क्यों नहीं करनी चाहिए एक गोत्र में शादी

दोस्तो आज कल शादी से पहले अफेयर की घटनाएं आम होने लगी है जो लड़का लड़की एक दूसरे के पास में रहते हैं इसकी वजह से उनके बीच आकर्षण उत्पन्न हो जाता है  और आकर्षण की वजह से एक दूसरे से मिलने लगते हैं धीरे-धीरे इनका मिलना-जुलना x के अंदर बदल जाता है जब भी ek गोत्र के होते हैं तो घरवाले उनको शादी करने की इजाजत नहीं देते  तो भी भाग कर शादी कर लेते हैं

भाग कर शादी करने में कोई बुराई नहीं है लेकिन  एक ही गोत्र के अंदर शादी करते हैं वह सही नहीं है साइंस की इस बात को मानता है ek गोत्र के अंदर शादी करने से जींस विभाजित नहीं होते और अनेक तरह की बीमारियां पीढ़ी-दर-पीढ़ी स्थांतरित होती रहती है  जैसे हीमोफीलिया कलर ब्लाइंडनेस आदि कुछ ऐसी बीमारियां होती हैं  जीन के द्वारा एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी के अंदर चली जाती है

और जब कोई एक ही गोत्र के अंदर शादी करता है तो अलग अलग अलग तरह की समस्याओं का शिकार भी हो सकता है  वैज्ञानिक मानने लगे हैं कि एक ही गोत्र के अंदर शादी नहीं करनी चाहिए
हालांकि हमारे हिंदू धर्म के अंदर सात गोत्र होते हैं और  एक एक व्यक्ति को दूसरे गोत्र में शादी करनी होती है  हमारी हिंदू धर्म में इसके बारे में पहले भी वर्जित है

This post was last modified on January 2, 2019

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