Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    cool thoughtscool thoughts
    • Home
    • Privacy Policy
    • About us
    • Contact Us
    Facebook X (Twitter) Instagram
    SUBSCRIBE
    • Home
    • Tech
    • Real Estate
    • Law
    • Finance
    • Fashion
    • Education
    • Automotive
    • Beauty Tips
    • Travel
    • Food
    • News
    cool thoughtscool thoughts
    Home»‌‌‌विज्ञान»आदमखोर इंडोनेसिया की Korowai जनजाति से ‌‌‌जुड़ी रोचक ‌‌‌जानकारी
    ‌‌‌विज्ञान

    आदमखोर इंडोनेसिया की Korowai जनजाति से ‌‌‌जुड़ी रोचक ‌‌‌जानकारी

    arif khanBy arif khanOctober 29, 2017Updated:August 17, 2019No Comments4 Mins Read
    Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Reddit WhatsApp Email
    janjati
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn Pinterest WhatsApp Email

    इंसानों का मांस खाने वाले लोग अभी भी इस दुनिया के अंदर मौजूद हैं। आज हम आपको ऐसे ही लोग इंडोनेसिया की कोरोवाई जनजाति से जुड़ी कुछ जानकारी इस लेख के अंदर दे रहे हैं। किस तरह से यह लोग रहते हैं। और कैसे इंसानों का ‌‌‌मांस खाते हैं।पॉल राफेल नामक एक ‌‌‌खोज कर्ता ने 2006 के अंदर इस नरभक्षण जनजाति के कई पहलुओं को उजागर किया था । रॉफेल कोरोवाई जनजाति के साथ काफी समय तक रहा । उन्होने बताया कि जब वे पहली बार उनसे मिले तो उनको एक इंसानी मांस को पैकेट दिया और बोले की यदि वे इस खा सकते हैं तो वे उनको अपने साथ

    इंडोनेसिया की कोरोवाई जनजाति

    ‌‌‌रख लेंगे । वे उसे खा गए तो कोरोवाई लोगों ने उनको अपने साथ रखलिया । जब वे लेटिन कबीले का दौरा करने निकले तो पहले तो वहां के लोगों ने उन पर हमला बोल दिया था । क्योंकि वे भी श्वेत आदमी को अपना दुश्मन मानते थे । और अपनी सीमाओं को पार कर श्वतों की बस्ती मे जाने से डरते थे ।

    By 710928003 – Korowai Tribesman, CC BY 2.0, https://commons.wikimedia.org/w/index.php?curid=3467281

    ‌‌‌इस वक्त वे लोग हम पर चिल्ला रहे थे और साथी तीर कमान हमारी और तान रखे थे । मैंने उनसे बचने के लिए नदी के अंदर कूदने की सोची ताकि जान बच सके लेकिन कोर्नेलियस कोरोईई ने चिल्लाकर हमसे सौदेबाजी कर डाली उसने कहा कि वे उन्हें इंडोनेशिया पैसे की मांग की और बोले की उसके बाद उपर की और आने देंगे

    ‌‌‌और कहा कि नदी के अंदर मत कूदना वरना यह अपवित्र हो जाएगी जुर्माना भरना पड़ेगा । हमने उनको पैसे देदिये।

     

    Table of Contents

    • ‌‌‌कैसे खाते हैं इंसानी मांस
      • ‌‌‌सेक्स कैसे करते हैं यह लोग
      • ‌‌‌रहन सहन
      • ‌‌‌धर्म कर्म

    ‌‌‌कैसे खाते हैं इंसानी मांस

    उन लोगों का अपना कल्चर होता है। उनके यहां पर यदि कोई युद्व के अंदर मर जाता है तो उनके सामने स्पष्ट कारण रहता है किंतु यदि कोई किसी अन्य बिमारी से मर जाता है तो यह उनके लिए रहस्यमय होता है। तो वे समझते हैं कि यह खाखुआ की वजह से हुआ है। खाखुआ उनका एक रोग है। ‌‌‌और ऐसे इंसान का वे मांस खाना अच्छा समझते हैं । उनकी यह परम्परा है। ‌‌‌उनका मानना है कि ऐसा करने से उनकी आत्मा को शांति मिलती है।

    ‌‌‌आगे खोजकर्ता ने बताया की एक रात जब हम उनके घरों के पास बैठे थे तो वहीं पर दो नंगी महिलाएं भी थी और कुछ पुरूष भी बैठे थे । एक भयंकर हत्यारे ने मेरे पास आकर कहा कि उसने एक इंसान का शिकार किया है । क्या आप देखना चाहेगे । मेरा देखने का मन नहीं था किंतु ऐसा किये बिना वे मेरा विश्वास नहीं करते ‌‌‌सो मैंने हां करदी तो वह मेरे पास एक इंसानी खोपड़ी लेकर आया । उस पर मैंने हाथ लगाकर देखा । यह एक भंयकर हत्यारा था जिसको किल किल कहा जाता था । वहां के लोग उस को किल किल कहते हैं जोकि 23 लोगों को मार चुका हो और उनको काट कर खा गया हो ।

    ‌‌‌यह लोग खाना नहीं बनाते हैं। इंसानी मांस या सूअर के सर और आंत और पेट काट कर अलग कर देते हैं। ओर फिर कच्चे गोश को मजे से खाते हैं। इनलोगों के अंदर बाल नाखून और लिंग को खाने की ईजाजत नहीं होती है।

    ‌‌‌सेक्स कैसे करते हैं यह लोग

    सेक्स भी यह लोग करते हैं। लेकिन यह घर के अंदर सेक्स नहीं करते वरन जब इनको सेक्स करने का मन होता है तो वे अपनी महिला के साथ घने वन के अंदर चले जाते हैं। और वहां पर सेक्स करते हैं। हालांकि यह लोग आधे नंगे ही रहते हैं। पर कुछ महिलाएं पेड़ों की छाल के कपड़े भी पहनती हैं।

    ‌‌‌रहन सहन

    यह लोग कपड़े नहीं पहनते हैं और बांस की मदद से पेड़ों के उपर अपनी झोंपड़ी बनाते हैं। ताकि इनको जंगली जीवों से सुरक्षा मिल सके । झोंपड़ी तक पहुंचने के लिए इनको पेड़ पर चढ़ना होता है। पुरूष शिकार करने के लिए जाते हैं। वे ग्रुप के अंदर शिकार करते हैं। और शिकार के दौरान वे तीर और भाले का प्रयोग ‌‌‌करते हैं। महिलांए अपने बच्चों को अपने पीठ पीछे बांध लेती हैं। और बच्चों के पालन के लिए उनको अपने स्तनों का दूध पिलाया जाता है। ‌‌‌शिकार पर जाने से पहले बच्चों को शिकार करना भी यह लोग सीखाते हैं ताकि वह अच्छे से शिकार कर सके ।

    ‌‌‌धर्म कर्म

    कोरोई लोग पूनर्जन्म मे विश्वास करते हैं। संकट के समय यह लोग अपने पूर्वजों की आत्मा के लिए पशुओं की बली भी दी जाती है। यह लोग अपने म्रत पूर्वज को अपने कबिले के अंदर जन्म लेने के लिए धार्मिक क्रियाएं करते हैं। इनलोगों के कबिले को सागो ग्रब त्यौहार भी मनाना पड़ता है।

    arif khan
    • Website
    • Facebook
    • Instagram

    यदि आपको गेस्ट पोस्ट करनी है। तो हमें ईमेल पर संपर्क करें । आपकी गेस्ट पोस्ट पेड होगी और कंटेंट भी हम खुदी ही लिखकर देंगे ।arif.khan338@yahoo.com

    Related Posts

    सफेद चूहे पालने के 6 फायदे ,और Laboratory rat क्या खाते हैं ?

    January 30, 2024

    इंद्रधनुष किस कारण से बनता है? इंद्रधनुष के 7 विभिन्न प्रकार

    January 30, 2024

    कैसे बनता है सायनाइड सेब के बीजों मे होता है सायनाइड

    January 26, 2024
    Leave A Reply

    Categories
    • Home
    • Tech
    • Real Estate
    • Law
    • Finance
    • Fashion
    • Education
    • Automotive
    • Beauty Tips
    • Travel
    • Food
    • News

    Subscribe to Updates

    Get the latest creative news from FooBar about art, design and business.

    Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
    • Home
    • Privacy Policy
    • About us
    • Contact Us
    © 2025 Coolthoughts.in

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.