जानिये अनाज बरसने वाले रहस्यमय पेड़ के बारे मे

दोस्तों आपने पेड़ तो बहुत देखे होंगें पर ऐसा पेड़ आपने तो कभी देखा होगा और नही सुना होगा आज हम आपको एक ऐसे रहस्यमय पेड़ के बारे मे बताने जा रहे हैं जिस पर कोई फल नहीं लगते वरन उस पर अनाज बरसता है। यह पेड़ वहां पर ‌‌‌आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यह बहुत ही रहस्यमय पेड़ है जिसका रहस्य अभी तक किसी के समझ में नहीं आया है।
यह भी कुदरत का एक ‌‌‌करिश्मा है और जो कुदरत का ‌‌‌करिश्मा होता है। उसे कोई समझ नहीं सकता हो सकता है आपको ऐसे किसी पेड़ पर ‌‌‌विश्वास न हो पर यह सच है। एक ऐसा पेड़ है जिस पर से अनाज बरसता है। यदि आपका कभी राजस्थान के चूरू के अंदर आने का प्लान हो तो वहां से कुछ ही दूर पर यह पेड़ एक गांव के अंदर है। इस पेड़ पर से अनाज बरसते समय हमने भी देखा है। क्योंकि यह पेड़ हमारे गांव से कुछ ही दूरी पर है। इस पेड़ को देखने के लिये दूर दूर के लोग भी आते हैं।

‌‌‌कहां पर है यह पेड़ ?

यह पेड़ जोकि एक मोटी खेजड़ी है। जिसको कई सालों से काटा नहीं गया है। यह राजस्थान के चूरू जिले के अंदर एक गांव ‌‌‌खांसोली के अंदर है। ‌‌‌यह पेड़ 200 साल पूराना है। इस पेड़ का रहस्य कोई नहीं समझ सका लोगों का ‌‌‌विश्वास है कि यह सब भगवान की ‌‌‌मर्जी से होता है।  और यह सच भी हो सकता है। क्योंकि मैंने ऐसे किसी पेड़ के बारे मे पहली बार सुना है जिसपर से अनाज बरसता है।

क्या क्या बरसता है ?

पहले तो इस पेड़ से चीनी दालें ग्वांर और कई अनाज भी बरसते थे पर कुछ लोगों का यह भी कहना है।  िक इस पेड़ से बरसने वाला अनाज पहले बहुत अधिक होता था किंतु लोगों ने उस अनाज को बेचना ‌‌‌शूरू कर दिया इस वजह से अनाज कम बरसने लगा अब बहुत कम अनाज बरसता है। कुछ दाने ही अब दालें और बाजरा ग्वांर आदि के कुछ कुछ दाने बरसते हैं।

अनाज बरसने का क्या महत्व है ?

इस पेड़ से बरसने वाला अनाज ऐसे ही नहीं बरसता है। उसका भी यहां पर बहुत अधिक महत्व है। इस बरसे अनाज के आधार पर लोग खेत के अंदर बीज डालते हैं। लोगों का ‌‌‌विश्वास है कि जो इस पेड़ पर अधिक बरसता है। वह अनाज उस साल अधिक होता है। और लोगों के इस ‌‌‌विश्वास को मैंने ‌‌‌हमेशा ही खरा उतरते हुए देखा है। जब हम खेत जोतते थे तो हम पहले यह पता लगाते थे कि अबकी साल उस पेड़ से कौनसा अनाज अधिक बरसा है। जैसे उससे ग्वांर अधिक बरसा है तो हम खेत के अंदर ग्वांर अधिक डाल देते थे जहां तक कई सालों के इस पेड़ के पूर्वानुमान की बात करें तो यह ‌‌‌हमेशा ही सच होता है।

किस तरह से बरसता है अनाज ?

इस पेड़ से बरसने वाला अनाज खाने के लिये नहीं होता है न ही बेचने के लिये होता है। वरन इस पेड़ से बरसने वाला अनाज को जानवरों को डाल दिया जाता है। अनाज बरसने से पहले इस पेड़ के नीचे तिरपाल आदि डाल देते हैं। उसके बाद एक दो एक दाने उपर से अपने आप ही तिरपाल पर पड़ने लग जाते हैं। हांलाकि यह किसी को नहीं पता  िकवह अनाज आता कहां से है। यही कुदरत का ‌‌‌करिश्मा है।

 

कुछ समय नहीं बरसा अनाज

एक बार उस पेड़ के नीचे कोई मरा हुआ आदमी को लिटा दिया गया उसके बाद कुछ समय के लिये उस पेड़ से अनाज बरसना बंद होगया उसके बाद होम आदि करवाने के बाद दुबार अनाज बरसने लगा अभी पीछले साल कोई व्यक्ति दारू पीकर उसे पेड़ की नीचे चला गया जिस वजह से भी उससे अनाज नहीं बरसा

कब बरसता है अनाज ?

इस पेड़ से बरसने वाला अनाज हर समय पर नहीं बरसता है। वरन आखातीज पर ही बरसता है। यह वह समय होता है जब किसान अपने खेत मे जाता है।जिसको हलसोथिया कहा जाता है। उसके बाद बारिस होने पर खेत की जुताई करता है।
यानि इस पेड़ से अनाज तब बरसता है जब हल जोतने मे कुछ समय बचा रहता है। इस पेड़ से बरसने वाला अलग अलग अनाज अलग अलग मात्रा के अंदर होता है। जिस अनाज की मात्रा अधिक होती है। उसे ही अधिक बोया जाता है।

क्या है लोगों का ‌‌‌विश्वास और हकिकत ?

‌‌‌हालांकि इस पेड़ के बारे मे लोगों का ‌‌‌विश्वास है कि यह किसी भगवान बालाजी की ताकत से हो रहा है। हांलाकि इस बारे मे कोई वैज्ञानिक अध्ययन नहीं किया गया है।

 

इस रहस्यमय पेड़ को हर कोई देखना पसंद करता है। कुछ लोग तो अनाज बरसते समय इस पेड़ के नीचे बैठ कर भी देखते हैं।

This post was last modified on November 7, 2018

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