसी चीज का निमंत्रण दे रहे हैं और दुकान का उद्घाटन  स्मारोह कब है। ‌‌‌

आपको सबसे पहले यह भी तय करना होता है कि आप कितने लोगों को निमंत्रण दे रहे हैं। लोगों की संख्या आपके पास होनी चाहिए । ताकि आप उतनी ही संख्या के अंदर निमंत्रण कार्ड को छपवा सकें। ‌‌‌क्योंकि ज्यादा संख्या के अंदर छापे गए कार्ड किसी काम नहीं आएंगे और पैसे भी फालतू मे खर्च हो जाएंगे।

‌‌‌निमंत्रण कार्ड को पहुंचाना

दूसरा काम यह है कि आपको सभी निमंत्रण कार्ड को उन लोगों तक पहुंचाना होगा जिनको आप दुकान के उद्घाटन  के अंदर बुलाना चाहते हो । ‌‌‌कार्ड के उपर नाम लिखते हुए ।या तो आप इनका खुद वितरण कर सकते हो या आप किसी दूसरे इंसान के हाथों इनको पहुंचा सकते हो । लेकिन आपको यह याद रखना चाहिए कि निमंत्रण कार्ड दुकान के उद्घाटन  के समय से कम से कम 3 दिन पहले पहुंचना चाहिए ।

‌‌‌अतिथि के लिए नास्ते वैगरह की व्यवस्था करना

जिस दिन दुकान का उद्घाटन  हो उस दिन अतिथि आ जाएं तो आप अपने सामर्थ्य के अनुसार नास्ते की व्यवस्था कर सकते हैं। लेकिन पहले खाने पीने का सामान लेकर ना आएं क्योंकि हो सकता है आपने जिन लोगों को आमंत्रण दिया हो उनमे से आधे ही व्यक्ति आएं। ‌‌‌ऐसी स्थिति के अंदर यदि आप अधिक सामान लेकर आ जाते हैं तो फिर सामान फालतू मे खराब हो जाएगा ।

‌‌‌dukan ka udghatan kaise kare दुकान मे पूजा वैगरह करना

अब यदि महूर्त का समय हो चुका है तो आपको पंडित को बुला लेना चाहिए । इसके बाद दुकान के अंदर कुछ पूजा वैगरह होती है। और पूजा करने के बाद कुछ प्रसाद वैगरह भी वहां पर चढ़ाया जाता है। जिसको वहीं पर बांट देना चाहिए । 

‌‌‌अतिथियों के लिए चाय की व्यवस्था करना

सारे काम हो जाने के बाद आपको अतिथियों के लिए चाय वैगरह की व्यवस्था करनी है और चाय देने के साथ ही आपको हर अतिथि को अपना बिजनेस कार्ड भी देना होगा ताकि आपके बिजनेस के बारे मे उन लोगों को भी जानकारी हो। और यदि भविष्य के अंदर कोई काम हो तो ‌‌‌वो लोग आपसे अपना काम करवा सकें ।

‌‌‌अतिथियों के लिए नास्ते की व्यवस्था करना

उसके बाद आपको दूसरा काम यह करना है कि अतिथ्यिों के लिए नास्ते की व्यवस्था करनी होगी । यदि आप अधिक महंगी मिठाई पर पैसा नहीं खर्च कर सकते हैं तो कोई सस्ती मिठाई लेकर आ सकते हैं। ‌‌‌और कागज की प्लेट के अंदर मिठाई डालकर अतिथियों को दे सकते हैं।

‌‌‌मार्केट के अंदर पर्चे चिपकाना

दोस्तों अब यदि आपने दुकान का उद्घाटन  कर लिया है तो उसके बाद मार्केट के अंदर बिजनेस की जानकारी देने के लिए आपको कुछ पर्चे छपवाने होंगे । जिसके अंदर आपके बिजनेस के बारे मे बताया गया हो । आप उनको शहर के अलग अलग जगह पर चिपकाने के लिए लोगों को हायर कर सकते हैं ‌‌‌या आप खुद पूरे शहर के अंदर पर्चों को चिपका सकते हैं।ऐसा करने का फायदा यह है कि आप के बिजनेस के बारे मे लोगों को जानकारी होगी और यह आपके बिजनेस को आगे बढ़ाने मे मदद करेगा ।

‌‌‌दुकान से जुड़े कुछ सामान्य वास्तु टिप्स

दोस्तों आप भले ही कोई भी दुकान करें लेकिन उससे जुड़े वास्तु टिप्स के बारे मे आपको जानकारी होनी चाहिए । यदि आप नहीं जानते हैं तो नेट पर सर्च कर सकते हैं। यहां पर आपको आसानी से वास्तु टिप्स मिल जाएंगे ।

‌‌‌आपने देखा होगा कि लगभग हर दुकान चौराहे और तिराहे पर होती है। इस प्रकार की दुकानों के अंदर नगेटिव उर्जा बढ़ जाती है। इसकी वजह से वहां पर अच्छे से पूजा पाठ करना बेहद जरूरी होता है।

‌‌‌दुकान के कचरे को सही जगह पर डालें

दोस्तों जब सुबह दुकानदार दुकान खोलते हैं तो उसके अंदर झाड़ू भी लगाते हैं लेकिन अधिकतर दुकानदार बस कचरे को दुकान से साफ करके आगे डाल देते हैं या इधर उधर डाल देते हैं। वास्तु के अनुसार यह सही नहीं है।‌‌‌दुकान के कचरे को डालने के लिए दक्षिण-पश्चिम दिसा के अंदर एक कचरे की पेटी रखें और उसी के अंदर कचरा डालें।

‌‌‌दुकान के आगे अवरोध कम करें

दोस्तों बाजार के अंदर अक्सर यह देखा गया है कि दुकान के आगे दूसरे ठेले वाले आकर अपना ठेला लगा लेते हैं और इसका सीधा असर दुकान की कमाई पर होता है। यदि आपकी दुकान के आगे भी कोई ठेले वाला ठेला लगाता है तो‌‌‌ उसे दुकान के मैंन दरवाजे के सामने खड़े होने का ना बोलें । आप उसे साइड के अंदर खड़े होने को बोल सकते हैं। और यदि बहुत सारे ठेले वाले हैं तो उनकी व्यवस्थित कर सकते हैं।

‌‌‌दुकान के अंदर सही मुंह करके बैठें

दोस्तों दुकान के अंदर सही मुंह करके आपको बैठना चाहिए । बहुत से लोग दुकान के अंदर किसी प्रकार से बैठना चाहिए के बारे मे अच्छे तरीके से नहीं जानते हैं। जिसका परिणाम यह होता है कि उनको हानि होने लगती है।‌‌‌आपको अपना मुख सदैव उत्तर अथवा पूर्व की और करके ही दुकान मे बैठना चाहिए ।

‌‌‌दुकान के आस पास कचरा ना रहनेदें

दोस्तों यह बात सच है कि दुकान के आस पास कचरा रहने पर वहां पर नगेटिव ताकतों का वास हो जाता है। और उसके बाद वह ताकतें किसी ना किसी तरीके से हमारे मन के उपर प्रभाव डालती हैं। हालांकि यह आम आदमी को पता नहीं चल पाता है। बस उसके मन के अंदर अशांति हो जाती है।‌‌‌इस चीज को मैं खुद अनुभव कर चुका हूं कि जब मैं किसी ऐसे व्यक्ति के घर पर गया था जहां पर सालों से पूजा नहीं होती है तो उस घर के अंदर मेरा मन बिना कारण अशांत हो गया । काफी समय मैं परेशान रहा । हालांकि मैं इस बात का इस वजह से पता लगा पाया क्योंकि मैं पूरी तरीके से खाली था।

‌‌‌एक सही दुकान का चुनाव करें

दोस्तों आपको एक दुकान का चुनाव भी सही तरीके से करना चाहिए ।कोशिश करें कि इस प्रकार की दुकान का चुनाव ना करें जिसका कौना बाहर निकला हुआ हो या फिर जो किसी कौने के अंदर बनी हुई हो । इस प्रकार की दुकान के अंदर वास्तु दोष होता है।

‌‌‌सिंह मुखी दुकान काफी फायदेमंद होती है

दोस्तों आपने देखा होगा कि कुछ दुकानों का पीछे का भाग संकड़ा होता है और आगे का भाग चौड़ा होता है। इस प्रकार की दुकान को वास्तु के अंदर बहुत ही अच्छा माना गया है।‌‌‌यदि ऐसी कोई दुकान आपके पास है तो यह बहुत ही सौभाग्य की बात होगी ।

‌‌‌गौमुखी दुकान कम उपयोगी

दोस्तों जिस दुकान का आगे का भाग कम चौड़ा और पीछे का भाग अधिक चौड़ा होता है ।उस दुकान को उपयोगी नहीं माना जाता है। इस प्रकार की दुकान का यूज करने से बचना चाहिए ।

‌‌‌दुकान का ढलान सही होना चाहिए

आमतौर पर हम देखते हैं कि बहुत सारी दुकानों का ढलान प्रवेश द्वार की तरफ होता है। लेकिन वास्तु के अनुसार ऐसा होना सही नहीं होता है। दुकान का ढलान किसी दूसरी साइड के अंदर हो सकता है।

‌‌‌दुकान के ईशान कोण का ध्यान रखें

दोस्तों दुकान के ईशान कोण को खाली रखना चाहिए । इस स्थान के उपर कोई भी भारी वस्तु नहीं रखनी चाहिए । इस स्थान को जितना हो सके खाली रखने का प्रयास करना चाहिए ।

‌‌‌दुकान के अंदर पीने के पानी को सही जगह पर रखें

दोस्तों हर दुकान के अंदर पीने के पानी को तो रखा ही जाता है लेकिन इसको भी सही स्थान पर रखना होता है। पीने के पानी को आप ईशान कोण के अंदर रख सकते हैं या फिर आप इसको पूर्व दिशा के अंदर रख सकते हैं।

ईशान कोण या आग्नेय कोण मे बिक्री का सामान ना रखें

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दोस्तों वास्तुशास्त्र के अनुसार दुकान के ईशान और आग्नेय कोण के अंदर दुकान की बिक्री का सामान नहीं रखना चाहिए । क्योंकि यहां पर रखे जाने पर समस्याएं पैदा होती है।

‌‌‌दुकान की गद्दी पर बैठकर भोजन ना करें

दोस्तों आपको बतादें कि दुकान की गद्दी के उपर बैठकर कभी भी भोजन नहीं करना चाहिए । ऐसा करना अशुभ माना जाता है। यदि आप भोजन कर रखे हैं तो उस गद्दी वाले स्थान से दूर बैठकर कर सकते हैं।

‌‌‌मेज पर पैर रखना होता है अशुभ

दोस्तों मेज के उपर पैर रखना अशुभ होता है। यदि आप मेज के उपर पैर रखते हैं तो यह अपमान होता है। आपने देखा होगा की रोजी रोटी देने वाली वस्तुओं को लोग अपने माथे से लगाते हैं। यदि गलती से भी उनका पैर से टच हो जाता है तो ।

‌‌‌सही समय पर दानदें

दोस्तों जब आप दुकान खोल रहे हों तो किसी को भी दान ना दें । आपको दान तभी देना चाहिए जब दुकान के अंदर कुछ मनी आ जाए और शाम को तो दान देना अशुभ होता है।

प्राण प्रतिष्ठित काली यंत्र का प्रयोग

दोस्तों कई बार शरारती तत्वों के द्वारा दुकानदार को परेशान किया जा सकता है। यदि शरारती तत्वों के द्वारा ऐसा किया जाता है तो फिर आपको प्राण प्रतिष्ठत काली यंत्र को आपको दुकान के अंदर लगा देना चाहिए । ऐसा करने से शरारती तत्व अपने आप ही दूर हो जाएंगे ।

‌‌‌दुकान के अंदर गणेश जी की मूर्ति स्थापित होना बेहद आवश्यक है

दोस्तों दुकान के अंदर गणेश जी की मूर्ति की स्थापना करना बेहद ही आवश्यक है।आपको दुकान के अंदर गणेश की मूर्ति स्थापित करनी चाहिए और उसके बाद उसकी नियमित पूजा भी की जानी चाहिए ।

‌‌‌दुकान को हमेशा साफ सुथरा और सही रखना चाहिए

दोस्तों दुकान को हमेशा साफ सुथरा रखा जाना चाहिए । कल मैं एक कम्प्यूटर की दुकान के उपर गया था। उस दुकान के अंदर मैंने देखा कि बहुत अधिक कचरा एकत्रित था। आपको इस प्रकार की दुकान नहीं रखनी है।‌‌‌यदि आप इस प्रकार की दुकान रखते हो तो उसके बाद आपकी दुकान के अंदर नगेटिव उर्जा अधिक हो जाएगी और बिजनेस के अंदर नुकसान होने लग सकता है।

‌‌‌दुकान का सही तरीके से उद्घाटन  करने का अनुभव

दोस्तों एक यूजर ने अपना अनुभव भेजा है कि यदि आप सही तरीके से दुकान का उद्घाटन  करते हैं तो आप फायदे मे रह सकते हैं।

‌‌‌हैलो मेरा नाम राजेश है और मैं जयपूर राजस्थान का रहने वाला हूं ।मेरी दुकान का नाम आर जे मोबाइल सेंटर है। जब मैंने इस दुकान का उद्घाटन  किया था तो लगभग 300 लोगों को कार्ड दिया था लेकिन उसके अंदर से 170 लोग ही आए थे ।‌‌‌वैसे तो मैंने सारी प्रोसेस को फोलो किया था।और उन सभी 170 लोगों को मैंने अपना बिजनेस कार्ड भी दिया था।

 मार्केट के अंदर बहुत अधिक कम्पीटिशन है तो यकीन नहीं हो रहा था कि काम बन जाएगा । दुकान के उद्घाटन  को आज 5 महिने हो चुके हैं। और 170 लोगों मैंसे 60 लोग दुबारा मेरी दुकान के उपर आ चुके हैं और‌‌‌ इन लोगों से मुझे काफी कमाई भी हुई है।वैसे किसी भी दुकान की सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि आप काम किस प्रकार से करते हो ।

‌‌‌यदि आप कस्टमर को खुश करने का तरीका आप जानते हो तो फिर आपके लिए बिजनेस सबसे अच्छा तरीका होता है। लेकिन यदि आप कस्टमर को खुश करने का तरीका नहीं जानते हो तो यह आपके लिए काम नहीं करेगा ।

‌‌‌दुकान का उद्घाटन  करते समय की जाने वाली कॉमन गलतियां

दोस्तों बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए सही सही तरीके से काम करना होता है। यदि आप सही तरीके से काम नहीं करते हैं तो इसका परिणाम यह होता है कि आपका बिजनेस चल नहीं पाता है।

‌‌‌दुकान का डिजाइन आकर्षण न रखना

दोस्तों वैसे यह कोई अनिवार्य नहीं है लेकिन ऐसा होना बहुत जरूरी है। आपने देखा होगा कि जिन दुकानों की तड़क भड़क होती है लोग सबसे अधिक वहीं पर जाते हैं हालांकि चीजे वहां पर वही होती हैं लेकिन सिर्फ नाम के पैसा लगता है।

‌‌‌जैसे हमारे यहां पर कुछ हलावई बाहर मिठाई बनाते हैं उनकी कीमत कम होती है लेकिन जैसे ही उन मिठाई को खाने के लिए कोई होटल मे जाता है तो अचानक से मिठाई की कीमत बढ़ जाती है। जबकि मिठाई के अंदर कोई खास फर्क नहीं है।

‌‌‌दुकान के उपर दुकान का नाम ना लिखना

दोस्तों जैसा कि हमने आपको उपर बताया दुकान के उपर दुकान का नाम लिखा होना बेहद ही जरूरी होता है। यदि आप दुकान के उपर दुकान का नाम बिना लिखे ही उद्घाटन  करते हो तो यह एक अच्छा विचार नहीं है।

‌‌‌कलेक्ट मोबाइल नंबर

इसके बारे मे मैंने उपर नहीं लिखा है लेकिन अक्सर हम लोग यह गलती करते हैं। जब आप दुकान का उद्घाटन  करते हैं तो वहां पर काफी सारे लोग आते हैं आपको उन सभी का मोबाइल नंबर एकत्रित कर लेना चाहिए और उनके सामने उनका नाम भी होना चाहिए ।

Shop or shopping refers to

‌‌‌ऐसा करने का फायदा यह होता है कि आप उन लोगों को अपने बिजनेस से जोड़े रख सकते हैं। किसी बड़े त्यौहार के उपर आप उन लोगों को संदेश भेज सकते हैं और अपने बिजनेस की याद दिला सकते हैं।

‌‌‌शुभ महूर्त पर ही दुकान का उद्घाटन  करें

कुछ लोग अपने फायदे के लिए यह गलती भी कर बैठते हैं वे दुकान के शुभ महूर्त पर ध्यान नहीं देते हैं और पंडित पर दबाव डालकर फर्जी महूर्त तक बना लेते हैं।इसका नुकसान भी होता है। क्योंकि हर कार्य का एक समय होता है। जिसके अंदर यदि वह किया जाता है तो उसका ‌‌‌परिणाम अच्छा आता है।

‌‌‌अंतिम वर्ड

दोस्तों अब तक हमने यह जाना कि आप किस तरीके से अपनी दुकान का उद्घाटन  कर सकते हैं ? यदि आप उपर दिये गए तरीकों को सही से फोलो करते हैं तो फिर आपको इसके अंदर जरूर ही फायदा मिलेगा । दुकान का उद्घाटन कैसे करें ? लेख आपको कैसा लगा नीचे कमेंट करें ।

This post was last modified on June 11, 2020

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