मानसिक संघर्ष के प्रकार types of mental conflict

हर व्यक्ति के अंदर कभी ना कभी ऐसी स्थिति आती है। जब व्यक्ति को मानसिक संघर्ष का सामना करना पड़ता है। मानसिक संघर्ष एक ऐसी स्थिति होती है। जब दो इच्छाएं या विचार एक दूसरे के विरूद्व काम करते हैं और ऐसी स्थिति के अंदर व्यक्ति जल्दी यह निणर्य नहीं ले पाता है।‌‌‌यह कुछ समय तक जो अनिर्णय की स्थिति होती है । उसे मानसिक संघर्ष कहा जाता है। उदाहरण के लिए मानलिजिए आपको कहीं पर जाना है। तो आपके पास दो ऑपसन हैं । बस से जाना और बाइक पर जाना । आप यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि आप किस पर जाएं तो इसको ही मानसिक संघर्ष कहा जाता है।

‌‌‌उपागम उपागम मानसिक संघर्ष approach approach conflict

ऐसी स्थिति के अंदर व्यक्ति के सामने दो धनात्मक लक्ष्य होते हैं। और व्यक्ति दोनों धनात्मक लक्ष्यों को एक ही समय के अंदर पूरा करना चाहता है। लेकिन ऐसा वह कर नहीं पाता है। ऐसी स्थिति के अंदर उसे एक काम को त्यागना पड़ता है। कौनसे काम को त्यागना है। इसके ‌‌‌लिए उसे संघर्ष करना पड़ता है। उदाहरण के लिए एक महिला को सुब ह नो बजे सहेली की शादी के अंदर जाना है और सबुह 9 बजे ही मां के साथ शॉपिंग पर जाना है। वह इन दोनों कामों को ही करना चाहती है। इस वजह से उसके अंदर मानसिक संघर्ष होता है।

‌‌‌उपागम परिहार मानसिक संघर्ष approach avoidance conflict

इस मानसिक संघर्ष के अंदर एक धनात्मक विचार होता है और दूसरा नगेटिव विचार होता है। दोनों एक दूसरे के विरोधी होते हैं। इन दोनों मे से कोई एक व्यक्ति चुनना होता है। जैसे एक व्यक्ति एक लड़की को पाना भी चाहता है। लेकिन दूसरे मन से उससे दूर भी रहना चाहता है। यहां ‌‌‌पर एक धनात्मक लक्ष्य है और दूसरा नगेटिव लक्ष्य है।

‌‌‌परिहार परिहार मानसिक संघर्ष avoidance avoidance conflict

यह संघर्ष दो नगेटिव विचारों की वजह से होता है। व्यक्ति के दिमाग के अंदर दो विपरित नगेटिव विचार होते हैं। और व्यक्ति को इन दोनों मे से किसी एक को सलेक्ट करना होता है। जैसे एक तरफ कुआ है और दूसरी तरफ खाई है व्यक्ति दोनों के अंदर ही नहीं गिरना चाहता ‌‌‌लेकिन उसे इनमे से किसी एक का चुनाव करना ही होगा ।

‌‌‌द्विउपागम परिहार संघर्ष double approach avoidance conflict

इस मानसिक संघर्ष के अंदर कई सारे लक्ष्य होते हैं। इसमे कम से कम दो धनात्मक लक्ष्य और दो नगेटिव लक्ष्य होते हैं। व्यक्ति दो या अधिक धनात्मक लक्ष्य की वजह से व्यक्ति लक्ष्य की ओर जाना चाहता है और नगेटिव लक्ष्य की वजह से वह उनसे दूर रहना चाहता है। उदाहरण ‌‌‌के लिए एक लड़की की जिस लड़के से शादी करनी है उसके अंदर दो खास बाते पसंद हैं और दो चीजे पसंद नहीं हैं। मतलब जो चीजे लड़की को पसंद हैं वे उसे लड़के से शादी करने के लिए प्रेरित करेंगी और जो चीजे पसंद नहीं हैं वे उसे रोकेंगी ।

This post was last modified on November 5, 2018

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