बिना लक्ष्य के तीर चलाओ

एक बार दो लोग एक सन्यासी के पास पहुंचे और बोले बताओ हम दोनों मे से कौन आगे जाकर कामयाब होगा । सन्यासी के लिए इस प्रश्न का उत्तर देना काफी कठिन था किंतु उसने पहले व्यक्ति को धनुष बाण दिया और बोला तीर चलाओ और सटीक निशाना लगाओ । व्यक्ति ने तीर चला दिया

‌‌‌किंतु वह किसी भी जगह पर सटीक निशाना नहीं लगा सका । उसके बाद दूसरे व्यक्ति को धनुष बाण दिये और बोला तीर चलाओ निशाना सटीक होना चाहिए । किंतु उसने तीर नहीं चलाया । और वैसे ही खड़ा रहा । जब सन्यासी ने पूछा तुम तीर क्यों नहीं चला रहे हो ।

वह बोला … मैं बिना लक्ष्य के तीर तो चला सकता

 

‌‌‌हूं किंतु सटीक निशाना नहीं लगा सकता । आप बताएं लक्ष्य क्या है।

तब संयासी ने कहा । मुझे तुम्हारे प्रश्न का उत्तर मिल गया  है। उसने पहले व्यक्ति को कहा . तुम जिंदगी के अंदर काफी पीछे हो क्योंकि तुम बिना लक्ष्य के तीर चलाने वाले इंसानों मे से हो तुम यदि अपनी आदत को नहीं सुधारा तो ।

 

‌‌‌पूरी जिंदगी मे इधर उधर ही भटकते रह जाओगे । जबकी दूसरा व्यक्ति तुमसे ज्यादा सफल है। वह सीधा अपने लक्ष्य की तरफ जाएगा । और सफलता प्राप्त करलेगा ।

 

सच ही है कि जिस इंसान का कोई लक्ष्य नहीं होता है। वह जिंदगी मे कभी भी सफल नहीं हो सकता । इसलिए आज ही अपना लक्ष्य तय करें ।

 

This post was last modified on November 4, 2018