सोलर से चलने वाले बच्चे

 

इस्लामाबाद  के अंदर एक अजीब मामला प्रकाश मे आया है। यहां पर तीन ऐसे बच्चे हैं जो सोलर से काम करते हैं। इनको सौलर किडस कहा जाता है। यह तीनों एक दुर्लभ बिमारी से ‌‌‌पीड़ित हैंजिसका नाम तक चिकित्सा विज्ञान के पास नहीं है।

‌‌‌इनका नाम शोएब और अब्दुर इलियास है। इनकी दो बहने भी हैं जो सामान्य हैं। जैसे ही सुरज उगता है इनकी आंखे खुल जाती हैं। यह मदरसा भी जाते हैं। खलते भी हैं किंतु जैसे ही सूरज ढलने लगता है। इनका शरीर अपने आप ही बेजान होने लगता है। यदि यह इस दौरान घर से बहार होते हैं तो घरवालों को इनको तलास कर

 

‌‌‌लाना होता है। अंधेरा होने पर इनका पूरा शरीर बेजान हो जाता है। अभी इन बच्चों के कई वैज्ञानिक टेस्ट हो चुके हैं। और इस बिमारी पर शोध करने के लिए एक टीम भी लगी हुई है।

‌‌‌अब रात मे भी चलने लगे हैं

 

13 साल तक यह सोलर बच्चे रात मे मर जाते थे और सुबह वापस इनकी आंखे खुल जाती थी किंतु अब पहली बार यह रात मे चलने के काबिल बने हैं। जब  अपनी लाईफ मे   यह बच्चे पहली बार सिढियां चढ़े और पानी पिया था। तब उनके ‌‌‌घरवालों का मन खुशी से झूम उठा था वैज्ञानिको के अनुसार अभी इस बिमारी पर और शोध जारी है।

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arif khan

‌‌‌हैलो फ्रेंड मेरा नाम arif khan है और मुझे लिखना सबसे अधिक पसंद है। इस ब्लॉग पर मैं अपने विचार शैयर करता हूं । यदि आपको यह ब्लॉग अच्छा लगता है तो कमेंट करें और अपने फ्रेंड के साथ शैयर करें ।‌‌‌मैंने आज से लगभग 10 साल पहले लिखना शूरू किया था। अब रोजाना लिखता रहता हूं । ‌‌‌असल मे मैं अधिकतर जनरल विषयों पर लिखना पसंद करता हूं। और अधिकतर न्यूज और सामान्य विषयों के बारे मे लिखता हूं ।