सुपर सक्सेस फुल इंसानों की 5 अच्छी आदतें

इस दुनियां के अंदर सक्सेस तो हर कोई होना चाहता है। लेकिन बहुत से लोगों को यह भी पता नहीं होता है कि वे सक्सेस बने कैसे कुछ को पता होता है तो वे सक्सेस होने का प्रयास नहीं करते हैं। और कुछ प्रयास करते हैं तो वे काम को बीच मे ही छोड़ देते हैं। इस लेख ‌‌‌के अंदर हम आपको सुपर सक्सेस फुल इंसानों की उन आदतों के बारे मे बताने वाला हूं

जिनको अपनाकर आप भी उनकी तरह सक्सेस बन सकते हैं। यकीन मानिए । आप इन आदतों को अपने दिल से मानकर देखिए फिर देखिए कमाल ।सच मे ही आप सक्सेस इंसान बन जाएंगे ।

‌‌‌सक्सेस फुल इंसानों की अच्छी आदतों को जानने के लिए आप इस लेख को अंत तक पढ़ें।

‌‌‌1. अपने आप को उपर उठाने के लिए हमेशा सोचते रहना ‌‌‌और प्रयास करना

कोई भी इंसान तभी सुपर सक्सेस बनता है जब वह अपनी कंडिशन से खुश नहीं होता है। यह बात सो आने सच है। यदि आप अपनी कंडिशन से खुश हैं तो आप उपर कभी नहीं उठ सकते । आपको उपर उठने के लिए अपनी कंडिशन से असंतुष्ट होना होगा ।‌‌‌यकीन मानिए सड़क के किनारे गोल गप्पे बेचने वाला हमेशा ही गोल गप्पे ही क्यों बेचता रह जाता है। सड़क के किनारे दुकान लगाने वाले दुकानदार हमेशा ही दुकान पर ही सामान बेचते ही क्यों रह जाते हैं। क्या आपने कभी सोचा ।

‌‌‌यह लोग अपनी स्थिति से संतुष्ट होते हैं। और अपनी किस्मत मे इतना ही लिखा मानते हैं। और कुछ लोग उपर उठने की सोचते भी हैं तो वे प्रयास नहीं करते हैं। इसी वजह से वे वहीं के वहीं रह जाते हैं। सर आइजैक न्यूटन ने सेब को पेड़ से नीचे गिरने के बाद उसपर सोचा और नई थ्योरी दी । ‌‌‌उन्हें अपने सिद्वांत को समझने मे भी समय लगा । लेकिन वे असंतुष्ट थे । इसी वजह से सुपर सक्सेस बन गए । ‌‌‌यदि आप भी चाहते हैं। सुपर सक्सेस बनना तो निंरतर उपर उठने की सोचना होगा ।और प्रयास करने होंगे तभी आप उपर उठ पाएंगे ।

‌‌‌2.सिर्फ एक टारगेट

आप किसी भी सुपर सक्सेस फुल इंसान की जीवनी उठाकर देखलिजिए आपको उनकी जीवनी के अंदर उनकी जिंदगी का एक ही मकसद मिलेगा । यदि आप भगतसिंह की जीवनी को उठाकर देखोगे तो उनका एक ही टारगेट था चंद्र शेखर आजाद का भी एक ही टारगेट था ।

‌‌‌ब्लेज पास्कल की जीवनी पढ़ लिजिए उनका का भी एक ही टारगेट था । कुल मिलाकर आप किसी भी सुपर सक्सेसफुल इंसान के बारे मे पढ़ लिजिए आपको उनकी लाईफ का एकही मकसद मिलेगा । जो लोग लाईफ के अंदर कभी सोचते हैं कि सिपाही बन जाएं कभी सोचते हैं कि बिजनेस करें कभी सोचते हैं। सैनिक बने ऐसे लोग जिंदगी ‌‌‌के अंदर कभी भी सफल नहीं हो पाते हैं।यदि आप अपनी लाईफ के अंदर सफल होना चाहते हैं तो आपको अपनी जिंदगी का एक ही टारगेट रखना होगा ।

‌‌‌3.गलतियों से सीख लेने की आदत

अपनी जिंदगी के अंदर हर इंसान गलती करता है जोकि कोई बड़ी बात नहीं है। गलती करके ही तो इंसान सीखता है। लेकिन जो लोग गलती करने के बाद उसे नजर अंदाज कर देते हैं। उसे सुधारते नहीं हैं। वो जिंदगी के अंदर हमेशा ही असफल होते हैं।

 

‌‌‌जरा सोचो एक इंसान हजार बार असफल होने के बाद भी सफल हो जाता है। जबकि हम दो बार असफल होने के बाद प्रयास छोड़ देते हैं। यह सबसे बड़ी गलती है। यदि सफल होना है तो आपको अपनी हर असफलता से कुछ ना कुछ सीखना होगा । कमी आपके अंदर ही है। बस आपको उसे खोजकर दूर करना है।

‌‌‌अभी कुछ दिनों पहले एक पाठक का मेरे पास मेल आया कि सर हम एक्जाम के अंदर पढाई करने के बाद भी सफल नहीं हो रहे हैं। ऐसा क्यों । तब हमने कहा इसकी एक ही वजह है कि आपके अंदर जो कमियां हैं उनको आप दूर करने मे कामयाब नहीं हो पाएं हैं। इसी वजह से आप असफल हो रहे हैं। अपनी सारी कमियों को दूर कर जिए‌‌‌फिर देखिए भगवान भी आपको सफल होने से रोक नहीं सकता ।

‌‌‌4. मजबूत इरादे

सुपर सक्सेसफुल हर इंसान नहीं बन सकता । हर इंसान क्यों नहीं बन सकता इसके पीछे भी रीजन है। क्योंकि सुपर सक्सेस फुल बनने के लिए आपके इरादे मजबूत होने चाहिए। यह कुछ ऐसा ही है जैसे समूद्र की तेज लहरों के बीच एक पर्वत का खड़ा रहना । वह पर्वत तभी तक खड़ा रह सकता है। जबतक की उसकी नींव ‌‌‌के अंदर दम है। यदि उसकी नींव ही कमजोर है तो कोई भी लहर उस पर्वत को गिरा कर चलती बनेगी । सुपर सक्सेस फुल इंसानों को हर तरफ से परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लेकिन उनके इरादे इतने मजबूत होते हैं कि हर पत्थर उनके इरादों को नहीं तोड़ पाता है।

‌‌‌वे जो ठान लेते हैं तो फिर चाहे कुछ भी हो जाए ।उसे अधूरा नहीं छोड़ते हैं। उसे पूरा करके ही दम लेते हैं।

‌‌‌5. खुद पर भरोसा

दोस्तों आज पैसों का जमाना है बाजार के अंदर आपको पैसों मे कुछ भी मिल जाएगा । लेकिन खुद पर भरोसा हाशिल करने के लिए आपको बाजार के अंदर कोई सामान या उपकरण नहीं मिलेगा । जब मेड़म क्यूरी ने रेडियोएक्टीव तत्व की खोज के बारे मे दूसरे वैज्ञानिकों को बताया तो उन्होने उनकी

‌‌‌खोज को रिजेक्ट कर दिया वो भी कई बार लेकिन क्यूरी को खुद पर भरोसा था । खुद पर यकीन था । इसलिए ही उन्होने दूसरे वैज्ञानिकों को पीछे छोड़ दिया । इसी तरह रेल इंजन बनाते समय जेम्स वॉट को उसके घर वालों ने उसे बाहर निकाल दिया । उनके सामान को बाहर फेंक दिया किंतु खुद पर भरोसा उनको फिर भी ‌‌‌था इसी के चलते वे कई बार असफल होने के बाद भी अंत मे सफल हो गए और दुनिया को दिखा दिया की कोयले से भी ट्रेन चलाई जा सकती है। दोस्तों खुद पर भरोसा रखो अपने इरादों को मत डगमगाने दो आपको सफलता अवश्य मिलेगी । बस अंत समय तक प्रयास करते रहो ।

Leave a Reply

arif khan

‌‌‌हैलो फ्रेंड मेरा नाम arif khan है और मुझे लिखना सबसे अधिक पसंद है। इस ब्लॉग पर मैं अपने विचार शैयर करता हूं । यदि आपको यह ब्लॉग अच्छा लगता है तो कमेंट करें और अपने फ्रेंड के साथ शैयर करें ।‌‌‌मैंने आज से लगभग 10 साल पहले लिखना शूरू किया था। अब रोजाना लिखता रहता हूं । ‌‌‌असल मे मैं अधिकतर जनरल विषयों पर लिखना पसंद करता हूं। और अधिकतर न्यूज और सामान्य विषयों के बारे मे लिखता हूं ।