अजीब रोग wifi से connect होता है रोगी का mind

‌‌‌आपने बहुत से रोगों के बारे मे सुना होगा । जिनमे से कुछ काफी अजीब रोग होते हैं ।ऐसा ही रोग electromagnetic hypersensitivity है। इस रोग के अंदर रोगी का दिमाग electromagnetic  फील्ड को महसूस करने की ताकत रखता है। जब ऐसे रोगी के आस पास कोई electromagnetic field  होता है। तो ऐसी दसा के अंदर उसका सर दर्द करने लग जाता है। जैसे वाईफाई खुला हो माबाईल के सिग्नल आदि।

‌‌‌हांलाकि यह स्थिति हर इंसान के अंदर नहीं पायी जाती है। वरन कुछ इंसान ही ऐसे होते हैं जोकि electromagnetic field  को महसूस करने की ताकत रखते हैं।

‌‌‌यह रोग किसमे अधिक होता है

वैसे इस रोग के बारे मे अधिक जानकारी नहीं है किंतु कुछ इंसानों के ब्रेन sells  कुछ इस प्रकार से डिजाएन होते हैं कि उनको आस पास के रेडियसन का पता लग जाता है। यदि आप उनके पास मे अपने सारे रेडिएसन वाले डिवाइस बंद कर देते हैं। तो उनको इस बात का भी अपने आप ही पता लग ‌‌‌जाता है। क्योंकि जब रेडिएसन आपके मोबाईल कम्यूटर से निकलते हैं तो ऐसे रोगियों का सर दर्द करता है। और जब यह सिग्नल निकलने बंद हो जाते हैं तो उनका सर दर्द भी बंद हो जाता है।
‌‌‌यदि आपको इस तरह की कोई समस्या है तो डरने की जरूरत नहीं है। वरन यूके के अंदर 4 प्रतिशत लोग इस तरह ही बीमारी के शिकार हैं जोकि रेडिएसन फिल्ड के अंदर काम नहीं कर सकते ।

‌‌‌विज्ञान क्या कह रही है

हांलाकि विज्ञान इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं है कि वाईफाई और व्यक्ति के दिमाग मे कोई कनेक्सन हो सकता है। इस संबध मे जानने के लिए 2008 और 2010 के अंदर कई रिसर्च हो चुके हैं लेकिन किसी मे भी इस रोग को साबित नहीं किया जा सका है। WHO ‌‌‌ने भी इस बात को स्पष्ट किया है कि यह कोई मेडिकल समस्या नहीं है।

‌‌‌इस बीमारी के कुछ केस

ऐसी बात नहीं है कि इस बीमारी के कोई भी केस सामने नहीं आए हों । इसके कई केस सामने आ चुके हैं।
सन 2013 के अंदर एक स्कूल ने औधोगिक कपैसिटी का वाईफाई नेटवर्क स्थापित किया था । ‌‌‌और इसकी वजह से ‌‌‌एक लड़का हमेशा से ही स्कूल से दूर दूर रहने की कोशिश करता । क्योंकि वाईफाई सिग्नल से उसके दिमाग और बोड़ी पर काफी असर पड़ रहा था ।
‌‌‌सन 2014 के अंदर जब लड़का स्कूल को छोड़ा तो उसके मां बाप ने देखा कि धीरे धीरे जिन प्रोब्लमस को वे सामान्य समझ रहे थे । वे अब अधिक तेज हो चुकी थी।
‌‌‌दूसरा केस 39 साल की मरीना का है। जोकि एक फ्रेंच हूमेन थी । ‌‌‌जिसको रेडिएसन मे रहने पर काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता था। इसलिए वह अधिक समय बिना रेडिएसन वाले इलाके मे रहना पसंद करती थी। यह प्रोब्लम उसमे काफी ‌‌‌समय पहले ही आई थी ।
‌‌‌हांलाकि इसके बहुत कम केस सामने आए हैं वो भी 1 मिलियन पर 5 प्रतिशत । जिसके आधार पर हम कह सकते हैं कि यह रोग ‌‌‌टैक्नॉलाजी का असर है जोकि अपने साथ कुछ एडवांटेज डिसएडवांटेज लेकर आती है।
‌‌‌के कई लक्षण होते हैं इसके बारे मे आपको थोड़ा जान लेना चाहिए ।

‌‌‌सिर दर्द

इसका यह सबसे कॉमन लक्षण होता है। इस बिमारी से ग्रस्ति रोगी का रेडिएसन से सिर दर्द करने लग जाता है।

‌‌‌रेडिएसन युक्त इलाके से दूररहना पसंदकरना

इस प्रकार के रोगी । हमेशा रेडिएसन से दूर भागने की कोशिश करते हैं। यानि जहां पर मोबाईल वाइफाई हो वहां से यह दूर चले जाते हैं। यदि आप के अंदर यह लक्षण है तो हो सकता है। आप मे अभी EHS  विकाशशील अवस्था मे हो ।

‌‌‌नींद कम हो जाना

इस रोग का यह प्रमुख लक्षण है। इस प्रकार के रोगियों को बहुत कम नींद आती है। यह नींद कम आने की शिकायत करते हैं।

‌‌‌इसका ईलाज

वैसे इसका कोई ईलाज नहीं हैं किंतु आप अपने डाक्टर से परामर्श ले सकते हैं। और रेडियसन से दूर रहने की कोशिश करें।

 

This post was last modified on November 2, 2018

Related Post