70 गृह उपयोगी वस्तुओं के नाम संस्कृत में

गृह उपयोगी वस्तुओं के नाम संस्कृत में आपको संस्क्रत के अंदर पूछे जा सकते हैं। ग्रह वस्तुएं कई प्रकार की हो सकती हैं। नीचे हम आपको कुछ ग्रह वस्तुओं के नाम दे रहे हैं। आप उनमे से देखक भी लिख सकते हैं। या यदि आपको कोई याद हो तो आप उनको भी यहां पर लिख सकते हैं।

गृह उपयोगी वस्तुओं के नाम संस्कृत मे लिस्ट

दोस्तों यदि आप गृह उपयोगी वस्तुओं का नाम संस्कृत मे जानना चाहते हैं , तो यहां पर हम आपको एक लिस्ट दे रहे हैं। उस लिस्ट की मदद से जान सकते हैं। तो आइए जानते हैं। गृह उपयोगी वस्तुओं के नाम संस्कृत मे कुछ इस प्रकार से हैं।

  1. अग्निकुण्ड (अग्निपित)
  2. शय्या (पलंक)
  3. आसन (आसन)
  4. टेबल (उत्तरिका)
  5. चौकी (विकीर्ण)
  6. कुर्सी (आसीन)
  7. अलमारी (शय्यापाट)
  8. पात्र (कुम्भ)
  9. थाली (पत्रं)
  10. छड़ी (यष्टिः)
  11. दर्पण (आदर्शः)
  12. पंखा (वायुमाचिका)
  13. बिल्ली (मार्जारः)
  14. कुत्ता (श्वनः)
  15. फोन (दूरवाणीः)
  16. टेलीविजन (दूरदर्शनः)
  17. लैम्प (दीपकः)
  18. पंखे वाला (पक्षिसारः)
  19. फ्रिज (शीतलिका)
  20. स्वीच (विद्युत् यन्त्रांशः)
  21. घड़ी (कालान्तरः)
  22. स्टोव (वाहकः)
  23. गैस स्टोव (वायुसंवहनः)
  24. ओवन (उष्णागमनः)
  25. बेड (शय्या)
  26. रिमोट (दूरदर्शननियन्त्रकः)
  27. सिंगल बेड (केवलशय्या)
  28. डबल बेड (द्विगुणशय्या)
  29. गर्मी तापक (तापिका)
  30. ब्लैंकेट (गलकः)
  31. पिल्लो (आलम्ब)
  32. कंबल (कम्बल)
  33. रिफ्रिजरेटर (शीतलकः)
  34. माइक्रोवेव (सूक्ष्म उष्णागमनः)
  35. टोस्टर (वायुसंवाहकः)
  36. वाशिंग मशीन (प्रक्षालनयन्त्रः)
  37. बेडरूम (शयनगृहः)
  38. डाइनिंग रूम (भोजनगृहः)
  39. किचन (पाकशाला)
  40. नल (पानिनिः)
  41. प्रकाशकः (लैम्प)
  42. पानीयसंचालकः (टैप)
  43. प्रतिवेदकः (मिरर)
  44. धूपाकः (इन्सेंस स्टिक)
  45. तवः (कढ़ाई)
  46. पत्रपत्त्रिका (न्यूज़पेपर)
  47. शौचककक्षः (बाथरूम)
  48. विश्रामगृहः (लाउंज)
  49. परिपाककक्षः (किचन)
  50. वस्त्रागृहः (क्लोज़ेट)
  51. सौधागृहः (हॉल)
  52. वाहनगृहः (गैराज़)
  53. चूल्हिका (स्टोव)
  54. अन्नपात्रम् (प्लेट)
  55. पिण्डीकः (बोल)
  56. आपणकः (आयरन)
  57. अतिथिदर्शनकक्षः (गेस्ट रूम)
  58. आकाशचुम्बकः (फैन)
  59. नानाविधाहारिण्यः (उथ्सव वस्तुएँ)
  60. द्वारः (गेट)
  61. पूजाकक्षः (टेम्पल)
  62. गुह्यकक्षः (प्राइवेट रूम)
  63. चित्रकक्षः (गैलरी)
  64. आभूषणयंत्रम् (जेवेलरी)
  65. कुट्टिमम् (बाड़)
  66. रक्षाकवचः (सिक्योरिटी सिस्टम)
  67. सुखासनम् (सोफ़ा)
  68. संगणककक्षः (कंप्यूटर रूम)
  69. स्नानकक्षः (बाथरूम)
  70. ध्वन्यन्त्रम् (स्पीकर)
  • ‌‌‌अश्म चूर्णम

दोस्तों ‌‌‌अश्मचूर्णम संस्क्रत मे सीमेंट को कहा जाता है।यह वही सीमेंट होती है। जिसकी मदद से मकानो के अंदर पलस्तर किया जाता है और इससे मकान पक्के हो जाते हैं।

  • ‌‌‌लघुकक्ष:

‌‌‌लघुकक्ष: इसका मतलब होता है। घर के अंदर कोई छोटी कोठरी । जिसके अंदर हम कोई सामान ढाल देते हैं। जैसे सीढ़ियों के नीचे बनने वाली कोठरी को ‌‌‌लघुकक्ष: कह सकते हैं।

  • ‌‌‌कपाटम

‌‌‌कपाटम का मतलब होता है किवांड से । किवांड को हिंदी मे दरवाजे कहा जाता है और आपके घर के अंदर जितने भी दरवाजे हैं वो कपाटम ही तो हैं।

  • कलम्

‌‌‌कलम के बारे मे हम सभी जानते ही हैं कलम का प्रयोग लिखने के अंदर किया जाता है। और हम सभी उसकी ही मदद से लिखने का काम करते हैं।

  • दर्पणः

दर्पणः का मतलब कांच है। हम घर के अंदर चेहरा देखने के लिए एक दर्पण रखते हैं। इसका प्रयोग महिलाएं संजने और सवरने के लिए किया करती हैं।

  • घटिका

घटिका का मतलब संस्क्रत मे घड़ी से होता है। हमारे घर के अंदर जो घड़ी होती है। और उसकी मदद से हम समय का पता लगाते है उसी को घटिका कहा जाता है।

  • वस्त्रम्

वस्त्र को वस्त्रम् कहा गया है। वस्त्र जो हम सभी लोग पहनते हैं। और आप मार्केट के अंदर वस्त्र ही वस्त्र देख रहे हैं।

  • भूषणम्

भूषणम् का मतलब ज्वैलरी से होता है।ज्वैलरी के अंदर कई सारी चीजें आ सकती हैं। जैसे महिलाओं को पहनने के लिए पायल , मांग टीका और तागड़ी आदि ।

  • पादत्राणम्

पादत्राणम् का मतलब चप्पल से होता है। चप्पलों को हम अपने पैरों के अंदर पहनते हैं।

  • अग्निपेटिका

अग्निपेटिका का मतलब होता है माचिस । जिसकी मदद से हम घर के अंदर आग जलाने का काम करते हैं। इसके अंदर छोटी छोटी तिल्ली होती हैं। जिसको रगड़ कर आग जलाया जाता है।

  • कुञ्जिका

कुञ्जिका का मतलब चाबी होता है। वैसे कूंजी का प्रयोग ताला को खोलने के लिए किया जाता है। आपके घर के अंदर भी कई सारी कुञ्जिका हो सकती हैं।

  • सूत्रम्

सूत्रम् का मतलब धागे से होते है। वही धागा जिसको हम सूई के अंदर डालते हैं और उसके बाद कपड़ों के टांगा लगाने के लिए उसको प्रयुक्त किया जाता है।

  • छुरिका

छुरिका को हिंदी के अंदर चाकू कहा जाता है। छुरिका का प्रयोग हम सभी सब्जी को काटने मे करते हैं। घरों के अंदर इस प्रयोग किया जाता है।

  • छत्रम्

छत्रम् का मतलब छत्री से होता है। जैसे बारिश के दिनों के अंदर हम छतरी का प्रयोग करते हैं ताकि हम बारिश मे भिगने से बच सकें ।

  • चमसः

चमसः को हिंदी के अंदर चम्मच कहा जाता है। चम्मच का प्रयोग हम लोग खाने के लिए करते हैं। चम्मच की मदद से खाना खाया जाता है।

  • दूरदर्शनम्

दूरदर्शनम् एक चैनल का नाम है जो आज भी चलता है। यह बहुत ही पुराना टीवी चैनल रह चुका है।

  • ‌‌‌कूपी

कूपी का मतलब बोतल से होता है। बोतल के अंदर ही तो हम ठंडा वैगरह पीते हैं और पानी की बोतलें भी आती हैं।

  • ‌‌‌वातायन

दोस्तों वातायन का मतलब खिड़की होता है । खिड़की का प्रयोग कमरों के अंदर हवा आने के लिए किया जाता है। आपके घर के अंदर भी कई सारी खिड़कियां हो सकती हैं।

  • ‌‌‌तुला

तुला को तराजू कहा जाता है।तराजू का प्रयोग अधिकतर दुकानदार करते हैं और वे इसका प्रयोग सामान को तोलने मे किया करते हैं।

  • ‌‌‌तंतु

तंतु का अर्थ तार से होता है।घर के अंदर लाइट को आने के लिए तार की आवश्यकता होती है। तार कई प्रकार के हो सकते हैं जैसे तांबे के तार ,लौहे के तार आदि ।

  • ‌‌‌कपाटिका

दोस्तों कपाटिका आलमारी को कहा जाता है।घरों के अंदर इस प्रकार की आलमारी होती हैं। जिनका प्रयोग वस्त्र टांगने के लिए किया जाता है।

  • ‌‌‌सुचुटी

सुचुटी का मतलब चिपटे से होता है।चिपटे का प्रयोग अक्सर रोटियां सकने मे किया जाता है। आमतौर पर यह हाथ को जलने से बचाने के लिए होता है।

  • ‌‌‌नागदंत:

‌‌‌नागदंत: का मतलब खूंटी से होता है।खूंटी के उपर हम आमतौर पर कपड़े टांगते हैं। आपके घर के अंदर भी अनेक खूंटियां मिल जाएंगी ।

This post was last modified on August 17, 2023

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