हार्ट अटैक या दिल का दौरा होने के कारण लक्षण और बचने के उपाय

‌‌‌हार्ट अटैक होने के कारण, दिल का दौरा के लक्षण, हार्ट अटैक से बचने के उपाय

दिल का दौरा जिसको हार्ट अटैक भी कहा जाता है। कि समस्या आजकल बहुत अधिक बढ़ चुकी है। जब हर्ट के अंदर पहुंचने वाले खून और आक्सिजन का प्रवाह रूक जाता है तो दिल का दौरा पड़ता है। इसकी वजह होती है की हर्ट की मांसपेशियों के अंदर एक चिपचिपा ‌‌‌पदार्थ जम जाना। हर्ट तक खून और आक्सिजन नहीं पहुंचने ‌‌‌की वजह से हर्ट की सारी धमनियां भी नष्ट हो जाती हैं। और हो सकता है। व्यक्ति की मौत भी हो जाए।‌‌‌भारत के अंदर हार्ट अटैक के एक साल के अंदर 20 लाख मामले आते हैं।

 

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‌‌‌हार्ट अटैक  के लक्षण

हार्ट अटैक आने के 6 सें 1 महिने पहले ही यह पता चल जाता है कि हार्ट अटैक आने वाला है। या आ सकता है। हार्ट अटैक के कुछ लक्षण पहले से ही दिखाई देने लग जाते हैं। आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही लक्षणों के बारे में ।

‌‌‌सीने मे असहजता महसूस होना

यदि आपके सीने के अंदर दर्द रहता है। या सीने के अंदर जलन का एहसास होता है। असहजता महसूस होती है। तो यह हार्ट अटैक के लक्षण हो सकते हैं। इसलिए अपने डॉक्टर से सलाह लें।

‌‌‌चक्कर आना

दिल कमजोर हो जाने की वजह से खून का संचार सही तरीके से नहीं हो पाता है। जिसकी वजह से दिमाग तक खून सही तरीके से नहीं पहुंच पाता है। और रोगी को चक्कर आता है। ऐसी स्थिति के अंदर आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

‌‌‌सांस लेने मे दिक्कत

हर्ट के सही तरीके से काम नहीं करने की वजह से फेफड़ों तक आक्सिजन पर्याप्त मात्रा के अंदर नहीं पहुंच पाती है। जिसकी वजह से सांस लेने मे दिक्कत होती है। यदि ऐसा है तो आपको तुरन्त ध्यान देना चाहिए।

‌‌‌सूजन आना

दिल को शरीर के सारे हिस्सों के अंदर रक्त पहुंचाने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है। इसलिए शिराएं फूल जाती हैं और इसका असर टखने पर सूजन और अन्य जगहों पर भी सूजन आ जाता है।

 

‌‌‌हार्ट अटैक के लक्षण सारे लोगों के अंदर समान नहीं होते हैं कुछ लोगों के हर्ट के अंदर दर्द कम होता है तो कुछ को इसका बिल्कुल भी एहसास नहीं होता है। इसके अलावा छाती बांहों और पीठ के अंदर भी जकड़न महसूस हो सकती है।

‌‌‌दिल का दौरा या हार्ट अटैक के कारण

‌‌‌दिल का दौरा या हार्ट अटैक किसी को भी आ सकता है। चाहे कोई जवान हो या बूढ़ा लेकिन महिलाओं के अंदर दिल का दौरा पड़ने के केस बहुत ही कम आते हैं।

‌‌‌अधिकतर दिल का दौरा दिल की धमनियों पर एक विशेष प्रकार के पदार्थ के जमा होने की वजह से पड़ते हैं।‌‌‌हर्ट के अंदर कोरोनरी नामकी रक्त धमनी होती है। कई बार वसा जैसे पदार्थ इस धमनी की दीवार पर जमा हो जाते हैं जिसकी वजह से हर्ट तक रक्त और आक्सिजन पहुंच नहीं पाती और दिल का दौरा पड़ता है। फिर भी कुछ ऐसे कारक हैं जोकि दिल के दौरा पड़ने की संभावना को और अधिक बढ़ा देते हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ कारकों के बारे में ।

‌‌‌तम्बाखू

जो लोग तम्बाखू खाते हैं । उनकों दिल का दौरा पड़ने की संभावना बहुत अधिक बढ़ जाती है। यदि आप भी तम्बाखू का सेवन करते हैं तो उसका प्रयोग अभी बंद कर दें ।

‌‌‌मोटापा

जो लोग अधिक मोटे होते हैं । उनको हार्ट अटैक का खतरा अधिक होता है। एक रिसर्च के अनुसार मोटे लोगों के अंदर हार्ट अटैक पतले लोगों की तुलना मे अधिक आता है।

‌‌‌उच्च रक्तचाप और अधिक तनाव

जो लोग अधिक तनाव के अंदर रहते हैं । उनको दिल का दौरा पड़ने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है। उच्च रक्तचाप की वजह से भी दिल का दौरा पड़ने की संभावना अधिक हो जाती है।

‌‌‌शराब का अधिक सेवन

अधिक शराब पीने की वजह से भी दिल का दौरा पड़ने की संभावना बढ़ जाती है। क्योंकि शराब ब्लड प्रेशर को बढ़ाती है और स्ट्रोक पैदा होने का खतरा भी रहता है।

‌‌‌नशीली दवाओं का प्रयोग

कोकीन जैसी नशीली दवाओं का अधिक प्रयोग की वजह से भी दिल का दौरा पड़ने की संभावना अधिक हो जाती है।

‌‌‌मधुमेह

जो लोग मधुमेह के रोगी होते हैं उनको दिल का दौरा पड़ने की संभावना अधिक होती है।क्योंकि यह अधिक शर्करा के अंदर बढ़ोतरी कर देता है।

‌‌‌जन्मजात हर्ट की समस्या

कुछ लोगों को जन्म से ही हर्ट की समस्या होती है। जोकि पहले सामान्य होती है। लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिये जाने की वजह से यह और अधिक विकराल रूप लेलेती है। जन्मजात बच्चे के अंदर भी इसके कुछ लक्षण नजर आ सकते हैं। जैसे जल्दी सांस लेना आदि ।

‌‌‌हार्ट अटैक से बचने के बेहतरीन उपाय

आप जानते होंगे कि आजकल हर तीसरे आदमी को हार्ट अटैक आता है। सो हार्ट अटैक से बचने का सबसे अच्छे उपाय हम आपको इस लेख के अंदर बताने जा रहे हैं। जिनको फोलो करके आप हार्ट अटैक से बचे रह सकते हैं।

‌‌‌नियमित व्यायाम करें

हार्ट अटैक से बचने का सबसे अच्छा तरीका है। नियमित व्यायाम करें । आप चाहें तो मोर्निंग वॉक पर जा सकते हैं। रोज आपको 15 मिनट व्यायाम करना चाहिए ।

ज्यादा ऑयल वाले पर्दार्थों को ना खाएं

जिन पदार्थें के अंदर ज्यादा ऑयल होता है उनको आपको नहीं खाना चाहिए क्योंकि यह ‌‌‌चिकने पदार्थ आपके हर्ट के लिए बिल्कुल भी सही नहीं होते हैं।

‌‌‌अपने मोटापें को कम करें

यदि आप ज्यादा मोटे हैं तो आपको हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा है। क्योंकि अधिक मोटे इंसान के अंदर हर्ट का खून पंप करने के लिए अधिक उर्जा की आवश्यकता होती है।

‌‌‌पेशाब या शौच का ना दबाएं

कई बार लोग अपने पेशाब या शैाच को दबाकर बैठे रहते हैं। यदि आप बार बार ऐसा करते हैं तो आपके पेशाब की नस वैगरह भी फट सकती है। और इसका असर दिल पर भी पड़ता है।

‌‌‌तनाव के अंदर बिल्कुल ना रहें

यदि आप तनाव के अंदर रहते हैं तो हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। सो तनाव के अंदर बिल्कुल ना रहें । हमेशा खुश रहने की कोशिश करें ।

‌‌‌ब्लड प्रेशर को कम करें

यदि आपका ब्लड प्रेशर हाई रहता है तो आपको हार्ट अटैक का ज्यादा खतरा है। सो अपने ब्लड प्रेशर को कम करने के उपाय करें ।

‌‌‌चाय का सेवन करें

हर्ट के लिए चाय काफी अच्छी है। दिल के अंदर खून का प्रवाह बनाए रखने के लिए चाय पीना जरूरी है। रोज एक कप चाय पियें ।

‌‌‌मछली का सेवन करें

मछली के सेवन के अनेक फायदे हैं ।वहीं इसके सेवन से आपके हार्ट अटैक आने का खतरा भी कम हो जाता है। साथ ही मछली आपकी आंखों के लिए भी अच्छी साबित होती है।

‌‌‌धुम्रपान ना करें

धुम्रपान हर्ट के लिए हानिकारक होता है। यदि आप बीड़ी गुटका शराब आदि का सेवन करते हैं तो आपको हार्ट अटैक आने का ज्यादा खतरा है सो इनका सेवन कम या बंद करदें ।

‌‌‌दिल के दौरा या हार्ट अटैक के अंदर क्या खाएं क्या नहीं खाएं ?

  1. दिल का दौरा पड़ने के बाद नशा नहीं करना चाहिए
  2. दिला का दौरा के मरीज को यौन संबंध बनाने से भी बचना चाहिए
  3. ज्यादा नामक नहीं खाना चाहिए
  4. तली हुई सब्जी भी नहीं खानी चाहिए
  5. मांस भी नहीं खाना चाहिए ।

‌‌‌दिल के मरीज को निम्न चीजों का सेवन करना चाहिए

  1. मूंगफली आखरोट बादाम पिस्ता
  2. मछली
  3. गेहूं का आटा दलिया
  4. संतरे अनार अंगूर
  5. ग्रीन टी और कॉफी
  6. ताजी सब्݆िजयां

‌‌‌साईलेंट हार्ट अटैक

साइलेंट हार्ट अटैक एक सामान्य हार्ट अटैक से अधिक खतरनाख होता है। इसके अंदर हर्ट की धमनियों मे वसा जमा हो जाती है। और जब यह ब्लड का सर्कुलेसन ठीक से नहीं हो पता है। जब धमनी फट जाती है तो रोगी की तुरन्त ही मौत हो जाती है। हालांकि साइलेंट हार्ट अटैक के केवन 25 प्रतिशत मामले ‌‌‌ही सामने आते हैं। अधिकतर साइलेंट हार्ट अटैक आने पर मरीजों की मौत हो जाती है। इसके कुछ समान्य लक्षण इतने सामान्य होते हैं कि वे आम लगते हैं।

‌‌‌साइलेंट हार्ट अटैक के कुछ लक्षण

  1. अचानक गरमी और पसीना
  2. सीने मे हल्का सा दर्द होना
  3. अचानक कमजोरी का एहसास होना

4. सांस लेने मे तकलीफ

‌‌‌यदि इस प्रकार के लक्षण 15 मिनट या उससे लम्बे समय तक दिखाई देंते हों और लगातार बढ़ते ही जा रहे हों तो यह हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है। आपको अपने डाक्टर से एक बार परामर्श कर लेना चाहिए ।

‌‌‌कौनसे ब्लड ग्रुप को हार्ट अटैक आने की संभावना अधिक होती है ?

अनेक वैज्ञानिक शोधों के अनुसार O ब्लड ग्रुप वाले लोगों को हार्ट अटैक आने की संभावना बहुत ही कम होती है। यह ब्लड ग्रुप वाले लोग दिल की बिमारियों से सुरक्षित बचे रहते हैं। ‌‌‌ब्लड ग्रुप A ,B व AB वाले लोगों को हार्ट अटैक का सबसे ज्यादा खतरा होता है।

This post was last modified on March 31, 2019

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